Sunday, January 18, 2015

तेरी गांड में ठोंक दूँगी लण्ड

  • मेरे कमरे में आते ही मेरी नन्द एकदम से बोल पड़ी आज मैं तेरी गांड में ठोंकूंगी लण्ड, भाभी  ?
    मज़ा आ रहा है गांड मराने में ?
  • मैंने कहा अरी जा जा भोसड़ी की तू मेरी गांड में क्या ठोकेगी लण्ड ? मैं तो खुद तेरी गांड में ठोंक दूँगी लण्ड ? मुझे कोई ऐसी वैसी भाभी न समझना रुबीना ? मैं कोई घूंघट वाली भाभी नहीं हूँ।  मैं सबकी गांड मारने वाली भाभी हूँ।  तुझे लण्ड ठोंकने के ज्यादा शौक है तो अपनी माँ के भोसड़ा में ठोंक दे लण्ड या फिर उसकी गांड में घुसा दे लण्ड ? तेरी दाल यहाँ नहीं गलने वाली रुबीना ?
  • तो तू क्या अपने आप को शेर की नानी समझती है भोसड़ी की समीना भाभी ? क्या तूने अपनी गांड में कभी किसी का लण्ड नहीं ठोंकवाया अभी तक ? या फिर तेरे माईके वालों के लण्ड में इतना दम नहीं है ?
  • अरे तू क्या जाने मेरे माईके वालों के लण्ड के बारे में कभी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा कर देख तब तुझे पता चलेगा ? तेरी चूत क्या तेरी माँ की चूत के भी चीथड़े उड़ जायेंगें रुबीना।  एक से एक हक्कानी लण्ड हैं मेरे माईके वालों के ?
  • हां हां देखा है तेरे घर वालों का लण्ड ? एक आया था भोसड़े का मुझे अपना लण्ड पकड़ाने।  बड़ा जोश दिखा रहा था मादर चोद लेकिन जब मैंने उसकी लुंगी में हाथ घुसेड़ कर उसका लण्ड पकड़ कर थोड़ी देर तक हिलाया झुलाया, थोड़ा चाटा चूमा तो साला माँ का लौड़ा भल्ल से झड़ गया मेरे मुंह में ? चुदवाना तो दूर रहा मैं तो उसका लण्ड ठीक से चूस भी नहीं पायी ?
  • तूने पता नहीं किस ऐरे गैरे का लण्ड पकड़ लिया ? मुझे बताया होता तो मैं तुझे ऐसा लण्ड पकड़ाती जो तेरे मुंह से घुसता और तेरी गांड से बाहर निकल आता ?
  • बातें तो तू बहुत करती है बुर चोदी समीना भाभी पर लण्ड ठोंकवाने से तेरी गांड फटती है ?
  • सुन रुबीना ठोंकना है तो मैं पहले ठोंकूंगी लण्ड मेरी गांड में और फिर चोदूंगी तेरी माँ का भोसड़ा ? मंजूर हो तो बता मैं अभी तेरी ही पसंद का लण्ड मंगवा लेती हूँ। 
  • नहीं नहीं भाभी लण्ड तो मैं ही ठोंकूंगी वह भी तेरी गांड में ?
  • नहीं मैं ठोंकूंगी तेरी गांड में लण्ड फिर तेरी चूत में ? मैं बड़ी हरामजादी हूँ ?
  • तुमसे ज्यादा मैं हरामजादी हूँ भाभी। तुम्हे पता नहीं है की जाने किस किस ने चोदा मेरी माँ का भोसड़ा तब मैं आई दुनिया में ?  मैं भोसड़ी की बड़ी कुत्ती चीज हूँ। मैं सबकी माँ चोद देती हूँ, भाभी  ?  न मैं चुदाने में किसी से कम हूँ और न चोदने में ?
हम दोनों की तकरार सुनकर मेरी सास मिसेज मुमताज़ दौड़ी दौड़ी कमरे में आयीं और बोली तुम दोनों क्यों हमेशा लड़ती रहती हो ? बिना मतलब चांव चांव लगाये रहती हो हमेशा ? ये क्या लण्ड, बुर, चूत, गांड की बातें करती रहती हो तुम लोग ? और कोई काम नहीं है क्या तुम्हारे पास ? अब सीधे सीधे मुझे बताओ की आज का प्रोग्राम क्या है ?
रुबीना बोली :- आज मैं भाभी की गांड में ठोंकूंगी लण्ड ? चाहे जो हो जाये ?
मैंने कहा :- तो फिर मैं रुबीना की माँ चोदूंगी ? चाहे जो हो जाये।  मैं उससे कम हूँ क्या ? अब सासू जी तुम बताओ तुम क्या करोगी ?
वह बोली :- मैं तुम दोनों की बुर में पेलूँगी लण्ड ?
मैंने कहा :- लेकिन लण्ड हैं कहाँ, सासू जी ? कौन से लण्ड किसके लण्ड पेलोगी तुम ? 
उसने जबाब दिया :- वख्त आने पर लण्ड भी आ जायेंगें ? सब्र कर थोड़ा बुर चोदी समीना बहू ?
शाम हुई तो हम तीनो बैठ कर फिर बातें करने लगी और उन लोगों का इंतज़ार करने लगी जो हमें चोदने आ रहें हैं। इतने में रुबीना बोली हाय अम्मी मुझे एक बात समझ में नहीं आती की मैं जितने लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ती हूँ , मेरी चूत उतने ही लण्ड और मांगती है।  अब मैं इसमें कितने लण्ड घुसेड़ूं अम्मी तुम्ही बताओ ? अब देखो न मेरी शादी का अभी एक ही साल हुआ है और मैं अपनी ससुराल के सारे लण्ड अपनी चूत में पेल चुकी हूँ।  अपने मियां के अलावा अपने देवर का लण्ड, जेठ का लण्ड, ससुर का लण्ड, खालू ससुर का लण्ड, नंदोई का लण्ड, ममिया ससुर का लण्ड और अपने मियां के कई दोस्तों के लण्ड घुसा चुकीं हूँ अपनी चूत में और आये दिन घुसाती रहती हूँ ? ये सब भोसड़ी वाले मुझे चोदते रहते हैं।  फिर भी मेरी चूत का मन नहीं भरता ? वह तो लण्ड पे लण्ड मांगती जा रही है, बहन चोद ?
मेरी सास बोलीं अरी रुबीना यह चूत नहीं समंदर है समंदर बुर चोदी ? इसमें एक एक करके लण्ड घुसते जातें है और पता नहीं चलता भोसड़ी वाले कहाँ चले गये ? इसकी भूंख कभी मिटती नहीं और न कभी मिटेगी ? अब मेरे भोसड़ा को ही देख लो साला मादर चोद जाने कितने लण्ड खा चुका है लेकिन आज भी लण्ड खाने के लिए अपना मुंह खोले ही रहता है ? इसका कभी पेट भरता ही नहीं ?  मैंने कहा अरी मेरी सासू जी ऐसा तो होता ही है। वह भोसड़ा किस काम का जिसका पेट लण्ड से भर जाए ? आज तक न मेरी माँ का भोसड़ा लण्ड से भरा है और न ही मेरी सास का भोसड़ा ?  न मेरी चूत की आग बुझ पायी है और न तेरी चूत की आग, रुबीना ?
हम तीनो इसी तरह की बकवास कर रही थीं की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मेरी सास बोली तुम लोग बैठो मैं देखती हूँ कौन है मादर चोद ? थोड़ी देर में वह बोली अरी समीना बहू तेरा दोस्त असगर आया है।  उसे तेरे कमरे में ले आऊँ ?  मैंने कहा हां सासू जी ले आओ।  वह हमें चोदने ही आया है।  असगर जब कमरे में आया तो मैं उसे अपनी सास और अपनी नन्द से मिलवाया।  वह बोला अरे यार ये दोनों तो बहुत हॉट और सेक्सी है ।  मैंने उसे अपने बगल में बैठाया और बात करते करते उसका लण्ड ऊपर से सहलाने लगी । 
इतने में रुबीना बोली अरे भाभी ऊपर से क्यों अंदर हाथ डाल लौड़ा निकालो न बाहर ? हम भी तो देखें की कैसा है तेरे दोस्त का लौड़ा ? मैंने उसे आँख मारी तो वह उठ कर असगर के कपडे उतारने लगी।  एक एक करके सारे कपडे उत्तर गये तो आखिर में मैंने उसका लौड़ा पकड़ कर हिलाया।  वह तो पहले से ही खड़ा था।  रुबीना ने उसका चुम्मा ले लिया तो लौड़ा और फूल कर कुप्पा हो गया। वह तो जबान निकाल कर लौड़ा चाटने लगी। उसे मज़ा आया तो सुपाड़े पर जबान फिराने लगी।   मैंने तब तक रुबीना को भी नंगी कर दिया। वह जैसे ही नंगी हुई तो लौड़ा और टन्ना गया।  तब तक सास भी ने भी हाथ लगाया और बोली हाय समीना बहू लौड़ा तो बहन चोद बड़ा दम दार है ? मज़ा तो आ जायेगा इससे चुदवाने में ? तब तक हम चारों लोग नंगे हो चुके थे।
मैंने अजाक किया और कहा :- रुबीना यह लण्ड तेरी गांड में ठोंक दूँ ?
वह बोली :- नहीं पहले मैं ठोंकूंगी तेरी गांड में लण्ड भाभी ? तब तक फिर किसी ने डोर बेल बजा दी।
रुबीना बोली लो तुम लोग लण्ड चूसो मैं देखती हूँ कौन आया है ? उसने जैसे ही दरवाजा खोला तो बड़ी जोर से बोल पड़ी अरे अतीक चचा जान तुम यहाँ ? कितने सालों के बाद आये हो चचा जान ? वह बोला तू रुबीना है न ? तू तो बहुत बड़ी हो गयी है बहन चोद ? तेरी अम्मी कहाँ है ? रुबीना बोली तुम बैठो चचा जान मैं अम्मी को बुलातीं हूँ। उसने वहीँ से आवाज़ लगायी अम्मी देखो अतीक अंकल आया है।  अम्मी बोली उस भोसड़ी वाले को यहीं लेती आओ रुबीना ? मैं तो इसी का इंतज़ार कर रही थी।  मैं जब अंकल को लेकर अंदर गयी तो उसने देखा की अम्मी तो एकदम नंगी नंगी किसी का लण्ड हिला रही हैं। उसकी नज़र अम्मी के भोसड़ा पर चली गयी। 
अम्मी बोली :- तू माँ का लौड़ा दुबई से कब आया ? इतने दिनों तक वहां क्या गांड मरा रहा था अपनी ?
वह बोला :- नहीं भाभी जान बस धंधे में ही फंसा रहा ५ साल तक ?
अम्मी बोली :- अच्छा ठीक है देख यह है भोसड़ी की रुबीना मेरी बेटी और यह है बुर चोदी समीना मेरी बहू ? और मैं जिसका लण्ड हिला रही हूँ वह है मेरी बहू का खासमखास यार,  मियां असगर अली ? तू बड़े अच्छे मौके से आ गया है।
फिर अम्मी ने कहा अरी रुबीना अपने मादर चोद अंकल के कपडे खोल कर पकड़ ले इसका लण्ड ? मुझे बता की इसका लण्ड कैसा है ? जाने कितनी लड़कियां चोद कर आया है दुबई से इसका लण्ड ? रुबीना ने जैसे ही कपडे खोले वैसे ही लण्ड टन्न से अपना सिर हिलाता हुआ सबके सामने खड़ा हो गया।  सास उसे देख कर बोली हाय दईया ये तो साला पहले से बहुत मोटा हो गया है ? इसका मतलब तू भोसड़ी का दुबई में ५ साल तक बुर / भोसड़ा चोदता रहा तू तो अकेला ही गया था वहां इसलिए तेरे पर किसी का कंट्रोल नहीं रहा ? तेरी बीवी यहाँ बहन चोद तरस गयी होगी लण्ड के लिए ? वह बोला नहीं भाभी ऐसा नहीं है वह तो बुर चोदी जाने कितने लोगों से चुदवाती रही और आज भी चुदवा रही है। बस रुबीना ने लण्ड चाटना शुरू कर दिया और उसने मेरी बुर चाटना ? मुझे तो अपनी बुर चटाने में मज़ा आने लगा।
तब तक एक बार फिर घंटी बजी । इस बार मैंने कहा तुम दोनों लण्ड का मज़ा लो मैं देखती हूँ कौन है माँ का लौड़ा ? मैंने दरवाजा खोला तो देखा की सामने रुबीना का ससुर खड़ा है भोसड़ी का ? मैंने कहा वाओ, भोसड़ी के तुम खालिद अंकल मेरी नन्द के ससुर ? तू एकदम से कैसे आ गया ? वह बोला अरी समीना मैं इधर से गुज़र रहा था तो मन में आया की मैं अपनी बहू से मिलता चलूँ ? मैंने कहा तो सिर्फ अपनी बहू से मिलोगे की बहू की भाभी और बहू की अम्मी से भी ? वह बोला बहू के बहाने मैं तुम सबसे मिल लूंगा ?
मैंने उसे बैठाया और चिल्ला के बोली अरी बुर चोदी रुबीना यहाँ आ के देख कौन आया है ? रुबीना आई और बोली अरे मादर चोद खालिद मेरे ससुर तू यहाँ भी अपना लण्ड हिलाने आ गया ? मैं सब जानती हूँ ? सच सच बता तू किसकी बिटिया की बुर चोद कर आ रहा है ? वह बोला मैं सच कह रहा हूँ बहू अपने दोस्त शब्बीर की बिटिया चोद कर आ रहा हूँ। वास्तव मैं तो शब्बीर की बीवी चोदने गया था। जब उसकी बीवी चुद रही थी तभी उसकी बेटी कमरे में आ गयी।  उसने अपनी माँ को चुदवाते हुए देखा तो बोली अम्मी बुर चोदी तू अंकल से चुदवा रही है ? अब तो मैं भी इससे चुदवाऊँगी।  मुझे भी इसका लण्ड पसंद आ गया है ? बस फिर क्या मैंने उसकी बिटिया भी चोदी तब यहाँ आया ? रुबीना बोली ठीक है अब तू अंदर चल ? मैं जानती हूँ की तू बिना चोदे यहाँ से जाएगा नहीं ?  जब उसने अंदर मेरी सास को नंगी देखा, मुझे नंगी देखा और रुबीना को नंगी देखा तो उसका लौड़ा साला टन्ना गया ? मैंने कहा रुबीना तू इसका लण्ड मेरे हवाले कर दे। मैं पहले इसका मज़ा लूंगी फिर तेरी गांड में पेलूँगी ? वह बोली नहीं भाभी मेरी नहीं मेरी माँ की गांड में पेल देना ? मैं तो इससे कई बार गांड मरवा चुकी हूँ। फिर मैं उसका लण्ड चाटने लगी।
अब एक ही कमरे में माँ बेटी और बहू / सास बहू और बेटी / सास नन्द और भाभी तीनो भोसड़ी वाली एक साथ मिलकर चुदवाने लगीं । मेरी सास मेरे बॉय फ्रेंड असगर से चुदवाने लगी,  मेरी नन्द अपनी माँ के देवर अतीक से चुदवाने लगी और मैं अपनी नन्द के ससुर खालिद से चुदवाने लगी।  साथ मिलकर चुदाने का मतलब यह हुआ की
बेटी अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने लगी और माँ अपनी बेटी की बुर ?
सास अपनी बहू की बुर चुदाने लगी और बहू अपनी सास का भोसड़ा ?
नन्द अपनी भाभी की बुर चुदाने लगी और भाभी अपनी नन्द की बुर ?
देखो न इन तीनो में कितना प्यार है ? कितनी मस्ती से एक दूसरे की चूत में लण्ड पेल रहीं हैं। माँ बेटी और बहू में प्यार हो तो ऐसा ?
तीनो दनादन्न फ़चाफ़च गचागच चुदवाये चली जा रही थी और साथ ही साथ एक दूसरे की चुदाई भी देखती जा रही थी। रुबीना बोली हाय अतीक अंकल मुझे वैसे ही चोदो जैसे तू मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है ? पूरा लौड़ा पेल दे मेरी चूत में साले कुत्ते ? जैसे गली का कुत्ता सब कुतियों की बुर चोदता फिरता है वैसे ही तू भी साला सबकी बुर चोदता रहता है भोसड़ी का ? तेरा लण्ड बेरहम भी है और बेशरम भी ? लण्ड तेरा मोटा ताज़ा है इसीलिए मैं चुदवा रही हूँ नहीं तो तेरी गांड में लात मार के भगा देती। 
मेरी सास बोली हाय असगर तू मादर चोद मेरी बहू की बुर चोदता है तुझे शर्म नहीं आती माँ के लौड़े ? तेरा लौड़ा तो बड़ा शानदार है बहन चोद ? कभी तूने मेरी बहू की माँ का भोसड़ा चोदा ? उसने जबाब दिया हां आंटी चोदा है और तेरी बहू के सामने ही चोदा है ? सास बोली तो फिर इतने धीमे धीमे क्यों चोद रहा है मुझे ? ज़रा स्पीड बढ़ा के चोद और जल्दी जल्दी चोद मेरा भोसड़ा ? मैंने रुबीना के ससुर से कहा अरे अंकल तू अपनी बहू की बुर कबसे चोदने लगा ?  क्या उसकी बुर मेरी बुर से ज्यादा अच्छी है ? तू मुझे यही समझ के चोद भोसड़ी के की तू अपनी बहू की बुर चोद रहा है ? तेरा लौड़ा साला बड़ा तूफानी है ।  मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। तूने कभी अपनी बिटिया की बुर चोदी है ? उसने कहा हां चोदी है। एक दिन बहू ने ही मेरा लण्ड उसके हाथ में पकड़ा दिया था। उसको भी मेरा लण्ड पसंद आया तो वह भी चुदवाने लगी। उसकी २/३ सहेलियां भी मुझसे चुदवाने आती हैं।
मैं जब नन्द के ससुर से पीछे से चुदवा रही थी तो अचानक रुबीना ने अतीक का लण्ड मेरी गांड में ठोंक दिया और बोली ले बुर चोदी भाभी मैंने अपना वादा पूरा किया ? मैंने कहा था न की मैं तेरी गांड में ठोंक दूँगी लण्ड तो ठोंक दिया अब तू मरा अपनी गांड ? मैं वाकई गांड मराने लगी।  लेकिन मैंने तब तक खालिद का लण्ड सास की गांड में पेल दिया और कहा अगर बहू गांड मरायेगी तो बहू की सास भी मरायेगी गांड ? सास भी बड़ी हरामजादी निकले उसने फ़ौरन असगर का लण्ड अपनी बिटिया की गांड में घुसा दिया और कहा ले भोसड़ी की तू भी मरा अपनी गांड ?
सास ने कहा देख रुबीना जब तेरी माँ गांड मरा रही है, तेरी भाभी गांड मरा रही है तो तू बच कर कहाँ जाएगी। तू भी मरा अपनी गांड ?
इस तरह जो लण्ड किसी और की बुर चोद रहा था वही लण्ड अब किसी और की गांड मार रहा है। 
लण्ड अदल बदल कर गांड मरवाने में उतना ही मज़ा आता है जितना मज़ा लण्ड अदल बदल कर बुर चुदवाने में आता है ?
तो दोस्तों, इसी तरह हम तीनो की मिल जुल कर चुदाई चलती रहती है। 

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