Thursday, September 11, 2014

मैं और मेरे दो गांडू देवर

उस दिन पूर्णमासी की रात थी और रात के ११ बजे थे। मैं चुपके चुपके छत पर गयी तो मैंने वहां दो टन टनाते हुए लण्ड देखा ? मेरी तो चूत बहन चोद गीली हो गयी और मुंह में पानी आ गया ? इतनी रात में अगर किसी जवान बीवी को दो टन टनाते हुए लण्ड दिखाई पड़ जाये तो वह अपने आपको भला कैसे रोक सकती है ? मैं उनके और नजदीक गयी, अब मुझे दोनों लण्ड बड़ी अच्छी तरह से दिख रहे थे।  मेरी चूत की आग और भड़क गयी। मैं उन दोनों को पहचान गयी।  एक था मेरा देवर सफीक और दूसरा था उसका दोस्त रफीक ? दोनों साले एक दूसरे का लण्ड पकड़ कर सहला रहे थे।  मैं समझ गयी की ये भोसड़ी वाले गांडू है ? एक दूसरे की गांड मारते है।  साले एक दूसरे का लण्ड भी चाटते है और चूसते है ?  ये बहन चोद गांडू लोग लण्ड से लण्ड लड़ाते भी है भोसड़ी के ? मुझे दोनों मादर चोदों पर गुस्सा भी आ रहा था और प्यार भी ? गुस्सा इसलिए की घर में इतनी बढ़िया चूत होते हुए ये साले लड़कों की गांड क्यों मारते है ? और प्यार इसलिए की दोनों मादर चोदों के लण्ड बड़े लम्बे चौड़े है ? इतने टना टन्न लण्ड बहुत कम लोगों के होतें है। ये तो साले मेरी चूत क्या मेरी माँ का भोसड़ा चोदने वाले लण्ड हैं ? मैं तो अपना दिल ही दे बैठी इन दोनों मादर चोद लौड़ों को ? देखो न,  ये दोनों बहन चोद पागल लोग,  इतने मस्ताने लण्ड किसी लड़की की बुर में घुसाने के वजाय लड़कों की गांड में घुसाते है ? फिर मुझसे न रहा गया। 
मैं बोल पड़ी - अरे सफीक बहन चोद ये क्या हो रहा है तू यहाँ छत पर इतनी रात को ? मुठ्ठ मार रहा है तू यहाँ लेटे लेटे लण्ड का ? तुम्हे शर्म नहीं आती माँ के लौड़ों ? अभी कोई देख लेता तो गाड़ फट जाती तेरी ?
दोनों एकदम से सकपका गये।  लण्ड साले सिकुड़ने लगे ? दोनों ने अपना अपना लण्ड छुपा लिया।  
सफीक बोला :- अरे रज़िया भाभी मुझे क्या मालूम था की आप इतनी रात को यहाँ आ जाएँगी ? ये मेरा दोस्त है अब इसका खड़ा हो गया तो मेरा हाथ चला गया भाभी मैं क्या करूँ ?
मैं बोली :- करोगे क्या चाटो न इसका लण्ड लड़कियों की तरह ? लण्ड पियो इस भोसड़ी वाले का लड़कियों की तरह ? मर्द कहता है तू अपने आपको मादर चोद ? अबे बहन चोद लड़कियां चाटती है लण्ड लड़के नहीं ? मर्द बन रंडी की तरह लण्ड न चाट ? गांड मारते हो क्या तुम दोनों एक दूसरे की ?
वह बोला :- हा भाभी मारता हूँ ? अब तुमसे कैसे छुपा सकता हूँ भाभी ? लेकिन अब आज के बाद नहीं मारूंगा ? माफ़ कर दीजिये भाभी ?
मैंने पूंछा :- अच्छा चलो माफ़ किया ? अब बताओ की लड़की की गांड मारते हो तुम लोग ?
वह बोला :- मारना चाहता हूँ भाभी मगर गांड मराने वाली लड़की कोई मिलती ही नहीं ?
मैंने फिर पूंछा :- बुर चोदी है किसी लड़की की आजतक तुम लोगों ने ?
वह बोला :- नहीं भाभी बुर तो कभी नहीं चोदा ? हम बदसूरत लड़कों से कोई लड़की भला बुर क्यों चुदायेगी अपनी ?
मैंने कहा :- भोसड़ी के तुम्हे कुछ नहीं मालूम मादर चोदों ? लड़की लड़के का चेहरा देख कर नहीं चुदवाती वो तो लण्ड की शकल देख कर चुदवाती है। लण्ड में दम है तो लड़की खुद अपनी बुर खोल कर चुदवाने लगती है, समझे माँ के लौड़ों ? ला इधर मैं देखती हूँ की तेरे लण्ड में दम है की नहीं ? तू साला मर्द है की नहीं ? अगर नामर्द निकला तो मैं तेरी गांड पर लात मार कर भगा दूँगी ? और अगर मर्द निकला तो अभी तेरे दोस्त के सामने तुझे बड़े प्यार से बुर दूँगी अपनी ? और फिर तेरे सामने तेरे दोस्त को दूँगी अपनी बुर ? अगर दम है तेरे लण्ड में, तो मैं आज ही तुझे सिखा दूँगी की कैसे चोदी जाती है बुर ? और तेरा गांड मारना और मरवाना तेरी गांड में घुसा दूँगी ?
अगर मुझे तेरा लण्ड पसंद आ गया तो आज से तुम बुर चोदा करोगे और गांड मारना बंद कर दोगे ? बोलो मंजूर है ?
वह बोला :- हां मंजूर तो है भाभी, पर मुझे अपनी बुर चुदवायेगा कौन ?
मैं बोली :- मैं दूँगी तुझे एक से एक बेहतरीन बुर ? पहले मेरी बुर चोदो, फिर मेरी बहन की बुर चोदो, मेरी जेठानी की बुर चोदो, जेठानी की बहन की बुर
चोदो, मेरी खाला की बिटिया की बुर चोदो, मेरी भाभी की बुर चोदो, मेरी माँ का भोसड़ा चोदो, मेरी खाला का भोसड़ा चोदो और ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
वह बोला :- बस भाभी बस, मैं जाने कबसे इन लड़कियों को चोदना चाहता हूँ ? इनको अपना लण्ड पकड़ाना चाहता हूँ लेकिन कभी हिम्मत नहीं हुई लण्ड पकड़ाने की ? इनकी चूंचियां देख देख कर इनके बारे में सोंच सोंच कर मैं बस सड़का मारा करता था।  तभी एक दिन मुझे रफीक मिल गया।  इसने मेरा लण्ड पकड़ लिया।  तभी से हम दोनों एक दूसरे का लण्ड पकड़ने लगे, चाटने लगे लण्ड और चूसने लगे लण्ड ?  उसके बाद एक दूसरे की गांड मारना भी शुरू कर दिया, इस तरह हम बन गये पूरे गांडू,  भाभी ? मुझे कभी किसी लड़की को अपना लण्ड पकड़ाने की हिम्मत नहीं हुई। 
मैं बोली :- तुझे क्या पता भोसड़ी वाले ? यहाँ सैकड़ों लड़कियां अपनी बुर चुदाने के लिए तरसती है। तुम्हारे जैसे लण्ड मिलते कहाँ है यार ? तेरा लण्ड तो हाथों हाथ ले लेंगी सब ?
ऐसा कह कर मैंने हाथ बढ़ा के सफीक का लण्ड पकड़ लिया। मेरी अश्लील बातें सुनकर दोनों जोश में आ गये।  मैंने जैसे ही सफीक का लौड़ा छुआ तो वह भोसड़ी का टन टना कर खड़ा हो गया मेरे आगे। मैंने दूसरा हाथ बढ़ाया और रफीक का लौड़ा पकड़ लिया।  वह भी बहन चोद फंफनाकर कर खड़ा हो गया।  मैं बोली हाय अल्ला, रफीक तेरा तो लौड़ा बड़ा शानदार है यार ? ये कुछ ज्यादा मोटा मालूम हो रहा है मुझे ? तब सफीक बोला हां भाभी इसका लण्ड मेरे लण्ड से मोटा है ?  मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों से हिला हिला कर मस्ती करने लगी और वे लोग मुझे बिलकुल नंगी करके मेरी चूंचियां मेरी चूत और मेरी गांड सहलाने लगे ?
                        चाँदनी रात में मेरे हाथ में दो दो लण्ड मेरी चूत और मेरी चूंची पर दो दो मर्दों के हाथ मुझे बड़ा मज़ा देने लगे
थोड़ी देर में मैंने कहा सफीक भोसड़ी के अब पेलो अपना लौड़ा मेरी चूत में ? पहले लण्ड मेरी चूत के मुंह पे रखो फिर एक धक्का मारो जैसे तुम गांड में लण्ड घुसाने के लिए धक्का मारते हो ? उसने धक्का मारा तो लौड़ा सट्ट से घुस गया बहन चोद ? मैं फिर बोली बार बार अंदर बाहर करके चोदो मेरी बुर तब तक मैं रफीक का लौड़ा चूस रही हूँ।  अगर कोई दिक्कत हो तो बताना ? आज सीख लो बुर चोदना ? कल तेरा इम्तहान लूंगी ? सफीक बड़ी मस्ती से मुझे चोदने लगा। मैं समझ गयी की उसे मज़ा आ रहा है। 
मैंने पूंछा :- बोल सफीक तुझे बुर चोदना कैसा लग रहा है ?
वह बोला :- अरे भाभी, बड़ा मज़ा आ रहा है मुझे तेरी चूत चोदने में ? और तेरी ये मस्त बड़ी बड़ी हिलती हुई चूंचियां देख कर तो और मज़ा आ रहा है ? मन करता है की इन दोनों चूंचियों के बीच लौड़ा पेल दूँ भाभी ?
मैंने कहा :- हां हां जरूर पेल देना ? मैं तुम लोगों से चूंचियां भी चुदवाऊँगी अपनी ? अब देखो मैं कहती थी न की एक बार बुर चोदोगे तो फिर गांड मारना भूल जाओगे ?
वह बोला :- अरे भाभी, हम तो गांड मजबूरी में मारते थे ? हमने तो मान लिया था कोई लड़की हमसे अपनी बुर कभी चुदवायेगी ही नहीं ?
मैंने कहा :- तो अब मालूम हो गया न लड़की को बड़ा बड़ा लौड़ा चाहिए बस वो तो चुदाने के लिए बुर हाथ में लिए घूमती है। 
मैं मस्ती से चुदवाने लगी।  मुझे उसके लौड़े से चिपक कर चुदवाने में बड़ा मज़ा आने लगा। थोड़ी देर मैं बोली हाय रफीक अब तू घुसेड़ अपना लण्ड मेरी चूत और सफीक तू लौड़ा मेरे मुंह में घुसा दे ? अब मैं तेरा लण्ड चूसूंगी और रफीक से चुदवाऊँगी ? इसे भी बुर चोदना सिखा देती हूँ ताक़ि यह आगे चल कर तेरी बीवी की बुर चोद सके ? मैं बारी बारी से दोनों से चुदवाने लगी।  कभी आगे से, कभी पीछे से, कभी उपर लण्ड से, कभी लण्ड पर बैठ के और कभी उसको अपने ऊपर बैठा के ? हर तरफ से उन दोनों को बुर चोदना सिखाने लगी ?
मैंने कहा देखो भोसड़ी वालों, जब झड़ना हो तो बता देना मैं मुठ्ठ मार कर खलास कर दूँगी। फिर मेरे मुंह में या फिर मेरी चूंची और बाहर कहीं भी झड़ जाना ? हां मुंह में झड़ना हो झड़ जाना मैं तेरा लण्ड पी जाऊँगी, हुआ भी यही ? सफीक के लण्ड ने तो मेरे मुंह में उगल दिया और रफीक का लण्ड मुठ्ठी में लेकर मैं मुठ्ठ मारने लगी और फिर वह मेरी चूंचियों पर खलास हो गया ?
दूसरे दिन सवेरे सवेरे ही मैंने कहा भोसड़ी के सफीक उठा गया है न तू ? वह बोला हां भाभी उठ गया हूँ।  मैं बोली और तेरा लौड़ा भी उठ गया की नहीं मादर चोद ? उसने बताया की हां वह भी उठ गया है भाभी।  मैंने फिर उसे अपने पास बुला लिया।  वह मेरे बगल में आकर बैठ गया।  इतने में मेरी खाला की लड़की सायना आ गयी।  वह मेरी बहन है।  उसने देखा की मैं एक लड़के के पैजामे के अंदर हाथ डाल कर उसका लण्ड सहला रही हूँ।  वह मुस्कराकर बोली हाय दीदी ये कौन है ?  मैंने कहा अरी सायना तू इसे नहीं जानती ? ये है मेरा देवर सफीक है ? अच्छा हां तू तो मेरी शादी में थी ही नहीं। तू तो विदेश में थी। अच्छा और ये देख ये है इसका लौड़ा ? मैंने पैजामे से लण्ड निकाल कर उसे दिखाया ?  सायना बोली वाओ, दीदी ये तो बड़ा हैंडसम लौड़ा है ? बड़ा सेक्सी लौड़ा है ? मैं बोली तो फिर ले पकड़ कर देख न इसे ? 
मैंने सायना को लौड़ा पकड़ा दिया और उसके कपडे खोलने लगी।  मैंने उस बुर चोदी को बिलकुल नंगी कर दिया और उधर नंगा कर सफीक को भी।  मैं तो बहन चोद नंगी थी ही।  सायना ने लौड़ा मुंह में घुसा लिया और चूसने लगी। मैं उसकी चूत सहलाने लगी वह मेरी गांड पर हाथ फेरने लगी।  सफीक मेरी चूंची मसलने लगा। मैंने कहा सफीक आज तुम मेरी बहन की बुर चोदो ? सायना बोली हा भोसड़ी के सफीक आज मैं देखती हूँ की तेरे लौड़े में कितना दम है ? पकड़ने में और चूसने में तो बहुत अच्छा है  तेरा लण्ड पर  मुझे देखना है की तू माँ का लौड़ा बुर चोदने में कैसा है ?  सायना भी माँ की लौड़ी अश्लील बातें करने में बड़ी तेज है।  मैंने कहा अरी सायना तू तो बड़ी मस्त हो गयी है।  वह बोली अरे दीदी मैं हर रोज़ २/३ लण्ड खाती हूँ।  शादी होने के बाद से ज्यादा लण्ड खाने लगी हूँ।  शादी के एक महीने में ही मैंने जेठ का लण्ड, देवर का लण्ड, नंदोई का लण्ड, इनके दोस्तों के लण्ड खाना शुरू कर दिया था। और अभी पिछले हफ्ते से अपने ससुर का लण्ड खा रही हूँ।  मैं बड़ी खुश हूँ अपनी ससुराल में दीदी ? अब तो मेरी अम्मी का भोसड़ा भी मेरे ससुर का लण्ड खायेगा ? हां दीदी हां मैं कल अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी।
ऐसा कह कर सायना ने लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया और मैं बगल में बैठ कर अपनी बहन की बुर चुदवाने लगी। सायना चुदवा ही रही थी की  रफीक आ गया ? मैंने कहा हाय रफीक,  क्या तू कहीं गांड मराने गया था अपनी ?  वह बोला नहीं भाभी अब तो गांड मराना छोड़ दिया है।  उसने पूंछा अरे रजिया भाभी ये कौन है जो सफीक से चुदवा रही है। मैंने बताया की ये मेरी बहन है साले ? जा तू भी अपना लौड़ा घुसेड़ दे उसके मुंह में ?  वह तो चाहता ही था भोसड़ी वाला।  बस खोले कपडे और टन टनाता हुआ लण्ड सायना के सामने खड़ा कर दिया वह बोली वाओ, तेरा भी लौड़ा जबरदस्त है यार।  ला मैं इसे चाट कर देखती हूँ। मैं तो सायना को चुद्वाते हुए पहली बार देख रही थी।  मुझे लगा की ये तो बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ है। वाकई  ये लण्ड खाती है।  कभी मुंह से भी खाती है और अपनी चूत से भी खाती है लण्ड ? सफीक और रफीक ने ऐसे सायना को चोदा जैसे  मुझे चोदा था।  अब मुझे लगा की ये दोनों मादर चोद बुर चोदने में पक्के हो गए है।
  • सायना बोली :- हाय दीदी, तेरे देवर तो भोसड़ी वाले बहुत बढ़िया चोदते है बुर ? मैं इन दोनों के लण्ड अपनी नन्द की चूत में पेलना चाहती हूँ भाभी ?
  • मैंने पूंछा :- क्या तेरी नन्द गैर मर्दों से चुदवा लेती है ? उसका मर्द कुछ बोलता नहीं है क्या ?
  • वो भोसड़ी का किस मुंह से बोलेगा ?  वह भी तो दूसरों की बीवियां चोदा करता है माँ का लौड़ा ? जब भी अपनी ससुराल आता है तो मेरी बुर में लौड़ा जरूर पेलता है ? वैसे भाभी मेरी नन्द मेरी चूत का बहुत ख्याल रखती है। कोई ऐसा लण्ड नहीं है जिसने उसकी बुर चोदी हो और मेरी बुर न चोदी हो ? इसलिए मुझे जो भी लण्ड मिलता है मैं उसकी बुर में जरूर घुसाती हूँ। भाभी, मैं कल अपनी नन्द को यहाँ बुला लेती हूँ। 
  • अरे कल तो तेरा ससुर भी आएगा तेरी माँ चोदने ?
  • तो क्या हुआ ? मेरी नन्द बुर चोदी अपने अब्बा का लण्ड पकड़ती है भाभी ? एक बार उसने अपने खालू के धोखे अपने अब्बा का लौड़ा ही पकड़ लिया था ? पकड़ा ही नहीं बल्कि उसे अपनी चूत में घुसा लिया था।  जब अचानक लाईट  जली तब उसे मालूम हुआ की ये तो मेरे अब्बा का लण्ड है लेकिन तब तक लण्ड कहाँ रुकने वाला था ? फिर वह बोला अब जो होना था वो हो गया। अब यही होने दो ? तबसे वह अपने अब्बा से भी चुदवाने लगी।  कल एक तरफ वो इन दोनों से चुदवायेगी और उसी के सामने उसका अब्बा मेरी माँ चोदेगा ?
  • तो तू क्या करेगी अपनी झांट उखाड़ेगी ?
  • अरे मैं भी किसी न किसी का लण्ड जरूर चूसूंगी, भाभी  ?
तब तक पीछे से कोई बोला सायना तुम मेरा लण्ड चूसना, यार ? मैंने पीछे देखा तो वह मेरा जीजा था बहन चोद ? मैंने कहा अरे तू कहाँ था इतने दिनों से माँ का लौड़ा ? वह बोला अरे यार रजिया मुझे क्या मालूम था की तुझे मेरी इतनी याद आती है ? मैं बोली इस गलत फहमी में मत रहो ? तू मुझे कभी याद नहीं आता हां तेरा लण्ड मुझे बहत याद आता है ? मैं तेरी नहीं तेरे लण्ड की दीवानी हूँ, जीजू ?
दूसरे दिन मैं, सायना, मेरा जीजू, सायना का ससुर, सायना की माँ के साथ बैठ कर खूब गन्दी गन्दी बातें करने लगीं ?
सायना अपनी अम्मी से बोली  - अम्मी ये मेरा ससुर है न,  साला बड़ा हरामी है और इससे ज्यादा हरामी है इसका लौड़ा ? जहाँ किसी की चूत देखता है बस उसी में घुस जाता है बहन चोद ? इसकी बिलकुल परवाह नहीं करता की ये चूत है किसकी ? अभी उस दिन मेरी पड़ोसन आ गयी. बातों बातों में ही उसने अपना पेटीकोट उठाकर मुझे अपनी झांटें दिखा दी।  पीछे मेरा ससुर खड़ा था उसने उसकी चूत देख ली और बोला - हाय बेबी अब तो मैंने तेरी बुर देख ली है । अब तो मैं इसमें अपना लौड़ा पेलूँगा ? वह भी बड़ी हरामिन है। 
उसने जबाब दिया - मैंने लौड़ा पेलवाने के लिए अपनी चूत नहीं दिखाई है। मैंने सिर्फ अपनी झांटे दिखाई है। 
इसने कहा - तो इसका मतलब तूने अपनी झांटें बनवाने के लिए दिखाई है अपनी चूत ? वह बोली - हां ?
तब फिर मेरा ससुर बड़ी ख़ुशी से बोला - अरे मैं बना दूंगा तेरी झांटें मेरी रानी,  पर लौड़ा मैं जरूर पेलूँगा ?
वह बोली - देख मैं भी बड़ी मादर चोद हूँ यही अपनी बहू के सामने बना तू मेरी झांटें और घुसा अपना लौड़ा मेरी चूत में ? मैं तेरे बहू के सामने ही चुदवाऊँगी ? अरे अम्मी,  मेरा ससुर भोसड़ी का इतना हरामी है की उसने झांटें बना दी और फिर अपना लौड़ा घुसा कर मेरे आमने ही चोदने लगा उसकी बुर ?
ये बात सुनकर उसकी अम्मी का भोसड़ा साला गीला हो गया।  वह बोली अरी बेटी अब देर न कर और घुसा दे अपने ससुर का लण्ड मेरी चूत में ? बस सायना तो चुदवाने लगी अपनी माँ की चूत ?
अचानक रफीक भी आ गया वह मेरे कान में बोला रजिया भाभी, मुझे सायना की बुर दिलाओ ? मैंने कहा तो फिर तू साफ़ साफ़ कह दे न सायना से ? डरता क्यों है भोसड़ी का ? वह सायना के पास गया और बगल में बैठ गया।  सायना बोली अच्छा तो तुम हो रफीक ? तुम तो रजिया दीदी की बुर चोदते हो साले शर्म नहीं आती तुझे मेरी बहन की बुर चोदने में ? गांड मारना नहीं आता क्या तुझे ? गांड मारा करो मेरी दीदी की।  रफीक सोंचने लगा बड़ी अजीब बात है भाभी कहती है की बुर चोदा करो गांड मत मारो और ये भोसड़ी की कहती है की गांड मारा करो बुर मत चोदो ? इतने में सायना हंसने लगी और कहा अच्छा बता की तेरा लौड़ा कितना बड़ा है ?  इतने में उधर से खाला यानी सायना की अम्मी बोली अरी सायना इसका लौड़ा इतना बड़ा है की तेरी माँ का भोसड़ा चोद सकता है ? हाथ बढ़ा के पकड़ ले इसका लौड़ा बड़ा मज़ा आएगा तुझे ? रजिया तो इससे बुर चोदी खूब चुदवाती है।  सायना फटाफट रफीक का लौड़ा चूसने लगी।  इधर मैं अपने जीजू का लौड़ा चाटने लगी।
बस कमरे में होने लगी घमाशान चुदाई ?  ०

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०- समाप्त 

                   

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