
मैंने कहा ;- बेटी सारा, तुम इसे अच्छा कहो या बुरा पर यह सच है की मेरा भोसड़ा बड़ा बेशर्म हो गया है, आवारा हो गया है बहन चोद मेरा भोसड़ा ? मैंने इसे बहुत सुधारने की कोशिश की ? बहुत समझाया बुझाया लेकिन इस मादर चोद भोसड़ा को कुछ समझ में नहीं आया। इसकी एक आदत बड़ी बुरी पड़ गयी है बेटी। मेरा भोसड़ा लण्ड बहुत जल्दी सूंघ लेता है। आस पास अगर कोई भी लण्ड होगा तो यह उसी के पास पहुँच जाता है। अभी कल तेरी सहेली हया का अब्बू आया था। बस इसने सूंघ लिया उसका लण्ड और मेरे पेटीकोट में ही उत्पात मचाने लगा ? आखिर कार मैंने बड़ी बेशर्मी से अपना हाथ बढाकर उसका लण्ड पकड़ ही लिया ? मेरे हाथ में जैसे ही लण्ड आया तो वह फनफना कर खड़ा हो गया । मेरे भोसड़ा में लग गयी आग ? मैंने फ़ौरन अपने कपडे उतारे। उसे भी नंगा किया और फिर चाटने चूसने के बाद घुसा लिया उसका लण्ड अपने भोसड़ा में ? मैं मस्त होकर एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी, बेटी ? मुझे ज़न्नत का मज़ा आ रहा था क्योंकि उसका लण्ड बड़ा हलब्बी था सारा ? मेरा भोसड़ा पहले खलास हो गया और वह बाद में ? कभी मौका मिले तो तुम उसका लण्ड पकड़ कर जरुर देखना बेटी ? चुदाओगी तो और मज़ा आएगा तुम्हे ? बड़ा बेहतरीन लण्ड है बेटी ? ऐसा लौड़ा बार बार नहीं मिलता। एक बार तुम भी उससे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर देखो बेटी। और आज देखो मैंने नदीम भोसड़ी वाले का लौड़ा पकड़ लिया है। अब मेरा भोसड़ा बिना चुदवाये मानेगा नहीं, बेटी ?
सारा बोली :- हाय अल्ला, तभी हया कह रही थी की मेरा अब्बू किसी की माँ चोद रहा है ? मुझे क्या मालूम था कि वह मेरी ही माँ चोद रहा है। पर कुछ भी हो अम्मी, अंकल तेरे भोसड़ा का गुलाम हो गया है। तेरी चुदवाने की अदा अंकल को बहुत पसंद आयी है। मेरी भी चूत में आग लग गयी है, अम्मी ।
उसने अपनी बेटी से कहा - हया, तेरी सहेली की माँ का भोसड़ा चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आया इतना मज़ा तो मुझे आजतक किसी की माँ चोदने में नहीं आया ? मैं तो उसे बार बार चोदना चाहूंगा ?
मैं मिसेज ज़रीना खान हूँ। सारा मेरी बेटी है। २३ साल की बड़ी गदराई हुई मस्त जवान बेटी है मेरी। जो भी इसे देखता है वह अपनी लार टपकाने लगता है। एक दिन मेरे मियां का दोस्त फैज़ल आ गया। मैं जब दिल्ली में रहती थी तो अक्सर आता था और मुझे चोद कर जाता था। तब सारा १२ साल की बच्ची थी। मुझे फैज़ल का लौड़ा पसंद है। उसका लम्बा चौड़ा मोटा ताज़ा लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ कर और भकाभक चुदवाकर मैं मस्त हो जाती थी। आज वह इतने सालों के बाद आया तो मेरा भोसड़ा फिर से मचल उठा। मैंने उसे पहले व्हिस्की पिलाई और फिर लौड़ा पकड़ कर चूमने चाटने लगी। मैं भी नंगी थी और वह एकदम नंगा था। लण्ड एकदम टन्नाया हुआ था। इतने में सारा अचानक कमरे में आ गयी।
- वह बोली :- वाओ, अम्मी ये किसका लौड़ा है भोसड़ी का ? बड़ा मोटा और तगड़ा है बहन चोद ?
- मैंने कहा : - ये फैज़ल अंकल का लौड़ा है बेटी ?
- अच्छा हां अंकल दिल्ली में आते थे न अम्मी ? वही अंकल है न ?
- हां बेटी वही अंकल है। इसका लौड़ा मुझे बहुत पसंद है, आज कई वर्षों बाद आया है। इसे देखते ही मेरा भोसड़ा साला आपे से बाहर हो गया । मैंने जब इसे लण्ड दिखाया तो भोसड़ा मस्ती में आ गया, बेटी ?
- पसंद तो मुझे भी आ गया है अम्मी इसका मादर चोद लण्ड ? आग तो मेरी भी चूत में लग गयी है अम्मी ? इतना मोटे तगड़े लण्ड ज़रा कम ही मिलते है अम्मी ?
- तो फिर आ जा न और ले ले मज़ा अंकल के लण्ड का ?
फैज़ल उसे बड़ी देर तक देखता ही रहा। फिर बोला अरे भाभी ये सारा कितनी मस्त जवान हो गयी है। इसका बदन कितना सेक्सी हो गया है भाभी। इसे देख कर तो मेरी नियत ख़राब हो गयी है भाभी ?
मैंने कहा :- हां वह तो तेरा लौड़ा ही बता रहा है। इसे देखते ही तेरा लण्ड एक इंच और बढ़ गया है फैज़ल ? तू चिंता न कर आज तू मेरी बेटी भी चोद ले भोसड़ी वाले ?
तब तक सारा नंगी होकर उसके सामने आ गयी और बोली :- लाओ अम्मी मैं इस बेटी चोद लण्ड को एक इंच और बढ़ा देती हूँ। सारा के मुंह से गालियां सुनकर उसका लौड़ा न केवल बढ़ने लगा बल्कि और सख्त होने लगा ? फैज़ल का लौड़ा वास्तव में बड़ा कड़क हो गया। फैज़ल बड़ी मस्ती में आ गया उसने सारा को अपनी ओर खींचा एयर चिपका लिया। उसकी चूंचियां मसलने लगा। उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा उसकी चूत सहलाने लगा। सारा भी मस्त हो कर उसका लण्ड मुठ्ठी में पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी। दोनों खूब मजे से सेक्स का मज़ा लेने लगे इधर मैं भी फैज़ल के चूतड़ सहलाने लगी। उसके पेल्हड़ सहलाने लगी। फैज़ल ने सारा को लिटा दिया और अपना लण्ड उसकी बुर पे टिका दिया। उसने एक धक्का मारा तो लण्ड गप्प से घुस गया। सारा चिल्ला पड़ी बोली अब्र माँ के लौड़े ज़रा धीरे से पेल ? मेरी चूत कहीं भागी जा रही है क्या ? मजे से चोदो मेरे भोसड़ी के अंकल। तू बहन चोद मेरी माँ चोदता है। उसका भोसड़ा चोदता है आज मैं तेरा लण्ड चोदूंगी ? तेरे लण्ड का लण्ड तेल निकालूंगी। भून डालूंगी तेरा लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ कर बहन के लौड़े फैज़ल ? उस दिन सारा ने खूब जम कर चुदवाया फैज़ल से।
दोस्तों, अब मैं सारा बोल रही हूँ। आपने देखा की मेरी माँ का भोसड़ा कितना बेशर्म हो गया है बहन चोद ? लेकिन एक बात है जो भी उसे चोद कर जाता है वह फिर बार बार आता है चोदने ? मेरी भी चूत बिलकुल इसी तरह है। मैं जब २० साल की हुई तो एक डिग्री कॉलेज पी जी में पढने लगी। वहाँ तो हर दिन किसी न किसी का लौड़ा पेलती थी अपनी चूत में। वह चोदने चुदाने की बिलकुल छूट थी। लण्ड पकड़ने की और लण्ड पीने की खुल्लम खुल्ला छूट थी। यहाँ तक कि क्लास में लड़कियां लण्ड पकड़ कर पढ़ती थी। नंगी होकर बैठी रहती थी क्लास में। लड़के भी बहन चोद अपना अपना लौड़ा खोल कर बैठते थे। टीचरें भी कभी अपनी चूंचियां खोल कर कभी अपनी बुर दिखा कर पढ़ाती थी। बीच बीच में लड़कों के लण्ड पकड़ कर बोला करती थी। गाली दे दे कर पढ़ाती थी बुर चोदी ? जैसे :- तो अब सुनो भोसड़ी वालियों - हफ्ते में एक दिन अपनी माँ चुदाया करो - गांड मरा के आयी है क्या तू - तेरी गांड में दम है कि नहीं - तू अपनी बुर खोल कर बैठा कर क्लास में - साला गांडू लौड़ा हिला हिला के बात करता है तू - अपनी बहन की बुर देखी है कभी तूने - तू जरुर चुदायेगी अपनी माँ का भोसड़ा - पहले लण्ड पकड़ना सीख बुर चोदी - तू अपनी झांट बना के नहीं आयी - यहाँ गांड मराने आयी हो क्या - वगैरह वगैरह ? मेरी आदत लण्ड पकड़ने की, चुदवाने की और गाली बकने की पड़ गयी।
मेरी एक मेम थी मिस सलमा कुरैशी वह बहुत ही गाली देती थी और लड़को के लण्ड पकड़ती थी। एक दिन उसने बुलाकर मुझसे कहा
देखो सारा अगर तुम्हे ज़िन्दगी में मज़ा लूटना है तो माँ चुदाया करो अपनी ?
देखो मैं अपनी माँ चुदवाती हूँ तो मुझे बड़े बड़े लण्ड अपने आप मिल जाते है। जो लोग मेरी माँ चोदते है वो भोसड़ी वाले सब मुझे भी चोदते है। और इधर मैं जिन लड़को से चुदवाती हूँ उनसे अपनी माँ भी चुदवाती हूँ। तभी तो देखो मेरी चूंचियां एक साल में ही दूनी से ज्यादा बड़ी हो गयी है। तू बस अपनी अम्मी के सामने गाली देना शुरू कर दे और एक दिन किसी उसके सामने किसी लड़के का लण्ड पकड़ ले बस ?
देखो सारा अगर तुम्हे ज़िन्दगी में मज़ा लूटना है तो माँ चुदाया करो अपनी ?
देखो मैं अपनी माँ चुदवाती हूँ तो मुझे बड़े बड़े लण्ड अपने आप मिल जाते है। जो लोग मेरी माँ चोदते है वो भोसड़ी वाले सब मुझे भी चोदते है। और इधर मैं जिन लड़को से चुदवाती हूँ उनसे अपनी माँ भी चुदवाती हूँ। तभी तो देखो मेरी चूंचियां एक साल में ही दूनी से ज्यादा बड़ी हो गयी है। तू बस अपनी अम्मी के सामने गाली देना शुरू कर दे और एक दिन किसी उसके सामने किसी लड़के का लण्ड पकड़ ले बस ?
एक दिन मैं जब घर पहुंची तो देखा कि मेरी अम्मी आलिया आंटी से गरमागरम बातें कर रही है। मैं छिप कर सुनने लगी।
- आंटी बोली :- अरी ज़रीना, तूने अभी तक अपनी बेटी चुदाना नहीं शुरू किया ?
- अम्मी बोली :- हा यार शुरू तो नहीं किया लेकिन सोंच रही हूँ कैसे शुरू करूँ ?
- अरे पहले उसे गाली देकर बुलाना शुरू कर उसे सारा मत कह उसे बुर चोदी सारा, भोसड़ी वाली सारा, माँ की लौड़ी सारा कह कर बुलाया कर। उसके सामने दूसरों को गाली दिया कर जैसे तेरी माँ का भोसड़ा , तेरी बहन की बुर गांडू साले मैं तेरी मारूंगी गांड वगैरह ? देख मैंने अपनी बेटी को ऐसे ही तैयार किया आज मैं अपनी बेटी बड़े फक्र के साथ चुदवाती हूँ। वह भी मेरा भोसड़ा चुदवाती है।
- वैसे तो मैं भी बड़ी हरामजादी हूँ। मेरा भोसड़ा साला बड़ा कमीना है उसे तो हर दिन किसी न किसी का लौड़ा चाहिए ? अगर मेरी बेटी सारा की चूत भी ऐसी ही हो जाये तो मज़ा आ जाये ? मैं कब तक छुप छुप कर चुदवाती रहूंगी।
- देख अब वह जवान हो गयी है। उसकी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयी है । उसे भी लण्ड की भूंख लगती होगी ? उसका भी मन लण्ड पीने का होता होगा ? वह गांड मराना चाहती होगी। तो फिर खुल जा न उसके सामने। एकदम बेशर्म हो जा तू ज़रीना अपनी बेटी के आगे ?
- हां यार अब जरुर हो जाऊंगी ? मैं चाहती हूँ की कुछ ऐसा हो जिससे वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने लगे ?
- तो फिर तू एक दिन जब सारा घर में हो तब कमरे का दरवाजा खोल कर अपने सारे कपडे उतार कर नंगी नंगी किसी का लण्ड पकड़ ले और बेटी को अपने कमरे में आने दे फिर उससे खुल कर अपने भोसड़ा के बारे में कह दे ? बात करते करते उसे पकड़ा दे लण्ड । वह जैसे ही लण्ड पकडे तो तू उसके कपडे खोल कर फेंक दे। उसे नंगी कर दे बस तेरा काम बन जायेगा ? हां उस आदमी का लण्ड पकड़ना जिसका लण्ड मोटा तगड़ा हो।
- तू बता न किसका लण्ड पकड़ना सही रहेगा ?
- तू मेरे देवर नदीम का लण्ड पकड़ ले। उसका लण्ड ९" का है और मोटा भी है। कल छुट्टी का दिन है मैं उसे ११ बजे भेज दूँगी। सारा उस समय घर पर रहेगी न ?
- हां रहेगी ? कल मैं यही काम करती हूँ।
एक दिन सलमा मेम मेरे घर आ गयी। उसके साथ दो और लड़के थे। मैंने उन्हें बैठाया। तब मेम बोली सारा, इनसे मिलो ये है मिस्टर अल्ताफ हुसैन मेरे शौहर और ये है इसका दोस्त मिस्टर लतीफ़ हैदर ? मैंने अपनी अम्मी को बुलाया और कहा अम्मी ये मेरी सलमा मेम है। ये इसका मियां और ये मियां का दोस्त ? सलमा :- सुना है सारा आजकल तुम अपनी माँ चुदाने लगी हो ?
मैं बोली :- हां मेम आपने सही सुना है। मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने लगी हूँ और जबसे माँ का भोसड़ा चुदवा रही हूँ तब से बड़ा मज़ा आ रहा है। आपने बहुत अच्छी सलाह दी थी मेम ?
सलमा :- आंटी तुम भी अपनी बेटी की बुर चुदवा रही हो न ?
अम्मी - हां सलमा बिलकुल चुदा रही हूँ। बड़ी मस्त है सारा और सारा की बुर ?
सलमा - मैंने ही सलाह दी थी सारा को अपनी माँ चुदाने की ? मैं भी अपनी माँ चुदवाती हूँ आंटी और तबसे मैं भी बहुत खुश रहने लगी। अब मेरी शादी हो गयी है ? मुझसे ज्यादा मेरी माँ खुश है क्योंकि उसे मेरे मियां से भी चुदाने का मौका मिल रहा है। इधर मैं अपने मियां के दोस्तों से चुदवा रही हूँ। मुझे भी एक नया मज़ा मिल रहा है। आज मैं इन दोनों को लेकर आयी हूँ। आज मैं अपने सामने सारा की बुर चुदवाऊँगी और सारा की माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी ? इन दोनों के लण्ड मैं अपने हाथ से सारा की चूत में और उसकी माँ के भोसड़ा में पेलूंगी ? अम्मी - हाय अल्ला, तू तो बड़ा अहसान करेगी मुझ पर सलमा ? इन दोनों को देख कर मेरा भोसड़ा साला बड़ी देर से मचल रहा है। इन दोनों के लण्ड खाने के लिए मुंह फैलाये हुए है मेरा भोसड़ा।
सारा - और मेरी चूत भी घात लगाये बैठी है दोनों लण्ड अपने अंदर पेलवाने के लिए ?
बस फिर क्या था उस दिन मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया और अपनी चूत ।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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