Wednesday, March 26, 2014

बेटी, तेरे ससुर का लण्ड ?

वैसे तो मैं उन सभी लौड़ों को पहचानती हूँ जिन्हे अक्सर मेरी अम्मी पकड़ती है और प्रेम से चुदवाती है। मेरी अम्मी भी उन सभी लौड़ों को पहचानती है जिन्हे मैं पकड़ती हूँ और मस्ती से चुदवाती हूँ लेकिन आज बहन चोद मैं पहचान नहीं पा रही हूँ की ये भोसड़ी वाला किसका लण्ड है ? मैं बार बार लण्ड पहचानने की कोशिश कर रही हूँ लेकिन मुझे कुछ याद नहीं आ रहा हैं।  लौड़ा अम्मी के हाथ में टन टानाए जा रहा है उसका सुपाड़ा फूलता जा रहा है।  लौड़ा तो मुझे पसंद आ गया है पर है ये किसका लौड़ा ? मैं यह सब खिड़की से देख रही थी और सोंचती जा रही थी ।  उधर मेरी चूत में बहन चोद आग लग गयी लौड़ा देख कर मैं भी गरम होती जा रही थी।  मेरा भी मन हुआ कि मैं भी लौड़ा पकड़ कर चाट लूं, चूस लूं और पेल लूं अपनी चूत में ? मेरी अम्मी बुर चोदी जाने कहाँ कहाँ से लौड़ा पकड़ लाती है ? अम्मी बड़ी खूबसूरत है और बड़ी बड़ी मस्त चूंचियों वाली है इसलिए उसे लण्ड बहुत जल्दी जल्दी मिल जातें है पकड़ने  के लिए ?  वह सबसे गन्दी गन्दी मजाक भी करती है सबको प्यार से गालियां भी सुनाती है, कभी कभी सबके सामने अपनी चूंचियां खोल कर दिखा भी देती है और कभी कभी मर्दों के लण्ड पर हाथ भी मार देती है भोसड़ी वाली इसलिए न किसी को कोई शर्म है उसे लण्ड पकड़ाने और न अम्मी को कोई शर्म है लण्ड पकड़ने में ? अब मुझसे रहा न गया और मैं दनदनाती हुई कमरे में घुस गयी।
दोस्तों, मैं आपको बताना चाहती हूँ कि मेरा नाम है तराना और मेरी अम्मी है वहीदा मेरी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। मैं जैसे ही कमरे में घुसी तो सीधे सीधे अम्मी से बोल पड़ी ?
  • मैं बोली :- हाय अल्ला, ये किसका लौड़ा है बहन चोद अम्मी ? देखो साला कैसे तमतमा रहा है ?
  • अम्मी ने जबाब दिया :- ये तेरे ससुर का लण्ड है,  तराना बेटी ?
  • ऐसा नहीं हो सकता अम्मी ? मैं अपने ससुर का लण्ड पहचानती हूँ ? मैं उसे पकड़ चुकी हूँ ?  उससे चुदवा चुकी हूँ ? उसका लौड़ा इससे बिलकुल अलग है, अम्मी ? हालांकि है भोसाडी का वह भी बड़ा हलब्बी ? सच सच बताओ अम्मी ये किसका लौड़ा है ?
  • बेटी, मैं सच कह रही हूँ ? यही है तेरा ससुर और यही है तेरे ससुर का लण्ड  ?
  • पर अम्मी, उस दिन मुझे मेरी नन्द ने एक लण्ड पकड़ाते हुआ कहा था की लो भाभी ये मेरे अब्बू का लौड़ा है ? इसे पकड़ो देखो कितना मस्त है ? और मैंने हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया था लण्ड ? मैं उस लण्ड को अच्छी तरह पहचानती हूँ  . मेरी बात मानो यह वह लौड़ा नहीं है अम्मी ? 
  • अरे मेरी बुर चोदी तराना, जो लण्ड तूने पकड़ा था और जिससे तूने चुदवाया था वह तेरी नन्द के बड़े अब्बू का लण्ड था ? ये उसके छोटे भाई का लण्ड है और यही तेरा असली ससुर है। 
  • वाओ, तो ये बात है ? पर अम्मी इसका लौड़ा भी बड़ा मजेदार है ? लगता है आज तेरा भोसड़ा बड़ा मज़ा करेगा ?
  • अरे तराना बेटी,  तुम भी चुदाना इस मादर चोद लण्ड से ? इसका भी मज़ा लेना, बेटी ? अब जल्दी से कपडे बदल कर आ जा ?
  • कपडे बदल कर नहीं अम्मी, कपडे उतार कर आती हूँ ?  
बस मैं थोड़ी देर में ही अपने सारे कपडे उतार कर नंगी नंगी कमरे में घुस गयी और अम्मी के हाथ से लौड़ा छीन लिया। मुझे नंगी देख कर लौड़ा और टन्ना गया। मोटा भी और हो गया साला ।  मैं चाटने लगी लण्ड ?  मैंने कहा अम्मी ये तो साला बड़ा सख्त है, बड़ा मजेदार है इससे चुदाने में खूब मज़ा आएगा ? अम्मी घूम कर चूत उसके मुंह पे रख दी।  ससुर भोसड़ी का अम्मी की बुर चाटने लगा। इधर मैं उसका लौड़ा चूसने लगी।  मुझे लगा की बड़े ससुर का लौड़ा और इसका लौड़ा दोनों साले अलग अलग जरुर है लेकिन मज़ा दोनों देने वाले है।  मैंने अम्मी से कहा अम्मी तुम पहले अपना भोसड़ा चुदवा लो तब तक मैं अपनी बुर चटवाती हूँ। अम्मी उसके लण्ड पर बैठ गयी और मैंने उसके मुंह पर।  मैंने कहा हां अब तुम मादर चोद मेरे ससुर बेटी की बुर चाटो और माँ का भोसड़ा चोदो ? थोड़ी देर चुदाने के बाद  अम्मी बोली आओ हम तुम जगह बदल लें ? मैं उसके लण्ड पर बैठ गयी और अम्मी उसके मुंह पर।  अम्मी बोली हां अब तुम बेटी की बुर चोदो और माँ का भोसड़ा चाटो ? हम दोनों एक ही लण्ड का पूरा मज़ा लूट रही थी।  तब तक किसी ने कहा अरे भाभी मेरे भी लण्ड पर बैठ जाओ ? मैंने पीछे देखा तो बोली हाय दईया अम्मी देखो तेरा जीजा बहन चोद तुम्हे चोदने आया है। देखो साला नंगा नंगा अपना लौड़ा खड़ा किये हुए आया है भोसड़ी वाला।  लेकिन अम्मी के पहले लौड़ा उसका मैंने पकड़ लिया। मैंने कहा अरे खालू तेरा लण्ड तो पहले से बड़ा हो गया है यार ? वह बोला हां ये सब तेरी अम्मी ने किया है।  उसी ने इसे पकड़ पकड़ कर बड़ा कर दिया ? अब मेरी बुर में ससुर का लण्ड और मुंह में खालू का लण्ड ? मैं तो मजे करने लगी।  दोनों लौड़ों का मज़ा लेने लगी।
दोस्तों, आपको मज़ा तो आ रहा होगा कहानी पढ़ कर ? आपका लण्ड खड़ा भी होगा। आपका हाथ आपके लण्ड पर होगा ? वहाँ कोई लड़की आपके साथ हो उसे पकड़ा दो न अपना लण्ड ? अगर आप कहानी पढ़ रही है तो आपका हाथ आपकी चूंची मसल रहा होगा ? दूसरा हाथ नीचे आपकी टांगों के बीच में होगा ? मस्त हो रही होंगी आप ? अगर कोई साथी तो उसको पकड़ा दो न अपनी चूंचियां ? फिर बंद कर लो दरवाजा और खोल दो सारे कपडे फिर पढ़ो कहानी तो और मज़ा आएगा ? मैं अपनी माँ से कैसे खुल गयी और ससुराल में भी कैसे सबसे चुदवाने लगी इसकी एक लम्बी कहानी है ? फिर कभी वख्त मिलेगा तो सुनाऊँगी।  फिलहाल देखो कोई मादर चोद आया है ?
इतने में कमरे में जाने कहाँ से एक और लण्ड मेरी अम्मी के पीछे से आ गया।  उसने अम्मी के कंधे पर अपना लण्ड रख दिया।  मैंने बोलने वाली ही थी तो उसने मुझे चुप रहने का इशारा किया।  अम्मी ने लण्ड पकड़ा और मुड़ कर देखा तो बोली हाय रब्बा तुम दामाद जी ? वह बोला अरे मेरी सासू जी जब तेरी बेटी अपने ससुर से चुदवा सकती है तो मैं क्या अपनी सास को नहीं चोद सकता  ? मैंने कहा लो अब अम्मी मैं तेरे जीजा का लण्ड चूस रही हूँ तुम मेरे जीजा का लण्ड चूसो ?  अम्मी गपर गपर उसका लण्ड पीने लगी।  फिर मैं ससुर का लौड़ा चूसने लगी और खालू से चुदवाने लगी।  अचानक अम्मी ने ससुर का लौड़ा मेरे से ले लिया और उसे अपने भोसड़ा में घुसेड़ कर चुदाने लगी। साथ ही साथ मेरे जीजू का लौड़ा चूसने लगी।  मेरा ससुर भोसड़ी का अपनी बहू और अपनी समधिन दोनों को बारी बारी से चोदने में जुट गया।   वह बोला वहीदा भाभी आज मुझे अपनी बहू और बहू की माँ दोनों को चोदने में ज़न्नत का मज़ा आ रहा है।  मैंने कहा हां ठीक है अभी जब मेरा अब्बू तेरी बीवी चोदेगा और तेरी बेटी चोदेगा तब पता चलेगा तुझे ?  तीनो लण्ड ने बहन चोद अदल बदल कर हम दोनों की बुर खूब चोदी और फिर हमने झड़ते हुए तीनो लण्ड मिलकर चाटे  ?
दोस्तों, मैं तो बहुत बड़ी दीवानी हूँ लण्ड की लेकिन मुझसे से भी बड़ी बड़ी दीवानी औरतें है यहाँ लण्ड की ? आपने मेरी माँ को देखा, मेरी सास को देखा, मेरी जेठानी मेरी देवरानी, मेरी नन्द, मेरी मौसी को देखा ये सभी तो भोसड़ी वाली जबरदस्त दीवानी है लण्ड की ? दुनिया में औरतें लण्ड की इतनी दीवानी है की उन्होंने जानवरों के भी लण्ड नहीं छोड़े ? मेरे गाँव में एक धोबिन थी जो अपने गधे के लण्ड से चुदवाया करती थी।  मैंने उसे गधे का लण्ड चाटते हुए , पूरा लण्ड मुंह में लेते हुए और फिर अपनी बुर में घुसेड़ते हुए देखा है। यह तो जग ज़ाहिर है की उच्च घराने की लड़कियां / औरतें अपने कुत्ते से चुदवाती है।  कुत्ते का लण्ड चाटती है चूसती है और अपनी चूत में पेलती है।  उन्हें कुत्ते से अपनी बुर चटवाने में बड़ा मज़ा आता है। कुछ लड़कियां और औरतें घोड़े के लण्ड से खूब चुदवाती है। घोड़े का लण्ड बिलकुल मर्दों के लण्ड की तरह होता है। वैसे तो मजाक नहीं है लण्ड से चुदवाना ? लेकिन जब लण्ड की चाहत हो सब कुछ कर लेती है ये लड़कियां ? घोड़े के लण्ड से प्यार करना कोई नयी बात नहीं है।  मैंने एक बार घोड़े को घोड़ी चोदते हुए देखा है ? बाप रे बाप कितना बड़ा लण्ड था उसका ? और कितना लोहे की तरह सख्त था उसका लण्ड ? उसे देख कर मेरी चूत चरमारा गयी।  मेरे पास इस चुदाई की एक ब्लू फ़िल्म भी है मैं उसे अक्सर देखती हूँ। मेरी अम्मी, मेरी सास, मेरी जेठानी, मेरी देवरानी, मेरी नन्द सब एक साथ बैठ कर देखती है घोड़ी की चुदाई ? सबको घोड़े का लण्ड देखने में खूब मज़ा आता है।  मेरी सास ने तो कह भी दिया हाय अल्ला, मर्दों के लण्ड अगर इतने बड़े बड़े होते तो कितना मज़ा आता ? मेरी नन्द बोली हाय रब्बा, कोई मेरी भी बुर घुसेड़े इतने बड़े बड़े लण्ड ? अम्मी बोली अब हमें भी नीग्रो के लण्ड से और शेखों के लण्ड से चुदाना पडेगा क्योंकि उनके लण्ड काफी कुछ घोड़े के लण्ड से मिलते जुलते होते है।
दो दिन बाद मैं ससुराल चली गयी। तो मेरी नन्द ने मजाक में पूंछा किस किस से चुदवाकर आयी हो, भाभी ?
मैंने कहा :- तेरे अब्बा से चुदवाकर आयी हूँ नन्द रानी ?
वह बोली - मेरा अब्बा तो तेरी माईके तेरी माँ चोदने गया था,  भाभी ?
मैंने कहा -  तेरा अब्बा साला इतना हरामी है की उसने मेरी माँ भी चोदी और मुझे भी चोदा ?
वह बोली - अब्बा से ज्यादा अब्बा का लौड़ा हरामी है, भाभी ? मेरे अब्बा का लण्ड किसी की भी बुर में घुस जाता है। उस दिन मेरी सहेली नाजिया आयी थी।  थोड़ी देर बात करती रही फिर मैं जब तक चाय बनाकर लायी तब तक नाजिया ने मेरे अब्बा का लौड़ा पकड़ लिया। वह बोली यार मैं चाय पीने नहीं तेरे अब्बा का लण्ड पीने आयी हूँ और अपनी माँ चुदवाने आयी हूँ। बड़ा नाम सुना है तेरे अब्बा के लण्ड का ? तभी से मेरी चूत में आग लगी हुई है।  मैंने जब अम्मी को तेरे अब्बा के लण्ड की कहानी बताई तो उसका भी भोसड़ा जलने लगा। मैंने कहा अम्मी मैं जा रही हूँ तुम मेरे पीछे पीछे आ जाना ? मैं उस भोसड़ी वाले का लौड़ा पकड़ कर पीना शुरू करती हूँ तब तक तुम पहुँच जाना। वह बस आती ही होगी यार ? इसी तरह भाभी, मेरे अब्बा के लण्ड के कई कार नामे है ? लेकिन मजेदार बात यह है जो बुर चोदी एक बार मेरे अब्बा से चुदवा लेती है वह बार बार चुदवाने आती है और अपनी माँ भी चुदवाती है।  इसलिए मेरे अब्बा की आदत परायी बीवियों को चोदने की  ज्यादा हो गयी है।  अब तो वह बीवियों के साथ साथ सबकी लड़कियां चोदने लगा है और लड़कियों की माँ भी चोदने लगा है ?
मैंने पूंछा  :-  अच्छा ये बता ज़ोया,  क्या ये आदत तेरे बड़े और छोटे अब्बा दोनों की है ?
उसने जबाब दिया :- हां भाभी दोनों की आदत है ? दोनों मादर चोद बड़े हरामी है। बड़ा अब्बा छोटी अम्मी का भोसड़ा चोदता है और छोटा अब्बा बड़ी अम्मी का भोसड़ा ?  लड़कियां तो दोनों से चुदवाती है। . बहुएं भी दोनों से चुदवाती है।  तूने यहाँ छोटे अब्बा से चुदवाया था और अपने माईके में मेरे बड़े अब्बा से चुदवाकर आ गयी हो ?
मैंने कहा :- हां यार ज़ोया, मैं बड़ी नसीबवाली हूँ।  मुझे दोनों जगह मेरे पसंद लन्ड मिल जातें है।
एक दिन मैं पेटीकोट पहने अपने कमरे में बैठी थी। इतने में मेरी नन्द ज़ोया दौड़ती हुई मेरे पास आयी और बोली अरे तराना भाभी ज़रा मेरे साथ चलो मैं तुम्हे एक सिनेमा दिखाती हूँ।  वह मेरा हाथ पकड़ कर मुझे उठाने लगी।  मैंने कहा अरे यार मुझे ब्लाउज़ तो पहन लेने दो।  मेरी चूंचियां नंगी है ? वह बोली अरे नंगी रहने दो बहन चोद चूंचियां लेकिन जल्दी चलो मेरे साथ ? वह मुझे कमरे की एक खिड़की पर बैठा कर बोली लो भाभी देखो तो ज़रा अंदर क्या हो रहा है ? जैसे ही मेरी निगाह अंदर पड़ी तो मैं ख़ुशी के मारे झूम उठी। मैंने देखा की मेरी सास अपने सारे पकडे उतार कर किसी मर्द लौड़ा हिला रही है. बार बार चाट रही है।  पी रही है लौड़ा ? लौड़ा एकदम टन्नाया हुआ था। उसका सुपाड़ा चमक रहा था। मेरी बुर गीली गीली हो गयी और मैं चुदासी हो गयी। 
मैंने पूंछा :-  दईया, कितना सालिड लौड़ा है इस भोसड़ी वाले का ? ज़ोया ये लण्ड किसका है ? पहचानती है तू बुर चोदी ? ये शायद तेरे अब्बा का लौड़ा नहीं है ? इसका मतलब मेरी सास भोसड़ी की किसी गैर मर्द का लौड़ा पी रही है। मेरी सास भी मेरी तरह लण्ड की बड़ी शौक़ीन लगती है।
वह बोली :- अरे भाभी ये मेरे ससुर का लौड़ा है।  मैं इसे आज पहली बार देख रही हूँ।  तू तो अपने ससुर से चुदवा चुकी है पर मैंने अभी तक अपने ससुर का लौड़ा देखा ही नहीं था।  लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि आज मैं इसका लण्ड देखूँगी।  मेरी अम्मी भी भोसड़ी वाली बड़ी चुदक्कड़ है।  मेरे देवर से चुदवा चुकी है और मेरे जेठ से तो २/३ बार चुदवाया है।  उस दिन तो मैं भी जोश में आकर कमरे में घुस गयी थी।  जैसे ही मैं घुसी तो अम्मी बोली ले ज़ोया अपने जेठ का लौड़ा पेल ले अपनी चूत में ? बड़ा मस्त लौड़ा है इसका ? खूब अंदर घुस कर चोदता है ? मैं तो इससे कई बार चुदवा चुकी हूँ आज तू भी मस्ती से चुदवा ले ? उस दिन मैंने अम्मी के आगे खूब चुदाया ? और आज देखो मेरी अम्मी कैसे मेरे ससुर का लौड़ा चूस रही है।
मैंने कहा :- ज़ोया तेरे ससुर का लण्ड देख कर मैं तो बुरी तरह चुदासी हो गयी हूँ।  साला मादर चोद ९" का होगा लौड़ा ?
वह बोली :- हा भाभी लगता तो है ९" के बराबर पर तू चिंता न कर मैं आज ही यही लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी ? अच्छा भाभी तुम यहीं बैठो मैं अंदर जाती हूँ और तुम्हे वही से बुलाऊंगी ? मैं देखती रही और ज़ोया फ़ौरन दनदनाती हुई अंदर घुस गयी वह बोली हाय अम्मी ये किसका लण्ड पी रही हो तुम ?
उसकी अम्मी बोली :- कहाँ गयी थी तू ज़ोया ? माँ चुदाने गयी थी तू अपनी ?
ज़ोया बोली :- नहीं अम्मी, मैं माँ चुदाने नहीं गयी थी। बस भाभी के पास गयी थी।  पर बता न ये जबरदस्त लौड़ा किसका है अम्मी ?  अम्मी ने मेरे ससुर के मुंह से कपड़ा हटा कर कहा देख न इसका लौड़ा ज़ोया ?
ज़ोया बोली :- हाय अल्ला, ये तो मेरा ससुर है अम्मी ?
उसकी अम्मी बोली :- तो लौड़ा भी तो तेरे ससुर का है ज़ोया ? देखो न कितना मस्त और मोटा होता चला जा रहा है लण्ड ? मैंने सोंचा कि आज मैं इसे ज़ोया की चूत में घुसेड़ूँगी ? लेकिन जब तेरा पता कहीं पता नहीं था तो फिर मैंने इसे अपने भोसड़ा में घुसेड़ने का प्लान बना लिया ?
ज़ोया बोली :- अम्मी आज न तुम चुदाओ और न मैं चुदाऊँ ?  आज तुम अपनी बहू चुदाओ ? यह लौड़ा अपनी बहू की बुर में पेल दो अम्मी ?
उसकी अम्मी बोली :- हाय रब्बा, बहुत सही बताया तूने।  तराना बिचारी की नयी नयी शादी हुऐ है अभी ? उसका यही तो समय है सबके लण्ड पकड़ने के ? सबसे चुदवाने का ? जा उसे बुला ला जल्दी से आज मैं अपने सामने अपनी बहू की बुर चुदवाऊँगी ?
तब तक उसका ससुर बोला :- अरे भाभी तुम जिसकी चूत कहो उसकी चूत मैं चोद दूं ? लेकिन आज मैं भी बिना अपनी बहू चोदे नहीं जाऊंगा ?
इधर मैं सबकी बातें सुन रही थी।  मैं समझ गयी की मेरी सास आज मुझे जरुर चुदवायेंगी और उसके बाद ज़ोया भी अपने ससुर से चुदवायेगी ? मुझे इस  मुस्टंडे लण्ड से चुदवाने का मौका जरुर मिलेगा   ज़ोया ने अपने कपडे उतार दिया।  उसका बदन जब मैंने देखा तो मैं ललचा गयी।  उसकी चूंचियां मेरी चूंचियों के बराबर थी। उसकी चूत गदराई हुई थी । खुदा कसम अगर मैं मर्द होती तो अपना लौड़ा ज़ोया की बुर में घुसेड़ कर पड़ी रहती ? उसकी माँ के स्तन तो और भी बड़े बड़े थे। मेरी सास का भोसड़ा कुछ कम न था।  ज़ोया वही से बोली अरी वो मेरी तराना भाभी जल्दी से कमरे में आ जा ?  आज मैं तेरी बुर अपने ससुर से चुदवाऊँगी ? मैं और गरम हो गयी और फ़ौरन कमरे मे घुस गयी। मेरी सास आगे बढ़ी और मेरे कपडे  उतारने लगी।  मैं जब नंगी हुई तो वह बोली हाय अल्ला, कितनी खूबसूरत चूत है मेरी बहू की ? कितनी मस्त चूंचियां है मेरी बहू की ? कितनी मस्त गांड है मेरी बहू की ? मैं अपनी तारीफ सुन कर गद गद  हो रही थी। इतने में ज़ोया ने लौड़ा मुझे पकड़ाते हुए कहा लो भाभी मेरे ससुर का लण्ड पकड़ो ? औरे बताओ तुम्हे पसंद है की नहीं ?
मैं बोली :- हाय रब्बा, कितना मोटा लौड़ा है यार ?  ये तो मेरी सास का भोसड़ा चोदने वाला लण्ड है ?
तब तक मेरी सास बोली :- अरी मेरी बुर चोदी बहू ? ऐसा लौड़ा तो नयी नवेली बहू की चूत में ज्यादा अच्छा लगता है ? आज मैं चोदूँगी तेरी बुर लेकिन पहले थोड़ा इसे चूस कर मज़ा ले ले ?
ऐसा कह कर सास ने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।  मैं ज़ोया के ससुर का लण्ड पीने लगी।  ज़ोया अपने ससुर को अपनी चूत चटवाने लगी। मेरी सास मेरे साथ लण्ड के पेल्हड़ चाटने लगी।  फिर ज़ोया  टांगें फैला दी और मेरी चूत में अपने ससुर लण्ड पेल दिया।  मैं भी रंडी की चुदवाने लगी।  उसकी रफ़्तार बढ़ने लगी और मेरी गांड उचकाने की भी रफ़्तार बढ़ने लगी।  मेरी सास और नन्द दोनों मुझे चुदवाते हुए बड़े गौर से देख रही थी।  थोड़ी देर चुदवाने के बाद मैंने कहा ज़ोया अब तू चुदवा ले अपने ससुर से ? तूने इससे पहले कभी नहीं चुदवाया ? मैं तो कई बार चुदवा चुकी हूँ अपने ससुर से ? मैंने लण्ड पकड़ा और फ़ौरन ज़ोया की चूत में घुसा दिया।  मैंने कहा ले भोसड़ी के ससुर अब तू मस्ती से चोद अपनी बहू की बुर ? मेरे कहते ही उसका लौड़ा और टन्ना उठा।  वह वास्तव में दनादन चोदने लगा ? ज़ोया भी ऐसे चुदवाने लगी जैसे वह कई दिनों से लण्ड की भूंखी है।   
                                       मेरी सास को अपनी बेटी और अपनी बहू चुदवाने का मज़ा मिल रहा था 
ज़ोया का ससुर कभी मुझे चोदता कभी ज़ोया को चोदता ? दरअसल  मैं एकदम चित लेटी थी मेरे ऊपर ज़ोया लेट गयी।  अब उसके ससुर के लण्ड के ठीक सामने दोनों चूत थी।  इसलिए वह मेरी बुर में लण्ड पेल कर चोदता और फिर वहाँ से लण्ड निकाल कर ज़ोया की बुर में घुसा देता ? ज़ोया को थोड़ी देर चोदने के बाद लण्ड मेरी बुर में घुसा देता ? हम दोनों को खूब मज़ा आ रहा था। अब मुझे लगा की लण्ड झड़ने वाला है तो मैंने उसका सड़का मारना शुरू किया। लण्ड ने सारा का सारा वीर्य मेरी और ज़ोया के मुंह में उगल दिया।  हम दोनों मिल कर लण्ड पीने लगी।  उसके बाद डिनर हुआ।  सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और फिर हम दोनों नंगी नंगी ही छत पर चली गयी  .  बढियां ठंडी हवा लेते हुए खूब बातें की ? एक घंटे के बाद  कमरे में आयी तो देखा मेरी सास और ज़ोया का ससुर दोनों सोफे पर नंगे बैठे है।  सास उसका लण्ड सहला रही है और ज़ोया का ससुर मेरी सास की चूंचियां सहला रहा है। हमें नंगी देख कर लण्ड फिर टन टनाने लगा।  इस बार हम दोनों ने मिलकर लण्ड अपनी सास के भोसड़ा में ठोंक दिया। सास का चुदने लगा भोसड़ा।  ?  इतना मस्त भोसड़ा बहुत कम औरतों का होता है।  मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और मेरी नन्द ज़ोया को भी। 
                            मैं अपनी सास का भोसड़ा चुदाने का मज़ा लेने लगी और मेरी नन्द अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने का मज़ा लेने लगी
कुछ दिन बाद मैं फिर अपने माईके चली आयी। एक दिन मैं अपने पडोसी के घर गयी।  मुझे थोड़ी देर हो गयी।  लौट कर जब आयी तो अम्मी के कमरे में उससे मिलने चली गयी पर वहाँ तो कुछ और ही हो रहा था ? मेरी अम्मी कपडे उतार कर सोफा पर बैठी थी। उसके एक तरफ एक आदमी बिलकुल नंगा बैठा था। उसका लौड़ा टन्नाया हुआ था।  सुपाड़ा फूल कर कुप्पा हो गया था।  लण्ड काबू के बाहर हो रहा था जिसे मेरी अम्मी पकड़ कर आहिस्ते आहिस्ते सहला रही थी।  उसके दूसरी तरफ एक और आदमी नंगा बैठा था उसका भी लौड़ा साला खड़ा होकर गुर्रा रहा था।  अम्मी उसे भी सहलाने में जुटी थी।  मेरी नज़र थोड़ी देर के लिए दोनों लण्ड पर टिक गयी।  मुझे लौड़े बहुत पसंद आये ? मेरी चूत में आग लग गयी।  मेरा बदन जलने लगा ।
 मैं बोली :- हाय दईया ये दोनों भोसड़ी वाले कौन है अम्मी ? इनके लण्ड घोड़े जैसे है बहन चोद ?
अम्मी बोली :- अरी तराना, ये है अब्दुल, तेरी बुर चोदी भाभी का अब्बा ? और ये है अफजल इसका दोस्त ?
मैं बोली :- हाय अल्ला, तो तुम भाई जान के ससुर से चुदवाने जा रही हो ?
वह बोली :- मैं ही नहीं तू भी चुदवा न मेरे साथ ? ये भोसड़ी के जाने वाले थे मैंने ही इन्हे अपना भोसड़ा चुदवाने के लिए रोक लिया ? अब तू आ गयी है तो तू भी चुदवा ? बड़ा मज़ा आएगा ?
बस मैंने हाथ बढ़ा कर अफजल का लौड़ा पकड़ लिया और उसे कई बार चूमने के बाद चाटने लगी।  मैंने दूसरा हाथ बढ़ा कर अब्दुल का लौड़ा भी पकड़ लिया।  तब तक अम्मी ने मेरे सारे कपडे उतार दिया और मैं मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी।  उस दिन मैंने बड़े मजे से अपनी चूत चुदवाई और चुदवाया अपनी माँ का भोसड़ा ? अब तो माइका हो चाहे ससुराल आये दिन कोई न कोई चोदने वाला आ ही जाता है। इधर मैं अपनी माँ के साथ चुदवाती हूँ और उधर अपनी सास के साथ।  कभी इसके ससुर से चुदवाती हूँ कभी उसके ससुर से ? बड़ा मज़ा आ रहा है मुझे ज़िन्दगी का ?

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