Saturday, February 1, 2014

एक चूत पर दो दो लण्ड

मैं जैसे ही कमरे में घुसी तो देखा की एक तरफ कविता दनादन्न चुदवाये चली जा रही है वह भी एक लण्ड से
नहीं बल्कि दो दो लण्ड से।  एक लण्ड उसकी चूत में दूसरा उसके मुंह में ? उसने मुंह से लण्ड निकाला और बोली अरी सना कितनी देर कर दी तूने बहन चोद ? यहाँ सब लड़कियां एक एक लण्ड का मुठ्ठ मार चुकी है।  तू कहाँ अपनी माँ चुदा रही थी इतनी देर से यार ? सना बोली माँ नहीं चुदा रही थी यार।  मैं जैसे ही घर निकली तो सामने ताहिर अंकल मिल गया वह बोला तू कहाँ जा रही है बुर चोदी सना मैंने कहा मैं चुदाने जा रही हूँ भोसड़ी के अंकल तुझे क्या ? तेरी गांड क्यों फट रही है ? वह बोला अच्छा जाने के पहले मेरा मुठ्ठ मारती जाओ ? मैंने कहा तू मादर चोद अम्मी से मुठ्ठ मरवा ले मुझे देर हो रही है ? तब तक अम्मी बोली अरे मेरी हरामजादी सना ये औरतों से नहीं लड़कियों से मुठ्ठ मरवाता है साला  . मार दे न जल्दी से मुठ्ठ ? देखो न इसकी लुंगी खुली हुई है और लण्ड खड़ा हुआ है बस फ़टाफ़ट शुरू हो जा।  अभी २ मिनट में ही उगल देगा सारा मक्खन इसका लौड़ा ? मैं मारने लगी मुठ्ठ बस उसी में थोडा लेट हो गयी यार ?
एकाएक सामने से पूजा आती हुई दिखी उसके दोनों हाथों में एक एक लण्ड था एक लण्ड असद का और एक लण्ड जॉन का ? मैंने पूंछा यार कविता आज क्या दो दो लण्ड से हो रही है चुदाई ? वह बोली हां
                                              आज का नारा है - एक चूत पर दो दो लण्ड 
तू भी उस कमरे में जा तेरे नाम के दो लड़के है जैकी और कादर।  उनके कपडे उतार कर दोनों लण्ड पकड़ कर आ जा जल्दी से मेरे पास चुदवाने।  मैं फ़ौरन कमरे में गयी और उन दोनों मादर चोदों को नंगा किया और अपने भी कपडे उतारे।  फिर दोनों लण्ड हिला हिला कर खड़ा किया और कविता के सामने आ गयी। मैं बीच में बैठ कर दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। लण्ड और टन टना उठे ? कविता तो विकी और संजय से चुदवाने में जुटी हुई थी। इधर पूजा भी बुर चोदी अपनी चूत में असद का लौड़ा पेल कर चुदाने लगी और जॉन का लण्ड चूसने लगी।  मेरे बाद लोरी आई ? पूजा बोली लोरी तू इतनी देर से गांड मरा रही थी क्या ? वह बोली नहीं यार  गांड नहीं अपनी माँ चुदा रही थी ।  वो मेरा एक बॉय फ्रेंड टोनी आ गया।  उसे देख कर मेरी मॉम का भोसड़ा साला गरम हो गया।  वह बोली लोरी बेटी इसका लण्ड पेलो मेरे भोसड़ा में प्लीज ? इतना मस्त और जवान लड़का बहुत दिनों के बाद देखा है।  मैं इससे जरुर चुदवाऊँगी ? बस मैं माँ का भोसड़ा चोदने लगी।  बस उसी में देर हो गयी यार ? कविता बोली अच्छा ठीक है चल तू भी अंकित और पीटर का  लण्ड जल्दी से पकड़ कर यहाँ ले आ ? और सबके सामने चुदाना शुरू कर दे भोसड़ी वाली ?
लोरी जब इन दोनों के लण्ड पकडे हुए जब आयी तो कवीता बोली हाय दईया आज तो दोनों लण्ड बड़ी जोरदारी से टन टना रहे है।  कल तो इस पीटर ने मुझे खूब चोदा था।  इसका एक दोस्त इब्राहिम है जो मेरी माँ चोद कर गया।
पूजा बोली -  अरी लोरी कल तूने किसी और से भी चुदाया था ?
लोरी ने जबाब दिया :- - हां यार कल मैंने असद से भी चुदाया था जो अभी तुझे चोद रहा है ?
कविता बोली :- आज तो संजय का लौड़ा साला मेरी गांड मारने को तैयार है बहन चोद  ?
सना बोली :- यार कादर इतना बढ़िया चोद रहा है मेरी बुर मैं तो यहाँ से जाकर अपनी माँ चुदाऊंगी इससे  ?
पूजा ने कहा  :- जॉन का लौड़ा भी बहन चोद बड़ा मोटा है मेरी मौसी के भोसड़ा के लायक है किसी दिन यही लण्ड पेलूँगी उसके भोसड़ा में ?  दोस्तों, मैं सना हू और ये सब मेरे कॉलेज के दोस्त है।  हम लोगों ने आज प्लान बनाया की आज एक एक लड़की दो दो लण्ड से चुदवायेगी। लण्ड की अदला बदली  चुदवायेगी। आपने देखा की मैं सना, कविता, पूजा और लोरी के हाथ में दो दो लण्ड है। यहाँ मेरे सामने  ८ लण्ड टन टना रहे है। हम में से किसी ने भी इतने सारे एक साथ खड़े लण्ड नहीं देखा है।  हम लड़कियों को तो इनके लण्ड देख देख कर ही मज़ा आ रहा है।  इसी तरह इन लड़कों को भी एक साथ चार चार एकदम मस्त जवान नंगी लड़कियां देख देख कर मज़ा आ रहा है। इसीलिए तो इन मादर चोदों के लण्ड टन्ना रहें है। मैं तो यहाँ चुदा ही रही हूँ पर मेरा मन माँ चुदाने का हो गया है।  मैं धीरे धीरे ये सारे लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी ? लोरी भी बुर चोदी अपनी माँ चुदवाती हूँ। मैं एक बार लोरी को माँ चुदवाते हुए देखूँगी।  सुना है कि वह बड़ी अच्छी तरह से माँ चुदा लेती है।  उससे सीख सीख कर कॉलेज की कई लड़कियां माँ चुदाने लगी है। 
मैं यह सब सोंच ही रही थी कि कादर ने मेरी चूत में भक्क से पेल दिया लण्ड और चोदने लगा। मैं भी जैकी का लण्ड मुंह में घुसा कर चुदाने लगी।  दो दो लण्ड से चुदवाने का मज़ा ही बड़ा मस्त होता है।  अब कविता को देखो बुर चोदी विकी का लण्ड बुर में पेले हुए है और संजय का लण्ड गांड में ? पूजा भोसड़ी वाली बड़ी चुदक्कड़ लड़की है।  असद का लौड़ा पी रही है और जॉन के लण्ड से बुर चुदवा रही है।  लोरी का बस चले तो मादर चोद खुले आम सड़क पर ही चुदवाने लगे ? उसकी जैसी  बेशरम लड़की कोई और नहीं है कॉलेज में ? साली कभी कभी अपनी चूत खोल कर खड़ी हो जाती है क्लास में ? कभी किसी लड़के का लण्ड पीने लगती है और कभी अपनी झांटें सबको दिखा देती है।  एक बार तो मैंने भी एक लड़के का लण्ड पिया था। उसके बाद तो २/३ लड़कों ने मुझे अपने आप लण्ड पिलाया। लोरी ने अंकित का लौड़ा अपनी गांड में घुसाया और मजे से मराने लगी गांड ? उसके सामने पीटर एकदम नंगा लेटा हुआ था। लोरी उसका लण्ड पीने लगी। लण्ड पीते हुए गांड मराना और गांड मराते हुए लण्ड पीना, दोनों तरफ से मज़ा ले रही थी लोरी ? पूरा कमरा चुदाई की आवाजों से गूंजने लगा। चारों तरफ  छप्प छप्प, गच्च गच्च, धच्च धच्च, फच्च फच्च चूं, चा, चों, का शोर होने लगा। 
इतने में कविता बोली हाय सना तू अपने दोनों लण्ड मुझे दे दे ? उसने हाथ बढाकर कादर का लौड़ा पकड़ लिया और फिर जैकी का लौड़ा भी। मैं भी सयानी कम नहीं हूँ।  मैंने अपने बगल के पूजा के दोनों लण्ड हथिया लिया।  अब मेरे पास असद और जॉन के लण्ड आ गए ।  मेरे पकड़ते ही सालों के लौड़े और टन टना गए।  पूजा बुर चोदी लोरी कि तरफ बढ़ी और उसके दोनों लण्ड छीन लिया।  अब उसके पास अंकित और पीटर के लण्ड अपने कब्जे में किया।  लोरी भोसड़ी वाली उठीं और उसने कविता के दोनों लौड़ों पर टूट पड़ी।  अब उसके पास विकी और संजय के लण्ड आ गये।  इस अदला बदली से सबके पास नये नये लण्ड पहुँच गये।  जहाँ एक तरफ लण्ड में गर्मी आ गयी वहीँ दूसरी तरफ सबकी चूत की आग और भड़क उठी।  एक चूत पर दो दो लण्ड सवार हो गये।  हम चारों लड़कियां मस्ती में डूब गयी।
मैं असद से चुदवा रही थी और जॉन का लौड़ा चूसने में लगी थी तभी मेरा फोन बज उठा। मैंने फोन उठाया तो मालूम हुआ कि फोन मेरे अब्बा का है ?
  • वह बोला - सना तू कहाँ अपनी माँ चुदा रही है, माँ की लौड़ी ?
  • माँ नहीं चुदा रही हूँ भोसड़ी के अब्बा ? मैं अभी अपनी बुर चुदा रही हूँ बोल क्या बात है ? 
  • यहाँ मेरा दोस्त तुम्हे चोदने आया है और तू वहाँ जाने किससे चुदवा रही है।
  • तो तुम अपनी बेटी अपने दोस्त से चुदवाओगे ? उससे कहो मेरी माँ चोद ले ? मैं अभी बिजी हूँ। 
  • अरे मैं उसकी बेटी चोद कर आ रहा हूँ सना अब वो मेरी बेटी चोदेगा ?
  • उससे कहो बेटी चोदना हो तो कल आये।  आज मेरी बुर खाली नहीं है।
मैंने फोन बंद कर दिया और फिर चुदाने में जुट गयी , अचानक उधर  कविता का फोन बज उठा।  उसने देखा की फोन तो उसकी मौसी का है। मन में आया की मौसी तो इस समय फोन करती नहीं ? आज क्या बात है। 
  • वह बोली - हां मौसी बोलो क्या बात है ?
  • अरे कविता यार मेरा भोसड़ा मुझे बहुत परेशान कर रहा है। जला जा रहा है बहन चोद ?  
  • क्या हुआ तेरे भोसड़ा को मेरी बुर चोदी मौसी ?
  • बस लण्ड लण्ड चिल्ला रहा है मेरे भोसड़ा। प्लीज कोई लौड़ा लेकर आओ न इसके लिए कविता ?
  • तो फिर कविता के भोसड़ा का क्या होगा ?
  • कल मेरा देवर आएगा मैं उसका लण्ड घुसा दूँगी तेरे भोसड़ा में पर आज ,,,,,,,?
  • अच्छा सुन तू यहाँ आ जा मैं पता बता रही हूँ।  मैं तेरा भोसड़ा चुदवा देती हूँ। 
  • अरे वाह मैं अभी आती हूँ ?
ठीक है आ जा लेकिन अपनी झांटें बना के आना, मादर चोद ? फोन रखने के बाद कविता फिर जुट  गयी चुदाने में । इस बार कादर का लण्ड चूत में घुसेड़ा और जैकी का लण्ड मुंह में।  कविता मस्त हो रही थी। थोड़ी देर में उसने जैकी का लण्ड बुर में ले  कादर का लौड़ा मुंह में।  यही हाल बाकी लड़कियां भी कर रही थी।  सबको लण्ड बदल बदल कर चुदाने में मज़ा आ रहा था और उससे ज्यादा मज़ा सबको चुदवाते हुए देखने में था।  ऐसा नज़ारा तो बड़ी मुश्किल से ब्लू फ़िल्म में देखने को मिलता है।  अचानक कविता की मौसी आ गयी।   लड़के थे।  कविता बोली हाय ये बहन के लौड़े कौन कौन है मौसी ? वह बोली ये है संजू और यह है कंजू।  ये दोनों मेरे गाँव के रिस्ते से देवर लगते है।  फिर मौसी बोली वाओ तुम सब भोसड़ी वाली मिलकर एक साथ चुदवा रही हो।  मुझे क्यों  मेरे पास भोसड़ा नहीं है क्या ? या फिर मेरा भोसड़ा साला लौड़ा खा नहीं सकता।  मैंने कहा नहीं मौसी ये प्लान केवल कॉलेज के लड़कियों का था।  चूत वालियों का था भोसड़ा वालियों का नहीं ? सब एक साथ बोल पड़ी ?                            
                                      इस बुर चोदी हरामजादी मौसी का खोलो भोसड़ा
मौसी को सबने नंगी कर दिया और फिर उसका भोसड़ा सबको दिखाया कविता ने ? इतने में एक एक करके लण्ड झड़ने लगे।  सबने अपने अपने झड़ते हुए लण्ड चाटे और उसका सारा वीर्य बड़ी मस्ती से पिया ?
मैंने कहा :- मौसी जब तेरे पास दो लण्ड थे तो वहीँ घर पर चुदवा लेती ? यहाँ आने की कोई जरुरत नहीं थी। उसने जबाब दिया :- अच्छा तू ही भोसड़ी वाली सना बड़ी चालाक है मैं नहीं हूँ क्या ? अरे यहाँ आयी तो दो की जगह ८ लण्ड और मिलेंगे मुझे ? अब २ की जगह मेरे भोसड़ा १० लण्ड चोदेंगे ? आज मैं इन सब मादर चोद लड़कों से चुदवाकर कर ही जाऊंगी। आज का दिन मेरे लिए बड़ा शुभ है और मेरे भोसड़ा के लिए शुभ है।  इसके बाद सबने नंगे नंगे ही लंच किया और खूब ढेर सारी गन्दी गन्दी बातें की ?
कविता - आज मुझे वाकई सब मादर चोदों के लण्ड एक साथ चोदने का मौका मिला है।
 विकी - यार लड़कियां चोदने में बड़ा मज़ा आता है यार ?
संजय - मुझे तो चूत चोदने का पूरा मज़ा मिल रहा है यार ? कविता की बुर सना की बुर बड़ी मस्त है
सना - इतने सारे लण्ड से एक साथ एक ग्रुप में चुदवाना ही अपने आप में बड़ा मजेदार है। 
जैकी - मुझे लड़कियों की गांड मारने में मज़ा आ रहा है।
कादर - मैं तो इन बुर चोदियों की माँ भी चोदना चाहता हूँ। 
पूजा - यार मैं तो इन भोसड़ी वालों की माँ चोदूंगी। 
असद - मैं मौसी का भोसड़ा चोदूँगा अभी ?
जॉन - मैं बुर चोदी मौसी की मारूंगा गांड ?
लोरी - ओ मई गॉड कितना मज़ा आ रहा है इस तरह चुदाने में ? मैं अब अपनी माँ चुदाऊंगी
अंकित- इसमें कुछ और लड़कियों को शामिल करो यार ?
पीटर - मैं तो लोरी की माँ चोदूँगा ?
मौसी - तुम सबकी माँ का भोसड़ा ? सबकी बहन की बुर। मैं देखूँगी इनके लौड़ों में कितना दम है ?
दो घंटे के बाद फिर महफ़िल जुट गयी। इस बार कविता ने असद और जॉन का लण्ड पकड़ लिया ? सना ने आगे बढ़कर अंकित और पीटर का लण्ड अपने कब्जे में किया। पूजा की नज़र मौसी के देवरों पर थी।  उसने आगे बढ़कर संजू और कंजू के लण्ड पकड़ लिया और मस्ती से हिलाने लगी। दोनों लण्ड सनसना कर खड़े हो गये और पूजा उन्हें चूमने लगी। लोरी ने विकी और सन्जय के लण्ड पर बैठ गयी।  उसे दोनों लण्ड मज़ा देने लगे।  उन दोनों को लोरी की चूंची और उसकी बुर अच्छी लगने लगी। मौसी जैकी और कादर के लण्ड हिलाने में मस्त हो गयी। ५ चूत और १० लण्ड का यह खेल फिर शुरू हो गया। एक चूत पर दो दो लण्ड ?  मैं जब सवेरे सवेरे अपने घर पहुंची तो अब्बा बोली :- आ गयी तू सबके लण्ड हिला कर।  अब जा अंदर अपनी माँ चुदा अपनी ? मैं जैसे ही अंदर घुसी तो देखा की वाकई मेरी माँ का भोसड़ा चुद रहा है।  एक नहीं दो दो मर्द साले मेरी माँ चोद रहे है।  और मेरा अब्बा साला बाहर बैठे शराब पी रहा है।  मैंने पूंछा अम्मी ये सेवेरे सवेरे क्यों चुदवाने लगी तू अपना भोसड़ा वह बोली -
                    बेटी सना सवेरे का लण्ड बड़ा ताकतवर होता है। लण्ड इतना सख्त दिन में कभीं नहीं होता ?
बेटी जब मैं तेरे उम्र की तो रोज़ सवेरे किसी न किसी के बिस्तर में घुस जाती थी और उसका लण्ड पकड़ लेती थी। पहले लण्ड मुंह में घुसेड़ती थी और फिर बुर में ? मैं लण्ड पकड़ने में और चुदवाने में बड़ी बेशरम थी बेटी ? मैंने कहा बेशरम तो तू आज भी है भोसड़ी की अम्मी ? वह बोली हां बिलकुल तू ये समझ ले तू जितनी बेशरम होगी तुझे उतनी ही जवानी का मज़ा मिलेगा।  अगर शरमायेगी तो एक लण्ड के लिए भी तरसती रह जायेगी।  अब आजा और एक लण्ड घुसेड़ कर चुदवा ले मेरे साथ ? मैं चुदवाती हूँ अपनी बेटी की बुर और तू चुदवा अपनी माँ का भोसड़ा ?
बस मैंने एक लण्ड पकड़ा और घुसा लिए अपनी चूत में ? मैं भी मस्त हो के चुदाने लगी।
दो दिन बाद मैंने कहा अम्मी आज मेरे कुछ दोस्त तुझे चोदने आ रहे है। आज मैं अपनी माँ चुदाऊंगी ? अचानक पीछे से आवाज़ आयी यार मैं भी चुदाऊंगी अपनी माँ ? मैं मुड़ी तो देखा की मेरे सामने लोरी खड़ी है और उसके साथ उसकी माँ ? वह बोली यार सना मैंने भी अपने दो दोस्त बुलाया है और वे दोनों यही आ रहे है। वे दोनों मेरी माँ चोदेंगे ? मैंने सोंचा की आज मैं अपनी माँ सना की माँ के साथ चुदवाऊँगी ?
मैंने कहा :- अरे वाह बहुत बढ़िया है यार ? तो फिर मैं अपने दोस्तों से तेरी माँ चुदवाती हूँ और तू मेरे दोस्तों से अपनी माँ चुदवा ?
लोरी बोली :- हां ठीक है। एक भोसड़ा पे दो दो लण्ड ?   

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