Thursday, March 13, 2014

उसे चोदने दो मेरी बीवी


एक दिन मैं काजल भाभी के साथ अपने घर पहुंचा तो दरवाजा खोलते ही मुझे अंदर से कुछ आवाजें सुनायी पड़ने लगी।  अंदर मेरी बीवी को बिलकुल नहीं मालूम हुआ की मैं घर में आ चुका हूँ।  घर की दो चाभी है एक मेरे पास रहती और एक मेरी बीवी के पास।  मैं काजल भाभी के साथ धीरे धीरे आगे बढ़ा तो भाभी ने मेरा हाथ पकड़  कर इशारे से कहा की पहले ज़रा झांक कर देखो तो अंदर क्या हो रहा है ? मैं उसका कहना मान गया और भाभी के साथ अंदर झाँक कर देखने लगा।  देखते ही मेरे तो होश उड़ गये।  भाभी भी हैरान रह गयी और सोंचने लगी यह कैसे हो गया ?  मैंने देखा की मेरी बीवी नीता एकदम नंगी लेटी हुई किसी से झमाझम मस्ती से चुदवा रही है।  हैरानी और ज्यादा बढ़ गयी जब मालूम हुआ की चोदने वाला मर्द कोई और नहीं बल्कि भाभी का हसबैंड कमल है। भाभी के माथे पर बल पड़ गये ? उससे ज्यादा मेरे मन में गुस्सा जागा ? हालांकि कमल मेरा दोस्त है लेकिन एक दोस्त की बीवी के साथ ऐसी हरकत तो बर्दास्त नहीं की जा सकती ? भाभी काफी गुस्से में आ गयीं  . वह आगे बढ़ी और इशारे से बोली िे कैसे सहन किया सकता है नरेश ? तब मैंने उससे कहा भाभी आप इस समय कुछ मत बोलिये प्लीज।  जो कुछ हो रहा है उसे होने दीजिये।  उन्हें डिस्टर्ब मत कीजिये भाभी ? उसे चोदने दो मेरी बीवी ? देखते है की आगे क्या होता है ? बस भाभी रुक गयी।   हम दोनों आँखे फाड़ फाड़ कर देखते रहे और चुप चाप सुनते रहे उनकी सेक्सी और अश्लील बातें  ?
  • कमल बोला - काजल भाभी मुझे तेरी ये बड़ी बड़ी चूंचियां मदहोश कर रही है।  तेरी छोटी छोटी झाटों वाली चूत बड़ी सेक्सी लग रही है।  तेरा पूरा बदन मेरे जोश को बढ़ा रही है भाभी।  
  • नीता बोली - और मुझे तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है यार ? ऐसा ही मस्ताना लौड़ा मुझे पसंद आता है।
  • भाभी, अब मुझे कभी कभी चोदने का मौका देती रहना प्लीज ?
  • हां हां क्यों नहीं कमल ? मैं तेरे लण्ड को कैसे भूल सकती हूँ।  मैं तो इसे बार बार अपनी चूत में घुसेड़ना चाहूंगी।  वैसे भी तेरा लण्ड बड़ा टेस्टी है ?
  • वाओ, भाभी तेरी बातें मुझे बहुत अच्छी लग रही है। 
  • मैं भी मज़ा ले रही हूँ तेरी सेक्सी बातों का ? लेकिन लौड़ा तो पूरा घुसेड़ कर चोदते जाओ ?
  • लो और घुसेड़ दूं और पेल दूं भाभी ?
  • पेल दे न भोसड़ी के अब आ रहा  है मज़ा ? चोदो मुझे भकाभक ? अपनी बीवी की तरह चोदो मुझे ?
  • हां भाभी अब तो मेरा लण्ड तेरी चूत का दीवाना हो गया है ? अच्छा बताओ भाभी क्या गांड मराओगी ?
  • अरे पहले मेरी बुर तो चोद ठीक से चोद लो,  बहन का लौड़ा ? 
उन दोनों की चुदाई देख कर और उनकी सेक्सी बातें सुनकर मेरे बदन में आग गयी।  मैंने अपना हाथ काजल भाभी की चूंचियों पर रख दिया।  भाभी ने मेरा हाथ अपनी चूंची पर दबा दिया।  मैं समझ गया की आग भाभी की बुर में भी लग गयी है।  मैंने हाथ ब्लाउज़ में घुसेड़ दिया और चूंची खोल कर उन्हें दबाने लगा।  इतने में भाभी भी मेरा लण्ड ऊपर से टटोलने लगी। मैंने धीरे से ब्लाउज़ खोल डाला और साड़ी उतार कर फेंक दी उसके पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा।  चूत मुझे बिलकुल चिकनी लगी।इधर भाभी ने मेरी जिप खोली और हाथ अंदर घुसा कर लण्ड पकड़ लिया। लण्ड टन्नाया हुआ था। उधर मेरी बीवी चुद रही थी। मैंने सोंचा कि अब मैं उसकी बीवी चोदूँगा  .
मैंने भाभी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया।  उसकी पूरी नंगी कर दिया।  उसने भी मेरी पैंट उतारी और मेरी चड्ढी खोल डाली।  मेरा नंगा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।  लण्ड बहन चोद और टन टना गया।  उधर मेरी बीवी कमल के लण्ड पर बैठ कर अपनी बुर चुदवा रही थी।  भाभी ने मेरा लण्ड  अपने मुंह में घुसा लिया और चूसने लगी। लेकिन वह ठीक से चूस नहीं पा रही थी क्योंकि आवाज आने का डर था ।  तब मैं उसे बगल के कमरे में ले गया।   कमरे में घुसते ही मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया। उसकी दोनों चूंचियां चूमने लगा। उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा।  भाभी भी मेरा लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी।  मुझे उसकी प्यारी प्यारी मस्त चूंचियां बड़ी सेक्सी लग रही थी। मैंने उसके गाल चूमे।  उसके होंठ चूमे और कंधे चूमे।  भाभी भी मेरे गाल चूमने लगी। फिर वह नीचे बैठ कर मेरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।  मैं खड़ा था और खड़ा था मेरा लण्ड ? भाभी लण्ड के साथ मेरे पेल्हड़ भी चाट रही थी।   थोड़ी देर में मैंने उसे पलंग पर लिटा दिया। 
वह बोली  :- नरेश क्या तुम मुझे चोदोगे ?
मैंने कहा :- वो साला बहन चोद मेरी बीवी चोद रहा है तो मैं उसकी बीवी क्यों नहीं चोदूँगा ?
वह बोली :- हां वो साला भोसड़ी वाला तेरी बीवी चोद रहा है तो तुम भी उसकी बीवी चोदो ?
ऐसा कह कर काजल भाभी ने अपनी चूत फैला दी। मैं उसके ऊपर चढ़ बैठा और चूत में अपना मुंह घुसा कर चाटने लगा।  मेरा लण्ड उसके मुंह पे था।  वह मेरा लण्ड चाटने लगी।  हमने दरवाजा बिलकुल खुला रखा। इतने में मैं घूम गया और लण्ड उसकी बुर के मुंह पर टिका दिया। बस एक ही धक्के में लौड़ा सरसराता घुस गया जैसे सांप अपने बिल में घुसता है ? मैं लौड़ा निकाल निकाल कर और घुसा घुसा कर चोदने लगा।  भाभी भी सहयोग करने लगी और अपनी गांड उठा उठा के मस्ती से चुदवाने लगी। 
  • वह बोली :- हाय नरेश तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है यार ? साला मेरी बुर में बड़ा सा गड्ढा बना देगा ?
  • मैंने कहा :- जब तेरा मियां मेरी बीवी की बुर में गड्ढा बना रहा है तो मैं भी उसकी बीवी बुर में गड्ढा बनाऊंगा। 
  • अब रहने भी दो यार ? अब गुस्सा थूंक दो और मेरी बुर चोदने पर ध्यान दो। 
  • बुर तो तेरी बहन चोद लाखों में एक है। बड़ी मुश्किल से मिली है मुझे चोदने को ?
  • तो तूने पहले क्यों नहीं चोदा मुझे ?
  • तूने पहलें क्यों नहीं पकड़ा मेरा लौड़ा ? अब जब लौड़ा पकड़ ही लिया तो इसका मज़ा भी ले लो ?
  • मज़ा तो तुम भी ले रहे हो भोसड़ी वाले ? अब आज से तुम मुझे बिना बोले चोदा करना ?
  • भाभी, जानती हो तुम ?  मैं गांड भी मारता हूँ।
  • तेरे लण्ड में दम हो तो मार ले मेरी गांड ? तुझे कौन भोसड़ी वाली रोकती है ?
इतने में कमल मेरी बीवी नीता के साथ कमरे में आ गया ?
कमल मुझे देखते ही बोला :- अरे नरेश, तुम बिना मुझे बताये मेरी बीवी चोद रहे हो, बहन चोद ?
मैंने जबाब दिया :- अच्छा तो क्या तुमने मुझसे पूंछ कर मेरी बीवी चोदी, भोसड़ी के कमल ?
कमल बोला :- यार, मुझे पूंछने का तो मौका ही नहीं मिला, मैं जब नीता भाभी से मिला तो उसने बातों बातों में ही मेरे लण्ड पर हाथ रह रख दिया ? बस फिर क्या मैं भी थोड़ा मस्ती में आ गया और उसकी चूंचियां पकड़ ली।  उसके बाद तो हम दोनों दुनिया भूल गये और हुआ वही जो नहीं होना था।  अब क्या करूँ जो होना था हो गया।  मैंने कहा :- तो फिर मुझ भी कहाँ वख्त मिला तुमसे पूंछने का।  मैं जब घर आया तो देखा की तुम दोनों अपने अपने कपडे उतार कर एकदम नंगे नंगे एक दूसरे से लिपटे हुए हो। उस समय मैं कुछ नहीं बोला लेकिन आग तो मेरे बदन में भी लग चुकी थी और तेरी बीवी मेरे साथ थी।  मैंने सोंचा की तू अगर मेरी बीवी चोद रहा है तो मैं तेरी बीवी चोदूंगा ? बस मैं चला आया और चोदने लगा तेरी बीवी ?
कमल बोला :- तुम ठीक कह रहे हो यार ? मेरा तो मतलब यह था की अगर ये सब हमें पहले मालूम होता तो हम फिर एक दूसरे की बीवी एक दूसरे के सामने ही एक ही कमरे चोदते तो कितना अच्छा होता ?
मैंने कहा :- तो दुबारा चोद लेना ? अब तो गाडी चल ही पड़ी है। इस समय बैठो और अपनी बीवी चुदते हुए देखा ?
तब तक काजल भाभी बोली :- और हां अब तुम यह भी देखो की तेरी बीवी कैसे पराये मरद से चुदवाती है ?
अब तो मैं और गरमजोशी से उसकी बीवी चोदने लगा ।  मुझे काजल भाभी की बुर और ज्यादा पसंद आने लगी।  मैं और धक्के लगाने लगा।  भाभी भी अपनी गांड और उछाल उछाल कर चुदवाने लगी। कमल सोंचने लगा की मेरी बीवी इतनी मस्ती से मुझसे कभी नहीं चुदवाती ससुरी ? देखो कैसे नरेश के लण्ड पर कूद कूद कर चुदवा रही बहन चोद ? उधर नीता सोंच रही थी वाह देखो न मेरे मियाँ का लौड़ा कितना बड़ा हो गया है काजल के हाथों में जाकर ? और ये मेरा हसबैंड कितने मजे से चोद  की बुर ? इतने मजे से इसने मुझे तो कभी नहीं चोदा ?
किसी ने ठीक ही कहा है की पराये बीवी की चूत अपनी बीवी की चूत से ज्यादा अच्छी लगती है और पराये मरद का लण्ड अपने मरद के लण्ड से ज्यादा अच्छा लगता है।  
उसके बाद जब मैं खलास होने लगा तो काजल भाभी मेरा लण्ड बड़े जोश के साथ पीने लगी ।  इस तरह तो मेरी बीवी ने कभी नहीं पिया मेरा लण्ड ?  
दूसरे दिन काजल भाभी मेरे घर आयी जब मैं बाहर जा रहा था।  मैं चला गया और  वे दोनों बातें करने लगीं।
अब आगे की कहानी आपको मेरी बीवी नीता सुनायेगी :-  मेरे पति के जाने के बाद मैंने व्हिस्की की बोतल निकाली और दो पैग शराब बना कर पीने लगी।  मैंने सिगरेट भी जलाया, एक काजल को दिया और दूसरी मैं पीने लगी।  दारू के दो दो घूँट जब अंदर गये और २/३ बार मुंह से सगरेट का धुआं निकला तो बातें शुरू हो गयीं ? हम दोनों बिलकुल मस्ती के मूड में आ गयी।
काजल बोली :- यार अपना प्लान तो बड़ा कामयाब हो गया , मुझे तो तेरे हसबैंड से चुदाने में बड़ा मज़ा आया।  मैं कहती थी न कि पराये मर्दों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। 
मैंने कहा :- हां तू बिलकुल ठीक कह रही है। मैंने कहानियां बहुत पढ़ी, ब्लू फिल्म्स बहुत देखि और सुना भी बहुत की पराये मर्दों से चुदवाने में खूब मज़ा आता है। लेकिन जब खुद अनुभव किया तो वाकई मान गयी।  मैंने भी पहली बार ही अपने मियां के अलावा किसी और से चुदवाया ?
काजल बोली :- यार मुझे तो मेरे हसबैंड का लण्ड तेरे हाथ में ज्यादा बड़ा लगा ?
मैंने कहा :- हां यही तो मैंने भी अनुभव किया ? मुझे लगा की मेरे मियां का लौड़ा एक इंच बढ़ गया है।
काजल बोली :- उस दिन जब हम दोनों ने मिलकर प्लान बनाया तो मज़ा आ गया।  मैंने कहा था न कि यार नीता किसी दिन तू मेरे हसबैंड से चुदवा ले और मैं तेरे हसबैंड के साथ तेरी चुदाई देखूं। तेरी चुदाई देख कर तेरे हसबैंड के लण्ड में आग लग जायेगी और तब मैं उसे पकड़ कर अपनी बुर में घुसा लूंगी।  हुआ भी बिलकुल वैसा ही जैसा मैंने सोंचा था।  उस दिन मैंने अपने मियां कमल को तेरे घर भेज दिया और तेरे मियां को लेकर बाज़ार चली गयी।  बाज़ार से जल्दी ही वापस आ गयी और तेरी चुदाई देखी ? अब तो रास्ता खुल गया अब तो मैं कभी भी तेरे मियां से चुदवा सकती हूँ और तू मेरे मियां से ? 
मैंने कहा :- मैं सोंच रही हूँ की क्यों न किसी और कपल को शामिल किया जाये ? मेरी एक सहेली है मोनिका वह भी शायद पराये मर्दों से चुदवाने की पक्षधर है।  मैं उससे बात करती हूँ। अगर वह मान जाये बुर चोदी तो मज़ा आ जाये ?  तब तक तुम भी सोंचो काजल कोई मिले भोसड़ी वाला जो हम दोनों को चोद सके ?
मैंने मोनिका को फोन लगा दिया।  
- वह बोली - हाय नीता बोल क्या हाल है यार ? कैसे याद किया तूने ?
- क्या कर रही है तू बहन चोद इस समय ?
- अपने हसबैंड के दोस्त से अपनी झांटें बनवा रही हूँ। 
- भोसड़ी की मजाक मत कर मुझसे ? सच सच बता तू क्या कर रही है ?
- अरे यार सच बता रही हूँ ? अभी और सुन झांटें बनवाने के बाद इसका लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी ?
- इसका मतलब तू बड़ी स्वार्थी है ? तुझे अपनी सहेली की चूत का बिलकुल ख्याल नहीं है ?
-अरे वाह ? क्या तू पेलवाएगी इसका लण्ड अपनी चूत में ?
- क्यों नहीं ? क्या मेरी चूत इसके काबिल नहीं है। 
- लेकिन फिर तेरे हसबैंड को इसकी बीवी की चूत में पेलना पडेगा अपना लण्ड ?
- आये हाय अब समझी मैं तेरी करतूत ? तू माँ की लौड़ी पतियों की अदला बदली करके चुदवाती है ?
- हां बिलकुल इसमें कोई हर्ज़ नहीं है, यार और मज़ा आता है दुगुना ?
- मैं भी यही करती हूँ, यार ? तू जल्दी से अपने मियां को और उस कपल को लेकर आ जा मेरे घर ?

मोनिका बड़ी खुश हो गयी।  मैंने जब यह बात काजल को बताई तो वह उछाल पड़ी ?  शाम को वे चरों लोग आ गये।  मैंने सबसे पहले उन्हें अपनी दोस्त काजल से और उसके पति कलम से मिलवाया।  मोनिका तो और खुश हो गयी।  वह खुलकर बोली मैं तो एक ही नये लण्ड की तलास में आयी थी यहाँ तो मुझे दो दो नये लण्ड मिलेंगे।  फिर उसने हमें सबसे मिलवाया।  वह बोली ये है मेरे पति मानक परायी चोदने में बड़ा एक्सपर्ट है।  ये है इसका दोस्त अमर जिससे मैं अपनी झांटें बनवा रही थी और ये है इसकी बुर चोदी बीवी अपर्णा।  अपर्णा पराये मर्दों के लण्ड की जबर्दस्त शौक़ीन है।  ये खाना बाद में खाती है लण्ड पहले पीती है ? बात करते करते मैंने ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया और सब लोग दारू पीने में मस्त होने लगे।  
मोनिका बोली :- यार हसबैंड बदल कर चुदाने में बड़ा मज़ा आता है ? मैं एक साल यही कर रही हूँ।  
अपर्णा बोली :- मैं भी दूसरों के हसबैंड्स से चुदाने में खूब मज़ा लेती हूँ।  मैं दो साल से चुदवा रही हूँ।
काजल  बोली :- यार मैंने और नीता ने अभी अभी शुरू किया है।  हमें तो पहली बार में यह अहसास हुआ की इस तरह से पराये मर्दों से चुदाने ज्यादा मज़ा भी है मस्ती भी।  बीवियों को मिलते है नये नये लण्ड और मियों को मिलाती है नयी नयी चूत ? मैं तो अपने पति से कहती हूँ तुम चोदो और मुझे चुदवाने दो ? मेरा पति भी मुझसे कहता है की तुम चुदाओ और मुझे चोदने दो ?
                          बीवी कहती है  "चोदो और चुदाने दो"  ,,,,,,,,,,,,,,,,,रोज़ नये लण्ड पेलो 
                          मियां कहता है "चुदाओ और चोदने दो",,,,,,,,,,,,,,,,रोज़ नयी बीवी चोदो 
थोड़ी देर में मैं मानक के बगल में बैठ कर उसके गले में हाथ डाल दिया। मोनिका समझ गयी कि मैं पहले मानक से चुदवाना चाहती हूँ। तो वह मी पति नरेश की बाहों में शमा गयी।  इसी तरह काजल अमर की जाँघों पर हाथ फेरने लगी और फिर ऊपर से उसका लण्ड दबाने लगी उसके सामने कमल अपर्णा की चूंचियों पर पर हाथ फेरने लगा। थोड़ी देर में सब लोग अपने अपने कपडे उतार कर हो गये नंगे। सबके लण्ड लण्ड टन टनाने लगे और सबकी चूंचियां तन कर खड़ी होने लगी। 
मैं मानक का लण्ड चूसने लगी, काजल अमर का लण्ड हिलाने लगी, मोनिका मेरे पति नरेश का लौड़ा चाटने लगी और अपर्णा कमल का लण्ड चूमने लगी। उसके बाद सबने एक दूसरे की बीवी चोदनी शुरू कर दी।  मेरा पति मानक की बीवी चोदने लगा ।  कमल अमर की बीवी चोदने लगा, मानक मुझे चोदने लगा और अमर कमल की बीवी चोदने लगा।  कमरे में चुदाई की आवाजें आने लगी। चार चार चूत एक साथ चुदाने में जुटी थी और चार चार लण्ड भकाभक चोदने का मज़ा लूट रहे थे। 
थोड़ी देर में लण्ड की अदला बदली हो गयी।  मेरी चूत में अमर ने अपना लण्ड पेल दिया , मेरे पति ने अपर्णा की बुर में घुसा दिया लण्ड।  मानक ने काजल बुर में ठोंका लण्ड और कमल ने ठोंका लण्ड मोनिका की बुर में ?  रात भर और फिर दूसरे दिन भी यही होता रहा।  कभी बीवी बदली तो कभी मियां।  कभी लण्ड बदला तो कभी बुर ? सबको ज़न्नत का मज़ा अ रहा था।  सभी अपनी अपनी बीवी चुदवाकर बड़े खुश हो रहे थे। 
सभी मर्दों का कहना था कि उसे चोदने दो मेरी बीवी ? सभी बीवियों का कहना था उसे चुदवाने दो मेरे पति से ? मैंने यह देखा की पार्टियों में बीवियां खूब बढ़ चढ़ कर भाग लेती है।  और यह सच है की अगर बीवी बुर चोदी मन लगा कर चुदवाये तो मर्द भोसड़ी वाले को ज्यादा मज़ा आता है चोदने में ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त       



 
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