Tuesday, May 21, 2013

सबकी माँ चोदो अंकल

देखो, अंकल आजकल वो कहावत लागू होती है की सीधी ऊंगली से घी नहीं निकलता ? इसलिये अगर घी निकालना है तो ऊंगली टेढ़ी करनी ही पड़ती है ? अगर किसी की गांड मारनी है तो लण्ड टेढा करना ही पड़ता है, अंकल ?अब आपने मुझे मेनेजर बना ही दिया है तो मैं देखती हूँ की इस कंपनी में काम कैसे नहीं होता ? मैं लोगों की गांड में हाथ डाल कर काम करवा लूंगी ? अगर नहीं माने तो मैं उनकी गांड मारना शुरू कर दूँगी . फिर भी अगर काबू में नहीं आये तो मैं चोदूंगी उनकी माँ ? और तुम्हे भी माँ चोदना सिखाऊंगी अंकल ?
मैं फरारा हूँ एक २६ साल की मद मस्त जवान एक क्रिश्चियन लड़की . मुझे इस कंपनी में सीनियर मेनेजर की पोस्ट दी गयी है . यह कंपनी एक्सपोर्ट इम्पोर्ट का काम करती है . इसके मालिक मिस्टर  जे डी सर है . इसमें कई सालो से घटा हो रहा है ? मैंने इसे एक चुनौती की तरह लिया है . पहले ही दिन मैं अपनी केबिन में बैठी थी तो मैंने सफीक को बुलाया . मेरे बगल में बैठे थे जे डी सर .
मैंने उससे कहा :- सफीक तू बहन चोद रोज़ एक घंटा लेट आता है और एक घंटे पहले चला जाता है . क्यों क्या समय से आने जाने में तेरी गांड फटती है ?
वह बोला :- नहीं मेम गलती हो गयी .
मैंने कहा :- जा कल से टाइम पर आना नहीं तो मैं तेरी खाल खींच दूँगी .
फिर मैंने साहिल को बुलाया .
मैंने कहा :- तुम यहाँ के सुपर्वयिज़र हो पर तेरे विभाग में लोग काम नहीं करते और तुम मादर चोद हाथ पे हाथ रखे बैठे रहते हो ? गांड मराया करते हो क्या ?
वह बोला :- नहीं मेम मैं आगे से इसका ख्याल रखूंगा .
फिर मैंने रहमान को बुलाया और कहा :- तुम यहाँ से सेल्स मेनेजर हो लेकिन तेरा सेल बढ़ नहीं रहा है . तुम क्या यहाँ दिन भर माँ चुदाया करते हो ? बाहर फील्ड में क्यों नहीं जाते ? साले रात को जब बीवी चोदने जाते हो तो लौड़ा तेरा बढ़ जाता है पर यहाँ सेल नहीं बढती ?
कल से सेल बढाओ नहीं तो मैं तेरा लौड़ा काट कर फेंक    दूँगी. मैं इसी तरह हर हफ्ते में दो तीन बार सबकी माँ चोदती रही जिससे कंपनी के काम की क्वालिटी बढ़ गयी और सेल भी बढ़ने लगा . मेरा बॉस बहुत खुश हो गया .
जे डी सर की उम्र ५५ साल की हो गयी थी . मैं उन्हें ऑफिस में सर कहती थी बाकी जगहों पर अंकल कह पुकारती थी . धीरे धीरे मैं बॉस के नजदीक आने लगी . एक साल के बाद जब लेख जोखा किया गया तो कंपनी प्रॉफिट में आ गयी . बॉस तो बहुत ही खुश हो गये .
 एक दिन वह बोला :- फरारा तुमने इतनी अच्छी गालियाँ कहाँ से सीखी ? और इतनी हिम्मत कहाँ से लाई हो की बड़े बड़े लोगों के सामने फ़टाफ़ट गालियाँ निकालने लगती हो . तुम्हे न डर लगता है न झिझक होती है और न ही तुम्हे कोई शर्म आती है ?
मैंने कहा :- अंकल मैंने शर्म की माँ चोद कर रखी है . गालियाँ सबसे पहले मेरी माँ ने सिखाई है . उसने कहा मर्दों से बढ़कर तुम्हे गालियाँ देनी है . बिलकुल डरने की जरुरत नहीं है सब की माँ चोदती रहो बस ? अगर कहीं फंस जाओ तो अपने कपडे फाड़ कर आधी चूंची खोल कर सबको दिखाओ पुलिस वालो को दिखाओ और कहो की मेरे साथ बलात्कार हुआ है . बस सब बहन चोदो की गांड फट जाएगी . मेरे टीचरों ने भी यही सिखाया है . मैं तो क्लास में ही लड़कों की माँ चोदा करती थी .
 बॉस बोला  :- फरारा मुझे तुम्हारे पर गर्व है ?
उसके बाद बॉस मुझे घर बुलाने लगा . मैं हर तरह से उसकी कंपनी की सेवा में लगी हुई थी . वह धीरे धीरे मुझे बहुत पसंद करने लगा . एक दिन उसने कहा फरारा कल तुम मेरे घर आना कुछ जरुरी बात करना है . मैं पहुँच गयी . उसने मुझे अन्दर के कमरे में बैठा दिया और कहा फरारा क्या तुम व्हिक्सी पीती हो . मैंने कहा हां सर पीती हूँ . मेरी मोंम भी पीती है . सब हम दोनों शराब पीने लगे .
मैंने पूंछा  :- सर आपने शादी नहीं की ?
वह बोला :- हां बस नहीं की . मैंने सोचा की शायद मेरी अपनी बीवी से निभेगी नहीं ? क्योंकि मैं बड़े आज़ाद किस्म का आदमी हूँ .
 मैंने कहा :- पर अंकल औरतें भी तो आज़ाद होती है ?
वह बोला :- हां होती है लेकिन औरतों की आज़ादी के आगे मर्दों की आज़ादी गांड में घुस जाती है .
फिर अचानक बोला :- अरे आई एम् सॉरी फरारा ? मैंने गाली बक दी तुम्हारे सामने ?
मैंने कहा :-  अरे इसमें क्या मैं तो हमेशा बकती रहती हूँ तुम्हारे सामने . बल्कि मैं तो खुश हूँ की आपके मुह से कुछ तो सुनने को मिला ? आप मुझसे गाली में ही बात किया कीजिये सर ?
 वह बोला :- जब तक तुम मुझे सर कहोगी तब तक मैं तुम्हे गाली कैसे दे सकता हूँ ?
मैं बोली :- ठीक है आज से घर पर मैं तुम्हे भोषडी के अंकल कहूँगी ? मादर चोद अंकल कहूँगी ? माँ के लौड़े अंकल कहूँगी बस न ?
 वह हंसने लगा बोला फरारा तुम वाकई बड़ी स्मार्ट हो ? अच्छा मैं थोडा नहा कर आता हूँ . तुम ड्राइंग में बैठो ? वह बाथ रूम में चला गया और मैं एक किताब पढने लगी . पोर्नोग्राफी की किताब थी। मेरा मन लग गया इसलिए मैं जाना भूल गयी . इतने में मैंने उसे बाथ रूम से एकदम नंगा निकलते हुए देखा ? मैं झट से थोडा छुप गयी पर मेरी नज़र उसके लण्ड पर गयी और टिकी रही . मैंने मन में कहा वाह यार क्या लौड़ा है इसका ? इतना बड़ा ? इतना मोटा ? अभी लटकता हुआ लण्ड जब इतना बड़ा है तो खड़ा होने पर तो १० " से कम का नहीं होगा बहन चोद ? यार बड़ा सालिड लौडा है अंकल का ? इसका अंडाकार सुपाड़ा क्या मस्त चमक रहा है ? झांट का तो नामोनिशान नहीं है यार ? इसको तो अपनी बुर में क्या माँ के भोषडा में भी पेलना पड़ेगा . इससे चुदवा कर बड़ा मज़ा आयेगा ? अब मैंने ठान लिया की मैं इसकी गांड में जल्दी ही घुस जाऊंगी . दूसरे दिन से मैं बन ठन के जाने लगी ऑफिस . बड़ी बड़ी चूंचियों को छोटे से छोटे कपडे से ढकने की कोशिश करने लगी . मैं जब उसके सामने जाती तो झुक कर बात करती ताकि उसे मेरी चूंचियाँ खूब दिखाती रहे ? खूब मुस्कराकर बात करने लगी और जहाँ मौका मिलता मैं अश्लील भी बातें करने लगी . एक दिनमैं उसके घर में बैठी थी .
 मैंने कहा :- सर कुछ मर्द बड़े ताकत वर होते है ?
वह बोला :- हां होते है . क्या पॉवर होती है उनके पास ? मैंने कहा वह वाली ताकत नहीं सर, शारीरिक पॉवर ? उसने कहा :- हां वह भी बड़ी ताकत होती है .
मैंने कहा :- वही ताकत तो मादर चोद काम आती है ? और असली ताकत जानते हो सर क्या होती है ? 
उसने कहा :- और क्या बस यही सब होता है ?

 मैंने तिरछी और सेक्सी नज़रो से उसे देखा और कहा :- मर्द की असली ताकत होती है बुर चोदने की ताकत ? जो अच्छी तरह चोद लेता है वही ताकतवर कहलाता है समझे माँ के लौड़े अंकल ? 

वह थोडा तिलमिला उठा ?
मैंने फिर कहा :- क्या आप ताकतवर है, भोषडी के अंकल ?
 वह बोला :- तुम क्या समझती हो की मैं बूढा हो चूका हूँ . तुमको अभी मेरी ताकत का अंदाजा नहीं है ? जिस दिन देखोगी उस दिन आटा दाल का भाव मालूम हो जायेगा ?
मैंने कहा :- मैं तो तुम्हे वाकई बूढा समझती हूँ . अगर  वो तुम्हारा नीचे वाला  "लण्ड" जवान है तो तुम  ताकतवर हो नहीं तो नहीं ? वह थोडा नशे में था .
वह बोला :- फरारा मैं नशे में हूँ लेकिन मैं सब समझ रह हूँ . आजकल तुम बहुत सेक्सी लग रही हो मुझे ? ज़रा बच के एक रहना मुझसे नहीं तो किसी दिन मैं तेरा कच्चा गोस्त खा जाऊंगा ?
मैंने मन में कहा अरे मादर चोद मैं यही तो चाहती हूँ ? तू खाना तो शुरू कर बहन के लौड़े ? उस दिन मैंने उसे खूब ललचवाया अपनी चूंची दिखा दिखा कर .
मैंने अपनी जींस भी इतनी नीचे खसका दी थी की मेरी झांटे उसे दिखने लगे . वह ऊपर मेरी चूंची और नीचे मेरी झांटे देख देख कर पागल हुआ जा रहा था . उसने मुझे दो दिन के बाद फिर अपने घर बुलाया . इस बार मैंने गहरे गले का ब्लाउज पहना और लो वेस्ट से एक साडी पहन ली . मैं पहुँच गयी तो
उसने मुझे देखते ही कहा :- वाओ, आज तो तुम बहुत सेक्सी लग रही हो फरारा ?
मैंने कहा :- आज तुम भी बहुत सेक्सी लग रहे हो अंकल ? लगता है की आज कुछ हो जायेगा ?
एक पैग पीने के बाद मैंने पूंछा :- अंकल तूने तो बहन चोद शादी तो की नहीं है पर क्या तुमने कभी किसी की चूत देखी है ? 
वह बोला :- हां देखी है पर बाजारू घरेलू नहीं ? 
मैंने कहा :- घरेलू चूत देखोगे अंकल ? 
वह बोला :- हां यार जरुर देखूँगा ? बताओ किसकी चूत दिखाओगी तुम ? 
मैंने कहा :- अपनी चूत दिखाऊंगी भोषडी के अंकल ? 
वह बोला :- अरे वाह ? ये तो मैं बहुत दिनों से सोच रहा था पर कह नहीं पा रहा था ? 
मैंने कहा :- देखने के बाद तुम्हे अपना लण्ड इसमें घुसेडना पड़ेगा, अंकल ?
 वह बोला :- हां हां घुसेड दूंगा . पूरा का पूरा घुसेड दूंगा लण्ड ? जल्दी दिखाओ न प्लीज ? 
मैंने कहा :- अच्छा सुनो, तुम मेरी माँ का भोषडा देखोगे ?
 उसके मुह से लार टपकने लगी ? 
वह बोला :- अरे प्लीज दिखाओ न मुझे अपनी माँ का भोषडा ? मैं जाने कबसे तरस रहा हूँ भोषडा देखने के लिए मैंने कहा :- अच्छा ये बताओ क्या तुम मेरी माँ का भोषडा चोदोगे ? 
वह बोला :- हां हां यार बिलकुल चोदूंगा ? जो तुम कहोगी मैं वो सब करूंगा पर प्लीज जल्दी से अपनी बुर दिखाओ न मुझे ?  
मैंने कहा :- पहले तुम दिखाओ अंकल ? मैं भी तो देखूं तेरा कितना बड़ा है लण्ड बहन चोद ? वह बोला :- नहीं पहले तुम दिखाओ . तुम्हारी देख कर ही मेरा लण्ड खड़ा होगा ? 

बस फिर मैंने अपनी चूंचियाँ तुरंत खोल दी . मेरी नंगी चूंची देख कर उसकी आँखे चौंधियां गयी . वह बोला वाओ यार तेरी इतनी बड़ी बड़ी चूंचियाँ ? यार मैं तो इनका दीवाना हो गया हूँ . उसने मेरी चूंची पर हमला बोल दिया और पकड़ कर दबाने लगा, हिलाने लगा, चाटने लगा और चूसने लगा . मैंने कहा अरे भोषडी के अंकल क्या एक ही दिन में मेरी सारी चूंची पी जाओगे ? फिर मैंने धीरे से अपना पेटीकोट खोल दिया . पेटीकोट जैसे ही नीचे गिरा वैसे ही मेरी मोटी मोटी जाँघों के बीच मदमस्त चूत देख कर उसके होश उड़ गए . मेरी काली काली घनी झांटे देख कर तो वह पागल हो गया . उसकी ऊँगलियाँ मेरी झांटो पर दौड़ाने लगी . दो ऊंगली मेरी बुर में घुस गयी . मैंने कहा अंकल तेरी माँ का भोषडा साले तूने मुझे नंगी  देख लिया और अभी तक अपना लौड़ा छिपा कर रखा है ? निकालो न मादर चोद को, नहीं तो मैं तेरी गांड में हाथ डाल कर निकाल लूंगी . वह फ़ौरन नंगा हो गया . उसका फनफनाता हुआ लण्ड निकल कर मेरे सामने आ गया . बिना झांट का टन टनाता हुआ लण्ड मुझे बहुत अच्छा लग रहा था . मैंने उसे पकड़ा और कहा बाप रे बाप इतना मोटा तगड़ा लण्ड तेरा ? इसे अभी तक छिपा कर रखा मुझसे ? कितना प्यारा है लौड़ा अंकल ? मेरी माँ को बहुत पसंद आएगा तेरा लौड़ा ? लगता है की तुम मुझे चोदने के बाद मेरी माँ को जरुर चोदोगे ?
 वह बोला :- तुम जब कहोगी तभी तो चोदूंगा ? 
मैंने कहा :- अरे यार इतना बढ़िया लण्ड देख कर मेरी माँ खुद ही अपना भोषडा खोल कर खड़ी हो जाएगी तेरे सामने ? कौन भोषडी वाली अपने को रोक पायेगी ? कौन माँ की लौड़ी अपनी बुर में इतना मस्त लौड़ा नहीं पेलेगी ?
 बस मेरा मुह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड पीने लगी . लण्ड बुरी तरह चूसने चाटने के बाद मैंने लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया और मस्त चुदवाने लगी . उसका लौड़ा भी मेरी चूत के चारों तरफ से चिपक कर आ जा रहा था .
 मैंने तब मोबाईल उठाया और कहा :- मोंम मैं अपने बॉस से चुदवा रही हूँ . रात भर चुदवाऊँगी और कल सवेरे ही आऊंगी ?
 मोंम बोली :- ठीक है खूब मस्त चुदा कर आओ ? 
फिर तो बॉस ने मुझे आगे स पीछे नीचे से ऊपर से हर तरफ से चोदा और मैंने भी खूब मजे से चुदवाया . उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा और सी तरह मैंने रात में तीन बार चुदवाया ? गांड भी मरवाई ? और लण्ड का सडका भी खूब मारा ? चूंची भी चुदवाई ? 
दो दिन बाद मैं बॉस को लेकर अपने घर आयी और उसे मोंम से मिलवाया ? 
 मोंम देखते ही वह बोला :- हाय फरारा कितनी खूबसूरत है तेरी मोंम ? क्या मस्त जवानी है इसकी ? 
मैंने कहा :- मोंम का नाम है सरारा ? मुझे गालियाँ इसी ने सिखाई है . मैं इतनी बोल्ड और हिम्मत वाली अपनी मोंम की वज़ह से ही हूँ ..
 हम तीनो ने ड्रिंक्स लेना शुरु कर दिया . मैंने कहा :- आज मेरा बॉस मेरी माँ का भोषडा चोदने आया है, मोंम  ? मोंम बोली :- वाओ, तो आज मेरी बेटी अपनी  मोंम का भोषडा में ? ठीक है पर मैं भी कम नहीं हूँ . मैं आज अपनी बेटी की बुर चुदवाऊँगी . और चोदने वाला होगा मेरा बॉय फ्रेंड मिस्टर मिन्टर ? मोंम ने ताली बजाई तो एक हट्टा  कट्टा आदमी एकदम नंगा अपना लौड़ा खड़ा किये हुए मेरे सामने आ गया . मोंम बोली :- ये है मिन्टर और ये है मिन्टर का लण्ड ? मैंने हाथ बढाकर उसका लौड़ा पकड़ लिया और तब तक मोंम ने बॉस का लौड़ा खोल कर पकड़ लिया . हम दोनों भी फटाफट हो गयी नंगी ? मोंम मेरे बोस का लौड़ा चाटने लगी और मैं उसके फ्रेंड का लौड़ा ? 
थोड़ी देर में जब चुदाई शुरू हुई तो मैंने कहा :-बॉस तुम्हे कैसा लग रहा है मेरी माँ चोदने में ? 
वह बोला :- हां फरारा, मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है तुम्हारी माँ चोदने में ? 
मैंने कहा :- हां बस इसी तरह सबकी माँ चोदा करो, अंकल

 =०=०=०=०=०=०=०=०=०-=०=समाप्त

Related Posts:

0 comments: