दुनिया की माँ का भोसड़ा - दुनिया मेरी 'चूत' में
भाड़ में जाये ये दुनिया ? मैं बिलकुल परवाह नहीं करती इस दुनिया की ? ऐसी दुनिया को मैं अपनी चूत में
रखती हूँ। न मैं दुनिया से डरती हूँ और न इन मादर चोद दुनिया वालों से ? बहुत गांड मारी है मेरी इस दुनिया ने ? माँ चोदी है मेरी इस दुनिया ने ? अब समय आ गया है जब मैं मारूंगी इस दुनिया की गांड और चोदूँगी दुनिया वालों की माँ ? मैं जो भी करती हूँ वह खुल्लम खुल्ला करती हूँ। मैं खुद अपना कुआँ खोदती हूँ और पानी पीती हूँ। किसी के बाप का नहीं खाती मैं ? मेरी माँ ने दुनिया से खूब लड़ाई लड़ी है। मैंने उसी से सीखा है की दुनिया से कैसा लड़ा जाता है ? मैं तो दुनिया की माँ बहन करती ही रहती हूँ पर मेरी माँ तो मुझसे ज्यादा खार खाये बैठी हुई है इस दुनिया से ? उसका बस चले तो वह हर रोज़ चोदे दुनिया की माँ ? हर रोज़ मारे दुनिया वालों की गांड, बहन चोद ? इसीलिए मैं कहती हूँ दुनिया की माँ की चूत ? दुनिया की माँ का भोसड़ा ?
बड़ी तेज है मेरी माँ ? बड़े बड़े लोग उससे घबराते है। वह तो किसी से भी बिना गाली के बात ही नहीं करती ? मुझेसे भी नहीं ? मुझसे तो वह गुस्से के अलावा प्यार से भी बात करती है तो भी गाली से ही करती है। मैं उसे बहुत पसंद करती हूँ और वह भी मुझे बहुत चाहती है। मैं भी खूब पैसे कमाती हूँ और मेरी माँ भी खूब पैसे कमाती है। हम दोनों मिलकर ज़िन्दगी का मज़ा लूट रही है। खूब बिंदास इधर उधर घूमती है। होटलों में जाती है, पार्टियों में जाती है और जम कर ऐय्यासी करती है। मैं तो मर्दों को अपनी मुठ्ठी में रखती हूँ, उनके लण्ड अपनी जेब मे रखती हूँ और दुनिया को अपनी चूत में ? मेरी माँ तो मर्दों को नंगा करके अपनी पेटीकोट में रखती है ?
मेरी माँ का कहना है की जब दुनिया ने मेरी परवाह नहीं की तो हम उसकी परवाह क्यों करें ? जब उसने मेरी गांड मारी है तो अब हम उसकी गांड क्यों न मारें ? मैं माँ के साथ एन्जॉय करती हूँ। साथ साथ आती जाती हूँ , साथ साथ झांटें बनाती हूँ, साथ साथ लण्ड पकड़ती हूँ और साथ साथ चुदवाती हूँ। मेरे साथ कई लड़कियां जुडी हुई है कई लड़के हमारे साथ जुड़े हुए है। कई लड़कियां लड़के भी हमारे साथ साथ चोदा चोदी ही करते है। कई लड़कियां मेरी तरह ही मेरे सामने चुदवाती है । कई लड़कियां अपनी माँ चुदवाती है और माँ अपनी बेटियां चुदवाती है ? कहीं बुरी है दुनिया तो कहीं खूबसूरत भी है दुनिया ?
उस दिन मैं अपनी दोस्त नगमा के घर पहुँच गयी। वह मुझे देख कर बड़ी खुश हुई। इतने में एक जवान लड़का नंगे बदन केवल लुंगी पहने हुए कमरे में आ गया और नगमा के बगल में बैठ गया। बात करते करते नगमा ने उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाल दिया और अंदर ही अंदर उसका लण्ड सहलाने लगी। बातें बड़ी सेक्सी होने लगी। तब तक उसकी अम्मी आ गयी। वह बोली हाय समीना बहुत दोनों के बाद आयी है तू बहन चोद ? तू ठीक तो है न भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हां आंटी बिलकुल ठीक हूँ। तब तक आंटी उसकी लुंगी खोल कर बोली अरे माँ की लौड़ी नगमा तू छुप छुप कर इसका लण्ड हिला रही है बुर चोदी ? लण्ड हिलाना है तो खुल कर सबके सामने हिलाओ न ? ये तेरा जीजा ही तो है ? और ये तेरी दोस्त समीना है ? इसे भी पकड़ाओ लण्ड ? इसे भी मज़ा लेने दो लण्ड का ? तू खाली अपनी माँ चुदवाती रहती है बस ? कभी कभी अपनी सहेलियों की बुर भी चुदवाया कर नगमा ? मैंने जब लण्ड देखा तो मेरी चूत में आग लग गयी बहन चोद ? इतना मस्त लौड़ा हाय रे मैं तो देख कर ललचा गयी। आंटी बोली देखो समीना तुम्हे लण्ड पसंद आया ? मैंने कहा हां आंटी लण्ड तो बड़ा उम्दा है। वह बोली इसी लण्ड को आज सवेरे सवेरे नगमा ने मेरे भोसड़ा में पेल दिया । मैं भी चुदासी थी मैंने भी खूब चुदाया ? इस तरह सवेरे ही नगमा ने अपनी माँ चुदा ली ? मैं तो कहती हूँ समीना आज तू भी चुदवा ले भोसड़ी वाली ? लण्ड जैसे ही मिले उसे फ़ौरन अपनी चूत में घुसेड़ लेना चाहिए समझी समीना। मेरी चूत आंटी की बात सुनकर मचल उठी। मैंने फिर मस्ती से नगमा के जीजा से चुदवाया।
एक इसी तरह मैं रोज़ी के घर चली गयी। मैं अंदर उसके साथ बैठी थी अचानक उसका डैड आ गया। वह बात करने लगा। फिर एकदम से उसके फोन की घंटी बजने लगी। उसने फोन उठाया और बातें करने लगा ।वह बोला हां अलबर्ट तू अपनी बीवी अभी भेज दे मेरे घर। मैं उसे दिन भर चोदूँगा ? इधर से मैं अपनी बीवी भेज रहा हूँ तुम उसे दिन भर चोदना ? और हां आज जेसिका की माँ को रात में आने के लिए कहना। मैं आज रात में जेसिका की माँ चोदूंगा ? इतने में रोज़ी उठी और मेरे सामने ही उसकी नेकर नीचे खींच दी और उसका लण्ड पकड़ कर मेरे सामने ही हिलाने लगी। जब लण्ड खड़ा हो गया तो वह बोली ये बताओ भोसड़ी डैड तू मेरी माँ अपने दोस्त अलबर्ट से चुदवाने जा रहा है और रात में जेसिका की माँ चोदेगा तो मैं क्या यहाँ झांट उख़ाड़ूँगी बहन चोद ? मैं भी जा रही हूँ अपने दोस्तों से चुदवाने ? तब तक उसकी माँ आ गयी वह बोली अरी रोज़ी अपनी माँ चुदाने के पहले तू अपनी दोस्त समीना की बुर क्यों नहीं चुदवा लेती ? यही लण्ड पेल दे न उसकी बुर में। उसे भी यहाँ आने का मज़ा मिले ज़रा। मैं तो मन ही मन चाहती ही थी उससे चुदवाना ? रोज़ी ने फिर बड़े मन से मेरी बुर चुदवाई। मुझे भी बड़ा मज़ा आया।
लौट कर मैंने सारी बातें अपनी अम्मी को बताई और कहा अम्मी केवल हम ही लोग नहीं है ? यहाँ कई लड़कियां है अपनी माँ चुदवाने वाली ? और कई माँ है अपनी बेटियां चुदाने वाली।
मेरी अम्मी फरीदा एक मस्त और खुश मिज़ाज़ औरत है।
एक दिन अम्मी मुझे अपने किसी रिस्तेदार के घर में ले गयी। वहाँ मेरी मुलाक़ात एक आदमी से करा दी। उसका नाम था वज़ीर . मैं उस आदमी को देखती रही। वह मुझे पसंद आया। उसका लम्बा चौड़ा बदन और चौड़ी छाती देख कर मेरा दिल उस पे आ गया। मैं उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी। अनुमान लगाने लगी की इसका लौड़ा कितना बड़ा होगा ? देखने में कैसा होगा ? चोदने में कैसा होगा ? इसका मक्खन कैसा होगा ? मैं मन ही मन खुश थी शायद अम्मी मुझे इसका लौड़ा पकड़ा दे।
तब तक एक लड़की आ गयी। अम्मी ने कहा अरी समीरा तू बहुत बड़ी हो गयी है। जवान हो गयी है। वह बोली हां आंटी जवान तो मैं लण्ड चाट चाट कर जल्दी हो गयी । लेकिन तुम तो बहन चोद अभी भी जवान दिख रही हो आंटी ? लगता है लण्ड खा खा कर तू अपनी जवानी रोके हुए है ? मैं समझ नहीं पा रही की यह लड़की इतना खुल कर कैसे बात कर रही है ? तब तक वह फिर बोली ये तेरी बेटी है न आंटी।
एक दिन मैं सायरा आंटी के घर गयी।
अचानक मेरी निगाह आंटी की तरफ गयी तो मैंने देखा की आंटी भी एकदम नंगी नंगी किसी का लण्ड पी रही है। मैं तो यह देख कर हैरान रह गयी। आंटी लण्ड पीने में मुझसे ज्यादा एक्सपर्ट लग रही थी। उसकी चूंची मुझसे बड़ी थीं। उसकी गांड मुझसे बड़ी थी। उसका भोसड़ा मेरी चूत से बड़ा था। मेरा जोश दूना हो गया। मैं जल्दी जल्दी लण्ड पीने लगी। ५ मिनट में ही एर्डवर्ड बोला समीना अब मैं खलास होने वाला हूँ। बस मैं उसे खलास करने के लिए उसका मुठ्ठ मारने लगी मगर मैं हार्डी का लण्ड पकडे रही । थोड़ी देर में एडवर्ड का लण्ड उगलने लगा वीर्य और मैं मुह फैलाकर सारा वीर्य अपने मुंह में गिरा लिया। गटक गयी मैं सारा बहन चोद माखन ? लौड़ा चाट चाट कर चकाचक कर दिया। अब मैं हार्डी के लण्ड पर जुट गयी। उसका लौड़ा भी थोड़ी देर में गिराने लगा वीर्य। मैंने उसे मुंह में कैंच कर लिया। लौड़ा फटाक से मुंह में घुसा लिया और सारा माल मुंह में ही गिरा। मैं लण्ड पूरा का पूरा चाटने लगी। मस्त हो गयी मैं दो दो लण्ड पीकर ?
इतने में आंटी ने लौड़ा अपने मुंह में खलास किया और चपर चपर लण्ड चाट चाट कर मज़ा लेते हुए सारा माल पी गयी। मैंने कहा आंटी तुम तो लौड़ा पीने में बड़ी तेज हो ? वह बोली अरे मेरी बुर चोदी समीना किसी दिन अपनी माँ को देखना लण्ड पीते हुए ? वह भोसड़ी वाली मुझसे भी ज्यादा तेज है ? मुझे मालूम तो सब था ही ? मैं तो बस बहाना बना कर आंटी से झूंठी बातें करने लगी।
मैं बोली :- आंटी क्या मेरी मॉम भी इसी तरह लण्ड पीती है ?
आंटी बोली :- हां हां बिलकुल उससे तो लड़कियां लण्ड पीना सीखने आती है। उसी ने मेरी बेटी को लण्ड पीना सिखाया। आज मेरी बेटी बड़ी मस्ती से सबके लण्ड पीती है और मस्ती से अपनी माँ चुदवाती है।
मैंने कहा :- मैंने तो कभी अपनी माँ नहीं चुदवाई आंटी ?
आंटी बोली :- तो अब चुदवा ले भोसड़ी वाली ? बड़ा मज़ा आएगा ? सबसे बड़ा फायदा यह है की तुझे बढ़िया बढ़िया नये नये लण्ड मिलेंगें और तेरी माँ को कॉलेज के जवान लड़कों के लण्ड मिलेंगें ? अब मैं अपनी बेटी के सारे बॉय फ्रेंड्स से चुदवाती हूँ उनके लण्ड पीती हूँ और मैं अपने दोस्तों के लण्ड अपनी बेटी को पिलाती हूँ। मेरी बेटी उनसे जम कर चुदवाती है ? हम दोनों आमने सामने लण्ड की अदला बदली करके मज़ा लूटती है।
मैंने कहा :- वाओ, यह तो बड़ा बढ़िया आईडिया है आंटी ? पर आजतक मेरी मॉम ने मुझे बताया ही नहीं ?
आंटी बोली :- अच्छा मैं कुछ करती हूँ तेरे लिये, समीना।
आंटी ने दूसरे दिन मुझे अपनी माँ के साथ बुलाया और बोली अरी फरीदा बुर चोदी तूने कभी अपनी बेटी के आगे लण्ड नहीं पिया ? कभी अपना भोसड़ा नहीं चुदवाया अपनी बेटी के आगे ? कभी अपनी गांड नहीं मरवाई अपनी बेटी के आगे ? तू बस अकेले अकेले ही मज़ा लेना चाहती है भोसड़ी वाली ? मुझे देख मैं लण्ड पीती हूँ अपनी बेटी के सामने ? भोसड़ा चुदवाती हूँ अपनी बेटी के सामने ? गांड मरवाती हूँ अपनी बेटी के सामने ?
अम्मी बोली :- अरे कभी अपनी बेटी की बुर चुदवाई है तूने ? कभी उसकी गांड मरवाई है तूने। कभी उसके मुंह में लण्ड पेला है तूने ? मुझे देख मैं यह सब करती हूँ। मेरी बेटी बड़ी चालू चीज है यार। सारी दुनिया अपनी चूत में रखती है। उसने मजाक में तुमसे झूंठ बोला। वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। उसके भोसड़ा में बड़े बड़े पेलती है और उसकी माँ भी, बुर चोदी, लण्ड पेलती है अपनी बेटी की चूत में ?
अम्मी की बातें सुनकर हम तीनो हंसने लगी।
=०= ०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
भाड़ में जाये ये दुनिया ? मैं बिलकुल परवाह नहीं करती इस दुनिया की ? ऐसी दुनिया को मैं अपनी चूत में

बड़ी तेज है मेरी माँ ? बड़े बड़े लोग उससे घबराते है। वह तो किसी से भी बिना गाली के बात ही नहीं करती ? मुझेसे भी नहीं ? मुझसे तो वह गुस्से के अलावा प्यार से भी बात करती है तो भी गाली से ही करती है। मैं उसे बहुत पसंद करती हूँ और वह भी मुझे बहुत चाहती है। मैं भी खूब पैसे कमाती हूँ और मेरी माँ भी खूब पैसे कमाती है। हम दोनों मिलकर ज़िन्दगी का मज़ा लूट रही है। खूब बिंदास इधर उधर घूमती है। होटलों में जाती है, पार्टियों में जाती है और जम कर ऐय्यासी करती है। मैं तो मर्दों को अपनी मुठ्ठी में रखती हूँ, उनके लण्ड अपनी जेब मे रखती हूँ और दुनिया को अपनी चूत में ? मेरी माँ तो मर्दों को नंगा करके अपनी पेटीकोट में रखती है ?
मेरी माँ का कहना है की जब दुनिया ने मेरी परवाह नहीं की तो हम उसकी परवाह क्यों करें ? जब उसने मेरी गांड मारी है तो अब हम उसकी गांड क्यों न मारें ? मैं माँ के साथ एन्जॉय करती हूँ। साथ साथ आती जाती हूँ , साथ साथ झांटें बनाती हूँ, साथ साथ लण्ड पकड़ती हूँ और साथ साथ चुदवाती हूँ। मेरे साथ कई लड़कियां जुडी हुई है कई लड़के हमारे साथ जुड़े हुए है। कई लड़कियां लड़के भी हमारे साथ साथ चोदा चोदी ही करते है। कई लड़कियां मेरी तरह ही मेरे सामने चुदवाती है । कई लड़कियां अपनी माँ चुदवाती है और माँ अपनी बेटियां चुदवाती है ? कहीं बुरी है दुनिया तो कहीं खूबसूरत भी है दुनिया ?
उस दिन मैं अपनी दोस्त नगमा के घर पहुँच गयी। वह मुझे देख कर बड़ी खुश हुई। इतने में एक जवान लड़का नंगे बदन केवल लुंगी पहने हुए कमरे में आ गया और नगमा के बगल में बैठ गया। बात करते करते नगमा ने उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाल दिया और अंदर ही अंदर उसका लण्ड सहलाने लगी। बातें बड़ी सेक्सी होने लगी। तब तक उसकी अम्मी आ गयी। वह बोली हाय समीना बहुत दोनों के बाद आयी है तू बहन चोद ? तू ठीक तो है न भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हां आंटी बिलकुल ठीक हूँ। तब तक आंटी उसकी लुंगी खोल कर बोली अरे माँ की लौड़ी नगमा तू छुप छुप कर इसका लण्ड हिला रही है बुर चोदी ? लण्ड हिलाना है तो खुल कर सबके सामने हिलाओ न ? ये तेरा जीजा ही तो है ? और ये तेरी दोस्त समीना है ? इसे भी पकड़ाओ लण्ड ? इसे भी मज़ा लेने दो लण्ड का ? तू खाली अपनी माँ चुदवाती रहती है बस ? कभी कभी अपनी सहेलियों की बुर भी चुदवाया कर नगमा ? मैंने जब लण्ड देखा तो मेरी चूत में आग लग गयी बहन चोद ? इतना मस्त लौड़ा हाय रे मैं तो देख कर ललचा गयी। आंटी बोली देखो समीना तुम्हे लण्ड पसंद आया ? मैंने कहा हां आंटी लण्ड तो बड़ा उम्दा है। वह बोली इसी लण्ड को आज सवेरे सवेरे नगमा ने मेरे भोसड़ा में पेल दिया । मैं भी चुदासी थी मैंने भी खूब चुदाया ? इस तरह सवेरे ही नगमा ने अपनी माँ चुदा ली ? मैं तो कहती हूँ समीना आज तू भी चुदवा ले भोसड़ी वाली ? लण्ड जैसे ही मिले उसे फ़ौरन अपनी चूत में घुसेड़ लेना चाहिए समझी समीना। मेरी चूत आंटी की बात सुनकर मचल उठी। मैंने फिर मस्ती से नगमा के जीजा से चुदवाया।
एक इसी तरह मैं रोज़ी के घर चली गयी। मैं अंदर उसके साथ बैठी थी अचानक उसका डैड आ गया। वह बात करने लगा। फिर एकदम से उसके फोन की घंटी बजने लगी। उसने फोन उठाया और बातें करने लगा ।वह बोला हां अलबर्ट तू अपनी बीवी अभी भेज दे मेरे घर। मैं उसे दिन भर चोदूँगा ? इधर से मैं अपनी बीवी भेज रहा हूँ तुम उसे दिन भर चोदना ? और हां आज जेसिका की माँ को रात में आने के लिए कहना। मैं आज रात में जेसिका की माँ चोदूंगा ? इतने में रोज़ी उठी और मेरे सामने ही उसकी नेकर नीचे खींच दी और उसका लण्ड पकड़ कर मेरे सामने ही हिलाने लगी। जब लण्ड खड़ा हो गया तो वह बोली ये बताओ भोसड़ी डैड तू मेरी माँ अपने दोस्त अलबर्ट से चुदवाने जा रहा है और रात में जेसिका की माँ चोदेगा तो मैं क्या यहाँ झांट उख़ाड़ूँगी बहन चोद ? मैं भी जा रही हूँ अपने दोस्तों से चुदवाने ? तब तक उसकी माँ आ गयी वह बोली अरी रोज़ी अपनी माँ चुदाने के पहले तू अपनी दोस्त समीना की बुर क्यों नहीं चुदवा लेती ? यही लण्ड पेल दे न उसकी बुर में। उसे भी यहाँ आने का मज़ा मिले ज़रा। मैं तो मन ही मन चाहती ही थी उससे चुदवाना ? रोज़ी ने फिर बड़े मन से मेरी बुर चुदवाई। मुझे भी बड़ा मज़ा आया।
लौट कर मैंने सारी बातें अपनी अम्मी को बताई और कहा अम्मी केवल हम ही लोग नहीं है ? यहाँ कई लड़कियां है अपनी माँ चुदवाने वाली ? और कई माँ है अपनी बेटियां चुदाने वाली।
मेरी अम्मी फरीदा एक मस्त और खुश मिज़ाज़ औरत है।
एक दिन अम्मी मुझे अपने किसी रिस्तेदार के घर में ले गयी। वहाँ मेरी मुलाक़ात एक आदमी से करा दी। उसका नाम था वज़ीर . मैं उस आदमी को देखती रही। वह मुझे पसंद आया। उसका लम्बा चौड़ा बदन और चौड़ी छाती देख कर मेरा दिल उस पे आ गया। मैं उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी। अनुमान लगाने लगी की इसका लौड़ा कितना बड़ा होगा ? देखने में कैसा होगा ? चोदने में कैसा होगा ? इसका मक्खन कैसा होगा ? मैं मन ही मन खुश थी शायद अम्मी मुझे इसका लौड़ा पकड़ा दे।
तब तक एक लड़की आ गयी। अम्मी ने कहा अरी समीरा तू बहुत बड़ी हो गयी है। जवान हो गयी है। वह बोली हां आंटी जवान तो मैं लण्ड चाट चाट कर जल्दी हो गयी । लेकिन तुम तो बहन चोद अभी भी जवान दिख रही हो आंटी ? लगता है लण्ड खा खा कर तू अपनी जवानी रोके हुए है ? मैं समझ नहीं पा रही की यह लड़की इतना खुल कर कैसे बात कर रही है ? तब तक वह फिर बोली ये तेरी बेटी है न आंटी।
- अम्मी ने कहा हां समीरा ये मेरी बेटी समीना है।
- वह बोली तो फिर आंटी तुम अपना भोसड़ा चुदाने आयी हो की अपनी बेटी की बुर ?
- अम्मी बोली देख मेरी बुर चोदी समीरा हम दोनों ही चुदासी है। चाहे तू पहले मेरा भोसड़ा चुदवा दे और बाद में मेरी बेटी की बुर और चाहे पहले मेरी बेटी चुदवा दे बाद में मेरा भोसड़ा। चुदाना दोनों को है।
- वह बोली आज यहाँ मेरा अब्बा है जिससे तुम मिल चुकी हो। मेरा ससुर है भोसड़ी का और मेरा जीजा है। तीनो मादर चोद मस्त चोदने वाले लण्ड है।
- अम्मी बोली तो फिर क्या तीनो को भेज दो न ?
- वह बोली इतने बड़े बड़े लण्ड तू झेल पायेगी ?
- तब तक मैं बोली तू माँ की लौड़ी क्या समझती है मुझको और मेरी अम्मी को । मैं इतने बड़े बड़े लण्ड अपनी चूत में रखती हूँ। लण्ड साला चाहे कितना बड़ा हो मैं उसकी माँ चोद देती हूँ। उसे भून कर निकालती हूँ अपनी बुर से ?
- इतने में उसका अब्बा आ गया और उसका ससुर भी आ गया। उन दोनों ने शायद मेरी बात सुन ली थी। उसका अब्बा तो अपना लौड़ा खोल कर मेरे सामने खड़ा हो गया बोला ले रख मेरे लण्ड को अपनी चूत में भोसड़ी की समीना ? मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला टन्ना कर खड़ा हो गया। मेरे मुंह से निकला वाह क्या लौड़ा है अम्मी ? बड़ा मजेदार है लण्ड ? लगता है की किसी मर्द का लौड़ा है ? समीरा तू ठीक कह रही थी। लण्ड मुझे पसंद आ गया है।
- समीरा बोली मुझे भी अब्बा का लौड़ा बहुत अच्छा लगता है। मेरी सभी सहेलियां बुर चोदी इसका लण्ड पकड़ने आती है। मेरी सास तो बड़ी दीवानी है इसके लण्ड की ? मेरे ससुराल में बड़ा पॉपुलर है अब्बा का लौड़ा ? नयी नयी लड़कियां जवान होते ही मेरे अब्बा का लौड़ा पकड़ने आ जाती है और फिर बिना चुदाये जाती नहीं है भोसड़ी वाली। अरे अपनी अपनी माँ भी चुदवाने आती है ससुरी ?
- तो आज मैं तेरे अब्बा का लण्ड चोदूँगी तू बस देखती जा ? उधर अम्मी अपने कपडे खोल कर उसके ससुर का लौड़ा अपने मुंह में भर कर चूसने लगी।
एक दिन मैं सायरा आंटी के घर गयी।
- आंटी बोली :- तू न चाय पीती है, न काफी पीती है, न कोल्ड ड्रिंक पीती है ? तो फिर तू क्या पीती है भोसड़ी वाली समीना ?
- मैंने जबाब दिया :- मैं 'लण्ड' पीती हूँ, आंटी ?
- अच्छा ठीक है, बता बहन चोद किस तरह का लण्ड पीती है तू माँ की लौड़ी ?
- रसदार लण्ड, रसीला लण्ड, मोटा ताज़ा गन्ने की तरह सख्त लण्ड, खुले सुपाड़ा वाला लण्ड, बिना झांट वाला लण्ड पीती हूँ मैं, आंटी ? लण्ड के रस का एक एक बूँद पी जाती हूँ मैं ?
- तू भोसड़ी वाली बिलकुल अपनी अम्मी की तरह है ? तेरी अम्मी भी लण्ड पीती है और इसी तरह का लण्ड पीती है ? आज मैं तुझे तेरे मन का लण्ड पिलाऊंगी ? बोलो कितने लण्ड पियेगी तू बहन चोद ?
- एक बार में दो से कम नहीं लण्ड और तीन से ज्यादा नहीं ?
- ठीक है, पहले ये बता तू झांटें बना के आयी है की नहीं ?
- मेरी छोटी छोटी झांटें है, आंटी क्योंकि आजकल लड़के छोटी झांट वाली चूत पसंद करते है। आजकल इसी तरह की चूत का चलन है आंटी ?
अचानक मेरी निगाह आंटी की तरफ गयी तो मैंने देखा की आंटी भी एकदम नंगी नंगी किसी का लण्ड पी रही है। मैं तो यह देख कर हैरान रह गयी। आंटी लण्ड पीने में मुझसे ज्यादा एक्सपर्ट लग रही थी। उसकी चूंची मुझसे बड़ी थीं। उसकी गांड मुझसे बड़ी थी। उसका भोसड़ा मेरी चूत से बड़ा था। मेरा जोश दूना हो गया। मैं जल्दी जल्दी लण्ड पीने लगी। ५ मिनट में ही एर्डवर्ड बोला समीना अब मैं खलास होने वाला हूँ। बस मैं उसे खलास करने के लिए उसका मुठ्ठ मारने लगी मगर मैं हार्डी का लण्ड पकडे रही । थोड़ी देर में एडवर्ड का लण्ड उगलने लगा वीर्य और मैं मुह फैलाकर सारा वीर्य अपने मुंह में गिरा लिया। गटक गयी मैं सारा बहन चोद माखन ? लौड़ा चाट चाट कर चकाचक कर दिया। अब मैं हार्डी के लण्ड पर जुट गयी। उसका लौड़ा भी थोड़ी देर में गिराने लगा वीर्य। मैंने उसे मुंह में कैंच कर लिया। लौड़ा फटाक से मुंह में घुसा लिया और सारा माल मुंह में ही गिरा। मैं लण्ड पूरा का पूरा चाटने लगी। मस्त हो गयी मैं दो दो लण्ड पीकर ?
इतने में आंटी ने लौड़ा अपने मुंह में खलास किया और चपर चपर लण्ड चाट चाट कर मज़ा लेते हुए सारा माल पी गयी। मैंने कहा आंटी तुम तो लौड़ा पीने में बड़ी तेज हो ? वह बोली अरे मेरी बुर चोदी समीना किसी दिन अपनी माँ को देखना लण्ड पीते हुए ? वह भोसड़ी वाली मुझसे भी ज्यादा तेज है ? मुझे मालूम तो सब था ही ? मैं तो बस बहाना बना कर आंटी से झूंठी बातें करने लगी।
मैं बोली :- आंटी क्या मेरी मॉम भी इसी तरह लण्ड पीती है ?
आंटी बोली :- हां हां बिलकुल उससे तो लड़कियां लण्ड पीना सीखने आती है। उसी ने मेरी बेटी को लण्ड पीना सिखाया। आज मेरी बेटी बड़ी मस्ती से सबके लण्ड पीती है और मस्ती से अपनी माँ चुदवाती है।
मैंने कहा :- मैंने तो कभी अपनी माँ नहीं चुदवाई आंटी ?
आंटी बोली :- तो अब चुदवा ले भोसड़ी वाली ? बड़ा मज़ा आएगा ? सबसे बड़ा फायदा यह है की तुझे बढ़िया बढ़िया नये नये लण्ड मिलेंगें और तेरी माँ को कॉलेज के जवान लड़कों के लण्ड मिलेंगें ? अब मैं अपनी बेटी के सारे बॉय फ्रेंड्स से चुदवाती हूँ उनके लण्ड पीती हूँ और मैं अपने दोस्तों के लण्ड अपनी बेटी को पिलाती हूँ। मेरी बेटी उनसे जम कर चुदवाती है ? हम दोनों आमने सामने लण्ड की अदला बदली करके मज़ा लूटती है।
मैंने कहा :- वाओ, यह तो बड़ा बढ़िया आईडिया है आंटी ? पर आजतक मेरी मॉम ने मुझे बताया ही नहीं ?
आंटी बोली :- अच्छा मैं कुछ करती हूँ तेरे लिये, समीना।
आंटी ने दूसरे दिन मुझे अपनी माँ के साथ बुलाया और बोली अरी फरीदा बुर चोदी तूने कभी अपनी बेटी के आगे लण्ड नहीं पिया ? कभी अपना भोसड़ा नहीं चुदवाया अपनी बेटी के आगे ? कभी अपनी गांड नहीं मरवाई अपनी बेटी के आगे ? तू बस अकेले अकेले ही मज़ा लेना चाहती है भोसड़ी वाली ? मुझे देख मैं लण्ड पीती हूँ अपनी बेटी के सामने ? भोसड़ा चुदवाती हूँ अपनी बेटी के सामने ? गांड मरवाती हूँ अपनी बेटी के सामने ?
अम्मी बोली :- अरे कभी अपनी बेटी की बुर चुदवाई है तूने ? कभी उसकी गांड मरवाई है तूने। कभी उसके मुंह में लण्ड पेला है तूने ? मुझे देख मैं यह सब करती हूँ। मेरी बेटी बड़ी चालू चीज है यार। सारी दुनिया अपनी चूत में रखती है। उसने मजाक में तुमसे झूंठ बोला। वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। उसके भोसड़ा में बड़े बड़े पेलती है और उसकी माँ भी, बुर चोदी, लण्ड पेलती है अपनी बेटी की चूत में ?
अम्मी की बातें सुनकर हम तीनो हंसने लगी।
=०= ०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
0 comments: