बेटी बोली :- जबसे मेरी माँ अपनी बेटी चुदाने लगी है तबसे मेरी ज़िन्दगी में बहारआ गयी गई है। अब न कोई शर्म, न कोई झिझक और न कोई किसी
भोसड़ी वाले का डर ? जब मेरी माँ मेरी चूत में लण्ड घुसेड़ देती है तो फिर मैं बड़े मजे से चुदवाती हूँ और मज़ा ही मज़ा लूटती हूँ। ? मुझे तो अब हर तरह के लण्ड से चुदवाने का मौका मिल रहा है यार ?
भोसड़ी वाले का डर ? जब मेरी माँ मेरी चूत में लण्ड घुसेड़ देती है तो फिर मैं बड़े मजे से चुदवाती हूँ और मज़ा ही मज़ा लूटती हूँ। ? मुझे तो अब हर तरह के लण्ड से चुदवाने का मौका मिल रहा है यार ?
माँ बोली :- यार जबसे मेरी बेटी अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने लगी है तब से मैं और जवान हो गयी हूँ। मुझे तो उसके बॉय फ्रेंड्स के लण्ड बड़े प्यारे लगते है ? मैं तो मस्ती से चुदवाती हूँ और मेरी बेटी तो खुद ही अपने दोस्तों के लण्ड मेरे भोसड़ा में पेल देती है। उसे माँ चुदाने का शौक बढ़ता ही जा रहा है और मैं ख़ुशी से फूली नहीं समां रही हूँ ?
बहू बोली :- जबसे मैं अपनी सास का भोसड़ा चुदा रही हूँ तबसे मेरी सास मेरी गुलाम बन गयी है ? वह कहती है बहू तुम जो कहोगी मैं वही करूंगी बस तुम मेरे भोसड़ा में लण्ड पेलती रहो ? मुझे बहू से चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा मिल रहा है यार ? एक से एक बेहतरीन लण्ड पेलती है मेरी बहू मेरी भोसड़ा में ?अपने यारों के लण्ड जब मेरी बहू मेरे भोसड़ा में घुसाती है तो मुझे उस पर बड़ा गर्व होता है ?
सास बोली :- हाय दईया कितना मज़ा आता है जब मैं अपनी बहू चुदवाती हुँ. उसकी चूत में बड़े बड़े लण्ड घुसेड़ती हूँ। मेरी बहू मुझसे कहती है सासू जी तुम जो कहो मैं वो करूंगी बस तुम मेरी चूत में २/३ लण्ड रोज़ पेला करो और मैं वही कर रही हूँ। बुर में क्या मैं तो अपनी बहू के मुंह में भी घुसा देती हूँ लण्ड ? वह भी मेरी तरह लण्ड पीने की बड़ी शौक़ीन है बुर चोदी ?
लण्ड बोला :- मैं तो माँ बेटी सास बहू सबका चहेता हूँ। सब मुझसे बेपनाह प्यार करती है और मुझे चूमती रहती है चूसती रहती है ? मुझसे बातें करती रहती है और कभी कभी प्यार से मेरी माँ बहन भी चोदती रहती है। मुझे तो इन लोगों से गालियां सुनना बड़ा अच्छा लगता है। जब ये किसी और को गालियां देती है तो मैं खड़ा होकर सुनने लगता हूँ। मुझे तो पूरी आज़ादी मिली हुई है। मैं बिना किसी इज़ाज़त के किसी की भी बुर में घुस जाता हूँ, गांड में घुस जाता हूँ, चूंची के बीच में घुस जाता हूँ। मुझे कोई रोक भी नहीं सकता ? मुझे ये सब की सब बिना कपड़ों के ज्यादा अच्छी लगती है ? जब ये अपने कपडे उतारती है तो मैं इन्हे खड़े होकर बड़े मजे से देखता हूँ।
मैं सबकी माँ बेटी सास बहू चोदता हूँ। यार मेरे तो मज़े ही मज़े है। मैं तो बहन चोद हर जगह बिना रुके घुस जाता हूँ। कभी किसी बेटी की चूत में , कभी किसी की माँ के भोसड़ा में, कभी बहू की बुर चोदने लगता हूँ तो कभी किसी की सास के भोसड़ा में घुस जाता हूँ। ? कभी किसी की गांड में घुस जाता हूँ तो कभी किसी की चूंचियां चोदने लगता हूँ। मैं बहुत जल्दी माँ बेटी सास बहू के मुंह में घुस जाता हूँ। मुझे तब ज्यादा मज़ा आता है जब कोई बेटी मुझे अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा देती है। कोई माँ अपनी बेटी की बुर में घुसेड़ देती है मुझे । कोई बहू अपनी सास के भोसड़ा में ठोंक देती है मुझे और जब कभी कोई सास अपनी बहू की बुर में पेल देती है मुझे ? मैं तो हर जगह घुस घुस कर मस्ती से सबकी बुर चोदता रहता हूँ। आजकल की बेटियाँ और बहुएं मुझे अपनी गांड में ज्यादा घुसेड़ने लगी है और घुसेड़वाने लगी है।
मैं फ़िरोज़ा हूँ दोस्तों ?
मैं जब २२ साल की ही तो एकदम मस्त जवान था मेरा बदन ? मेरी बड़ी बड़ी मस्त और सेक्सी चूंचियां, मेरी गद्देदार चूत, मेरी काली काली झांटें, मेरे मदमाते चूतड़ और मेरी मटकती हुई गांड सब मेरी खूबसूरती और बढ़ा रहे थे। मैं चलती थी तो आगे से चूंचियां हिलती थी और पीछे से गांड ? अब मैं ३५ साल की हो गयी हूँ अब तो और ज्यादा हिलने लगी है चूंचियां और गांड ? मैं २२ साल की उम्र से ही अपनी माँ चुदवाने लगी। अपने कॉलेज के लड़के ले आती थी और बड़ी मस्ती से उनके लण्ड पकड़ कर अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा देती थी। मेरी माँ भी बुर चोदी बड़ी हरामजादी थी। वह भी भी बड़े बड़े मर्दों के लण्ड मेरी चूत में घुसा कर अपनी बेटी की बुर चुदवाती थी। मेरी जब शादी हुई तो मैं कुछ दिनी के बाद अपनी सास का भोसड़ा चुदाने लगी। उधर मेरी सास भी अपनी बहू की बुर चुदाने लगी। अब मुझे माईके और ससुराल दोनों तरफ से चोदने और चुदाने का सुख मिलने लगा। मैं मस्त होने लगी और मेरी चूंचियां दूनी तिगुनी हो गयी बुर चोदी ? मेरी जवानी में और निखार आ गया।
फिर मैंने अपने चारों तरफ देखा तो पाया की यहाँ तो अधिकतर लड़कियां अपनी माँ चुदवाती है। माँ अपनी बेटियां चुदवाती है ? सास अपनी बहू चुदवाती है और बहू अपनी सास चुदवाती है। इसके अलावा कोई अपनी बीवी चुदवाता है, कोई अपनी बहन चुदवाती है, कोई अपनी बुआ चुदवाती है, कोई अपनी सहेली चुदवाती है तो कोई अपनी आंटी चुदवाती है, कोई अपनी पड़ोसन चुदवाती है ?
तब मेरे मन में आया क्यों न एक बुर चुदाने वाला क्लब खोल लिया जाए ? जहाँ सब लोग आये अपनी अपनी माँ चुदाये, बेटी चुदायें, बहन चुदायें, सास चुदायें, बहू चुदायें और ज़िन्दगी का पूरा पूरा मज़ा लूटें ? बस मैं इस काम में जुट गयी। मैं ये सब बातें अपनी सहेली संजना को बता रही थी। मैंने कहा यार आज हाल यह है की मेरे नीचे दोनों कमरे चोदा चोदी से भरे रहते है। मैं इन सबके लिए लण्ड का इंतज़ाम करती हूँ।
संजना बोली :- तू फ़िरोज़ा बहन चोद इतने लण्ड लाती कहाँ से हो ?
मैंने जबाब दिया :- मेरे पास कई कॉलेज के लड़के आते है, उनके कई टीचर्स आते है, वो मर्द जिनकी बीवियां यहाँ नहीं है , वो मर्द जिन्होंने कभी शादी नहीं की और विदेशी मर्द ? हां मेरे कुनबे के लोग भी आते है जैसे मेरा अब्बा भोसड़ी का, मेरी मादर चोद ससुर, मेरा देवर, जेठ, नंदोई, खालू जान, मामू जान, जान और इन सबके दोस्त सब आतें है बुर चोदने ? मेरे मिया और उसके दोस्त भी आते है चोदने ? मेरे हां एक बात है मैं लण्ड की पूरी जांच परख करती हूँ। जिसका लण्ड मेरे मन का नहीं होता उसे मैं अपनी लिस्ट से निकाल देती हूँ। इसके अलावा मैं हर एक लण्ड पकड़ कर, चाटकर, चूसकर और उससे चुदवाकर ही अपने क्लब में भर्ती करती हूँ।
संजना बोली :- तो तेरी सास भोसड़ी की नहीं आती चुदवाने ?
मैं बोली :- मेरी सास क्या सब आती है मादर चोद चुदवाने ? मेरी सास, मेरी नन्द, मेरी खाला सास, मेरी नन्द की नन्द, मेरी जेठानी, मेरी देवरानी मेरी भाभियाँ, मेरी माँ, मेरी दीदी, दीदी की सास उसकी नन्द सब आती है भोसड़ा वाली चुदवाने ? मैं सबकी बुर में लण्ड पेला करती हूँ। अब चलो मैं तुम्हे उन लोगों से मिलवाती हूँ जो अभी यहां चुदा रही है।
मैं संजना को लेकर नीचे गयी। तो मैंने देखा की बिपासा सामने आ रही है।
- मैंने उसे संजना से मिलवाया और पूंछा बोलो बिपासा तुम्हे कैसा लग रहा है यह आकर ?
- वह बोली अरे दीदी बड़ा मज़ा आ रहा है । मैं पिछले ५ साल से अपनी माँ चुदा रही हूँ लेकिन मेरे पास ३/४ ही लड़के थे मैं उन्ही के लण्ड अदल बदल करपेला करती थी अपनी माँ के भोसड़ा में लेकिन जबसे यहाँ आने लगी हूँ तबसे मुझे बड़े बड़े लण्ड मिलने लगे है माँ चुदाने के लिए।
- संजना बोली कहाँ है तेरी माँ ?
- बिपासा ने इशारा करके बताया की वो देखो दो दो लण्ड से अपना भोसड़ा चुदवा रही है बुर चोदी अभी तक खलास नहीं हुई। उम्र तो इसकी ५० साल की है पर भोसड़ा इसका अभी ३० साल की है दीदी ? २/३ लण्ड ठोंकवाने के बाद ही खलास होती है भोसड़ी वाली मेरी माँ ?
- मैंने पूंछा तो क्या तेरी माँ अपनी बेटी नहीं चुदवाती ?
- उसने जबाब दिया अरे खूब चुदवाती है। अपने बगल में लिटा कर अपनी बेटी की बुर चुदवाती है ? मैं तो पहले से चुदवा रही थी तो खलास हो गयी और अभी बाथ रूम से आ रही हूँ।
- गांड भी मरवाती हो अपनी माँ की ?
- हां हां मैं भी ठोंकती हूँ अपनी माँ की गांड में लण्ड और वह भी कभी कभी मेरी गांड में घुसा देती है लण्ड ?
- मैंने पूंछा कैसी चल रही है तेरी चुदाई आंटी ?
- वह बोली मैं तो बड़ी मस्ती से अपनी बिटिया की बुर चुदा रही हूँ, फ़िरोज़ा ?
- तो तेरी बिटिया की शादी हो चुकी है ?
- नहीं अभी नहीं हुई। लेकिन अब वह जवान हो गयी है न ? २३ साल की है मेरी बेटी ? शादी हो चाहे न हो लेकिन चूत को तो लण्ड चाहिए न ? उसकी चूत की आग मुझे बुझानी पड़ेगी न ? मैं जबसे यहाँ अपनी बिटिया चुदाने आने लगी हूँ तबसे मुझे बड़ा शुकून है फ़िरोज़ा ?
- तो तेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है की नहीं ?
- अरे खूब चुदवाती है बुर चोदी अपनी माँ ? यहाँ आते ही सबसे पहले लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में ही पेलती है फिर अपनी बुर में ? मैं तो ज़िन्दगी का मज़ा लूट रही हूँ फ़िरोज़ा ?
- उसने मुझे टोंक दिया और बोली हाय फ़िरोज़ा कैसी हो देखो मैं अपनी बेटी चुदा रही हूँ।
- मैंने कहा पर तेरी बेटी की शादी हो चुकी है न ?
- हां तो क्या हुआ ? उसका एक लण्ड से भला नहीं होता। उसे तो मेरी तरह २/३ लण्ड चाहिए। इसीलिए मैं जबतक दिन में २/३ लण्ड उसकी चूत में घुसा नहीं देती तब तक मुझे मज़ा नहीं आता ?
- तो तेरी बेटी भी कुछ घुसाती है की नहीं ?
- अरे खूब घुसाती है माँ की लौड़ी अपनी माँ की चूत में लण्ड ? उसे तो माँ की बुर चुदाने की हॉबी है। और गांड मराने की भी ?
- इतने में एक लड़का आया और बोला फ़िरोज़ा देखो मैं अपनी बीवी चुदवाने आया हूँ। मैं चाहता हूँ की उसकी चूत में मोटे मोटे लण्ड ठोंक दो ?
- मोटा लण्ड तो तेरी भी है तो तू बहन चोद अपनी बीवी क्यों नहीं चोदता ?
- मेरी बीवी मुझसे नहीं पराये मर्दों से ही चुदवाती है बुर चोदी ?
- तो फिर तू क्या मादर चोद मुठ्ठ मारता है ?
- नहीं मैं भी लोगों की बीवियां चोदता हूँ ? कभी तुम्हारे क्लब में ही बीवियां चोदता हूँ और कभी किसी के घर जाकर ?
- तो आज कहाँ जा रहे हो ?
- आज मैं अपने दोस्त की बीवी रुबीना की बुर चोदने जा रहा हूँ।
संजना बोली यार फ़िरोज़ा तुमने मुझे यहाँ सबकी चोदा चोदी दिखा कर मेरी चूत की आग भड़का दी है। बा तो मैं भी चुदासी हो गयी हूँ। मेरी नज़र उस कोने वाले लण्ड पर है। मैंने उसे इशारे से बुलाया और तब संजना उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसे देख कर मुझे भी ताव आ गया। मैंने भी एक लण्ड पकड़ लिया और उसी के सामने चुदवाने लगी।
सच ही कहा है माँ हो, बेटी हो, सास हो, बहू हो, बीवी हो, सबको चाहिए लण्ड, लण्ड और लण्ड
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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