एक दिन मैंने अपने हसबैंड को ललकारते हुए से कहा - दूसरे की बीवी चोदो तो जानूँ ?
बस तबसे वह चोदने लगा दूसरों की बीवियां और मैं भी चुदाने लगी दूसरों के हसबैंड से ? होने लगी "बीवियों की अदला बदली" "मर्दों की अदला बदली"
और आने लगा जवानी का असली मज़ा ? अब मैं आपजो पूरा किस्सा सुनाती हूँ।
एक बार मेरे हसबैंड आरिफ़ ने अपने दोस्त सागर को अपनी बीवी सहित डिनर पर इन्वाइट किया। शाम को वे दोनों मेरे घर आ गये। मेरी पहली मुलाक़ात थी सागर से और उसकी बीवी सना से ? सागर की उम्र लगभग मेरे हसबैंड के उम्र के बराबर थी। वह बड़ा स्मार्ट, लम्बा चौड़ा, तगड़ा तंदुरुस्त और गोरा चिट्टा नैजवान था मैं बड़ी देर तक उसे देखती रही और उधर मेरे हसबैंड की नज़रें भी बड़ी देर तक सना पर टिकीं रहीं । सना भी बड़ी खूबसूरत मस्त जवान और सेक्सी बीवी थी। खैर हम दोनों के बीच इंट्रो हुआ और उसके बाद हमने सबके सामने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मेरे हसबैंड ने सबको एक एक पैग थमा दिया। मैंने देखा की सना ने बड़े प्यार से मुस्कराते हुए शराब का गिलास ले लिया। तब मैं समझ गयी की वह भी मेरी तरह दारू पीने में कोई झिझक नहीं करती । फिर हम चारों ने एक स्वर में चियर्स कहा और दारू पीने लगे। बड़ा मज़ा आया उन दोनों से मिलकर। बड़ा अच्छा माहौल हो गया और फिर इधर उधर की बातें शुरू हो गयीं।
बातों ही बातों में मेरे हसबैंड ने बताया की मेरी और सागर की बहुत पुरानी दोस्ती है जब हम लोग कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे। कॉलेज की कुछ यादें ताज़ा होने लगीं और उसे सुन सुन कर हम दोनों बीवियों ने भी खूब मज़ा लिया। अचानक सना बोली तो फिर तुम लोग लड़कियों को खूब छेड़ा करते होगे ? मेरे हसबैंड ने कहा हां बिलकुल करते थे क्योंकि वह समय ही ऐसा था और फिर लड़कियां भी तो कम न थीं वे भी हम लोगों को खूब चिढ़ाया करती थीं ।
सागर बोला :- अरे भाभी आरिफ पर तो लड़कियां खूब मरती थीं ?
आरिफ बोला :- झूंठ मत बोलो सागर ? तुझ पर ज्यादा मरती थीं लड़कियां ?
सना ने मजाक किया :- लड़कियों का मरना छोड़ो ये बताओ आरिफ मियां की तुमने कभी किसी की मारी की नहीं ?
आरिफ थोड़ा झेंप गया।
फिर बोला :- अरे सना भाभी वह टाइम ही ऐसा था की कुछ तो हो ही जाता था ? मेरे साथ भी और सागर के साथ भी।
सना फिर बोली :- इसका मतलब की तुम लोगों ने एक नहीं कई लड़कियों की ली होगी ?
सब लोग इसी बात पर खिलखिलाकर हंस पड़े।
सना बोली :- लेकिन एक बात है की तुम लोगों की लड़कियां छेड़ने की आदत गयी नहीं होगी अभी ?
मेरा हसबैंड बोला :- अरे भाभी अब कहाँ यह आदत रह गयी है ? अब तो मुझे एक मस्त जवान, चंचल शोख और खूबसूरत बीवी मिल गयी है न ?
मैं यह सुन कर खुश तो हुई पर मन ही मन बोली भोसड़ी के आरिफ मियाँ तू मेरी तारीफ क्यों कर रहा है माँ का लौड़ा ? तू सना की तारीफ क्यों नहीं कर रहा है ? क्या तुम्हे उसकी बीवी पसंद नहीं है ? अरे बहन के लौड़े मैं चाहती हूँ तू सागर की बीवी की तारीफ कर और उसे चोद कर दिखा ? तभी तो मुझे सागर से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा ? मैं सागर का लौड़ा अपनी चूत में पेलने के लिए तड़प रही हूँ।
तब तक सागर बोला :- अवनी भाभी आप ने आरिफ से कैसे शादी कर ली ?
मैंने कहा :- अरे सागर, मेरी यह लव मैरिज है। मुझे आरिफ पसंद आ गया तो मैंने मुस्लिम लड़के से शादी कर ली ? तुम बताओ की तुमने ,,,,,,,,?
सागर बोला :- मेरी भी लव मैरिज है भाभी। मुझे सना पसंद आ गयी तो मैंने मुस्लिम लड़की से शादी कर ली।
इस बात से हम दोनों कपल की नजदीकियां और बढ़ गयीं। मेरी और सना की दोस्ती उसी दिन से पक्की हो गयी।
मैं बार बार बात करते समय सागर की तरफ देखने लगी और आरिफ सना की तरफ। असली बात यह है की मेरे बदन में आग लगी हुई थी। मेरी चूत बहन चोद बहुत गरम हो गयी थी। मैं इन फैक्ट सागर से चुदवाने के मूड में आ गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी इसे नंगा कर दूं और इसका भोसड़ी का लण्ड अपने मुंह में डाल कर चूस लूँ। फिर भी मैं किसी तरह अपने आप पर काबू किये हुए बैठी रही. मैंने सना को बड़े गौर से देखा । मुझे यह समझ में आया की वह भी मेरी ही तरह मेरे हसबैंड का लण्ड पकड़ने के लिए तड़प रही है। लेकिन हम दोनों की मन की बातें मन में ही रह गयीं। दारू के बाद हम सबने मिलकर डिनर किया और रात को करीब ११.३० बज गये। फिर वो दोनों चले गए। उनके जाने के बाद हम लोग भी सो गये।
दूसरे दिन रात में जब मैं अपने पति का लण्ड हिला रही थी तो मेरे मन में सागर का नाम चल रहा था। मैं भी पूरी नंगी थी और मेरा पति भी। अचानक वह बोला अवनी तुम्हे मेरा दोस्त कैसा लगा ? उसकी बीवी कैसी लगी तुम्हे ? मैंने कहा मुझे तो सागर बहुत अच्छा लगा और उसकी बीवी भी बहुत अच्छी है। उसने कहा हां उसकी बीवी बहुत अच्छी है वह बहुत लकी है ? मैंने पूंछा तुम लकी नहीं हो क्या ? मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती क्या ? उसने जबाब दिया अरे यार तुम तो मेरी जान हो ? तुमसे अच्छा कौन है ? ऐसा कह कर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा और मुझे चोदने लगा ?
तब मैंने अपने हसबैंड को ललकारा और कहा क्या यार रोज़ रोज़ मुझे चोदते रहते हो ? जब तुम्हारे मन में आता है तब तुम लण्ड मेरी चूत में पेल देते हो ? अरे कभी किसी और की बीवी की बुर में पेल के दिखाओ लण्ड ? कभी दूसरे की बीवी चोदो तो जानूँ ?
मैं उसे दूसरे की बीवी चोदने के लिए उकसाने लगी। मैं चाहती थी की वह अपने दोस्त सागर की बीवी जल्दी से चोदे तो फिर मैं भी उससे जी भर के चुदवाऊँ ? और फिर बीवियों की अदला बदली का सिलसिला चल पड़े ? उसने थोड़ा रुक कर कहा अगर तुम चाहोगी तो मैं जरूर किसी न किसी दिन किसी की बीवी चोद कर दिखाऊंगा। मैं तुम्हारी इच्छा जरूर पूरी करूंगा ? मैंने कहा पहले यह तो बताओ की किसकी बीवी चोदोगे ? किसकी बीवी तुम्हे पसंद है ? उसके मन में सना का नाम तो आया लेकिन वह खुल कर बोल नहीं सका ? दूसरे दिन जब वह ऑफिस चला गया और उधर सना का मियां भी ऑफिस चला गया तो फिर हम दोनों ने फोन पर खुल कर बात चीत की।
जैसे ही हम लोग पहुंचे तो सना और सागर ने हमारा वेलकम किया और अंदर कमरे में बैठाया।
मैंने देखा की सागर एक टी शर्ट और जींस पहने हुए है। उसमे वह बड़ा स्मार्ट लग रहा है। वह मुझे देखने लगा और मैं उसे ? उसकी नज़र मेरी बड़ी बड़ी चूंचियों पर टिक गयी और मेरी नज़र उसके दोनों जाँघों के बीच । मैं उसकी चौड़ी छाती भी मस्ती से देख रही थी। मेरा हसबैंड आरिफ तो बार बार इधर उधर झाँक झाँक कर सना की चूंचियां देखने लगा। नीचे उसका लो वेस्ट का पेटीकोट वाकई बड़ा सेक्सी लग रहा था। उसके बड़े चूतड़ और मस्त गांड भी बड़ी सेक्सी लग रही थी। सना की चूंचियां लगभग मेरे ही बराबर थीं। मेरा मियाँ तो सना को हर बार आते हुए उसकी चूंचियां और जाते हुए उसकी गांड देखने लगा। इतने में ड्रिंक्स चालू हो गयी और हम सब चियर्स कह कर दारू का मज़ा लेने लगे।
बात चीत होने लगी। धीरे धीरे कुछ सेक्सी बातें और कुछ गन्दी गन्दी बातें होने लगी। इतने में एक एक पैग खतम हो गया और दूसरा पैग चालू हो गया। मैं सागर के पास बैठी थी और सना मेरे हसबैंड आरिफ के पास ? मैंने सना को आँख मारी और हम दोनों की नोंक झोंक चालू हो गयी। मैंने बोली अरी सना तू बुर चोदी बड़ी सयानी है मेरे आते ही तू मेरे हसबैंड के बगल में बैठ गयी। वह बोली और तू भोसड़ी वाली कम है क्या ? तू तो और सट कर बैठी है मेरे मियां के बगल में ? - तू इतना डर क्यों रही है बहन चोद क्या मैं तेरे मियां को उठा ले जाऊँगी - तेरा क्या भरोषा ? तू अगर वाकई उठा ले गयी तो मैं क्या यहाँ गांड मराऊँगी ? - अरे तू परेशान न हो मैं तेरे मियां को कहीं नहीं ले जाऊँगी ? और अगर ले भी गयी तो क्या ? तेरे पास तो मेरा मियां है न ? फिर तेरी गांड क्यों फटी जा रही है - मैं तेरे मियां का क्या करूंगी यार - मैं जानती हूँ तू मेरे मियां का कुछ नहीं करेगी । लेकिन उसके लण्ड का तू बहुत कुछ करेगी - तो क्या हुआ तू मेरे मियां के लण्ड का कर लेना जो कुछ करना हो - मैं क्या तेरे मियां के लण्ड की झांटें उखाड़ूँगी ? - झांटें उखाड़ोगी तो लण्ड और खूबसूरत हो जायेगा, भोसड़ी की अवनी ?
इतने में सब लोग हंस पड़े ? सबने खूब एन्जॉय किया।
बीवियों की मस्त मस्त गालियां सुनकर और उनके मुंह से बार बार 'लण्ड' सुनकर उन दोनों के लण्ड साले अंदर ही अंदर तन गये। इतने में मैंने सागर के कान में कहा सुनो यार मेरी भाभी बड़ी चुदक्कड़ है तुम उसकी बुर चोदोगे ? सागर ने सर तो हां में हिला दिया पर मन में बोला अरी मेरी बुर चोदी अवनी भाभी पहले मुझे अपनी बुर तो चोदने दो ? मैं तो तेरी बुर चोदने के लिए बेताब हो रहा हूँ। देखो न मेरे लण्ड की ऐसी की तैसी हुई जा रही है। मैं तेरी भाभी की बुर बाद में चोद लूंगा बहन चोद ? उधर सना मेरे हसबैंड के कान में बोली सुनो यार आरिफ मेरी बहन ससुरी बड़ी सेक्सी है बोलो तुम मेरी बहन चोदोगे ? कहो तो मैं अभी उसे बुला लूँ ? आरिफ ने कहा हां हां बिलकुल चोदूंगा भाभी लेकिन वह मन में बोला सना भोसड़ी की पहले मुझे तेरी चूत में लण्ड पेलना है। मैं तो तुझे चोदने आया हूँ। आज तू पहले मुझसे चुदवा ले मादर चोद ? मैं तेरी बहन किसी और दिन चोद लूंगा। तब तक नशा हम सब पर सवार हो चुका था। मैं भी सागर का लण्ड पकड़ने के लिए उतावली हो चुकी थी और सना भी मेरे हसबैंड का लण्ड पकड़ने के लिए ?
इतने में सना ने अपनी चुन्नी उतार कर फेंक दी ।उसकी बड़ी बड़ी सुडौल चूंचियां खुल कर मेरे मियां के सामने आ गयी। उन्हें देख कर तो मेरा मियां बिलकुल पागल हो गया। वह चूंचियां मसलने लगा इधर सना ने अपनी बाहें उसके गले में डाल कर उसकी चुम्मी लेने लगी। मैंने भी अपना टॉप निकाल फेंका और मेरी चूंचियां सना के पति के हाथों में आ गईं । वह मेरी चूंचियां दबाने लगा और मैं उसका लण्ड टटोलने लगी। उसने मुझे चिपका लिया तो मैं बोली हाय मेरे राजा अब और न तड़पाओ जडली से अपना लौड़ा दिखाओ ? मैं इसे चूसने के लिए तड़प रही हूँ। उधर सना तो मेरे पति को सीधे बेड रूम में ले गयी और उसे चित लिटा दिया। उसकी कमीज खोल डाली और उसकी पेंट खोल कर फेंक दी और फिर वह चड्ढी खोलें ही वाली थी की मैंने भी उसके पति को उसी बेड पर लिटा दिया। मैंने भी उसकी कमीज और पैंट उतार दी।
"पहले सना ने मेरे पति की चड्ढी खोली फिर मैंने उसके पति की चड्ढी खोली"
"उसके मियां का लण्ड मेरे हाथ में आ गया और मेरे मियां का लण्ड उसके हाथ में"
तब तक मैंने अपनी जींस उतार दी और सना ने अपना पेटीकोट। हम दोनों मादर चोद नंगी हो गयीं। मैंने सागर के मुंह की तरफ अपनी गांड कर दी तो उसने अपना मुंह मेरी टोनो टांगों के बीच घुसेड़ कर मेरी चूत चाटने लगा । यही हाल मेरे बगल में भी हो रहा था। सना अपनी बुर मेरे हसबैंड आरिफ से चटवाने लगी और उसका लण्ड मस्ती से चाटने लगी। वह बोली हाय अवनी तेरे मियां का लौड़ा साला ८" से भी बड़ा हो गया है और इसका सुपाड़ा तो चमचमा रहा है देखो न कितना प्यारा लग रहा है ? यार मैं तो तेरे मियां के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ। मैंने कहा हां यार यही दशा मेरी भी है। मुझे भी तेरे मियां का लौड़ा बहुत अच्छा लग रहा है। देखो बहन चोद लोहे की तरफ सख्त हो गया है। मुझे तो इससे मोहब्बत हो गयी है। सना बोली यार एक बात है ये भोसड़ी के लण्ड परायी बीवी के हाथ में जाकर कुछ ज्यादा ही टन टना उठे हैं। मेरे मियां का लण्ड मेरे हाथ में उतना नहीं टन्नाता जितना तेरे हाथ में टन्ना रहा है। मैंने कहा हां यह बात बिलकुल सच है। बस फिर हम दोनों एक दूसरे के मियां का लण्ड बड़ी मस्ती से चूसने लगीं ।
मैं बहुत ज्यादा ही गरम हो चुकी थी। मैंने घूम कर सागर का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया और बोली हाय मेरे राजा धकाधक चोदो मेरी चूत ? सागर का टन टनाता हुआ हाथ भर का लण्ड एक ही धक्के में पूरा घुस गया बहन चोद। मेरे मुंह से आह तो निकली पर फिर मज़ा आने लगा। मुझे देख कह कर सना ने भी अपनी बुर में घुसा लिया मेरे मियां का लण्ड ? वह गचर गचर चुदवाने लगी। मेरी गांड सना के मुंह की तरफ थी और उसकी गांड मेरे मुह की तरफ ? मैं अपने मियां का लण्ड सना की बुर में आते जाते देख रही थी। तब मैंने हाथ बढाकर अपने मियां के पेल्हड़ सहलाने लगी। सना अपने मियां का लण्ड मेरी बुर में आते जाते देख रही थी। वह भी अपने मियां के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतनी मस्ती छा गयी हम चारों में की हमें दुनिया की कोई फ़िक्र ही नहीं रही। मैं मन ही मन सोंचने लगी की आज तो यह शुरुआत है। आज से मेरा गैर मर्दों से चुदाने का सिलसिला चालू हो गया।
मैं बोली हाय सागर भोसड़ी के जल्दी जल्दी चोदो। अब सना बुर चोदी तेरी बीवी नहीं है। मैं ही तेरी बीवी हूँ यार ? जो बुर तुम चोद रहे हो वो तेरी ही बीवी की बुर है। चोदो मुझे खूब चोदो। साले एक रंडी की तरह चोदो मुझे ? मैं अपनी गांड उठा उठा के मस्ती से चुदवा रही थी। मेरे बगल में चुदवाती हुई सना बोली हाय मेरे राजा आरिफ मियां तेरा लौड़ा बड़ा शानदार है भोसड़ी का। हाय अल्ला, मेरी चूत का हलवा बना रहा है मादर चोद ? खूब चोदो यह तेरी बीवी की बुर है यार। तुझे तो अभी मेरी बहन की बुर भी चोदना है ? हाय दईया कितना बढ़िया चोदते हो यार तुम ? मैं तो किसी दिन तुमसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदा लूंगी बहन चोद ? वाओ, कितना मज़ा अ रहा है यार। मैं तो तुम पर फ़िदा हो गयी हूँ आरिफ ? तुम चाहो तो मेरी गांड भी मार लो ? आये हाय और जोर लगा के चोदो , पूरा घुसेड़ के चोदो। मैं तेरी भाभी हूँ, तेरी बीवी हूँ, तेरी रंडी हूँ, तेरी रखैल हूँ साले आरिफ मियाँ। तेरे लौड़े में बड़ी जान है यार ?
उधर से मैं बोली सागर यार अब तू मुझे पीछे से चोद ले । मुझे कुतिया की यारह चोदो। डॉगी स्टाइल में चोदो मेरी बुर ? सना भी उसी तरह चुदवाने लगी। फिर हम दोनों एक दूसरे के मियां के लण्ड पर बैठ कर भी खूब चुदवाया।
सागर बोला :- यार आरिफ मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बहुत मज़ा आ रहा है ?
आरिफ ने जबाब दिया :- फिर क्या मजे से चोदा करो मेरी बीवी ? और हां मुझे भी तेरी बीवी चोदने खूब मज़ा आ रहा है यार ?
इतने में दोनों लण्ड एक एक करके झड़ने लगे और दोनों बीवियों ने एक दूसरे के मियां का झड़ता हुआ लण्ड बड़े प्रेम से चाटा।
उसके बाद हम सबने बड़े प्यार से नंगे ही नंगे डिनर किया और खूब हंस हंस के बातें भी की। थोड़ी देर में मेरा पति आरिफ कपडे पहनने लगा।
इतने में सागर ने टोकते हुए कहा :- अरे यार आरिफ मियां कहाँ जा रहे हो तुम ?
वह बोला :- अरे यार देखो न कितनी रात हो गयी है। अब और देर करना ठीक नहीं है।
सागर ने हंस कर बोला :- अरे यार आरिफ अभी तो रात भर तुझे मेरी बीवी चोदना है ? और रात भर मुझे तेरी बीवी चोदना है। अभी तो किसी का मन भरा नहीं है ? जाना तो दूर रहा यहाँ किसी का कपडे पहनने का भी मूड नहीं है ?
सना बोली :- अरे आरिफ मियाँ भोसड़ी के, मुझे एक बार चोदने में ही तेरी गांड फट गयी क्या ? अभी तो मुझे तुमसे रात भर चुदवाना है। सना की ललकार से मेरा हसबैंड रुक गया और दौड़ कर सना को अपनी बाहों में भर लिया। वह बोला सना भाभी रात भर क्या मैं तुम्हे लगातार २/४ दिन तक चोद सकता हूँ मेरी रानी ?
बस फिर क्या ? जम गयी महफ़िल। मैं सागर का लण्ड पीने लगी और सना आरिफ का लण्ड ?
रात भर धुँआधार हुई चोदा चोदी और फिर दूसरे दिन लंच करके हम लोग अपने घर वापस आये।
दो दिन बाद मेरी मामा की लड़की सुलेखा अपने हसबैंड के साथ आ गयी । उसकी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है । बातों बातों में वह बोल गयी की दीदी मैं 'बीवियों की अदला बदली' करना चाहती हूँ। मेरे पति इसके लिए बिलकुल तैयार है। उसने मुझसे जोर देकर कहा की तुम अपनी दीदी अवनी से बात करना वह कोई इंतज़ाम जरूर कर सकतीं है। मैंने कहा सच कह रही हो तुम सुलेखा। तेरा हसबैंड अपने सामने किसी सुर से अपनी बीवी चुदवा लेगा ? वह बोली हां हां दीदी चुदवा लेगा क्योंकि उसे भी किसी और की बीवी मेरे सामने चोदने का मौक़ा मिलेगा न ? बस मैंने सना को फोन कर दिया और उसे उसे शनिवार की पार्टी के लिए बुला लिया।
सना जब शनिवार को आई तो उसके साथ एक और कपल था। वह बोली हाय अवनी इससे मिलो ये है मेरी बुर चोदी नन्द और यह है इसका भोसड़ी का मेरा नंदोई। मेरा नंदोई अपनी बीवी चुदवा लेता है। तो आज सब लोग मिलकर मेरी नन्द की बुर चोदेंगें और मेरा नंदोई मादर चोद सबकी बुर चोदेगा ? इस तरह से अब इस पार्टी में चार कपल हो गये।
दोस्तों, मैं सच कह रही हूँ यह पार्टी बिना ब्रेक के दो दिन तक लगा तार चलती रही। लोग अपनी अपनी बीवियां चुदवाते रहे और दूसरों की बीवियां चोदते रहे ? बीवियां भी दूसरों से चुदवाती रहीं और अपने मियां को दूसरों की बीवियां चोदते हुए देखतीं रहीं।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=००=० समाप्त
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बस तबसे वह चोदने लगा दूसरों की बीवियां और मैं भी चुदाने लगी दूसरों के हसबैंड से ? होने लगी "बीवियों की अदला बदली" "मर्दों की अदला बदली"
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उसकी बीवी और मेरे मियां लण्ड |
एक बार मेरे हसबैंड आरिफ़ ने अपने दोस्त सागर को अपनी बीवी सहित डिनर पर इन्वाइट किया। शाम को वे दोनों मेरे घर आ गये। मेरी पहली मुलाक़ात थी सागर से और उसकी बीवी सना से ? सागर की उम्र लगभग मेरे हसबैंड के उम्र के बराबर थी। वह बड़ा स्मार्ट, लम्बा चौड़ा, तगड़ा तंदुरुस्त और गोरा चिट्टा नैजवान था मैं बड़ी देर तक उसे देखती रही और उधर मेरे हसबैंड की नज़रें भी बड़ी देर तक सना पर टिकीं रहीं । सना भी बड़ी खूबसूरत मस्त जवान और सेक्सी बीवी थी। खैर हम दोनों के बीच इंट्रो हुआ और उसके बाद हमने सबके सामने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मेरे हसबैंड ने सबको एक एक पैग थमा दिया। मैंने देखा की सना ने बड़े प्यार से मुस्कराते हुए शराब का गिलास ले लिया। तब मैं समझ गयी की वह भी मेरी तरह दारू पीने में कोई झिझक नहीं करती । फिर हम चारों ने एक स्वर में चियर्स कहा और दारू पीने लगे। बड़ा मज़ा आया उन दोनों से मिलकर। बड़ा अच्छा माहौल हो गया और फिर इधर उधर की बातें शुरू हो गयीं।
बातों ही बातों में मेरे हसबैंड ने बताया की मेरी और सागर की बहुत पुरानी दोस्ती है जब हम लोग कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे। कॉलेज की कुछ यादें ताज़ा होने लगीं और उसे सुन सुन कर हम दोनों बीवियों ने भी खूब मज़ा लिया। अचानक सना बोली तो फिर तुम लोग लड़कियों को खूब छेड़ा करते होगे ? मेरे हसबैंड ने कहा हां बिलकुल करते थे क्योंकि वह समय ही ऐसा था और फिर लड़कियां भी तो कम न थीं वे भी हम लोगों को खूब चिढ़ाया करती थीं ।
सागर बोला :- अरे भाभी आरिफ पर तो लड़कियां खूब मरती थीं ?
आरिफ बोला :- झूंठ मत बोलो सागर ? तुझ पर ज्यादा मरती थीं लड़कियां ?
सना ने मजाक किया :- लड़कियों का मरना छोड़ो ये बताओ आरिफ मियां की तुमने कभी किसी की मारी की नहीं ?
आरिफ थोड़ा झेंप गया।
फिर बोला :- अरे सना भाभी वह टाइम ही ऐसा था की कुछ तो हो ही जाता था ? मेरे साथ भी और सागर के साथ भी।
सना फिर बोली :- इसका मतलब की तुम लोगों ने एक नहीं कई लड़कियों की ली होगी ?
सब लोग इसी बात पर खिलखिलाकर हंस पड़े।
सना बोली :- लेकिन एक बात है की तुम लोगों की लड़कियां छेड़ने की आदत गयी नहीं होगी अभी ?
मेरा हसबैंड बोला :- अरे भाभी अब कहाँ यह आदत रह गयी है ? अब तो मुझे एक मस्त जवान, चंचल शोख और खूबसूरत बीवी मिल गयी है न ?
मैं यह सुन कर खुश तो हुई पर मन ही मन बोली भोसड़ी के आरिफ मियाँ तू मेरी तारीफ क्यों कर रहा है माँ का लौड़ा ? तू सना की तारीफ क्यों नहीं कर रहा है ? क्या तुम्हे उसकी बीवी पसंद नहीं है ? अरे बहन के लौड़े मैं चाहती हूँ तू सागर की बीवी की तारीफ कर और उसे चोद कर दिखा ? तभी तो मुझे सागर से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा ? मैं सागर का लौड़ा अपनी चूत में पेलने के लिए तड़प रही हूँ।
तब तक सागर बोला :- अवनी भाभी आप ने आरिफ से कैसे शादी कर ली ?
मैंने कहा :- अरे सागर, मेरी यह लव मैरिज है। मुझे आरिफ पसंद आ गया तो मैंने मुस्लिम लड़के से शादी कर ली ? तुम बताओ की तुमने ,,,,,,,,?
सागर बोला :- मेरी भी लव मैरिज है भाभी। मुझे सना पसंद आ गयी तो मैंने मुस्लिम लड़की से शादी कर ली।
इस बात से हम दोनों कपल की नजदीकियां और बढ़ गयीं। मेरी और सना की दोस्ती उसी दिन से पक्की हो गयी।
मैं बार बार बात करते समय सागर की तरफ देखने लगी और आरिफ सना की तरफ। असली बात यह है की मेरे बदन में आग लगी हुई थी। मेरी चूत बहन चोद बहुत गरम हो गयी थी। मैं इन फैक्ट सागर से चुदवाने के मूड में आ गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी इसे नंगा कर दूं और इसका भोसड़ी का लण्ड अपने मुंह में डाल कर चूस लूँ। फिर भी मैं किसी तरह अपने आप पर काबू किये हुए बैठी रही. मैंने सना को बड़े गौर से देखा । मुझे यह समझ में आया की वह भी मेरी ही तरह मेरे हसबैंड का लण्ड पकड़ने के लिए तड़प रही है। लेकिन हम दोनों की मन की बातें मन में ही रह गयीं। दारू के बाद हम सबने मिलकर डिनर किया और रात को करीब ११.३० बज गये। फिर वो दोनों चले गए। उनके जाने के बाद हम लोग भी सो गये।
दूसरे दिन रात में जब मैं अपने पति का लण्ड हिला रही थी तो मेरे मन में सागर का नाम चल रहा था। मैं भी पूरी नंगी थी और मेरा पति भी। अचानक वह बोला अवनी तुम्हे मेरा दोस्त कैसा लगा ? उसकी बीवी कैसी लगी तुम्हे ? मैंने कहा मुझे तो सागर बहुत अच्छा लगा और उसकी बीवी भी बहुत अच्छी है। उसने कहा हां उसकी बीवी बहुत अच्छी है वह बहुत लकी है ? मैंने पूंछा तुम लकी नहीं हो क्या ? मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती क्या ? उसने जबाब दिया अरे यार तुम तो मेरी जान हो ? तुमसे अच्छा कौन है ? ऐसा कह कर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा और मुझे चोदने लगा ?
तब मैंने अपने हसबैंड को ललकारा और कहा क्या यार रोज़ रोज़ मुझे चोदते रहते हो ? जब तुम्हारे मन में आता है तब तुम लण्ड मेरी चूत में पेल देते हो ? अरे कभी किसी और की बीवी की बुर में पेल के दिखाओ लण्ड ? कभी दूसरे की बीवी चोदो तो जानूँ ?
मैं उसे दूसरे की बीवी चोदने के लिए उकसाने लगी। मैं चाहती थी की वह अपने दोस्त सागर की बीवी जल्दी से चोदे तो फिर मैं भी उससे जी भर के चुदवाऊँ ? और फिर बीवियों की अदला बदली का सिलसिला चल पड़े ? उसने थोड़ा रुक कर कहा अगर तुम चाहोगी तो मैं जरूर किसी न किसी दिन किसी की बीवी चोद कर दिखाऊंगा। मैं तुम्हारी इच्छा जरूर पूरी करूंगा ? मैंने कहा पहले यह तो बताओ की किसकी बीवी चोदोगे ? किसकी बीवी तुम्हे पसंद है ? उसके मन में सना का नाम तो आया लेकिन वह खुल कर बोल नहीं सका ? दूसरे दिन जब वह ऑफिस चला गया और उधर सना का मियां भी ऑफिस चला गया तो फिर हम दोनों ने फोन पर खुल कर बात चीत की।
- मैंने कहा हाय सना आज की रात कैसी रही तेरी ?
- उसने जबाब दिया बहुत अच्छी रही यार ? पर एक बात है मेरे मियां के मन से तेरा नाम हट नहीं रहा है।
- अरे वाह ? इधर भी ऐसा ही है। मेरा हसबैंड भोसड़ी का चोद तो मुझे रहा था लेकिन बातें तेरी कर रहा था।
- हाय रब्बा, सच बताओ ? इधर भी यही हाल था यार। मेरा मियां तो मादर चोद तेरा नाम ले ले के मुझे चोद रहा था।
- हाय दईया, उसने मेरा नाम लिया ? अब तो मैं उससे जरूर ,,,,,,,,,,,,,?
- हां हां पूरा बोलो न यार ? खुल कर बोलो ?
- यार सच बताऊँ। मैं तेरे मियां से चुदवाना चाहती हूँ।
- तो फिर क्या कुछ तुम बढ़ो, कुछ मैं बढती हूँ ? बस हो जाये यह चोदा चोदी ? वैसे मैं तुझे एक बात और बताती हूँ मैंने अपने मरद से बीच में पूंछा सागर तुम किसकी बीवी चोद रहे हो ? वह जोश में कह गया की मैं आरिफ की बीवी चोद रहा हूँ।
- बाप रे बाप ? ऐसा कहा उसने ? सच में कहा ऐसा उसने ? यार सना मेरा भी हसबैंड तुम्हे चोदना चाहता है ?
- तो फिर यार क्यों न हम दोनों मिलकर इन दोनों की भी इच्छा पूरी कर दें यार ?
- मैं फिर आने वाले शनिवार को अपने घर में एक डिनर रख लेती हूँ।
- नहीं यार इस बार मैं अपने घर में डिनर पार्टी रखती हूँ। रात में फिर हम दोनों एक दूसरे के मियां से चुदाने का प्लान बना लेती हूँ। लेकिन पहले से इनको बताऊँगी नहीं बल्कि इन लोगों को थोड़ा थोड़ा तड़पाऊँगी। थोड़ी थोड़ी आग इन दोनों में भड़काती रहूंगी तब आएगा मज़ा। उसके बाद इन्हे एक दूसरे की बीवी चोदने दूँगी। और सुनो अवनी तुम ज़रा बन ठन कर आना। मैं तो उस दिन अपनी चूंचियां बिलकुल नंगी रखूंगी बस एक चुन्नी माला की तरह गले में डाल लूंगी।
- ओ. के.
जैसे ही हम लोग पहुंचे तो सना और सागर ने हमारा वेलकम किया और अंदर कमरे में बैठाया।
मैंने देखा की सागर एक टी शर्ट और जींस पहने हुए है। उसमे वह बड़ा स्मार्ट लग रहा है। वह मुझे देखने लगा और मैं उसे ? उसकी नज़र मेरी बड़ी बड़ी चूंचियों पर टिक गयी और मेरी नज़र उसके दोनों जाँघों के बीच । मैं उसकी चौड़ी छाती भी मस्ती से देख रही थी। मेरा हसबैंड आरिफ तो बार बार इधर उधर झाँक झाँक कर सना की चूंचियां देखने लगा। नीचे उसका लो वेस्ट का पेटीकोट वाकई बड़ा सेक्सी लग रहा था। उसके बड़े चूतड़ और मस्त गांड भी बड़ी सेक्सी लग रही थी। सना की चूंचियां लगभग मेरे ही बराबर थीं। मेरा मियाँ तो सना को हर बार आते हुए उसकी चूंचियां और जाते हुए उसकी गांड देखने लगा। इतने में ड्रिंक्स चालू हो गयी और हम सब चियर्स कह कर दारू का मज़ा लेने लगे।
बात चीत होने लगी। धीरे धीरे कुछ सेक्सी बातें और कुछ गन्दी गन्दी बातें होने लगी। इतने में एक एक पैग खतम हो गया और दूसरा पैग चालू हो गया। मैं सागर के पास बैठी थी और सना मेरे हसबैंड आरिफ के पास ? मैंने सना को आँख मारी और हम दोनों की नोंक झोंक चालू हो गयी। मैंने बोली अरी सना तू बुर चोदी बड़ी सयानी है मेरे आते ही तू मेरे हसबैंड के बगल में बैठ गयी। वह बोली और तू भोसड़ी वाली कम है क्या ? तू तो और सट कर बैठी है मेरे मियां के बगल में ? - तू इतना डर क्यों रही है बहन चोद क्या मैं तेरे मियां को उठा ले जाऊँगी - तेरा क्या भरोषा ? तू अगर वाकई उठा ले गयी तो मैं क्या यहाँ गांड मराऊँगी ? - अरे तू परेशान न हो मैं तेरे मियां को कहीं नहीं ले जाऊँगी ? और अगर ले भी गयी तो क्या ? तेरे पास तो मेरा मियां है न ? फिर तेरी गांड क्यों फटी जा रही है - मैं तेरे मियां का क्या करूंगी यार - मैं जानती हूँ तू मेरे मियां का कुछ नहीं करेगी । लेकिन उसके लण्ड का तू बहुत कुछ करेगी - तो क्या हुआ तू मेरे मियां के लण्ड का कर लेना जो कुछ करना हो - मैं क्या तेरे मियां के लण्ड की झांटें उखाड़ूँगी ? - झांटें उखाड़ोगी तो लण्ड और खूबसूरत हो जायेगा, भोसड़ी की अवनी ?
इतने में सब लोग हंस पड़े ? सबने खूब एन्जॉय किया।
बीवियों की मस्त मस्त गालियां सुनकर और उनके मुंह से बार बार 'लण्ड' सुनकर उन दोनों के लण्ड साले अंदर ही अंदर तन गये। इतने में मैंने सागर के कान में कहा सुनो यार मेरी भाभी बड़ी चुदक्कड़ है तुम उसकी बुर चोदोगे ? सागर ने सर तो हां में हिला दिया पर मन में बोला अरी मेरी बुर चोदी अवनी भाभी पहले मुझे अपनी बुर तो चोदने दो ? मैं तो तेरी बुर चोदने के लिए बेताब हो रहा हूँ। देखो न मेरे लण्ड की ऐसी की तैसी हुई जा रही है। मैं तेरी भाभी की बुर बाद में चोद लूंगा बहन चोद ? उधर सना मेरे हसबैंड के कान में बोली सुनो यार आरिफ मेरी बहन ससुरी बड़ी सेक्सी है बोलो तुम मेरी बहन चोदोगे ? कहो तो मैं अभी उसे बुला लूँ ? आरिफ ने कहा हां हां बिलकुल चोदूंगा भाभी लेकिन वह मन में बोला सना भोसड़ी की पहले मुझे तेरी चूत में लण्ड पेलना है। मैं तो तुझे चोदने आया हूँ। आज तू पहले मुझसे चुदवा ले मादर चोद ? मैं तेरी बहन किसी और दिन चोद लूंगा। तब तक नशा हम सब पर सवार हो चुका था। मैं भी सागर का लण्ड पकड़ने के लिए उतावली हो चुकी थी और सना भी मेरे हसबैंड का लण्ड पकड़ने के लिए ?
इतने में सना ने अपनी चुन्नी उतार कर फेंक दी ।उसकी बड़ी बड़ी सुडौल चूंचियां खुल कर मेरे मियां के सामने आ गयी। उन्हें देख कर तो मेरा मियां बिलकुल पागल हो गया। वह चूंचियां मसलने लगा इधर सना ने अपनी बाहें उसके गले में डाल कर उसकी चुम्मी लेने लगी। मैंने भी अपना टॉप निकाल फेंका और मेरी चूंचियां सना के पति के हाथों में आ गईं । वह मेरी चूंचियां दबाने लगा और मैं उसका लण्ड टटोलने लगी। उसने मुझे चिपका लिया तो मैं बोली हाय मेरे राजा अब और न तड़पाओ जडली से अपना लौड़ा दिखाओ ? मैं इसे चूसने के लिए तड़प रही हूँ। उधर सना तो मेरे पति को सीधे बेड रूम में ले गयी और उसे चित लिटा दिया। उसकी कमीज खोल डाली और उसकी पेंट खोल कर फेंक दी और फिर वह चड्ढी खोलें ही वाली थी की मैंने भी उसके पति को उसी बेड पर लिटा दिया। मैंने भी उसकी कमीज और पैंट उतार दी।
"पहले सना ने मेरे पति की चड्ढी खोली फिर मैंने उसके पति की चड्ढी खोली"
"उसके मियां का लण्ड मेरे हाथ में आ गया और मेरे मियां का लण्ड उसके हाथ में"
तब तक मैंने अपनी जींस उतार दी और सना ने अपना पेटीकोट। हम दोनों मादर चोद नंगी हो गयीं। मैंने सागर के मुंह की तरफ अपनी गांड कर दी तो उसने अपना मुंह मेरी टोनो टांगों के बीच घुसेड़ कर मेरी चूत चाटने लगा । यही हाल मेरे बगल में भी हो रहा था। सना अपनी बुर मेरे हसबैंड आरिफ से चटवाने लगी और उसका लण्ड मस्ती से चाटने लगी। वह बोली हाय अवनी तेरे मियां का लौड़ा साला ८" से भी बड़ा हो गया है और इसका सुपाड़ा तो चमचमा रहा है देखो न कितना प्यारा लग रहा है ? यार मैं तो तेरे मियां के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ। मैंने कहा हां यार यही दशा मेरी भी है। मुझे भी तेरे मियां का लौड़ा बहुत अच्छा लग रहा है। देखो बहन चोद लोहे की तरफ सख्त हो गया है। मुझे तो इससे मोहब्बत हो गयी है। सना बोली यार एक बात है ये भोसड़ी के लण्ड परायी बीवी के हाथ में जाकर कुछ ज्यादा ही टन टना उठे हैं। मेरे मियां का लण्ड मेरे हाथ में उतना नहीं टन्नाता जितना तेरे हाथ में टन्ना रहा है। मैंने कहा हां यह बात बिलकुल सच है। बस फिर हम दोनों एक दूसरे के मियां का लण्ड बड़ी मस्ती से चूसने लगीं ।
मैं बहुत ज्यादा ही गरम हो चुकी थी। मैंने घूम कर सागर का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया और बोली हाय मेरे राजा धकाधक चोदो मेरी चूत ? सागर का टन टनाता हुआ हाथ भर का लण्ड एक ही धक्के में पूरा घुस गया बहन चोद। मेरे मुंह से आह तो निकली पर फिर मज़ा आने लगा। मुझे देख कह कर सना ने भी अपनी बुर में घुसा लिया मेरे मियां का लण्ड ? वह गचर गचर चुदवाने लगी। मेरी गांड सना के मुंह की तरफ थी और उसकी गांड मेरे मुह की तरफ ? मैं अपने मियां का लण्ड सना की बुर में आते जाते देख रही थी। तब मैंने हाथ बढाकर अपने मियां के पेल्हड़ सहलाने लगी। सना अपने मियां का लण्ड मेरी बुर में आते जाते देख रही थी। वह भी अपने मियां के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतनी मस्ती छा गयी हम चारों में की हमें दुनिया की कोई फ़िक्र ही नहीं रही। मैं मन ही मन सोंचने लगी की आज तो यह शुरुआत है। आज से मेरा गैर मर्दों से चुदाने का सिलसिला चालू हो गया।
मैं बोली हाय सागर भोसड़ी के जल्दी जल्दी चोदो। अब सना बुर चोदी तेरी बीवी नहीं है। मैं ही तेरी बीवी हूँ यार ? जो बुर तुम चोद रहे हो वो तेरी ही बीवी की बुर है। चोदो मुझे खूब चोदो। साले एक रंडी की तरह चोदो मुझे ? मैं अपनी गांड उठा उठा के मस्ती से चुदवा रही थी। मेरे बगल में चुदवाती हुई सना बोली हाय मेरे राजा आरिफ मियां तेरा लौड़ा बड़ा शानदार है भोसड़ी का। हाय अल्ला, मेरी चूत का हलवा बना रहा है मादर चोद ? खूब चोदो यह तेरी बीवी की बुर है यार। तुझे तो अभी मेरी बहन की बुर भी चोदना है ? हाय दईया कितना बढ़िया चोदते हो यार तुम ? मैं तो किसी दिन तुमसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदा लूंगी बहन चोद ? वाओ, कितना मज़ा अ रहा है यार। मैं तो तुम पर फ़िदा हो गयी हूँ आरिफ ? तुम चाहो तो मेरी गांड भी मार लो ? आये हाय और जोर लगा के चोदो , पूरा घुसेड़ के चोदो। मैं तेरी भाभी हूँ, तेरी बीवी हूँ, तेरी रंडी हूँ, तेरी रखैल हूँ साले आरिफ मियाँ। तेरे लौड़े में बड़ी जान है यार ?
उधर से मैं बोली सागर यार अब तू मुझे पीछे से चोद ले । मुझे कुतिया की यारह चोदो। डॉगी स्टाइल में चोदो मेरी बुर ? सना भी उसी तरह चुदवाने लगी। फिर हम दोनों एक दूसरे के मियां के लण्ड पर बैठ कर भी खूब चुदवाया।
सागर बोला :- यार आरिफ मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बहुत मज़ा आ रहा है ?
आरिफ ने जबाब दिया :- फिर क्या मजे से चोदा करो मेरी बीवी ? और हां मुझे भी तेरी बीवी चोदने खूब मज़ा आ रहा है यार ?
इतने में दोनों लण्ड एक एक करके झड़ने लगे और दोनों बीवियों ने एक दूसरे के मियां का झड़ता हुआ लण्ड बड़े प्रेम से चाटा।
उसके बाद हम सबने बड़े प्यार से नंगे ही नंगे डिनर किया और खूब हंस हंस के बातें भी की। थोड़ी देर में मेरा पति आरिफ कपडे पहनने लगा।
इतने में सागर ने टोकते हुए कहा :- अरे यार आरिफ मियां कहाँ जा रहे हो तुम ?
वह बोला :- अरे यार देखो न कितनी रात हो गयी है। अब और देर करना ठीक नहीं है।
सागर ने हंस कर बोला :- अरे यार आरिफ अभी तो रात भर तुझे मेरी बीवी चोदना है ? और रात भर मुझे तेरी बीवी चोदना है। अभी तो किसी का मन भरा नहीं है ? जाना तो दूर रहा यहाँ किसी का कपडे पहनने का भी मूड नहीं है ?
सना बोली :- अरे आरिफ मियाँ भोसड़ी के, मुझे एक बार चोदने में ही तेरी गांड फट गयी क्या ? अभी तो मुझे तुमसे रात भर चुदवाना है। सना की ललकार से मेरा हसबैंड रुक गया और दौड़ कर सना को अपनी बाहों में भर लिया। वह बोला सना भाभी रात भर क्या मैं तुम्हे लगातार २/४ दिन तक चोद सकता हूँ मेरी रानी ?
बस फिर क्या ? जम गयी महफ़िल। मैं सागर का लण्ड पीने लगी और सना आरिफ का लण्ड ?
रात भर धुँआधार हुई चोदा चोदी और फिर दूसरे दिन लंच करके हम लोग अपने घर वापस आये।
दो दिन बाद मेरी मामा की लड़की सुलेखा अपने हसबैंड के साथ आ गयी । उसकी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है । बातों बातों में वह बोल गयी की दीदी मैं 'बीवियों की अदला बदली' करना चाहती हूँ। मेरे पति इसके लिए बिलकुल तैयार है। उसने मुझसे जोर देकर कहा की तुम अपनी दीदी अवनी से बात करना वह कोई इंतज़ाम जरूर कर सकतीं है। मैंने कहा सच कह रही हो तुम सुलेखा। तेरा हसबैंड अपने सामने किसी सुर से अपनी बीवी चुदवा लेगा ? वह बोली हां हां दीदी चुदवा लेगा क्योंकि उसे भी किसी और की बीवी मेरे सामने चोदने का मौक़ा मिलेगा न ? बस मैंने सना को फोन कर दिया और उसे उसे शनिवार की पार्टी के लिए बुला लिया।
सना जब शनिवार को आई तो उसके साथ एक और कपल था। वह बोली हाय अवनी इससे मिलो ये है मेरी बुर चोदी नन्द और यह है इसका भोसड़ी का मेरा नंदोई। मेरा नंदोई अपनी बीवी चुदवा लेता है। तो आज सब लोग मिलकर मेरी नन्द की बुर चोदेंगें और मेरा नंदोई मादर चोद सबकी बुर चोदेगा ? इस तरह से अब इस पार्टी में चार कपल हो गये।
दोस्तों, मैं सच कह रही हूँ यह पार्टी बिना ब्रेक के दो दिन तक लगा तार चलती रही। लोग अपनी अपनी बीवियां चुदवाते रहे और दूसरों की बीवियां चोदते रहे ? बीवियां भी दूसरों से चुदवाती रहीं और अपने मियां को दूसरों की बीवियां चोदते हुए देखतीं रहीं।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=००=० समाप्त
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