देखो अंकल, चाय मैं पीती नहीं, कोल्ड ड्रिंक मुझे सूट नहीं करता ? मैं तो 'लण्ड' पीती हूँ . हां गरम गरम 'लण्ड' ? पिलाना हो तो मुझे गरमागरम 'लण्ड'
पिलाओ आज, अंकल ? मैं भी पीती हूँ लण्ड और मेरी माँ भी पीती है लण्ड . अगर कभी यहाँ मेरी माँ आ जाये तुम्हारे पास तो उसे भी 'लण्ड' पिला देना . वह बड़ी खुश हो जायेगी, अंकल ? मैं इब्राहिम अंकल से खुल कर बातें कर रही थी .
अंकल मेरी कॉलोनी में ही रहते है और मैं उनसे इंग्लिश सीखने जाती हूँ . पिछले एक साल से मैं उनसे सीख रही हूँ इंग्लिश ? इतने दिनों में मैं उनके बहुत नजदीक आ गयी . पहले मैं उनके साथ व्हिस्की पीने लगी फिर सिगरेट पीने लगी और अब उसका लण्ड पीती हूँ . लण्ड पीने तक कैसे पहुंची मैं ? यह एक बड़ी रोचक कहानी है . कहानी सुनाने के पहले मैं आपको बता दूं की मैंने अभी तक चुदाना शुरू नहीं किया है . हां उसके लण्ड का साईज़ बता सकती हूँ . आगे बताऊंगी भी ?
तो लीजिये सुनिये कहानी :- अंकल की उम्र - ४५ साल, कद - ५' १०", रंग - गोरा, बाल - काले, बदन - कसरती, आँखें - भूंरी ? अंकल घर में अक्सर बरबूडा (एक ढीली ढाली नेकर ) पहनते है और ऊपर सिर्फ एक बनियाइन . व्हिस्की के शौक़ीन है . रोज़ पीते है . म्यूज़िक और डांस बहुत पसंद है . बढ़िया फर्राटे दार इंग्लिश बोलते है . मुझे किसी ने चुपके से बताया था कि अंकल को लड़कियों के मुंह से अश्लील बातें सुनना बड़ा अच्छा लगता है . लड़कियों के मुंह से निकली हुई गालियां भी खूब पसंद करते है, अंकल ?
मेरा नाम है लोनिका दोस्तों . मैं २२ साल की हो गयी हूँ . पढने का बड़ा शौक है इसलिए मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ . गांड मराने का शौक है इसलिए लड़कों से गांड मरवाती हूँ . माँ चुदाने का शौक है इसलिए अपनी माँ चुदवाती हूँ . मैं अपना हर शौक पूरा करती हूँ . मैं भोसड़ी की बड़ी मादर चोद हरामी लड़की हूँ . मुंह फट हूँ . खुल कर बात करती हूँ . साफ़ साफ़ सच बोलती हूँ . मैं न तो किसी का नुकशान करती हूँ और न ही पीठ पाछे किसी की गांड नहीं मारती हूँ और न ही किसी भोसड़ी वाले से डरती हूँ .
मैं इब्राहिम अंकल के घर इंग्लिश पढ़ने जाने लगी . मैं उनसे खूब बातें करने लगी . खुल कर बातें करने लगी . मैंने एक दिन कहा :- अंकल बहन चोद तुम इतने अच्छे क्यों हो ? इतने स्मार्ट क्यों हो ?
वह बोला :- मैं जो भी वो सब गॉड ने बनाया है . मैंने अपने आप अपने को नहीं बनाया ?
मैंने कहा :- अच्छी पढ़ाई तो की आपने तभी तो इतनी अच्छी इंग्लिश बोलते हो . इतनी बढ़िया नॉलेज है आपको . लोग आपको बहुत मानते है . मादर चोद सभी लोग आपकी बड़ी तारीफ करते है . यह सब कैसे हुआ ? वह बोला :- तुम भी अच्छी हो . खूबसूरत हो . सेक्सी हो . बढ़िया मीठी मीठी बातें करती हो . यह सब कैसे हुआ ? फिर हम दोनों एक दूसरे को देख कर हंसने लगे .
एक दिन जब मैं पहुंची तो अंकल व्हिस्की पी रहे थे . वह बोला लोनिका क्या तुम व्हिस्की पीती हो . मैंने कहा हां अंकल, मैं खूब पीती हूँ . अपनी मॉम के साथ भी पीती हूँ . उस दिन उसने मुझे व्हिस्की पिलाई . वहीँ एक सिगरट की डिब्बी पड़ी थी मैंने कहा अंकल सिगरट भी पिलाओ न मुझे ? उसने सिगरेट उठा कर मुझे दी . बस मैं करीब करीब अब हर रोज़ उसके साथ बैठ कर शराब और सिगरट पीने लगी . धीरे धीरे मैंने महसूस किया की अंकल की निगाहें अक्सर मेरी चूंचियों पर रहती है . मैं भी बार बार उसकी टांगों के बीच देखा करती हूँ . मेरा मन होता है की उसका लण्ड देखूं ? उसकी नाप लूं ? पता लगाऊं कि कितना बड़ा है इसका, बहन चोद , लौड़ा ?
एक दिन सुबह सुबह मैं उसके घर चली गयी . मैं भी सेक्सी मूड में थी . अचानक अंकल ने पूंछा :-
इतने में मैंने अंकल के बारबूडा के दोनों तरफ से अपनी ऊँगलियाँ फंसाई और झट्ट से नीचे बैठते हुए उसे नीचे तक घसीट दिया . वह एकदम नंगा हो गया और उसका लौड़ा फनफना कर मेरे सामने आ गया जैसे सपेरे की टोकरी से सांप निकल आता है . मैंने उसे आँखे फाड़ फाड़ कर देखा . मुझे तो यकीं ही नहीं हो रहा था की लौड़ा इतना बड़ा भी होता है ? इस तरह का होता है ? लण्ड का अंडाकार माथा अपने आप हिलने लगा . वह बहुत खूबसूरत लग रहा था . मैंने फ़ौरन उसकी चुम्मी ली और लण्ड अपनी मुठ्ठी में किया हालांकि मेरी एक मुठ्ठी में लौड़ा समा नही रहा था . मैंने अपने दोनों हाथों से उसे पकड़ कर बार बार चूमा . मैं उसके लण्ड में खो गयी . मस्त होने लगी मैं और मेरी चूत ? ज़िन्दगी में पहली बार मेरे हाथ इतना बढ़िया लौड़ा लगा है . मैं गॉड को थैंक यू कहने लगी . मैंने अंकल कीआँखों में आँखें डाल कर उसका सुपाड़ा पूरा का पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी . बिलकुल आम की गुठली की तरह ? मेरी चूत बहुत गरम हो गयी लेकिन लौड़ा मुंह से निकालने का मन ही नहीं हो रहा था . तब तक मैंने भी अपने सारे कपडे उतार दिया था . हम दोनों बिन कपड़ों से एक दूसरे से बुरी तरह लिपट गये .
वह बोला :-लोनिका तुम बहुत सुन्दर हो . जवान हो मस्त हो . बड़ी सेक्सी हो और मुझे बहुत पसंद हो .
मैंने कहा :- अंकल अब आज से हर रोज़ तेरा लौड़ा पियूंगी . मैं जब भी आऊंगी, तेरा लण्ड पीकर जाऊंगी .
मैंने फिर लण्ड घुसेड़ लिया मुंह में . आधे से अधिक लण्ड मेरे मुंह में घुस गया . मेरे गले तक पहुँच गया बहन चोद लण्ड ? मुंह के अंदर ही मैं उसके सुपाड़े पर जबान फिराने लगी . बाहर उसके पेल्हड़ सहलाती जा रही थी . इतने में अंकल बोला लोनिका अब मैं खलास होने वाला हूँ . मैंने आँखों से इशारा किया हो जा मादर चोद लेकिन मैं लौड़ा मुंह से नहीं निकालूंगी . मैं चूसती रही लण्ड . अचानक मुझे मुंह में गरम गरम कुछ उसके लण्ड से निकलता हुआ महसूस हुआ . वह बोला लो लोनिका मैं तेरे मुंह में ही झड़ गया ? मैं पी गयी सारा वीर्य . हालाँकि पहले थोड़ा अजीब लगा लेकिन फिर हिम्मत की और पी गयी . फिर मुझे झड़ता हुआ लण्ड चाटने में खूब मज़ा आया . मैं बड़ी देर तक चाटती रही लण्ड ?
अंकल बोला :- लोनिका तुम बहुत अच्छी तरह पीती हो लण्ड ?
मैं बोली :- अरे अंकल मेरी माँ भी अच्छी तरह पीती है लण्ड ? कभी रिचर्ड अंकल से पूंछना ? उसका लण्ड मेरी माँ को बहुत पसंद है . रिचर्ड अंकल जब मेरे घर आते है तो मैं जरुर पीती हूँ उसका लण्ड ?
अंकल बोला :- लोनिका तुम्हे मालूम है की रिचर्ड की बीवी मेरा लण्ड पीती है .
मैं बोली :- वाओ, उसकी बीवी माने रूबी आंटी ? रूबी आंटी तेरा लण्ड पीती है ? तो फिर चुदवाती भी होगी, बुर चोदी ? मुझे नहीं मालूम था की रूबी आंटी इतनी सेक्सी होंगी ?
अंकल बोला :- हां खूब चुदवाती है . बड़ी एक्टिव है चुदाने में रूबी ? अक्सर वह अपने हसबैंड के सामने ही मुझसे चुदवाती है ? मैंने शादी की नहीं है . रिचर्ड मेरा दोस्त है . वह कहता है यार तेरी बीवी है नहीं ? तो तू मेरी बीवी को अपनी बीवी समझ कर चोदा कर ? तबसे मैं चोदने लगा उसे ?
मैंने कहा :- अंकल मुझे भी किसी दिन अपनी बीवी समझ कर चोदो न प्लीज . तेरा लण्ड तो मुझे बेहद पसंद है . अभी तो ठंडा हो गया है बिचारा नहीं तो मैं भी इसे घुसा लेती अपनी चूत में ? और हां अंकल , मेरी माँ को भी अपनी बीवी समझ कर चोदो न किसी दिन . तुझे बड़ा मज़ा आएगा मेरी माँ चोद कर ? रिचर्ड अंकल तो खूब चोदता है मेरी माँ ? किसी दिन तुम दोनों लोग आओ, मुझे भी चोदो और मेरी माँ भी चोदो ?
ऐसा कह कर मैं अपने घर वापस आ गयी .
मैंने कहा :- मॉम आज मैंने इब्राहिम अंकल का लण्ड पकड़ा . क्या मस्त लौड़ा है अंकल का बहन चोद ? मैं तो उसे बड़ी देर तक पीती रही . इतना चूसा मैंने मॉम उसके लण्ड को कि वह भोसड़ी का मेरे मुंह में ही झड़ गया . मॉम बोली :- अरी लोनिका तू माँ की लौड़ी उधर गयी और इधर तेरा बॉय फ्रेंड जॉनी आ गया, बोला आंटी लोनिका है क्या घर में ? मैं उससे मिलना चाहता हूँ . मैंने पूंछा बेटा काम बताओ वह तो घर पे नहीं है . वह आना कानी करने लगा . मैंने जब कई बार कहा तो वह बोला आंटी बताने वाली बात नहीं है . तब मैं थोडा गुस्सा हो गयी . मैंने कहा तेरी माँ का भोसड़ा साले कुत्ते गांडू कहीं का बोल न क्या काम है ? तेरी गांड क्यों फटती है बताने में ? और हां सच सच बताना नहीं तो मैं तेरी माँ चोदूँगी यही ? तब वह बोला आंटी मुझे लोनिका ने चुदाने के लिए बुलाया था . मैं बोली अच्छा तो तू मेरी बेटी चोदने आया है . ठीक है मैं अपनी बेटी चुदा लूंगी लेकिन तुझे एक काम करना पड़ेगा ? वह बोला आण्टी बोलो न मैं करूंगा ? मैंने कहा पहले तुम्हे उसकी माँ चोदनी पड़ेगी . वह हंस पड़ा और मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया . मैं बोली लण्ड तो उसका बढ़िया है न मॉम ? मॉम ने कहा हां बहुत बढ़िया है तभी तो मैंने उसका लौड़ा चूसा भी और उसे चूत में घुसा कर चुदाया भी .
मैं बोली :- वाओ मॉम मैंने उसका लौड़ा पकड़ा तो है पिया भी है पर कभी चुदाया नहीं था . तुमने ठीक किया . अब मैं कल उससे चुदाऊंगी .
दूसरे दिन रूबी आंटी मेरे घर आ गयी . मैं मन में बड़ी खुश हुई और आंटी से बातें करने लगी .
बस आधे घंटे में जॉनी, रिचर्ड अंकल, इब्राहिम अंकल तीनो आ गये ? इधर मैं ,मेरी मॉम और रूबी आंटी ? तीन चूत इधर और तीन लण्ड उधर ? शुरू हो गया ड्रिंक्स का कार्य क्रम ? मैंने ड्रिंक्स के साथ रिचर्ड अंकल का लण्ड पकड़ लिया . मॉम ने इब्राहिम अंकल का लौड़ा खोला और उसे हिलाने लगी . रूबी आंटी जॉनी का लण्ड बार बार जबान से छू छू कर देखने लगी . शराब के साथ लण्ड पीने का मज़ा हम तीनो लेने लगी . ०
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०० समाप्त
पिलाओ आज, अंकल ? मैं भी पीती हूँ लण्ड और मेरी माँ भी पीती है लण्ड . अगर कभी यहाँ मेरी माँ आ जाये तुम्हारे पास तो उसे भी 'लण्ड' पिला देना . वह बड़ी खुश हो जायेगी, अंकल ? मैं इब्राहिम अंकल से खुल कर बातें कर रही थी .
अंकल मेरी कॉलोनी में ही रहते है और मैं उनसे इंग्लिश सीखने जाती हूँ . पिछले एक साल से मैं उनसे सीख रही हूँ इंग्लिश ? इतने दिनों में मैं उनके बहुत नजदीक आ गयी . पहले मैं उनके साथ व्हिस्की पीने लगी फिर सिगरेट पीने लगी और अब उसका लण्ड पीती हूँ . लण्ड पीने तक कैसे पहुंची मैं ? यह एक बड़ी रोचक कहानी है . कहानी सुनाने के पहले मैं आपको बता दूं की मैंने अभी तक चुदाना शुरू नहीं किया है . हां उसके लण्ड का साईज़ बता सकती हूँ . आगे बताऊंगी भी ?
तो लीजिये सुनिये कहानी :- अंकल की उम्र - ४५ साल, कद - ५' १०", रंग - गोरा, बाल - काले, बदन - कसरती, आँखें - भूंरी ? अंकल घर में अक्सर बरबूडा (एक ढीली ढाली नेकर ) पहनते है और ऊपर सिर्फ एक बनियाइन . व्हिस्की के शौक़ीन है . रोज़ पीते है . म्यूज़िक और डांस बहुत पसंद है . बढ़िया फर्राटे दार इंग्लिश बोलते है . मुझे किसी ने चुपके से बताया था कि अंकल को लड़कियों के मुंह से अश्लील बातें सुनना बड़ा अच्छा लगता है . लड़कियों के मुंह से निकली हुई गालियां भी खूब पसंद करते है, अंकल ?
मेरा नाम है लोनिका दोस्तों . मैं २२ साल की हो गयी हूँ . पढने का बड़ा शौक है इसलिए मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ . गांड मराने का शौक है इसलिए लड़कों से गांड मरवाती हूँ . माँ चुदाने का शौक है इसलिए अपनी माँ चुदवाती हूँ . मैं अपना हर शौक पूरा करती हूँ . मैं भोसड़ी की बड़ी मादर चोद हरामी लड़की हूँ . मुंह फट हूँ . खुल कर बात करती हूँ . साफ़ साफ़ सच बोलती हूँ . मैं न तो किसी का नुकशान करती हूँ और न ही पीठ पाछे किसी की गांड नहीं मारती हूँ और न ही किसी भोसड़ी वाले से डरती हूँ .
मैं इब्राहिम अंकल के घर इंग्लिश पढ़ने जाने लगी . मैं उनसे खूब बातें करने लगी . खुल कर बातें करने लगी . मैंने एक दिन कहा :- अंकल बहन चोद तुम इतने अच्छे क्यों हो ? इतने स्मार्ट क्यों हो ?
वह बोला :- मैं जो भी वो सब गॉड ने बनाया है . मैंने अपने आप अपने को नहीं बनाया ?
मैंने कहा :- अच्छी पढ़ाई तो की आपने तभी तो इतनी अच्छी इंग्लिश बोलते हो . इतनी बढ़िया नॉलेज है आपको . लोग आपको बहुत मानते है . मादर चोद सभी लोग आपकी बड़ी तारीफ करते है . यह सब कैसे हुआ ? वह बोला :- तुम भी अच्छी हो . खूबसूरत हो . सेक्सी हो . बढ़िया मीठी मीठी बातें करती हो . यह सब कैसे हुआ ? फिर हम दोनों एक दूसरे को देख कर हंसने लगे .
एक दिन जब मैं पहुंची तो अंकल व्हिस्की पी रहे थे . वह बोला लोनिका क्या तुम व्हिस्की पीती हो . मैंने कहा हां अंकल, मैं खूब पीती हूँ . अपनी मॉम के साथ भी पीती हूँ . उस दिन उसने मुझे व्हिस्की पिलाई . वहीँ एक सिगरट की डिब्बी पड़ी थी मैंने कहा अंकल सिगरट भी पिलाओ न मुझे ? उसने सिगरेट उठा कर मुझे दी . बस मैं करीब करीब अब हर रोज़ उसके साथ बैठ कर शराब और सिगरट पीने लगी . धीरे धीरे मैंने महसूस किया की अंकल की निगाहें अक्सर मेरी चूंचियों पर रहती है . मैं भी बार बार उसकी टांगों के बीच देखा करती हूँ . मेरा मन होता है की उसका लण्ड देखूं ? उसकी नाप लूं ? पता लगाऊं कि कितना बड़ा है इसका, बहन चोद , लौड़ा ?
एक दिन सुबह सुबह मैं उसके घर चली गयी . मैं भी सेक्सी मूड में थी . अचानक अंकल ने पूंछा :-
- लोनिका चाय पियोगी ?
- चाय मैं पीती नहीं, कोल्ड ड्रिंक मुझे सूट नहीं करता ? मैं तो "लण्ड" पीती हूँ . हां, गरमागरम 'लण्ड' ? पिलाना हो तो मुझे गरमागरम 'लण्ड' पिलाओ, अंकल ? मैं भी पीती हूँ लण्ड और मेरी माँ भी पीती है लण्ड ? मेरी बात सुनकर अंकल दंग रह गये ? उसने इस तरह के जबाब की कल्पना भी न की थी
- मैंने कहा :- अरे क्या हुआ अंकल ? गांड फट गयी क्या तेरी ?
- नहीं नहीं, ऐसी कोई बात नहीं ?
- तो फिर पिलाओ न मुझे 'लण्ड' ? आज मैं 'लण्ड' पीकर ही जाऊंगी
- सोंच लो लोनिका पहले ? पीने के बाद अगर तुझे ज्यादा नशा हो गया तो फिर मुझे दोष न देना ?
- क्या 'लण्ड' में इतना नशा होता है, अंकल ?
- हां होता है, इसी में तो नशा होता है . इसे पीकर कई लड़कियां पहले भी नशे में आ चुकी है .
- वाओ, इतना नशा है तेरे 'लण्ड' में ? तब तो मैं इसे जरुर पियूंगी .
इतने में मैंने अंकल के बारबूडा के दोनों तरफ से अपनी ऊँगलियाँ फंसाई और झट्ट से नीचे बैठते हुए उसे नीचे तक घसीट दिया . वह एकदम नंगा हो गया और उसका लौड़ा फनफना कर मेरे सामने आ गया जैसे सपेरे की टोकरी से सांप निकल आता है . मैंने उसे आँखे फाड़ फाड़ कर देखा . मुझे तो यकीं ही नहीं हो रहा था की लौड़ा इतना बड़ा भी होता है ? इस तरह का होता है ? लण्ड का अंडाकार माथा अपने आप हिलने लगा . वह बहुत खूबसूरत लग रहा था . मैंने फ़ौरन उसकी चुम्मी ली और लण्ड अपनी मुठ्ठी में किया हालांकि मेरी एक मुठ्ठी में लौड़ा समा नही रहा था . मैंने अपने दोनों हाथों से उसे पकड़ कर बार बार चूमा . मैं उसके लण्ड में खो गयी . मस्त होने लगी मैं और मेरी चूत ? ज़िन्दगी में पहली बार मेरे हाथ इतना बढ़िया लौड़ा लगा है . मैं गॉड को थैंक यू कहने लगी . मैंने अंकल कीआँखों में आँखें डाल कर उसका सुपाड़ा पूरा का पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी . बिलकुल आम की गुठली की तरह ? मेरी चूत बहुत गरम हो गयी लेकिन लौड़ा मुंह से निकालने का मन ही नहीं हो रहा था . तब तक मैंने भी अपने सारे कपडे उतार दिया था . हम दोनों बिन कपड़ों से एक दूसरे से बुरी तरह लिपट गये .
वह बोला :-लोनिका तुम बहुत सुन्दर हो . जवान हो मस्त हो . बड़ी सेक्सी हो और मुझे बहुत पसंद हो .
मैंने कहा :- अंकल अब आज से हर रोज़ तेरा लौड़ा पियूंगी . मैं जब भी आऊंगी, तेरा लण्ड पीकर जाऊंगी .
मैंने फिर लण्ड घुसेड़ लिया मुंह में . आधे से अधिक लण्ड मेरे मुंह में घुस गया . मेरे गले तक पहुँच गया बहन चोद लण्ड ? मुंह के अंदर ही मैं उसके सुपाड़े पर जबान फिराने लगी . बाहर उसके पेल्हड़ सहलाती जा रही थी . इतने में अंकल बोला लोनिका अब मैं खलास होने वाला हूँ . मैंने आँखों से इशारा किया हो जा मादर चोद लेकिन मैं लौड़ा मुंह से नहीं निकालूंगी . मैं चूसती रही लण्ड . अचानक मुझे मुंह में गरम गरम कुछ उसके लण्ड से निकलता हुआ महसूस हुआ . वह बोला लो लोनिका मैं तेरे मुंह में ही झड़ गया ? मैं पी गयी सारा वीर्य . हालाँकि पहले थोड़ा अजीब लगा लेकिन फिर हिम्मत की और पी गयी . फिर मुझे झड़ता हुआ लण्ड चाटने में खूब मज़ा आया . मैं बड़ी देर तक चाटती रही लण्ड ?
अंकल बोला :- लोनिका तुम बहुत अच्छी तरह पीती हो लण्ड ?
मैं बोली :- अरे अंकल मेरी माँ भी अच्छी तरह पीती है लण्ड ? कभी रिचर्ड अंकल से पूंछना ? उसका लण्ड मेरी माँ को बहुत पसंद है . रिचर्ड अंकल जब मेरे घर आते है तो मैं जरुर पीती हूँ उसका लण्ड ?
अंकल बोला :- लोनिका तुम्हे मालूम है की रिचर्ड की बीवी मेरा लण्ड पीती है .
मैं बोली :- वाओ, उसकी बीवी माने रूबी आंटी ? रूबी आंटी तेरा लण्ड पीती है ? तो फिर चुदवाती भी होगी, बुर चोदी ? मुझे नहीं मालूम था की रूबी आंटी इतनी सेक्सी होंगी ?
अंकल बोला :- हां खूब चुदवाती है . बड़ी एक्टिव है चुदाने में रूबी ? अक्सर वह अपने हसबैंड के सामने ही मुझसे चुदवाती है ? मैंने शादी की नहीं है . रिचर्ड मेरा दोस्त है . वह कहता है यार तेरी बीवी है नहीं ? तो तू मेरी बीवी को अपनी बीवी समझ कर चोदा कर ? तबसे मैं चोदने लगा उसे ?
मैंने कहा :- अंकल मुझे भी किसी दिन अपनी बीवी समझ कर चोदो न प्लीज . तेरा लण्ड तो मुझे बेहद पसंद है . अभी तो ठंडा हो गया है बिचारा नहीं तो मैं भी इसे घुसा लेती अपनी चूत में ? और हां अंकल , मेरी माँ को भी अपनी बीवी समझ कर चोदो न किसी दिन . तुझे बड़ा मज़ा आएगा मेरी माँ चोद कर ? रिचर्ड अंकल तो खूब चोदता है मेरी माँ ? किसी दिन तुम दोनों लोग आओ, मुझे भी चोदो और मेरी माँ भी चोदो ?
ऐसा कह कर मैं अपने घर वापस आ गयी .
मैंने कहा :- मॉम आज मैंने इब्राहिम अंकल का लण्ड पकड़ा . क्या मस्त लौड़ा है अंकल का बहन चोद ? मैं तो उसे बड़ी देर तक पीती रही . इतना चूसा मैंने मॉम उसके लण्ड को कि वह भोसड़ी का मेरे मुंह में ही झड़ गया . मॉम बोली :- अरी लोनिका तू माँ की लौड़ी उधर गयी और इधर तेरा बॉय फ्रेंड जॉनी आ गया, बोला आंटी लोनिका है क्या घर में ? मैं उससे मिलना चाहता हूँ . मैंने पूंछा बेटा काम बताओ वह तो घर पे नहीं है . वह आना कानी करने लगा . मैंने जब कई बार कहा तो वह बोला आंटी बताने वाली बात नहीं है . तब मैं थोडा गुस्सा हो गयी . मैंने कहा तेरी माँ का भोसड़ा साले कुत्ते गांडू कहीं का बोल न क्या काम है ? तेरी गांड क्यों फटती है बताने में ? और हां सच सच बताना नहीं तो मैं तेरी माँ चोदूँगी यही ? तब वह बोला आंटी मुझे लोनिका ने चुदाने के लिए बुलाया था . मैं बोली अच्छा तो तू मेरी बेटी चोदने आया है . ठीक है मैं अपनी बेटी चुदा लूंगी लेकिन तुझे एक काम करना पड़ेगा ? वह बोला आण्टी बोलो न मैं करूंगा ? मैंने कहा पहले तुम्हे उसकी माँ चोदनी पड़ेगी . वह हंस पड़ा और मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया . मैं बोली लण्ड तो उसका बढ़िया है न मॉम ? मॉम ने कहा हां बहुत बढ़िया है तभी तो मैंने उसका लौड़ा चूसा भी और उसे चूत में घुसा कर चुदाया भी .
मैं बोली :- वाओ मॉम मैंने उसका लौड़ा पकड़ा तो है पिया भी है पर कभी चुदाया नहीं था . तुमने ठीक किया . अब मैं कल उससे चुदाऊंगी .
दूसरे दिन रूबी आंटी मेरे घर आ गयी . मैं मन में बड़ी खुश हुई और आंटी से बातें करने लगी .
- फिर मैं एकदम से पूंछ बैठी :-आंटी, तुमको इब्राहिम अंकल का लौड़ा कैसा लगा ?
- वह बोली :- ओ' माई गॉड उसका लौड़ा बाप रे बाप ? मेरी तो गांड ही फट गयी थी देख कर लेकिन फिर मैंने उसे जब अपनी बुर में पेला तो चुदवाती ही चली गयी . बड़ा मज़ा आता है उससे चुदवाकर ?
- मैं बोली :- दिन में कितनी बार चोदता है अंकल तुम्हे आंटी ?
- वह बोली :- वाओ, तुम यह भी जानती हो ? तुमको किस मादर चोद ने बताया . देखो उसकी बीवी नहीं कोई इसलिए मैं चुदवा लेती हूँ . जब आता है तब चोद कर जाता है .
- मैं बोली :- इब्राहिम का लण्ड बढ़िया है की रिचर्ड का लण्ड ?
- वह बोली :- तू बुर चोदी लोनिका खूब खोद खोद कर पूंछ रही है . मैं किसी से भी चुदाऊ तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है . तेरी माँ की चूत क्यों फटती है मादर चोद, लोनिका ?
- मैं बोली :- अरे आंटी मैं इन दोनों अंकल से अपनी माँ की चूत फड़वाना चाहती हूँ . मैंने दोनों लण्ड पकडे है आंटी . दोनों लण्ड पीकर देखा है मैंने . मुझे तो दोनों एक से एक बढ़कर लगे . मैं तो बस तेरी राय पूंछ रही हूँ . मैं वास्तव में अपनी माँ चुदाना चाहती हूँ .
बस आधे घंटे में जॉनी, रिचर्ड अंकल, इब्राहिम अंकल तीनो आ गये ? इधर मैं ,मेरी मॉम और रूबी आंटी ? तीन चूत इधर और तीन लण्ड उधर ? शुरू हो गया ड्रिंक्स का कार्य क्रम ? मैंने ड्रिंक्स के साथ रिचर्ड अंकल का लण्ड पकड़ लिया . मॉम ने इब्राहिम अंकल का लौड़ा खोला और उसे हिलाने लगी . रूबी आंटी जॉनी का लण्ड बार बार जबान से छू छू कर देखने लगी . शराब के साथ लण्ड पीने का मज़ा हम तीनो लेने लगी . ०
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