
मेरे प्रिय दोस्तों, रेहाना मेरी बहू है और मैं हूँ मिसेज परवीना। हम दोनों एक साथ मुम्बई में रहती है। मेरा शौहर विदेश में है और मेरा बेटा अमेरिका में है। यहाँ मैं भी सर्विस में हूँ और मेरी बहू भी। हम दोनों पैसा खूब कमाती है और फिर विदेश से भी पैसा आ जाता है। इसलिए हम सास बहू मिलकर ऐय्यासी करने लगी है। पहले हम अलग अलग लण्ड पकड़ा करती थी। अलग अलग चुदवाया करती थी। लेकिन जब एक दिन मेरी बहू ने मुझे चुदवाते देख लिया तो मैं खुल कर उसके सामने आ गयी।
मैंने कहा :- बहू जब तूने मुझे रंगे हाथों पकड़ ही लिया है तो आजा फिर यह लण्ड भी पकड़ ले ? फिर मैं क्यों तेरे सामने शरमाऊँ ? मुझे न कोई डर है और न कोई झिझक ? मैं तो अब डंके के चोट पर तेरे सामने चुदवाया करूंगी अपना भोसड़ा, समझी मेरी बुर चोदी रेहाना बहू ?
वह बोली :- तो मैं क्या तेरे से डरती हूँ मादर चोद सासू जी ? तू मेरा क्या उखाड़ लेगी ? मेरी एक झांट भी नहीं टेढ़ी कर पायेगी तू बहन चोद ? मैं भी अब खुले आम चुदवाया करूंगी समझीं मेरी भोसड़ी वाली परवीना सासू ?
बस हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
उस दिन मैं अपनी बहू के सामने भकाभक चुदवाने लगी और मेरी बहू मेरे सामने भकाभक चुदवाने लगी। यही नहीं मैं चुदवाने लगी अपनी बहू की बुर और पेलने लगी उसकी चूत में लण्ड ? मेरी बहू भी ससुरी बड़ी तेज है। वह भी चुदवाने लगी अपनी सास का भोसड़ा और घुसाने लगी मोटे मोटे लण्ड मेरी बुर में ? ऐसे में हम दोनों को आने लगा ज़िन्दगी का असली मज़ा ?
बहू का अब्बा याकूब जब बहन चोद नहा धोकर कर बाहर निकला तो मैं उसका लौड़ा पकड़ने जाने लगी। अचानक उसका मोबाईल बज उठा। उसने बात की और बहू से बोला बेटी मुझे अभी इसी वख्त घर जाना पडेगा एक जरुर काम आ गया है। मैंने कहा अरे खाना खा कर तो जाईये, भाई जान ? वह बोला नहीं भाभी फिर किसी दिन आऊंगा आज मैं रुक नहीं सकता। मुझे इसी खबर का इंतज़ार था। वह चला गया और मैं अपना भोसड़ा दबाकर बैठ गयी। बहू भी बिचारी दिल मसोस कर रह गयी।
एक दिन जब मैं घर में ताला खोल करके घुसी तो मुझे कुछ आवाजें सुनायी पड़ी :- हाय रब्बा कितना मोटा है लण्ड मादर चोद तेरा। मेरी तो चूत फट जायेगी भोसड़ी के। फिर भी पूरा पेल कर चोदो न ? मज़ा भी खूब आ रहा है। मेरी बुआ तो खूब मज़ा करती होगी फ़ूफा जी। खूब घुसाती होगी इसे अपनी बुर में ? वह बोला वह कहाँ घुसाती है मेरा लण्ड ? वो तो गैर मर्दों से चुदवाया करती है माँ की लौड़ी ? सबके लण्ड पकड़ती है मेरी बीवी बुर चोदी ? तो तुम्हे बुरा नहीं लगता भोसड़ी के - नहीं मुझे क्या चाहे जिससे चुदवाये भोसड़ी वाली ? मैं भी तो सबकी बीवियां चोदता हूँ। आज सवेरे ज़फ़ा की बीवी चोदी ? कल मैंने रफ़ी की बीवी चोदी ? परसों मैं शमा की माँ चोद कर आया था और आज तेरी बुर चोद रहा हूँ। मैंने इतना सुना तो मैं सीधे कमरे में घुस गयी। मैं बोली अबे ओ भोसड़ी के, मादर चोद, कुत्ते, तेरी माँ की चूत, साले भडुए मैं अभी तेरी गांड में ठोंक दूँगी हाथ भर का लण्ड ? तूने किससे पूंछ कर मेरी बहू की बुर में पेल दिया लौड़ा ? साले, हरामजादे मैं तेरी माँ का भोसड़ा चीर डालूंगी, तेरा लौड़ा उखाड़ कर फेंक दूँगी, तेरी झांटों में लगा दूँगी आग, तेरे पेल्हड़ दबा दूँगी तो निकल जायेगी तेरी जान ? बोल तू बहन चोद है कौन ? और किसके भोसड़ा से निकला है तू कमीना ? इतने में बहू बोली अरे सासू जी ये मेरा फूफा है। अभी तुम्हारे जाने के बाद आया ? इसका लौड़ा मैं पहले भी पकड़ चुकी हूँ बड़ा मस्त चोदने वाला है लण्ड सासू जी। मैं तो कहती हूँ तुम भी आ जाओ न एक बार इससे भी चुदवाकर देख लो। मैं बोली अरे यार मैंने बेकार ही इतनी गालियां सूना दी इसे ? इसने भी नहीं कहा कि मैं रेहाना का फूफा हूँ। ये तो मेरी गालियां सुनता रहा ? अरे मेरी सासू जी इसे लड़कियों के मुंह से गालियां सुनाने का शौक है। मैं बोली हाय दईया मैं अभी आती हूँ कपडे खोल कर और पकड़ती हूँ इसका लौड़ा ?
मैं जैसे ही अपने सारे कपडे खोल कर नंगी नंगी उसके फूफा के सामने आयी और लण्ड पकड़ा तो लण्ड साल गुर्रा कर और तन गया ? खूब कस के टन टना उठा लण्ड ? मुझे आ गया मज़ा ?
- मैंने कहा :- बहू तेरे माईके वालों के लण्ड बहुत बड़े बड़े होतें है बहन चोद ?
- हां सासू जी, यह तो है। मेरे अब्बा का लण्ड बहुत बड़ा है जो तुम देख चुकी हो ? मेरे फूफा का लण्ड बड़ा है जो तेरे सामने है, मेरे जीजू का लण्ड बड़ा है, मेरे चचा जान का लौड़ा बड़ा है और खूब मोटा भी ? मेरे ताऊ का लौड़ा तो साला सबके लिए खुला ही रहता है। ९ " का है बहन चोद लौड़ा ? मोहल्ले की हर लड़की हर औरत उसका लण्ड पकड़ने आती है। एक बात और है सासू जी ? मेरे जीजू का लण्ड भी अम्मी ने पहले पकड़ कर देखा था। जब लौड़ा खड़ा हो गया तो अम्मी ने उसका मुठ्ठ मारा और उसका सारा वीर्य पी कर देखा ? अम्मी को लौड़ा बड़ा टेस्टी लगा तभी अम्मी ने दीदी की शादी के लिए हां की ? इसके पहले अम्मी ने तीन लड़कों के लण्ड पकड़ पकड़ कर देखा था लेकिन उनमे से कोई पसंद नहीं आया ?
- लेकिन तेरी अम्मी ने मेरे बेटे का लण्ड पकड़ कर नहीं देखा तेरी शादी के लिए ?
- इसकी जरुरत ही नहीं आयी ? उसका लण्ड तो मैंने खुद पकड़ कर देखा था सासू जी ? मुझे लौड़ा अच्छा लगा तभी मैंने तेरे बेटे से शादी कबूल की ? और एक बात सही बताऊँ, मेरी अम्मी ने फूफा का लौड़ा इसकी शादी के पहले ही पकड़ा था। अम्मी को जब लण्ड पसंद आया तभी मेरी बुआ की शादी इसके साथ हुई। मेरी अम्मी को लण्ड बड़ी परख है।
- तो क्या तेरी अम्मी इससे चुदवाती है अपना भोसड़ा ?
- हां बिलकुल चुदवाती है ? मेरी अम्मी तो लण्ड से बड़ी शौक़ीन है ? लण्ड बहन चोद चाहे जिसका का हो ? मेरी अम्मी को जब कोई लण्ड पसंद आता है तो वह उसे अपने भोसड़ा में जरुर पेलती है।
- तो तेरी बुआ को बुरा नहीं लगता ?
- बुरा क्यों लगेगा ? मेरी बुआ तो खुद ही पराये मर्दों से चुदवाया करती है। हर रोज़ किसी न किसी का लौड़ा अपनी बुर में पेला करती है। बड़ी चुदक्कड़ है मेरी बुर चोदी बुआ सासू जी ?
- चुदक्कड़ तो तेरी माँ भी है रेहाना ? तुम्ही ने बताया अभी उसका भोसड़ा लण्ड खाता ही रहता है ?
- मेरी माँ क्या, चुदक्कड़ तो मेरी बुर चोदी सास भी है ? उसका भोसड़ा क्या किसी से कम है ?
एक दिन बहू ने नीचे से बोली :- सासूजी कहाँ हो बताओ न मुझे ? क्या कर रही हो ?
मैं बोली :- मैं झांटें बना रही हूँ बहू ?
वह बोली :- अरे अभी आज ही सवेरे तूने अब्दुल अंकल से अपनी झांटें बनवाई । उसका लौड़ा भी पकड़ा और मुठ्ठ मार कर पिया भी ? इतनी जल्दी तेरी झांटें बढ़ गयी मादर चोद ?
मैं बोली :- अरे नहीं मैं अपनी झांटें नहीं अपने जीजा की झांटें बना रही हूँ। तू मेरे कमरे में आ बुर चोदी रेहाना ? रेहाना मेरे कमरे में आ गयी. आते ही वह बोली हाय मेरी सासू कितना बड़ा लौड़ा है इस बहन चोद का ? कौन है ये भोसड़ी का। मैंने बताया की यह मेरा जीजा है उस्मान। तेरी शादी में यह नहीं आ पाया था। मैंने इसके लण्ड को कई बार घुसेड़ा है अपनी बुर में।बड़ा मस्त है इसका भोसड़ी का लण्ड ? देखो न बहू ज़रा इसे पकड़ कर ? उसने फ़ौरन हाथ लण्ड पकड़ लिया। मैं झांटें बना चुकी थी। मैं घूम कर उसके कपडे खोलने लगी। मैंने उसे बिलकुल नंगी कर दिया। उसे देख कर जीजा का लण्ड और टन टना गया। लण्ड का माथा साला चमकने लगा। मैं बोली जीजा तू भोसड़ी का अभी भी नंगी लड़की देख कर लार टपकाने लगता है।
बहू बोली सासू जी लण्ड मुझे भा गया है। इतना बढ़िया लण्ड तो मेरे अब्बा का भी नहीं है। मेरी चूत चुचुहा उठी है। मैं चुदासी हो गयी हूँ। मैंने कहा अरे तू जानती है कितना हरामी है मेरा जीजू। ये साला अपनी बेटी को लौड़ा पकड़ा देता है। अपनी बेटी चोदता है। वह बोली सासू जी ये तो कोई बात नहीं ? मेरा अब्बा भी मेरी बुर चोदता है। मैंने कहा अरे सुन तो ये साला मेरी दीदी की बुर नहीं चोदता ? उसकी बुर दोस्तों से चुदवाता है। और खुद दोस्तों की बीवियां चोदता है। ये साला एक कॉलेज में पढ़ाता है। वहाँ की लड़कियां चोदता है और लड़कियों की माँ चोदता है। इसका कहना है की जब खुदा ने मुझे इतना लंबा चौड़ा लण्ड दिया है तो उसने कहा की उस्मान तुम जाओ और ज्यादा से ज्यादा से बुर चोदो । बुर चाहे जिसकी हो तुझे चोदने से मतलब ? इसलिए मैं अपनी बेटी की भी बुर चोदता हूँ। मैं बोली तो लो भोसड़ी के जीजा अब तुम मेरी बहू की बुर चोदो। मैंने उसका लण्ड बहू की बुर पर टिका दिया और कहा अब तू धक्का दे और चोदना शुरू कर ? जीजू ने एक ही धक्के में पूरा लौड़ा पेल दिया मेरी बहू की चूत में ? मैं ख़ुशी ख़ुशी चुदवाने लगी अपनी बहू ? मुझे बड़ा फक्र महसूस हो रहा था। मेरी छाती फूलने लगी।
दो दिन बाद मेरी बहू का अब्बा फिर आ गया। उसे देख कर मेरे भोसड़ा की आग फिर भड़क उठी। मैंने बहू से कहा रेहाना अब इस बार मैं इससे बिना चुदवाये नहीं जाने दूँगी। वह बोली सासू जी तुम चिंता न करो अब तो मैं खुद घुसेड़ दूँगी अपने अब्बा का लण्ड तेरी बुर में ? बस हम दोनों ने प्लान बना लिया।
शाम को हम तीनो बैठ कर व्हिस्की पीने लगी। बहू का अब्बा केवल लुंगी पहने बैठा था। मैं बार बार अंदर बाहर कर रही थी । इतने में मैं पेशाब करने बाथ रूम गयी और जब वापस आयी तो देखा की बहू उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाल कर लण्ड सहला रही है।
वह बोली - सासू जी तुमने मेरे अब्बा का लौड़ा देखा है ?
मैंने कहा :- नहीं बहू मैंने कहाँ देखा इसका लौड़ा ? दिखाओ न मुझे ?
वह बोली :- तो तू ही पकड़ कर देख ले न बुर चोदी ?
मैंने फ़ौरन लण्ड पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाया तो
वह बोली :- अरी सासू जी लण्ड कपडे पहन कर नहीं कपडे उतार कर पकड़ा जाता है ? पहले कपडे उतारो और पूरी नंगी हो जाओ फिर अपनी चूंची, अपनी चूत अपनी गांड दिखाओ तब लण्ड पकड़ो ?
मैं उसकी बात मान गयी। मैंने एक एक करके सारे कपडे उतार फेंकें ? मैं मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी। मेरे नंगी होते ही बहू ने उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी। अब उसका खड़ा लण्ड मेरी आँखों के सामने था। मेरी चूत की आग भभकने लगी। मेरी चूंचियां फड़कने लगी। बहू ने मुझे लौड़ा दिखा कर कहा लो सासू अब ये तेरा लण्ड है ? तेरे भोसड़ा का लण्ड है। इसे चाहे बुर में पेलो चाहे गांड में ?
मैं जबान निकाल कर लण्ड चाटने लगी। समधी का लण्ड तो वैसे ही प्यारा होता है। मेरा प्यार बढ़ता गया और उधर लण्ड का सुपाड़ा बढ़ता गया। मेरी बहू मेरे भोसड़ा चाटने लगी। मैं गज़ब की चुदासी हो गयी। बहू समझ गयी और उसने लौड़ा मेरे भोसड़ा में ठोंक दिया। मैं दनादन्न चुदवाने लगी। मैं मस्त होने लगी और मुझसे ज्यादा मस्त होने लगा मेरा भोसड़ा ?
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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