
- मैंने उसे उठाया और बोला - हेलो, कौन बोल रहा है ?
- उधर से आवाज़ आयी यार राही, मैं परेश बोल रहा हूँ।
- अरे यार परेश तुम तो अमेरिका में थे . यहाँ कब वापस आये ?
- अभी दो महीने पहले ही आया हूँ। यार बहुत दिन हो गये है तुमसे मुलाकात नहीं हुई ? मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ।
- तो आ जाओ न यार इसमें पूंछने की क्या बात है ?
- हम दोनों कल शाम की फ्लाइट से आ रहे है।
- ठीक है मैं एयर पोर्ट आ जाऊंगा तुम्हे लेने ?
हवाई जहाज़ उतरा और लोग धीरे धीरे बाहर निकलने लगे। मैं टक टकी लगाये हुए उसे देखने लगा। थोड़ी देर में वह अपना सामान लिए हुए बाहर निकला . मैंने उससे हाथ मिलाया और उसके पीछे खड़ी एक सुन्दर सी महिला को हाथ जोड़ कर नकास्कार किया। मैं समझ गया की यह उसकी बीवी है। इतने में परेश बोला यार राही ये मेरी बीवी पद्मा है। फिर उसने भी मेरी बीवी की तरफ मुखातिब होकर नमस्कार किया। मैंने बताया की यह मेरी बीवी रोली है। हम चारों गाडी में बैठ गये . मैं ड्राईब कर रहा था। परेश मेरे बगल में बैठा था और वे दोनों पीछे। आधे घंटे में हम लोग घर पहुँच गये।
गर्मी के दिन थे हमने चार बियर की बोतलें निकाली। तब तक रोली चार गिलास ले आयी और बियर गिलास में भर कर हम सबको पकड़ा दिया। हम लोग बियर पीने लगे। मेरी नज़र उसकी बीवी पद्मा पर अटक गयी। उसने लो वेस्ट की जींस पहना था। उसकी मोटी मोटी जांघे और बड़े बड़े चूतड़ देख कर मैं मस्त होने लगा। मेरे अंदर एक कुलबुलाहट होने लगी क्योंकि मैं कॉलेज के दिनों में लड़कियों की गांड मारा करता था। जाने क्यों मेरी इच्छा पद्मा भाभी की गांड मारने की हो गयी। उसके सफ़ेद रंग के टॉप से उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां झाँक रही थी। उसकी ब्रा तो बहुत ही छोटी थी सिर्फ निपल्स छिपाने भर की ताकत थी उसमे ? मैं सोंचने लगा की इसकी एक बटन खुल जाए तो कितना मज़ा आ जाये ? एक बटन खुलते ही चूंचियां झलक कर निकल पड़ती ? मेरा लण्ड करवटें लेने लगा। उसकी बड़ी बड़ी कजरारी आँखे, गुलाबी होंठ, गुलाबी गोरे गोर गाल देख कर मेरा मन हुआ की मैं अपना लण्ड अभी इसके मुंह में घुसा दूँ। मुझे लड़कियों से लण्ड चटवाने में लण्ड चुसाने में और मुठ्ठ मरवाने में बड़ा मज़ा आता था।
मैं यह सब सोंच ही रहा था की वह बोल पड़ी - अरे राही भाई साहेब आप तो बड़े स्मार्ट लग रहे हो ? बड़े हट्टे कट्टे, तगड़े और तंदुरुस्त और लम्बे चौड़े हो ? तुमसे मिलकर मैं बहुत खुश हुई।
मैंने जबाब दिया - अरे पद्मा भाभी मैं क्या चीज हूँ आपके आगे ? आप तो साक्षात सुंदरता की मूरत है। मेरी भाभी इतनी खूबसूरत होंगी मालूम नहीं था ? मेरा तो दिल आ गया है तुम पर भाभी ?
वह बोली - वाओ, यही तो मैं कहना चाहती हूँ तुमसे ? तुम कितने हैंडसम हो राही ? मन करता हूँ की मैं तुमसे लिपट जाऊँ ?
तब तक परेश बोला - तो लिपट जाओ न ? यहाँ किसका डर है ? वैसे मैं भी इसकी बीवी से लिपटना चाहता हूँ। मुझे तो रोली भाभी बहुत अच्छी लग रही है। कितने बड़े बड़े और कितने सुडौल है इसके बूब्स ? इसके हिप्स ? और इसका चेहरा तो बेहद खूबसूरत है ?
पद्मा बोली - क्या तेरा लौड़ा खड़ा हो रहा है बहन चोद, रोली को देख कर ?
पद्मा भाभी की बेबाक बात सुनकर हम सब हंस पड़े ?
इतने में फिर बोली पद्मा भाभी - देखो रोली, अपने को संभाल के रखना, बड़ा हरामजादा है मेरे हसबैंड बहन चोद ? इसका अपने लण्ड पर कोई कंट्रोल नहीं रहता ? वहां भी अमेरिका में जब भी किसी खूबसूरत लड़की को देख लेता था तो बस उसके आगे पीछे घूमने लगता था और जब तक उसे अपना लण्ड पकड़ा नहीं देता था तब तक चैन नहीं लेता था।
मैंने कहा :- अच्छा भाभी ये बताओ परेश को लड़कियों को सिर्फ लण्ड पकड़ाने का ही शौक है बस ?
पद्मा भाभी बोली - अरे नहीं यार, लण्ड पकड़ाने से तो सुरुआत करता है ये भोसड़ी वाला ? बाद में बिना चोदे यह किसी को छोड़ता नहीं है, राही ?
मेरी बीवी उसकी बात सुन कर मन ही मन खुश तो हुई पर बाहर से मुस्करा पड़ी बस ?
इतने में मैं बियर की बोतलें और अंदर से लेने चला गया। मेरे पीछे मेरी बीवी रोली भी आ गयी। मैंने कहा यार पद्मा तो बहन चोद गाली सुनाने में बड़ा तेज है। वह बोली अरे वह मेरा क्या मुकाबला करेगी ससुरी ? मैंने कहा तो फिर तू डरती क्यों है ? तू भी शुरू हो जा ? फिर हम दोनों बाहर कमरे में आ गये ? रोली जैसे ही बियर की बोतलें लेकर परेश बोला अरे भाभी बियर में क्या रखा है ? व्हिस्की हो तो पिलाओ ? बस रोली फ़ौरन वापस हो गयी बोतले रख कर एक व्हिस्की की बोतल लेकर आ गयी। चारों गिलास में पैग बनाकर परेश को देती हुई बोली ले भोसड़ी के परेश दारू का मज़ा ले ले ? मैं तेरी बुर चोदी बीवी को भी पिला देती हूँ शराब क्योंकि मुझे मालूम हुआ की वह भी बहन चोद शराब पीने की आदी हो चुकी है।
पद्मा ने फ़ौरन गिलास पकड़ा दिया और बोली :- यार मैं तो बिना शराब के अपने कपडे भी नहीं खोलती ?
रोली :- हाय दईया तो क्या तू शराब पीकर यहाँ अपने कपडे खोल देगी ?
पद्मा :- यार कपडे मैं खोलूंगी तो इसमें तेरी गांड क्यों फट रही है ?
रोली :- मेरी गांड क्यों फटेगी ? फटेगी तो तेरी गांड फटेगी ? जब गांड खुलेगी तेरी तो गांड फटेगी तेरी ? मैं तो कहती हूँ की गांड क्या तू अपनी चूत भी फड़वा ले तो मुझे क्या ? समझी भोसड़ी की पद्मा ?
सब लोग हंसने लगे।
मैंने चुप चाप कहा :- अरे पद्मा भाभी अगर तुम अपने कपडे खोल भी दो तो यहाँ क्या फरक पड़ता है ? मेरे अलावा यहाँ कोई और तो है नहीं ?
परेश बोला :- यार मेरी बीवी ऐसा करती भी है। वह मेरे साथ क्लब में जाती थी तो शराब पीते पीते अपने कपडे खोल देती थी। मेरी बीवी क्या वहाँ तो सभी बीवियां अपने अपने कपडे खोल कर ही शराब पीती है। इसको तो वहीँ की ही आदत है।
रोली :- तो क्या मरद भी कपडे खोल देते है ?
परेश :- अरे भाभी जब बीवियां कपडे खोल कर बैठेंगी तो मरद फिर अपने आपको कैसे रोक सकते है ?
रोली :- तो इसका मतलब तुम भी भोसड़ी के अपने कपडे उतार कर बैठते होगे ?
परेश :- हां बिलकुल भाभी ? जब सब लोग ऐसा करते थे तो मुझे भी ऐसा करना पड़ता था।
रोली :- तो कितने पैग के बाद तुम अपने कपडे खोल दोगे ?
यह सुनकर परेश बड़ी जोर से हंस पड़ा ? इसी तरह सेक्सी बातें करते करते दो दो पैग शराब पी गए हम लोग। अब नशा चढ़ने लगा। बातें और खुल कर होने लगी। अंदर की बातें बाहर आने लगी। जज़्बात उजागर होने लगे।
पद्मा - यार रोली तेरी शराब बड़ी अच्छी है यार मेरा तो रोम रोम साला खड़ा हो गया ?
रोली :- यार पद्मा मैं जब जम के शराब पीती हूँ तो मेरा रोम रोम क्या मेरी तो एक एक झांट भी मादर चोद खड़ी हो जाती है।
पद्मा :- वाओ, तो तू क्या बहन चोद अपनी झांटें बनाकर नहीं रखती ?
रोली :- आजकल लोग यहाँ छोटी छोटी झांट वाली चूत ज्यादा पसंद करते है पद्मा ? मेरी छोटी छोटी झांटें है ? मैं झांटें बनवाती नहीं हूँ बस पार्लर में जाकर ट्रिम करा लेती हूँ। वहां सब नयी नयी बीवियां अपनी झांटें ट्रिम करा कर जाती है ?
परेश :- यार राही, सच बताऊँ, रोली भाभी की बातें सुनकर मेरा तो खड़ा हो गया है।
रोली :- अरे परेश खुल कर बोलने में तेरी माँ चुद रही है क्या बहन चोद ? 'लण्ड' बोलने में तेरी गांड फट रही है क्या ?
पद्मा :- खड़ा तो तेरे मियां का भी होगा लण्ड रोली ?
रोली :- हां बिलकुल उसका लौड़ा भी साला बड़ा मादर चोद है पद्मा ?
परेश फिर खुल कर बोला :- यार राही, अब तो तेरी बीवी चोदने का मन हो रहा है।
मेरे बोलने के पहले ही मेरी बीवी रोली बोल पड़ी :- देखो पद्मा,
अगर तेरे मियां का मन मेरे मियां की बीवी चोदना है तो मेरे मियां का भी मन तेरे मियां की बीवी चोदना है।
परेश ने बताया :- यार राही, अब मैं तुम्हे असली बात बता रहा हूँ। हम लोग वहां अमेरिका में हर हफ्ते "वाइफ स्वैपिंग" क्लब में जाया करते थे। वहां हम लोग एक दूसरे की बीवियां चोदते थे। बीवियां भी एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती थी। वहीं मुझे परायी बीवियां चोदने की आदत पड़ गयी और मेरी बीवी को पराये मर्दों से चुदवाने की आदत हो गयी। यहाँ आये हुए हमें दो महीने हो गया है अभी तक मुझे कोई ऐसा कपल नहीं मिला जिसकी बीवी मैं चोद सकूँ और जिससे मेरी बीवी चुदवा सके। तब अचानक एक दिन मुझे तेरा ख्याल आया। मैंने अपनी बीवी से बात की वह भी मान गयी। मैंने कहा चलो कोशिश करते है अगर राही और उसकी बीवी मान गयी तो हो जाएगी अदला बदली नहीं तो वापस लौट आएंगे ? हम लोग इसी उम्मीद से आये है की आज मैं किसी से अपनी चुदवाऊँगा और उसकी बीवी चोदूंगा।
यह सुनते ही मेरी बीवी ने मुझे आँख से इशारा करके बोली हां मैं तैयार हूँ।
मैंने कहा :- यार परेश मैं तेरी तमन्ना पूरी करूंगा ? आज से तुम मेरी बीवी चोदो मैं तेरी बीवी चोदूंगा।
बस फिर क्या मेरी बीवी उठी और परेश के गले अपनी बाहें डाल दी। इधर उसकी बीवी मेरे पास आ गयी और मेरे गाल का चुम्मा लेने लगी और फिर मुझसे लिपट गयी। अपने टॉप की दोनों बटन खोल दी। उसकी नंगी चूंचियां मेरी आँखों के सामने नाचने लगी। मैं उन्हें चूमने लगा। उसका एक हाथ मेरा लण्ड टटोलने लगा . उधर मेरी बीवी भी परेश का लण्ड पेंट के ऊपर से दबा दबा कर मज़ा लेने लगी । उसने भी अपना ब्लाउज़ खोल दिया और ब्रा को भी उतार कर फेंक दिया । मेरी बीवी की नंगी चूंचियां देख कर परेश मस्ती में आने लगा। तब तक परेश में मेरी बीवी का पेटीकोट खोल दिया अब उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत परेश में सामने थी। मैंने इधर जब पद्मा भाभी की जींस खोली तो सीधे चूत पर पहुँच गया। उसने पैंटी नहीं पहनी थी। मैं उसकी चिकनी चूत देख कर और उसे सहला सहला कर मज़ा लेने लगा। उसकी गांड पर हाथ फेरने में खूब मज़ा आ रहा था मुझे।
पद्मा भाभी ने मेरे कपडे उतारना शुरू किया तो मैं एकदम से चड्ढी में आ गया। भाभी चड्ढी के ऊपर से ही लण्ड के साइज़ का पता लगाने लगी और बोली हाय मेरे राजा तेरा लौड़ा तो साला बड़ा जबरदस्त है ? बड़ा मोटा लग रहा है मादर चोद ? ऐसा कह कर चड्ढी दन्न से नीचे घसीट दी। बस लौड़ा साला भनभनाकर बाहर निकल आया और भाभी के गाल पर लगा ? भाभी तो मारे ख़ुशी के लण्ड का दनादन्न चुम्मी लेने लगी। उधर मेरी बीवी ने जैसे ही परेश के कपडे खोले तो लौड़ा साला फटाक से उसके मुंह से टकरा गया। मेरी बीवी बोली यार परेश तेरा लण्ड तो भोसड़ी का लोहे की तरह सख्त तो गया है। इसका मज़ा विदेशी बुर ने खूब लिया होगा ? खूब गपागप्प चुदवाया होगा तुमसे ? वह बोला हां रोली भाभी चुदवाया तो है पर वहां तो बीवियां मुंह में खूब लेती है लण्ड ? लण्ड चाटने, चूसने और लण्ड पीने का है वहां ज्यादा चलन है ? उसके बाद बुर चुदवाने के वजाय बीवियां अपनी अपनी गांड मरवाना ज्यादा पसंद करती है। बुर चुदाना तीसरे नंबर पर आता है वहां ? ऐसा कह कर परेश मेरी बीवी से अपना लण्ड चटवाने लगा।
थोड़ी देर में हम लोग बेड पर आ गये। मेरी बीवी अपनी गांड के नीचे एक तकिया लगाकर एकदम चित लेट गयी। उसके बगल में पद्मा भाभी भी अपनी गांड के नीचे तकिया लगा कर लेट गयी लेकिन उसका मुंह मेरी बीवी की गांड की तरफ था और उसकी गांड की तरफ मेरी बीवी का मुंह था। मैंने पद्मा की बुर फैलाई और सीधे उसमे अपना लौड़ा भक्क से घुसा दिया मैं बार बार लौड़ा आगे पीछे चोदने लगा । परेश रोली की बुर चोदने लगा। हम दोनों के मुंह आमने सामने हो गये। मैं उसकी बीवी चोद रहा था वह मेरी बीवी चोद रहा था।
मैंने कहा :- यार परेश, वैसे तो मैंने कॉलेज के दिनों में कई लड़कियां चोदी है कई लड़कियों की गांड भी मारी है पर आज शादी के बाद पहली बार किसी और की बीवी चोद रहा हूँ। बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे तो अभूत पहले बीवियों की अदला बदली शुरू कर देना चाहिए ?
मेरी बीवी बोली :- और मैंने भी कॉलेज में कई लड़कों से चुदवा चुकी हूँ पर शादी के बाद आज पहली बार किसी पराये पुरुष से चुदवा रही हूँ। लेकिन कुछ भी हो मुझे तो बहुत बहुत मज़ा आ रहा है। अब तो मैं और नये नये कपल ढूंढ कर उनके साथ अदला बदला करूंगी।
पद्मा बोली :- यार मुझे अमेरिका में जवानी का मज़ा लेना आ गया। मैंने दर्जनो लण्ड अपनी चूत में पेले है। गांड भी खूब मरवाई है लेकिन आज भी मेरी चूत वैसी की वैसी ही बनी हुई है क्योंकि वहाँ ऐसी ऐसी चीजे मिलती है जिससे चूत हमेशा कसी बानी रहती है और पाती ?
मैंने देखा की मेरी बीवी भी खूब एन्जॉय कर रही है। उसे परेश से चुदवाने में खूब मज़ा आ रहा है।
उस रात मैंने परेश की बीवी को तीन बार चोदा और उसने मेरी बीवी को तीन बार चोदा । फिर हम लोग नंगे नंगे ही सो गये ।
सवेरे जब मैं उठा तो देखा की पद्मा भाभी मेरे लण्ड पर बड़े आहिस्ते आहिस्ते अपनी जबान फिरा रही है। उसे देख कर मुझे बड़ा प्यार आ गया और मैंने लपक कर भाभी को चिपका लिया। उसकी चूंची उसकी चूत चूमने लगा उसकी गांड पर चुम्मा देने लगा। फिर क्या लौड़ा साला आपे से बाहर हो गया। तब तक परेश भी उठ बैठा। उसने मेरी बीवी की चूंचियां पकड़ कर मसलना शुरू किया और मेरी बीवी परेश का लण्ड चाटने लगी।
सवेरे भी हमने एक दूसरे की बीवी चोदी ? परेश जाने ही वाला ही था की उसका फोन बज उठा ?
- वह बोला :- हेलो कौन बोल रहा है ?
- मैं डेविड बोल रहा हूँ। माइकल का दोस्त ?
- ओ यस हां बोलो यार डेविड ?
- देखो मैं अपनी वाइफ के साथ इंडिया आया हूँ। मुझे माइकल ने बताया की तुम "वाइफ स्वैप्पिंग" करते हो ?
- हां हां करता हूँ ? यह बात सच है
- तो फिर आज मेरी वाइफ से अपनी वाइफ बदल सकते हो ?
- हां बिलकुल बदल सकता हूँ। तुम इस पते पर आ जाओ ? (मैंने परेश को इशारा किया की तुम उसे यही मेरे घर पर ही बुला लो )
फिर हम तीनो ने बीवी अदल बदल कर दिन भर और रात भर खूब चोदा
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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