कहानी : भाभी को चोदा मूवी दिखाकर
प्रेषक : रिंकू
हाय फ्रेंड्स में रिंकू फिर से आपके लिये एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ इस साइट पर मेरी यह 30 वी स्टोरी है तो अब स्टोरी पर आते है बात ये उन दिनों की है जब कॉलेज मे था में ग्रेजुयेशन फाइनल ईयर मे था में अपने हॉस्टल मे रहता था मेरे एक चचेरे बड़े भैया नॉएडा मे अपनी वाइफ के साथ रहते थे मेरी भाभी तकरीबन 28 साल की है उनके कोई बच्चा नही था उस समय तक वो बहुत ही सुन्दर और अट्रॅक्टिव थी उनकी फिगर बहुत ही अच्छी थी 34-28-36 मैं शनिवार और रविवार को उनके यहाँ मिलने के लिये चले जाया करता था.
भाभी देवर का रिश्ता होने के कारण हमारे बीच बहुत मज़ाक भी होता था जो कभी कभी सेक्सी बातों को लेकर भी हो जाता था भाभी कभी मेरी बातों का बुरा नही मानती थी एक शनिवार को में उनसे मिलने गया भैया ऑफीस गये हुये थे मैने भाभी से कहा भाभी चलो मूवी देखने चलते है भाभी ने पूछा कौन सी मूवी देखनी है और कहा चलेंगे मैने बताया चलो शिप्रा मोल मे चलते है मर्डर मूवी लगी है और मोल मे रेस्टोरेंट भी है लंच भी वही कर लेंगे जल्दी तैयार हो जाओ.
भाभी – ओके क्या पहनूं ?
मे – मस्त सी साड़ी ओपन स्लीव ब्लाउज से और हाइ हील की सेंडल जिससे चलते समय आपकी चाल मस्तानी लगे.
भाभी ने मुस्कुराके पूछा – देवर जी इरादा क्या है?
मे – आपके हुस्न की आग से मोल मे आग लगाने का (मैने आँख मारते हुये जवाब दिया.)
भाभी शिफोन की साड़ी, ओपन नेक, डीप नेक ब्लाउज स्मालर ब्रा के साथ पहन कर आई जिससे उनकी चूचीयां उपर झलक रही थी.
भाभी – कैसी लग रही हूँ मैं देवर जी?
मे – भाभी तुम तो पटाखा लग रही हो पहले ही फायर ब्रिगेड को फोन कर दूं क्या?
भाभी – ऑश! नॉटी हो गये हो कोई नई गर्लफ्रेंड हूँ क्या में ?
(भाभी ने मेरे आर्म पर चिमटी काटते हुये बोला)
मे – आज तो बिजलियाँ गिरेगी मोल मे.
भाभी – ऊऊओ सच्ची! टिकट कॉर्नर की पिछली वाली सीट की लेना आराम से देख सकते है (भाभी ने मुस्कुरा कर कहा.) और मैने भी सर हिला कर सहमति दी.
मैने भाभी से कहा बाइक से चलेंगे क्योकी कार से टाइम लगेगा मेरा मन बाइक पर भाभी की चूचीयों को महसूस करके मज़ा लेने का था.
भाभी – चलो लेकिन धीरे धीरे चलना.
मे – अगर पीछे से कुछ चुभेगा तो ब्रेक भी लगेगा.
भाभी ने कंधे पर मारते हुये कहा हट इसका में क्या करूँ ये तो होगा ही.
मे – क्या दूर दूर बैठी हो प्यार से पकड़ो ना.
भाभी गले पर हाथ रखकर बैठती है.
मे – अरे भाभी कमर पर पकड़ो ना ऐसे चलने में दिक्कत हो रही है.
भाभी – ओह देवर जी में आपकी गर्लफ्रेंड थोड़े ही हूँ जो चिपक कर बेठू.
मे – प्यारी भाभी तो हो देवर दूसरा वर होता है.
भाभी कमर मे दोनो हाथ डाल के चिपक के बैठ जाती है अब उनकी चूचीयां पीठ पर महसूस होने लगती है मेरा लंड खड़ा होने लगता है.
मे – मेरा बाबा खड़ा होने लगा भाभी.
भाभी उसे दबाते हुये बोलती है – रोड़ पर क्या सुझता है रे.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
हम मोल तक पहुँच गये में भाभी को बाइक से उतारकर टिकट लेने के लिये चला गया भाभी ने मुझे मेरी पेन्ट पर बने टेंट को दिखा के थैला दिया और बोला इससे ढँक लो लोग देखेंगे तो क्या समझेंगे में टिकट लेने चला गया और बाइक भी पार्क करके आ गया कॉर्नर की सीट मिल गयी थी भीड़ कम थी हम लोग अंदर चल दिये मूवी स्टार्ट हो गयी उपर चढ़ते समय (सीट तक) में भाभी को सहारा देता हूँ और पीठ पर हाथ सहला देता हूँ भाभी ने मुस्कुराकर बैठने को कहा स्क्रीन पर मर्डर का फेमस सुपरहिट सोंग “कभी मेरे साथ एक रात गुजार तुझे सुबह तक में करूँ प्यार” चल रहा था इमरान हाशमी और मल्लिका का लव सीन चल रहा था.
ये देख के हम दोनो गर्म हो गये थे मैने अपना हाथ भाभी के कंधे पर रख दिया वो सिसकी फिर मैने हाथ थोड़ा नीचे करके उनकी चूची दबा दी वो थोड़ा मेरे पास आई और हल्की सिसकारियाँ लेने लगी हमारे 2 सीट नीचे एक कपल एक दूसरे को किस कर रहा था मैने भाभी को कहा भाभी देखो ना मेरा लंड खड़ा हो गया कुछ करो ना नीचे देखो ना वो कपल भी मज़े ले रहा है भाभी मेरी जाँघो को दबाते हुये बोलती है क्या देवर जी तुम्हे भी यही दिखाई दे रहा है.
मे – हाँ भाभी अपनी ब्लाउज खोलो ना में तुम्हारी चूची चुसूंगा.
भाभी – क्या देवर जी यही पागल हो गये हो क्या?
मे – थोड़ा सा चूसने दो ना अंधेरे मे कोई देखेगा नही.
भाभी एक तरफ तो मुझे मना कर रही थी और दूसरी तरफ मेरे पास सिमटती जा रही थी भाभी ने अपने लिप्स मेरे कान के पास किस करने के लिये घुमाया और उसी समय मैने अपने लिप्स उनकी तरफ़ घुमा दिया हमारे लिप्स एक दूसरे से टकरा गये हम लोग अब एक दूसरे के लिप्स चूस रहे थे हम लोग अब एक दूसरे की जीभ को टेस्ट कर रहे थे भाभी मेरी जाँघो को दबा रही थी उनकी सांसे अब तेज हो रही थी हम लोग एक दूसरे को मस्ती मे किस कर रहे थे मैने अपना एक हाथ उनके पेटीकोट के अंदर डाल दिया और उनकी चूत के बालों पर उंगली घूमाने लगा वो सिसकारियाँ भरते हुये अपनी टाँगें फैला दी मैने अपनी पेन्ट का चेन खोल के अपना लंड उनके हाथों मे दे दिया.
भाभी – हाय देवर जी इतना बड़ा.
मे – हाँ भाभी अब घर चल के तुम्हे चोदना ही पड़ेगा.
मैने दो उंगलियाँ उनकी चूत के अंदर डाल दी और वही उंगलियों को अन्दर बाहर करने लगा भाभी मेरे लंड को उपर नीचे कर रही थी वो अब पूरी गर्म हो चुकी थी में ज़ोर ज़ोर से उनकी चूत को चोद रहा था अपनी उंगलियों से.
भाभी – अग्ग्घ्हह देवर जी बहुत खुजली हो रही है कोई पास मे जगह है क्या?
मे – कहो तो यही चोद दूं सीट पर ही झुका के वैसे भी लास्ट सीट है कोई देख भी नही रहा है.
भाभी – नही में इस मोटे लंड को आराम से लेना चाहती हूँ.
उनकी चूत टपक रही थी मेरी उंगलियां मस्त चोद रही थी उन्हें अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अहह देवररररर जीईईईईई भाभी मेरे हाथों पर ही झड़ गयी.
भाभी – चलो देवर जी अब घर चलो छोड़ो मूवी को अभी घर पर कोई आयेगा भी नही 4.30 बजे है.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
भाभी कपड़े ठीक करने लगी मैने भी अपने लंड को पेन्ट मे एड्जस्ट किया और हम घर की तरफ चल दिये बाइक तेज़ी से चलाते हुये हम घर पहुँच गये भाभी ने गेट लगाते ही मुझे बाहों मे भर लिया हम लोग दो बिछुड़े प्रेमियों की तरह एक दूसरे को चूमने लगे फटाफट भाभी की साड़ी उतार दी और उनकी चूचीयों को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और फिर उन्हे ड्राइंग रूम के सोफे पर ही पटक दिया भाभी और छटपटाने लगती है फिर में उनकी ब्लाउज और ब्रा दोनो खोल देता हूँ भाभी मेरी पेन्ट और अंडरवेयर एक साथ खोल कर नीचे बैठ जाती है और मेरा लंड अब उनके हाथ मे था वो ललचाई नज़रो से उसे देख रही थी.
थोड़ी देर बाद उसे चूसने लगती है में उनके बाल पकड़ के मुँह मे ही चोदने लगता हूँ वो मेरे बाल को भी सहलाने लगती है में उनके पेटीकोट और पेंटी भी उनको उठा के खोल देता हूँ अब वो पूरी नंगी हो गयी थी क्या मस्त माल लग रही थी 36 चूची की निपल नुकीली हो गयी थी मस्त कमर और मोटी गांड आग बढ़ा रही थी हम लोग अब 69 पोज़िशन मे थे में उनकी चूत चाट रहा था चट्टाक चट चट्टाक चट चट्टाक चट और वो मेरा लंड चूस रही थी.
चुप्पुक चुउऊस चुप्पुक चुउऊस रूम पूरा सेक्सी साउंड से भर गया था.
भाभी – देवर जी अब चूत मे डालो ना अपना मूसल लंड अब सहा नही जा रहा है चूत टपक रही है.
मैने भाभी को सोफे पर एड्जस्ट किया और अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा और एक ज़ोर का झटका दिया घचहाआआआआआआक आगगगगगगघह देवर जी धीरे चोदो चोदो जल्दी मर गई में अब मस्त चुदाई होने लगी भाभी चुत्तड उछाल उछाल कर चुदा रही थी में उनकी चूचीयों को चूसते हुये अपने हाथ से उनके चुतड को पकड़ कर चोद रहा था.
मेरी जांघे नीचे से उनकी टपकती चूत के रस से भीग रही थी उस रस को में उंगलियों से उनकी गांड के छेद मे डाल रहा था और कभी कभी गांड मे भी उंगली घुसा दे रहा था घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ भाभी मज़े से चुदा रही थी उनकी चूचीयां चोदते समय ऐसे हिल रही थी जैसे आँधी आने पर पेड़ पर फल हिलते है फिर मैने भाभी को घुमा दिया उनका चुत्तड अब उपर हो गया और में खड़ा होकर पीछे से उनकी चूत मे लंड डाल के चोदने लगा और आगे हाथ बढ़ा के उनकी दोनो चूचीयों को पकड़ के चोदने लगा.
भाभी – क्या मस्त चुदाई करते हो देवर जी कितने दिन हो गये ऐसी मस्त चुदाई नही हुई थी चोदो रे अपनी रंडी भाभी को ज़ोर ज़ोर से चोदो कितना मस्त लंड है जी तुम्हारा चोदते रहो रुकना मत में झड़ रही हूँ आआाअघह ओह घाआप्प घपक घाआप्प घपक घाआप्प ह आह देवर जी मज़ा आ रहा है.
मेंने भाभी के मस्त मस्त चुतड मसल मसल के लाल कर दिये अब पूरी तरह से भाभी के उपर सवार होकर चोद रहा था भाभी का पूरा शरीर सिमट गया था पैर पूरा मोड़ के सर तक कर दिये थे और चढ़ के चोद रहा था नॉर्मल पोज़िशन मे औरत इस स्थिति मे नही रह सकती पर चुदते समय उसे कुछ फील ही नही होता की उसके शरीर का क्या एंगल बन गया है में मस्ती मे चोद रहा था भाभी दो बार झड़ चुकी थी.
फटाआक फकक्च फकक्च
भाभी – अब रहने दो देवर जी चूत जल रही है अब डालो ना अपना रस.
फिर में ज़ोर ज़ोर से झटके मारता हुआ उनकी चूत मे ही अपना रस डाल दिया.
भाभी – ओह कितना गाढ़ा है देवर जी आपका मेरी टाँगे भी भीग गई पर आपने आज मुझे स्वर्ग दिखा दिया जब भी मुझे चोदने का मन करे मेरे घर आकर मुझे चोद जाना बहुत ही मस्त चुदाई करते हो.
तो फ्रेंड्स यह हे मेरी नई स्टोरी . . .
धन्यवाद ...
प्रेषक : रिंकू
हाय फ्रेंड्स में रिंकू फिर से आपके लिये एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ इस साइट पर मेरी यह 30 वी स्टोरी है तो अब स्टोरी पर आते है बात ये उन दिनों की है जब कॉलेज मे था में ग्रेजुयेशन फाइनल ईयर मे था में अपने हॉस्टल मे रहता था मेरे एक चचेरे बड़े भैया नॉएडा मे अपनी वाइफ के साथ रहते थे मेरी भाभी तकरीबन 28 साल की है उनके कोई बच्चा नही था उस समय तक वो बहुत ही सुन्दर और अट्रॅक्टिव थी उनकी फिगर बहुत ही अच्छी थी 34-28-36 मैं शनिवार और रविवार को उनके यहाँ मिलने के लिये चले जाया करता था.
भाभी देवर का रिश्ता होने के कारण हमारे बीच बहुत मज़ाक भी होता था जो कभी कभी सेक्सी बातों को लेकर भी हो जाता था भाभी कभी मेरी बातों का बुरा नही मानती थी एक शनिवार को में उनसे मिलने गया भैया ऑफीस गये हुये थे मैने भाभी से कहा भाभी चलो मूवी देखने चलते है भाभी ने पूछा कौन सी मूवी देखनी है और कहा चलेंगे मैने बताया चलो शिप्रा मोल मे चलते है मर्डर मूवी लगी है और मोल मे रेस्टोरेंट भी है लंच भी वही कर लेंगे जल्दी तैयार हो जाओ.
भाभी – ओके क्या पहनूं ?
मे – मस्त सी साड़ी ओपन स्लीव ब्लाउज से और हाइ हील की सेंडल जिससे चलते समय आपकी चाल मस्तानी लगे.
भाभी ने मुस्कुराके पूछा – देवर जी इरादा क्या है?
मे – आपके हुस्न की आग से मोल मे आग लगाने का (मैने आँख मारते हुये जवाब दिया.)
भाभी शिफोन की साड़ी, ओपन नेक, डीप नेक ब्लाउज स्मालर ब्रा के साथ पहन कर आई जिससे उनकी चूचीयां उपर झलक रही थी.
भाभी – कैसी लग रही हूँ मैं देवर जी?
मे – भाभी तुम तो पटाखा लग रही हो पहले ही फायर ब्रिगेड को फोन कर दूं क्या?
भाभी – ऑश! नॉटी हो गये हो कोई नई गर्लफ्रेंड हूँ क्या में ?
(भाभी ने मेरे आर्म पर चिमटी काटते हुये बोला)
मे – आज तो बिजलियाँ गिरेगी मोल मे.
भाभी – ऊऊओ सच्ची! टिकट कॉर्नर की पिछली वाली सीट की लेना आराम से देख सकते है (भाभी ने मुस्कुरा कर कहा.) और मैने भी सर हिला कर सहमति दी.
मैने भाभी से कहा बाइक से चलेंगे क्योकी कार से टाइम लगेगा मेरा मन बाइक पर भाभी की चूचीयों को महसूस करके मज़ा लेने का था.
भाभी – चलो लेकिन धीरे धीरे चलना.
मे – अगर पीछे से कुछ चुभेगा तो ब्रेक भी लगेगा.
भाभी ने कंधे पर मारते हुये कहा हट इसका में क्या करूँ ये तो होगा ही.
मे – क्या दूर दूर बैठी हो प्यार से पकड़ो ना.
भाभी गले पर हाथ रखकर बैठती है.
मे – अरे भाभी कमर पर पकड़ो ना ऐसे चलने में दिक्कत हो रही है.
भाभी – ओह देवर जी में आपकी गर्लफ्रेंड थोड़े ही हूँ जो चिपक कर बेठू.
मे – प्यारी भाभी तो हो देवर दूसरा वर होता है.
भाभी कमर मे दोनो हाथ डाल के चिपक के बैठ जाती है अब उनकी चूचीयां पीठ पर महसूस होने लगती है मेरा लंड खड़ा होने लगता है.
मे – मेरा बाबा खड़ा होने लगा भाभी.
भाभी उसे दबाते हुये बोलती है – रोड़ पर क्या सुझता है रे.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
हम मोल तक पहुँच गये में भाभी को बाइक से उतारकर टिकट लेने के लिये चला गया भाभी ने मुझे मेरी पेन्ट पर बने टेंट को दिखा के थैला दिया और बोला इससे ढँक लो लोग देखेंगे तो क्या समझेंगे में टिकट लेने चला गया और बाइक भी पार्क करके आ गया कॉर्नर की सीट मिल गयी थी भीड़ कम थी हम लोग अंदर चल दिये मूवी स्टार्ट हो गयी उपर चढ़ते समय (सीट तक) में भाभी को सहारा देता हूँ और पीठ पर हाथ सहला देता हूँ भाभी ने मुस्कुराकर बैठने को कहा स्क्रीन पर मर्डर का फेमस सुपरहिट सोंग “कभी मेरे साथ एक रात गुजार तुझे सुबह तक में करूँ प्यार” चल रहा था इमरान हाशमी और मल्लिका का लव सीन चल रहा था.
ये देख के हम दोनो गर्म हो गये थे मैने अपना हाथ भाभी के कंधे पर रख दिया वो सिसकी फिर मैने हाथ थोड़ा नीचे करके उनकी चूची दबा दी वो थोड़ा मेरे पास आई और हल्की सिसकारियाँ लेने लगी हमारे 2 सीट नीचे एक कपल एक दूसरे को किस कर रहा था मैने भाभी को कहा भाभी देखो ना मेरा लंड खड़ा हो गया कुछ करो ना नीचे देखो ना वो कपल भी मज़े ले रहा है भाभी मेरी जाँघो को दबाते हुये बोलती है क्या देवर जी तुम्हे भी यही दिखाई दे रहा है.
मे – हाँ भाभी अपनी ब्लाउज खोलो ना में तुम्हारी चूची चुसूंगा.
भाभी – क्या देवर जी यही पागल हो गये हो क्या?
मे – थोड़ा सा चूसने दो ना अंधेरे मे कोई देखेगा नही.
भाभी एक तरफ तो मुझे मना कर रही थी और दूसरी तरफ मेरे पास सिमटती जा रही थी भाभी ने अपने लिप्स मेरे कान के पास किस करने के लिये घुमाया और उसी समय मैने अपने लिप्स उनकी तरफ़ घुमा दिया हमारे लिप्स एक दूसरे से टकरा गये हम लोग अब एक दूसरे के लिप्स चूस रहे थे हम लोग अब एक दूसरे की जीभ को टेस्ट कर रहे थे भाभी मेरी जाँघो को दबा रही थी उनकी सांसे अब तेज हो रही थी हम लोग एक दूसरे को मस्ती मे किस कर रहे थे मैने अपना एक हाथ उनके पेटीकोट के अंदर डाल दिया और उनकी चूत के बालों पर उंगली घूमाने लगा वो सिसकारियाँ भरते हुये अपनी टाँगें फैला दी मैने अपनी पेन्ट का चेन खोल के अपना लंड उनके हाथों मे दे दिया.
भाभी – हाय देवर जी इतना बड़ा.
मे – हाँ भाभी अब घर चल के तुम्हे चोदना ही पड़ेगा.
मैने दो उंगलियाँ उनकी चूत के अंदर डाल दी और वही उंगलियों को अन्दर बाहर करने लगा भाभी मेरे लंड को उपर नीचे कर रही थी वो अब पूरी गर्म हो चुकी थी में ज़ोर ज़ोर से उनकी चूत को चोद रहा था अपनी उंगलियों से.
भाभी – अग्ग्घ्हह देवर जी बहुत खुजली हो रही है कोई पास मे जगह है क्या?
मे – कहो तो यही चोद दूं सीट पर ही झुका के वैसे भी लास्ट सीट है कोई देख भी नही रहा है.
भाभी – नही में इस मोटे लंड को आराम से लेना चाहती हूँ.
उनकी चूत टपक रही थी मेरी उंगलियां मस्त चोद रही थी उन्हें अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अन्दर बाहर अहह देवररररर जीईईईईई भाभी मेरे हाथों पर ही झड़ गयी.
भाभी – चलो देवर जी अब घर चलो छोड़ो मूवी को अभी घर पर कोई आयेगा भी नही 4.30 बजे है.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है
भाभी कपड़े ठीक करने लगी मैने भी अपने लंड को पेन्ट मे एड्जस्ट किया और हम घर की तरफ चल दिये बाइक तेज़ी से चलाते हुये हम घर पहुँच गये भाभी ने गेट लगाते ही मुझे बाहों मे भर लिया हम लोग दो बिछुड़े प्रेमियों की तरह एक दूसरे को चूमने लगे फटाफट भाभी की साड़ी उतार दी और उनकी चूचीयों को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और फिर उन्हे ड्राइंग रूम के सोफे पर ही पटक दिया भाभी और छटपटाने लगती है फिर में उनकी ब्लाउज और ब्रा दोनो खोल देता हूँ भाभी मेरी पेन्ट और अंडरवेयर एक साथ खोल कर नीचे बैठ जाती है और मेरा लंड अब उनके हाथ मे था वो ललचाई नज़रो से उसे देख रही थी.
थोड़ी देर बाद उसे चूसने लगती है में उनके बाल पकड़ के मुँह मे ही चोदने लगता हूँ वो मेरे बाल को भी सहलाने लगती है में उनके पेटीकोट और पेंटी भी उनको उठा के खोल देता हूँ अब वो पूरी नंगी हो गयी थी क्या मस्त माल लग रही थी 36 चूची की निपल नुकीली हो गयी थी मस्त कमर और मोटी गांड आग बढ़ा रही थी हम लोग अब 69 पोज़िशन मे थे में उनकी चूत चाट रहा था चट्टाक चट चट्टाक चट चट्टाक चट और वो मेरा लंड चूस रही थी.
चुप्पुक चुउऊस चुप्पुक चुउऊस रूम पूरा सेक्सी साउंड से भर गया था.
भाभी – देवर जी अब चूत मे डालो ना अपना मूसल लंड अब सहा नही जा रहा है चूत टपक रही है.
मैने भाभी को सोफे पर एड्जस्ट किया और अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा और एक ज़ोर का झटका दिया घचहाआआआआआआक आगगगगगगघह देवर जी धीरे चोदो चोदो जल्दी मर गई में अब मस्त चुदाई होने लगी भाभी चुत्तड उछाल उछाल कर चुदा रही थी में उनकी चूचीयों को चूसते हुये अपने हाथ से उनके चुतड को पकड़ कर चोद रहा था.
मेरी जांघे नीचे से उनकी टपकती चूत के रस से भीग रही थी उस रस को में उंगलियों से उनकी गांड के छेद मे डाल रहा था और कभी कभी गांड मे भी उंगली घुसा दे रहा था घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ घच्चा गच्छ भाभी मज़े से चुदा रही थी उनकी चूचीयां चोदते समय ऐसे हिल रही थी जैसे आँधी आने पर पेड़ पर फल हिलते है फिर मैने भाभी को घुमा दिया उनका चुत्तड अब उपर हो गया और में खड़ा होकर पीछे से उनकी चूत मे लंड डाल के चोदने लगा और आगे हाथ बढ़ा के उनकी दोनो चूचीयों को पकड़ के चोदने लगा.
भाभी – क्या मस्त चुदाई करते हो देवर जी कितने दिन हो गये ऐसी मस्त चुदाई नही हुई थी चोदो रे अपनी रंडी भाभी को ज़ोर ज़ोर से चोदो कितना मस्त लंड है जी तुम्हारा चोदते रहो रुकना मत में झड़ रही हूँ आआाअघह ओह घाआप्प घपक घाआप्प घपक घाआप्प ह आह देवर जी मज़ा आ रहा है.
मेंने भाभी के मस्त मस्त चुतड मसल मसल के लाल कर दिये अब पूरी तरह से भाभी के उपर सवार होकर चोद रहा था भाभी का पूरा शरीर सिमट गया था पैर पूरा मोड़ के सर तक कर दिये थे और चढ़ के चोद रहा था नॉर्मल पोज़िशन मे औरत इस स्थिति मे नही रह सकती पर चुदते समय उसे कुछ फील ही नही होता की उसके शरीर का क्या एंगल बन गया है में मस्ती मे चोद रहा था भाभी दो बार झड़ चुकी थी.
फटाआक फकक्च फकक्च
भाभी – अब रहने दो देवर जी चूत जल रही है अब डालो ना अपना रस.
फिर में ज़ोर ज़ोर से झटके मारता हुआ उनकी चूत मे ही अपना रस डाल दिया.
भाभी – ओह कितना गाढ़ा है देवर जी आपका मेरी टाँगे भी भीग गई पर आपने आज मुझे स्वर्ग दिखा दिया जब भी मुझे चोदने का मन करे मेरे घर आकर मुझे चोद जाना बहुत ही मस्त चुदाई करते हो.
तो फ्रेंड्स यह हे मेरी नई स्टोरी . . .
धन्यवाद ...
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