Thursday, January 9, 2014

पति से चुदवाती हूँ बीवियां

आपको यह सुनने में बड़ा अजूबा लग रहा होगा कि मैं अपने पति से दूसरों की बीवियां चुदवाती हूँ।  मगर यह बात बिलकुल सच है।  मुझे ऐसा करने में बड़ा सुख मिलता है।  और फिर क्यों न करू जब भगवान् ने मेरे पति को इतना बड़ा और लम्बा चौड़ा लौड़ा दिया है।  मुझे अपने पति के लण्ड पर गर्व है और मैं चाहती हूँ की इसका फायदा मेरी सभी सहेलियों को और शादीशुदा औरतों को मिले ? इसलिए मैं उनकी बुर चुदवाती हूँ। अपने सामने ही अपने पति को उसकी चूत चोदते हुए देखती हूँ तो मुझे बड़ा अच्छा लगता है। कभी कभी तो मैं खुद अपने पति का लण्ड उसकी चूत में घुसा देती हूँ। जब लोगों की बीवियां मेरे पति के लण्ड की तारीफ करती है तो मेरा दिल बाग़ बाग़ हो जाता है।
यह सुविधा मैं सिर्फ बीवियों को ही देती हूँ।  किसी लड़की की बुर नहीं चुदवाती अपने पति से ? हां जिसकी बीवी एक बार मेरे पति से चुदवा लेती है वह हमेशा मेरे आगे पीछे घूमती रहती है और बार बार चुदवाने आती है। इस तरह मेरे पति का लण्ड बड़ा मशहूर हो गया है और जाने कितनी बीवियां आने लगी है चुदवाने ? जहाँ तक हो सकता है मैं किसी को निराश नहीं करती ? कुछ तो बिचारी लण्ड पकड़ कर, उसे हिला कर, उसे प्यार कर, उसे चाट कर चूस कर मज़ा लेती है और चली जाती है। कुछ बीवियों को मुठ्ठ मार कर लण्ड पीने में मज़ा आ जाता है। कुछ तो अपनी चूंचियां चुदवा कर चली जाती है। कुछ गांड मरवा लेती है लेकिन अधिक तर तो बुर चुदवा कर ही जाती है। अभी उस दिन मिसेज रूपा मेरे घर आयी और बोली यार आरती मेरे पति का लण्ड मोटा तो है पर छोटा है। खड़ा होने पर भी ५" का ही रह जाता है।  चूत में अंदर घुस कर नहीं चोद पाता ।मैं चुदासी रह जाती हूँ।  सुना है तेरे पति का लौड़ा बड़ा लम्बा चौड़ा है इसलिए मैं उससे चुदवाने आयी हूँ। प्लीज मुझे चुदवा लेने दो। मैंने अपने सामने उसकी बुर चुदवाई ? एक दिन मिसेज अरुणा आयी बोली हाय आरती मेरा हसबैंड मुझे अपना लौड़ा चूसने नहीं देता ? बस खड़ा करके पेल देता है चूत में और बड़ी देर तक चोदता रहता है। मेरी लण्ड पीने की इच्छा अधूरी रह जाती है। मैं तेरे हसबैंड का लण्ड पीना चाहती हूँ। अरुणा ने बड़ी मस्ती से अपने सारे कपडे उतार कर मेरे पति के लण्ड का मुठ्ठ मारा और फिर सारा वीर्य पी कर गयी। एक और मिसेज राधिका आ गयी बोली आरती मैंने आज तक गांड नहीं मरवाई ? मेरी कई सहेलिया अपने पति से अक्सर गांड मरवाती है। वे सब जब गांड मरवाने के मजे की बात करती है तो मैं दिल मसोस कर रह जाती हूँ।  प्लीज आज मुझे अपने पति से गांड मरवा लेने दो ? मैंने उसके सारे कपडे उतारे , उसे बिलकुल नंगी किया और खुद उस दिन राधिका की गांड में अपने हसबैंड का लौड़ा ठोंक दिया ? राधिका गांड मरवा कर बहुत खुश हुई।   
ऐसा नहीं है कि मुझे सेक्स में कोई इंटरेस्ट नहीं है ? मैं सेक्स खूब एन्जॉय करती हूँ। मैं २८ साल की एक सुन्दर बीवी हूँ।  मेरी चूंची बड़ी चूतड़ बड़े बड़े और आँखे बड़ी बड़ी और नशीली है।  मुझे लण्ड पकड़ने का, उसे चाटने, चूसने और पीने का जबरदस्त शौक है।  मैं लड़कों के लण्ड खूब पकड़ती हूँ।  एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हूँ जहाँ मुझे जवान लड़के खूब मिलते है।  मैं उन्हें पटा घर ले आती हूँ और मौका पाकर पकड़ लेती हूँ उनके लण्ड ? लण्ड पकड़ कर सबको अच्छे नबर देती हूँ।  मैं कॉलेज में बड़ी मशहूर हो गयी हूँ।  लड़के कहने लगे है की आरती मेम के पास जाओ, अपना लण्ड पकड़ाओ और अच्छे नंबर पाओ ? मैं अपने हसबैंड के सामने ही लड़कों के लण्ड पीती हूँ और अपने हसबैंड से दूसरों की बीवियां चुदवाती हूँ। मैं हर रोज़ एक नया लण्ड पीकर एन्जॉय करती हूँ और मेरा पति हर रोज़ एक नयी बीवी चोद कर  एन्जॉय करता है। 
एक दिन निदा नाम की एक लड़की आ गयी वह बोली मेम मेरे पास लण्ड नहीं है तो क्या मुझे अच्छे नंबर नहीं मिल सकते ? मैंने कहा - तुम्हे गाली देना आता है - हां मेम आता है - तो मुझे पांच गालियां सुनाओ - तेरी माँ की चूत , तेरी बहन की बुर, घुसा दूँगी हाथ भर का लण्ड तेरी गांड में और चोद डालूंगी तेरी माँ का भोसड़ा, गांडू कहीं का साला झांटू  - तूने कितने लण्ड पकडे है अभी तक  - जीजू का लण्ड पकड़ा, मामू का लण्ड पकड़ा, खालू का तो हर दूसरे दिन पकड़ती हूँ लण्ड - कॉलेज के कितने लड़कों के लण्ड पकडे है तूने - तीन लड़कों के लण्ड मेम - माँ चुदवाती हो अपनी - हां मैं चुदवाती हूँ अपनी माँ मेम  - बस जाओ मैं तुम्हे १०० में से ९८  नंबर दे दूँगी ? वह ख़ुशी ख़ुशी चली गयी। एक दिन मेघा आ गयी। मैंने कहा हां बोलो बुर चोदी मेघा ? ( मैं कॉलेज में बिलकुल गाली नहीं बकती लेकिन घर में बिना गाली के बात नहीं करती )  वह बोली मेम मुझे भी अच्छे नंबर चाहिए - तुम लण्ड पकड़ना जानती हो ? लण्ड पीना आता है तुम्हे - हां मेम आता है मैं पी लेती हूँ लण्ड ? मैंने आवाज़ लगाई अरे बेटा ज़ारा यहाँ आना।  वह आ गया।  मैंने कहा मेघा पहले अपने कपडे उतारो और फिर इसे नंगा कर के इसका लण्ड पीकर दिखाओ मुझे ? मेघा फटाफट कपडे उतार कर एकदम नंगी हो गयी। उसकी बड़ी बड़ी और मस्त चूंचियां देख कर उस लड़के का लण्ड टन्ना गया। मेघा आगे बढ़ी और एक एक करके उसके कपडे उतारने लगी। जैसे उसने नेकर नीचे खींची वैसे ही लौड़ा फंफनाकर खड़ा हो गया।  मेघा बोली वाओ, मेम यह तो मुस्लिम लण्ड है। देखो कितना प्यारा सुपाड़ा है इसका ? मैं तो मुस्लिम लण्ड मतलब कटे लण्ड खूब पसंद करती हूँ। मैंने कहा हां इसका नाम है शाहिद ? तुमने ठीक पहचाना ? उसने लण्ड चाटना शुरू किया।  इतने में मुझे भी जोश आ गया।  मैंने भी अपने कपडे खोल डाले और मैं भी उसके साथ लण्ड चाटने लगी।  वह बोली वाओ आरती मेम भोसड़ी की तुम भी मेरी तरह लण्ड की दीवानी लगती हो ? मैंने कहा हां मेघा मुझे लण्ड पीने का बड़ा शौक है।  वह बोली तब तो मैं तुम्हे हर दिन एक नया लण्ड दूँगी मेम ? मैं बहुत लड़को को जानती हूँ।  अपने कॉलेज के और दूसरे कॉलेज के भी। कहो तो आज शाम को २/३ लण्ड लेकर आ जाऊं मेम ? मैंने बोली हां आ जाना मेरी मस्तानी बुर चोदी मेघा ? इतने में उसने लण्ड का मुठ्ठ मारना शुरू किया और जब लण्ड झड़ने लगा तो वह सारा वीर्य पी गयी बाद में हम दोनों ने खूब चाटा लण्ड ?
इसके अलावा मुझे गन्दी गन्दी / अश्लील बातें करने का, गाली गलौज़ करने और सुनने का,  हिंदी की सेक्स कहानियां पढ़ने का भी बड़ा शौक है। मैं  www.chulbuleblogs.blogspot.com  /  chulbuleblogs की हर एक कहानी पढ़ती हूँ।  मुझे इसकी कहानियां बहुत अच्छी लगती हूँ।  पढ़ते ही गरम हो जाती हूँ।  कपडे उतारने पड़ते है और हाथ चूत पर चला जाता है।  चूंची दबाने लगती है और हो जाती हूँ चुदासी ? मेरा हस्बैंड भी इसकी कहानियां पढता है। उसका तो लौड़ा फ़ौरन खड़ा हो जाता है और तब मैं मुठ्ठ मार कर लण्ड पी लेती हूँ।  कभी कभी अपनी चूत में लण्ड घुसा कर चुदा लेती हूँ। 
  • एक दिन मेरी सहेली ऋचा आयी और मुझसे खुल कर बातें करने लगी।
  • वह बोली :- हाय, आरती मैं बड़ी उम्मीद से आयी हूँ तेरे पास ? मुझे यकीन है तू मुझे निराश नहीं करेगी ?
  • मैं बोली :- बोलो न यार ? बिलकुल चिंता न करो।  खुल कर बताओ न ? मैं बुरा नहीं मानती ?
  • यार मैं तुझसे कुछ मांगने आयी हूँ ?  
  • हां मांग लो न ? चाहो तो मेरी बुर ले लो अपनी पति के लिए ? मैं अपनी बुर देने में कोई कंजूसी नहीं करती ?  बल्कि खुल कर  देती हूँ ? मेरी गांड ले लो ? मेरी चूंची ले लो ? बोलो क्या लोगी ?
  • मैं तेरे हसबैंड का लण्ड लूंगी ? बोलो दोगी मुझे लण्ड ?
  • बस केवल लण्ड ? अरे जब चाहो ले जाओ मेरे हसबैंड का लण्ड ? तुम मेरी एक अच्छी सहेली हो। बोलो यहीं लोगी लण्ड या फिर तेरे घर भेज दूं ?  
  • नहीं घर नहीं ? मैं तो यहीं लूंगी लण्ड तेरे सामने ? और अपने हसबैंड के सामने ?
  • वाओ तब तो मज़ा आ जायेगा ? मैं तैयार हूँ ? तूने मेरे मन की बात कह दी है यार ?
  • एक शर्त है लेकिन बोलो मंजूर है ? देखो मेरे हसबैंड का लण्ड चाहे जैसा हो, तुम्हे भी लेना पड़ेगा ?  
  • हां हां बिलकुल ले लूंगी ? ख़ुशी ख़ुशी ले लूंगी तेरे हसबैंड का लण्ड ? बुला लो अपने हसबैंड को ?
मैंने उसे कमरे में बैठाया। उसने फोन करके अपने हसबैंड को बुलाया। तब तक मैंने उसे अपने हसबैंड अंकित से मिलवाया । उसने मेरे पति से हाथ मिलाया फिर बोली हाय अंकित बड़े स्मार्ट और सेक्सी लग रहे हो यार ? वह बोला अरे ऋचा भाभी अब तुमसे ज्यादा तो स्मार्ट नहीं हूँ मैं।  मेरा पति ऋचा को बड़ी देर तक देखता रहा।  उसकी चूंचियां मेरे पति को भा गयी।  ऋचा एक छोटा सा स्लीवलेस ब्लाउज़ बिना ब्रा का पहन कर आयी थी। उसकी साड़ी का पल्लू बार बार नीचे गिर रहा था।  उसकी चूंचियां बाहर निकलने को बेताब हो रही थी। मैंने कहा यार डिंक्स लेती हो ऋचा वह बोली हां लेती हूँ और मेरा हसबैंड भी लेता है। मैं बोली तो फिर थोडा इंतज़ार कर लेती हूँ। हमारी बातें शुरू हो गयी। इतने में उसका पति रोहित आ गया। मुझे तो रोहित एक ही नज़र में पसंद आ गया। मेरे बदन में झुरझुरी होने लगी। खैर मैं उससे मिली। वह मेरे हसबैंड से मिला और फिर हमारे बीच शुरू हो गयी ड्रिंक्स और शुरू हो गयीं मस्ती की बातें
ऋचा - यार आरती तुमने यह काम बहुत बढ़िया शुरू किया है।  न जाने कितनी बीवियां बिचारी चुदासी रह जाती है।  कुछ तो अपने मियां से चुदा कर  संतुष्ट नहीं हो पाती ? अब उन्हें एक जगह मिल गयी है जहाँ अपनी बुर ठीक से चुदवा सकती है। मैं भी यही सुनकर आयी हूँ हालाँकि मुझे अपने पति से कोई शिकायत नहीं है।  पर पराये मर्द के लण्ड की बात ही और है ? लेकिन  कैसे एन्जॉय कर्तृ हो सेक्स ?
मैं बोली -  मैं अक्सर लड़कों के लण्ड पीती हूँ।  मुझे कॉलेज से बहुत लड़के मिल जाते है। मुझे चुदाने से ज्यादा मज़ा लण्ड पकड़ने और लण्ड पीने में आता है। मेरे पति को परायी बीवियां चोदने में ज्यादा मज़ा आता है इसलिए मैं लोगों कि बीवियां उससे चुदवाती हूँ।
ऋचा - हां मैंने तेरे पति के लण्ड की तारीफ सुनी है तभी नतो यहाँ आ गयी हूँ। मैंने ऋचा का हाथ पकड़ा और अपने हसबैंड के लण्ड पर रख कर कहा अब लो पकड़ लो न मेरे मियां का लण्ड ? तुम देख कर बताओ कैसा है इसका लौड़ा ? मैं तेरे मियां का लौड़ा पकड़ती हूँ।  आज मैंने तेरे सामने तेरे पति से चुदाने का फैसला किया है। बस मैं उठी और एक एक करके अपने सारे कपडे उतार दिया।  मेरी चूंची चूत गांड सब कि सब नंगी हो गयी।  रोहित मुझे घूर घूर कर देखने लगा।  मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंची पर रख लिया। वह चूंची दबाने लगा।  मैं रोहित के कपडे खोलने लगी। उधर ऋचा मुझसे आगे निकल गयी , खुद नंगी होकर  मेरे पति को नंगा किया और लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी। 
वह बोली :- वाओ, यार जैसा सुना था वैसा ही लौड़ा पाया तेरे मिया का आरती ? लम्बा भी है मादर चोद और मोटा भी ? ऐसा ही लण्ड चूत में चारों तरफ से चिपक कर घुसता है।
उसने ताबड़ तोड़ कई चुम्मन जड़ दिया लण्ड पे ? उसका सुपाड़ा चाटने लगी।  पेल्हड़ सहलाने लगी।  जाँघों पर हाथ फिराने लगी।  मेरा पति भी उसकी चूंची का मज़ा लेने लगा।  इधर मैंने जब रोहित का लौड़ा पकड़ा तो वह हिनहिना कर खड़ा हो गया।  पूरी तरह टन्ना गया उसका लण्ड ?
मैं बोली :- वाओ, ऋचा अरे तेरे मरद का लौड़ा तो मेरे मरद के लौड़े के टक्कर का है यार ? तुझे मेरे हसबैंड से चुदाने की क्या जरुरत पड़ गयी ? तू तो इसी से मस्ती कर सकती है यार ?
वह बोली :- नहीं यार ? मैंने कहा न की लौड़ा चाहे जितना बढ़िया हो पर हर बार एक ही लण्ड से चुदाने में मज़ा नहीं आता ? मैं जानती थी की मेरे मरद का लौड़ा तुम्हे जरुर पसंद आएगा ? और वही हुआ ? मैं वास्तव में उस लण्ड को पकड़ना चाहती थी जिसकी शोहरत चारों तरफ हो रही है।  आज मेरी इच्छा पूरी हुई ?
मैं बोली :- हां यार आज मेरी चूत में कस के आग लगी है।  इतनी चुदासी मैं कभी नहीं हुई जितनी आज हो गयी हूँ।  आज तो मैं तेरे हस्बैंड का लण्ड अपनी बुर में जरुर पेलूँगा यार ?
बस मैं ऋचा का आदमी का लण्ड चूसने लगी और ऋचा मेरे आदमी का लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में ऋचा ने मेरे मियां का लण्ड घुसा लिया अपनी चूत में और मजे से चुदवाने लगी।  उसे देख कर मैं भी जोश में आ गयी।  बहुत दिनों के बाद आज मैंने भी रोहित का लौड़ा अपनी बुर में पेला ? उसने चोदना शुरू किया और धीरे धीरे स्पीड बढ़ाने लगा।  मुझे उतना ही मज़ा आने लगा। 
मैं बोली:-  हाय ऋचा तू बहन चोद पहले क्यों नहीं आयी ? आती तो मैं जाने कितनी बार तेरे मरद से चुदवा चुकी होती ? वाह मस्त मज़ा आ रहा है।  इसके लण्ड में बड़ी ताकत है यार ?  उधर ऋचा चुदवाते हुए बोली :- हाय आरती तेरे मर्द के लण्ड में वाकई कोई जादू है यार ? इतना मज़ा मुझे किसी से भी चुदाने में नहीं आया ?
       आज मुझे मालूम हुआ की अगर लौड़ा लम्बा चौड़ा हो तो चूत भी बुर चोदी बड़ा मज़ा देती है। 
हाय रे बीवियां ठीक ही कहती है कि ऋचा के हसबैंड के लण्ड से चुदाने में जो मज़ा है वो कहीं और नहीं है। हाय मेरे राजा अंकित तुम मुझे चोदते जाओ , ठोंकते जाओ लण्ड बार बार मेरी चूत में ? हां लो अब पीछे से चोदो / वह पीछे से चुदाने लगी।  मैं इधर उसके मियां के लण्ड पे बैठ कर चुदाने लगी।  हम दोनों एक दूसरे के मियां से हर तरफ से चुदा चुदा कर मज़ा लेने लगी। उसके बाद जब झडता लण्ड मैंने पिया तो असली मज़ा आया मुझे।  ऋचा तो मेरे पति का लण्ड पीकर डकार लेने लगी। 
दो दिन बाद मेरे पास मिसेज सपना जोशी आयी। उसने कहा यार मैं अपने पति संजय के साथ आयी हूँ।  मैंने उसे बैठाया फिर मैं चाय बनाने किचेन में चली गयी।  सपना मेरे पीछे पीछे आ गयी। वह बोली हाय आरती देखो मेरे पति का लण्ड लम्बा तो है पर पतला है। मेरी चूत में कब अंदर गया और कब बाहर आया मुझे कुछ पता ही नहीं चलता ? मुझे उससे चुदाने में बिलकुल मज़ा नहीं आता ? प्लीज आज मुझे अपने पति से चुदवा लेने दो ? मैंने कहा हां हां बिलकुल चुदाओ मेरे पति से ? दिल खोल कर चुदाओ ? तुम मेरे मरद का लौड़ा अपनी बुर में पेलो मैं तेरे मरद का लौड़ा अपने मुंह में पेलूँगी ? वह खुश हो गयी और मैं भी खुश हो गयी।  उसने अपनी बुर चुदाई और मैंने उसका लौड़ा पिया ?
एक दिन मेरे बॉय फ्रेंड का फोन आ गया वह बोला यार आरती मैं तेरे घर अपनी बीवी चुदवाने आ रहा हूँ ? मैंने कहा क्यों भोसड़ी के ? क्या तू अपनी बीवी चोद नहीं पाता ? वह बोला नहीं यार ऐसा नहीं है पर मैंने सुना है की तुम जिसकी बीवी अपने मियां से चुदवाती हो उसके मियां का लौड़ा चूसती हो ? मैं तुम्हे अपना लौड़ा चुसाना चाहता हूँ।  इसलिए मुझे अपनी बीवी चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं है ?
मैंने कहा :- अच्छा तो तू मुझे अपना लौड़ा चुसाने के लिए अपनी बीवी चुदवायेगा ? कॉलेज में तूने कभी मुझे अपना लौड़ा नहीं चुसाया ? वहाँ क्या तू गांड मरा रहा था अपनी ? या फिर माँ चुदा रहा था अपनी ?
वह बोला :- यार कॉलेज में तुमने मुझे कभी घास नहीं डाली ? जाने कितने लड़के तेरे आगे पीछे घूमते थे ?
मैं बोली :- ठीक है आज शाम को आना क्योंकि अभी मेरा पति मिसेज माधुरी की बुर चोद रहा है।   मैं तेरी बीवी के आगे और पीछे लण्ड घुसेड़ूँगी और तेरा लण्ड पीकर मज़ा करूंगी।

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त      



                                                                
     
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