कहानी : पॉवरकट ने दीदी को चोदने का मौका दिया
प्रेषक : आकाश
हाय फ्रेंड्स मेंरा नाम आकाश है मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है और स्लिम बॉडी यह मेरी फर्स्ट स्टोरी है प्लीज़ मुझे मैल जरुर करे यह मेरी लाइफ की सच्ची घटना है में पढ़ने में बहुत होशियार हूँ और में 12 वी बोर्ड परीक्षा में 12 वी ग्रेड पर आया हूँ तो अब स्टोरी पर आते है तो एक दिन मैं शॉपिंग मोल में घूमने चला गया क्योकी उस टाइम मैं फ्री था एक्च्युयली मेरा इरादा था की कोई मूवी देख लूँ लेकिन कोई अच्छी मूवी मिली नही तो मैं जैसे ही मोल से बाहर निकला अचानक किसी ने मेरा नाम बुलाया मैंने पलट के देखा तो वो मेरी दीदी थी वो मेरी मौसी की लड़की हैं मुझसे उसकी बहुत अच्छी दोस्ती हैं वो मेरे साथ बहुत फ्रेंकली हैं हम लोगो का घर दिल्ली में हैं.
बचपन से ही हम दोनो के बीच में कोई ऐसी बात नहीं हैं जो डिसकस नहीं हुई हो तो जैसे मैं उनसे बहुत दिनो के बाद मिला तो वो मेरे और घरवालो के हालचाल पूछने लगी उसके बाद जब उनको पता चला की मेरे एग्जॉम ख़त्म हो गये हैं और मेरी छुट्टी चल रही हैं तो वो मुझे उनके घर जाने के लिये फोर्स करने लगी तो मैने मम्मी के बारे में बताया वो मुझे साथ लेकर मेरे घर आ गई मेरी मम्मी उसको देखते ही बहुत खुश हुई उसके बाद दीदी ने मेरी मम्मी से आज्ञा ले ली की मैं उनके घर जाकर 15 दिन के लिये रहूँ और मम्मी ने भी खुश होकर आज्ञा दे दी.
अब मैं आप लोगो को मेरी दीदी के बारे मैं बता दूँ वो हैं एकदम गोरी हाइट लगभग 5 फुट 7 इंच फिगर 34-26-36 दिखने मैं बहुत अच्छी हैं बाल बड़े बड़े हैं और लाइट ब्राउन हैं सबसे बड़ी बात वो जब हंसती हैं तो उनकी गाल पर डिंपल्स पड़ जाते हैं हाँ तो मैं उनके साथ उनके घर आ गया मैं जैसे ही घर के अन्दर गया तो मौसी और मौसा जी मुझे देख के बहुत खुश हो गये क्योकी मैं सबसे छोटा था तो सबका लाड़ला था तो पहले सब ने मेरे एग्जॉम के बारे में पूछा और मैं कुछ दिन रहूँगा सुनके खुश हो गये उस दिन रात को खाना ख़ाके हम लोग सो गये मैं गेस्ट रूम में सोया था तो रात को कंप्यूटर मैं पॉर्न मूवी देख के अटेच्ड बाथरूम में मूठ मार के सो गया.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
अगले दिन सुबह उठा तो देखा मौसा जी और मोसी कहीं जा रहे थे तो मेरे पूछने पर उन्होंने बताया की वो लोग मुंबई जा रहें हैं बिज़नस के सिलसिले मैं और अब मैं था दीदी के साथ तो वो लोग बिना चिन्ता के निकल गये उन लोगो के जाने के बाद मैं टी.वी देखने लगा और दीदी खाना बनाने लगी खाना बनाने के बाद दीदी नहाने चली गयी थोड़ी देर बाद मैं नहाने गया तो देखा गेस्टरूम के बाथरूम में पानी नहीं आ रहा हैं तो मैं दीदी के रूम मैं वेट करने लगा दीदी नहा के जब बाहर आई तो वो सिर्फ़ एक टावल लपेटे हुई थी और मुझे अचानक देख के डर गयी जब वो समझी की मैं हूँ तब उन्होंने पूछा क्या हुआ? तो मैंने पूरी बात बताई तो वो बोली कोई बात नहीं मेरे बाथरूम में नहा लो मैंने पहले ही बताया था की हम दोनो बहुत फ्रेंकली थे तो इसमे कोई प्रोब्लम नहीं हुआ की वो मेरे सामने टावल में खड़ी थी तो अब मै बाथरूम में चला गया वह जाते ही मैंने देखा वहा एक ब्रा रखी हुई हैं वो स्ट्रेप्लेस थी स्ट्रेप्लेस ब्रा देखके फर्स्ट टाइम मेरे अंदर दीदी के बारे में कुछ सेक्सी फीलिंग आने लगी.
फिर भी वो मेरी दीदी हैं ऐसा सोच के मैंने सोचा की उसको इसकी ज़रूरत हो सकती हैं तो मैं बाहर आया और दीदी को बोला तुम्हारी कोई चीज बाथरूम मैं रह गयी है यह सुनके उसको याद आया और वो जैसे ही ड्रेसिंग टेबल के सामने से उठने गयी कुर्सी मैं अटकी उसकी टावल खुल गयी ज़िंदगी में फर्स्ट टाइम मैंने अपनी दीदी को नंगी देखा क्या नज़ारा था वो गोरे बूब्स और उसमे पिंक निपल और उसकी चूत एकदम शेव थी तो उसने झट से टावल फिर लपेट ली मैं तो एकदम चुप हो गया था तो वो हंस के बोली ऐसे क्या देख रहा हैं? कभी लड़की को नहीं देखा क्या?” मैंने भी हंस के उनकी ब्रा उनको दे दी और नहाने चला गया और जब मैं बाथरूम से बाहर आया तो वो एक जीन्स और एक टाइट टॉप पहने हुई थी.
मेरे बाहर आते ही उसने बोला तूने मेरा सब कुछ देख लिया यह अच्छी बात नहीं है फिर भी इट वेल बी ओके अगर तूने सब कुछ दिखाया तो मैने पूछा मतलब? तो वो बोली मतलब तूने मुझ को नंगा देख लिया है अब मुझे भी तेरे को नंगा देखना हैं बस मैं यह सुनके थोड़ा कन्फ्यूज़्ड हो गया फिर भी हम दोनो में कोई बात आधी नहीं रहती हैं तो मैने टावल खोल दिया उसके सामने मैने पूछा “खुश?” वो बोली “ओके! लेकिन काफ़ी बड़ा हो गया हैं!!” और हंस के चली गयी और फर्स्ट टाइम मुझे उसको चोदने की बात मन मे आई फिर मैं कपड़े पहन के बाहर आया और खाना खा लिया और दीदी से बोला की शाम को दारू पीते हैं घर में कोई हैं भी नहीं तो मैं जाकर रम की बोतल ले आया.
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अब हम दोनो ने बैठ के रम पीना शुरू किया की अचानक लाइट चली गयी वो गर्मी का मौसम था एक तो रम पी रहे थे उपर से लाइट चली गयी तो गर्मी के मारे हम लोग बालकनी मैं आ गये उस दिन पूर्णिमा थी तो बाहर चाँदनी रात थी बहुत अच्छी लेकिन हवा बिल्कुल नहीं चल रहा था तो गर्मी बड़ने लगी मैने अपना टी-शर्ट उतार दिया.
दीदी : इतनी गर्मी हैं लाइट भी नहीं हैं तेरे तो अच्छा हैं शर्ट उतार दिया.
मे : तो तुम भी उतार दो.
दीदी : तेरे को शर्म नहीं आती? एक बार देखा तो तेरा मन नहीं भरा जो दुबारा देखना हैं? वो भी अपनी दीदी को?
मे : तुम्ही तो बोली और वैसे भी इतना उजाला तो बाहर हैं भी नहीं की मुझे साफ दिखाई दे.
दीदी : हाँ यह बात भी हैं.
यह बोल के उसने अपनी टॉप उतार दी अब वो जीन्स और ब्रा मैं थी उसने स्ट्रेप्लेस ब्रा पहनी थी पिंक कलर की देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा हम लोग रम पी रहें थे और नशा चड रहा था उपर से गर्मी मैने कुछ देर बाद गर्मी के मारे अपना पेन्ट निकाल दिया दीदी ने मेरे को देखा मैने बोला “सॉरी! दीदी हंसी और बोली हाँ इतनी गर्मी मैं कुछ कर भी नहीं सकते यह बोल के उसने भी पेन्ट निकाल दी अब मैं चड्डी मैं और दीदी ब्रा और पेंटी में थी अब सबसे बड़ा सर्प्राइज़ था. दीदी क्या लग रही थी उसके बूब्स तो जैसे ब्रा फाड़ के बाहर निकल आयेगे और पेंटी देख के तो मेरा लंड चड्डी फाड़ के बाहर आने वाला था तो और 2 पेक मारने के बाद दीदी बोली आज लग रहा हैं लाइट नहीं आयेगी बोल के वो अंदर चली गयी.
मैं निराश हो गया इतना अच्छा नज़ारा देखने को मिल रहा था तो थोड़ी देर बाद दीदी फिर वापस आ गयी अब फिर मेरे को झटका लगा दीदी वापस आई उपर एक दुपट्टा डालकर और ब्रा निकाल दी थी एक पतला दुपट्टा जिसमे से उनकी पूरी बूब्स दिखाई दे रही थी और नीचे पेंटी अब तो मेरी हालत खराब होने लगी पर दीदी के सामने मूठ भी नहीं मार पा रहा था और दीदी के साथ कुछ करूँ इतनी हिम्मत भी नहीं थी.
अब थोड़ी हवा चलना शुरू हुआ तो उसका दुपट्टा हल्का सा उड़ रहा था और उसके बूब्स थोड़े से दिखाई दे रहे थे ऐसे करते करते ड्रिंक्स ख़त्म हुआ अब सोने की बारी थी क्योकी लाइट नहीं थी तो टी.वी भी नहीं देख सकते थे अब मैं गेस्ट रूम की तरफ जाने लगा तो दीदी बोली मेरे रूम मैं ही सो जा लाइट नहीं हैं मेरे रूम मैं हवा अच्छी आती हैं मैने बोला लेकिन इतनी गर्मी में मै तो दीदी समझ गयी और बोली क्या प्रोब्लम हैं? अच्छा कपड़े उतार के सोना हैं? नो प्रोब्लम एक तो अन्धेरा हैं और सब कुछ तो देख ही लिया है अब छुपाना क्या हैं?” बोल के दीदी हंस दी तब मैंने ठान लिया की आज इसको चोदना हैं मैं उसके रूम मैं आ गया और अपनी चड्डी उतार दी मेरा लंड एकदम खड़ा था मेरा लंड 6 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हैं दीदी तब खिड़की खोल रही थी वो जैसे ही घूमी तो उसकी मुझ पर नज़र पड़ी और देखके बोली “ऊहह!!! इसकी शर्म थी!!! यह तो एकदम सावधान पोज़िशन मैं हैं!!” दीदी फिर हंसने लगी.
अब उसने भी अपनी पेंटी उतार दी और दुपट्टा भी उतार दिया अब वो भी पूरी तरह नंगी हो गयी और हम दोनो बेड पर लेट गये अब मैं सोच रहा था कैसे उसको चोदूं लेकिन हिम्मत नहीं हो पा रही थी तब अचानक दीदी बोली नींद नहीं आ रही हैं क्या?” मैने बोला हाँ बहुत गर्मी हैं तब वो मेरी तरफ घुम के लेट गयी और मुझे देख के बोली और नींद आयेगी भी कैसे? यह तेरा लंड जब तक खड़ा हैं तब तक नींद नहीं आयेगी इसको ठंडा करना पड़ेगा अब तो लाइट भी नहीं हैं तो मैं ही कुछ करती हूँ बोल के उसने मेरे लंड को पकड़ लिया जैसे ही उसने मेरे लंड को पकड़ा मेरे शरीर मैं एकदम करंट सा लग गया क्या फीलिंग्स थी वो मैं शब्दो में नहीं बयान नहीं कर सकता तो उसने मेरा लंड सहलाना शुरू किया वो मेरे लंड का स्किन उपर नीचे कर रही थी और मुझे तो मानो इतना मज़ा आ रहा था क्या बताऊँ लगभग 10 मिनिट के बाद वो उठ के बैठ गयी और अचानक मेरा लंड अपने मुँह मे लेने लगी.
बस इसके लिये मैं कब से तड़प रहा था और मेरी दीदी ने मुझे वो मजा दे दिया अब वो मेरा लंड ज़ोर से चूस रही थी और उसके बूब्स मेरे हाथ से टच कर रहे थे उसके मुँह से भी सेक्सी आवाज़ आ रही थी वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी कुछ देर बाद मैं और सहन नहीं कर पाया और उसके मुँह मैं ही झड़ गया उसने मेरा पूरा पानी पी लिया और बोली टेस्टी है इतना अच्छा लंड कैसे बनाया रे? अब तू तो ठंडा हो गया मेरा क्या होगा? मैने बोला तुम भी लेट जाओ में तुम्हे भी ठंडा कर देता हूँ.
दीदी लेट गयी और मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू किया उसकी निपल्स को हल्का सा काट भी रहा था और उसकी बूब्स को चूस और दबा रहा था वो तो मज़े से एकदम मेरे सिर को उसके बूब्स के साथ दबा रही थी वो एकदम मज़े से आअहह ऊओ…हमम्म्म ऐसी आवाज़ निकाल रही थी अब मैंने उसकी लिप पर किस करना शुरू किया वो एकदम गर्म हो चुकी थी उसने फिर से मेरा लंड अपने हाथ में ले लिया और अपनी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया मैं समझ गया की उसकी चूत में आग लग गयी हैं मैंने अब धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डालना शुरू किया उसकी चूत बहुत टाइट थी पहले अंदर जाने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी लेकिन मैं उसको ज़ोर से किस करने लगा उसको अपनी गोद मैं उठा लिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया तो वो एकदम कांप उठी वो दर्द के मारे कांप रही थी लेकिन मैं उसको ज़ोर से किस कर रहा था और उसको ज़ोर से अपने साथ दबा रहा था.
अब थोड़ी देर बाद उसको मज़ा आना शुरू हुआ अब उसने मेरा साथ देना शुरू किया मैं लेट गया और वो मेरे लंड के उपर बैठी हुई थी अब उसने उपर नीचे होना शुरू किया उसकी सांसे बहुत तेज चल रही थी अब उसने तेजी से उपर नीचे होना शुरू कर दिया ऐसे 10 मिनिट तक चला फिर अचानक उसने मेरे लंड को अपनी चूत में ज़ोर से दबा लिया उसके मुँह से आवाज़ निकल आई आआअम्म्म…और वो मेरे उपर गिर गयी वो झड़ चुकी थी अब मैं उसको लेटा के मैं उसके उपर लेट गया और फिर उसको चोदना शुरू किया मैं अभी ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर कर रहा था और वो आहे भर रही थी….अहूहह….और ज़ोर से….और तेजज्ज़ और तेज…..और जोर से मैं अब अल्टिमेट स्पीड में आ गया और उसको बहुत ज़ोर से चोद रहा था ऐसे ही 20 मिनिट तक चलने के बाद मैने महसूस किया की मेरा निकलने वाला हैं मैंने दीदी को बताया मैं झड़ने वाला हूँ.
दीदी बोली मेरे अन्दर ही छोड़ दे मैंने उसके अंदर ही अपना पानी छोड़ दिया और उसके उपर गिर गया थोड़ी देर के बाद मैं उठा और उसको देखा तो उसने एक स्वीट सी स्माइल दी जिसे देखके कोई भी फिदा हो जाये फिर मैने उसे लीप किस किया और फिर उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया और हम दोनो ऐसे ही सो गये सुबह उठा तो मेरा लंड उसकी चूत के अंदर था और मेरा मुँह उसकी लेफ्ट बूब के उपर था मैंने उसकी बूब्स पर हल्के से किस किये फिर उसकी बूब्स चूसना शुरू किया.
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अब वो जाग गयी थी वो हंस के गुड मॉर्निंग बोली और हम दोनो उठ गये दोनो बाथरूम गये और एक साथ नहाये वहा फिर हम दोनो ने सेक्स किया उसके बाद बाहर आकर बात की की हम लोग जब तक अकेले हैं तब तक बिना कपड़ो के रहेंगे एक दूसरे के साथ. अब दीदी खाना पका रही थी किचन में और मैं उससे चिपक के खड़ा था मेरा लंड उसकी गांड में था और मैं उसके बूब्स दबा रहा था अचानक फोन बजा और उस तरफ से मौसा जी बोले की उन लोगो को आने में 10-15 दिन और लग जायेगे बस हम दोनो को तो स्वर्ग मिल गया और 10-15 दिन तक चुदाई का लाइसेन्स मिल गया था फिर दीदी ने खाना बनाते ही हम लोगो ने फिर किचन में ही सेक्स करना शुरू कर दिया ऐसे ही चलता रहा उन दिनो के अंदर हम लोग गोवा गये और बहुत इन्जॉय किया.
धन्यवाद ....
प्रेषक : आकाश
हाय फ्रेंड्स मेंरा नाम आकाश है मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है और स्लिम बॉडी यह मेरी फर्स्ट स्टोरी है प्लीज़ मुझे मैल जरुर करे यह मेरी लाइफ की सच्ची घटना है में पढ़ने में बहुत होशियार हूँ और में 12 वी बोर्ड परीक्षा में 12 वी ग्रेड पर आया हूँ तो अब स्टोरी पर आते है तो एक दिन मैं शॉपिंग मोल में घूमने चला गया क्योकी उस टाइम मैं फ्री था एक्च्युयली मेरा इरादा था की कोई मूवी देख लूँ लेकिन कोई अच्छी मूवी मिली नही तो मैं जैसे ही मोल से बाहर निकला अचानक किसी ने मेरा नाम बुलाया मैंने पलट के देखा तो वो मेरी दीदी थी वो मेरी मौसी की लड़की हैं मुझसे उसकी बहुत अच्छी दोस्ती हैं वो मेरे साथ बहुत फ्रेंकली हैं हम लोगो का घर दिल्ली में हैं.
बचपन से ही हम दोनो के बीच में कोई ऐसी बात नहीं हैं जो डिसकस नहीं हुई हो तो जैसे मैं उनसे बहुत दिनो के बाद मिला तो वो मेरे और घरवालो के हालचाल पूछने लगी उसके बाद जब उनको पता चला की मेरे एग्जॉम ख़त्म हो गये हैं और मेरी छुट्टी चल रही हैं तो वो मुझे उनके घर जाने के लिये फोर्स करने लगी तो मैने मम्मी के बारे में बताया वो मुझे साथ लेकर मेरे घर आ गई मेरी मम्मी उसको देखते ही बहुत खुश हुई उसके बाद दीदी ने मेरी मम्मी से आज्ञा ले ली की मैं उनके घर जाकर 15 दिन के लिये रहूँ और मम्मी ने भी खुश होकर आज्ञा दे दी.
अब मैं आप लोगो को मेरी दीदी के बारे मैं बता दूँ वो हैं एकदम गोरी हाइट लगभग 5 फुट 7 इंच फिगर 34-26-36 दिखने मैं बहुत अच्छी हैं बाल बड़े बड़े हैं और लाइट ब्राउन हैं सबसे बड़ी बात वो जब हंसती हैं तो उनकी गाल पर डिंपल्स पड़ जाते हैं हाँ तो मैं उनके साथ उनके घर आ गया मैं जैसे ही घर के अन्दर गया तो मौसी और मौसा जी मुझे देख के बहुत खुश हो गये क्योकी मैं सबसे छोटा था तो सबका लाड़ला था तो पहले सब ने मेरे एग्जॉम के बारे में पूछा और मैं कुछ दिन रहूँगा सुनके खुश हो गये उस दिन रात को खाना ख़ाके हम लोग सो गये मैं गेस्ट रूम में सोया था तो रात को कंप्यूटर मैं पॉर्न मूवी देख के अटेच्ड बाथरूम में मूठ मार के सो गया.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
अगले दिन सुबह उठा तो देखा मौसा जी और मोसी कहीं जा रहे थे तो मेरे पूछने पर उन्होंने बताया की वो लोग मुंबई जा रहें हैं बिज़नस के सिलसिले मैं और अब मैं था दीदी के साथ तो वो लोग बिना चिन्ता के निकल गये उन लोगो के जाने के बाद मैं टी.वी देखने लगा और दीदी खाना बनाने लगी खाना बनाने के बाद दीदी नहाने चली गयी थोड़ी देर बाद मैं नहाने गया तो देखा गेस्टरूम के बाथरूम में पानी नहीं आ रहा हैं तो मैं दीदी के रूम मैं वेट करने लगा दीदी नहा के जब बाहर आई तो वो सिर्फ़ एक टावल लपेटे हुई थी और मुझे अचानक देख के डर गयी जब वो समझी की मैं हूँ तब उन्होंने पूछा क्या हुआ? तो मैंने पूरी बात बताई तो वो बोली कोई बात नहीं मेरे बाथरूम में नहा लो मैंने पहले ही बताया था की हम दोनो बहुत फ्रेंकली थे तो इसमे कोई प्रोब्लम नहीं हुआ की वो मेरे सामने टावल में खड़ी थी तो अब मै बाथरूम में चला गया वह जाते ही मैंने देखा वहा एक ब्रा रखी हुई हैं वो स्ट्रेप्लेस थी स्ट्रेप्लेस ब्रा देखके फर्स्ट टाइम मेरे अंदर दीदी के बारे में कुछ सेक्सी फीलिंग आने लगी.
फिर भी वो मेरी दीदी हैं ऐसा सोच के मैंने सोचा की उसको इसकी ज़रूरत हो सकती हैं तो मैं बाहर आया और दीदी को बोला तुम्हारी कोई चीज बाथरूम मैं रह गयी है यह सुनके उसको याद आया और वो जैसे ही ड्रेसिंग टेबल के सामने से उठने गयी कुर्सी मैं अटकी उसकी टावल खुल गयी ज़िंदगी में फर्स्ट टाइम मैंने अपनी दीदी को नंगी देखा क्या नज़ारा था वो गोरे बूब्स और उसमे पिंक निपल और उसकी चूत एकदम शेव थी तो उसने झट से टावल फिर लपेट ली मैं तो एकदम चुप हो गया था तो वो हंस के बोली ऐसे क्या देख रहा हैं? कभी लड़की को नहीं देखा क्या?” मैंने भी हंस के उनकी ब्रा उनको दे दी और नहाने चला गया और जब मैं बाथरूम से बाहर आया तो वो एक जीन्स और एक टाइट टॉप पहने हुई थी.
मेरे बाहर आते ही उसने बोला तूने मेरा सब कुछ देख लिया यह अच्छी बात नहीं है फिर भी इट वेल बी ओके अगर तूने सब कुछ दिखाया तो मैने पूछा मतलब? तो वो बोली मतलब तूने मुझ को नंगा देख लिया है अब मुझे भी तेरे को नंगा देखना हैं बस मैं यह सुनके थोड़ा कन्फ्यूज़्ड हो गया फिर भी हम दोनो में कोई बात आधी नहीं रहती हैं तो मैने टावल खोल दिया उसके सामने मैने पूछा “खुश?” वो बोली “ओके! लेकिन काफ़ी बड़ा हो गया हैं!!” और हंस के चली गयी और फर्स्ट टाइम मुझे उसको चोदने की बात मन मे आई फिर मैं कपड़े पहन के बाहर आया और खाना खा लिया और दीदी से बोला की शाम को दारू पीते हैं घर में कोई हैं भी नहीं तो मैं जाकर रम की बोतल ले आया.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
अब हम दोनो ने बैठ के रम पीना शुरू किया की अचानक लाइट चली गयी वो गर्मी का मौसम था एक तो रम पी रहे थे उपर से लाइट चली गयी तो गर्मी के मारे हम लोग बालकनी मैं आ गये उस दिन पूर्णिमा थी तो बाहर चाँदनी रात थी बहुत अच्छी लेकिन हवा बिल्कुल नहीं चल रहा था तो गर्मी बड़ने लगी मैने अपना टी-शर्ट उतार दिया.
दीदी : इतनी गर्मी हैं लाइट भी नहीं हैं तेरे तो अच्छा हैं शर्ट उतार दिया.
मे : तो तुम भी उतार दो.
दीदी : तेरे को शर्म नहीं आती? एक बार देखा तो तेरा मन नहीं भरा जो दुबारा देखना हैं? वो भी अपनी दीदी को?
मे : तुम्ही तो बोली और वैसे भी इतना उजाला तो बाहर हैं भी नहीं की मुझे साफ दिखाई दे.
दीदी : हाँ यह बात भी हैं.
यह बोल के उसने अपनी टॉप उतार दी अब वो जीन्स और ब्रा मैं थी उसने स्ट्रेप्लेस ब्रा पहनी थी पिंक कलर की देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा हम लोग रम पी रहें थे और नशा चड रहा था उपर से गर्मी मैने कुछ देर बाद गर्मी के मारे अपना पेन्ट निकाल दिया दीदी ने मेरे को देखा मैने बोला “सॉरी! दीदी हंसी और बोली हाँ इतनी गर्मी मैं कुछ कर भी नहीं सकते यह बोल के उसने भी पेन्ट निकाल दी अब मैं चड्डी मैं और दीदी ब्रा और पेंटी में थी अब सबसे बड़ा सर्प्राइज़ था. दीदी क्या लग रही थी उसके बूब्स तो जैसे ब्रा फाड़ के बाहर निकल आयेगे और पेंटी देख के तो मेरा लंड चड्डी फाड़ के बाहर आने वाला था तो और 2 पेक मारने के बाद दीदी बोली आज लग रहा हैं लाइट नहीं आयेगी बोल के वो अंदर चली गयी.
मैं निराश हो गया इतना अच्छा नज़ारा देखने को मिल रहा था तो थोड़ी देर बाद दीदी फिर वापस आ गयी अब फिर मेरे को झटका लगा दीदी वापस आई उपर एक दुपट्टा डालकर और ब्रा निकाल दी थी एक पतला दुपट्टा जिसमे से उनकी पूरी बूब्स दिखाई दे रही थी और नीचे पेंटी अब तो मेरी हालत खराब होने लगी पर दीदी के सामने मूठ भी नहीं मार पा रहा था और दीदी के साथ कुछ करूँ इतनी हिम्मत भी नहीं थी.
अब थोड़ी हवा चलना शुरू हुआ तो उसका दुपट्टा हल्का सा उड़ रहा था और उसके बूब्स थोड़े से दिखाई दे रहे थे ऐसे करते करते ड्रिंक्स ख़त्म हुआ अब सोने की बारी थी क्योकी लाइट नहीं थी तो टी.वी भी नहीं देख सकते थे अब मैं गेस्ट रूम की तरफ जाने लगा तो दीदी बोली मेरे रूम मैं ही सो जा लाइट नहीं हैं मेरे रूम मैं हवा अच्छी आती हैं मैने बोला लेकिन इतनी गर्मी में मै तो दीदी समझ गयी और बोली क्या प्रोब्लम हैं? अच्छा कपड़े उतार के सोना हैं? नो प्रोब्लम एक तो अन्धेरा हैं और सब कुछ तो देख ही लिया है अब छुपाना क्या हैं?” बोल के दीदी हंस दी तब मैंने ठान लिया की आज इसको चोदना हैं मैं उसके रूम मैं आ गया और अपनी चड्डी उतार दी मेरा लंड एकदम खड़ा था मेरा लंड 6 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हैं दीदी तब खिड़की खोल रही थी वो जैसे ही घूमी तो उसकी मुझ पर नज़र पड़ी और देखके बोली “ऊहह!!! इसकी शर्म थी!!! यह तो एकदम सावधान पोज़िशन मैं हैं!!” दीदी फिर हंसने लगी.
अब उसने भी अपनी पेंटी उतार दी और दुपट्टा भी उतार दिया अब वो भी पूरी तरह नंगी हो गयी और हम दोनो बेड पर लेट गये अब मैं सोच रहा था कैसे उसको चोदूं लेकिन हिम्मत नहीं हो पा रही थी तब अचानक दीदी बोली नींद नहीं आ रही हैं क्या?” मैने बोला हाँ बहुत गर्मी हैं तब वो मेरी तरफ घुम के लेट गयी और मुझे देख के बोली और नींद आयेगी भी कैसे? यह तेरा लंड जब तक खड़ा हैं तब तक नींद नहीं आयेगी इसको ठंडा करना पड़ेगा अब तो लाइट भी नहीं हैं तो मैं ही कुछ करती हूँ बोल के उसने मेरे लंड को पकड़ लिया जैसे ही उसने मेरे लंड को पकड़ा मेरे शरीर मैं एकदम करंट सा लग गया क्या फीलिंग्स थी वो मैं शब्दो में नहीं बयान नहीं कर सकता तो उसने मेरा लंड सहलाना शुरू किया वो मेरे लंड का स्किन उपर नीचे कर रही थी और मुझे तो मानो इतना मज़ा आ रहा था क्या बताऊँ लगभग 10 मिनिट के बाद वो उठ के बैठ गयी और अचानक मेरा लंड अपने मुँह मे लेने लगी.
बस इसके लिये मैं कब से तड़प रहा था और मेरी दीदी ने मुझे वो मजा दे दिया अब वो मेरा लंड ज़ोर से चूस रही थी और उसके बूब्स मेरे हाथ से टच कर रहे थे उसके मुँह से भी सेक्सी आवाज़ आ रही थी वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी कुछ देर बाद मैं और सहन नहीं कर पाया और उसके मुँह मैं ही झड़ गया उसने मेरा पूरा पानी पी लिया और बोली टेस्टी है इतना अच्छा लंड कैसे बनाया रे? अब तू तो ठंडा हो गया मेरा क्या होगा? मैने बोला तुम भी लेट जाओ में तुम्हे भी ठंडा कर देता हूँ.
दीदी लेट गयी और मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू किया उसकी निपल्स को हल्का सा काट भी रहा था और उसकी बूब्स को चूस और दबा रहा था वो तो मज़े से एकदम मेरे सिर को उसके बूब्स के साथ दबा रही थी वो एकदम मज़े से आअहह ऊओ…हमम्म्म ऐसी आवाज़ निकाल रही थी अब मैंने उसकी लिप पर किस करना शुरू किया वो एकदम गर्म हो चुकी थी उसने फिर से मेरा लंड अपने हाथ में ले लिया और अपनी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया मैं समझ गया की उसकी चूत में आग लग गयी हैं मैंने अब धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डालना शुरू किया उसकी चूत बहुत टाइट थी पहले अंदर जाने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी लेकिन मैं उसको ज़ोर से किस करने लगा उसको अपनी गोद मैं उठा लिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया तो वो एकदम कांप उठी वो दर्द के मारे कांप रही थी लेकिन मैं उसको ज़ोर से किस कर रहा था और उसको ज़ोर से अपने साथ दबा रहा था.
अब थोड़ी देर बाद उसको मज़ा आना शुरू हुआ अब उसने मेरा साथ देना शुरू किया मैं लेट गया और वो मेरे लंड के उपर बैठी हुई थी अब उसने उपर नीचे होना शुरू किया उसकी सांसे बहुत तेज चल रही थी अब उसने तेजी से उपर नीचे होना शुरू कर दिया ऐसे 10 मिनिट तक चला फिर अचानक उसने मेरे लंड को अपनी चूत में ज़ोर से दबा लिया उसके मुँह से आवाज़ निकल आई आआअम्म्म…और वो मेरे उपर गिर गयी वो झड़ चुकी थी अब मैं उसको लेटा के मैं उसके उपर लेट गया और फिर उसको चोदना शुरू किया मैं अभी ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर कर रहा था और वो आहे भर रही थी….अहूहह….और ज़ोर से….और तेजज्ज़ और तेज…..और जोर से मैं अब अल्टिमेट स्पीड में आ गया और उसको बहुत ज़ोर से चोद रहा था ऐसे ही 20 मिनिट तक चलने के बाद मैने महसूस किया की मेरा निकलने वाला हैं मैंने दीदी को बताया मैं झड़ने वाला हूँ.
दीदी बोली मेरे अन्दर ही छोड़ दे मैंने उसके अंदर ही अपना पानी छोड़ दिया और उसके उपर गिर गया थोड़ी देर के बाद मैं उठा और उसको देखा तो उसने एक स्वीट सी स्माइल दी जिसे देखके कोई भी फिदा हो जाये फिर मैने उसे लीप किस किया और फिर उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया और हम दोनो ऐसे ही सो गये सुबह उठा तो मेरा लंड उसकी चूत के अंदर था और मेरा मुँह उसकी लेफ्ट बूब के उपर था मैंने उसकी बूब्स पर हल्के से किस किये फिर उसकी बूब्स चूसना शुरू किया.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
अब वो जाग गयी थी वो हंस के गुड मॉर्निंग बोली और हम दोनो उठ गये दोनो बाथरूम गये और एक साथ नहाये वहा फिर हम दोनो ने सेक्स किया उसके बाद बाहर आकर बात की की हम लोग जब तक अकेले हैं तब तक बिना कपड़ो के रहेंगे एक दूसरे के साथ. अब दीदी खाना पका रही थी किचन में और मैं उससे चिपक के खड़ा था मेरा लंड उसकी गांड में था और मैं उसके बूब्स दबा रहा था अचानक फोन बजा और उस तरफ से मौसा जी बोले की उन लोगो को आने में 10-15 दिन और लग जायेगे बस हम दोनो को तो स्वर्ग मिल गया और 10-15 दिन तक चुदाई का लाइसेन्स मिल गया था फिर दीदी ने खाना बनाते ही हम लोगो ने फिर किचन में ही सेक्स करना शुरू कर दिया ऐसे ही चलता रहा उन दिनो के अंदर हम लोग गोवा गये और बहुत इन्जॉय किया.
धन्यवाद ....
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