वाह क्या चूत थी उसकी? एकदम सफेद और उसका साईड का हिस्सा बिल्कुल लाल लाल था और उस पर एकदम छोटे छोटे बाल थे.. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे 3-4 दिन पहले ही उसने बालों को साफ किया था। फिर मैंने बिना देर किए उसकी चूत पर मुहं लगा दिया और चूत को चाटने लगा। वाह क्या टेस्ट था? उसकी चूत का.. में तो जन्नत में था और उससे रहा नहीं जा रहा था.. वो बिन पानी की मछली की तरह मचल रही थी और सिसकियाँ ले रही थी। सीईई आहह्ह्ह और ज़ोर से करो मेरे राज और ज़ोर से.. तुमने मेरी लाईफ को रंगीन बना दिया.. में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। में तो बिना कुछ देखे बस चूत चाटे ही जा रहा था। तो वो बोली कि जानू और अब बस में आह्ह्ह मर ही जाउंगी.. प्लीज़ मेरी चूत को आज फाड़ दो.. बना दो उसका भोसड़ा। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
तो मैंने कहा कि रूको जानू.. अभी तो मैंने शुरु ही किया है थोड़ा इंतजार करो। तो वो ज़ोर ज़ोर से मेरे मुहं को उसकी चूत पर दबाने लगी और कुछ देर बाद उसने अपनी चूत का पानी मेरे मुहं पर छोड़ दिया। तो मैंने उसका सारा पानी पी लिया फिर मैंने अपनी पेंट को उतार दिया और वो मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से देखकर पागल हो गयी और उसको धीरे धीरे मसलने लगी और थोड़ा घबरा भी गयी। तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? उतार दो इसे.. तो उसने जल्दी से मेरा अंडरवियर उतार दिया और फिर एकदम पीछे हट गई.. तो मैंने पूछा कि क्या हुआ जानू?
सीमा : यह तो बहुत बड़ा है और में इसे नहीं ले पाउँगी.. यह मेरे पति से दुगना बड़ा है और मोटा भी कितना है? नहीं मुझसे यह सब नहीं होगा।
तो में बोला कि जानू तुम फिक्र मत करो.. में बहुत धीरे धीरे से करूंगा और तुम्हे पता भी नहीं चलेगा। फिर वो मेरे बहुत समझाने पर मान गई और मेरे लंड को हाथ में पकड़कर बहुत ध्यान से देखने लगी और उसके इस तरह करने से जैसे मेरा लंड करंट के झटके मारने लगा और मेरा लंड उसके हाथ में भी नहीं आ रहा था और फिर उसने लंड को दोनों हाथों में पकड़ा और ऊपर नीचे करने लगी। फिर मैंने कहा कि इसको मुहं में भी लो.. लेकिन वो तो मना करने लगी।
सीमा : प्लीज़ राज.. मैंने पहले कभी नहीं लिया है।
में : इसलिए बोल रहा था कि आज बहुत मज़ा आएगा।
फिर भी वो नहीं मानी.. लेकिन फिर मैंने कहा कि ठीक है सिर्फ़ आगे का सुपाड़ा ही मुहं में अंदर डालना। तो सीमा ने दोनों हाथ से पकड़कर लंड का सुपड़ा आगे किया और अपने मुहं को खोला और थोड़ा सा लंड को अन्दर ले लिया और मैंने उससे कहा कि थोड़ा और लो और जैसे ही उसने लंड को थोड़ा और अंदर लिया और अपने हाथ हटाए और वैसे ही मैंने उसका सर पकड़कर पूरा लंड उसके मुहं में डाल दिया.. सीमा ने ज़ोर से मेरी जांघे पकड़ ली और मैंने कसकर उसका सर और लंड अंदर बाहर करने लगा। तभी थोड़ी देर बाद सीमा ने इशारे से कहा कि बेड पर लेट जाओ.. तो में लेट गया और वो मेरी जांघो की तरफ मुहं करके बैठ गयी और उसकी गांड मेरे मुहं की तरफ थी और सीमा ने मेरा काला लंड हाथ में पकड़ा और मुहं में लोलीपोप की तरह चूसने लगी और में सीमा की गांड के साथ खेल जा रहा था। वो कभी हाथ घुमाती तो कभी कसकर गांड को दबाती और तभी थोड़ी देर बाद मैंने इशारे से सीमा से कहा कि उसके ऊपर आ जाए। तो वो मेरी छाती पर बैठ गयी और लंड चूसने लगी। फिर मैंने उसकी गांड बिल्कुल अपने मुहं पर रख दी और नीच से उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरे लंड को इस कदर चूस रही थी जैसे उसने ब्लूफ़िल्मो में देखा था और में तो दंग ही रह गया कि यह सब क्या हो रहा है?
तभी थोड़ी देर तक हम 69 पोजिशन में सेक्स करते रहे और फिर मैंने कहा कि ठीक है अब हम एक काम करते है तू यहाँ पर लेट जा.. तो वो लेट गयी और फिर मैंने उसके दोनों पैर फैला दिए और अपना मुहं दोनों पैरों के बीच में डालकर सीमा की चूत को चूसने लगा और उसकी आवाज़ में क्या जादू था? यारो और फिर सीमा ने कसकर मेरा सर पकड़ा हुआ था और अपनी चूत की तरफ दबा रही थी। तभी थोड़ी देर बाद मैंने ज़ेब में से एक कंडोम निकाला और सीमा के हाथ में दिया और बेड पर लेट गया। तो सीमा मेरी जांघो पर बैठ गयी और लंड को खड़ा किया और उस पर कंडोम लगाया और उसे धीरे धीरे नीचे उतारने लगी.. लेकिन वो लंड ही इतना बड़ा था कि कंडोम आधे तक भी नहीं आ रहा था और मैंने इशारे से कहा कि इसको बाहर निकाल दो। तो सीमा ने कंडोम को बाहर निकाला और लंड को सीधा ही अपने मुहं में डाल दिया और अब मेरा लंड एकदम खड़ा हो चुका था। करीब 8.5 इंच लंबा और 3 इंच गोलाई वाला था और पूरा इतना काला था कि जैसे कोई अफ्रिकन का हो।
अब सीमा से रहा नहीं जा रहा था तो उसने लंड को पकड़कर अपनी चूत पर टिका दिया और उसने मुझे इशारा किया कि अंदर डाल दो तो मैंने कहा कि तुम्हे नीचे आना है या ऊपर? तो उसने कहा कि पहले नीचे आ जाती हूँ बाद में ऊपर आ जाउंगी। तो में बेड पर खड़ा हो गया और सीमा को नीचे लेटा दिया और सीमा के दोनों पैरों को फैलाकर बीच में बैठ गया और उसका हाथ पकड़कर लंड को हाथ में थमा दिया और मैंने कहा कि तुम ही डाल दो। तो सीमा ने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत के दरवाजे पर ले आई और मुझे इशारा किया कि धक्का मारो और फिर मैंने हल्का सा धक्का लगाया.. लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.. लंड बाहर ही था। फिर सीमा ने अपना हाथ मुहं में डाला और थोड़ा सा थूक निकालकर अपनी चूत पर लगाया और मेरे लंड को मुहं में ले लिया ताकि पूरा थूक लगा सके और फिर बाहर निकाल दिया।
फिर मुझे बोला कि अब ज़रा ज़ोर से धक्का लगाओ.. तो मैंने उसकी कमर में हाथ डालकर उसको पकड़ा और एक ही धक्का इतने ज़ोर से मारा कि सीमा के मुहं से जबरदस्त आवाज़ निकली सीईईइ शईई अह्ह्ह माँ मर गई.. प्लीज इसे बाहर निकालो नहीं तो में मर जाऊंगी.. प्लीज़ मुझसे रहा नहीं जा रहा है उह्ह्हउ माँ आहअहह और सीमा आगे से पूरी ऊपर हो गयी.. वो चाहती थी कि खड़ी हो जाए.. लेकिन उसकी कमर पर मेरे हाथ रखे हुए थे और फिर मैंने एक हाथ कमर से हटाकर उसके गले पर रखा और बड़ी वाली उंगली उसके मुहं में डाल दी और सीमा उसे चूसने लगी और थोड़ी ठीक हो गयी। में पीछे की साईड में था तो मुझे पूरा दिख रहा था कि सीमा की चूत में लंड ऐसे फिट हो गया था जैसे अंदर हवा जाने की भी जगह नहीं थी। तभी थोड़ी देर बाद मैंने उसकी कमर पर से हाथ हटाकर उसके दोनों कंधो पर रख दिये और पैरों से उसके पैर जकड़ लिए ताकि वो खड़ी ना हो सके और फिर आधा लंड चूत से बाहर निकाला और फिर से झटका दिया। तो इस बार उसने ज़्यादा उछल कूद नहीं की.. लेकिन वो भी मेरी गांड को पकड़कर अपनी चूत की तरफ दबा रही थी.. में दोनों हाथों से सीमा के बूब्स दबा रहा था और निप्पल को मसल रहा था। तभी थोड़ी देर तक यह सब चलता रहा और मैंने अपनी चोदने की स्पीड बड़ा दी.. तो सीमा बोली कि क्या अब में ऊपर आ जाऊँ? तो में बैठ गया और सीमा मेरी गोद में ऐसे बैठी ताकि दोनों के मुहं आमने सामने आए और फिर किस्सिंग चालू कर दी। फिर सीमा नीचे हाथ डालकर लंड को पकड़कर हिलाने लगी और अब वो थोड़ी ऊपर हुई और लंड को एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत में डालने की कोशिश करने लगी और चूत के छेद पर लंड का सुपाड़ा सेट करने के बाद वो बैठ गयी तो पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया और वो चिल्ला पड़ी। तो मैंने उसकी गांड पर हाथ रख दिये और दबाने लगा और सीमा लंड को कसकर पकड़कर मज़े ले रही थी और वो धीरे धीरे स्पीड बड़ाने लगी और उसके मुहं से आवाज़ भी बढ़ने लगी और मुझे कसकर नाख़ून मारने लगी और ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत को चुदवा रही थी और थोड़ी ही देर में वो मुझसे लिपट गयी और बहुत ज़ोर से चिल्लाई आह्ह्ह उह्ह्ह माँ मर गई ओहुउऊ माँ।
फिर लंड उसकी चूत के अंदर ही था और साईड में से उसका एक पैर ऊपर करके जमकर चोदा और में भी ज़ोर ज़ोर से आवाज़े करने लगा और मुझे पता चल गया कि शायद मेरा वीर्य निकलने वाला है तो में और जोश में आ गया और मैंने जब नज़दीक आकर सीमा की तरफ देखा तो उसकी दोनों आँखे बंद थी। फिर मैंने उसके गाल को छुआ और उससे पूछा कि कहाँ पर निकालूँ सारा माल? तो सीमा ने सर को हिलाते हुए कहा कि प्लीज अंदर मत गिराना और वो बोली कि जहाँ पर तुम चाहो। तो मैंने कहा कि क्या तुम मुहं में लोगी? तो सीमा बोली कि मैंने पहले कभी नहीं लिया.. मुझे नहीं पसंद। तो मैंने बोला कि तुम्हे तो लंड भी मुहं में लेना पसंद नहीं था अब ले लिया ना.. कैसा लगता है और यह भी वैसा ही है तुम एक बार लेकर तो देखो। फिर भी सीमा ने मना किया.. लेकिन मैंने थोड़ा उसे समझाया और फिर सीमा मान गयी और में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा और उसके मुहं से आवाज़े आ रही थी आअहह माँ और ज़ोर से फाड़ दो आज मेरी चूत को.. बना दो इसका भोसड़ा। फिर मैंने कहा कि तेरी चूत में तो बहुत गर्मी है आहह आआहह बस अब निकलने वाला है अह्ह्ह करते हुए मैंने लंड को बाहर निकाला और बेड के पास खड़ा हो गया और सीमा बेड पर बैठ गयी।
तो मैंने एक हाथ से लंड को ज़ोर से हिलाया और दूसरे हाथ से सीमा की गर्दन को पीछे से पकड़कर उसका मुहं लंड के नज़दीक किया और मुहं से इशारा किया कि मुहं खोलो। तो सीमा ने आखे बंद करके मुहं खोला.. मैंने ज़ोर से उसके बाल पकड़े और मेरे मुहं से आवाज़ आई अह्ह्ह सीमा और उसका मुहं नज़दीक लेकर लंड उसके मुहं में डाल दिया। सीमा ने थोड़ी देर लंड को मुहं में रखा और फिर बाहर निकाला.. तभी मैंने देखा कि सीमा का मुहं पूरा वीर्य से भर गया था और वो अपने होंठो से मेरे लंड की क्रीम चाट रही थी। फिर सीमा ने मेरे लंड को पकड़कर वापस मुहं में डाला और चूसने लगी में उसके गालों पर और बालों में हाथ घुमाकर प्यार करने लगा और मैंने देखा कि सीमा के चहरे पर रोनक आ गयी थी। फिर थोड़ी देर के बाद में कपड़े पहनकर अपने घर चला गया ।।
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