मैंने जैसे ही कहा की अम्मी, मैं अभी अपने देवर से चुदवा रही हूँ, तो वह फ़ौरन बोली भोसड़ी की निगार, तेरे देवर की माँ की चूत ? अभी एक घंटे पहले तुझे
फोन किया था तब भी तूने कहा था की अम्मी मैं अपने देवर से चुदवा रही हूँ ? तो क्या तेरा देवर का लण्ड एक घंटे से तुझे चोद रहा है ? और खलास होने का नाम ही नहीं लेता भोसड़ी का ? क्या उसका लण्ड लोहे का बना है और अगर नहीं तो क्या तुझमे और तेरी चूत में इतना दम नहीं है की तू उसे खलास कर सके ? भोसड़ी की मुठ्ठ भी मारना नहीं आता क्या तुझे ? खलास क्यों नहीं कर देती उस मादर चोद का लण्ड, बेटी ? कैसी है तू माँ की लौड़ी निगार और कैसी है तेरी बुर चोदी चूत ?
मैंने जबाब दिया :- नहीं, अम्मी ऐसी बात नहीं है ? न उसका लौड़ा लोहे का है और न ही मेरी चूत कमजोर है ? बात यह है की पहले मैं अपने बड़े देवर से चुदा रही थी, अम्मी लेकिन अब मैं अपने छोटे देवर से चुदा रही हूँ ?
अम्मी बोली :- निगार ले तू अपने अब्बू से भी बात कर ले।
अब्बू बोला :- निगार बेटी, तुझे देवर से कोई परेशानी तो नहीं है बेटी ?
मैंने जबाब दिया :- अरे अब्बू, देवर की माँ की चूत ? वो भोसड़ी वाले, मेरा क्या उखाड़ लेगें अब्बू ? मैं तो मारती हूँ देवरों की गांड ? बस उनकी माँ चोदना बाकी है। किसी दिन वह भी पूरा कर लूंगी। और मेरी नज़र उनकी बहन की बुर पर भी है, अब्बू । बड़े फक्र के साथ अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां हिला हिला कर चलती है बुर चोदी ? मैं किसी दिन उसकी भी चोदूंगी चूत ? तब मैं अपनी ससुराल पर पूरा कब्जा कर लूंगी। देख लेना तुम अब्बू, एक दिन सबको अपनी उंगलियों पर नचाऊँगी ? मुझे अपने देवरों से कोई परेशानी नहीं है बल्कि मैं बहुत खुश हूँ उनसे ? एक बात तो है अब्बू की मेरे दोनों देवर बड़े मस्त और बड़े अच्छे है ? मुझसे बड़ा प्यार करते है माँ के लौड़े ? मेरा भी ख़्याल रखते है और मेरी चूत का भी ?
आप लोग सोंच रहे होंगें की मैं अपने अब्बू से इतना कैसे खुल गयी की उससे लण्ड बुर चूत गांड चूंची की बातें करने लगी। तो मैं संक्षेप में आपको बता देती हूँ। मैं २१ साल की थी। हल्का जाड़े का मौसम था। एक दिन जब मैं कमरे में गयी तो देखा की मेरा अब्बू एक रजाई ओढ़े लेटा है और उसके बगल बैठी है मेरी खाला। खाला भी बुर चोदी रजाई के अंदर हाथ पैर घुसेड़े हुए है। मैं भी उसके बगल में दुबक कर बैठ गयी। मैंने भी अपने थोड़े पैर और हाथ अंदर कर लिया। हम तीनो बातें करने लगे।
अचानक मुझे लण्ड की खुशबू महसूस हुई। मैं सोंचने लगी की शायद खाला अब्बू का लण्ड पकड़ कर सहला रही है। मैं बातें तो कर रही थी पर मेरा ध्यान इस बात पर था की अंदर क्या हो रहा है ? मैंने अपना हाथ अंदर और घुसेड़ दिया तो मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया। अब तो पक्का हो गया की खाला अब्बू का लण्ड सहला रही है। मैं थोड़ा शरमाई और उठ कर जाने लगी। तब खाला बोली अरी निगार तू भोसड़ी की जाती कहाँ है ? अब तो तू बड़ी हो गयी है, जवान हो गयी है, तेरी गांड मोटी हो गयी है, तेरी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं है, तेरी झांटें निकल आई है. अब किस बात की शर्म बुर चोदी निगार ? मेरे पास बैठ जा माँ की लौड़ी ? मैं बैठ गयी तो खाला फिर बोली बोल निगार तू कितने लण्ड पकड़ चुकी है अभी तक ? मैंने सर नीचे कर लिया और कोई जबाब नहीं दिया।
तब वह बोली अब तो मुझे तेरी शर्म की माँ चोदनी पड़ेगी निगार ? ऐसा कह कर उसने रजाई हटा दी तो अब्बू भोसड़ी का बिलकुल नंगा निकला और खाला के हाथ में उसका टन टनाता हुआ लण्ड निकला । खाला मुझे लण्ड दिखाते हुए बोली ले निगार पकड़ भोसड़ी की मेरे जीजू का लण्ड ? अभी मैं तेरी शर्म की माँ चोदती हूँ। आज से शर्माना नहीं मादर चोद निगार ? जवानी में लण्ड नहीं पकड़ेगी तो कब पकड़ेगी तू ? सच दोस्तों, मेरी खाला ने उस दिन मेरी गांड मार मार के मुझे बना दिया बिलकुल बेशरम ? आखिर में मेरे मुंह से निकल ही आया की खाला बुर चोदी तूने अभी तक अपना भोसड़ा क्यों नहीं खोला ? और तू बता मुझे हरामजादी खाला क्या तूने कभी अपनी बेटी को मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ाया ? वह बोली हां मैं जानती थी की तू मुझसे यह सवाल करेगी तो मैं जबाब देती हूँ की मेरी बेटी तेरे अब्बू का लण्ड पकड़ती ही नहीं है बल्कि उसे अपनी चूत में घुसा कर चुदवाती भी है ?
तब तो मैं बिलकुल ही बेशर्म हो गयी और गन्दी गन्दी बातें, गन्दी गन्दी गालियां मुंह से निकालने लगी। अब तो मैं भी अब्बू से चुदवाती हूँ और उसके सामने दूसरों से चुदवाती हूँ। खूब चोदा चोदी की बातें करती हूँ उससे । न मुझे कोई शर्म बहन चोद और न उसे ?
अम्मी का फोन फिर रात में आया वह बोली :- अरी निगार, एक बात तो पूंछना ही भूल गयी ? तेरे देवरों के लण्ड कैसे है, बेटी ? ज़रा खुल कर बताओ न मुझे ?
मैंने कहा :- हाय अम्मी, दोनों भोसड़ी वालों के लण्ड बड़े जबरदस्त है। बिलकुल अरबी लौड़ों की तरह है उनके लण्ड ? लम्बे लम्बे, मोटे चौड़े, खूबसूरत सुपाड़े वाले बड़े सख्त है दोनों मादर चोदों के लण्ड ? मुझे तो उनसे चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आता है, अम्मी ? मैं सोंच रही हूँ की किसी दिन मौक़ा पाकर उन दोनों से तेरा भी भोसड़ा चुदवा दूँ। मैंने दोनों लण्ड की तस्वीरें खींच कर तेरे लैपटॉप पर भेज दिया है, अम्मी ? खोलकर देख लेना ? वैसे जब खुद पकड़ कर देखोगी लण्ड तब ज्यादा मज़ा आएगा।
अम्मी बोली :- हाय रे मेरी प्यारी बेटी, मैं जानती हूँ की तुझे मेरे भोसड़ा का कितना ख्याल है ? खुदा करे वह दिन जल्दी आये, जब तू अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाये ? और सुन भोसड़ी की, इस बार जब तू आएगी तो मैं तुझे एक नया लण्ड दूँगी। हां मेरी सहेली के मियां का लण्ड ? कया लौड़ा है उसका ? साला लगभग ९" का है, एक बड़ा चूहा जैसा लगता है उसका लण्ड ? उस दिन जब मैं उसके घर गयी तो वह बोली यार तू शबाना बहुत दिनों के बाद आई है तो आज मेरे मियां से चुदवा कर जा ? ऐसा कह कर उसने अपने मियां का लण्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरे कपडे उतारने लगी। उसके बाद जिस तरह से उसने ठोंका है लण्ड मेरी बुर में तो मुझे वाकई चुदाई का असली मज़ा आ गया ? मैं फिर रात भर चुदवाकर सवेरे वापस आई। अब मैं फिर किसी दिन जाऊँगी चुदवाने।
अम्मी से बात खत्म हुई तो थोड़ी देर में किसी ने पीछे से आकर मेरी आँखों पर अपने दोनों हाथ रख कर बोला पहचान कौन ? मैंने थोड़ा टटोला लेकिन पहचान नहीं पायी। तब उसने हाथ हटा कर कहा मैं हूँ भाभी नियाज़। तेरी नन्द का देवर ?
एक दिन मेरी खाला सास मेरे पास बैठ कर बातें करने लगीं । बातें करते करते बोलीं जानती हो बहू बाहर तेरे बारे सब क्या सोंच रहें है। मैंने कहा मैं तो कुछ नहीं जानती खाला जान ? वह बोली अरे सब सोंच रहे है की पता नहीं बहू को किस तरह का लौड़ा पसंद है, लम्बा की मोटा ? झांट वाले लण्ड पसंद है की बिना झांट वाले ? किस तरह से चुदाना पसंद करती है ? किससे चुदवाना चाहती है ? लण्ड चाटना चाहती है की चूसना चाहती है की सीधे सीधे चुदवाना चाहती है ? ब्लोजॉब / हैण्डजॉब करती है की नहीं ? गांड मराना चाहती है की नहीं ? गाली देना आता है की नहीं ? अपनी माँ चुदवाती है की नहीं ? माँ में लण्ड पेलती है की नहीं ? जानती हो निगार सबने यह काम मुझे दिया है की मैं इन सब सवालों के जबाब तुमसे लूँ और फिर सबको बताऊँ ? तो अब तुम जबाब दो मेरी भोसड़ी की निगार बहू ?
मैंने कहा :- सबसे पहले तुम खाला जान मुझे जबाब दो की इस घर में सबसे बड़ा और सबसे मोटा लण्ड किसका है ? इस घर के कौन कौन लोग मेरी बुर चोदना चाहते है ? अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसाना चाहते है ? लण्ड मेरी चूत में पेलना चाहते है ? कौन कौन लोग मेरी गांड में अपना लण्ड ठोंकना चाहते है ? मेरी माँ चोदना चाहते है ? मेरी माँ के भोसड़ा में अपना लण्ड पेलना चाहते है ? मुझे यह भी बताओ खाला जान की यहाँ कौन कौन मेरे अब्बू से चुदवाना चाहती है ? मुझे यह भी बताओ की यहाँ कौन सा ऐसा लौड़ा है जिसने तेरा भोसड़ा नहीं चोदा, खाला जान ? (एक बात तो तय हो गयी की यहाँ भी मुझे सबसे चुदवाने का मौक़ा मिलेगा और मैं सबके लण्ड पकड़ूंगी)
वह बोली :- अरी मेरी रानी निगार तू तो मुझसे से भी ज्यादा चालाक है। मैं तुझसे सवाल पूंछने आई थी तो तू मुझसे सवाल पूंछने लगी ? खैर मैं बताती हूँ पहली बात, ऐसा कोई लौड़ा नहीं है जिसने मेरा भोसड़ा चोदा न हो ? दूसरी बात, ऐसा कोई लौड़ा नहीं है जो तुझे चोदना न चाहता हो ? तीसरी बात लोग तेरी गांड तभी मारेंगे जब तू भोसड़ी वाली मरवाएगी। चौथी बात सभी लोग तेरी माँ का भोसड़ा चोदना चाहते है। पांचवी बात, सबसे बड़ा और सबसे मोटा लण्ड तो तेरी नन्द के ससुर का है ? अब तू जबाब दे मेरे सवालों का, मादर चोद निगार ?
मैंने कहा :- मेरा जबाब सीधा है खाला जान ? मेरी चूत सबके लण्ड की सेवा करेगी। मैं सबसे चुदवाऊँगी। मैं सबके लण्ड मुंह में लूंगी, गांड में लूंगी और चूंची के बीच लूंगी ? मेरी माँ भोसड़ा सबके लिए है। सब लोग बहन चोद चोदें मेरी माँ का भोसड़ा लेकिन मेरे सामने ? मुझे छोटी छोटी झांट वाले लण्ड और बिना झांट वाले लण्ड पसंद है। मैं पेल्हड़ की झांटें बिलकुल नहीं पसंद करती ?
बस मेरी पसंद जानकार सब मादर चोदों के लण्ड खड़े हो गये और मेरा इन भोसड़ी वालों से चुदवाने का रास्ता साफ़ हो गया।
एक दिन मेरा अब्बू आ गया , मैंने उसे सबसे मिलवाया । ख़ास तौर से अपनी सास मिसेज आसिता से मिलवाया । सास उसे देख कर बोली अरी निगार तेरा तो अब्बू बड़ा जवान है । बड़ा मस्त लग रहा है। मैंने उसके कान में कहा सासू जी इसका लौड़ा भी बड़ा जवान है और मस्त है ज़रा पकड़ कर देखो न ? वह बोली हाय रब्बा, तू तो भोसड़ी की बड़ी बेशरम हो गयी है. अरे अपने अब्बू का खैरमकदम करो पहले। कुछ खिलाओ पिलाओ इसे फिर बात करना। मैं समझ तो गयी की मेरी सास गरमा गयी है लेकिन मैंने अब्बू को खूब खिलाया पिलाया और दो घंटे के बाद उसे फिर सासू के कमरे में ले गयी और बोली अब्बू ये मेरी देवरों को माँ है और उसका पेटीकोट उठा कर बोली और ये है देवरों की माँ का भोसड़ा ? सासू थोड़ा शरमाकर बोली अरी निगार कुछ तो शर्म कर मादर चोद ? तभी मैंने सासू का हाथ पकड़ कर अब्बू के लण्ड पर रख दिया और कहा ले अब तू ही पकड़ कर देख इसका लण्ड ? ऐसा कह कर मैंने अब्बू का पैजामा खोल दिया और उसका लौड़ा टन टनाता हुआ बाहर निकल आया। सासू ने पकड़ लिया लण्ड और हिला हिला कर पूरा खड़ा कर दिया बोली हाय रब्बा ये तो बड़ा मोटा और सख्त लौड़ा है यार ? बहन चोद बढ़ता ही जा रहा है लण्ड, निगार ? मैंने कहा हां बढ़ते बढ़ते तेरे भोसड़ा में घुस जायेगा सासू जी ? वह बोली तू बड़ी हरामजादी हो गयी है निगार आज तू मेरा भोसड़ा चुदवाकर कर ही मानेगी ? थोड़ी देर में मैंने अब्बू का लौड़ा अपनी सास के भोसड़ा में घुसा ही दिया। अब्बू तो बहन चोद बहुत चोदू है ही ? वह तो भकाभक चोदने लगा सास का भोसड़ा ? अब्बू ने फिर मेरी जेठानी की बुर चोदी मेरी देवरानी की बुर चोदी। उस दिन मेरी खाला सास नहीं थी इसलिए उसका भोसड़ा बच गया। मैंने कहा अब्बू अगली बार तो उसका भी भोसड़ा चोदना और मेरी नन्द की चूत भी चोदना ? बड़ा मस्त चुदवाती है अब्बू मेरी बुर चोदी नन्द ?
अगले हफ्ते मेरी अम्मी मिसेज शबाना भी आ गयी। नास्ता वगैरह कराने के बाद मैं उसे अपने कमरे में ले गयी और अपने दोनों देवरों को बुला लिया। ये है अली और ये है असगर। दोनों मेरे देवर। इन्ही के लण्ड की फोटो मैंने तुझे भेजा था। आज मैं हकीकत में इनके लण्ड तुझे दिखा रही हूँ। मैंने उन दोनों मादर चोदों को नंगा कर दिया और दोनों लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया । उधर अम्मी के सारे कपडे उतार दिया। मैंने भी आपने कपडे उतार दिया और अम्मी के साथ लण्ड हिलाने लगी। कमरे में हम चारों बिलकुल नंग धडंग हो गए। मैंने दोनों देवरों से कहा भोसड़ी वालों, माँ के लौड़ों आज तुम दोनों मिलकर चोदो मेरी माँ का भोसड़ा ? तुम लोगों ने मुझे खूब चोदा है आज तुम दोनों मेरी माँ चोदो ? तब तक अली ने घुसा दिया लण्ड अम्मी के भोसड़ा में और असगर ने अपना लण्ड अम्मी के मुंह में पेल दिया। अम्मी बड़ी बेशरमी और मस्ती से लण्ड चाटते हुए चुदवाने लगी अपना भोसड़ा ?
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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मेरे देवर का लण्ड |
मैंने जबाब दिया :- नहीं, अम्मी ऐसी बात नहीं है ? न उसका लौड़ा लोहे का है और न ही मेरी चूत कमजोर है ? बात यह है की पहले मैं अपने बड़े देवर से चुदा रही थी, अम्मी लेकिन अब मैं अपने छोटे देवर से चुदा रही हूँ ?
अम्मी बोली :- निगार ले तू अपने अब्बू से भी बात कर ले।
अब्बू बोला :- निगार बेटी, तुझे देवर से कोई परेशानी तो नहीं है बेटी ?
मैंने जबाब दिया :- अरे अब्बू, देवर की माँ की चूत ? वो भोसड़ी वाले, मेरा क्या उखाड़ लेगें अब्बू ? मैं तो मारती हूँ देवरों की गांड ? बस उनकी माँ चोदना बाकी है। किसी दिन वह भी पूरा कर लूंगी। और मेरी नज़र उनकी बहन की बुर पर भी है, अब्बू । बड़े फक्र के साथ अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां हिला हिला कर चलती है बुर चोदी ? मैं किसी दिन उसकी भी चोदूंगी चूत ? तब मैं अपनी ससुराल पर पूरा कब्जा कर लूंगी। देख लेना तुम अब्बू, एक दिन सबको अपनी उंगलियों पर नचाऊँगी ? मुझे अपने देवरों से कोई परेशानी नहीं है बल्कि मैं बहुत खुश हूँ उनसे ? एक बात तो है अब्बू की मेरे दोनों देवर बड़े मस्त और बड़े अच्छे है ? मुझसे बड़ा प्यार करते है माँ के लौड़े ? मेरा भी ख़्याल रखते है और मेरी चूत का भी ?
आप लोग सोंच रहे होंगें की मैं अपने अब्बू से इतना कैसे खुल गयी की उससे लण्ड बुर चूत गांड चूंची की बातें करने लगी। तो मैं संक्षेप में आपको बता देती हूँ। मैं २१ साल की थी। हल्का जाड़े का मौसम था। एक दिन जब मैं कमरे में गयी तो देखा की मेरा अब्बू एक रजाई ओढ़े लेटा है और उसके बगल बैठी है मेरी खाला। खाला भी बुर चोदी रजाई के अंदर हाथ पैर घुसेड़े हुए है। मैं भी उसके बगल में दुबक कर बैठ गयी। मैंने भी अपने थोड़े पैर और हाथ अंदर कर लिया। हम तीनो बातें करने लगे।
अचानक मुझे लण्ड की खुशबू महसूस हुई। मैं सोंचने लगी की शायद खाला अब्बू का लण्ड पकड़ कर सहला रही है। मैं बातें तो कर रही थी पर मेरा ध्यान इस बात पर था की अंदर क्या हो रहा है ? मैंने अपना हाथ अंदर और घुसेड़ दिया तो मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया। अब तो पक्का हो गया की खाला अब्बू का लण्ड सहला रही है। मैं थोड़ा शरमाई और उठ कर जाने लगी। तब खाला बोली अरी निगार तू भोसड़ी की जाती कहाँ है ? अब तो तू बड़ी हो गयी है, जवान हो गयी है, तेरी गांड मोटी हो गयी है, तेरी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं है, तेरी झांटें निकल आई है. अब किस बात की शर्म बुर चोदी निगार ? मेरे पास बैठ जा माँ की लौड़ी ? मैं बैठ गयी तो खाला फिर बोली बोल निगार तू कितने लण्ड पकड़ चुकी है अभी तक ? मैंने सर नीचे कर लिया और कोई जबाब नहीं दिया।
तब वह बोली अब तो मुझे तेरी शर्म की माँ चोदनी पड़ेगी निगार ? ऐसा कह कर उसने रजाई हटा दी तो अब्बू भोसड़ी का बिलकुल नंगा निकला और खाला के हाथ में उसका टन टनाता हुआ लण्ड निकला । खाला मुझे लण्ड दिखाते हुए बोली ले निगार पकड़ भोसड़ी की मेरे जीजू का लण्ड ? अभी मैं तेरी शर्म की माँ चोदती हूँ। आज से शर्माना नहीं मादर चोद निगार ? जवानी में लण्ड नहीं पकड़ेगी तो कब पकड़ेगी तू ? सच दोस्तों, मेरी खाला ने उस दिन मेरी गांड मार मार के मुझे बना दिया बिलकुल बेशरम ? आखिर में मेरे मुंह से निकल ही आया की खाला बुर चोदी तूने अभी तक अपना भोसड़ा क्यों नहीं खोला ? और तू बता मुझे हरामजादी खाला क्या तूने कभी अपनी बेटी को मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ाया ? वह बोली हां मैं जानती थी की तू मुझसे यह सवाल करेगी तो मैं जबाब देती हूँ की मेरी बेटी तेरे अब्बू का लण्ड पकड़ती ही नहीं है बल्कि उसे अपनी चूत में घुसा कर चुदवाती भी है ?
तब तो मैं बिलकुल ही बेशर्म हो गयी और गन्दी गन्दी बातें, गन्दी गन्दी गालियां मुंह से निकालने लगी। अब तो मैं भी अब्बू से चुदवाती हूँ और उसके सामने दूसरों से चुदवाती हूँ। खूब चोदा चोदी की बातें करती हूँ उससे । न मुझे कोई शर्म बहन चोद और न उसे ?
अम्मी का फोन फिर रात में आया वह बोली :- अरी निगार, एक बात तो पूंछना ही भूल गयी ? तेरे देवरों के लण्ड कैसे है, बेटी ? ज़रा खुल कर बताओ न मुझे ?
मैंने कहा :- हाय अम्मी, दोनों भोसड़ी वालों के लण्ड बड़े जबरदस्त है। बिलकुल अरबी लौड़ों की तरह है उनके लण्ड ? लम्बे लम्बे, मोटे चौड़े, खूबसूरत सुपाड़े वाले बड़े सख्त है दोनों मादर चोदों के लण्ड ? मुझे तो उनसे चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आता है, अम्मी ? मैं सोंच रही हूँ की किसी दिन मौक़ा पाकर उन दोनों से तेरा भी भोसड़ा चुदवा दूँ। मैंने दोनों लण्ड की तस्वीरें खींच कर तेरे लैपटॉप पर भेज दिया है, अम्मी ? खोलकर देख लेना ? वैसे जब खुद पकड़ कर देखोगी लण्ड तब ज्यादा मज़ा आएगा।
अम्मी बोली :- हाय रे मेरी प्यारी बेटी, मैं जानती हूँ की तुझे मेरे भोसड़ा का कितना ख्याल है ? खुदा करे वह दिन जल्दी आये, जब तू अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाये ? और सुन भोसड़ी की, इस बार जब तू आएगी तो मैं तुझे एक नया लण्ड दूँगी। हां मेरी सहेली के मियां का लण्ड ? कया लौड़ा है उसका ? साला लगभग ९" का है, एक बड़ा चूहा जैसा लगता है उसका लण्ड ? उस दिन जब मैं उसके घर गयी तो वह बोली यार तू शबाना बहुत दिनों के बाद आई है तो आज मेरे मियां से चुदवा कर जा ? ऐसा कह कर उसने अपने मियां का लण्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरे कपडे उतारने लगी। उसके बाद जिस तरह से उसने ठोंका है लण्ड मेरी बुर में तो मुझे वाकई चुदाई का असली मज़ा आ गया ? मैं फिर रात भर चुदवाकर सवेरे वापस आई। अब मैं फिर किसी दिन जाऊँगी चुदवाने।
अम्मी से बात खत्म हुई तो थोड़ी देर में किसी ने पीछे से आकर मेरी आँखों पर अपने दोनों हाथ रख कर बोला पहचान कौन ? मैंने थोड़ा टटोला लेकिन पहचान नहीं पायी। तब उसने हाथ हटा कर कहा मैं हूँ भाभी नियाज़। तेरी नन्द का देवर ?
- मैं बोली हाय दईया, तू तो बड़ा स्मार्ट और सेक्सी हो गया है यार ? मैंने उसे लेकर अपने कमरे में चली गयी और उसे थोड़ी दारू पिला दी।
- वह बोला भाभी तेरे साथ पीने में बड़ा मज़ा आता है।
- मैंने कहा सिर्फ पीने में ही मज़ा आता है बस ?
- वह बोला अरे भाभी कुछ और करो न तब बताऊंगा ?
- मैंने कहा कुछ और करू क्या मतलब ? क्या मैं तेरी गांड मारूँ ? क्या मैं तेरी माँ चोदूँ ?
- वह बोला ये सब कुछ नहीं भाभी ? कुछ और करों न प्लीज़ ?
- मैंने कहा अच्छा अब मैं समझ गयी तू चाहता है की मैं तेरा लण्ड हिलाऊँ (मेरे मुंह लण्ड सुनकर उसके बदन में सुरसूरी दौड़ गयी)
- वह बोला हां भाभी यही मैं चाहता हूँ।
- मैंने उसका लण्ड ऊपर से दबा दिया और कहा तो फिर खोलो न अपना भोसड़ी का लण्ड ? मैंने उसके लण्ड पर हमला बोल दिया। उसे निकाल कर हिलाने लगी तो वह टन टना कर खड़ा हो गया। मैंने कहा वाओ, बड़ा मरदाना लण्ड है तेरा मादर चोद ? अच्छा ये बता की तूने अपनी भाभी को पकड़ाया है अपना लण्ड ?
- हां पकड़ाया है । अरे निगार भाभी, मेरी नगमा भाभी (मेरी नन्द) ने तो खुद ही मुझे नंगा करके पकड़ लिया था मेरा लण्ड ?
- तो फिर तूने चोदी अपनी भाभी की बुर ?
- हां हां खूब चोदी उसकी बुर ? बड़ी मस्ती से चुदवाया मेरी भाभी ने मुझसे। पहले तो बड़ी देर तक चाटती रही चूसती रहीं मेरा लण्ड फिर अपनी चूत में घुसा लिया लण्ड और बोली नियाज़ अब तू भोसड़ी के जल्दी जल्दी चोद मेरी बुर और मैं चोदने लगा ? मैं जब चलने लगा तो वह बोली सुनो नियाज़ आज तूने अपनी भाभी की बुर चोदी है कल तू मेरी भाभी की बुर चोदना ? कल तू जा रहा है न मेरी माईके वहां मेरी भाभी की बुर चोद कर ही आना भोसड़ी के ? मैं इसीलिए फ़ौरन तेरे पास चला आया निगार भाभी ?
- इसका मतलब अब तू मेरी बुर चोद कर ही जाएगा बहन का लौड़ा ?
एक दिन मेरी खाला सास मेरे पास बैठ कर बातें करने लगीं । बातें करते करते बोलीं जानती हो बहू बाहर तेरे बारे सब क्या सोंच रहें है। मैंने कहा मैं तो कुछ नहीं जानती खाला जान ? वह बोली अरे सब सोंच रहे है की पता नहीं बहू को किस तरह का लौड़ा पसंद है, लम्बा की मोटा ? झांट वाले लण्ड पसंद है की बिना झांट वाले ? किस तरह से चुदाना पसंद करती है ? किससे चुदवाना चाहती है ? लण्ड चाटना चाहती है की चूसना चाहती है की सीधे सीधे चुदवाना चाहती है ? ब्लोजॉब / हैण्डजॉब करती है की नहीं ? गांड मराना चाहती है की नहीं ? गाली देना आता है की नहीं ? अपनी माँ चुदवाती है की नहीं ? माँ में लण्ड पेलती है की नहीं ? जानती हो निगार सबने यह काम मुझे दिया है की मैं इन सब सवालों के जबाब तुमसे लूँ और फिर सबको बताऊँ ? तो अब तुम जबाब दो मेरी भोसड़ी की निगार बहू ?
मैंने कहा :- सबसे पहले तुम खाला जान मुझे जबाब दो की इस घर में सबसे बड़ा और सबसे मोटा लण्ड किसका है ? इस घर के कौन कौन लोग मेरी बुर चोदना चाहते है ? अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसाना चाहते है ? लण्ड मेरी चूत में पेलना चाहते है ? कौन कौन लोग मेरी गांड में अपना लण्ड ठोंकना चाहते है ? मेरी माँ चोदना चाहते है ? मेरी माँ के भोसड़ा में अपना लण्ड पेलना चाहते है ? मुझे यह भी बताओ खाला जान की यहाँ कौन कौन मेरे अब्बू से चुदवाना चाहती है ? मुझे यह भी बताओ की यहाँ कौन सा ऐसा लौड़ा है जिसने तेरा भोसड़ा नहीं चोदा, खाला जान ? (एक बात तो तय हो गयी की यहाँ भी मुझे सबसे चुदवाने का मौक़ा मिलेगा और मैं सबके लण्ड पकड़ूंगी)
वह बोली :- अरी मेरी रानी निगार तू तो मुझसे से भी ज्यादा चालाक है। मैं तुझसे सवाल पूंछने आई थी तो तू मुझसे सवाल पूंछने लगी ? खैर मैं बताती हूँ पहली बात, ऐसा कोई लौड़ा नहीं है जिसने मेरा भोसड़ा चोदा न हो ? दूसरी बात, ऐसा कोई लौड़ा नहीं है जो तुझे चोदना न चाहता हो ? तीसरी बात लोग तेरी गांड तभी मारेंगे जब तू भोसड़ी वाली मरवाएगी। चौथी बात सभी लोग तेरी माँ का भोसड़ा चोदना चाहते है। पांचवी बात, सबसे बड़ा और सबसे मोटा लण्ड तो तेरी नन्द के ससुर का है ? अब तू जबाब दे मेरे सवालों का, मादर चोद निगार ?
मैंने कहा :- मेरा जबाब सीधा है खाला जान ? मेरी चूत सबके लण्ड की सेवा करेगी। मैं सबसे चुदवाऊँगी। मैं सबके लण्ड मुंह में लूंगी, गांड में लूंगी और चूंची के बीच लूंगी ? मेरी माँ भोसड़ा सबके लिए है। सब लोग बहन चोद चोदें मेरी माँ का भोसड़ा लेकिन मेरे सामने ? मुझे छोटी छोटी झांट वाले लण्ड और बिना झांट वाले लण्ड पसंद है। मैं पेल्हड़ की झांटें बिलकुल नहीं पसंद करती ?
बस मेरी पसंद जानकार सब मादर चोदों के लण्ड खड़े हो गये और मेरा इन भोसड़ी वालों से चुदवाने का रास्ता साफ़ हो गया।
एक दिन मेरा अब्बू आ गया , मैंने उसे सबसे मिलवाया । ख़ास तौर से अपनी सास मिसेज आसिता से मिलवाया । सास उसे देख कर बोली अरी निगार तेरा तो अब्बू बड़ा जवान है । बड़ा मस्त लग रहा है। मैंने उसके कान में कहा सासू जी इसका लौड़ा भी बड़ा जवान है और मस्त है ज़रा पकड़ कर देखो न ? वह बोली हाय रब्बा, तू तो भोसड़ी की बड़ी बेशरम हो गयी है. अरे अपने अब्बू का खैरमकदम करो पहले। कुछ खिलाओ पिलाओ इसे फिर बात करना। मैं समझ तो गयी की मेरी सास गरमा गयी है लेकिन मैंने अब्बू को खूब खिलाया पिलाया और दो घंटे के बाद उसे फिर सासू के कमरे में ले गयी और बोली अब्बू ये मेरी देवरों को माँ है और उसका पेटीकोट उठा कर बोली और ये है देवरों की माँ का भोसड़ा ? सासू थोड़ा शरमाकर बोली अरी निगार कुछ तो शर्म कर मादर चोद ? तभी मैंने सासू का हाथ पकड़ कर अब्बू के लण्ड पर रख दिया और कहा ले अब तू ही पकड़ कर देख इसका लण्ड ? ऐसा कह कर मैंने अब्बू का पैजामा खोल दिया और उसका लौड़ा टन टनाता हुआ बाहर निकल आया। सासू ने पकड़ लिया लण्ड और हिला हिला कर पूरा खड़ा कर दिया बोली हाय रब्बा ये तो बड़ा मोटा और सख्त लौड़ा है यार ? बहन चोद बढ़ता ही जा रहा है लण्ड, निगार ? मैंने कहा हां बढ़ते बढ़ते तेरे भोसड़ा में घुस जायेगा सासू जी ? वह बोली तू बड़ी हरामजादी हो गयी है निगार आज तू मेरा भोसड़ा चुदवाकर कर ही मानेगी ? थोड़ी देर में मैंने अब्बू का लौड़ा अपनी सास के भोसड़ा में घुसा ही दिया। अब्बू तो बहन चोद बहुत चोदू है ही ? वह तो भकाभक चोदने लगा सास का भोसड़ा ? अब्बू ने फिर मेरी जेठानी की बुर चोदी मेरी देवरानी की बुर चोदी। उस दिन मेरी खाला सास नहीं थी इसलिए उसका भोसड़ा बच गया। मैंने कहा अब्बू अगली बार तो उसका भी भोसड़ा चोदना और मेरी नन्द की चूत भी चोदना ? बड़ा मस्त चुदवाती है अब्बू मेरी बुर चोदी नन्द ?
अगले हफ्ते मेरी अम्मी मिसेज शबाना भी आ गयी। नास्ता वगैरह कराने के बाद मैं उसे अपने कमरे में ले गयी और अपने दोनों देवरों को बुला लिया। ये है अली और ये है असगर। दोनों मेरे देवर। इन्ही के लण्ड की फोटो मैंने तुझे भेजा था। आज मैं हकीकत में इनके लण्ड तुझे दिखा रही हूँ। मैंने उन दोनों मादर चोदों को नंगा कर दिया और दोनों लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया । उधर अम्मी के सारे कपडे उतार दिया। मैंने भी आपने कपडे उतार दिया और अम्मी के साथ लण्ड हिलाने लगी। कमरे में हम चारों बिलकुल नंग धडंग हो गए। मैंने दोनों देवरों से कहा भोसड़ी वालों, माँ के लौड़ों आज तुम दोनों मिलकर चोदो मेरी माँ का भोसड़ा ? तुम लोगों ने मुझे खूब चोदा है आज तुम दोनों मेरी माँ चोदो ? तब तक अली ने घुसा दिया लण्ड अम्मी के भोसड़ा में और असगर ने अपना लण्ड अम्मी के मुंह में पेल दिया। अम्मी बड़ी बेशरमी और मस्ती से लण्ड चाटते हुए चुदवाने लगी अपना भोसड़ा ?
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