Thursday, April 17, 2014

मेरी बीवी चोदो हनीमून में

उस दिन समीर शाम को अपनी कार से उतरा और अपनी नयी नवेली दुल्हन पूजा के साथ सीधे मेरे घर पर आ गया।  मैं अकेले ही रहता हूँ। मैं बहुत खुश हुआ और उन दोनों का स्वागत किया ? मैंने उन्हें ड्राइंग रूम में बैठाया और नास्ता कराने लगा ? उसने सबसे पहले मुझे अपनी बीवी पूजा से मिलवाया।  मैंने कहा हां यार मैंने भाभी को शादी में देखा है।  बहुत खूबसूरत है पूजा भाभी ? तू तो बहुत लकी निकला यार ?
  • फिर वह चाय पीते हुए बोला यार शेखर तुम्हे मेरे साथ गोआ चलना होगा ? टिकट मैं ले आया हूँ।  कल की सवेरे की ही फ्लाइट है ? अभी तेरे पास रात भर का समय है।  तू अपनी तैयारी कर ले ? सवेरे ८ बजे निकालना है।  हम तीनो लोग हनीमून मनाने गोवा जा रहे है ?
  • मैंने कहा :- समीर तू क्या कह रहा है ? हनीमून में केवल दो ही लोग होते है ? एक पति और एक पत्नी ? तीसरे आदमी का कोई स्थान नहीं होता ?
  • कौन कहता है तीसरे आदमी का कोई स्थान नहीं होता ? कहाँ लिखा है यह बात ? कौन सी किताब में लिखा है। कौन से समाज में तीसरे आदमी को ले जाने की पाबन्दी है।  मेरी शादी है, मेरी बीवी है, मेरा हनीमून है तो फिर कौन भोसड़ी वाला होता है मना करने वाला की मैं तुम्हे नहीं ले जा सकता ? मैं तो ले जाऊँगा मेरी मर्जी ?
  • यार भाभी के सामने तो कम से कम गाली न बको ?
  • क्यों न बकूँ ? यार क्या मैं अपनी बीवी के सामने भी गाली नहीं बक सकता ? बल्कि मैंने तो कहता हूँ की उसे मेरे बारें में सब कुछ मालूम होना चाहिए ? उसे मालूम होना चाहिए की मेरा हसबैंड कैसा है ? (पूजा भाभी मुस्कराने लगी )
  • यार देखो मैं चलूँगा तो लोग क्या कहेंगें, सब तरह तरह की बातें करेंगे ? समाज क्या कहेगा ?
  • लोग भोसड़ी वाले हमारा क्या कर लेंगें ? और समाज, अरे समाज की माँ का भोसड़ा ? मैं जब कुछ नहीं था तो इसी समाज में मुझे ठोकर मारी थी।  किसी ने मुझे कोई सहारा नहीं दिया ? आज मैं जो कुछ भी हूँ , सिर्फ अपने बल बूते पर हूँ।  इसलिए मैं समाज की परवाह नहीं करता ? 
  • फिर भी, तुम मुझे अपनी बीवी के साथ ले जाओगे तो ठीक नहीं है।
  • यार कमाल करते हो ? बीवी मेरी है मैं किसी को ले जाऊं ? जब मेरी बीवी को कोई ऐतराज़ नहीं है तो फिर और किसी और को ऐतराज़ करने का हक़ ही नहीं होता मेरे दोस्त ? रही दुनिया की बात तो दुनियां जाए माँ चुदाने ? (उसकी गालियों पर पूजा भाभी की सेक्सी मुस्कराहट मेरे दिल को छू गयी और सबसे ज्यादा छू गया उसका मेरी तरफ तिरछी निगाह से देखना )
समीर आखिर कार नहीं माना और मुझे अपने हनीमून में लेकर चला ही गया।  हम लोग एक बड़े होटल में ठहर गये। मेरा और उसका कमरा अगल बगल था।  उसके बाद घूमने फिरने के लिए निकल पड़े। पूजा भाभी ने जींस पहनी थी और ऊपर एक टॉप।  बहुत सेक्सी लग रही थी वो। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां बाहर निकल पड़ने को बेताब हो रही थी। दूसरी तरह उसकी जींस इतनी लो कट थी की लगता था अब जल्दी ही नीचे गिर जाएगी और उसकी चूत दिखाई पड़ जाएगी।  खैर दिन भर हम लोग खूब घूमे और मज़ा लिया लेकिन मेरी नज़र भाभी से सेक्सी जिस्म पर चली ही जाती थी।   शाम को उसने मुझे अपने कमरे में बुलाया  .
मैं जब पहुंचा तो मेरी नज़र पूजा भाभी पर पड़ी मैंने उसे देखा तो बड़ी देर तक देखता ही रहा ?  वह एक स्लीवलेस गहरे गले का  नाईटी पहने बैठी थी। समीर ने ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया था और हम तीनो व्हिस्की का मज़ा लेने लगे।  इतने में भाभी ने एक सिगरेट का पैकट मेरी तरफ बढ़ा दिया।  मैंने पहले तो संकोच किया लेकिन उसके कहने पर ले लिया।  समीर ने भी ली सिगरेट।  भाभी ने लाईटर से मेरी सिगरेट जला दिए उर उसकी भी।  उसके बाद भाभी ने खुद एक सिगरट अपने मुंह में लगाई और हमारे साथ बड़ी मस्ती से पीने लगी। मैं उसे देखता रह गया।  वह सिगरेट पीते हुए और सेक्सी लगाने लगी। बातें होने लगी और आधा गिलास खाली हो गया तो समीर ने पूजा को अपनी ओर खींचा और उसकी चूंचियां दबाने लगा। वह भी समीर की गॉड में समाई जा रही थी। फिर उसने चूंची खोल कर चूमना शुरू किया तो
मैं बोला :- यार तुम लोग अपना हनीमून मनाओ मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ।
वह बोला :- कहाँ जा रहे हो यार बैठो न ?
पूजा भाभी बोली  :- हां बैठ जाओ न शेखर  ? तुम तो लड़कियों की तरह शरमाने लगे ?
उसने आगे बढ़ कर मेरा गाल चूम लिया।  तब तक समीर में मेरा हाथ पकड़ कर पूजा की चूंची पर रख दिया और कहा लो पकड़ो न यार मेरी बीवी की चूंचियां ? मेरी बात का यकीन करो यार ? मेरी बीवी बिलकुल बुरा नहीं मनेगी ? पूजा ने भी इशारे से पकड़ने के लिए कहा ? मैं थोड़ा रुका तो भाभी ने मेरे कान में कहा "भोसड़ी के पकड़ मेरी चूंची तभी तो मैंने तेरा लण्ड पकड़ूंगी" उसके मुंह से लण्ड सुनकर मेरा लण्ड टन टना उठा ?
समीर बोला :-  देखो शेखर , मैं अपने हनीमून में तुमसे अपनी बीवी चुदवाऊँगा ? आज तुम मेरी बीवी चोदो मेरे दोस्त ?
उसने मेरे मन की बात कह दी लेकिन मैंने थोड़ा ना नुकुर जरूर किया।
समीर ने कहा :-  पूजा अब तुम इसे सब कुछ बता दो ?
पूजा बोली :- मैं नहीं तुम ही बता दो न पूरी कहानी ?
समीर बोला :- नहीं पूजा तुम्हारे मुंह से ज्यादा अच्छा लगेगा उसे सुनने में ?
पूजा बोली :- अच्छा मैं बता रही हूँ ? तो सुनो शेखर,  मेरी और समीर की लव मैरिज है। मेरी एक सहेली है स्मिता वह भी मेरी ही तरह बड़ी बिंदास शोख और बड़ी चुदक्कड़ है।  उसकी जब शादी हुई तो उसने अपने पति से कहा मैं अपना हनीमून दो मर्दों के साथ मनाऊँगी ? मुझे हनीमून में दो लण्ड चाहिए ? उसका पति तो अजीब परिस्थिति में पड़ गया उसने कहा स्मिता मैं कहाँ से लाऊंगा दूसरा आदमी तुम ही किसी को तलास कर लो और उसे अपने साथ ले चलो।  स्मिता ने यह बात मुझे बताई और कहा यार पूजा कोई लड़का मेरा साथ भेज दो ? तब मैंने समीर को भेज दिया ? समीर स्मिता को उसके हनीमून में चोद कर आया है।  तब मैंने कहा की समीर मैं भी अपने हनीमून में तेरे साथ साथ किसी और से भी चुदवाऊँगी।  इसलिए समीर तुमको लेकर आ गया। तो मेरे भोसड़ी के शेखर अब तुम शर्माओ नहीं और मर्द की तरह मुझे चोदो ? यह सुनकर मेरी हिम्मत दुगुनी हो गयी , मेरे अंदर जोश उमड़ पड़ा। 
इतने में समीर ने भाभी के सारे कपडे उतार किया उसे एकदम नंगी कर दिया। मैं उसका नंगा बदन आँखे आँखे फाड़ फाड़ कर दखने लगा ।  उसकी बड़ी बड़ी सुडौल चूंचियां, मोटी मोटी जाँघों के बीच उसकी मस्तानी चूत और उसके सेक्सी गांड मैं थोड़ी  देर तक तो देखता ही रहा लेकिन फिर एक शेर की तरह उस पर कूद पड़ा।  मैंने पूजा को अपनी ओर खींच कर चिपका लिया और उसके पूरे बदन को चूमने लगा। वह मेरे कपडे खोलने लगी ।  एक एक करके सारे कपडे खोल डाला और आखिर में जब उसने मेरी नेकर खोली तो मेरा लौड़ा टन्ना कर उसके मुंह के सामने आ गया। पूजा ने उसे झपट्टा मार कर पकड़ लिया बोली वाओ, बड़ा मस्ताना लण्ड है तेरा शेखर ? भाभी ने उसे मुठ्ठी में लिया और हिलाने लगी।  लण्ड साला और सख्त हो गया और गुर्राने लगा।  इतने में उसने समीर को भी नग कर दिया और उसका भी लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी
पूजा बोली :- वाओ, ये दो लण्ड नहीं दो शेर है ? मेरी चूत देख कर देखो साले दोनों कैसे दहाड़ रहे है।  मेरी चूत को ललकार रहे है।  इन भोसड़ी वाले लौड़ों को यह नहीं पता है की अभी मेरी चूत इन्हे अपने अंदर घुसेड़ कर चूहा बना देगी ?
भाभी की बातों से लग रहा था की उसे दोनों लण्ड पसंद आ गए है। और उसकी मस्ती बढती जा रही है। भाभी दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी बिलकुल उसी तरह जैसे ब्लू फिल्म में होता है।  उसके बाद वह चित लेट गयी और समीर का लौड़ा अपनों चूत में पेलवा लिया। समीर ने चोदना शुरू किया ? भाभी मेरा लण्ड चाटती हुई चुदवाने लगी।  उसकी चूंचियां उछल रही थी और मैं उन्हें बड़ी मस्ती से सहला रहा था।  मुझे पहली बार इतना मज़ा आ रहा था किसी और की बीवी को लौड़ा चटवाने में  एक बात तो मैं समझ गया की पूजा का यह पहला मौका नहीं है मैं मन ही मन सोंचने लगा की भाभी बुर चोदी दर्ज़नो लण्ड पहले भी चाट चुकी है। दर्ज़नो लड़कों से चुदवा चुकी है क्योंकि इसका लण्ड चूसने का और बुर चुदवाने का अंदाज़ यही बता रहा था। थोड़ी देर में भाभी बोली शेखर अब तुम बहन चोद अपना लण्ड पेलो और चोदो मुझे अपनी गांड से जोर लगा कर ? मैंने जैसे ही पूरा लण्ड घुसेड़ा उसकी बुर में तो चिल्ला पड़ी बोली वाओ, कितना मोटा है तेरा लण्ड साला ? बड़ा मरदाना लण्ड है तेरा भोसड़ी के ? हां अब चोदो मर्दों की तरह ? मैं भकाभक चोदने लगा ? आज मुझे बुर चोदने में जो मज़ा मिल रहा था वह पहले कभी नहीं मिला ? मैंने यह बात भाभी को बतायी तो वह बोली मेरे राजा शेखर एक बात तू नोट कर ले मर्द को बुर चोदने में तब मज़ा आता है जब चुदाने वाली पूरे मन से चुदवाती हो ? मैं मन से चुदवा रही हूँ तभी तुझे मज़ा आ रहा है।
इस तरह भाभी कभी मेरा लण्ड कभी अपने पति समीर का लण्ड अपनी बुर में घुसा घुसा कर चुदवाती रही। कभी आगे से कभी पीछे से कभी लण्ड पर बैठ कर चुदवाती रही।  मैंने कहा भाभी तुम तो हनीमून मनाने में बड़ी एक्सपर्ट हो गयी हो ? वह बोली अबे बुध्धू हनीमून तो औरत एक ही बार मनाती है लेकिन चुदवाती तो सैकड़ों बार है ?  मैं चुदाने में एक्सपर्ट हूँ। इतने में मैंने कहा भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ तो भाभी मेरा लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मारने लगी।  बस मैं उगलने लगा मक्खन तो भाभी ने उसे अपने मुंह में कैंच कर लिया।  फिर इसी तरह उसने अपने पति का झड़ता हुआ लण्ड चाटा और मुंह में लेकर खूब मस्ती की ? फिर वह हम दोनों को बाथ रूम ले गयी और दोनों लण्ड पर साबुन लगा लगा कर खूब नहला दिया।
रात को करीब ११ बजे पूजा का फोन आ गया।  उस समय हम तीनो डिनर लेकर कमरे में बैठे ही थे।  पूजा भाभी ने फोन उठाया और स्पीकर ओन कर दिया।  उसकी बात होने लगी। 
  • स्मिता बोली - हाय पूजा कैसी रही तेरी सुहागरात ? मज़ा आया की नहीं ?
  • अरे यार खूब मज़ा आया ? बिलकुल तेरी सुहागरात की तरह ही मनाया मैंने अपनी सुहागरात ?
  • तो क्या एक दिन की चुदाई से खत्म हो गया तेरा हनीमून ?  
  • नहीं यार अभी तो चल ही रहा है। 
  • ये बताओ की तुझे अपने पति समीर का लण्ड पसंद आया ? उसने तो मुझे बहुत अच्छी तरह से चोदा था मेरी सुहागरात में ? लौड़ा साला उसका ८" से बड़ा है ? मुझे तो खूब मज़ा आया था ?
  • हां खूब पसंद आया ? मैंने भी जम कर चुदवाया उससे ?
  • और तेरे पति के दोस्त का लण्ड कैसा लगा तुझे ?
  • अरे यार बड़ा सॉलिड लौड़ा है उसका ? बड़ा मज़ा आ गया चुदाने में ?
  • तो फिर किसी दिन मेरी भी चूत चुदवा दो उससे ?
  • हां जरूर मैं जब वापस आऊँगी तो किसी दिन चुदवा दूँगी तेरी बुर ?
  • अच्छा सुन तू जिस होटल में ठहरी है वहां मेरी देवरानी भी गयी है हनीमून मनाने ? मेरे देवर का लण्ड बड़ा जबरदस्त है।  मैं चुदवाती हूँ उससे ? तुम उससे मिलो और पतियों की अदला बदली करके चुदाओ तो और मज़ा आएगा ? अपने पति के दोस्त को भी साथ ले लेना उसे भी चोदने का मौका देना ? सूना है अभी वह कुवाँरा है।  जब उसकी शादी हो जाएगी तो वह भी चुदवायेगा अपनी बीवी तुम दोनों से ? वे लोग कमरा नंबर २०३ में है।   मैंने उसे बता दिया है।  मेरे देवर का नाम है देव और बीवी है दिव्या ?  
बात हो जाने के बाद भाभी ने फिर मेरा लण्ड अपने हाथ में लिया और हिलाने लगी। दूसरे हाथ से समीर का लण्ड सहलाने लगी।  दोनों बहन चोद फनफना कर फिर खड़े हो गये ? उसके बाद धुआंधार होने लगी चुदाई ? पूजा ने तीन तीन बार ठोंकवाया हम दोनों के लण्ड अपनी चूत में ?
दूसरे दिन सुबह ८ बजे ही पूजा ने दिव्या से बात की और कहा :- अरी दिव्या तुम स्मिता की देवरानी हो न और यहाँ हनीमूम मनाने आयी हो ?
उसने कहा :- हां आप पूजा बोल रही है न ? मुझे मेरी जेठानी ने सब कुछ बता दिया है।  मैं तेरे हसबैंड से मिलना चाहती हूँ और उसके दोस्त से भी ? उसने तेरे पति के दोस्त की बड़ी तारीफ की है।
पूजा बोली :- तारीफ तो उसने तेरे पति की भी की है और तेरे पति के लण्ड की भी की है।  मैं उसका लण्ड अभी देखना चाहती हूँ यार ?
वह बोली :- हां तुम मुझे उसका लण्ड दिखाओ मैं तुम्हे इसका लण्ड दिखाती हूँ। मैं तुम्हारे पास अभी एक घंटे में आ रही हूँ।   
वे दोनों सुबह १० बजे आ गये।  दिव्या बोली ये है मेरा हसबैंड मिस्टर देव ? पूजा तो उसे देखते ही लट्टू हो गयी फिर बोली मैं हूँ पूजा, ये है मेरा पति समीर और ये है इसका दोस्त शेखर ? मेरी नज़रें दिव्या पर टिक गयी।  देव भी बड़ी देर तक पूजा को देखता रहा। समीर भी दिव्या की चूंचियां देखने में जुटा रहा। इतने में भाभी ने व्हिस्की निकाली और हम लोग सब दारू पीने लगे। भाभी ने सबको एक एक सिगरेट थमा दी।  मैंने देखा की दिव्या बड़े मजे से सिगरेट पी रही है। सबको नशा चढ़ने लगा मस्ती छाने लगी।
 पूजा बोली :- दिव्या तो तुम भी करती हो पतियों की अदला बदली ?
दिव्या बोली :- मैं क्या आजकल हमारी सभी लड़कियां भोसड़ी वाली अपने सुहागरात से ही हसबैंड अदल बदल कर चुदवाने लगती है।
समीर बोला :- आजकल लड़कियां बहुत आगे निकल रही है।
पूजा बोली :- अरे इतना ही नहीं यार आजकल तो लड़कियां अपनी माँ भी चुदाने लगी है।
 दिव्या बोली :- माँ चुदाने भी लगी है और लोगों की माँ चोदने भी लगी है।  बड़ों बड़ों की माँ चोद देती है बहन चोद लड़कियां ? गांड मार देती है सबकी खुलेआम ?  किसी से नहीं डरती मादर चोद ? अब कभी लड़कियों को कमजोर मत समझना ?
पूजा बोली :- अच्छा यार अब तो दिखाओ मुझे अपने मियां का लौड़ा ? दिव्या ने अपने मियां की पेंट खोल दी और पूजा का हाथ पकड़ कर देव के लण्ड पर रख दिया और बोली लो अब इसकी चड्ढी खोल कर देख लो लण्ड ?
पूजा बोली :-और तुम एक लण्ड की जगह दोनों लण्ड देख लो ? पूजा ने दिव्या का एक हाथ अपने मियां के लण्ड पर रखा और दूसरा मेरे लण्ड पर ? बस देखते ही देखते हम पांचो लोग नंगे हो गये ? तीनो लण्ड टन टना कर खड़े हो गये ? पूजा देव का लण्ड चाटने लगी और दिव्या मेरा लण्ड और समीर का लण्ड चाटने लगी। फिर हम दोनों ने मिलकर देव की बीवी चोदा उधर देव ने समीर की बीवी चोदा ?
 एक हफ्ते हम लोग गोवा में रहे और इन्ही दिनों दो कपल और मिल गये ? फिर क्या एक दिन एक बड़ी सी सेक्स पार्टी रखी गयी जिसमे सबने सबकी बीवी चोदी ? बीवियों ने भी सबके पतियों से चुदवाया ?

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त                       
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