अब सारी रस्में पूरी हो रही थी, तभी घर की सारी औरते घर जाने लगी, तो मुझे सबको छोड़ कर आना पड़ा। अब अंजली भी हमारे साथ थी, क्योंकि उसे ड्रेस चेंज करनी थी। अब हम गाड़ी में रवाना हुए और घर आ गये। अब अंजली ऊपर वाले रूम में चली गयी और ड्रेस चेंज करने लगी, तभी में भी वहाँ चेंज करने आ गया। मुझे नहीं पता था कि अंजली ऊपर ही है और उसने दरवाजा भी बंद नहीं किया था। अब वो ब्रा और पेंटी में थी और में पूरे कपड़ो में था। फिर मैंने कुछ नहीं सोचा और उसको गले लगा लिया। फिर वो बोली कि कोई भी आ जायेगा। तभी मैंने कहा कि रुको में ड्रेस चेंज करके नीचे जाता हूँ और बाहर निकल जाता हूँ। फिर में पीछे वाले रास्ते से घर में आ जाऊंगा। फिर मैंने कार निकाली और चला गया, क्योंकि सब औरतें तो घर पर ही रुकने वाली थी। फिर मैंने कार आगे जाकर रोक दी और छुपके से पीछे वाले दरवाजे से ऊपर चला गया, जहाँ अंजली मेरा इंतज़ार कर रही थी।
फिर मेरे रूम में आते ही अंजली ने दरवाजा लॉक कर लिया, अब वो नाईट ड्रेस में थी। फिर हमने किस करना स्टार्ट किया, कभी गर्दन पर, तो कभी होठों पर, तो कभी आँखों पर, तो कभी कहाँ, कभी कहाँ। फिर थोड़ी देर तक ऐसा ही चलता रहा। फिर हम बेड पर लेट गये, अब में उसके ऊपर आ गया और उसके बूब्स दबाने लगा। फिर मैंने उसकी नाईट शर्ट खोल दी, उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी। क्या बूब्स थे उसके? एकदम मोटे और टाईट। अब में उसके बूब्स चूसने लगा और निपल्स को काटने लगा। अब में उसके बूब्स को दबा भी रहा था, वो तो ज़ोर से आही आही आही भरने लगी थी। फिर मैंने उसके बूब्स पर जोर से काट दिया तो अब उसे दर्द हो रहा था, लेकिन उसे मज़ा भी आ रहा था। फिर उसने मेरी शर्ट उतार दी और मुझे किस करने लगी। फिर उसने मेरी ट्राउज़र भी उतार दी और मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही मसलने लगी। अब उसने मेरी अंडरवियर पूरी उतार दी और मेरा लंड चूसने लगी।
अब वो मेरा लंड तो ऐसे चूस रही थी जैसे कोई लॉलीपोप हो, वो मेरा लंड मस्त तरह से चूस रही थी। फिर 15-20 मिनट तक वो मेरा लंड चूसती रही और में उसके मुँह में ही झड़ गया और उसने मेरा सारा स्पर्म पी लिया। फिर मैंने उसे लेटा दिया और उसका पजामा उतार दिया, उसने अन्दर पेंटी भी नहीं पहनी थी। अब में उसकी चूत को चाटने लगा तो अब वो मचलने लगी और अब वो मेरे सर को पकड़कर अपनी चूत की तरफ दबा रही थी। अब मैंने उसकी चूत चाट-चाटकर लाल कर दी थी। फिर आखरी में वो झड़ गयी और मैंने उसका पूरा रस पी लिया। अब हम एक दूसरे को प्यार कर रहे थे, अब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था। फिर अब मैंने उसकी टांगे फैलाई और में मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में डालने लगा, अब उसे थोड़ा दर्द होने लगा था तो उसने कहा कि वो वर्जिन है। फिर मैंने कहा कि ठीक है में धीरे धीरे करूँगा। फिर मैंने वापस से लंड डालने की कोशिश की तो मेरा लंड और उसकी चूत में अन्दर चला गया।
अब तो उसे बहुत दर्द हो रहा था तो वो बोली कि उसे जलन हो रही है। फिर मैंने अपना लंड वापस निकाला और उसे शांत होने दिया। फिर मैंने मेरे लंड को वापस डाला और ज़ोर से दबाया तो अब मेरा लंड पूरा चूत में चला गया। अब तो वो रोने ही लग गयी। अब हम तेज आवाज़ नहीं कर सकते थे। फिर मैंने उसे किस किया और लंड चूत में डालकर रुक गया। फिर थोड़ी देर में वो नॉर्मल हुई तो मैंने लंड वापस निकाला तो मैंने देखा कि मेरे लंड पर खून लगा हुआ है। फिर मैंने मेरे लंड को और उसकी चूत के पास ही रखे कपड़े से साफ किया और वापस लंड डालने लगा। अब उसे थोड़ा कम दर्द हो रहा था।
फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी चुदाई स्टार्ट की, अब वो मौन करने लगी, आ आ आ आ करने लगी। अब हम धीरे-धीरे आहें भर रहे थे और वो तो एकदम मस्त हो गयी थी। अब मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और वो भी अपनी गांड उछाल-उछाल कर मेरा साथ देने लगी। अब तो चुदाई का मज़ा और दुगुना हो गया था। अब हम चुदाई कर रहे थे और मजा भी आ रहा था, बिना कंडोम के चुदाई का मज़ा तो अलग ही होता है, चूत की जो अंदर की मसल होती है, वो इतनी सॉफ्ट होती है कि लंड को मज़ा आ जाता है। फिर वो धीरे से बोलने लगी कि राहुल और करो प्लीज करो, करते रहो और तेज करो, मुझे प्यार करो, अब से में तुम्हारी पत्नी हूँ प्लीज मुझे प्यार दो, प्यार करो मुझे आई लव यू, आज के लिए थैंक्स और करो ना आ आ आहह आ आ। अब उसकी बातें सुनकर में और ज़ोर से करने लगा था। फिर वो अकड़ने लगी तो मैंने भी अपनी स्पीड और तेज कर दी। फिर हम साथ में झड़ गये और अब मैंने पूरा पानी उसके अंदर ही छोड़ दिया।
अब हम दोनों बहुत तक गये थे। फिर हम एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे। फिर हमने कपड़े पहने और में वापस पीछे के दरवाजे से चला गया। फिर में वापस से अंजली को लेने घर आया तो अब अंजली से अच्छे से चला भी नहीं जा रहा था, अब मुझे थोड़ा बुरा लगा, लेकिन अब अंजली बहुत खुश थी। फिर हम वापस शादी वाली जगह पहुंचे तो मेरी बहन ने पूछा कि अंजली को क्या हुआ? तो मैंने कहा कि वो गिर गयी थी, इसलिए ठीक से चल नहीं पा रही है। फिर हमने फेरों के टाईम बहुत मस्ती की। फिर अगले दिन हम सब निकल गये। में वापस अंजली को किशनगढ़ छोड़ने गया, लेकिन हम रास्ते में सेक्स नहीं कर पाए, क्योंकि अंजली को नीचे बहुत दर्द हो रहा था। हम आज भी एक दूसरे के संपर्क में है, लेकिन अब तो उसकी शादी हो चुकी है ।।
धन्यवाद …
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