Monday, December 29, 2014

मुझे चोदो फिर मेरी माँ चोदो

हां हां भोसड़ी वालों आज तुम लोगों को पूरी छूट है चाहे मुझे चोदो, चाहे बेटी चोदो और चाहे मेरी बहन चोदो ? चाहे मेरे मुंह में अपना लण्ड पेलो, चाहे

लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ो और चाहे मेरी गांड में ठोंको लण्ड ? चाहे मेरी बेटी की बुर में घुसा के चोदो लण्ड और चाहे उसकी मस्त चूंचियां चोदो ? चाहे मेरी बहन की चोदो बुर, चाहे उसकी मारो गांड और चाहे उसके मुंह में पेलो लण्ड ? आज तुम्हे न कोई मादर चोद रोकने वाला है और न टोकने वाला ? हां जिस भोसड़ी वाले को चोदना न हो वह अपनी दुम दबा कर यहाँ से खसक ले ? क्योंकि यहाँ मर्दों की जरुरत है नामर्दों की नहीं ? मैं आपको अपनी कहानी सुनाने जा रही हूँ। अपना लण्ड पकड़ कर बैठिये और आप भी अपनी चूंची और चूत  पर हाथ फेरती रहिये ? 
मेरा नाम है मिसेस मारिया जैकब . मैं 42 साल की हूँ और मुंबई में रहती हूँ . मेरी एक बेटी है मिस लिंडा उसकी उम्र 21 साल की है . मेरे हसबैंड अमेरिका में काम करते है लेकिन मुंबई कभी आते जाते है . मैं भी बेटी के साथ अमेरिका जाती रहती हूँ  . लेकिन दो साल पहले मैं अपने हसबैंड के साथ अमेरका में 5 साल रह कर आयी हूँ . मुझे वहाँ का माहौल बहुत अच्छा लगा . लोग खूब एन्जॉय करते है और एक दूसरे के साथ दोस्ताना का व्यवहार करते है . उनके अन्दर किसी तरह का घमंड नहीं है .मैं जितनी खूबसूरत हूँ उससे ज्यादा मेरी बेटी खूबसूरत है .
वहा मैं कई क्लबों में पार्टियों में जाया करती थी . वह एक है किटी पार्टी जिसमे बीवियां ही होती है  . एक है सेक्स पार्टी जिसमे मर्द और औरतें होती है  . एक है बीवियों की अदला बदली करने वाली पार्टी, एक है न्यूड डांस करने वाली पार्टी जिसमे लड़के लड़कियां मर्द और औरतें सभी होते है और एक है सेक्स गेम्स की पार्टी जिसमे सभी लोग जा सकते है . औरत मर्द लड़के और लड़कियां भी . मैं सभी पार्टियों में जाती थी . सभी का मज़ा लेती थी और आज भी जब अमेरिका जाती हूँ तो इन पार्टियों में जाना नहीं भूलती ? मैं जब 16 साल की थी तभी से लण्ड पकड़ने लगी थी . मेरे हाथ में अगर वह पहला लण्ड आ जाये तो मैं फ़ौरन पहचान लूंगी . हां उस समय चुदाने की हिम्मत नहीं थी . जब 19 साल की हो गयी तब मैंने चुदवाना शुरू किया . मुझे आज भी वह लण्ड याद है जो मेरी चूत में पहली बार घुसा था . बाप रे बाप उस लण्ड ने तो मेरी जान ही निकाल ली थी लेकिन मेरी मौसी ने कहा घबराओ नहीं पहले थोडा दर्द होगा लेकिन फिर मज़ा आने लगेगा ?  और जब मज़ा आने लगा तो मुझे लण्ड से मोहब्बत हो गयी . मुझे हर तरह का लण्ड पसंद आने लगा . मैं खूब पकड़ने लगी लण्ड और पेलने लगी लण्ड अपनी बुर चोदी बुर में ?
मेरी बेटी जब जवान हो गयी यानी 18 साल की हो गयी तो मैंने उसे कहीं भी जाने की छूट दे दी . वह भी इन पार्टियों में जाने लगी . उसे भी जवानी का मज़ा आने लगा . मैंने सोचा की हां जवानी में हर एक को अपनी मर्जी से जीना चाहिए . इससे मेरे हसबैंड भी सहमत थे . इसलिए लिंडा भी मस्त लड़की की तरह जवानी का मज़ा उठाने लगी . आजकल हम दोनों माँ बेटी मुंबई में है . यहाँ सब कुछ फ्री नहीं है लेकिन फिर भी लोग चोरी छिपे सब कुछ कर लेते है. पकड़ा पकड़ी, पेला पेली, चोदा चोदी सब धकाधक चोरी छिपे होता है। 
एक दिन मैं मिसेस कैंडी के घर बैठी थी . कैंडी मेरी अच्छी दोस्त है . वह भी अमेरिका रह कर आयी है .हमारी दोस्ती वहीँ हुई थी . मैं उसे बहुत चाहती हूँ और वह मुझे . हम दोनों व्हिस्की का मज़ा ले रही थी की इतने में उसकी बेटी पूसी आ गयी . मैं पूसी से भी बात करने लगी . पूसी मेरी बेटी की उम्र है और उसकी अच्छी दोस्ती मेरी बेटी के साथ है .
मैंने पूंछा :- पूसी तुम क्या क्या सीख कर आयी हो अमेरिका से  ?
वह बोली :- आंटी, मैं गांड मराना सीख कर आयी हूँ . लण्ड चाटना और चूसना मैंने पहले ही सीख लिया है .
मैंने कहा :- और लण्ड पीना ?
वह बोली :- आंटी , लण्ड पीना तो अच्छी तरह से नहीं जानती पर ये कुछ लण्ड चूसने की तरह ही होगा ? 
मैंने फिर पूंछा :- और लण्ड का मुठ्ठ मारना सीखा की नहीं .?
वह बोली :- हां हां आंटी, वह तो मैंने अच्छी तरहं से सीख लिया है  मैंने कॉलेज में कई लड़कों के लण्ड का मुठ्ठ मारा है . क्लास में बैठे बैठे मारा है ?
तब तक कैंडी बोली :- हां यार इसे यह सब तो आ गया है . हां अभी लण्ड पीना ठीक से सीख नहीं पायी है . मैं इसे सिखा दूँगी . अरे हां तेरी बेटी ने क्या क्या सीख लिया है, मारिया ?
मैंने कहा :- हां यार वह भी गांड मराना सीख गयी है . लण्ड चूसना और चाटना उसे पहले से ही आता था . मैंने उसे मुठ्ठ मारना और लण्ड पीना भी सिखा दिया है . अब केवल चुदवाना बाकी है . मैं कोयी मौका देख कर चुदवाना भी सिखा दूँगी . वहां अमेरिका में होती तो अबतक चुदवाने लगती मेरी बेटी .
कैंडी बोली :- हां यार यहाँ जाने क्यों लोग चोदना और चुदाना बड़ा पाप समझते है . इसे तो बिलकुल खुले आम कर देना चाहिए . जब बुर है तो चुदाना पड़ेगा ही . जब लण्ड है तो वह बिना चोदे रह नहीं पायेगा तो फिर इन सालो की गांड में खुजली क्यों होती है ? यहाँ सब मादर चोदों को क्यों परेशानी होती है ? यह मुझे समझ में नहीं आया ?  एक दिन मैं अचानक अपनी बेटी लिंडा के कमरे में घुस गयी . मैंने देखा की मेरी बेटी नंगी नंगी कुतिया बनी हूँ है और पीछे से एक लड़का अपना लण्ड घुसेडने की कोशिश कर रहा है .
मैंने कहा :- अरी लिंडा तुम क्या कर रही हो ?
वह  बोली :- मोंम मैं गांड मरा रही हूँ .
मैंने कहा  :- अरे लिंडा तुम सीधे सीधे बुर क्यों नहीं चुदवाती ? अब तो तुम जवान हो गयी हो . तेरी बुर भी लण्ड खाने वाली हो गयी है . अब तो तुम लण्ड गांड में नहीं बुर में पेला करो ?
वह बोली :- मोंम मुझे बुर चुदाना नहीं आता ? मैंने अमेरिका में गांड मराना सीखा है हां यह लड़का यहाँ नया है मैं इसे गांड मारना सिखा रही हूँ . और हां मैंने सुना है मॉम की बुर चुदाने में बड़ा रिस्क है और गांड मराने में कोई रिस्की नहीं ? इसलिए मैं गांड मराती हूँ .
मैंने कहा :- ठीक है पर असली मज़ा तो चूत चुदाने में है . आओ मैं तुम्हे सिखाती की कैसे चुदवाई जाती है बुर और इस लड़के को सिखाती हूँ की कैसे चोदी जाती है बुर ? 
सबसे पहले तो मैंने कहा :- देखो लिंडा बुर चुदवाने में कोई रिस्क नहीं है बशर्ते की तुम लण्ड पर कंडोम चढ़ा कर चुदाया करो . अगर किसी कारण से कंडोम पास न हो लण्ड बुर में नहीं बल्कि अपने मुह पर या फिर चूत या चूंची पर झडवाया करो लण्ड  ?
ऐसा कह कर मैंने उस लड़के का लण्ड हाथ में लिया और उसे मुठिया कर फिर खड़ा कर दिया . दूसरे हाथ से लिंडा की चूत सहला सहलाकर उसे और गरम कर दिया . फिर मैंने लण्ड बुर के मुह पर रखा और कहा अब तुम लण्ड धीरे से पेलो मेरी बेटी की बुर में ? वह पेलने लगा . जब पूरा लण्ड घुस गया तो मैंने कहा अब लण्ड पूरा का पूरा बाहर निकाल लो हां आखिर में बस थोडा बुर से छूता रहे . उसके बाद फिर लण्ड पेलो और फिर निकालो . इसी तरह बार बार करते रहो और धीरे धीरे अपनी स्पीड बढाते रहो . इसी क्रिया को चोदना कहते है .
वह लड़का चोदना सीख गया और मेरी बेटी चुदाना ? फिर मैंने उसे पीछे से भी चुदवाना सिखाया . उस समय कंडोम नहीं था इसलिए मैंने कहा यार देख जब तू झड़ने वाला हो तो मुझे बता देना . थोड़ी देर में उसने हा आंटी अब मैं झड़ने वाला हूँ . बस लण्ड उसकी बुर से निकाल कर और  उसे मुठ्ठी में लेकर मैं सडका लगाने लगी . मैंने  उसे यह भी सिखाया की सडका मारा कैसे जाता है ?  जब लण्ड ने वीर्य निकलना शुरू किया तो मैंने  अपनी बेटी को लण्ड पीना सिखा दिया .
 उसके बाद मैंने उन दोनों को नंगे नंगे ही खाना खिलाया और इधर उधर की बातें की . करीब करीब एक घंटे के बाद मैंने अपने कपडे खोल डाले . उस लड़के ने मुझे नंगी देखा . मेरी चूंचियाँ  देखीं मेरी गांड   देखी और मेरा भोषडा देखा . उसका लौड़ा टन्ना कर खड़ा हो गया . मैंने उसे पकड़ा और चुम्मी ली फिर उसे हिलाया और चाटा . मैंने अपनी बेटी से कहा देखो लिंडा लण्ड चाटने से उसकी ताकत खूब बढती है . अब देखो लौड़ा कितनी अच्छी तरह से मेरे भोषडा में घुसने को तैयार है .
मैंने कहा लिंडा अब तुम लण्ड मेरे भोषडा पर रखो और लड़के के चूतडो पर एक धीरे से धक्का मारो  . उसने ऐसा ही किया तो लण्ड गच्च से  मेरे भोषडा  में घुस गया और मैं चुदवाने लगी . मैंने कहा लिंडा अब तुम मुझे  चुदवाते हुए मन लगा कर देखो और सीखो की कैसे मस्त होकर चुदाया जाता है भोषडा ? लिंडा बिलकुल ट्रेंड हो गयी . दो दिन बाद लिंडा जब कॉलेज से घर वापस आयी तो उसके साथ दो लड़के थे . उसने कहा मोंम ये है डेविड और ये है पीटर . दोनों ही मेरे दोस्त है . इन मादर चोदो को बुर चोदना अच्छी तरह आता है . मैंने जब इनसे कहा यार मेरी मोंम का भोषडा चोदोगे तो ये दोनों सुनकर उछल पड़े बोले हां जरुर चोदूंगा . पर लिंडा तुम्हे भी चुदवाना पड़ेगा ? मुझे मालूम हो गया है की तुम अब चुदाना सीख गयी हूँ .
मैं बहुत खुश हो गयी और फ़ौरन मैंने सबको ड्रिंक्स सर्व कर दी . दो दो पैग पीने के बाद मैंने धीरे से दोनों को नंगा कर दिया और दोनों के लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी . लण्ड मेरे मन के लिकले ? फिर लिंडा ने मेरे सारे कपडे खोल कर अलग रख दिया . लिंडा भी नंगी हो गयी . फिर उसने पीटर का लण्ड मुझसे ले लिया और चूसने लगी . पीटर ने उसकी चूत में घुसेड दिया लण्ड और चोदने लगा इधर मैंने भी डेविड का लौड़ा अपने भोषडा में घुसा लिया . मुझे चुदाने में एक तरह का नशा आने लगा  .
मैंने मजाक में कहा :- लिंडा, तू मादर चोद, आज अपनी माँ का भोषडा चुदवा रही है .
उसने मजाक ने जबाब दिया :- और तू बहन चोद, आज अपनी बिटिया की बुर चुदवा रही है . 
चारों लोग यह सुनकर खिलखिला कर हंस पड़े। 

=०=०=०=०=०=०=०=००=०==०=० the end 

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