मैंने अनीता भाभी को अपनी बाँहों में भींच लिया ,मेरा खड़ा लंड भाभी के नाभि के पास था. मैं उनके होठ को चूस रहा था और उनकी चूचियों को ज़ोर-ज़ोर से मसल रहा था. वो इस बार मुझसे लिपटी जा रही थी. मेरे लंड से निकलने वाले पानी से उनका पूरा पेट गीला हो रहा था. मैंने भाभी से कहा मेरे लंड को पकड़ो ना,उन्होंने अपने हाथ को मेरे लंड पर रखा और शैतानी से लंड को पकड़ कर जोर से दबा दिया. मैंने कहा – क्या कर रही हो भाभी -इसे प्यार से सहलाओ ना. भाभी बोली- सुना है मर्द को दर्द नहीं होता है ,वैसे तुम्हारा लंड बहुत मोटा और लम्बा है ,आज तुम्हारा लंड तो तुम्हारी इस भाभी की चूत को बर्बाद कर देगा. मैं बिना कुछ बोले उनके पेट को चाट-चाट कर गीला कर रहा था. भाभी मेरा लंड नहीं छोड़ रही थी लेकिन मुझे धकेल रही थी.
मैंने उनकी मस्त केले के पेड़ जैसी मोटी गदराई जांघ को फैला कर अपना मुंह बीच में ले जाकर चूमने लगा. भाभी बोली – वो गन्दी जगह में मुंह क्यों लगा रहे हो. मैं बिना कुछ बोले ही भाभी की चूत को फैला कर जीभ से चाटने लगा, भाभी के मुंह से सिसकियाँ निकलने लगी, सिसकी लेते हुए बोल रही थी -मत करो विक्रम मैं पागल हुए जा रही हूँ. मुझे भाभी की चूत और चूत से निकलने वाला नमकीन पानी अच्छा लग रहा था ,मैं जोर-जोर से अपनी जीभ से भाभी की चूत को चाटने लगा और भाभी अपनी गांड उछाल-उछाल कर चूत चटवा रही थी और सिसिया रही थी. कुछ देर बाद अनीता भाभी अकड़ने लगी मैं समझ गया की उनका पानी निकलने वाला है ,मैंने अपनी ऊँगली उनके मुंह में दे दिया जिसे वो बड़े प्यार से चूसने लगी.अब मैं वहां से उठ कर बिस्तर के साइड में बैठ गया ,वो बोली वहाँ क्यों बैठ गए ,आ जाओ मेरे पास ,उनकी आवाज़ काफी चुदासी थी.
मैंने कोई जबाब नहीं दिया तो वो उठ कर नीचे हुई,मेरा खड़ा लंड ठीक उनके मुँह के सामने था, भाभी की चूत लंड के लिए तड़प रही थी लेकिन वो वैसे ही बैठी रही ,मैं अपने लंड को उनके गालों और चुन्चों पर रगड़ने लगा फिर उनके होठ से अत कर चूमने को कहा. वो मेरी तरफ चुदासी नजर से देखने लगी, मैंने अपने लंड को पकड़ कर उनके होठों पर रगड़ना शुरू कर दिया. वैसे उनका मन भी वही था ,फिर वो लंड के सुपाड़े को निकाल कर जीभ से चाटी और मुंह में लेकर चूसने लगी. मेरा लंड बड़ी मुश्किल से उनके मुंह में गया क्योंकि लंड काफी मोटा था. अपनी चूची और मटकती गांड दिखा-दिखा कर बहुत दिनों से तड़पा रही हो – मैंने भाभी का सर पकड़ कर लंड पर दबाते हुए कहा. भाभी मस्त होकर मेरा मुसल लंड चूस रही थी -मज़ा आ रहा था मैं तो जन्नत की शैर कर रहा था. कुछ देर बाद मुझे लगा की मेरा पानी निकल जाएगा, मैंने झट से मुंह से लंड खींचा और भाभी को उठाकर बिस्तर पर लिटा दिया. भाभी के पर बिस्तर से नीचे थे, मैंने परों को फैलाते हुए उठाया और अपने कंधे पर रख कर ,लंड को भाभी की चूत पर रगड़ने लगा.
मैंने भाभी से पूछा -कैसा लग रहा है ,उन्होंने कहा विक्रम मैंने चार-पांच बार गीगोलो को बुलाया है लेकिन उतना मज़ा कभी नहीं आया जितना तुमने मुझे दिया है.तभी तो सुजाता ने कहा था की ये तुम्हारा शौक़ है पेशा नहीं ,तुम अपनी और अपने सामने वाले की भूख मिटाते हो. तुम मुझे और अपनी इस भाभी की चूत को खुश कर दो फिर जो तुम चाहोगे मैं तुम्हें दूंगी. ये सब सुनकर मुझे और ज्यादे जोश आ गया मैं अपना खड़ा लंड भाभी की चूत पर जोर-जोर से रगड़ने लगा, भाभी छटपटाने लगी,ये देखकर मुझे और मज़ा आ रहा था. मैं भाभी के मस्त मुलायम चुन्चो को दबाने लगा,भाभी से रहा नहीं गया वो बोल पड़ी बस यार विक्रम अब और मत तड़पाओ.
अनीता की चूत से पानी निकलने लगा
मैं हँसते हुए भाभी की चूत के छेद पर अपना लंड रख कर थोडा अंदर की तरफ दबाया. भाभी छटपटाते हुए बोली -मर गई ,निकाल लो बहार,बहुत तगड़ा है ,मैं तो मर जाउंगी. मैंने रुक कर अपने लंड को बहार निकाल लिया, भाभी ने आँख खोलते हुए पूछा- क्या हुआ, बाहर क्यों निकाला. मैंने कहा-आप ही ने कहा तो मैंने निकाल लिया. तडपा क्यों रहे हो -भाभी ने कहा, इतना सुनते ही मैंने भाभी की चूत पर लंड को रखते हुए एक ज़ोरदार झटका मारा. भाभी का पूरा बदन दर्द के मारे शिहर गया , आआह्ह् मर गई मेरी चूत को फाड़ डाला ,ये आदमी का लंड है या गधे का लंड.सुजाता की क्या हालत हुई होगी ,मार डाला तूने तो, मेरी चूत पूरी तरह से भर गई. अब मैं थोडा आगे-पीछे करके भाभी की चूत को चोदने लगा,उनके होठों को चूमने लगा,चुन्चों के निप्पल को चूसने लगा. अब वो थोड़ी ठीक हुई और भाभी की चूत से पानी बहने लगा. मैंने अपना आधा लंड बहार निकाल कर एक ज़ोरदार धक्का मरते हुए पूरा लंड भाभी की चूत में पेल दिया.पहले तो दर्द के मरे बिलबिला उठी फिर बोली- विक्रम तुम पहले क्यों नहीं मिले, कहाँ थे अब तक तुम.
भाभी को मस्त पकड़ के चूत पेल दी
मैंने उनके कंधे के निचे से उन्हें पकड़ लिया जिससे की वो हिले नहीं और मैं जोर-जोरसे चोदने लगा. भाभी की चूत से पानी झड़ने की तरह बहने लगा ,उनकी गांड भी भींग गई और धीरे-धीरे चादर भी भींगने लगा. मैं स्पीड में चोदे जा रहा था ,भाभी सिसकियां लेते हुए बोली -आज मेरी इक्छा पूरी हो गई ,मुझे ऐसा मज़ा आज तक नहीं मिला था और जोर से ,फाड़ दो अपनी भाभी की चूत को. वो मस्ती में आकर अपने नाख़ून मेरे पीठ में गडा रही थी ,मैं उनके बदन को चाट रहा था ,चूम रहा था. अब वो झड़ने लगी और मुझे कस कर अपने बाँहों में जकड लिया,मैं भी इधर झड़ने वाला था. मैंने जोर से चोदते हुए कहा -मैं झड़ने वाला हूँ कहा निकलूं ,भाभी ने कहा -मेरे चूत के अंदर ही डाल दो और मैं भाभी की चूत में ही झड़ने लगा ,मैंने उनको कस कर पकड़ रखा था.कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद भाभी ने मुझे धकेल दिया और मेरे तरफ देखते हुए कहा-अपनी भाभी को ख़राब कर दिया न. मेरा लंड सिकुड़ कर भाभी की चूत से बाहर आ चूका था वो भाभी और मेरे पानी से लिपटा हुआ था.
अपनी चुदी हुई चूत को देखते हुए कहा- देखो कितना मासूम लग रहा है. मैंने नीचे देखा, भाभी की चूत सूज गई थी ,मैने हाथ लगाया -वो चौंक गई और कहा-क्या हालत कर दिया तुमने मेरी चूत का, कितनी छोटी चूत थी मेरी अब सूज के कितना फुल गई है और बहुत दर्द हो रहा है. भाभी की चूत से मेरा और उनका मिलाजुला पानी बह रहा था, भाभी की चूत का मुंह खुला हुआ था. वो दर्द के मरे उठ नहीं पा रही थी मैंने उन्हें सहारा देकर उठाया और बाथरूम में ले गया. एक बार की चुदाई में ही भाभी की हालत पतली हो गई थी वैसे मुझे भी काफी टाइम बाद ऐसा गदराया हुआ बदन मिला था, मैंने भी जम कर चोदा था. बाथरूम में शावर चालू कर दिया और एक-दुसरे के बदन को साफ करने लगे. जब मैं पीछे से भाभी की चूत साफ कर रहा था तो मुझे उनकी बड़ी गांड का भूरा छेद दिखाई दिया जो बहुत हो प्यारा लग रहा था. मैं उनकी बड़ी गांड को ललचाई नज़रों से देखते हुए, दबाने लगा. भाभी की चूत के जैसे ही उनकी गांड भी सेक्सी लग रही थी. अनीता भाभी की बड़ी गांड गद्देदार थी,अपनी बड़ी गांड को इस तह देखते हुए भाभी ने देखा और कहा -कही मेरा गांड मारने का इरादा तो नहीं है.
मैंने कहा -आपकी इतनी प्यारी गांड है की बिना इसको मारे मैं रह भी नहीं सकता. भाभी बोली -हाँ सुजाता ने कहा था मस्त गांड विक्रम की कमजोरी है ,पर मैं तुमसे अपना गांड नहीं मरवा सकती, मेरी गांड फट जाएगी और मैंने आज से पहले कभी गांड मरवाया भी नहीं है ,आज तक मेरी बड़ी गांड कुवारी है. मैंने कहा-जैसे मैंने प्यार से अपनी इस भाभी की चूत मारी है वैसे ही आपकी बड़ी गांड भी बड़े प्यार से मारूँगा.वो कुछ बोली नहीं, मैं समझ गया साली गांड मरवाना तो चाहती पर नखरा कर रही है. मैंने कहा- भाभी आप कमोड पर हाथ रख कर झुक जाओ वो झुक गई. मैंने वही पड़ी तेल की शीशी से तेल लेकर उनकी गांड पर लगा कर मसलने लगा, कुछ बुँदे तेल उनके गांड के छेड़ पर लगा दिया और अपनी एक ऊँगली डाल दी. मैं कुछ देर तक उनकी गांड में ऊँगली करता रहा फिर मैंने भाभी को अपनी तरफ घुमा कर लंड चूसने के लिए कहा. वो मेरे कमर को पकड़ कर झुक गई और मुंह में लंड लेकर चूसने लगी.
सच में मजे करवा दिए भाभी ने
वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं तेल लगी हुई अपनी उँगलियों को उसकी बड़ी गांड में अंन्दर-बाहर कर रहा था. जब दो-तीन ऊँगली अंदर जाने लगी तो मैंने उसे फिर कमोड पर हाथ रख कर झुका दिया और पीछे की तरफ आ गया.अब मैंने अपने खड़े लंड को उसकी बड़ी गांड से लगा कर रगडते हुए अंदर की ओर धक्का दिया, भाभी के मुंह से चीख निकल गई मेरा लंड उसकी बड़ी गांड में आधा घुस चूका था. मैं रुक गया और उसके चुंचे को सहलाने लगा. कुछ देर बाद उसे रहत मिली तो एक जोर का धक्का मारा और पूरा लंड जड़ तक अंदर घुसा दिया. वो चिल्लाने लगी ,उई माँ मर गई, बाहर निकाल लो अपने गधे जैसे लंड को. मैं धक्का लगा कर उसकी बड़ी गांड चोदने लगा, धीरे-धीरे उसे भी मजा आने लगा. अब वो हर धक्के पर अपनी बड़ी गांड पीछे करके मज़ा ले रही थी. काफी देर तक उसकी गांड चोदने के बाद मैं उसी की बड़ी गांड में झड गया और लंड निकाल कर उसके मुंह में दे दिया, उसने चूस कर मेरा लंड साफ कर दिया.फिर नहा कर हमलोग बाहर आ गए. जाते टाइम उसने मुझे पैसे दिए और फिर बाद में आने को कहा. सच कहूँ तो मुझे भी अनीता भाभी की चूत और गांड लेने में बहुत मजा आया था. सच में अगर ऐसे भाभी की चूत मारने को मिलती रही तो मैं लडकियों के बजाय भाभी की चूत ही मारता रहूँगा….!!!
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