Thursday, April 10, 2014

मैं तेरी गांड मारूंगी अब्बू

मैं आपको अपनी सच्ची कहानी सुना रही हूँ।  मेरा नाम फरहा है।  मैं २३ साल के एक बहुत खूबसूरत लड़की हूँ।  मैं एक अच्छी सी सर्विस करती हूँ।  मेरी
अम्मी फरजाना भी नौकरी करती है।  हम दोनों अपनी ज़िन्दगी मस्ती से गुज़ार रही है।  अभी दो साल पहले एक रोचक घटना के तहत मैं अम्मी से एकदम खुल गयी हूँ।  उस घटना के बारे में फिर कभी बताऊँगी आपको।  मैं इतना खुल चुकी हूँ अम्मी से की अब हम दोनों साथ साथ लण्ड पकड़ती है,  साथ साथ लण्ड चाटती है,  साथ साथ लण्ड पीती है और साथ साथ चुदवाती भी है।  न उसे कोई शर्म है और न मुझे ?  यहाँ तक की हम दोनों आपस में गन्दी गन्दी अश्लील बातें,  ब्लू फिल्मो की बातें और चोदा चोदी की बातें खूब करती है।  एक दूसरे को गाली गाली दे दे कर बातें करती है।  मेरी सारी सहेली जानती है की फरहा अपनी माँ चुदवाती है।  अम्मी की सभी सहेलियां जानती है की फरजाना अपनी बिटिया की बुर चुदवाती है।  हम दोनों यह जान कर खूब मज़ा लेती है।  इससे हमारे पास नये नये मर्द आने लगे है हमें चोदने और इस तरह हम दोनों हर दिन नये नये लण्ड का मज़ा लूटती है।
मेरा अब्बू कासिम भी भोसड़ी का एक नये किसम का इंसान है। उसके दो ही शौक है एक तो शराब पीना और दूसरा लड़की चोदना ? लड़की के नाम पर वह किसी को भी चोद सकता है।  यानी कभी किसी की लड़की चोदता है,  कभी किसी की बीवी चोदता है,  कभी किसी की माँ चोद देता है,  कभी दो दो तीन तीन लड़कियां एक साथ चोदता है।  मेरा अब्बू मादर चोद कुछ नहीं करता सिवाय ऐय्यासी के ? अपने बाप दादा की संपत्ति पर राज़ कर रहा है माँ का लौड़ा ? मैं उसे खूब गालियां देती हूँ।  क्योंकि मैं उससे भी पूरी तरह खुल चुकी हूँ।  मेरा अब्बू निकम्मा है शराबी है लेकिन एक चीज बहुत अच्छी दी है खुदा ने उसे, वह है उसका हलब्बी लण्ड ? उसका लण्ड साला बहुत बड़ा है।  खड़ा होने पर ९" का हो जाता है।  लौड़ा तो बिलकुल तोप जैसा लगता है और उस पर सुपाड़ा तो तोप का गोला जैसा लगता है। सच यार उसका लण्ड बड़ा सेक्सी है। जो भी उसका लण्ड एक बार देखती है उसकी लार टपकने लगती है। ललचा जाती है बुर चोदी लण्ड देख कर ? उसके मुंह में पानी आ जाता है और उसकी चूत गीली हो जाती है ऐसे में वह बिना चुदवाये रह नहीं सकती ?  मेरी सब सहेलियां बुर चोदी मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ चुकी है और कई बार चुदवा चुकी है।  सब की संब भोसड़ी वाली अपनी माँ भी चुदवाने आती है।  मैंने भी जब एक दिन उसका लण्ड अपनी सहेली के हाथ में देखा तो हैरान हो गयी थी।  मैं तो सोंच भी नहीं सकती थी की लण्ड इतना बड़ा और इतना मोटा ताज़ा हो सकता है ? अपनी सहेली को अब्बू का लण्ड पीते हुए देख कर मैं भी जोश में आ गयी और मैंने फिर लण्ड उसके हाथ से छीन कर खुद चाटने लगी।  मैं मन ही मन कहने लगी की मेरे ही घर में इतनी बढ़िया चीज है और मैं ही उसका मज़ा नहीं ले पा रहीं हूँ ? अब मैं इसके लण्ड का पूरा मज़ा लूंगी।  बस उसी दिन से मैं अब्बू का लण्ड चूसने लगी और फिर आहिस्ते आहिस्ते चुदवाने भी लगी।  मुझे वाकई बड़ा मज़ा आया उससे चुदवाकर ? मेरी मस्ती बढती गयी तो मैं और मर्दों के भी लण्ड पीने लगी। मुझे नये नये लण्ड पीने में बहुत मज़ा आने लगा।
एक दिन मैंने अपनी अम्मी को असद अंकल का लौड़ा चाटते हुए देख लिया। बस मैं बड़ी बेशर्मी से कमरे में घुस गयी और बोली अम्मी मैं भी अंकल का लण्ड चाटूंगी ? अम्मी ने फ़ौरन लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।  उस दिन से मैं अम्मी के साथ साथ चुदवाने लगी।  अब मैं और आगे बढ़ गयी।  अब तो आये दिन मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती हूँ और अम्मी मेरी बुर चुदवाती हैं। 
एक दिन रात को करीब १० बजे अब्बू का लौड़ा खड़ा हो गया लेकिन सामने न किसी की बीवी थी, न कोई लड़की थी और न कोई लड़की की माँ ?
  • मैंने कहा - आज बहन चोद कोई लड़की नहीं आने वाली अब्बू ? आज तो तू लण्ड हिला भोसड़ी के अपना रात भर ?
  • अब्बू बोला - लड़की नहीं आएगी तो बहन चोद किसी न किसी लड़की की माँ तो आएगी ? उसी को चोद लूँगा ?
  • किसी की माँ भी नहीं आएगी अब इतनी रात गये ?
  • तो फिर मैं क्या करूंगा किसी की बीवी तो बहन चोद आ सकती है।  उसी की ले लूँगा ?
  • बीवी नहीं बाबा जी का घंटा आएगा वही अपनी गांड में घुसेड़ लेना, भोसड़ी के अब्बू ? रोज़ रोज़ कोई कहाँ तक अपनी बेटी, अपनी बहू, अपनी माँ चुदवाती रहेगी तुमसे ? तू तो बड़ा हरामजादा है, अब्बू पर दुनिया तो इतनी हरामजादी नहीं है ?
  • तो फिर तू ही पकड़ ले मेरा लण्ड फरहा ?
  • मैं तो तेरे लण्ड को छू तक नहीं सकती पकड़ना तो बड़ी दूर की बात है ? मैं अभी हसन अंकल का लौड़ा पीकर आ रही हूँ।  
  • तेरी अम्मी भी नहीं है यहाँ कब आएगी वो ?
  • वो आज रात भर अपना भोसड़ा चुदवायेगी और कल सवेरे आएगी ?
  • नहीं आयी तो ?
  • तो फिर मैं जाऊँगी एक बार और अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी, तब वापस ले आऊँगी उसे ?
  • तो रातभर तू क्या करेगी बहन चोद ?
  • अपनी झांटें उखाड़ूँगी तुझसे क्या मतलब ? मैं कुछ भी करूँ कहीं भी जाऊं तुमसे क्या लेना देना ? 
  • तेरी तो बहुत सहेलियां है किसी को भी बुला ले या फिर किसी की माँ बुला ले ? मैं तो किसी को चोद कर ही सो पाऊंगा रात में ?
इतने में एक आवाज़ आयी अरे मुझे चोद लो अंकल ? मैं आ गयी हूँ तुमसे चुदवाने ? मैंने देखा तो वह निम्मी थी मेरे पड़ोस की आंटी की बेटी ? वह बोली मैं बड़ी देर से तुमसे चुदवाने के बारे में सोंच रही थी, अंकल ? पहले तो ख्याल आया की कहीं कासिम अंकल सो न गए हो ? फिर मन के आया की एक बार देखने में क्या हर्ज़ है।  बस मैं उठीं और चली आयी। इत्तिफ़ाक़ से मुझे बाहर का दरवाजा खुला हुआ मिल गया इसलिए मैं अंदर चली आयी और तुम दोनों की बातें सुनने लगी।  बातें सुनकर मेरी चूत एकदम गरम हो गयी और मैं बुरी तरह चुदासी हो गयी हूँ ? मैं तो बस इसी इंतज़ार में थी की तुम दोनों की बातें खत्म हों तो मैं अंकल का लण्ड चाटना शुरू करूं ?   अंकल लो मैं तेरे सामने अपने कपडे उत्तर देतीं हूँ।  वह वास्तव में नंगी हो गयी और बोली अंकल अब तुम पहले मुझे चोदो फिर मेरी माँ भी चोदो ?
निम्मी को नंगी देख कर अब्बू का लण्ड फुफकार मारने लगा। वह आगे बढ़ा और निम्मी को अपनी तरफ खींच कर उसे गले से लगा लिया।  उसकी चूंचियों पर हाथ फेरने लगा।  निम्मी की बड़ी बड़ी चूंचियां उसके लण्ड में मस्ती भर रही थी।  निम्मी ने भी आफॅ हाथ उसके लण्ड पर रखा और उसे सहलाने लगी।  लण्ड तो नंगा था ही निम्मी उसे देख देख कर मुस्कराने लगी।  वह लण्ड पकड़ कर बोली हाय फरहा लण्ड तो बड़ा सख्त हो गया है यार ? मैंने कहा तेरे अब्बू का लौड़ा भी तरह का है न निम्मी ? वह भी तो सख्त है बहन चोद ? उसका भी सुपाड़ा बड़ा चमकीला है ? निम्मी बोली हां है तो चमकीला लेकिन मेरे अब्बू का लण्ड तेरे अब्बू के लण्ड से एक इंच छोटा है और करीब करीब आधा इंच मोटा कम है। हां मेरे अब्बू के लण्ड के बराबर सना के अब्बू का लण्ड है ? दोनों लण्ड साले बिलकुल जुड़वा भाई लगते है बहन चोद ? मैंने कहा क्या पता हो सकता है की दोनों का बाप एक ही हो ?
यह सुन कर हम तीनो खूब मजे से हंसने लगे। मेरा अब्बू खड़ा था निम्मी घुटनो के बल नीचे बैठ गयी और लण्ड चाटने लगी।  पेल्हड़े से सुपाड़े तक और सुपाड़े से पेल्हड़ तक अपनी जुबान घुमा रही थी।  फिर उसने जबान सुपाड़े के चारों तरफ घुमाना शुरू किया तो अब्बू को मज़ा आने लगा। वह सिसियाने लगा।  निम्मी पहले भी अब्बू का लौड़ा चूस चुकी है। 
एकाएक मेरे मन में एक सवाल आया मैंने निम्मी से पूंछा :- अरी निम्मी तेरे शौहर का लौड़ा कैसा है यार ? तेरा निकाह तो अभी दो महीने पहले ही हुआ है ? क्या उसे मालूम है की तू बहन चोद गैर मर्दों से चुदवाती है ? क्या उससे तेरी गांड नहीं फटती ?
निम्मी बोली :- पहली बात तो यह है की उसका लौड़ा इतना मोटा नहीं है जितना मोटा तेरे अब्बू का लौड़ा है ?  दूसरी बात उस भोसड़ी वाले को अच्छी तरह से मालूम है की मैं गैरों से चुदवाती हूँ। तुझे एक मजेदार बात बता रही हूँ फरहा ? एक दिन वह अपने दोस्त को लेकर मेरे कमरे में आया।  दोनों मादर चोद नशे में थे।  वह बोला निम्मी आज तुम मेरे दोस्त से चुदवा लो ? मैंने थोड़ा नखरा दिखाया और कहा नहीं मैं किसी गैर मर्द से नहीं चुदवाऊँगी ?  तुमको चोदना हो तो चोदो नहीं तो मुझे सोने दो ? वह नहीं माना और धीरे से मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रख किया ? मैं तो लण्ड पकड़ना ही चाहती थी लेकिन थोड़ा ना नुकुर कर रही थी।  वह बोली प्लीज निम्मी लो पकड़ लो न इसका लण्ड ? मैं तुझे इसका लण्ड चाटते हुए देखना चाहता हूँ।  मेरे मन में लड्डू फूटने लगे।  बस मैंने फिर उसका लौड़ा अपने मियां के सामने ही पकड़ा चाटा और फिर पूरा लौड़ा मुंह में घुसेड़ कर पीने लगी ? इतना ही नहीं मैं आगे भी बढ़ गयी और उसी के सामने उसके दोस्त से चुदवा भी लिया ?  बस मेरा तो रास्ता ही खुल गया।  अब तो मैं उसकी गांड मारती हूँ।  मेरी नहीं अब तो उसकी गांड फटती है मुझसे ? मैंने धीरे से अपनी सास को भी फंसा लिया। अब मैं अपनी सास का भोसड़ा चोदती भी हूँ और चुदवाती भी हूँ ।  इसका फायदा यह हुआ की सास को चोदने वाले जितने मर्द है वो सब आजकल मुझे चोद रहे है ?
निम्मी ने इतना बोल कर मेरे अब्बू का लौड़ा अपनी चूत में पेला और भकाभक चुदवाने लगी।  
मैंने कहा :- तो निम्मी तू बहन चोद कब अपने मियां का लण्ड मुझे पकड़ा रही है ?
वह बोली :- पकड़ा तो मैं जब कहो तब दूँगी।  पर यार उसका लौड़ा छोटा है । उसके लण्ड से बड़ा और ज्यादा मोटा तो मेरे ससुर का लण्ड है ? मैं पहले तुम्हे अपनी ससुर का लण्ड पकड़ाऊँगी ?
मैं बोली :- यार तेरी शादी के अभी दो महीने हुए है तूने इन दो महीनो में ही ससुर का भी लण्ड पकड़ लिया ?
वह बोली :- ससुर का ही नहीं फरहा, मैंने अपने जेठ का भी लण्ड पकड़ा है ? और अपने दोनों देवरों के लण्ड पकड़ें है। अभी और बहुत से लण्ड बाकी है जो मैं जल्दी ही पकड़ लूंगी। इन मादर चोद मर्दों को थोड़ी लिफ्ट मारो तो अपने आप चले आते है। मैं तो चूंचियां दिखा दिखा कर इन्हे अपनी तरफ खींच लेती हूँ।  किसी को अपनी जांघे दिखा देती हूँ, किसी को अपनी गांड दिखा देती हूँ, किसी को अपनी झांटें ? ये भोसड़ी वाले लार टपकाने लगते है। 
 मैं बोली :- सिर्फ लण्ड ही पकड़ा है इन लोगों के या कुछ और आगे भी ,,,,,,,,,,,,,, ?
वह बोली :- अरे यार इन सब मादर चोदों से अपनी बुर भी चुदवाई है मैंने ?  लेकिन मुझे सबसे ज्यादा मज़ा अपने ससुर से चुदवाने में मज़ा आया।  उसका लण्ड बड़ा भी है और बड़ी देर तक चोदने वाला भी है। एक दिन बोला निम्मी मैं अपनी तीनो बहुओं की बुर चोदता हूँ तुम चौथी बहू हो।  लेकिन आज मुझे तेरी बुर चोदने में सबसे ज्यादा मज़ा आ रहा है क्योंकि तुम अच्छी तरह से चुदवाती हो ?
अब निम्मी कुतिया बन मेरे अब्बू से पीछे से चुदवाने लगी। अब्बू भी बहन चोद कुत्ते की तरह निम्मी की बुर चोदने लगा ?
 मैंने फिर पूंछा :- तुम अपनी माँ भी सी तरह से चुदवाती ही निम्मी ?
वह बोली :- मेरी माँ भोसड़ी वाली लण्ड की बड़ी शौक़ीन है।  उसे लण्ड चाहिए बस लण्ड के साइज़ की वह बिलकुल परवाह नहीं करती ? चुदाने में तो वह एक्सपर्ट है मेरी अम्मी ? वह अपनी गांड उछाल उछाल के, लण्ड पे बैठ बैठ के, चूतड़ हिला हिला के, गाली बक बक के और लण्ड की बार बार चुम्मी ले ले के चुदवाती है ।  लोग मेरी माँ का भोसड़ा चोदने बार बार आतें है ।
इतना कह कर निम्मी अब्बू के लण्ड पर बैठ गयी और कूद कूद के चुदवाने लगी अपनी चूत ? ऐसा लग रहा था की जैसे वह चुदवा नहीं रही है बल्कि लण्ड चोद रही है।  इसके बाद झड़ता हुआ लण्ड पीकर तो निम्मी ने कमाल कर दिया।  मैं भी उससे सीखा की कैसे पिया जाता है झड़ता हुआ लण्ड ?
जाते जाते निम्मी बोली :- कासिम अंकल मैं एक घंटे बाद अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने आऊँगी ? तब तक अपने लौड़े को खिला पिला कर तैयार रखना ? अब्बू ने जबाब दिया :- हां ले आ तू माँ की लौड़ी, अपनी अम्मी आज तेरे ही सामने तेरी माँ का भोसड़ा चोद चोद के मस्त कर दूंगा ? निम्मी रात को अपनी माँ के साथ आयी और अपनी माँ चुदवाकर सवेरे गयी। 
जब से मुझे मालूम हुआ की निम्मी के अब्बू का लण्ड सना के अब्बू के लण्ड की तरह है तब से मैं सना के अब्बू का लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो रही हूँ।  मैं मौका पाकर एक दिन सना के घर पहुँच गयी , मैं उसे बहुत अच्छी तरह से जानती हूँ।  वह  भी मुझे जानती है।
  •  मैंने कहा :- सना, मैंने सुना है की तेरे अब्बू का लण्ड निम्मी के अब्बू के लण्ड की तरह है ?  दोनों जुड़वा लगते है ? 
  • सना बोली :- हां तूने ठीक सुना है मैंने भी जब निम्मी के अब्बू का लण्ड पकड़ा तो हैरान हो गयी।  वैसे तो खुदा ने एक जैसे दो लण्ड नहीं बनाया लेकिन यहाँ लगता है की खुदा भूल गया और मेरे अब्बू का लण्ड हूबहू उसी तरह का बना दिया ? 
  • तो दिखाओ न मुझे अपने अब्बू का लण्ड ? मैं बड़ी बेताब हो रही हूँ ?
  • दिखा दूँगी लेकिन एक शर्त पर ?
  • हां बोलो क्या शर्त है ? मैं उसे पूरा करूंगी। 
  • लण्ड देखने के बाद तुम्हे लण्ड पकड़ कर चाटना और चूसना पडेगा ? फिर चुदवाना पड़ेगा ?
  • हां हां बाबा चुदवा लूंगी मैं।  मुझे शर्त मजूर है। 
  • एक और शर्त है फरहा ? 
  • अब और क्या शर्त है बुर चोदी सना ?  
  • मेरा अब्बा उसी लड़की की बुर चोदता है जो अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है।  बोलो चुदवाओगी अपनी माँ का भोसड़ा ?
  • हां हां  जरूर चुदवा लूंगी मैं अपनी माँ का भोसड़ा ?  मैं तो बड़े शौक से अपनी माँ चुदवाती हूँ सना ?
 बस फिर क्या उसने अपने अब्बा को आवाज़ लगाई और जब वह आ गया तो सना बोली अब्बू जान ये है मेरी सहेली फरहा।  इसे अपना लौड़ा पकड़ाओ और फिर खूब जम कर चोदो इसकी बुर और हां यह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने के लिए तैयार है।  और देखो अब्बू भोसड़ी के फरहा मेरी पक्की सहेली है इसे चोदने में कोई कसर न छोड़ना ? नहीं तो मैं तेरा मादर चोद लण्ड काट के फेंक दूँगी। इतना कह कर उसने अपने अब्बू की लुंगी खींच ली।  वह एकदम नंगा हो गया।  लण्ड आधा टन टनाया हुआ था।  सना ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पे रख दिया और बोली लो फरहा पकड़ो लण्ड और मस्ती इ चुदवाओ अपनी चूत मैं अभी आती हूँ।
मेरे पकड़ते ही लण्ड पूरा खड़ा हो गया।  उसने मेरे कपड़े खोल डाले और में चूंचियां मसलने लगा बोला फरहा तेरी चूंची सना की चूंची से बड़ी है।  निम्मी की चूंची इतनी बड़ी नहीं है यार। तू तो लण्ड पकड़ने में बड़ी एक्सपर्ट लग रही है।  मैंने कहा हां अंकल मुझे लण्ड पकड़ने का १० साल का तज़ुर्बा है। पहले मैं लण्ड पकड़ कर चाटती चूसती थी और फिर मुठ्ठ मार देती थी अब मुठ्ठ नहीं मारती सीधे लण्ड अपनी चूत में पेल लेती हूँ। मुझे नये नये मर्दों से चुदवाने का बड़ा शौक है अंकल ? आज तुम मुझे चोद लो और फिर अपने दोस्तों से कहना की वे भी मेरी बुर चोदें ? सना ने बताया की मुझे अपनी माँ चुदवानी पड़ेगी मेरे अब्बू से ? अरे अंकल मैं खुद ही अपनी माँ लेकर आऊँगी तुमसे चुदवाने ? वैसे सना ठीक ही कह रही थी की तेरा लण्ड निम्मी के अब्बू के लण्ड की तरह है ? मैं बात करते हुए लण्ड चाट रही थी।  इतने में उसे जोश आया और उसने घुसेड़ दिया लण्ड मेरी चूत में और चोदने लगा ? मैं बड़ी देर तक चुदवाती रही।  होते करते अंकल का लण्ड उगलने लगा वीर्य मेरे मुंह में ? और मैं पीने लगी लण्ड ? इतने में सना आ गया बोली फरहा मज़ा मेरे अब्बू से चुदवाकर ? मैंने जबाब दिया हां यार खूब मज़ा आया अब मैं अपनी माँ लेकर आती हूँ।  यहीं रात भर चुदवाऊँगी अपनी माँ का भोसड़ा ?
एक दिन सना मेरे घर आ गयी बोली :- तू बुर चोदी फरहा बड़ी चालू है ? बड़ी चालाक है तू बहन चोद ? हमसे सब कुछ छुपाती है ? हमें चुटिया बनाती है तू ? ऐसा करेगी तू तो फिर मैं भी मारने लगूंगी तेरी गांड ?
मैंने कहा :- अरी कुछ साफ़ साफ़ बताएगी भी की बस गालियां ही देती जाएगी ?
सना बोली :- तूने कभी यह नहीं बताया की तेरे अब्बू का लण्ड मेरे अब्बू के लण्ड से एक इंच बड़ा है और आधा इंच ज्यादा मोटा है।
मैंने बोली :- बताया नहीं तो तुझे मालूम कैसे हुआ मेरी हरामजादी सना ?
वह बोली :- तूने नहीं मुझे तो निम्मी ने बताया ? दरअसल निम्मी के अब्बा का लण्ड से तेरे अब्बा का लण्ड से एक इंच बड़ा है आधा इंच ज्यादा मोटा है।  अब मेरे अब्बा का लण्ड निम्मी के अब्बा के लण्ड के बराबर है तो फिर यह बात पक्की हो गयी न की तेरे अब्बा का लण्ड एक इंच बड़ा है । 
मैंने अपने अब्बा को बुलाया और कहा अब्बू जान सना को जल्दी से अपना लण्ड दिखा दो।  ये तेरा लण्ड खड़ा करके नापेगी और फिर चुदवायेगी ? मैंने अब्बा के पैजामे का नाड़ा खींच लिया।  पैजामा नीचे गिर पड़ा और लण्ड टन टना कर ऊपर खड़ा हो गया। सना ने उसे फ़ौरन पकड़ लिया। वह बोली वाओ , निम्मी बिलकुल ठीक कह रही थी। लण्ड वाकई एक इंच बड़ा है।  फिर उसके बाद सना ने खूब चुदवाया और फोन पर अपनी अम्मी को बुला लिया।  उसने अपनी माँ के सामने पहले मेरे अब्बा से चुदवाया।  आंटी भी बैठी बैठी अपनी बिटिया की बुर चुदवाती रही। 
उसके एक घंटे के बाद सना ने अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया ?
मैंने अब्बा से कहा :- हाय अल्ला,  अब्बू जान आजकल तेरे लण्ड की फिर लाटरी निकल आयी है।  रोज़ ही तुझे चूत और भोसड़ा मिल रहा है चोदने को ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त           
     
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