Wednesday, May 22, 2013

हसबैंड की अदला बदली

आज मेरे दोनों हाथों में एक एक लण्ड है ? एक हाथ में है पीटर का लण्ड और दूसरे हाथ में है मार्क का लण्ड ? ये दोनों मेरे हसबैंड के दोस्त है . आज मेरा हसबैंड घर पर नहीं है . वह विदेश गया हुआ है और एक हफ्ते के बाद आएगा . मैं घर में अकेली हूँ  . पहले पीटर आया और मेरे साथ बैठ कर व्हिस्की पीने लगा . पीटर ने जब आधा गिलास खाली कर लिया तो खुल कर बोलने लगा .
उसने कहा :- भाभी उस दिन पार्टी में बड़ा मज़ा आया . मैं देख रहा था की किस तरह से खिलखिलाती हुई बीवियां अपने हसबैंड अदल बदल कर चुदवा रही थी ?
मैंने कहा :- तुम वो जोन्सन वाली पार्टी की बात कर रहे हो ?
पीटर बोला  :- हां भाभी वही पार्टी . मुझे तो उस दिन बहुत मज़ा आया और मुझसे ज्यादा मज़ा आया मेरी वाईफ को ? वो तो पराये मर्दों के लण्ड की दीवानी हो चुकी है . मेरे लण्ड की बिलकुल परवाह नहीं है उसे  . उसने दो साल से मेरा लण्ड पकड़ा ही नहीं ?
मैंने कहा :- पर वो तो मेरे हसबैंड का लण्ड खूब पकड़ती है . जब भी मिलती है तो उसका हाथ फ़ौरन मेरे हसबैंड के लण्ड पर चला जाता है . बैठते ही पकड़ लेती हैउसका लण्ड . और भी लोगों के लण्ड पकड़ते हुए मैंने उसे कई बार देखा है . लोगों से बड़ा मस्त चुदवाती है तेरी बीवी ? पर उस दिन मैंने तुम्हे देखा ही नहीं . कहाँ थे तुम और किस किस को चोद रहे थे .
 वह बोला  :- हां  भाभी मैं कई बार तुम्हे चोदने की कोशिश की पर मेरे आते है कोई न कोई घुसेड देता था अपना लण्ड तुम्हारी चूत में और मैं मन मार कर रह जाता था . तभी मैंने सोचा की मैं एक दिन भाभी के घर जाकर ही उसे प्रेम से चोद कर आऊँगा ?
मैंने कहा :- अच्छा इसका मतलब तुम मुझे चोदने आये हो ? अच्छा है यार चोदो मुझे . मैं अकेली ही हूँ . बोर हो रही थी . तुमसे चुदवा कर थोडा मज़ा आ जायेगा ?
फिर मेरे दिमाग में आया की मार्क भी वहां नहीं दिखा ?
मैंने पीटर से पूंछा :- अरे यार मार्क भी उस दिन मुझे नहीं दिखा ?
पीटर बोला :- अरे भाभी मार्क और मैं दोनों करीब करीब एक साथ ही कमरे में घुसे  . घुसते ही मार्क की बीवी ने मेरा लण्ड पकड़ लिया और मेरी बीवी ने मार्क का लण्ड ? फिर क्या हम दोनों ने वही सबके सामने एक दूसरे की बीवी चोदी . दोनों ही झड गए . फिर हमने आधा घंटा आराम किया और फिर चोदने लगे औरों की बीवियां . वैसे मैं चोद रहा था दूसरों की बीवियां लेकिन मेरी निगाह तुम्हारी चूत पर थी भाभी . पर क्या बताऊ तुम्हारी चूत मुझे खाली ही नहीं मिली . यही हाल मार्क का भी हुआ . वह तुम्हे चोदने के चक्कर में घूमता रहा पर उसे भी मौका नहीं मिला . फिर हम दोनों ने कहा अब तो घर ही चोदूंग जेनिफर  भाभी को ?
 मैंने कहा  :- तो फिर उसे भी बुला लो न  भोषडी वाले को ? दोनों मिलकर चोदो मुझे ?
पीटर बोला :- अरे वाह भाभी क्या बात कही है . मैं अभी बुलाता हूँ उसे ?

थोड़ी  देर में मार्क भी आ गया . दोनों मादर चोद कपडे उतार कर मेरे अगल बगल बैठ गये . मैं सोफे पर बैठी थी . मैंने एक हाथ से पीटर का लण्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से मार्क का लण्ड ? वे दोनों मेरी एक एक चूंची पकड़ कर चूसने लगी .मैं कभी पीटर का लण्ड चाटती कभी मार्क का लण्ड ? कभी इसका लण्ड चूमती कभी उसका लण्ड ? मुझे दोनों लण्ड बहुत ही पसंद है . उनकी झांटे बनी हुई थी इसलिए लण्ड बड़े बड़े लग रहे थे . थोड़ी देर में मैंने दोनों को आमने सामने लिटा दिया . उनके पेल्हड़ से पेल्हड़ मिल गये और लण्ड से लण्ड ? दोनों लण्ड एक दूसरे से चिपक गये जिन्हें मैं देख कर बड़ी उत्साहित हो गयी . दोनों लण्ड की लम्बाई करीब करीब बराबर है और उनके सुपाडे भी एक से लग रहे है . हां मार्क का लण्ड थोडा मोटा जरुर है . मैं दोनों लण्ड  पर एक साथ जबान फिराने लगी . मैं पीटर के  ऊपर बैठी हूँ , वह मेरी बुर चाट रहा है . मैं फिर कर्म के मुह पर बैठ जाती हूँ और उसे अपनी बुर चटाने लगती हूँ . मैं मस्त हुई जा रही थी। 
मार्क और पीटर से चुदवा रही हूँ
इन दोनों की बीवियां मेरे हसबैंड राबर्ट से खूब चुदवाती है . उसके लण्ड का पूरा मज़ा लेती है . आज मैं इन दोनों के लण्ड का मज़ा एक साथ ले रही हूँ . उसके बाद मैं मार्क के लण्ड पर पूरी तरह बैठ गयी . लण्ड मेरी बुर में घुस गया . पीटर खड़ा हो गया और मैं उसका लण्ड मुह में लेकर चूसने लगी . लण्ड चूसते हुए चुदवाना बड़ा मज़ा देता है . थोड़ी देर में मैं पीटर के लण्ड पर बैठी और मार्क का लण्ड चूसने लगी . इस तरह लण्ड अदल बदल कर मुझे ज्यादा मज़ा आ रहा था .
अचानक मेरा मन गांड मराने का हो गया . मैं मार्क को नीचे लिटा कर उसकी तरफ मुह कर के उसके ऊपर चढ़ बैठी . फिर अपनी गांड उचकाकर बोली हाय पीटर अब तुम मेरी गांड में लण्ड पेलो . मैं बुर चुदवाते हुए गांड मराऊँगी . मुझे इस तरह से दोनों लण्ड का मज़ा एक साथ मिलता है .एक लण्ड अगर और होता तो मैं उसे मुह में घुसेड लेती ? तीन तीन लण्ड से चुदाना तो मेरे बाएं हाथ का खेल है .उसके बाद मैं एक लण्ड बुर में और एक लण्ड मुह में घुसेड कर बड़ी देर तक चुदवाती रही . मार्क बड़ी से और जोर जोर से मेरी बुर चोद रहा था . अचानक वह चिल्लाया भाभी मैं खलास होने वाला हूँ . मैं घूम गयी और कहा अबे भोषडी के मेरे मुह में खलास हो जा . मेरी चूंची पर खलास हो जा माँ के लौड़े ? उधर पीटर भी बिल पड़ा मैं भी आने वाला हूँ . मैंने कहा साले बहन के लौड़े तू भी आ जा मादर चोद . मैं दोनों लण्ड एक साथ पी लूंगी . मैं चपाचाप्प दोनों लण्ड बड़ी देर तक चाटती रही . उस दिन मुझे खूब मज़ा आया . ये बात मैं इन दोनों की बीवियों को बताई तो वे भी खुश हुई .
दूसरे दिन मेरे घर  में मेरी दोस्त जेसिका आ गयी . उसके साथ एक और लेडी थी . जेसिका ने कहा ये है मिसेज मोनिका मेरी दोस्त है . मैंने उन दोनों को बैठाया उर बातें करने लगी . ड्रिंक्स का इंतजाम था ही . हम तीनो शराब पीने लगी . जेसिका मुझे काफी खुली हुई है .
उसने दो घूँट शराब का मारा और बोली :- यार जेनिफर, मैं तेरे हसबैंड से चुदवाना चाहती हूँ . मेरी दोस्ती पुरानी है पर आजतक मैंने तेरे हसबैंड का लौड़ा नहीं देखा ? है न हैरानी की बात ?
मैंने कहा :- हां यार बात तो सही है . मैंने भी तेरे हसबैंड का लण्ड नहीं देखा ? अब तो मुझे उसका लण्ड देखने की इच्छा हो गयी है .
जेसिका बोली :- और एक बात तुम्हे बताती हूँ . ये मेरी दोस्त मोनिका है मैंने इसके हसबैंड का भी लौड़ा अभी तक नहीं देखा है .
मोनिका बोली :- हां बात सच है . मेरे मन में कई बार आया की मैं जेसिका के हसबैंड का लण्ड पकड़ लूं . जबरदस्ती पकड़ लूं . पहली बार ही वो थोडा बहुत बुरा मानेगा लेकिन फिर मेरी बुर चोदने लगेगा . मैंने एक बार ऐसा किया भी था . वह था मेरी सहेली लूसी के हसबैंड का लण्ड ? वास्तव में मुझे काला लण्ड बहुत अच्छा लगता है . वो एक दिन मेरे घर आया . मैं अकेली थी . मैंने बाहर का दरवाजा बंद किया और कहा थामस तुम अपने हाथ ऊपर करो . जबतक मैं न कहूं तबतक नीचे मत करना ? बस हाथ ऊपर और मैंने उसकी पैन्ट खोल दी . वह बोला भाभी ये आप क्या कर रही है ? मैंने कहा मैं तेरे लण्ड की माँ चोदने जा रही हूँ . वह मेरे मुह से गाली सुनकर जोश में आ गया और उसका लौड़ा टन्ना कर खड़ा हो गया . मैंने अपने कपडे भी उतार दिया . मुझे एकदम नंगी देख कर उसका लण्ड और कड़क हो गया . बस मैंने उस दिन खूब मजे से चुदवाया उससे ?  बाद में मेरे हसबैंड ने उसकी बीवी चोदी और मैंने फिर अपने हसबैंड के सामने ही थामस से चुदवाया . लेकिन ये काम मैं जेसिका के साथ नहीं कर सकी . मैं इसके हसबैंड का लण्ड पकड़ने के लिए बड़ी उत्सुक हूँ . मेरी बुर इसके नाम से गरम हो जाती है यार ? और आज जेनिफर के हसबैंड का लण्ड पकड़ने का मन हो गया है .
मैंने कहा :- मेरे हसबैंड कल आ रहे है . परसों है शनिवार ? परसों हम हसबैंड की अदला बदली का प्रोग्राम रख लेते है . यह मेरे घर में ही होगा ? मैं सब इंतजाम कर लूंगी . तुम लोग समय से आ जाना बस ?
शनिवार को लोग आने लगे मेरे घर . पहले आयी जेसिका अपने हसबैंड डेविड के साथ . मैं पहले भी एक दूसरे के हसबैंड से मिल चुके है . मैं पहले भी डेविड से मिल चुकी हूँ पर उसे नंगा कभी नहीं देखा ? आज देखूँगी तो कितना मज़ा आयेगा . मेरा हसबैंड राबर्ट बोला हाय जेसिका भाभी आज तो आप बड़ी खूबसूरत और अच्छी लग रही है . उसने मजाक किया मैं समझता हूँ की आप बिना कपड़ों के और अच्छी लगेंगी ? वह मुस्कराकर बोली और तुम भी तो नंगे नंगे बड़े अच्छे लगोगे ? आज मैं देखूँगी की तेरा कितना बड़ा है ? और क्या क्या गुल कहलाता है ? उधर डेविड मुझे बड़ी अच्छी तरह से देख रहा था .वह बोला जेनिफर भाभी आज आप तो गज़ब ढा रही है . तेरी ये बड़ी बड़ी बहुत सेक्सी लग रही है ? मैंने कहा क्या भी दिखा दूं तुझे ? वह बोला नहीं भाभी थोडा शराब पीने के बाद देखूँगा तब और अच्छी लगेंगी . इतने आ गयी मोनिका और उसका हसबैंड एडवर्ड . मैं पहली बार एडवर्ड को एख रही थी . क्या बांका जवान है यार मोनिका तेरा हसबैंड मैंने कहा ? उसने जबाब दिया अरे भाभी इसका  कितना जवान है वो आप बाद में बतायेंगी ? मुझे तो तुम्हारे मर्द की जवानी बड़ी प्यारी लग रही है . अब मुझे देखना है की इसका वो कितना जवान होगा ? मैंने कहा कहो तो अभी दिखा दू . करू मैं अपने हसबैंड को नंगा ? मोनिका बोली :- नहीं यार नहीं ? मैं खुद ही पकड़ कर देख लूंगी वक्त आने पर ? मैं तो बस इतना कह रही थी की मर्द की जवानी के साथ साथ उसके लण्ड की जवानी मुझे ज्यादा अच्छी लगती है .
देसी माल
तब तक राबर्ट मजाक करते हुए बोला :- मेरी बुर चोदी मोनिका भाभी ?
मोनिका तुरंत बोली :-  अभी मुझे बुर चोदी मत कहो . मेरी बुर चोदने के बाद मुझे बुर चोदी कह कर बुलाना ? मैं तेरे लण्ड के लिए अपनी बुर को तैयार करके लाई हूँ .
 राबर्ट झेंप भी गया और मस्त भी हो गया .
 मैंने कहा :-  वाह मोनिका वाह क्या जबाब दिया है तुमने ?
उसके बाद ड्रिंक्स शुरू हो गयी और जम गयी महफ़िल .

तीन कपल मैं जेनिफर राबर्ट, जेसिका डेविड और मोनिका एडवर्ड 

एक पैग पीने के बाद मैं उठी और अपने कपडे खोलने लगी . मुझे देख कर मोनिका भी उठ गयी और फ़टाफ़ट अपने कपडे खोलने लगी . मैंने देखा की मुझे पहले मोनिका नंगी हो गयी . उसकी मस्त चूंचियाँ मेरा हसबैंड और जेसिका का हसबैंड  गिद्ध की निगाह से देखने लगे . उसकी चूत देख कर तो दोनों लण्ड बहन चोद कहदे होने लगे . तब तक मैं नंगी हो गयी . मेरी गांड पर तो डेविड अपना हाथ फेरने लगा और एडवर्ड मेरी चूंची सहलाने लगा . इतने में जेसिका भी नंगी हो गयी . एडवर्ड तो जैसे उसकी  चूत का इंतज़ार ही कर रहा था . उसका सबसे पहले हाथ जेसिका की बुर पर गया . दूसरा हाथ उसकी चूंची पर ? अब बारी थी मर्दों की . उन्हें नंगा होना था . थोडा माहौल और बदला . मैं डेविड की ओर लपकी और उसके कपडे खोलने लगी . जेसिका एडवर्ड को नंगा करने लगी और मोनिका मेरे हसबैंड राबर्ट को . मैंने जैसे ही डेविड की चड्ढी खोली वैसे उसका टन टनाता हुआ लौड़ा मेरे गाल पर लगा . मैंने फ़ौरन उसे अपने कब्जे में किया और हिलाने लगी लण्ड ? लण्ड और बढ़ता गया और फिर सख्त होकर अपना सर हिलाने लगा . मुझे मज़ा आया . 
उसका लौड़ा पकड़ कर मैंने कहा :- वाओ, कितना शानदार और कितना मोटा ताज़ा है लौड़ा तेरे हसबैंड का, जेसिका ? लगता है खूब खा पीकर मोटा हो गया है साला भोषडी का लण्ड ?
 जेसिका बोली :- अरे यार,  इधर देखो ये बहन चोद एडवर्ड का लौड़ा कितनी मस्ती कर रहा है मेरे हाथों में ? मादर चोद बड़ा हरामी लग रहा है मुझे मोनिका के हसबैंड का लण्ड ?
 उधर मोनिका बोली :- बाप रे बाप कितना बढ़ता जा रहा है जेनिफर तेरे हसबैंड का लण्ड ? रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है बहन चोद ? कितना प्यारा और कितना मस्त मौला है लौड़ा ? आज तो मैं इसकी माँ चोदूंगी ?
 ये तीनो बीवियां इसी तरह की बातें कर कर के लौडों में जोश भर रही थी . 
तीनो बीवियों के हाथ में था एक एक लण्ड पर उनकी नगाह दो दो लण्ड पर थी . मैं डेविड के लण्ड के साथ साथ एडवर्ड के लण्ड पर भी निगाह रख रही थी . उसका लौड़ा देखने में भी मुझे मज़ा आ रहा था . जेसिका हिला तो रही थी एडवर्ड का लण्ड पर उसकी आँखे देख रही थी मेरे हसबैंड राबर्ट का लण्ड ? मोनिका के हाथ में उछल तो रहा था मेरे हसबैंड का लण्ड पर वो बड़े प्यार से दख रही थी डेविड का लण्ड ? उधर माँ के लौड़े मर्द भी कम न थे . साले चूंची पकडे थे किसी एक की बीवी की पर निगाहें थी दूसरे की बीवी की चूंची पर . मेरे पति राबर्ट पकडे हुआ था मोनिका की चूंची पर देख रहा था जेसिका की चूंची . डेविड मेरी चूंची मसल रहा था पर उसकी आँखे गडी थी मोनिका की चूंची पर . इसी तरह एडवर्ड जेसिका की चूंची दबा दबा कर मज़ा ले रहा था पर देख रहा था पर देख राह था मेरी चूंची . इन सब साले मर्दों की निगाहें  सिर्फ चूंचियों पर ही नहीं थी बल्कि चूत और गांड पर भी थी . मैं महसूस कर रही थी की कितना अच्छा होता है एक दूसरे मर्द का लौड़ा पकड़ना ? एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाना . उसका लण्ड पीना . इतने में डेविड ने पेल दिया लण्ड मेरी बुर में और मैं भी मजे से चुदाने लगी . मेरे सामने जेसिका एडवर्ड से चुदवाये चली जा रही थी . मोनिका तो मेरे हसबैंड का लौड़ा मुह से निकाल ही नहीं रही थी . चूसे जा रही थी लण्ड ? तब राबर्ट ने कहा भाभी मैं अब चोदूंगा तेरी चूत ? उधर देखो सब लोग चोदने लगे है . तब उसने लौड़ा मुह से निकाला और उसे बुर में घुसा लिया . मोनिका बड़ी मस्ती से चुदवाने में जुट गयी . तीनो बीवियां एक दूसरे को देख देख कर चुदवा रही थी . उन्हें बड़ा मज़ा आ रहा था .
 मोनिका बोली :- यार जेनिफर इतना मज़ा अकेले में चुदवाने में नहीं आता ? 
मैंने कहा :- मैं तो कभी अकेले चुदवाती ही नहीं ? हमेशा ग्रुप में चुद्वाती हूँ वो भी पराये मर्दों से ? 
जेसिका बोली :- यार चुदाने का मज़ा लेना हो तो पराये मर्दों से ही चुदवाओ .
 एडवर्ड बोला :- यार डेविड मुझे अगर मालूम होता की तेरी बीवी चुदवाने में इतनी अच्छी है तो मैं बहुत से इसे चोदने लगता ? इतनी अच्छी तरह से मेरी बीवी भी नहीं चुदवाती ? 
डेविड बोला :- यार सही बात तो यह है की असली मज़ा दूसरों की बीवी चोदने में आता है . अब देखो मुझे कितना मज़ा अ रहा है राबर्ट की बीवी चोदने में ? 
राबर्ट बोला :- यार ऐसा करो की तुम लोग अपनी बीवियां मुझसे चुदवाया करो और मेरी बीवी तुम लोग चोदा करो . मुझे मंजूर है . इतने में एक एक करके तीनो मादर चोद लण्ड झड गए .
 हम तीनो ने खूब पिया झड़ते हुए लण्ड ?  दूसरी पारी में मैंने एडवर्ड से चुदवाया . जेसिका ने मेरे हसबैंड से चुदवाया और मोनिका ने डेविड से . जाते समय सबने वादा किया की ऐसी पार्टी हर शनिवार को होगी और हर बीवी गैर मर्दों से चुद्वायेगी .
 मोनिका बोली :- यार मेरी दो दोस्त है वे भी हसबैंड की अदला बदली करना चाहती है . मैं उन्हें अगली बार ले आऊंगी . बड़ा मज़ा आएगा उन दोनों के हसबैंड से चुदवाने का ? 
जेसिका बोली :- हा मेरे पास भी दो कपल आ चुके है अदला बदली करने के लिए . 
मैंने कहा :- वाह फिर क्या अगले शनिवार को होगी एक ग्रांड पार्टी ?
 जिसका नाम होगा चूत हमारी लण्ड सभी के ? 

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त






Previous Post
Next Post

0 comments: