
मेरा नाम है मिसेज हुमा मेरी शादी अभी दो साल पहले ही हुई है। मेरी अम्मी है मिसेज फ़िरोज़ा और अब्बा है रहमत अली मेरा मियां मोहम्मद आरिफ विदेश में काम करता है और साल में २/३ बार आता है। मैं अपनी सास और ससुर के साथ रहती हूँ। मेरा माइका भी यही इसी शहर में है इसलिए मैं वहां भी आती जाती रहती हूँ। मेरी सास मिसेज वहीदा बहुत खुशमिज़ाज है और मुझसे बहुत प्यार करती है। मैं भी उसे बहुत चाहती हूँ। एक दिन मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया तबसे वह मेरे बहुत नज़दीक आ गयी। अब मेरे लिए वह महज़ सास ही नहीं बल्कि एक दोस्त है। मैं हर तरह की बात उससे कर लेती हूँ और वह भी मुझसे कुछ नहीं छुपाती ? बातें खुली तो मालूम हुआ की वह भी मेरी तरह लण्ड की बड़ी शौक़ीन है। मोटा गोरा चिट्टा और बिना झांट का लण्ड उसकी ख़ास पसंद है और मुझे भी इसी तरह के लण्ड पसंद आते है। लण्ड के मामले में हम दोनों की एक जैसी पसंद के कारण मैं अपनी सास के और नज़दीक आ गयी। अब वह मुझे बहन चोद मादर चोद भॉसडी की माँ की लौड़ी और बहन की लौड़ी कह कर बुलाती है। मैं भी उसे इन्ही शब्दों से नवाज़ती हूँ। उसे गाली देकर बुलाती हूँ तो वह बहुत खुश हो जाती है, बुर चोदी ? तो आप जानना चाहते है की मैंने अपनी सास को रंगे हाथों कैसे पकड़ा ? चलो मैं आपको संछेप में बता देती हूँ।
मैं एक दिन अपने पड़ोस में गयी और अंदर घुसते ही आवाज़ लगाई अरे मुम्मु आंटी कहाँ है आप ? वह फ़ौरन मेरे सामने आ गयी और बोली हाय हुमा तुम कैसी हो ? मैंने कहा कहा मैं ठीक हूँ आप कैसी हैं। वह मुस्काकर बोली मैं भी ठीक हूँ, मस्त हूँ और मज़ा कर रही हूँ। मैंने कहा अरे वाह आप तो बड़ी खुशमिज़ाज है आंटी ? वह मुस्कराकर चली गयी।
इतने में मैं अचानक उसके दूसरे कमरे में घुस गयी। वहां मैंने देखा की मेरी सास वाहिद अंकल से चुदवा रही है। मेरी नज़र सासू के नंगे बदन पर पड़ी और अंकल के लण्ड पर। मुझे दोनों बहुत अच्छे लगे। सासू का बदन एकदम जवान गोरा संगमरमर जैसा था और अंकल का लौड़ा बिलकुल चिकना एक मोटे खम्भे जैसा ? आप फोटो में मुझे एक लण्ड पकड़े हुए देख रहे है न ? बिलकुल ऐसा ही लौड़ा था उसका ? सासू बोली अरी मेरी हुमा बहू अब तो तुमने मुझे देख ही लिया है तो मैं तुम्हे सच सच बतला रही दूँ की मुझे चुदाने का बड़ा शौक है।
मैं बिना लण्ड के एक दिन भी नहीं गुजार सकती ? मुझे मुंह में चाहिए लण्ड, बुर में चाहिए लण्ड और गांड में चाहिए लण्ड ?
मैं मादर चोद बड़ी चुदक्कड़ औरत हूँ। मैं किसी की झांट परवाह नहीं करती ? तेरे ससुर को तो मैं अपनी बुर में रखती हूँ भोसड़ी वाले को ? उसका लौड़ा तो साला बहुत बड़ा है। वाहिद अंकल के लण्ड के टेढ़ गुना बड़ा है तेरे ससुर का लण्ड ? पर वह साला मुझे नहीं चोदता बाकी सबकी बीवियां चोदता रहता है। सुहागरात के बाद आजतक उसने कभी मुझे नहीं चोदा ? इसलिए मैंने भी अब सब मर्दों से चुदवाना शुरू कर दिया है। वह साला मेरा क्या उखाड़ लेगा ? हां अगर तू चुदवाना चाहती है तो ले वाहिद अंकल का लण्ड और पेल ले अपनी बुर में मेरी बुर चोदी हुमा बहू ? मैं तो एक बार चुदवा चुकी हूँ अब दुबारा चुदवा रही हूँ। आज से ही हमारे तुम्हारे बीच चोदा चोदी का भी रिस्ता शुरू हो जायेगा ? अब तुम मेरे साथ रहेगी तो मैं कबतक छुप छुप कर चुदवाती रहूंगी और तू भोसड़ी वाली कब तक मुझसे छुप छुप कर चुदवायेगी ?
जहाँ मुझे सासू जी की बात अच्छी लगी वहीँ मेरी इच्छा ससुर का लण्ड पकड़ने की हो गयी। मैं आपको एक बात और बता दूँ की मेरी सास मेरे ससुर की दूसरी बीवी है। इसकी उम्र सिर्फ २८ साल है जब की मैं २४ साल की हूँ। मेरे मियां की माँ तलाक लेकर किसी और से शादी करके विदेशच ली गयी। तो मेरी सास मस्त जवान और खूबसूरत लड़की है और उसे लण्ड की सख्त जरुरत है। उधर मेरा ससुर भी माँ का लौड़ा बड़ा चोदू आदमी है। दूसरों की बीवियां बेटियां और बहुएँ चोदता रहता है। सब बहन चोद मेरे ससुर के लण्ड की बड़ी तारीफ करती है। खैर उस दिन मैंने सास के हाथ से वाहिद अंकल का लौड़ा ले लिया और उसे चाटने लगी। सास भी मेरे कपडे उतार कर मेरी चूत सहलाने लगी। यह मेरा पहला दिन था जबकि मैंने अपनी सास के सामने किसी पराये मरद से चुदवाया ? इस बात चीत से मुझे दो बातें मालूम हो गयी।
पहला - की मेरे ससुर का लण्ड बहुत बड़ा है और उससे चुदाने में बहुत मज़ा आता है।
दूसरा - मेरा ससुर मादर चोद बुर चोदने का बहुत बड़ा शौक़ीन है। वो सास बहू माँ बेटियां किसी को भी चोद सकता है ?
बस मैंने इन्ही दोनों बातों का फायदा उठाया।
उस दिन शाम को ससुर बहन चोद नंगे बदन केवल लुंगी पहने खड़ा था। मुझे मालूम था की लुंगी के नीचे साला बिलकुल नंगा है। बस मुझे शरारत सूझी मैं उसके पास गयी और उसकी लुंगी के अंदर हाथ घुसेड़ दिया। उसका लण्ड मेरे हाथ में आ गया मैं बोली हाय अल्ला, कितना बड़ा है भोसड़ी का तेरा लण्ड ? तमन्ना ठीक ही कह रही की अपने ससुर का लण्ड पकड़ के देखो तब तुझे मालूम होगा की लण्ड क्या होता है ? वह मेरे मुंह से बार बार "लण्ड" सुनकर बड़ा खुश हुआ और उसका लण्ड बहन चोद टन्ना गया। . वह मुझे अपनी तरफ खींचने लगा तब मैं बोली देखो आज पूर्णिमा है आज चाँदनी रात में मुझे छत पे चोदना ? तब मैं देखूँगी तेरे लण्ड में कितना दम है ? मैं इतना कह कर भाग गयी। लण्ड को मैंने देखा तो नहीं पर अंदाज़ा लग चुका था तभी से मेरी चूत जलने लगी और मैं रात का इंतज़ार करने लगी।
मैं सारा काम खत्म करके ९ बजे ही छत पर चली गयी। मैंने फर्श पर ही बिस्तर लगाया था और सारा इंतज़ाम कर लिया। मुझे शराब पीने का भी शौक है मुझे नशे में लण्ड बड़ा प्यारा लगता है ? इसलिए मैंने दो पैग बनाकर रख लिया। मैं केवल एक पेटीकोट पहन कर बैठ गयी। मेरी चूंचियां नंगी थी हां मैंने उन्हें दुपट्टा से थोड़ा ढक रखा था। मैं बैठी ही थी की ससुर भोसड़ी का आ गया। मैंने उसे शराब का एक पैग पकड़ा दिया और हम दोनों शराब पीने लगे। दो घूँट शराब पीकर वह मेरी तरफ बढ़ा और बोला तू मादर चोद कब तक तड़पायेगी मुझे ? मेरा दुपट्टा झट्ट से खींच लिया तो मेरी चूंचियां छलक पड़ी। उसने अपने दोनों हाथों से मेरी चूंची पकड़ी और जबान निकाल कर निपल्स चाटने लगा और मसलने लगा मेरी मस्त चूंचियां ? मैं भी मसलवाने का मज़ा लेने लगी। फिर मैं बोली तुझे शर्म नहीं आती भोसड़ी के मेरे आगे लुंगी पहन कर आने में ? खोल बहन चोद लुंगी ? अब आज के बाद मेरे सामने बिलकुल नंगा रहा कर नहीं मैं तेरी माँ चोद दूँगी। ऐसा कह कर मैंने लुंगी खोल कर बाहर फेंक दी और उसका टन टनाता हुआ लौड़ा पकड़ लिया। मेरी तो ख़ुशी का ठिकाना न रहा जब मैंने उसे पकड़ कर देखा और बड़ी देर तक हिला हिला कर देखती रही लण्ड ? मैंने कहा अरे ये तो साला वाहिद के लण्ड से टेढ़ गुना बड़ा है ? इतना बड़ा लण्ड मैं आज पहली बार देख रही हूँ। वह बोला अरे क्या तुम वाहिद का लौड़ा पकड़ चुकी हो हुमा ? मैंने जबाब दिया हां मैंने पकड़ा भी है और उसे बुर में भी पेला है यार मेरा माँ के लौड़े ससुर जी ? तू क्या मुझे चूतिया समझ रहा है। अरे लौड़ा हाथ में आएगा तो बुर में जायेगा ही, बहन चोद ? बस मैंने उसे फर्श पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैंने अपनी बुर उसके मुंह पे रख दी और झुक कर उसका लौड़ा चूमने चाटने लगी। वह मेरी चूत चाटने लगा। आज पहली बार मैं अपन ससुर को अपनी बुर चटवा रही थी। लण्ड की झांटें बनी हुई था इसलिए चाँद की रोशनी में लण्ड बड़ा प्यारा लग रहा . था।
- मैंने कहा :- हाय राजा, तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है, मुझे ? कितना बड़ा और कितना मोटा तगड़ा है तेरा लौड़ा मादर चोद, ससुर जी ?
- वह बोला :- मुझे भी तेरी चूंची बड़ी मस्त लग रही है हुमा? तेरी चूत तो बड़ी मद मस्त है और तेरी गांड भी बड़ी चकाचक है यार ?
- तुम बहन चोद अपनी बीवी क्यों नहीं चोदते हो ? इतना बढ़िया लण्ड अपनी बीवी की बुर में क्यों नहीं पेलते हो साले कुत्ते मेरा ससुर ? मेरी सासू को इधर उधर जाने कितने मादर चोदों से चुदवाना पड़ता है ?
- अरे तुम जानती नहीं हो हुमा, मेरी बीवी बड़ी हरामजादी चुदक्कड़ औरत है वह किसी से भी कहीं भी चुदवा लेती है। इसीलिए मैं परायी बीवियां, बेटियां और लड़कियां चोदने लगा।
- क्या कह रह रहे हो तुम ? सच तो यह है की तुम उसे नहीं चोदते हो तो वह अपनी चूत की प्यास बुझाने के लिए दूसरों से चुदवाने लगी है ?
- नहीं यह बात नहीं है, हुमा ? तेरी सास ने तो सुहागरात में ही मेरे दोस्तों से चुदवा लिया था । उसी रात को मेरे सामने ही मेरे दोस्तों के लण्ड लपक कर पकड़ लिया था बुर चोदी ने ? उस दिन तीन दोस्त थे मेरे ? मैंने तीनो को अपनी बीवी से मिलवाया तो वह बोली की मैं इन तीनो के साथ भी सुहागरात मनाऊँगी। जिद करने लगी की मैं तीनो से चुदवा कर ही दम लूंगी। फिर उसने तीनो के लण्ड पकड़ लिए और बारी बारी से तीनो लण्ड अपनी चूत में पेला और चुदवाया । मैं भी कुछ बोल नहीं सका पर यह ठान लिया की मैं भी इन तीनो की बीवियां चोदूंगा। फिर मैंने उन्हें अपनी अपनी बीवियों के साथ बुलवाया और तीनो बीवियां मैंने अपनी बीवी के सामने ही चोदी ? तबसे मुझे परायी बीवी की चूत का चस्का लग गया और उसे पराये मर्द के लण्ड का ?
- अरे चस्का तो मुझे भी लगा है मेरे राजा भोसड़ी के ससुर तेरे लण्ड का ? अब तो भी तेरे सभी दोस्तों के लण्ड पेलूँगी अपनी बुर में ससुर जी ?
एक दिन बेल बजने पर मैंने दरवाजा खोला तो वह बोला मैं युसूफ का दोस्त हूँ। मैंने उसे अंदर बुलाकर बैठा लिया। आदमी बहन चोद बड़ा हैंडसम था। मुझे पसंद आ गया। मैं अंदर गयी और एक गहरे गले का बिना ब्रा का ब्लाउज़ पहन कर पानी का गिलास झुक कर उसके सामने रख दिया। मैंने इतने आहिस्ते से गिलास रखा की उसने मेरी चूंचियां बड़े प्रेम से अंदर तक देख ली। वह बोला मैं याकूब हूँ। तुम उसकी हुमा बहू हो न ? मैंने कहा जी हां मैं युसूफ मियां की बहू हूँ। और मुस्कराकर अंदर चली गयी। फिर वहां से कुछ नास्ता बनाकर ले कर आ गयी और उसके सामने बैठ गयी । मैं बार बार अपना पल्लू गिरा कर बातें करने लगी।
- वह बोला :- युसूफ अक्सर तुम्हारी बातें करता है, हुमा ? तुम्हारी बड़ी तारीफ करता है ?
- मैंने बोली :- हां वह खुद भी बड़ा अच्छा आदमी है। मैं उसे बहुत चाहती हूँ, अंकल ?
- हां हां मैं जानता हूँ वह भी यही बता रहा था ?
- आप काम बताईये ? आपका आना किसलिए हुआ है यहाँ ?
- मैं तेरी सास में मिलने आया हूँ बहू ? युसूफ ने कहा था की अबकी बार तुम मेरी बीवी से मिलकर जरूर आना ?
- कोई ख़ास बात है क्या उससे मिलने में ?
- हां ख़ास बात ही है बहू ? मैं यह बात उसकी बीवी से ही कर सकता हूँ, बहू ?
- मुझे बताओ न, जो काम मेरी सास कर सकती है वह काम मैं भी तो कर सकती हूँ।
- बात बड़ी प्राइवेट है बहू कैसे बताऊँ तुम्हे ?
- बताओ न मेरे और मेरे ससुर में कोई बात प्राइवेट नहीं रहती ? मैं तो खुल कर बातें करती हूँ उससे ?
- फिर भी यह बात तुम्हे बताने के काबिल नहीं है बहू ?
- क्यों क्या तेरी गांड फट रही है बहन चोद ? तेरी माँ चुद रही है क्या भोसड़ी के ?
- मेरी बातें और मेरी गालियां सुनकर उसका हिचकिचाना बंद बुआ। वह खुलकर बोला हुमा युसूफ ने कहा था की इस बार मेरी बीवी चोद कर आना ? मैं इसीलिए आया हूँ।
- तो तुम मेरी सास का भोसड़ा चोदने आये हो ? पर सास तो घर पर है नहीं ?
- अरे ये तो गड़बड़ हो गयी ? अब मैं क्या जबाब दूंगा युसूफ को ?
- देख तू युसूफ की बीवी तो चोद नहीं सकता हां उसकी बहू जरूर चोद सकता है।
- अरे तो आप मुझसे चुदा,,,,,,,,,?
- क्यों नहीं मैं तो बिलकुल चुदा लूंगी ?
इतने में मेरी चूंचियां करीब करीब नंगी हो चुकी थी। उसने मेरी चूंची दबाकर कहा हां मुझे मालूम है हुमा की तुम युसूफ से चुदवाती हो ? उसने कहा था की अगर मेरी बीवी न मिल तो मेरी बहू की बुर चोद के आना ? मैं बोली तो फिर इतनी देर से क्यों फ़ारसी बोल रहा है तू माँ का लौड़ा ? चल हो जा नंगा मेरे आगे और चोद ले अपने दोस्त की बहू की बुर ?
लण्ड पल भर में टन टनाने लगा उसका सुपाड़ा फूलने लगा ? चमचमाता हुआ लण्ड देख कर मेरे अंदर मस्ती छाने लगी । मैंने लण्ड गौर से देखा तो मालूम हुआ की उसका लौड़ा थोड़ा टेढ़ा हो जाता है खड़े होने पर ? टेढ़े लण्ड से चुदाने में ज्यादा मज़ा आता है क्योंकि ऐसे में लण्ड बुर से चिपक कर रगड़ता हुआ चोदता है। मैं लण्ड चाटने लगी और वह मेरे नंगे बदन से खेलने लगा । मैंने पूंछा युसूफ तुमसे अपनी बीवी क्यों चुदवाना चाहता है ? वह बोला क्योंकि वह मेरी बीवी चोदता है। असल बात यह है की युसुर भोसड़ी का मेरी बीवी कई बार चोद चुका है और अभी भी जब आता है तो मेरी बीवी चोद कर जाता है और मैंने अभी तक एक बार भी उसकी बीवी नहीं चोदी ? मैंने कहा ठीक है सब्र का फल मीठा होता है। वह तेरी बीवी चोदता है तुम उसकी बीवी और उसकी बहू दोनों चोदो ? अभी मेरी बुर चोदो रात में मेरी सास का भोसड़ा चोदना ? ऐसा कह कर मैंने उसका लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया और धकाधक चुदवाने लगी।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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