![]() |
इसी लण्ड पे बैठूंगी |
- वाओ, जुम्मन अंकल, आज तुम आज कितने वर्षों के बाद आये हो ? मैं तो बहुत दिनों से तेरा इंतज़ार कर रही हूँ। अम्मी भी तुम्हे पूंछती रहतीं है ? हम लोग तो तुम्हे बहुत याद करतीं है अंकल ?
- वह बोला मैं कुछ वर्षों के लिए बाहर चला गया था। और हां फ़िरोज़ा तू तो बिलकुल जवान हो गयी है। बड़ा निखार आ गया है तेरे में ? बड़ी खूबसूरत हो गयी है तू फ़िरोज़ा ? तू तो अपनी अम्मी भी से ज्यादा खूबसूरत हो गयी है ? तेरे पीछे तो लड़के हाथ धो के पीछे पड़ें होंगें, फ़िरोज़ा ?
- हाय अल्ला, अब और कितनी तारीफ करोगे तुम मेरी, भोसड़ी के अंकल ? वैसे भी अब मैं बच्ची नहीं हूँ ? मैं २२ साल की हो गयी हूँ, माँ के लौड़े जुम्मन ?
- अरे तू तो गालियां भी देने लगी है ? तेरे मुंह से तो गालियां बड़ी अच्छी लगती हैं
- मैं गालियां क्या, सब कुछ देने लगी हूँ चचा जान ? कोई लेने वाला चाहये ? यहाँ कोई मेरी लेता ही नहीं ? (मैंने बड़ी सेक्सी अदा से तिरछी नज़र से कहा)
- क्यों नहीं लेगा ? अरे बहुत लोग हैं तेरी हाथों हाथ लेने के लिए, फ़िरोज़ा ? एक तो मैं ही हूँ। मेरा नाम भी लेने वालों में शामिल कर लो ?
- चल हट पाजी कहीं का ? तुम तो बड़े हरामी लगते हो मुझे बहन चोद ? अच्छा यह बता की इतने दिनों तक विदेश में क्या करता रहा तू ? गांड मराता रहा है तू अपनी या फिर किसी की माँ चोदता रहा है तू ? अम्मी कहती है की जुम्मन भोसड़ी का बड़ा चोदू है।
- हां पहले तो बहुत दिनों तक गांड मरानी पड़ी फ़िरोज़ा लेकिन बाद में समय कुछ ऐसा बदला की मैं खुद सब की माँ चोदने लगा ?
- कभी मेरी माँ चोदी है तूने ?
- आज तेरी माँ चोदने ही आया हूँ ?
- भोसड़ी के बड़े बेशरम हो, मादर चोद जुम्मन ? तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी माँ चोदने की ? खबरदार आइन्दा ऐसी बात की तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी साले कुत्ते कमीने ? पहले अपना घर संभाल ? तुझे मालूम है भोसड़ी के की तेरे घर में क्या हो रहा है ? तेरे घर में आजकल खूब चोदा चोदी हो रही है। तेरी बेटी बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ हो गयी है, जुम्मन चचा जान ? न मानो तो मैं उसका वीडियो दिखा दूँ तुझे ?
- नहीं नहीं मुझे वीडियो न दिखाओ ? मुझे सब मालूम हो गया है। मेरी बेटी तो बिलकुल अपनी अम्मी की तरह ही हो गयी है। उसकी अम्मी भी बड़ी चुदक्कड़ है, हरामजादी ?
- हाय अल्ला, मैंने तो कभी ऐसा सोंचा नहीं था ? न मुझे किसी ने बताया ?
- अरी फ़िरोज़ा, मेरे गाँव में कोई ऐसा मर्द नहीं है जिससे मेरी बीवी चुदवाती न हो ? साली कुतिया की तरह चुदवाती है, मेरी बीवी सब लोगों से ? हर दिन चुदवाती है भोसड़ी की ? मैं क्या करूँ कुछ समझ में नहीं आता ?
- मैंने एक बात और सुनी है अंकल। मैंने सुना है की गाँव में कोई ऐसी लड़की या ऐसी कोई औरत नहीं है जिसे तूने चोदा न हो ? गाँव भर की लड़कियां औरतें सब तेरे लण्ड की चर्चा करती हैं। तू भोसड़ी का गाँव भर की लड़कियां चोदता है क्या ? लोगों की बीवियां चोदता है क्या ? लड़कियों की माँ भी चोदता है तू ? तू मादर चोद आदमी है की जानवर ? जिसके जी में आया उसी की बुर में पेल दिया लौड़ा ?
- अब मैं क्या बताऊँ फ़िरोज़ा और कैसे बताऊँ तुझे ? जब लड़कियां खुद आकर मेरा लण्ड पकड़ लेंगीं तो मैं फिर कैसे रुक सकता हूँ ? कुछ लड़कियां तो सीधे मेरे लण्ड पर हाथ मार देती है ? तो लण्ड खड़ा हो जाता है। कुछ मेरी लुंगी के ऊपर से लण्ड दबा कर कहती है भोसड़ी के दिखाओ अपना लण्ड ? कुछ सीधे अपना हाथ मेरी लुंगी के अंदर घुसा देती है और पकड़ लेती हैं लण्ड ? कुछ कहती है मुझे लण्ड पिलाओ अंकल ? कुछ कहती है तेरे लण्ड पे बैठूंगी अंकल ? कुछ कहती है आज मैं चुदा कर ही जाऊँगी ? कुछ कहती है मेरी माँ चोदो अंकल ? मेरी भाभी की बुर चोदो अंकल ? कुछ तो अपने कपडे उतार कर मेरे सामने खड़ी हो जातीं है और कहती हैं मुझे अभी चोदो ? कुछ मुझे अपने घर ले जातीं है और अपनी माँ चुदवाती है। अब मैं ऐसे में मना भी नहीं कर सकता ? सब कहतीं है की अंकल मुझे तुमसे चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है।
- अच्छा तो इतना बड़ा और इतना बढ़िया है लौड़ा तेरा ? तूने भोसड़ी के कभी न मुझे अपना लौड़ा पकड़ाया और न मेरी माँ को ?
- देखो मैं पहले तेरी माँ चोदने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हुआ। उस समय तू जवान नहीं थी। फिर मैं विदेश चला गया। गांव आकर कुछ दिन रहा तो लड़कियां भोसड़ी वाली मेरे पीछे पड़ गयी। आते ही मैंने एक बहुत खूबसूरत को चोदा तो उसने अपनी सहेलियों को बता दिया। तो वे भी आ गयी चुदवाने। उसके बाद उनकी भाभियाँ, उनकी अम्मियाँ, उनकी खाला जान सभी मुझे चुदवाने आने लगीं और मुझे चोदने में मज़ा आने लगा । कल मैंने सोंचा चलो फ़िरोज़ा की माँ चोदें ? तो मैं यहाँ चला आया । मुझे ख्याल ही नहीं रहा की तू इतनी मस्त जवान हो गयी होगी ?
- इसका मतलब तेरी नियत मुझे ख़राब हो गयी है। तू मुझे भी चोदने की फिराक में है ?
- नहीं मैं बिना तेरी रज़ामंदी के तेरे बदन पर हाथ भी नहीं लगूंगा।
- लेकिन मैं लगाऊंगी तेरे मादर चोद लण्ड पर अपना हाथ ? समझे भोसड़ी के जुम्मन ? साला इतना बढ़िया लौड़ा मैं कैसे अपने हाथ से जाने दूँगी ? अब तो मैं एक बार नहीं कई बार निकालूंगी तेरे लण्ड का तेल ? अभी मेरी अम्मी आती होंगी। तू पहले मेरी माँ का भोसड़ा चोद ले ? फिर मैं तेरे लण्ड की चटनी बनाऊँगी अपनी चूत में घुसा कर ?
- तो तू अपने सामने मुझसे अपनी माँ चुदवा लेगी फ़िरोज़ा ?
- हां चुदवा लूंगी लेकिन पहले तू मुझे अभी अपना लण्ड दिखा, भोसड़ी के ? अम्मी के आने पहले मैं तेरा लण्ड पीकर देखना चाहती हूँ। समझे मादर चोद जुम्मन ? ला अब खोल अपना लौड़ा जल्दी से ? मैं भी तो देखूं वो लण्ड जिस पर गाँव की सारी लड़कियां मरती हैं ?
तब तक मैं पूरी नंगी चुकी थी और अंकल भी।
मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया और उसने मेरी चूंचियां। मैं लण्ड हिलाने लगी और वह मेरी चूंचियां ? फिर वह मेरी चूत सहलाने लगा और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा। लण्ड तो मादर चोद टन टना उठा था । मैंने उसे चारों तरफ से घुमा घुमा कर खूब देखा । मैंने कहा हाय अंकल तेरा लण्ड तो वाकई बड़ा मोटा है और लंबा भी ? ये भोसड़ी का ९" से कम न होगा ? आजकल लड़कियां मोटा और लंबा लण्ड बहुत पसंद करती है इसीलिए तेरा लौड़ा बड़ा पॉपुलर है तेरे गाँव में ? देखो मादर चोद कैसे मेरे आगे घोड़े की तरह हिनहिना रहा है। है भी तेरा लण्ड घोड़े के लण्ड की तरह ? तू तो आज अपनी झांटें बनाकर आया है बहन छोड़ इसलिए लौड़ा बड़ा चिकना है और बड़ा खूबसूरत लग रहा है। वह बोला झांटें मैंने नहीं बनायीं है, फ़िरोज़ा ? आज सवेरे सवेरे मेरी बेटी की सहेली रुबीना आ गयी आते ही उसने मेरी लुंगी के अंदर हाथ डाल कर मेरा लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय अंकल तेरी इतनी बड़ी बड़ी झांटें ? चल भोसड़ी के पहले मैं तेरी झांटें बना देती हूँ। बस उसने रेज़र उठाया और फटाफट झाटें साफ़ कर दीं। फिर मेरे लण्ड पर साबुन लगा कर खूब नहलाया। बाद में बिस्तर पर आकर उसने मुठ्ठ मार कर मेरा लण्ड मस्ती से पिया ?
मैं अंकल का लण्ड अपने मुंह में घुसेड़े हुए उसकी बातें बड़ी मस्ती से सुन रही थी। तब तक मेरी चूत बहुत गरमा उठी थी। मैंने कहा अच्छा अब बेटी चोद अंकल लौड़ा पेलो मेरी चूत में और चोदो। मैं अब और रुक नहीं सकती ? पूरा घुसा दे लण्ड ? जुम्मन ने वैसा ही किया और मैं मजे से चुदवाने लगी. मैं नीचे थी वह ऊपर ? मैं बोल रहा थी वाओ, कितना मज़ा आ रहा है यार तुमसे चुदवाने में ? हाय मेरे राजा भकाभक चोदो मुझे ? जल्दी जल्दी अंदर बाहर करो अपना लण्ड ? मैं भी तेरे गाँव की एक लड़की हूँ उसी तरह चोदो मुझे। अब तो मैं बिलकुल रंडी बन चुकी हूँ अंकल ? अब मैं बड़ी बेशरमी से चुदवाती हूँ। और सुन बहन के लौड़े, जुम्मन मैं भी तेरी बेटी की तरह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती हूँ। आज रात में तू चोदेगा मेरी माँ का भोसड़ा और मैं चोदूंगी तेरी बिटिया की बुर ? मैंने उसे फोन करके बुला लिया है। वह रात में आएगी मुझसे चुदवाने ? मैंने कहा -
मैं तेरे लण्ड पे बैठ जाऊं अंकल ?
वह एकदम से अपना लण्ड खड़ा किये हुए चित लेट गया और बोला लो बैठो न मेरे लण्ड पे फ़िरोज़ा ?
मैं तो चाहती ही थी। मैंआगे बढ़ी और अपनी दोनों टांगें उसके अगल बगल रखीं और दन्न से बैठ गयी उसके लण्ड पर। लण्ड भोसड़ी का सटाक से मेरी चूत में घुस गया और मैं उचक उचक कर चुदवाने लगी। इस तरह मैं पहले दो एक बार चुदवा चुकी थी लेकिन आज कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा था। मैं कभी तन कर चुदवाती और कभी थोड़ा झुक कर। मैं पूरी मस्ती में थी। इतने में अम्मी कमरे में घुस आयीं। और आते ही बोली अरे भोसड़ी के जुम्मन तू माँ का लौड़ा कब आ गया और आते ही मेरी बिटिया की बुर में लण्ड पेलने लगा ? और तू बुर चोदी फ़िरोज़ा जिस लण्ड पर मैं आजतक नहीं बैठ पायी उसी लण्ड पर बैठ कर तू अपनी बुर चुदवा रही है ससुरी तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने कहा मैं तो अभी बैठी हूँ इसके लण्ड पर और तू जाने किस किस के लण्ड पर बैठ कर आ रही है, बहन चोद ? किस किस के लण्ड का मज़ा लूट कर आ रही है तू ? तब तक एक और आदमी कमरे में घुसा।
अम्मी बोली देख फ़िरोज़ा यह है समीर मेरी दोस्त का शौहर ? मैंने कहा अरे अम्मी तू तो इसे सीधे सीधे यहाँ कमरे में लेकर चली आई ? लाने के पहले थोड़ा सोंच लिया होता ? अब इसने भी मुझे नंगी देख लिया । मुझे चुदवाते हुए देख लिया ? अम्मी बोली तो क्या हुआ इसे तो मैं चोदने के लिए ही लायी हूँ। चलते चलते यह भोसड़ी का मुझे मिल गया। मेरे पास टाइम नहीं था। नहीं तो मैं इससे चुदवाकर ही आती ? मैंने कहा यार समीर अब तुम मेरे साथ मेरे घर चलो वहीँ मुझे भी चोदना और मेरी बेटी को भी चोदना। मैंने कहा वाओ, तो तू मुझे चुदवाने का प्लान बना कर आई है। वह बोली हां बिलकुल ? अब इस मस्त जवानी में तू चुदवायेगी नहीं तो क्या करेगी ? सिर्फ अपनी माँ ही चुदवाती रहेगी तू भोसड़ी वाली ? मैं कहती हूँ की तू अब उतर जा जुम्मन के लण्ड से और पकड़ कर देख समीर का लण्ड ? मैं इस भोसड़ी वाले जुम्मन के लण्ड का इंतज़ाम करती हूँ। इसके लण्ड से मैं अपना भोसड़ा बजवाती हूँ।
मैं जुम्मन के लण्ड से उतर कर नंगी नंगी समीर के सामने खड़ी हो गयी, उसके गले में बाहें डाल दीं और उसके गाल पर एक प्यार से थप्पड़ मारती हुई बोली तो तू भोसड़ी का मुझे चोदने आया है ? चोदने आया है तो अपना लौड़ा खोल न जल्दी से ? क्या बिना लौड़ा खोले चोदेगा मुझे ? मैं उसके कपडे उतारने लगी। वह इसी बीच वह मेरी चूंचियां मसलने लगा। मैंने आखिर में जब उसकी नेकर खोली तो लौड़ा टन्न से बाहर आ गया। मैंने कहा भोसड़ी के अंकल तेरा लौड़ा तो पहले से खड़ा है ? वह बोला यार तुम लोगों की इतनी सेक्सी और मस्त बातें सुनकर लौड़ा तो खड़ा हो ही जाएगा। मैं झुक कर लौड़ा चाटने लगी। मुझे वाकई मज़ा आया क्योंकि लौड़ा बहन चोद दमदार था। मैंने उसे नंगा लिटा दिया और कहा अब मैंने तेरे लण्ड पे बैठ जाऊं मादर चोद अंकल ? वह बोला अरे बैठ न जल्दी से माँ की लौड़ी फ़िरोज़ा ? पहले तू ही बैठ ले फिर तेरी माँ भी बैठेगी इसी लण्ड पे ? पहले मैं तुझे चोद लेता हूँ। तेरी बुर चोद लेता हूँ फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा ? मैं जैसे ही उसके लण्ड पर बैठी वैसे ही लण्ड मेरी चूत में गप्प से घुस गया और मैं गचागच चुदवाने लगी। मेरे सामने मेरी बहन चोद माँ जुम्मन से तूफ़ान मेल की तरह भकाभक चुदवाने लगी।
थोड़ी देर तक जुम्मन से चुदवाने के बाद अम्मी बोलीं अरी माँ की लौड़ी फ़िरोज़ा अब तू मुझे समीर के लण्ड पर बैठने दे ? तू आ इधर जुम्मन लण्ड पर फिर से बैठ जा ? मैं फिर घूम कर जुम्मन से चुदवाने लगी और अम्मी समीर से ? इस तरह २/३ बार हम दोनों ने लण्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया और मस्ती की। दोनों मादर चोदों को गालियां सुनाते हुसे चुदवाया . चुदाई की महक से सारा कमरा गूँज उठा। उस दिन वास्तव में खूब मज़ा आया चुदवाने में। बाद में जब लण्ड एक एक करके झड़ने लगे तो हम दोनों ने मिलकर जी भर कर दोनों लण्ड चाटे ?
एक दिन मेरे मन में आया तो मैंने अपनी दोस्त जमाला को फोन लगा दिया।
- वह बोली हाय फ़िरोज़ा तूने इस वख्त फोन लगा दिया जब की मैं चुदवा रही हूँ।
- मैंने कहा तब तो बहुत अच्छा है यार ? बता न भोसड़ी की तू कैसे और किससे चुदवा रही है ?
- अरे यार हम लोग इस वख्त बहुत मस्ती में डूबी हुई हैं ?
- हाय दईया तो क्या कोई और भी तेरे साथ चुदवा रही है मादर चोद, जमाला ?
- हां यार यही तो हो रहा है यहाँ ? मैंने इस समय अपने ससुर के लण्ड पर बैठ कर चुदवा रही हूँ और अपने जीजू का लौड़ा चूस भी रही हूँ। मेरे बगल में मेरी सास मेरे खालू के लण्ड पे बैठी हुई है। बड़ी मस्ती से भोसड़ी वाली उचक उचक कर चुदवा रही है और साथ ही साथ मेरे ससुर के दोस्त का लण्ड भी चूस रही है। मेरे सामने मेरी नन्द भी बुर चोदी चुदवाने में जुटी है। वह भोसड़ी की अपने ससुर के लण्ड पर बैठी हुई चुदवा रही है और अपने नंदोई का लण्ड मुंह में घुसा कर चूस रही है।
- वाओ, तब तो बड़ा मज़ा आ रहा होगा यार ? तू, तेरी सास और तेरी नन्द तीनो बहन चोद दो दो लण्ड से चुदवाने का मज़ा लूट रही हैं। इससे बड़ी ऐय्यासी और क्या हो सकती हैं ? ३ चूत के बीच में ६ लण्ड ?
- अरी फ़िरोज़ा तू भी आ जा न ? बड़ा अच्छा मौक़ा है चुदवाने का ? बड़े मस्त लौडें है इन मादर चोदों के ? मैं तो कहती हूँ की अपनी माँ भी आकर चुदवा ले, फ़िरोज़ा ? एक तरफ मेरी सास का भोसड़ा और दूसरी तरफ तेरी माँ का भोसड़ा जब चुदेगा तब खूब मज़ा आएगा ?
- यार अभी तो मेरी माँ अपना भोसड़ा किसी और से बजवाने गयी है। मैं अभी घर में अकेली ही हूँ।
- तब तो दौड़ कर आ जा। यार मैं तेरा इंतज़ार रही हूँ। बाहर का दरवाजा खुला है. तू सीधे मेरे बेड रूम में आ जा जहाँ चुदाई हो रही है।
-=०=०=०=०००==०=००==०=०=०००= समाप्त
0 comments: