Sunday, April 13, 2014

अब्बू तेरा भोसड़ी का लण्ड

मैं तो अभी तक यही समझती थी की यहाँ सबसे बड़ा लण्ड शीबा के अब्बा का है लेकिन तेरा तो भोसड़ी का लण्ड उससे भी बड़ा है अब्बू ? देखो न मैं इंची
टेप से नाप कर देख रही हूँ तो ९" से कुछ ज्यादा ही लग रहा है लंबा और मोटा भी ५१/२" से ज्यादा है।  ये तो बिलकुल नीग्रो के लण्ड जैसा लगता है अब्बू ? फर्क सिर्फ इतना है की वह काला होता है और यह एकदम गोरा चिट्टा है।  इसका तो सुपाड़ा भी भोसड़ी का ३" से बड़ा है। तेरी बहन का लण्ड अब्बू ? तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू ? मैं किसी दिन इस लौड़े को तेरी बहन की बुर में जरूर पेलूँगी अब्बू ?
अब कल ही जब मैं अपनी सहेलियों को तेरे लण्ड के बारे में बताऊँगी तो तेरा लण्ड देखने के लिए लाईन लग जाएगी बहन चोद ? ऐसी कोई लड़की नहीं होगी और ऐसी कोई औरत नहीं होगी जो तेरा लण्ड बिना पकड़े वापस चली जाये  ? इसके अलावा, जब मैं अपनी ससुराल में सबको तेरे लण्ड के बारे में बताऊँगी अब्बू तो वहां तो मेरी सास, मेरी जेठानी , मेरी देवरानी, मेरी नन्द, मेरी फूफी सास, मेरी खाला सास सब की सब मादर चोद तेरा लण्ड पकड़ने चली आएँगी। मेरी जेठानी तो इससे २/३ बार चुदवाकर कर ही दम लेगीं ? वह ऐसे लण्ड की जबरदस्त दीवानी है अब्बू ?
वाओ, कितना प्यारा लग रहा है लण्ड ? कितना खूबसूरत और चमकदार है तेरा लण्ड अब्बू।  मेरा तो दिल इस पर आ गया है।  मेरी चूत में भयंकर आग लग चुकीं है। मैं अब बिना चुदाये रह नहीं सकती अब्बू ? मैं लण्ड चूमती जा रही थी और अब्बू से उसके लण्ड के बारे में बात करती जा रही थी। मेरे मियां का लण्ड तो कहीं ठहरता ही नहीं इसके आगे बहन चोद ? मेरे ससुर का भी लण्ड इससे छोटा है अब्बू ?
 मेरा नाम फ़िरोज़ा है दोस्तों,  मेरा अब्बा है ऐज़ाज़ अहमद ?  मेरी एक बड़ी बहन है वह शादी करके अपने शौहर के साथ विदेश चली गयी । मेरी अम्मी मेरे अब्बू को तलाक देकर दूसरी शादी कर ली। उस समय मैं छोटी थी।  इसलिए मैं खाला के पास रहने लगी । अब्बू अक्सर खाला के पास आया जाया करता था। बीच बीच में मैं कभी अब्बू के घर आ जाती थी और २/३ दिन रह कर वापस चली जाती थी . मैं जब जवान हुई तो पढ़ाई के लिए कॉलेज चली गयी।  वहां मैं हॉस्टल में रहने लगी।  बस वहीँ से मेरी ज़िन्दगी में भूचाल आ गया।  मैं बड़ी मुंह फट और बिंदास लड़की बन गयी। खूब गालियां बकना सीख गयी और लड़को के लण्ड पकड़ना भी सीख गयी।  मैं अक्सर २/३ लड़कों के साथ फिल्म देखने जाती थी वो फिल्म जो बेकार होती थी और चलती नहीं थी।  वहां पीछे बैठ कर २/३ लड़कों के लण्ड पकड़ा करती थी।  उन्हें मुंह में लेती थी चूसती थी लण्ड और अकसर वहीं मुठ्ठ भी मार देती थी।  फिर धीरे धीरे मैं चुदाना सीख गयी।  अपने हॉस्टल में लड़कों को बुरखा पहना कर ले आती थी और रात भर चुदवाती थी सवेरे वे बुरखा पहन कर भाग जाते थे। कभी कभी लड़कों के साथ दूसरे शहर मियां बीवी बन कर चली जाती थी और रात भर चुदवा कर चली आती थी।
मुझे लण्ड का वाकई जबरदस्त चस्का लग गया।  मैं  नेट पर लण्ड की तस्वीरें देखने लगी।  ब्लू फिल्म देखने लगी और सेक्स की खुली खुली कहानियां पढ़ने लगी।  मुझे सबसे ज्यादा मज़ा "चुलबुलेब्लोग्स" की कहानियां पढ़ने में आता है।  मैं अपने सारे कपडे उतार कर एकदम नंगी होकर इसकी कहानियां पढ़ती हूँ फिर गरम हो जाती हूँ और तब किसी न किसी को बुला कर चुदवाती हूँ। रोज़ कहानी पढ़ना, रोज़ लण्ड पकड़ना और रोज़ चुदाना मेरा पसंदीदा खेल बन गया।  मैं बीच बीच में जब अब्बू के घर आती थी तो वहां की लड़कियों से दोस्ती कर ली।  उनके जरिये मैं अपने ही मोहल्ले के लोगों के लण्ड पकड़ने लगी। कुछ मनचले लड़कों से चुदवाने भी लगी।  कुछ लड़कियां अपने अब्बा का लौड़ा भी मुझे पकड़ाने लगी। मैं अंकल लोगों के लण्ड पकड़ने लगी।  तभी मुझे मालूम हुआ की यहाँ सबसे बड़ा लण्ड शीबा के अब्बू का है।  समय और गुज़रता चला गया ।   मैं पढ़ाई करके वापस आयी तो अब्बू और खाला ने मिलकर मेरी शादी कर दी।  मेरी शादी के ६ महीने हो गए है तबसे मैं अपनी ससुराल में रहने लगी हूँ और अब्बू के घर आया जाया करती हूँ।
अभी मुझे दो दिन ही हुए है अब्बू के घर आये हुए। दोपहर में पड़ोस की करीमा आंटी आ गयी।  उससे खुल कर बातें होने लगी।
  • आंटी बोली :- देखो बेटी फ़िरोज़ा मैं चुदवाने में कभी पीछे नहीं रहती।  लण्ड भोसड़ी का चाहे जैसा हो और चाहे जिसका हो मैं उसे घसेड ही लेती हूँ अपनी चूत में ? मैं तो अपनी बेटी के मियां का लौड़ा भी घुसेड़ लेती हूँ ? अच्छा ये बता तेरे मियां का लौड़ा कैसा है फ़िरोज़ा ?
  • मैंने कहा :- बड़ा मस्त है आंटी उसका लौड़ा ? मुझे तो बड़ा पसंद है।  मैं भी लण्ड की बड़ी दीवानी हूँ आंटी।  मुझे तो लण्ड की स्मेल, लण्ड की खुशबू बहुत अच्छी लगती है। मुझे जब भी मौका मिलता है, मैं लण्ड का पूरा मज़ा लेती हूँ।
  • तो फिर मैं तुझे अपनी बेटी के मियां का लौड़ा पकड़ाऊँगी। तुम उससे चुदा कर देखना कितना मज़ा आता है।  
  • तेरी बेटी तो कुछ कहेगी नहीं ? बुरा तो नहीं मानेगी वो ? 
  • वो बुर चोदी क्या बुरा मानेगी ? वो तो खुद अपने अब्बू का लौड़ा पकड़ती है और मजे से चुदवाती है उससे ?  मैं भी अपने सभी लोगों के लण्ड पेलती हूँ उसकी चूत में ? लेकिन वह भी कम नहीं है अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने में। वह खुद मेरे भोसड़ा में पेल देती है लण्ड ?  
  • तो फिर आंटी, तुम्हे भी और तेरी बेटी को भी लण्ड बहुत अच्छे लगते है न ?
  • हां बिलकुल बहुत अच्छे लगते है ? लण्ड के बिना ज़िन्दगी कोई ज़िन्दगी है बहन चोद ? अच्छा ये बता फ़िरोज़ा तूने कभी अपने अब्बू का लौड़ा देखा है। कभी पकड़ा है उसका लौड़ा ?  
  • नहीं आंटी कभी नहीं देखा ? कभी नहीं पकड़ा अब्बु का लण्ड ?
  • हाय रब्बा, इतना बड़ा और इतना प्यारा लण्ड तेरे घर में है और तुझे खबर ही नहीं भोसड़ी वाली फ़िरोज़ा ? किसी दिन पकड़ के देखना ? इतना बड़ा लौड़ा यहाँ किसी का नहीं है फोरोज़ा ? अब मैं और उसके लण्ड के बारे में नहीं बताऊँगी तू उसे खुद पकड़ कर देख ले ? तब मैं तुमसे पूँछूँगी की कैसा है तेरे अब्बू का लण्ड ? 
इतने में आंटी का फोन आ गया और आंटी मेरी चूत में आग लगा कर चली गयी। अब मैं अब्बू के लण्ड के बारे में सोंचने लगी।  यह सोंचने लगी की कैसे पकड़ा जाए अब्बू का लण्ड ? मेरी चूत बुर चोदी यही सोंच सोंच कर जली जा रही थी।
रात ११.३०  बज चुके थे। मै अकेली लेटी थी लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी।  सहसा मैं पेशाब करने उठी और जब वापस आ रही थी तो मेरे मन में आया की देखूं अब्बू बहन चोद क्या रहा है ? मैं उसके कमरे की तरफ चल पड़ी।  मुझे धीमी रोशनी नज़र आयी पहले ? मैं झाँक कर देखने लगी।  देखते ही मेरी चूत की आग और भड़क गयी। मैंने देखा की अंदर ब्लू फिल्म चल रही है।  बड़े बड़े लण्ड स्क्रीन पर दिखाई पड़ रहे है।  मेरी नज़र जब अब्बू के लण्ड पर पड़ी तो मैं भौचक्की रह गयी।  अब्बू का लौड़ा खड़ा था। वह एकदम नंगा था।  अपना लण्ड आहिस्ते आहिस्ते हिला हिला कर ब्लू फिल्म देख रहा था।  वह फिल्म देख रहा था और मैं उसका लण्ड देख रही थी।  मुझे लगा की करीमा आंटी सच ही कह रही थी। 
मेरा पूरा बदन जलने लगा।  मेरी चूंचियां फड़कने लगी।  मैं सेक्स में बिलकुल अंधी हो गयी और दनदनाती हुई घुस गयी कमरे में ? घुसते हुए ही बोली हाय दईया इतना बड़ा लण्ड ? इतना प्यारा लण्ड ? अब्बू बिलकुल घबरा गया।  वह अपने हाथों से लण्ड दबाने की कोशिश करने लगा। मैं फिर बोली कोई जरुरत नहीं अब्बू लण्ड छुपाने की मैं इसे देख चुकी हूँ। अब पकड़ के देखूँगी ? मैंने हाथ बढ़ाया और उसके दोनों हाथ हटाते हुए लण्ड पकड़ लिया।  मैंने झुक कर लण्ड की चुम्मी ली और कई बार चुम्मी ली।  लण्ड फिर से खड़ा हो गया।  मैं बोली हाय अल्ला, ये तो मादर चोद बड़ा सेक्सी लौड़ा है अब्बू ? इतना बढ़िया लौड़ा बहुत कम मिलता है , बहन चोद ? यह भोसड़ी का लण्ड मुझे बहुत पसंद आ गया है अब्बू ? मुझे तो और पहले पकड़ना चाहिए था इसे अब्बू ? मैं सुपाड़ा चाटते हुए बोली।  मैं एक हाथ से अपने कपडे खोलने लगी।  मैं जैसे ही पूरी नंगी हुई तो लौड़ा और टन्ना गया।  वहीँ पास में एक इंची टेप पड़ा था मैंने उसे उठाकर लण्ड नापा तो साला ९" से बड़ा निकला ? इसके बाद तो आप पढ़ ही चुके है ऊपर मेरे दोस्तों ?
मैं पेल्हड़ से सुपाड़े तक लण्ड चाटने लगी।  बिना झांट का लपलपाता हुआ लण्ड मेरी मस्ती में रस घोल रहा था। मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी क्योंकि आज मेरी मुठ्ठी में सबसे बड़ा लण्ड था ? मैं यह भी  सोचने लगी की काश मैंने इसे पहले पकड़ लिया होता तो अब तक जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती ? खैर चलो देर आयी दुरुस्त आयी ?
मैं बोली :- जानते हो अब्बू, यहाँ इस मोहल्ले में शीबा के अब्बू का लौड़ा सबसे बड़ा लौड़ा माना जाता है ? शीबा बुर चोदी को बड़ा गुमान है अपने बाप के लण्ड पर ? बड़ा इतरा के चलती है भोसड़ी वाली ? अब जब मैं उसे बताऊँगी की तेरे बाप के लण्ड से बड़ा मेरे बाप का लण्ड है तो उसकी गांड फट जाएगी ? उसकी सारी हेकड़ी गांड में घुस जाएगी ? मैं कहूँगी शीबा बहन चोद मैं तेरी माँ का भोसड़ा किसी दिन इसी लण्ड से चोदूंगी ? पड़ोस की करीमा आंटी तो चुदवा ही चुकी है अब शीबा तेरी माँ का भोसड़ा चुदेगा ?
यही सब बोलते हुए मैंने लण्ड अपनी बुर घुसा लिया और चुदवाने लगी एक बेशरम रंडी की तरह। पहले तो २/४ धक्के में दर्द जरूर हुआ लेकिन फिर रास्ता खुल गया।  मैं बोली हाय अब्बू भोसड़ी के और घुसा के चोदो बुर , पूरा पेल चोदो लण्ड, गचागच चोदो, तेरा हरामी लौड़ा साला बड़ा मज़ा दे रहा है।  मैं मादर चोद इतने मोटे लौड़े से मैं आज पहली बार चुदवा रही हूँ। मैं गाली बकती जा रही थी और चुदवाती जा रही थी।  अब्बू को भी बड़ा मज़ा आ रहा था।  उस दिन चुदाई का असली मज़ा लिया मैंने ?
कुछ दिन बाद मैं अपनी ससुराल आई तो सबको अपने अब्बू लण्ड के बारे में बताया ? सब की सब बुर चोदी हाय हाय करने लगी बोली फ़िरोज़ा तू अपने अब्बू को फोन से बुला ले अब तो बिना उसका लण्ड पकडे किसी को चैन नहीं आएगा ?
जेठानी बोली :- हाय रे ९" का लण्ड तो मेरे अब्बू का भी नहीं है फ़िरोज़ा ? अब तू जल्दी से मेरी बुर चुदवा दे अपने अब्बू से ?
देवरानी बोली :- ९" का लण्ड का मतलब नीग्रो का लण्ड, अरबी लण्ड, आदिवासियों के लण्ड जैसा लण्ड ? हाय रे मैं तो चुदासी हो गयी हूँ जीजी ? मेरी सास बोली :- बुलाओ न अपने अब्बू को जल्दी से नहीं तो मुझे नंबर दो मैं उस मादर चोद से बात करती हूँ।  फ़िरोज़ा जिस दिन तेरी सुहागरात थी उस दिन उसने मुझे क्यों नहीं चोदा ? वह साला यही थी और अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था ? मुझे मालूम होता तो मैं उसी दिन उस बेटी चोद का लौड़ा घुसेड़ लेती अपने भोसड़ा में ? मैं तो बस अपने मियां के दोस्त से चुदवाकर सो गयी थी।
मेरी नन्द बोली :- वाओ, भाभी तुमको भी नहीं मालूम था अपने अब्बू के लण्ड के बारे में ? हाय दईया चुदवाने का कितना बढ़िया समय निकल गया बहन चोद ? घर में जब इतना बढ़िया लण्ड मौजूद है तो हम सबको उसका मज़ा लेना चाहिए न ? भाभी प्लीज जल्दी से बुलाओ अपने अब्बू को ? सबसे पहले मैं पकड़ूंगी उसका लण्ड ? मैं ही सबको पकड़ाऊँगी उसका लण्ड भाभी ?
उस दिन मेरे सामने यही तीन बीवियां थी।  सब की सब लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो उठी।  अभी जब खाला सास और फूफी सास को मालूम होगा तो उनका भी भोसड़ा जाग उठेगा ?
दो दिन बाद मेरी जेठानी मेरे पास आयी और बोली :-अरी फ़िरोज़ा मेरी डावरानी तू बिलकुल ठीक कह रही थी।  तेरे अब्बू का लण्ड ९" से बड़ा है यार ? क्या मस्त लौड़ा है बहन चोद ? जितना मस्त लौड़ा है उतना ही मस्त चोदने वाला मर्द भी है तेरा भोसड़ी का अब्बू ?
मैं बोली :- क्या कह रही हो जीजी ? तुमने कब चुदवाया उससे ? तुझे कैसे मालूम उसकी इतनी गहरी बातें ? तुम तो अपने माईके गयी थी।
जेठानी बोली :- अरे यार मैं अपने माईके गयी थी तो मैंने अपनी माँ को तेरे बाप के लण्ड के बारे में बताया।  तब तो मेरी माँ के भोसड़ा में आग लग गयी ? अम्मी ने मुझसे फोन नंबर लिया और तेरे अब्बू से बात करने लगी।
अम्मी बोली :- अरे ऐज़ाज़ अहमद तुम भोसड़ी के बड़े झूठे हो।  तूने कभी मुझे अपने लण्ड के बारे में बताया ही नहीं ?  याद है न मैंने तेरी बेटी की शादी अपने बेटी के देवर से कराई है ?  बहन चोद इतना बड़ा लण्ड लिए घूमते हो तुम्हे कभी अपनी ज़रीना भाभी का भोसड़ा याद नहीं आया ? ( जेठानी की अम्मी का नाम है ज़रीना बेगम ) तुम साले अपनी बेटी को लौड़ा पकड़ाते हो और मेरी बेटी को नहीं ?
वह बोला :- माफ़ करना भाभी वह एक इत्तिफ़ाक़ था की मेरी बेटी फ़िरोज़ा ने मेरा लण्ड पकड़ लिया ?
अम्मी बोली :- तो यह इत्तिफ़ाक़ एक बार फिर करो और अभी आकर मेरी बेटी को अपना लण्ड पकड़ाओ ? फिर उसकी बुर चोदो और मेरा भोसड़ा ? समझे माँ के लौड़े ऐज़ाज़ ? मैं ड्रिंक्स पर तेरा इंतज़ार कर रही हूँ।
जानती हो फ़िरोज़ा,  मेरी अम्मी की बात का असर यह हुआ की तेरा अब्बा फ़ौरन आ गया।  वह मेरी अम्मी से मिला और मुझसे भी ? अम्मी ने ड्रिंक्स शुरू की और खूब ढेर सारी बातें की ? अम्मी  फिर उसका लण्ड दबा कर बोली हाय अल्ला, अब खोलो न इस मादर चोद लण्ड को ? मैं भी तो इसके दीदार करूँ ? बड़ी तारीफ सुनी है तुम्हारे इस भोसड़ी वाले लण्ड की ?
अम्मी मुझसे बोली :- इस भोसड़ी वाले को नंगा कर दो बेटी।
मैंने वाकई उसके सारे कपडे खोल डाले तब अम्मी ने लण्ड पकड़ कर हिलाना शुरू किया।  तब तक मैंने अम्मी के कपडे भी उतार दिया और अपने भी।  मैं भी मादर चोद नंगी और मेरी माँ भी नंगी।  मैंने लण्ड जैसे ही पकड़ा तो तेरी कही हुई सारी बातें सच होने लगी। उसके बाद तो रात भर अम्मी ने मेरी बुर चुदवाई और मैंने अम्मी का भोसड़ा ? मैं अभी अभी चुदवाकर आ रहे हूँ और सबसे पहले तुम्हे सारी बातें बता रही हूँ।  अब मैं अपनी देवरानी को,  अपनी सास को, नन्द को सबको बताऊँगी।
उसके बाद जेठानी ने सबको एक साथ बैठा कर अपनी चुदाई और अपनी माँ के भोसड़ा की चुदाई की कहानी सुनायी ? सब बुर चोदियों की चूत गरम हो गयी और सब की सब मेरे पीछे पड़ गयी।  फिर मैंने अब्बू को बुला ही लिया ? अब्बू मेरी ससुराल में एक हफ्ता रुका ? उसने मेरी सास का भोसड़ा चोदा, मेरी नन्द की बुर चोदी, मेरी देवरानी की चूत चोदी, खाला का भोसड़ा और फूफी सास का भोसड़ा एक साथ चोदा ? सबको सबके सामने चोदा मैंने उसका एक वीडियो भी बना लिया और उसे मैं सबको दिखाती हूँ।  मेरी सारी सहेलियां भोसड़ी वाली बार बार आती है इस वीडियो को दखने ? फिर मैंने इसकी कॉपी करवा ली और कई दोस्तों को बाँट दी।

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