फोन जैसे ही बंद हुआ तो मैं सोंचने लगी की ये मेरी बुर चोदी मौसी को क्या हो गया ? दुनिया आजकल बिना
झांट वाले चिकने लण्ड पसंद करती है और ये मेरी मौसी भोसड़ी की झांट वाले लण्ड लेगी ? अब मैं कहाँ से लाऊं झांट वाले लण्ड ? मैं जितने लोगों को जानती हूँ उन सबके लण्ड चिकने है। मैं अगर उनसे झांटें बढ़ाने के लिए कहूँ तो जाने कितने दिन लग जायेंगे और मौसी तो परसों ही आ रही है। वैसे तो मेरे पास कई झांट वाले लण्ड आते है, लेकिन मैं सबकी झांटें बना देती हूँ क्योंकि मुझे झांटें बिलकुल पसंद नहीं है। मुझे लण्ड चूसने, चाटने और लण्ड पीने का बड़ा शौक है, मैं पेल्हड़ भी चाटती हूँ तो फिर इन सब कामों में झांट का क्या काम ? मैं बार बार यही सोंच रही थी की किस किस का लण्ड खोल कर देखूं, किस किस के पैजामे में हाथ डाल कर देखूं की झांटें है की नहीं ?
फिर मैंने फोन घुमाना शुरू किया । सबसे पहले निम्मी को लगाया और पूंछा यार ये बता की तेरे मियां की झांटें है की नहीं ? वह बोली यार देखा नहीं है कई दिनों से उसका लण्ड तो मुझे मालूम नहीं है ? वह फिर बोली अच्छा रुको मैं अपनी देवरानी से पूंछती हूँ शायद उसे मालूम हो ? उसकी देवरानी ने बताया की मैंने आज ही जेठ जी की झांटें बना दी है ? फिर मैंने स्वेता को लगाया तो वह बोली यार तुम काजल से पूंछ लो कल रात को वही चुदवा रही थी मेरे मिया से। मैं उसके मियाँ से चुदवा रही थी। उसकी तो झांटें बिलकुल साफ़ है। फिर मैंने अफ़साना आँटी से पूंछा तो उसने मुझसे कहा तुम शन्नो से पूंछो उसके पास कई लड़के आते है किसी न किसी की तो झांटें जरूर होंगी ? मैंने शन्नो को लगाया तो वह बोली यार थीं तो झांटें सभी भोसड़ी वालों की लेकिन आज ही मैंने लड़कियों से सबकी झांटें बनवा दी। अब मैं परेशान हो गयी की कहाँ ढूँढूँ झांट वाले लण्ड ? मौसी ने मुझसे कहाँ फंसा दिया। आने दो मौसी को मैं चोदूंगी उसका भोसड़ा ?
तब तक लोली का देवर साबिर खान आ गया। लोली मेरी अच्छी दोस्त है। वह बोला भाभी मुझे लोली भाभी ने आपके पास भेजा है। मैं आपसे बैंक के बारे में कुछ जानना चाहता हूँ ? मैं बोली अरे बैठो तो भोसड़ी के पहले फिर बताती हूँ। वह मेरे मुंह से गाली सुनकर चौंक गया।
दूसरे दिन सवेरे उठी तो दिमाग में आया की कल मौसी आ जाएँगी और अभी तक एक भी झांट वाला लण्ड नहीं मिला बहन चोद। मैं उठी और एक कप गरम गरम चाय पी। इतने में किसी ने बेल बजा दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक पहाड़ी लड़का हट्टा कट्टा गोरा चिट्टा बनियाइन पहने खड़ा था। नीचे केवल अंगौछा पहन रखा था। वो बोला मैडम मेरा नाम बहादुर है मैं आपकी गाडी साफ़ करने आया हूँ। मैं उससे बात करने लगी। फिर मैंने कहा रुको मैं अभी आती हूँ। मैं वापस आई तो मैंने देखा की वह अपना अंगौछा खोल कर बांध रहा है। अंगौछा खुलते ही मेरी एक नज़र उसके लण्ड पर पड़ गयी. मैं तो ख़ुशी के मारे झूम उठी। उसकी झांटें भी थी और उसका गोरा गोरा अच्छा खासा लंबा तगड़ा लण्ड भी लटक रहा था। मैंने उसे नजदीक बुलाया और उसका अंगौछा खींच कर बोली ये क्या पहना है तूने माँ के लौड़े ? बैठ मैं तुझे एक पैजामा देती हूँ। मैंने उसे बिलकुल नंगा देखा, उसकी झांटें देखीं । मुझे लण्ड भी पसंद आ गया और झांटें भी ? मैंने पूंछा और भी कोई है तेरे साथ ? वह बोला मैडम थापा मेरा दोस्त है मेरे साथ। मैंने उसे भी बुलाया और उसका भी अंगौछा खींच लिया। उसकी भी झांटें थी। उसका लण्ड मुझे थोड़ा मोटा लगा ? मैंने उसे अपने हाथों से उसका लण्ड देखते हुए पैजामा पहना दिया। मैं बोली तुम दोनों गाडी साफ करने के बाद मेरे पास आना।
जब वो दोनों वापस आये तो मैंने दोनों को अपने सामने खड़ा किया और कहा अब तुम लोग अपना अपना पैजामा खोलो और मेरे सामने एकदम नंगे खड़े हो जाओ ? वो दोनों भोसड़ी वाले नंगे हो गये ? मैं बोली अब तुम लोग मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगी करो । मैं भी नंगी हो गयी ।
दूसरे दिन अचानक मेरे अन्थोनी अंकल आ गए। मैं थोड़ा खुश हुई। वैसे तो मैं उससे ज्यादा खुली नहीं हूँ । हां हलकी फुलकी मजाक कभी कभी कर लिया करती हूँ। मगर मैंने सोंचा की आज अंकल की गांड मार कर देखती हूँ, उसको गन्दी गन्दी गालियां सुनाकर देखती हूँ की यह भोसड़ी वाला कैसे रियेक्ट करता है ? मैंने उसे कमरे में बैठा दिया और मैं एक गाउन पहन कर अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां आधी से ज्यादा खोल कर उसके सामने बैठ गयी ? फिर मैं बोली हाय अंकल थोड़ी थोड़ी बहन चोद दारू हो जाये ? वह मुस्कराकर बोला हां हां बिलकुल हो जाये ? बस हम दोनों आमने सामने बैठ दारू पीने लगे. उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर थी और मेरी उसकी दोनों जाँघों के बीच ? नशा चढ़ने लगा तो मस्ती भी चढ़ने लगी। चूत की गर्मी भी बढ़ने लगी।
झांट वाले चिकने लण्ड पसंद करती है और ये मेरी मौसी भोसड़ी की झांट वाले लण्ड लेगी ? अब मैं कहाँ से लाऊं झांट वाले लण्ड ? मैं जितने लोगों को जानती हूँ उन सबके लण्ड चिकने है। मैं अगर उनसे झांटें बढ़ाने के लिए कहूँ तो जाने कितने दिन लग जायेंगे और मौसी तो परसों ही आ रही है। वैसे तो मेरे पास कई झांट वाले लण्ड आते है, लेकिन मैं सबकी झांटें बना देती हूँ क्योंकि मुझे झांटें बिलकुल पसंद नहीं है। मुझे लण्ड चूसने, चाटने और लण्ड पीने का बड़ा शौक है, मैं पेल्हड़ भी चाटती हूँ तो फिर इन सब कामों में झांट का क्या काम ? मैं बार बार यही सोंच रही थी की किस किस का लण्ड खोल कर देखूं, किस किस के पैजामे में हाथ डाल कर देखूं की झांटें है की नहीं ?
फिर मैंने फोन घुमाना शुरू किया । सबसे पहले निम्मी को लगाया और पूंछा यार ये बता की तेरे मियां की झांटें है की नहीं ? वह बोली यार देखा नहीं है कई दिनों से उसका लण्ड तो मुझे मालूम नहीं है ? वह फिर बोली अच्छा रुको मैं अपनी देवरानी से पूंछती हूँ शायद उसे मालूम हो ? उसकी देवरानी ने बताया की मैंने आज ही जेठ जी की झांटें बना दी है ? फिर मैंने स्वेता को लगाया तो वह बोली यार तुम काजल से पूंछ लो कल रात को वही चुदवा रही थी मेरे मिया से। मैं उसके मियाँ से चुदवा रही थी। उसकी तो झांटें बिलकुल साफ़ है। फिर मैंने अफ़साना आँटी से पूंछा तो उसने मुझसे कहा तुम शन्नो से पूंछो उसके पास कई लड़के आते है किसी न किसी की तो झांटें जरूर होंगी ? मैंने शन्नो को लगाया तो वह बोली यार थीं तो झांटें सभी भोसड़ी वालों की लेकिन आज ही मैंने लड़कियों से सबकी झांटें बनवा दी। अब मैं परेशान हो गयी की कहाँ ढूँढूँ झांट वाले लण्ड ? मौसी ने मुझसे कहाँ फंसा दिया। आने दो मौसी को मैं चोदूंगी उसका भोसड़ा ?
तब तक लोली का देवर साबिर खान आ गया। लोली मेरी अच्छी दोस्त है। वह बोला भाभी मुझे लोली भाभी ने आपके पास भेजा है। मैं आपसे बैंक के बारे में कुछ जानना चाहता हूँ ? मैं बोली अरे बैठो तो भोसड़ी के पहले फिर बताती हूँ। वह मेरे मुंह से गाली सुनकर चौंक गया।
- मैंने कहा क्या हुआ बेटा क्या बुर चोदी लोली के मुंह से कभी गाली नहीं सुनी तूने ?
- उसने जबाब दिया अरे भाभी खूब सुनी है पर मजे की बात यह है की वह भी इसी तरह की गालियां देती है। आप दोनों की गालियां एक जैसी है ?
- मैंने मजाक में कहा हम दोनों की चूत भी एक जैसी है माँ का लौड़े ? कहो तो खोल कर दिखाऊँ ? (दरअसल उसे देख कर मेरी नियत ख़राब हो गयी, मैं उसका लण्ड पकड़ कर देखना चाहती थी की झांटें है की नहीं )
- वह बोला मैंने अभी तक लोली भाभी की नहीं देखी तो फिर आपकी देख कर कैसे बताऊंगा ?
- अच्छा भोसड़ी के, 'चूत' या 'बुर' कहने में तेरी गांड फटती है क्या, बहन चोद ?
- नहीं ऐसी बात नहीं है भाभी पर सच्ची में मैंने लोली भाभी की चूत कभी नहीं देखी ?
- कमाल है यार तूने अभी तक अपनी भाभी की बुर नहीं चोदी ?
- वह बोला चोदा तो है भाभी, लेकिन उसकी बुर नहीं देखा कभी ?
- तो क्या तू आँख बंद करके बुर चोदता है भोसड़ी का ?
- नहीं, ऐसा नहीं है, लोली भाभी ने हमेशा मुझसे रात में ही चुदवाया ?
- तो फिर उसने भी तेरा लण्ड नहीं देखा होगा ? तेरी झांटें, तेरे पेल्हड़ भी नहीं देखा होगा ?
- वैसे रोशनी में नहीं देखा ? हां पकड़ कर तो देखा है मेरा लण्ड ? झांटों पर ऊँगली फिरा फिरा कर देखा है और पेल्हड़ सहला सहला कर देखा है ? (मैं समझ गयी की इसकी झांटें जरूर होंगी )
- साबिर अब तुम मुझे रोशनी में अपना लण्ड दिखाओ ? मैं पहले तेरा लण्ड देखूँगी, तेरे पेल्हड़ देखूँगी फिर तुझे बैंक के बारे में बताऊँगी ?
दूसरे दिन सवेरे उठी तो दिमाग में आया की कल मौसी आ जाएँगी और अभी तक एक भी झांट वाला लण्ड नहीं मिला बहन चोद। मैं उठी और एक कप गरम गरम चाय पी। इतने में किसी ने बेल बजा दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक पहाड़ी लड़का हट्टा कट्टा गोरा चिट्टा बनियाइन पहने खड़ा था। नीचे केवल अंगौछा पहन रखा था। वो बोला मैडम मेरा नाम बहादुर है मैं आपकी गाडी साफ़ करने आया हूँ। मैं उससे बात करने लगी। फिर मैंने कहा रुको मैं अभी आती हूँ। मैं वापस आई तो मैंने देखा की वह अपना अंगौछा खोल कर बांध रहा है। अंगौछा खुलते ही मेरी एक नज़र उसके लण्ड पर पड़ गयी. मैं तो ख़ुशी के मारे झूम उठी। उसकी झांटें भी थी और उसका गोरा गोरा अच्छा खासा लंबा तगड़ा लण्ड भी लटक रहा था। मैंने उसे नजदीक बुलाया और उसका अंगौछा खींच कर बोली ये क्या पहना है तूने माँ के लौड़े ? बैठ मैं तुझे एक पैजामा देती हूँ। मैंने उसे बिलकुल नंगा देखा, उसकी झांटें देखीं । मुझे लण्ड भी पसंद आ गया और झांटें भी ? मैंने पूंछा और भी कोई है तेरे साथ ? वह बोला मैडम थापा मेरा दोस्त है मेरे साथ। मैंने उसे भी बुलाया और उसका भी अंगौछा खींच लिया। उसकी भी झांटें थी। उसका लण्ड मुझे थोड़ा मोटा लगा ? मैंने उसे अपने हाथों से उसका लण्ड देखते हुए पैजामा पहना दिया। मैं बोली तुम दोनों गाडी साफ करने के बाद मेरे पास आना।
जब वो दोनों वापस आये तो मैंने दोनों को अपने सामने खड़ा किया और कहा अब तुम लोग अपना अपना पैजामा खोलो और मेरे सामने एकदम नंगे खड़े हो जाओ ? वो दोनों भोसड़ी वाले नंगे हो गये ? मैं बोली अब तुम लोग मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगी करो । मैं भी नंगी हो गयी ।
- मैंने पूंछा बहादुर तूने कभी किसी की बुर चाटी है ?
- वह बोला हां मैडम, मैं थापा की बीवी की बुर चाटता हूँ ?
- तो थापा भोसड़ी का उसकी झांटें गिनता रहता है, क्या ? वो कुछ नहीं बोलता ?
- नहीं मैडम, वह मेरी बीवी की बुर चाटता है ?
- तो क्या तुम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हो ? एक दूसरे की बीवी चोदते है, एक दूसरे की बहन चोदते है, एक दूसरे की साली चोदते है ?
- तो कल तुम लोग मेरी मौसी का भोसड़ा चोदोगे ? हां मैडम, जरूर चोदूंगा पर आज हम लोग तेरी चूत चोदेंगे ?
- हां हां आज तो तुम खूब चोदो मेरी चूत पर देखो कल शाम को आ जाना और अपनी झांटें न बनाना ? मेरी मौसी को लण्ड की झांटें बहुत पसंद है।
दूसरे दिन अचानक मेरे अन्थोनी अंकल आ गए। मैं थोड़ा खुश हुई। वैसे तो मैं उससे ज्यादा खुली नहीं हूँ । हां हलकी फुलकी मजाक कभी कभी कर लिया करती हूँ। मगर मैंने सोंचा की आज अंकल की गांड मार कर देखती हूँ, उसको गन्दी गन्दी गालियां सुनाकर देखती हूँ की यह भोसड़ी वाला कैसे रियेक्ट करता है ? मैंने उसे कमरे में बैठा दिया और मैं एक गाउन पहन कर अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां आधी से ज्यादा खोल कर उसके सामने बैठ गयी ? फिर मैं बोली हाय अंकल थोड़ी थोड़ी बहन चोद दारू हो जाये ? वह मुस्कराकर बोला हां हां बिलकुल हो जाये ? बस हम दोनों आमने सामने बैठ दारू पीने लगे. उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर थी और मेरी उसकी दोनों जाँघों के बीच ? नशा चढ़ने लगा तो मस्ती भी चढ़ने लगी। चूत की गर्मी भी बढ़ने लगी।
- मैं बोली हाय अंकल आज तुम बहुत हैंडसम लग रहे हो ? मन करता है की ,,,,,,,,,,?
- क्या मन करता है ? खुल कर कहो न, पामेला ? पूरी बात कहो डर किस बात का ?
- मैं सोंच रही हूँ अंकल की तुम बिना कपड़ों के होते तो कितने हैंडसम लगते ?
- वह हंस कर बोला सच बात तो यह है पामेला की तुम अगर बिना कपड़ों के होती तो कितनी हैंडसम और खूबसूरत लगती ? तुम बहुत सेक्सी हो पामेला ? मेरी नियत ख़राब हो रही है।
- भोसड़ी के मेरी भी नियत खराब हो रही तुझ पर ? कहो तो मैं अपने कपडे अभी उतार दूँ अंकल ? माँ चुदायें, मादर चोद ये कपडे ? उतार के फेंक देती हूँ अभी अपने सारे कपडे ? लेकिन मेरी एक शर्त है माँ के लौड़े, अन्थोनी अंकल ?
- हां हां बोलो क्या शर्त है तेरी, मैं उसे पूरी करूंगा ?
- तुम्हे भी अपने कपडे उतार कर फेंकने पड़ेंगें ।
- हां ठीक है मुझे नंगे होने में कोई शर्म नहीं है, पामेला ? जाने कितनी लड़कियां पहले अपने कपडे खोलतीं है और फिर मेरे कपडे खोल कर फेंक देती है। मुझे बिलकुल नंगा कर देती है। मैं जब खूबसूरत नंगी लड़कियों के आगे नंगा होता हूँ तो मुझे बड़ा मज़ा आता है ?
- तो तू भोसड़ी का बड़ा रंगीन मिज़ाज़ का आदमी है ? तू इतना बड़ा मादर चोद होगा मुझे नहीं मालूम था ? तो क्या तू लड़कियों को अपना लौड़ा पकड़ाता है ?
- अरे नहीं, मैं नहीं पकड़ाता लौड़ा, वो ससुरी खुद ही पकड़ लेती है मेरा लौड़ा ?
- तो तेरा लौड़ा पकड़ के चुदवाती नहीं है क्या ? क्या लौड़ा पकड़ कर तेरी झांटें उखाड़ती है ?
- हां भोसड़ी वाली खूब चुदवाती है और कभी कभी झांटें भी उखाड़ देती है, यार ?
- तो आज मैं उखाड़ूँगी तेरी झांटें ? मैं देखती हूँ तेरी बहन चोद कितनी बड़ी बड़ी झांटें है ? (बस मैं समझ गयी की इस भोसड़े वाले की झांटें है और मैं मन ही मन बड़ी खुश हो गयी)
- देख भोसड़ी के अंकल, अगर तूने मुझे अपनी झांटें नहीं उखाड़ने दी तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी और उखाड़ के फेंक दूँगी तेरा ये मादर चोद 'लण्ड' ?
- मेरे मुंह से पहली बार 'लण्ड' सुनकर उसका चेहरा चमक उठा ?
- वह भी मूड में आ गया बोला मुझे मंजूर है।
मैं अब पूरी मस्ती में आ गयी और अपना हाथ अंकल की जाँघों पर रगड़ने लगी और धीरे से लण्ड दबा कर बोली वाओ, बड़ा मोटा लग रहा है तेरा लण्ड अंकल ? अब खोलो न इस भोसड़ी वाले को ? मैं इसे देखना चाहती हूँ और इसे दिखाना चाहती हूँ अपनी मस्त सेक्सी चूंचियां ? ऐसा कह कर मैंने खोल दी अपनी चूंचियां और वह आँखें फाड़ फाड़ कर देखने लगा चूंचियां ? मैं बोली अरे माँ का लौड़ा अन्थोनी इन्हे पकड़ कर देखो न ? तब तक मैंने उसकी पैंट खोल दी और चड्ढी भी ? उसका टन्नाता हुआ लण्ड पकड़ कर बोली ओ मई गॉड कितना बड़ा हैं तेरा लण्ड और कितनी बड़ी बड़ी हैं तेरी झांटें ? मैंने मन में कहा चलो एक और झांट वाला लण्ड मिला बहन चोद ? मैं उसकी झांटों पर उंगलियां फिराने लगी।
फिर मैंने धीरे से अपना गाउन उतार कर फेंक दिया और मैं पूरी नंगी हो गयी। मेरी चूत देख कर उसका लौड़ा कुलाचें मारने लगा। मेरा मुंह खुला और लौड़ा अंदर हो गया। मैं मस्ती से चूसने लगी लण्ड ? मुझे अंकल का लौड़ा इतनी जल्दी मिल जाएगा इसकी मुझे बिलकुल उम्मीद नहीं थी। और उसे भी उम्मीद नहीं थी की आज वह पामेला की बुर चोदेगा ? मैंने लण्ड अपनी दोनों चूंचियों के बीच घुसा लिया। वह मेरी चूंचियां चोदने लगा और मैं जबान निकाल कर बार बार उसका सुपाड़ा चाटने लगी। मैं लकी हूँ की आज मुझे इतने बढ़िया लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिल रहा है।
मैंने पूंछा :- अंकल, भोसड़ी के पहले मेरी बुर चोदोगे की मेरी गांड मारोगे ?
वह बोला :- पामेला, तुम बताओ की पहले बुर चुदवाओगी अपनी की गांड मराओगी ?
मैंने कहा :- अपने इस भोसड़ी वाले लण्ड से पूंछ लो की वह क्या करेगा पहले ?
वह बोला :- लण्ड तो तेरे हाथ में है पामेला, तू ही पूंछ ले न मेरे लण्ड से ?
मैंने लण्ड पर एक थप्पड़ मार कर पूंछा :- बोल मादर चोद, क्या करेगा तू पहले ?
लण्ड बोला :- मैं पहले तेरी बुर चोदूंगा पामेला, फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा ? गांड बाद में मारूंगा ?
मैंने कहा :- बाप रे बाप तेरा लण्ड तो बड़ा हरामी निकला यार ? ये तो मेरी माँ चोदेगा भोसड़ी वाला ?
इतनी गरम गरम बातें हुई तो मैंने लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया और रंडी की तरह अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। अंकल का लौड़ा पूरा का पूरा अंदर घुस घुस कर चोद रहा था और मुझे ऐसे ही लौड़ों से चुदवाने में मज़ा आता है। मैंने पीछे से भी कुतिया की तरह चुदवाया और उसके लण्ड पर बैठ कर भी चुदवाया। मुझे महसूस हुआ की अंकल भोसड़ी का बड़ा एक्सपर्ट है बुर चोदने में ?
मैंने पूंछा :- अंकल बहन चोद, तू लड़कियों की बुर चोदता है की उनकी माँ का भोसड़ा भी चोदता है ?
वह बोला :- यार अब क्या बताऊँ मैं ? मैं लड़कियां चोदता हूँ, और लड़कियां ही अपनी माँ चुदवाती है। कभी अपनी माँ मेरे घर आकर चुदवाती है और कभी मुझे अपने घर ले जाकर अपनी माँ चुदवाती है। कुछ लोग भी आते है अपनी बीवियां चुदवाने ? कुछ बीवियां तो अकेले ही चली आती है चुदवा कर चली जाती है।
मैं बोली :- इसका मतलब तेरे लण्ड का फायदा सब भोसड़ी वालियां उठाती है।
वह बोला :- मैं खुश हूँ की गॉड ने मुझे इतना बढ़िया लण्ड दिया है ?
मैंने कहा :- देखो अंकल, कल मेरी मौसी आ रही है। उसे झांट वाले लण्ड बहुत पसंद है ? तो कल आना, अपनी झांटें न बनाना, और न किसी से बनवाना ? कल मेरी मौसी का भोसड़ा चोदना ?
अंकल मुझे चोद कर चला गया।
मौसी जब आई तो मैंने कहा वाओ, अरे आप तो बहुत जवान और सेक्सी लग रही है मौसी ?
"मौसी बोली देख बुर चोदी पामेला लण्ड खाने वाली लड़की हमेशा जवान रहती है
मैं २/३ लण्ड रोज़ खाती हूँ इसलिए जवान रहती हूँ
जब तक मेरा भोसड़ा २/३ लण्ड खा नहीं लेता तब तक न तो वह सोता है और न मुझे सोने देता है
मुझे मालूम है की तेरी तो चूत अज़गर जैसे लण्ड खाती है। इसलिए मैं तेरे पास चुदवाने चली आई"
मैंने बताया मौसी मैंने तेरे लिए दो नहीं तीन तीन झांट वाले लण्ड इकठ्ठा किया है। तीनो मादर चोद कमरे में बैठे है ? अब चलो और दारू के साथ झांट वाले लण्ड का मज़ा लो ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
If you like and enjoy the stories, please do mention your comments that will make me write still better stories, thanks
फिर मैंने धीरे से अपना गाउन उतार कर फेंक दिया और मैं पूरी नंगी हो गयी। मेरी चूत देख कर उसका लौड़ा कुलाचें मारने लगा। मेरा मुंह खुला और लौड़ा अंदर हो गया। मैं मस्ती से चूसने लगी लण्ड ? मुझे अंकल का लौड़ा इतनी जल्दी मिल जाएगा इसकी मुझे बिलकुल उम्मीद नहीं थी। और उसे भी उम्मीद नहीं थी की आज वह पामेला की बुर चोदेगा ? मैंने लण्ड अपनी दोनों चूंचियों के बीच घुसा लिया। वह मेरी चूंचियां चोदने लगा और मैं जबान निकाल कर बार बार उसका सुपाड़ा चाटने लगी। मैं लकी हूँ की आज मुझे इतने बढ़िया लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिल रहा है।
मैंने पूंछा :- अंकल, भोसड़ी के पहले मेरी बुर चोदोगे की मेरी गांड मारोगे ?
वह बोला :- पामेला, तुम बताओ की पहले बुर चुदवाओगी अपनी की गांड मराओगी ?
मैंने कहा :- अपने इस भोसड़ी वाले लण्ड से पूंछ लो की वह क्या करेगा पहले ?
वह बोला :- लण्ड तो तेरे हाथ में है पामेला, तू ही पूंछ ले न मेरे लण्ड से ?
मैंने लण्ड पर एक थप्पड़ मार कर पूंछा :- बोल मादर चोद, क्या करेगा तू पहले ?
लण्ड बोला :- मैं पहले तेरी बुर चोदूंगा पामेला, फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा ? गांड बाद में मारूंगा ?
मैंने कहा :- बाप रे बाप तेरा लण्ड तो बड़ा हरामी निकला यार ? ये तो मेरी माँ चोदेगा भोसड़ी वाला ?
इतनी गरम गरम बातें हुई तो मैंने लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया और रंडी की तरह अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। अंकल का लौड़ा पूरा का पूरा अंदर घुस घुस कर चोद रहा था और मुझे ऐसे ही लौड़ों से चुदवाने में मज़ा आता है। मैंने पीछे से भी कुतिया की तरह चुदवाया और उसके लण्ड पर बैठ कर भी चुदवाया। मुझे महसूस हुआ की अंकल भोसड़ी का बड़ा एक्सपर्ट है बुर चोदने में ?
मैंने पूंछा :- अंकल बहन चोद, तू लड़कियों की बुर चोदता है की उनकी माँ का भोसड़ा भी चोदता है ?
वह बोला :- यार अब क्या बताऊँ मैं ? मैं लड़कियां चोदता हूँ, और लड़कियां ही अपनी माँ चुदवाती है। कभी अपनी माँ मेरे घर आकर चुदवाती है और कभी मुझे अपने घर ले जाकर अपनी माँ चुदवाती है। कुछ लोग भी आते है अपनी बीवियां चुदवाने ? कुछ बीवियां तो अकेले ही चली आती है चुदवा कर चली जाती है।
मैं बोली :- इसका मतलब तेरे लण्ड का फायदा सब भोसड़ी वालियां उठाती है।
वह बोला :- मैं खुश हूँ की गॉड ने मुझे इतना बढ़िया लण्ड दिया है ?
मैंने कहा :- देखो अंकल, कल मेरी मौसी आ रही है। उसे झांट वाले लण्ड बहुत पसंद है ? तो कल आना, अपनी झांटें न बनाना, और न किसी से बनवाना ? कल मेरी मौसी का भोसड़ा चोदना ?
अंकल मुझे चोद कर चला गया।
मौसी जब आई तो मैंने कहा वाओ, अरे आप तो बहुत जवान और सेक्सी लग रही है मौसी ?
"मौसी बोली देख बुर चोदी पामेला लण्ड खाने वाली लड़की हमेशा जवान रहती है
मैं २/३ लण्ड रोज़ खाती हूँ इसलिए जवान रहती हूँ
जब तक मेरा भोसड़ा २/३ लण्ड खा नहीं लेता तब तक न तो वह सोता है और न मुझे सोने देता है
मुझे मालूम है की तेरी तो चूत अज़गर जैसे लण्ड खाती है। इसलिए मैं तेरे पास चुदवाने चली आई"
मैंने बताया मौसी मैंने तेरे लिए दो नहीं तीन तीन झांट वाले लण्ड इकठ्ठा किया है। तीनो मादर चोद कमरे में बैठे है ? अब चलो और दारू के साथ झांट वाले लण्ड का मज़ा लो ?
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