Sunday, December 14, 2014

लौंडियाँ माँ चुदा रही है अब्बू

अरे अब्बू, तुम यहाँ अकेले बैठे बैठे क्या कर रहे हो ? वहां देखो नीचे कमरे में सभी बुर चोदी लौंडियाँ अपनी अपनी माँ का भोसड़ा चुदा रही हैं।  तुम भी
जाकर किसी की माँ का भोसड़ा चोदो न ? तेरा तो हलब्बी लण्ड देख कर ही सबकी सब मादर चोद तुम्हारे लण्ड पर टूट पड़ेंगीं ?  हर लड़की तेरा लण्ड अपनी चूत में और अपनी माँ के भोसड़ा में पेलना चाहेगी अब्बू ? ऐसा मौक़ा बार बार नहीं आता ? लौंडियाँ बड़ी खूबसूरत है, अब्बू और उनकी अम्मियाँ भी बेहद खूबसूरत हैं. लौंडियाँ हों चाहे उनकी अम्मियाँ, दोनों के मम्मे बड़े बड़े हैं.  एक राज़ की बात और बता दूँ तुझे की सब की सब भोसड़ी वाली लौंडियाँ बड़ी चुदक्कड़ है और उनकी अम्मियाँ तो उनसे ज्यादा चुदक्कड़ हैं ? मुझे पता है की बिलकुल मक्खन मलाई जैसी है लौंडियों की चूत और उनकी अम्मियों का भोसड़ा ?  सब भोसड़ी वाली भकाभक मस्ती से चुदवाती हैं ।  यहाँ पर किसी की भी उम्र २१ साल से कम नहीं हैं और ४५ से ऊपर नहीं है।  सब की सब जवान है और मस्त हैं, अब्बू ? इस तरह तेरी लौंडियाँ चोदने की और उनकी माँ चोदने की इच्छा भी पूरी हो जाएगी ?
वास्तव में यह घर मेरे मामू जान का है और मामू जान के लड़के की शादी ३ दिन बाद होने वाली है। लेकिन उसके घर में अभी से मेहमान इकठ्ठा हो गये है। थोड़े मेहमान और आने वाले हैं।  हंसी ख़ुशी, मौज़ मस्ती का माहौल है।  खूब खुली खुली बातें हो रही हैं, खूब हंसी मजाक हो रहा है।  खूब मस्ती से गालियां भी बकी जा रहीं है। लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा, गांड, चूंची, चूतड़, झांट, चोदा चोदी सबके मुंह से निकल रहा है । एक दूसरे की खिल्ली उड़ाई जा रही है, खिंचाई की जा रही है और सभी लोग एन्जॉय कर रहे हैं।  खास तौर से लड़कियों ने आज का कार्यक्रम का बीड़ा उठा रखा है। हर दिन किसी न किसी लड़की को कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी जाती है।  वो जो चाहे करे और लोगों से करवाये।  आज के प्रोग्राम की जिम्मेदारी मुझे दी गयी है, अब्बू।
दोस्तों, हमारे घरों में जब किसी की शादी होती है तो माहौल बड़ा सेक्सी हो जाता है और किसी पर कोई पाबन्दी नहीं होती।  कोई कुछ भी कहे, कुछ भी करे, कोई सबके सामने कपडे उतारे, कपडे पहने, कोई नंगी घूमे, कोई अपनी चूंचियां हिलाये, अपनी गांड मटकाए , अपना लौड़ा हिलाये, कोई रोकने टोकने वाला नहीं हैं बल्कि इसका सब लोग खूब मज़ा लेते हैं और खूब एन्जॉय करतें है।
फिलहाल इस कहानी के कुछ पात्रों के नाम मैं बता रही हूँ :-
मैं- अलीसा, अम्मी - आसिया, अब्बू - अब्बास,  खालू - अबरार, खाला - फ़लक, मामू  - फ़राज़, मामी - फरीदा, खालू की लड़की - फरहा,  मामू की लड़की - इरम,  बुआ की लड़की - गज़ाला,  बुआ - फ़रज़ाना,  फूफा - मंज़र,  दीदी - निदा जीजू - मंसूर,  भाभी - नीलम जिसकी शादी है वह है असद  
सुबह के ११ बजे है नास्ता हो भी चुका है और हो भी रहा है. हंसी मजाक गाली गलौज शुरू हो चुका है।  आईये आप भी सुनिए :-
मैंने कहा अरे नीलम भाभी तू अब आ रही है नास्ता करने ? अभी तक क्या अपनी माँ चुदा रही थी तू - इरम बोली नहीं अलीसा दीदी, भाभी तो अपनी गांड मरा रही थी -  भाभी बोली नहीं इरम, मैं गांड नहीं मरा रही थी, मैं तो दूल्हे मियां की झांटें बना रही थी - फरहा मेरी अम्मी से बोली हाय खाला आज तो तेरा भोसड़ा बजाया जायेगा ? बताओ किसका लण्ड ठोंकवाओगी अपने भोसड़ा में पहले - अम्मी ने जबाब दिया मैं तो बाद में ठोंकवाऊंगी पर आज मैं तेरे अब्बू की बहन की बुर चोदूंगी - उधर से आवाज़ आई, तेरी माँ का भोसड़ा गज़ाला ? फिर और आवाज़ें आने लगीं जैसे - रोज़ तो साला चोदता है भोसड़ी वाला मेरी चूत फिर भी लण्ड हिलाता रहता है मेरे आगे ? - तेरी झांटें क्या तेरा तो मैं लण्ड ही उखाड़ लूंगी मदर चोद -  आज मैं बजाऊंगा तेरी माँ का भोसड़ा -  तेरी बिटिया की बुर में घुसेड़ूँगा लण्ड -  देवर भोसड़ी के तेरी माँ की चूत -  इन लड़कियों की बुर में लण्ड पेलो तब इनके होश ठिकाने होंगें - तू तो भोसड़ी की लण्ड पीती है, तू क्या जाने बुर चुदाना क्या होता है - आज माँ चुदा ले अपनी बुर चोदी भाभी ऐसा मौक़ा बार बार नहीं मिलेगा - आज मैं तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगी, अलीसा - तू तो भोसड़ी का बिलकुल नामर्द है पहले अपने लौड़े का इलाज़ करा माँ का लौड़ा -  तेरी बहन की बुर हरामजादी कुतिया - तू तो बिलकुल छिनार है गैर मर्दों के लण्ड हमेशा पेलती रहती है अपनी बुर में -  तू अपनी चूत संभाल कर रख भाभी आज कई लोग तेरी चूत में लण्ड पेलेंगें - अरे जा तेरा लण्ड भी कोई लण्ड है ? बन्दर की नूनी के बराबर है तेरा लण्ड, चोद  - हाय अल्ला किसी ने मेरी झांटें बनाने की मशीन ले ली, अब मैं झांटें कैसे बनाऊं -  तू अपनी नहीं मेरी झांटें बना दे बुर चोदी मेरे पास मशीन है - फूफी बुर चोदी की बियर बड़ी सेक्सी है बहन चोद - खाला पहले तू अपनी बिटिया की बुर चुदवा ले बाद में चुदाना अपना भोसड़ा ? ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? इसी तरह की आवाज़ें पूरे घर भर में गूंजने लगीं।
फिर हम सब लड़कियों ने मिलकर सोंचा की क्यों न आज सबकी माँ चुदवाई जाये ? सबकी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेले जायें ? फरहा ने कहा हां यार ठीक है लेकिन माँ के साथ साथ लड़कियां भी तो अपनी अपनी बुर चुदवायें ? मैंने जबाब दिया हां बिलकुल सही बात है।  अब प्रोग्राम ऐसा होगा जहाँ लड़कियां अपनी माँ चुदवायेंगी और माँ अपनी बेटियां चुदवायेंगी ?
सबने खुले दिल से हां कह दी और तब मैंने पूरे घर में ऐलान कर दिया की आज रात को सभी लौंडियाँ अपनी माँ चुदवायेंगी और सभी माँ अपनी लौंडिया चुदवायेंगी ?  इतने में पीछे से किसी ने कहा अरी भोसड़ी की अलीसा मैं भी चुदाऊंगी अपनी माँ का भोसड़ा।  मेरा भी नाम लिस्ट में लिख ले बुर चोदी ? मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो चौंक पड़ी।  मैंने कहा अरी तनासा तू तो भोसड़ी की आने वाली ही नहीं थी।  मैंने सुना था की तू कहीं पिकनिक में चुदवाने जा रही है अपनी चूत और अपनी माँ की चूत ? वह बोली हां बात सही है लेकिन वह प्रोग्राम किसी कारण से कैंसिल हो गया तो मैंने सोंचा की अब मैं अपनी माँ की चूत नहीं माँ का भोसड़ा चुदवाने जाऊँगी तो मैं यहाँ चली आई। वो देखो मेरी माँ आ रही है और कहो तो पेटीकोट उठा के दिखा दूँ उसका भोसड़ा ? मैंने कहा मुझे मत दिखाओ वो तेरी माँ चोदने वाला मरद अपने आप देख लेगा तेरी माँ का भोसड़ा। तनाशा मेरी बड़ी खाला ताहिरा की बेटी है। मैंने पूंछा तेरा अब्बू कहाँ है मादर चोद तनाशा ? वह बोली मेरा अब्बू भी भोसड़ी का शाम तक अपना लौड़ा हिलाता हुआ आ जायेगा ?
अब्बू तो मेरे सामने ही खड़ा था मैंने अब्बू से कहा अरे भोसड़ी के अब्बास ले तेरे सामने तो भोसड़ा पका पकाया खड़ा है। तनासा जा न और चुदवा ले अपनी की माँ का भोसड़ा ? तनासा ने एक हाथ से मेरे अब्बू का हाथ पकड़ा और एक हाथ से अपनी अम्मी का और उसे नीचे ले गयी अपनी माँ चुदवाने।  मैं भी उसके साथ नीचे चली गयी। मेरी नज़र सबसे पहले अपनी माँ पर पड़ी। मैंने वहां देखा की :- 
की मेरी अम्मी बुर चोदी मेरे खालू अबरार का लौड़ा बड़ी मस्ती से चूस रही है। उसका भोसड़ा बिलकुल खुला है। अबरार का लौड़ा भोसड़ी का बड़ा मस्त है मैं जानती हूँ क्योंकि उसे मैंने कई बार पेला है अपनी बुर में।  उसके बगल में फरहा अपने सारे कपडे उतार कर अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही है। उसके भोसड़ा में फूफा का लण्ड पेल रही है। और लण्ड बीच बीच में भोसड़ा से निकाल निकाल कर चाट रही है। इधर इरम भी भोसड़ी वाली कम नहीं है वह एकदम नंगी नंगी अपनी माँ की चूत चुदवाने में जुटी है।  अपनी माँ की चूत में मेरे भाई जान फहद का लण्ड पेल रही है।
गज़ाला मेरी फूफी की लड़की है।  वह भी अपनी माँ का भोसड़ा मेरे बड़े खालू अरमान से चुदवा रही है।  मैंने कहा अरे बड़े खालू तुझे तो आते ही भोसड़ा मिल गया चोदने को।  तू तो भोसड़ी का बड़ा लकी है यार ? वह बोला अलीसा मैं तब लकी माना जाऊंगा जब मैं तेरी माँ चोदूंगा। मैंने कहा अच्छा बड़ी जल्दी है तुझे मेरी माँ चोदने की ? अरे मादर चोद बड़े खालू, तेरे लण्ड को मेरी माँ का भोसड़ा चोदने के पहले मेरी चूत से गुज़रना होगा। जब तक तू मेरी बुर नहीं चोदेगा तब तक तुझे मेरी माँ का भोसड़ा नहीं मिलेगा ?
इस तरह जितनी भी लड़कियां यहाँ है वो सब अपनी अपनी माँ चुदवा रही है।  मैं सबको चुदवाते हुए देख देख कर बड़ी खुश हो रही हूँ। 
इस चुदाई के बाद लंच हो गया ।  मैंने ऐलान कर दिया की कोई भी पकडे नहीं पहनेगा/ पहनेगी ? मर्द हो चाहे औरत, लड़की हो चाहे लड़का, मियां हो चाहे बीवी सबकी की सब मादर चोद नंगी रहेंगी।  सब लोग नंगे नंगे ही खाना खायेंगे और घर भर में नंगे नंगे ही घूमेंगें। २ घंटे बाद फिर चुदाई होगी और इस बार अम्मियाँ अपनी अपनी बिटिया की बुर चुदवायेंगी।  
२ घंटे के बाद बड़ी खाला ताहिरा बोली चलो बुर चोदी लड़कियों सब इधर मेरे पास आ जाओ।  बस मैं, फरहा, इरम, गजाला और तनासा फ़ौरन खाला के पास पहुँच गयीं। फरहा बोली भोसड़ी की खाला अब तू किसकी बुर में किसका लण्ड पेलेगी ?  अपनी बिटिया की बुर से शुरू करेगी की अपनी बहन की बिटिया की बुर से ? खाला बोली नहीं मेरी हरामजादी फरहा, मैं अपने नन्द की बिटिया की बुर से शुरू करूंगी।  अरी वो गजाला तू आ जा पहले,  बोल किसका लण्ड लेगी तू । मैंने कहा अरे खाला ऐसे नहीं ? किसका लण्ड किसकी बुर में पेला जाएगा यह फैसला लड़की की माँ करेगी ? तुम बस तनासा की बुर लिए लण्ड बताओ ? तुम किसका लण्ड पेलोगी अपनी बेटी की बुर में ? वह बोली हाय अल्ला, तो यह बात है ? मैं तो अपने नंदोई मंज़र का लण्ड पेलूँगी।  बस खाला आगे बढ़ी और मंज़र अंकल का लण्ड पकड़ कर तनासा की चूत पर रगड़ने लगी। 
उधर से फ़रज़ाना बुआ आयीं और अबरार का लण्ड अपनी बेटी को पकड़ाते हुए बोली ले भोसड़ी की अब तू इसे पहले खूब चूस ले फिर मैं घुसाऊँगी यही लण्ड तेरी चूत में ?   तब तक मामी जान फरीदा आयीं और मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ कर कहा बेटी इरम आज मैं तेरी बुर में अपने नंदोई का लण्ड पेलूँगी।  बड़ा मस्त लौड़ा है इस भोसड़ी वाले का। तुझे चुदाने में बड़ आएगा।  फिर फरहा की अम्मी ने तो मेरे जीजू का लौड़ा पकड़ कर अपनी बेटी के
मुंह में घुसा दिया और थोड़ी देर में उसकी चूत में घुसेड़ कर चुदवाने लगी अपनी बेटी ।  मेरी अम्मी उधर आकर बोली अरी अलिसा तू अपने मामू जान से चुदवा ले।  बस मैं आगे बढ़ी और मम्मू का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसके बाद मैंने लौड़ा पेला अपनी चूत में और सबके सामने मस्ती से चुदवाने लगी।
इस तरह सारी लड़कियों ने मजे से अपनी अपनी गांड उठा उठा के खूब चुदवाकर मज़ा लूटा।
इतने में मुझे ख्याल आया की सब लोग तो चोद रहें है पर दूल्हा कहाँ है बहन चोद ? मैंने फरहा से पूंछा तो उसने बताया की मुझे नहीं मालूम यार ? फिर मैं फरहा को लेकर सीधे उसके कमरे में घुस गयी। वहाँ मैंने देखा की दूल्हे के लण्ड  पर उसके दोस्त की बीवी बैठी हुई चुदवा रही है और दूसरे दोस्त की बीवी उसके मुंह पर चढ़ कर बैठी हुई अपनी बुर चटवा रही है। मैंने पूंछा तो दूल्हे (असद) ने बताया की दीदी अभी मैं इन दोनों दोस्त की बीवियां चोद रहा हूँ लेकिन मेरी सुहागरात में ये दोनों दोस्त मेरी बीवी चोदेंगें। मैंने कहा अरे भोसड़ी के तुम तो बड़े सयाने निकले ?
फिर अचानक किसी ने मुझे आवाज़ दी तो मैं वहां चली गयी। मैं जैसे पहुंची तो देखा की दुल्हन की बहन शन्नो अपने मियां असरार के साथ आई हुई है। मैं उन दोनों को देख कर बड़ी खुश हो गयी। 
  • मैं बोली हाय शन्नो तू तो भोसड़ी की चुपके चुपके आ गयी। आने के पहले बताया भी नहीं ?
  • मैं यहाँ चुपके चुपके इसलिए आई ताकि मुझे मालूम हो जाए की यहाँ क्या हो रहा है ? यार यहाँ तो बड़ी मस्ती हो रही है।  सभी बीवियां लड़कियां अम्मियाँ भोसड़ी वाली नंगी नंगी घूम रहीं है और सारे मरद अपना अपना लौड़ा हिला हिला कर नाच रहें है इधर उधर। देखो आसिया जैसे तुम यहाँ की चोदा चोदी करवा रही हो वैसे ही मैं भी उधर की चोदा चोदी करवा रही हूँ। 
  • मैंने पूंछा शन्नो यह बताओ की तेरी तरफ क्या हो रहा है ? उधर दुल्हन के खेमे में क्या हो रहा है ?
  • उधर भी घनघोर चुदाई हो रही है यार ? वहाँ तो न किसी की चूत बाकी बची है और न किसी का भोसड़ा जिसमे ३/४ लण्ड घुसे न हों ? मैंने तो वहां कुछ विदेशी लण्ड भी बुला रखें है।  सब मादर चोद बड़ी मस्ती से चुदवा रही है और सारे मरद भोसड़ी वाले खूब उछल उछल कर चोद रहें है। औरत हो या आदमी, लड़की हो या लड़का किसी के बदन पर कोई कपड़ा नहीं है। अब मैं तुम भोसड़ी वालियों की चुदाई देखने आयीं हूँ, बुर चोदी आसिया ? यह भी देखने आई हूँ की तुम्हारी तरफ की चूत में कितना दम है ?
  • यहाँ जो चुदाई देखने आती है उसे खुद चुदवाना पड़ता है, माँ की लौड़ी शन्नो ? अब मैं देखूँगी की तेरी चूत में कितना दम है ? बोलो किसका लण्ड पेलूँ तेरी चूत में ? मोटा लण्ड लेगी तू की लम्बा ?  सीधा लण्ड लेगी की टेढ़ा ?
  • तब तक फरहा उसके कपडे उतारने लगी और उधर इरम उसके मियां के कपड़े।  बस २ मिनट में शन्नो भी नंगी हो गयी और असरार भी।  फरहा और इरम दोनों मिलकर असरार का लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगीं।
  • शन्नो अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां हिलाती हुई बोली आसिया दरअसल मैं तो तेरी माँ चोदने आई हूँ। तेरी माँ के भोसड़ा में अपने मियां का लौड़ा पेलने आई हूँ। यह देखने आई हूँ की दूल्हे की माँ अपना भोसड़ा चुदवाती कैसे है ?  
  • ठीक है तू दूल्हे की माँ चोद ले लेकिन मैं तुझे यह भी दिखाऊँगी की दूल्हे का बाप बुर चोदता कैसे है ? मैं अपने अब्बू का लण्ड तेरी चूत में पेलूँगी ?
  • वह बोली अरे यार मैं तो तेरे अब्बू से चुदवाने ही आयीं हूँ ? मैं देखूँगी की उसके लण्ड में कितनी ताकत है बहन चोद ?
बस मैंने आवाज़ लगायी अरे वो भोसड़ी के अब्बू जल्दी से यहाँ आ ? देख तेरे लिए एक मस्त चूत आई है ? घुसा दे अपना मादर चोद लण्ड इसकी चूत में ? अब्बू तो नंगा घूम ही रहा था वह अपना लण्ड हिलाता हुआ शन्नो के सामने खड़ा हो गया।  शन्नो ने हाथ बढ़ कर लौड़ा पकड़ लिया।  तब तक मेरी अम्मी भी आ गयी ।  उसने हमारी बातें सुन ली थीं।  वह बोली हाय अल्ला, असरार भोसड़ी का मेरी बुर चोदेगा ? मैं तो उसका लौड़ा अपने भोसड़ा में डाल कर भून डालूंगी। बस शुरू हो गयी चुदाई। अब्बू उधर हचक हचक कर शन्नो की बुर चोदने लगा तो अम्मी असरार से धकाधक चुदवाने लगीं ? हम सब लोग गोल बनाकर इन दोनों की चुदाई देखने लगे । आखिर में जब दोनों के झड़ते हुए लण्ड देखे तो सबने खूब तालियां बजायीं।  बाथ रूम से आकर शन्नो बोली आसिया तेरे अब्बू का लौड़ा साला बड़ा जबरदस्त है यार मैं पहले झड़ गयी वह भोसड़ी का बाद में झड़ा। 
मैंने कहा :- यार शन्नो मेरा एक प्लान है ? सुहागरात को दूल्हा दुल्हन एक कमरे में अपने दोस्तों के साथ चोदा करेंगें।  दूल्हा अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवायेगा और दुल्हन पराये मर्दों से चुदवायेगी। लेकिन बाहर इधर उधर हम सब लोग मिलकर चुदाई का एक महा जश्न मनाये।  जिसमे इधर के मर्द उधर की औरतें चोदें और उधर के मर्द इधर की औरतें चोदें ?
वह बोली :- वाओ, यार क्या प्लान है ?  मैं बिलकुल तैयार हूँ।  मैं वहां जाकर ऐलान कर देती हूँ की सुहागरात में दूल्हे वालों के तरफ के सारे मर्द दुल्हन की तरफ की औरतें चोदेंगें और दुल्हन की तरफ के सारे मर्द दूल्हे की तरफ की औरतें चोदेंगें।
शादी के बाद सुहागरात में जब इस तरह की लण्ड और चूत की अदला बदली हुई तो सबको खूब मज़ा आया। 

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त                    
 
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