ब्लू फिल्म देख कर आग तो मेरी चूत में लग ही चुकी थी। मेरे पहुँचते ही उसने अपने मियां की लुंगी उठा दी और मुझे उसका लण्ड दिखाते हुए बोली लो अंकिता पकड़ो मेरे मियां का लण्ड ? ज़रा पकड़ के बताओ की कैसा है मेरे मियां का लण्ड ? मैंने पकड़ तो लिया उसका लण्ड पर थोड़ा झिझक कर ? तब वह मेरे कान में बोली अरी अंकिता की बच्ची तू लण्ड पकड़ने में इतना शर्मा रही है तो जब मैं इसे तेरी चूत पेलूँगी तो क्या होगा ? मैंने बड़े आश्चर्य भरी निगाहों से उसे देखा तो वह बोली :-
"अरी मेरी बुर चोदी अंकिता आज तू मेरे मियां से चुदवा ले, कल मैं तेरे मियां से चुदवाऊँगी"
उसकी यह सलाह मुझे बहुत अच्छी लगी और फिर मैंने लण्ड चाटना शुरू किया ? इतने में आभा ने मेरे सारे कपडे उतार कर मुझे अपनी मियाँ के आगे बिलकुल नंगी कर दिया। मुझे नंगी देख कर उसका लण्ड और टन्ना गया। फिर उसने अपने भी कपडे उतार दिया और मेरे साथ ही लण्ड चाटने लगी। वह बोली :- "अंकिता हम तुम हसबैंड अदल बदल कर चुदवाएँ तो बड़ा मज़ा आएगा"
मैं एकदम बेशरम हो गयी। मैं मस्ती से चारों तरफ से लण्ड चाटने लगी और सुपाड़े पर जबान फिराने लगी। मुझे लण्ड से बातें करने में बड़ा मज़ा आता है। मैं बोली हाय मेरे लण्ड राजा तू तो बड़ा सुन्दर लग रहा है ? आज तो तू मेरी चूत में घुसेगा, मेरी बुर चोदेगा तू, मेरी गांड में घुस कर मेरी गांड भी मारेगा तू ? मैं बीच बीच में लण्ड की चुम्मी लेती जाती थी। फिर बोली हाय अब तुम मेरी चूंचियों पर चढ़ कर शैर करों न लण्ड राजा ? मैं लण्ड अपनी चूंचियों पर फिराने लगी। फिर बोली अरे भोसड़ी के लण्ड तू तो बड़ा सायना हो गया है ? मुझे आँखे दिखा रहा है, भोसड़ी का ? मुझसे गुर्रा रहा है तू बहन का लौड़ा ? मेरी चूत को ललकार रहा है तू ? अरे तू मेरी माँ चोदेगा क्या ? मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा क्या ? हाय रे मादर चोद लण्ड तू मुझे इतना प्यारा क्यों लग रहा है बहन चोद ऐसा कह कर मैंने लण्ड को गले लगा लिया।
आभा बोली :- यार अंकिता तू तो बड़ी मस्ती से बातें कर लेती है लण्ड से ? देखो न मेरा मियां का लण्ड इतना ज्यादा कभी नहीं टन्नाया जितना ज्यादा तेरे हाथों में आकर टन्ना रहा है ? बड़ा मोटा हो गया है साला ? उसे भी तेरी चूंची अच्छी लग रही है अंकिता ?
मैंने कहा :- तू चिंता न कर माँ की लौड़ी मेरे मियां का भी लण्ड इसी तरह तेरे हाथों में टन्नायेगा ? ये मादर चोद लण्ड भी बड़े हरामी होते है आभा ? परायी बीवियों के हाथों में जाकर खूब मस्ती करते है और ज्यादा सख्त होकर खड़े हो जाते है ?
मैं अनुज का लण्ड बड़े मजे से चाटने लगी। उसके पेल्हड़ चाटने लगी। उसके सुपाड़े पर जबान फिराने लगी। वह बोला हाय भाभी तुम तो जान ही निकाल लोगो ? बड़ा मज़ा आ रहा है ? इस तरह तो किसी ने भी नहीं चाटा मेरा लण्ड ? तुम बहुत सेक्सी हो अंकिता भाभी ? वह सिसियाने लगा। वह मेरी चूंची मेरी गांड मेरी चूत पर अपना हाथ फेरने लगा। मैं लण्ड चूसते चूसते बोली हाय रे तेरा लौड़ा तो तैयार है ? देखो न कितना बहुत गरम हो गया है बहन चोद ? अब इस पेल दो मेरी चूत में भोसड़ी के अनुज ? अनुज तो तैयार था ही यह चोदने लगा मुझे और आभा बैठ कर चुदवाने लगी मेरी चूत ? मैंने अहा यार मुझे खूब झमाझम चोदो राजा, अपनी बीवी की तरह चोदो मुझे ? अंदर तक घुसा दो अपना मादर चोद लण्ड ? बहुत दिनों के बाद आज चुदाने में मज़ा रहा है। आभा मेरी गांड सहला रही थी। मैं बकती जा रही थी गाली और चुदवाती जा रही थी।
मेरे पति को क्या मालूम की मैं उसके दोस्त अनुज से चुदवा रही हूँ।
तभी वह बोला हाय भाभी अब मैं निकल जाऊँगा। मैंने कहा मैं निकालूंगी तब तू निकलेगा माँ का लौड़ा ? बस मैं लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी और थोड़ी देर में लौड़े ने उगल दिया सारा वीर्य मेरी चूंचियों पर और फिर मैं लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। खलास तो मैं भी हो गयी थी बहन चोद ?
चुदाने के बाद मैं बोली :- देख आभा तुम इसका ज़िकर मेरे हसबैंड से मत करना ? देख कल छुट्टी है। कल मैं तुम्हे फोन करके बुलाऊंगी। तब तुम आ जाना और तब मैं अपने हसबैंड से तेरी बुर चुदवाऊँगी ? आज रात में ही मैं उसे तैयार कर लूंगी।
रात को मैं थोड़ा ज्यादा ही रोमांस के मूड में थी। मैं अपने हसबैंड अर्जुन से प्यारी प्यारी बातें करने लगी और फिर उसका लण्ड हिला हिला कर मस्ती भी करने लगी। मैं उसे अपने मूड में लाना चाहती थी और जब उसने मुझे अपनी तरफ खींच कर चिपकाया तो मैं समझ गयी की यही समय है बात करने का ? मैं बोली - जानते हो की तेरे इस मस्ताने लण्ड को देखने के लिए कौन सबसे ज्यादा बेताब है ? वह बोला - ऐसा कोई है भी क्या ? मैंने कहा - हा हैं न मैं बताती हूँ पहले तुम गेस करो ? वह बोला - नहीं मैं नहीं गेस कर सकता अब तुम बता ही दो ? मैंने कहा - मेरी सहेली आभा ? वह तेरा लण्ड पकड़ना चाहती है। पहले तो मैंने मना कर दिया पर वह पीछे ही पड़ गयी है बोलो क्या करूँ ? वह तपाक से बोला - इसमें क्या सोंचना पकड़ा दो उसे ? अरे यार ये लण्ड मेरा नहीं तेरा है अंकिता ? तू जिसको चाहे पकड़ा दे ? मैं अंदर ही अंदर बहुत खुश हुई और बोली - तो मैं कल उसे बुला लूँ ? कल छुट्टी है तुम घर पर ही रहोगे और उसका हसबैंड कल ही बाहर जा रहा है। वह बोला - हां ठीक है बुला लो ? बस उसके बाद मैंने मस्ती से रात भर चुदवाया ?
सवेरे सवेरे मैंने यह खुश खबरी आभा को दे दी ? वो तो वाकई उछल पड़ी ?
आभा बन ठन कर मेरे घर आ गयी। उसने साड़ी और गहरे गले का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहना था। उसमे वह बेहद खूबसूरत दिख रही थी। उसकी चूंचियां निकली पड़ रही थी। मेरा हसबैंड अर्जुन तो उसक पर लट्टू हो गया। खूब हंस हंस कर बातें करने लगा। तब तक मैं ड्रिंक्स ले आयी। हम तीनो दारू पीने लगी। मैंने सेक्सी की बातें गालियों से शुरू की ताकि मेरा हसबैंड और गरम हो जाये ?
मैं बोली :- अरी आभा भूल गयी तू कॉलेज की बातें जब तू बुर चोदी लड़कों की गांड मारा करती थी ?
वह बोली :- तो तू भोसड़ी की क्या कम थी। मैं अगर गांड मारा करती थी तो तू बहन चोद लड़कों की माँ चोदा करती थी। लड़के बिचारे नीचे मुंडी लटकाये अपनी माँ चुदाया करते थे ? कभी कभी तो वाकई तरस आता था ?
मैं बोली :- लेकिन यार वो ठीक नहीं था मैंने कई बार झूंठी शिकायत करके लड़कों की माँ चोदी ?
वह बोली :- यार कुछ भी हो माँ के लौड़ों से बात करने में मज़ा तो आता था। याद है तुमको मैंने एक दिन सबके सामने उसका लण्ड पकड़ लिया था।
मैंने कहा :- वैसे तू थी बहुत चुलबुली ? तूने तो एक दिन अपनी जींस की बटन खोल कर अपनी चूत की झांटें दिखा दी थी . तब लड़कों ने खूब तालियां बजायी थी और एन्जॉय किया था।
अर्जुन बोला :- बाप रे बाप लड़कियां ऐसा भी करती है ? यार मेरे कॉलेज में तो ऐसा कुछ होता ही नहीं था ?
मैंने कहा :- अब तो कॉलेज में बहुत कुछ होता है ? लड़के साले पैंट के नीचे कुछ नहीं पहनते। अपनी जिप खोल कर क्लास में बैठते है और लड़कियां उसके अंदर हाथ डाल कर लण्ड सहलाया करती है। कभी कभी तो लड़कियां क्लास में ही लण्ड पीने लगती है। अधिकतर लड़कियां ब्रा नहीं पहनती और अपने टॉप की बटन खोल कर लड़कों को अपनी चूंचियां दिखाया करती है। हाय मेरे राजा अर्जुन, तुम पहले नहीं कर पाये तो क्या ? अब कर लो न, आभा मना तो कर नहीं रही है ? वो खुद तैयार है करवाने को ?
ऐसा कह कर मैंने आभा का हाथ पकड़ कर अपने पति के लण्ड पर रख दिया और बोली लो पकड़ो मेरे मियां का लण्ड, आभा ?
उसने लण्ड को ऊपर से ही दबाकर कहा वाओ, बड़ा मोटा है तेरे मियां का लण्ड, अंकिता ? आभा लण्ड चूसने लगी और मैं उसके कपडे उतारने लगी। जैसे ही उसके बड़े बड़े स्तन खुले अर्जुन की तो आँखें उसी पर टिक गयी। उसे मस्ती सवार होने लगी। वह चूंचियां पकड़ कर बोला हाय आभा भाभी बड़ी मस्त है तेरी चूंचियां ? और जब चूत खुली तो मेरे मियां उसे चुम लिया और कहा वाओ, कितनी प्यारी है चूत ? भाभी तुम पहले क्यों नहीं आई मेरे पास। आभा बोली तेरे लौड़े ने कभी मुझे बुलकाया ही नहीं। आज भी अगर अंकिता न कहती तो तू मुझे बुलाता ही नहीं ? मैं तो समझती थी की तेरे लण्ड में दम नहीं है पर आज मालूम हो रहा है की लौड़ा तो बड़ा दमदार है बहन चोद तेरा ? बस मेरे पति ने लण्ड आभा की बुर में घुसेड़ दिया और चोदने लगा ? आभा भी उतनी ही मस्ती से चुदवाने लगी जितनी मस्ती से मैं उस दिन उसके पति से चुदवा रही थी।
आभा के हसबैंड को क्या मालूम की उसकी बीवी उसके दोस्त अर्जुन से चुदवा रही है।
मेरा पति अर्जुन आभा को हर तरफ से चोदने लगा और वह भी उतनी ही तन्मयता से चुदवाने लगी। मुझे आभा का इस तरह से चुदवाना बड़ा अच्छा लग रहा था। मैं उसकी गांड उसके चूतड़ सहलाती जा रही थी। बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल कर चाटती जा रही थी। तभी वह बोला भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। आभा भी निढाल हो चुकी थी। उसने फ़ौरन मुठ्ठ मारना शुरू कर दिया और तब मेरे मियां ने सारा वीर्य उसकी चूंचियों पर उड़ेल दिया। आभा झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
आने वाले शनिवार को मैंने आभा अनुज को डिनर पर बुलाया। ड्रिंक्स शुरू कर दी और फिर बातें ? मैंने टी वी पर बिना किसी से पूंछे एक ब्लू फिल्म चालू कर दी। जिसमे दो कपल आपस में एक दूसरे की बीवी चोद रहे थे।
- मैंने पूंछा :- यार आभा क्या हम लोग ऐसा नहीं कर सकते ?
- आभा - क्यों नहीं यार ? ये तो बड़ा आसान है। मैं तो तैयार हूँ ?
- मैं - तुम्हारे तैयार होने से नहीं होता है ? तेरा पति भी तैयार हो तब न ?
- अनुज - अरे भाभी मुझे कोई आपत्ति नहीं है ?
- मेरा पति मजाक में - अच्छा, अनुज तो तुम मेरी बीवी चोदोगे ?
- अनुज - तुम भी तो मेरी बीवी चोदोगे यार ?
- मेरा पति - तो तेरी बीवी मुझसे चुदवा लेगी ?
- आभा - वो भोसड़ी की क्यों नहीं चुदवा लेगी ? जब मेरा पति तेरी बीवी चोदेगा तो क्या मैं बैठी बैठी अपनी झांटें उखाड़ूँगी बहन चोद ? अरे मैं भी उसके पति से चुदवाऊँगी।
इधर मैं अपने पति के आगे आभा के पति से चुदवाने लगी ? उधर आभा अपने पति के आगे मेरे पति से चुदवाने लगी
कुछ दिन बाद मेरी एक दोस्त बरखा मेरे घर आ गयी । मैं बहुत खुश हुई और बैठ कर बातें करने लगी। मैंने पूंछा यार कॉलेज के बाद तुमने कभी मुझे याद नहीं किया ? वह बोली की कॉलेज के बाद मेरी शादी हो गयी और मैं विदेश चली गयी। इसीलिए मैं तेरे पास नहीं आ पायी। अभी मुझे आभा से तेरा पता मालूम हुआ और मैं चली आई .
मैंने कहा :- तो तुम आभा से मिलकर आ रही हो ?
वह बोली :- हां मुझे आभा ने सब कुछ बता दिया है ? तुम और आभा मिलकर चोदा चोदी करती हो ? में भी विदेश में हर दूसरे क्लब में चुदवाने जाती थी । यहाँ एक महीने से किसी से भी नही चुदवाया ? यार अंकिता आज मैं तेरे हसबैंड से चुदाना चाहती हूँ यार मुझे चुदवा लेने दो प्लीज ?
मैं बोली :- इसका मतलब है की मैं तेरे हसबैंड से चुदा लूँ ?
वह बोली :- हां मैं यही चाहती हूँ अंकिता ?
मैं कुछ सोंचने लगी और आभा को फोन किया और यार कल हमारे घर में मर्दों की अदला बदली की सेक्स पार्टी होगी तुम दोनों चले आना ? दूसरे दिन शाम को आभा अनुज आ गए। एकऔर कपल था। वह बोली यार ये मेरे मामा की बेटी है शिखा और इसका पति समर. इन लोगों ने भी अदला बदली की इच्छा ज़ाहिर की है इसलिए मैं इसे अपने साथ ले आयी हूँ। मैं तो खुश हो गयी। उधर से बरखा और उसका हसबैंड वलवन्त भी आ गए। अब चार कपल हो गये ? दो नये मर्दों को देख कर मेरी चूत में आग लग गयी ? मैंने दारू चालू कर दी।
आभा बोली :- यार अंकिता, मुझे इतनी जल्दी उम्मीद न थी की हम दो से चार हो जायेंगे ?
मैंने कहा :- अभी देखती जाओ आगे होता क्या है, बहन चोद ? मैं जानती हूँ की बहुत लोग अपनी बीवी चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदना चाहते है पर वो खुल कर कह नहीं पाते ? यही हाल बीवियों का भी है वे भी बुर चोदी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती है और अपने मियां को परायी बीवियां चोदने देना चाहती है लेकिन खुल कर सामने नहीं आती ? अब हमने पहल की है अब हमारा कुनबा बढ़ता ही जायेगा। हमें नये नये लण्ड और मर्दों की नयी नयी चूत मिलती ही जाएगी ?
आभा बोली :- यार मैं बरखा के साथ अदला बदली कर लेती हूँ और तुम शिखा के साथ कर लो ?
बस जैसे ही हम सबने दो दो पैग दारू का खत्म किया वैसे ही मैंने समर का लण्ड पकड़ लिया ? शिखा ने मेरे मियां अर्जुन का लण्ड पकड़ लिया। आभा वलवन्त का लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी और बरखा अनुज का लौड़ा ? देखते ही देखते सब लोगों ने अपने अपने कपडे उतार दिया। महफ़िल बिलकुल नंगी हो गयी। चार चार लण्ड उछलने लगे और चारों बीवियों की चूंचियां उछलने लगी। उनकी गांड मटकने लगी और चूत मस्ताने लगी। फिर हम सबने मिल कर एक दूसरे के मियां से रात भर चुदवाया। उन लोगो ने भी एक दूसरे की बीवी रात भर चोदी ? यह सिलसिला दूसरे दिन भी चलता रहा ? पहली बार हम सबको जवानी का असली मज़ा लूटने का मौक़ा मिला ? बरखा बोली यार अगली बार मैं अपनी मौसी को ले आऊँगी। वह भी भोसड़ी की खूब चुदवाती है और मौसा का लौड़ा भी मस्त है ? ८" का है उसका लौड़ा और मोटा भी मजे का है।
बरखा अपने मियां का लौड़ा मुझे दिखाती हुई बोली लो पकड़ो मेरे मियां का लण्ड, अंकिता ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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