हर एक ज़ज़्बात को जुबान नहीं मिलती
हर एक आरजू को दुआ नहीं मिलती
मुस्कुराहट बनाये रखो तो दुनिया है साथ
आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !
हर एक आरजू को दुआ नहीं मिलती
मुस्कुराहट बनाये रखो तो दुनिया है साथ
आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !
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