मैंने पूंछा :- आंटी मुझे साफ साफ़ बताओ ? तुम अपना भोसड़ा चुदवाओगी की अपनी बेटी की बुर ?
आंटी ने जबाब दिया :- देखो सायरा, मैं तो चुदवाने ही आयी हूँ और बिना चुदाये जाऊंगी नहीं यहाँ से ? लेकिन मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी भी चुदवाये ? उसके चुदवाने में थोड़ी दिक्कत है ?
मैंने कहा :- खुल कर बताओ आंटी क्या दिक्कत है तुम्हे अपनी बेटी चुदवाने में ? अब तो वह जवान हो गयी है ? देखो न कितनी खूबसूरत दिख रही है तेरी बेटी ? इसकी चूंची भी बड़ी बड़ी हो गयी है।
आंटी बोली :- माशा अल्ला बड़ी मस्त जवान हो गयी है मेरी बेटी। उसकी उम्र २१ साल की हो गयी है। खूबसूरत है, सक्सी है और बदन भी अच्छा ख़ासा गदरा गया है लेकिन वह शर्मीली बहुत है। झिझकती है, डरती है और खुल कर बात नहीं करती है। कुछ पूंछो तो देर में सर झुकाकर जबाब देती है। बड़ी इन्ट्रोवर्ड है मेरी बेटी। ऐसे में वह कैसे दुनिया से लड़ पायेगी ? कैसे सबसे मुकाबला कर पायेगी ? कैसे अपनी ज़िन्दगी संभाल पायेगी ? इस बात से मैं बहुत परेशान रहती हूँ। अपनी सहेलियों के बीच भी यह खुल कर नहीं बोलती है। जब वे सब सेक्स की बातें करती है। चोदा चोदी की बातें करती है तो मेरी बेटी वहाँ से भाग खड़ी होती है। ऐसे में इसे जवानी का मज़ा कैसे मिल सकता है ? मुझे इन सब बातों से बड़ी चिंता हो रही है सायरा ?
मैंने कहा :- तुम बिलकुल चिंता न करो आंटी ? मैं तेरी बेटी को ऐसा तैयार कर दूँगी की वह कुछ ही दिनों में भूल जायेगी सारी शरम वरम ? दनादन्न निकालने लगेगी अपने मुंह से गालियां, गचागच चुदाने लगेगी अपनी चूत और भकाभक चुदाने लगेगी अपनी माँ का भोसड़ा ? तुम बस कुछ दिनों के लिए इसे मेरे पास रहने दो।
आंटी अपनी बेटी नज़मा को मेरे पास छोड़ कर वापस जाने लगी तो मैंने कहा अरे आंटी चुदवाकर जाओ न ? मैं अभी अपने अब्बू का लण्ड पेलती हूँ तेरे भोसड़ा में ? और हां मैं तो चाहती हूँ की तुम अपनी बेटी के सामने ही चुदवाओ तभी इसकी शरम गायब होगी। आंटी मेरी बात सुनकर रुक गयी और बोली हां तुम ठीक कह रही हो सायरा वह जब मुझे चुदवाते हुए देखेगी तभी सीखेगी बुर चोदी ? मैंने अपने अब्बू को आवाज़ लगाई अरे वो भोसड़ी के अब्बू जल्दी आ बहन चोद तेरे लिए एक भोसड़ा आया है चुदाने ? मेरी बात सुनकर नज़मा हंस पड़ी। मैं समझ गयी की नज़मा बड़ी घुटी हुई है।
मैंने उसके कान में कहा - आज तो तुम अपनी माँ का चुदा के जाओगी ?
उसने मेरे कान में कहा - मेरी माँ बुर चोदी लौड़ा खूब चूसती है सायरा दीदी ? मैंने कई बार इसे लौड़ा चूसते हुए चुपके चुपके देखा है।
मैंने फिर उसके कान में कहा - तुम भी चुदाओगी मेरे अब्बू से ?
उसने कान में ही जबाब दिया - अम्मी के जाने के बाद मैं तेरे अब्बू का मादर चोद लण्ड चूसूंगी। मैं भी लण्ड पीती हूँ मगर यह बात मेरी अम्मी को नहीं बताना ?
इतने में मेरा अब्बा आ गया। वह आंटी को देखते ही बोला अरे रुखसाना भाभी तुम ? अरे तुम तो बिलकुल वैसे ही जवान दिखती हो जैसे पहले दिखती थी भाभी ? बल्कि मुझे तो पहले से ज्यादा सेक्सी लग रही हो ? आंटी ने जबाब दिया अरे अभी क्या, मेरे कपडे खोल कर देखो तब पता चलेगा मैं कितनी सेक्सी हूँ। अब्बा ने हाथ बढ़ाया और साड़ी खींच ली। उसके बाद ब्लाउज़ भी खोल डाला। अब आंटी को बड़ी बड़ी चूंचियां बाहर झाँकने लगी। अब्बू ने ब्रा भी खोल दी तो चूंचियां छलक कर नंगी हो गयी। अब्बा ने उन्हें पकड़ लिया और बोला हाय रे कितनी जवान है तेरी चोद चूंचियां भाभी। आंटी बोली अरे मेरे अब्दुल राजा मेरा भोसड़ा भी खोल कर देख ले न ? अब्बा ने पेटीकोट का नाडा जैसे खींचा भोसड़ा साला नंगा हो गया। अब्बा का एक हाथ भोसड़ा सहलाने लगा। तब तक आंटी ने अब्बू के कपडे खोलना शुरू किया। आखिर में जब लौड़ा हाथ में आया तो उसे पकड़ कर खूब हिलाया आंटी ने। लौड़ा साला टन टना कर खड़ा हो गया। आंटी बोली हाय अल्ला, ये तो पहले से दूना हो गया है रे ? देखो साला कितना फुफकार रहा है तेरा लण्ड ?
इधर नज़मा मेरे कान में बोली :- बाप रे बाप इतना बड़ा लौड़ा तेरे बाप का सायरा ? और देखो भोसड़ी का तेरा अब्बा कितना बेशरम है ? मेरे आगे नंगा हो गया। अपनी बेटी के आगे नंगा हो गया मादर चोद ?
मैंने कहा:- अरी तू क्या जाने माँ की लौड़ी ? मेरा अब्बू तो मेरी चूत में लौड़ा पेलता है। मैं भी खूब भचाभच चुदवाती हूँ अब्बू से ? अब आ तू भी अपने कपडे खोल और मैं भी जो जाती हूँ नंगी। तू बैठ कर चुदवा अपनी माँ का भोसड़ा ? मैं अब्बू से चुदवाती हूँ तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने चुप चाप नज़मा को नंगी कर दिया और खुद भी नंगी हो गयी। नज़मा देखने लगी अपनी माँ का चुदता हुआ भोसड़ा ? मैं जब अब्बा का लौड़ा फ़िशलते हुए देखती तो उठ कर उसे आंटी के भोसड़ा में फिर घुसेड़ने लगी। आंटी रंडी की तरह खुल्लम खुल्ला चुदवा रही थी। बोल रही थी हाय अब्दुल खूब चोदो मेरा भोसड़ा यार ? बहुत दिनों के बाद मिला है तेरा लौड़ा मुझे ? इस बीच जाने कितने लण्ड मेरी बुर में घुस चुके है। यार बड़ा मज़ा आ रहा है। देखो अब्दुल तुम इसी तरह मेरी बेटी की बुर भी चोदना ? अभी तो शर्माती है जब खुल जाए तब चोदना ? और हां तुम तो अपनी बेटी की बुर भी चोदते हो। फिर क्या मेरी बेटी भी अपनी बेटी की तरह चोदना ?
हाय राजा अब ज़रा पीछे से पेलो लौड़ा मेरी बुर में, अब्दुल ? अब्बा आंटी को पीछे से चोदने लगा। नज़मा बड़ी नजदीक से मेरे अब्बा का लौड़ा देख रही थी। मैं एक बार उसका सर अब्बा के लण्ड के पास ले गयी और आंटी की बुर से लण्ड निकाल कर नज़मा के मुंह में घुसा दिया। नज़मा तो चाहती यही थी लेकिन कह नहीं पा रही थी। नज़मा चपर चपर चाटने लगी लण्ड ? उसकी बुर और गरम हो गयी। लौड़ा फिर आंटी की बुर में घुस गया। नज़मा ने मुझे इशारा किया की मुझे और चटाओ लण्ड ? मैंने फिर चटाया उसे अब्बू का लण्ड ? मैंने कई बार चटाया लण्ड नज़मा को। जब आंटी ने देखा तो वह बड़ी खुश हुई बोली हां सायरा यही मैं चाहती थी। जब मेरी बुर चोदी बेटी मेरे सामने अपनी बुर खुल कर चुदाने लगेगी तब मुझे तसल्ली होगी ? मैंने कहा आंटी चिंता न करो वह अपनी भी बुर चुदवायेगी और तेरी भी बुर चुदवायेगी ? बस तू देखती जा ?
उस दिन आंटी अपने बेटी के सामने चुदा कर चली गयी। नज़मा मेरे साथ ही रह गयी। रात में मैं, मेरा अब्बा और नज़मा घर पर थीं। डिनर हुआ और फिर मैं नज़मा से बैठ कर बातें करने लगी।
मैंने कहा :- तुम तो मजे से लण्ड पकड़ती हो चाटती हो फिर अम्मी से खुल कर क्यों नहीं रहती ?
वह बोली :- सुनो मैं अगर पूरी तरह अम्मी से खुल गयी तो बादनाम हो जाऊंगी ? अम्मी सबसे कहेंगी की मेरी बेटी लण्ड पकड़ती है, लण्ड पीती है, सबसे चुदवाती है। ऐसे में मुझे कोई बढ़िया लड़का नहीं मिलेगा ? बदनाम लड़की से कौन निकाह करेगा सायरा ? बताओ न मुझे ? इसलिए मैं अम्मी से खुलकर नहीं रहती ?
मैंने कहा :- पर तूने आज अपनी अम्मी के सामने मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ा और मस्ती से चाटा ?
वह बोली :- मैंने अपनी तरफ से नहीं चाटा ? मुझे तूने चटाया तो चाट लिया ? यह बात अगर सबको मालूम हो जायेगी तो मेरा निकाह नहीं हो पायेगा ?
मैंने कहा :- तू वाकई पगली है ? आजकल लड़के उस लड़की से निकाह करते है जो खुल कर मजे से लण्ड पकड़ती है, चुदवाती है और सबसे चुदवाती है क्योंकि तभी उसे दूसरों की बीवियां चोदने का मौका मिलता है। देखो नज़मा अब वह ज़माना नहीं है। अब कोई भी लड़का एक चूत से बंध कर नहीं रहता और न ही कोई लड़की एक ही लण्ड के सहारे रहती है। अब तो "सबकी चोदो और सबसे चुदाओ" का ज़माना है पगली। और हां खूब गालियां दिया करो। लण्ड लड़की के मुंह से गालियां सुन कर खूब टन टनाता है तभी चुदाने में मज़ा आता है। लड़को को और मर्दों को खूब गालियां दिया करो। लड़कियों को आंटियों को भी खूब गालियां दिया करो ? सबसे खूब अश्लील बातें किया करो अपनी अम्मी से भी ? उसका भोसड़ा चुदाया करो जैसे मैंने आज चुदाया है।
हम दोनों बातें कर ही रही थी की मेरा अब्बू आ गया। वह नंगे बदन था और लुंगी लगा कर आ गया।
नज़मा बोली :- अंकल साले तेरी माँ की चूत ? बहन के लौड़े, मादर चोद, तुझे बिलकुल शर्म भी नहीं आती ? यहाँ दो दो जवान लड़कियां एकदम नंगी बैठी हुई है उनके सामने तू कपडे पहन कर आता है। नंगे नहीं आ सकता भोसड़ी के ? अपना लौड़ा हिलाता हुआ नहीं आ सकता गांडू कहीं का ?
उसने झट्ट से लुंगी खींच ली और लण्ड पकड़ लिया।
वह फिर बोली :- इसी लौड़े से तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है न ? आज मैं इसी लण्ड को अपनी चूत में घुसेड़ूँगी ? आज देखती हूँ अंकल की तेरे लाँड़ में कितना दम है और तेरी गाँड़ में कितना दम है ?
मैंने कहा :- यार नज़मा है तो तू २३ साल की बड़ी छुपी रुस्तम है ? मुझे नहीं मालूम था की तू पहले से ही इतनी खुली हुई है। तेरी चूत पहले से ही चुदी हुई है।
नज़मा अब्बू का लण्ड जोर जोर से हिलाने लगी। लण्ड हिनहिनाने लगा। टन टना कर खड़ा हो चोद लण्ड ? उसने जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा कई बार चाटा और बोली वाह कितना स्वादिस्ट है तेरा लण्ड अंकल ? कितना मोटा ही गया है साला ? मेरी माँ भोसड़ा खा खा कर मोटा हुआ है तेरे अब्बू का लौड़ा सायरा ? तेरी चूत भी खाता है न इसका लण्ड ? मैंने कहा हां खाता है साला मेरी चूत तो खुले आम खाता है ? वह बोली आज यह मेरी चूत नहीं खायेगा बल्कि मेरी चूत इसे खायेगी। अभी घुसेड़ लेती हूँ इसे अपनी बुर में सायरा और थोड़ी देर में इसे भून कर निकाल दूँगी अपनी चूत से ? भुने हुए बैगन की तरह लुंज पुंज होकर निकलेगा तेरे अब्बू का लण्ड मेरी बुर से ? इस लण्ड ने मेरी माँ चोदी है आज मैं इसकी माँ चोदूँगी ? इसकी गांड में भर दूँगी भूसा ? देखो अभी मैं क्या करती हूँ मेरे भोसड़ी वाले अब्बा के लण्ड का ? नज़मा यही सब अनाप सनाप बक बक कर लण्ड का जोश बढ़ा रही थी। लण्ड वाकई सख्त होता जा रहा था। मैं भी सामने नंगी बैठी थी। मैंने भी लण्ड पकड़ कर देखा तो हैरान रह गयी। इतना सख्त पहले कभी नहीं था।
अब्बू बोला :- सायरा इसकी गन्दी गन्दी अश्लील गालियां सुन सुन कर मेरा लण्ड वाकई बड़ा कड़क हो गया है। आज मैं तुम दोनों की बुर एक साथ चोदूंगा ?
अब्बा ने पहले नज़मा की बुर में पेल दिया लण्ड ? वह चिल्ला पड़ी बोली उई माँ फाड़ डाला मेरी चूत ? इतनी बेरहमी से पेल दिया इतना मोटा लण्ड वह भी पूरा का पूरा ? धीरे धीरे नहीं पेल सकता बेटी चोद ? अब्बा ने स्पीड बढ़ा दी। थोड़ी देर में अब्बा ने उसकी बुर से निकाल कर लण्ड मेरी बुर में घुसा दिया। मैं भी बड़ी मस्ती से चुदाने लगी। हम दोनों ने बारी बारी से चुदवाया ? नज़मा बड़ी मस्त हो गयी बोली यार सायरा आज बहुत दिनों के बाद मुझे मेरे मन का लौड़ा मिला है ? अब मैं इससे चुदवाती रहूंगी और चुदवाती रहूंगी अपनी माँ की बुर ? नज़मा ने जो कहा वो करके दिखा दिया ? मैंने देखा की अब्बा का लौड़ा जब उसकी बुर में घुसा तो बड़ी देर तक चोदता रहा और जब निकला तो वाकई भुना हुआ चूहा जैसा लग रहा था।
अब आगे की बात आप नज़मा से सुनिये :- मैं जब घर आयी तो देखा की वहाँ फरहा आंटी बैठी है। मैं उसे गले लग गयी और बोली हाय मेरी बुर चोदी आंटी कितने दिनों के बाद आयी हो तुम ? अभी तक क्या तू अपना भोसड़ा चुदवा रही थी। - हां बिना भोसड़ा चुदाये मैं रह नहीं सकती - अंकल क्या आजकल खूब चोद रहे है तुझे ? - नहीं मैं अपने शौहर से नहीं चुदवाती ? मैं तो अपने देवर और जेठ से चुदवाती हूँ उनके लण्ड बड़े बड़े है ? इसके अलावा मैं उन लोगों से चुदवाती हूँ जिनके लण्ड मुझे पसंद है ? - मेरी माँ भी भोसड़ा चुदवा दिया करो आंटी ? - हां मैं तेरी माँ चुदाने ही आयी हूँ। आज रात में मैं दो मरद भेजूंगी चोदने के लिए - मेरी माँ की बेटी भी चुदाने लगी है आंटी ? उसकी चूत के लिए दो मर्द और भेजो ? - तेरे लिए दो लण्ड तेरे बेड रूम में है। जा और उनसे चुदवा ले ? अच्छा तो इसका मतलब वे दोनों साले मेरी माँ का भोसड़ा चोद चुके है ? तेरी माँ का भोसड़ा ही नहीं उन दोनों ने मेरा भी भोसड़ा चोदा है नज़मा ? मैं रात भर तेरे घर में ही चुदवाती रही।
मेरी अम्मी मेरी बातें सुन कर बहुत खुश हो गयी। मैंने कहा अम्मी अब तुम खुल कर अपनी बिटिया की बुर चुदवाओ और मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती हूँ। रात को अचानक सायरा का फोन आ गया।
वह बोली :- नज़मा क्या कर रही है तू ?
मैंने कहा :- माँ चुदवा रही हूँ, अपनी ? -
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आंटी ने जबाब दिया :- देखो सायरा, मैं तो चुदवाने ही आयी हूँ और बिना चुदाये जाऊंगी नहीं यहाँ से ? लेकिन मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी भी चुदवाये ? उसके चुदवाने में थोड़ी दिक्कत है ?
मैंने कहा :- खुल कर बताओ आंटी क्या दिक्कत है तुम्हे अपनी बेटी चुदवाने में ? अब तो वह जवान हो गयी है ? देखो न कितनी खूबसूरत दिख रही है तेरी बेटी ? इसकी चूंची भी बड़ी बड़ी हो गयी है।
आंटी बोली :- माशा अल्ला बड़ी मस्त जवान हो गयी है मेरी बेटी। उसकी उम्र २१ साल की हो गयी है। खूबसूरत है, सक्सी है और बदन भी अच्छा ख़ासा गदरा गया है लेकिन वह शर्मीली बहुत है। झिझकती है, डरती है और खुल कर बात नहीं करती है। कुछ पूंछो तो देर में सर झुकाकर जबाब देती है। बड़ी इन्ट्रोवर्ड है मेरी बेटी। ऐसे में वह कैसे दुनिया से लड़ पायेगी ? कैसे सबसे मुकाबला कर पायेगी ? कैसे अपनी ज़िन्दगी संभाल पायेगी ? इस बात से मैं बहुत परेशान रहती हूँ। अपनी सहेलियों के बीच भी यह खुल कर नहीं बोलती है। जब वे सब सेक्स की बातें करती है। चोदा चोदी की बातें करती है तो मेरी बेटी वहाँ से भाग खड़ी होती है। ऐसे में इसे जवानी का मज़ा कैसे मिल सकता है ? मुझे इन सब बातों से बड़ी चिंता हो रही है सायरा ?
मैंने कहा :- तुम बिलकुल चिंता न करो आंटी ? मैं तेरी बेटी को ऐसा तैयार कर दूँगी की वह कुछ ही दिनों में भूल जायेगी सारी शरम वरम ? दनादन्न निकालने लगेगी अपने मुंह से गालियां, गचागच चुदाने लगेगी अपनी चूत और भकाभक चुदाने लगेगी अपनी माँ का भोसड़ा ? तुम बस कुछ दिनों के लिए इसे मेरे पास रहने दो।
आंटी अपनी बेटी नज़मा को मेरे पास छोड़ कर वापस जाने लगी तो मैंने कहा अरे आंटी चुदवाकर जाओ न ? मैं अभी अपने अब्बू का लण्ड पेलती हूँ तेरे भोसड़ा में ? और हां मैं तो चाहती हूँ की तुम अपनी बेटी के सामने ही चुदवाओ तभी इसकी शरम गायब होगी। आंटी मेरी बात सुनकर रुक गयी और बोली हां तुम ठीक कह रही हो सायरा वह जब मुझे चुदवाते हुए देखेगी तभी सीखेगी बुर चोदी ? मैंने अपने अब्बू को आवाज़ लगाई अरे वो भोसड़ी के अब्बू जल्दी आ बहन चोद तेरे लिए एक भोसड़ा आया है चुदाने ? मेरी बात सुनकर नज़मा हंस पड़ी। मैं समझ गयी की नज़मा बड़ी घुटी हुई है।
मैंने उसके कान में कहा - आज तो तुम अपनी माँ का चुदा के जाओगी ?
उसने मेरे कान में कहा - मेरी माँ बुर चोदी लौड़ा खूब चूसती है सायरा दीदी ? मैंने कई बार इसे लौड़ा चूसते हुए चुपके चुपके देखा है।
मैंने फिर उसके कान में कहा - तुम भी चुदाओगी मेरे अब्बू से ?
उसने कान में ही जबाब दिया - अम्मी के जाने के बाद मैं तेरे अब्बू का मादर चोद लण्ड चूसूंगी। मैं भी लण्ड पीती हूँ मगर यह बात मेरी अम्मी को नहीं बताना ?
इतने में मेरा अब्बा आ गया। वह आंटी को देखते ही बोला अरे रुखसाना भाभी तुम ? अरे तुम तो बिलकुल वैसे ही जवान दिखती हो जैसे पहले दिखती थी भाभी ? बल्कि मुझे तो पहले से ज्यादा सेक्सी लग रही हो ? आंटी ने जबाब दिया अरे अभी क्या, मेरे कपडे खोल कर देखो तब पता चलेगा मैं कितनी सेक्सी हूँ। अब्बा ने हाथ बढ़ाया और साड़ी खींच ली। उसके बाद ब्लाउज़ भी खोल डाला। अब आंटी को बड़ी बड़ी चूंचियां बाहर झाँकने लगी। अब्बू ने ब्रा भी खोल दी तो चूंचियां छलक कर नंगी हो गयी। अब्बा ने उन्हें पकड़ लिया और बोला हाय रे कितनी जवान है तेरी चोद चूंचियां भाभी। आंटी बोली अरे मेरे अब्दुल राजा मेरा भोसड़ा भी खोल कर देख ले न ? अब्बा ने पेटीकोट का नाडा जैसे खींचा भोसड़ा साला नंगा हो गया। अब्बा का एक हाथ भोसड़ा सहलाने लगा। तब तक आंटी ने अब्बू के कपडे खोलना शुरू किया। आखिर में जब लौड़ा हाथ में आया तो उसे पकड़ कर खूब हिलाया आंटी ने। लौड़ा साला टन टना कर खड़ा हो गया। आंटी बोली हाय अल्ला, ये तो पहले से दूना हो गया है रे ? देखो साला कितना फुफकार रहा है तेरा लण्ड ?
इधर नज़मा मेरे कान में बोली :- बाप रे बाप इतना बड़ा लौड़ा तेरे बाप का सायरा ? और देखो भोसड़ी का तेरा अब्बा कितना बेशरम है ? मेरे आगे नंगा हो गया। अपनी बेटी के आगे नंगा हो गया मादर चोद ?
मैंने कहा:- अरी तू क्या जाने माँ की लौड़ी ? मेरा अब्बू तो मेरी चूत में लौड़ा पेलता है। मैं भी खूब भचाभच चुदवाती हूँ अब्बू से ? अब आ तू भी अपने कपडे खोल और मैं भी जो जाती हूँ नंगी। तू बैठ कर चुदवा अपनी माँ का भोसड़ा ? मैं अब्बू से चुदवाती हूँ तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने चुप चाप नज़मा को नंगी कर दिया और खुद भी नंगी हो गयी। नज़मा देखने लगी अपनी माँ का चुदता हुआ भोसड़ा ? मैं जब अब्बा का लौड़ा फ़िशलते हुए देखती तो उठ कर उसे आंटी के भोसड़ा में फिर घुसेड़ने लगी। आंटी रंडी की तरह खुल्लम खुल्ला चुदवा रही थी। बोल रही थी हाय अब्दुल खूब चोदो मेरा भोसड़ा यार ? बहुत दिनों के बाद मिला है तेरा लौड़ा मुझे ? इस बीच जाने कितने लण्ड मेरी बुर में घुस चुके है। यार बड़ा मज़ा आ रहा है। देखो अब्दुल तुम इसी तरह मेरी बेटी की बुर भी चोदना ? अभी तो शर्माती है जब खुल जाए तब चोदना ? और हां तुम तो अपनी बेटी की बुर भी चोदते हो। फिर क्या मेरी बेटी भी अपनी बेटी की तरह चोदना ?
हाय राजा अब ज़रा पीछे से पेलो लौड़ा मेरी बुर में, अब्दुल ? अब्बा आंटी को पीछे से चोदने लगा। नज़मा बड़ी नजदीक से मेरे अब्बा का लौड़ा देख रही थी। मैं एक बार उसका सर अब्बा के लण्ड के पास ले गयी और आंटी की बुर से लण्ड निकाल कर नज़मा के मुंह में घुसा दिया। नज़मा तो चाहती यही थी लेकिन कह नहीं पा रही थी। नज़मा चपर चपर चाटने लगी लण्ड ? उसकी बुर और गरम हो गयी। लौड़ा फिर आंटी की बुर में घुस गया। नज़मा ने मुझे इशारा किया की मुझे और चटाओ लण्ड ? मैंने फिर चटाया उसे अब्बू का लण्ड ? मैंने कई बार चटाया लण्ड नज़मा को। जब आंटी ने देखा तो वह बड़ी खुश हुई बोली हां सायरा यही मैं चाहती थी। जब मेरी बुर चोदी बेटी मेरे सामने अपनी बुर खुल कर चुदाने लगेगी तब मुझे तसल्ली होगी ? मैंने कहा आंटी चिंता न करो वह अपनी भी बुर चुदवायेगी और तेरी भी बुर चुदवायेगी ? बस तू देखती जा ?
उस दिन आंटी अपने बेटी के सामने चुदा कर चली गयी। नज़मा मेरे साथ ही रह गयी। रात में मैं, मेरा अब्बा और नज़मा घर पर थीं। डिनर हुआ और फिर मैं नज़मा से बैठ कर बातें करने लगी।
मैंने कहा :- तुम तो मजे से लण्ड पकड़ती हो चाटती हो फिर अम्मी से खुल कर क्यों नहीं रहती ?
वह बोली :- सुनो मैं अगर पूरी तरह अम्मी से खुल गयी तो बादनाम हो जाऊंगी ? अम्मी सबसे कहेंगी की मेरी बेटी लण्ड पकड़ती है, लण्ड पीती है, सबसे चुदवाती है। ऐसे में मुझे कोई बढ़िया लड़का नहीं मिलेगा ? बदनाम लड़की से कौन निकाह करेगा सायरा ? बताओ न मुझे ? इसलिए मैं अम्मी से खुलकर नहीं रहती ?
मैंने कहा :- पर तूने आज अपनी अम्मी के सामने मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ा और मस्ती से चाटा ?
वह बोली :- मैंने अपनी तरफ से नहीं चाटा ? मुझे तूने चटाया तो चाट लिया ? यह बात अगर सबको मालूम हो जायेगी तो मेरा निकाह नहीं हो पायेगा ?
मैंने कहा :- तू वाकई पगली है ? आजकल लड़के उस लड़की से निकाह करते है जो खुल कर मजे से लण्ड पकड़ती है, चुदवाती है और सबसे चुदवाती है क्योंकि तभी उसे दूसरों की बीवियां चोदने का मौका मिलता है। देखो नज़मा अब वह ज़माना नहीं है। अब कोई भी लड़का एक चूत से बंध कर नहीं रहता और न ही कोई लड़की एक ही लण्ड के सहारे रहती है। अब तो "सबकी चोदो और सबसे चुदाओ" का ज़माना है पगली। और हां खूब गालियां दिया करो। लण्ड लड़की के मुंह से गालियां सुन कर खूब टन टनाता है तभी चुदाने में मज़ा आता है। लड़को को और मर्दों को खूब गालियां दिया करो। लड़कियों को आंटियों को भी खूब गालियां दिया करो ? सबसे खूब अश्लील बातें किया करो अपनी अम्मी से भी ? उसका भोसड़ा चुदाया करो जैसे मैंने आज चुदाया है।
हम दोनों बातें कर ही रही थी की मेरा अब्बू आ गया। वह नंगे बदन था और लुंगी लगा कर आ गया।
नज़मा बोली :- अंकल साले तेरी माँ की चूत ? बहन के लौड़े, मादर चोद, तुझे बिलकुल शर्म भी नहीं आती ? यहाँ दो दो जवान लड़कियां एकदम नंगी बैठी हुई है उनके सामने तू कपडे पहन कर आता है। नंगे नहीं आ सकता भोसड़ी के ? अपना लौड़ा हिलाता हुआ नहीं आ सकता गांडू कहीं का ?
उसने झट्ट से लुंगी खींच ली और लण्ड पकड़ लिया।
वह फिर बोली :- इसी लौड़े से तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है न ? आज मैं इसी लण्ड को अपनी चूत में घुसेड़ूँगी ? आज देखती हूँ अंकल की तेरे लाँड़ में कितना दम है और तेरी गाँड़ में कितना दम है ?
मैंने कहा :- यार नज़मा है तो तू २३ साल की बड़ी छुपी रुस्तम है ? मुझे नहीं मालूम था की तू पहले से ही इतनी खुली हुई है। तेरी चूत पहले से ही चुदी हुई है।
नज़मा अब्बू का लण्ड जोर जोर से हिलाने लगी। लण्ड हिनहिनाने लगा। टन टना कर खड़ा हो चोद लण्ड ? उसने जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा कई बार चाटा और बोली वाह कितना स्वादिस्ट है तेरा लण्ड अंकल ? कितना मोटा ही गया है साला ? मेरी माँ भोसड़ा खा खा कर मोटा हुआ है तेरे अब्बू का लौड़ा सायरा ? तेरी चूत भी खाता है न इसका लण्ड ? मैंने कहा हां खाता है साला मेरी चूत तो खुले आम खाता है ? वह बोली आज यह मेरी चूत नहीं खायेगा बल्कि मेरी चूत इसे खायेगी। अभी घुसेड़ लेती हूँ इसे अपनी बुर में सायरा और थोड़ी देर में इसे भून कर निकाल दूँगी अपनी चूत से ? भुने हुए बैगन की तरह लुंज पुंज होकर निकलेगा तेरे अब्बू का लण्ड मेरी बुर से ? इस लण्ड ने मेरी माँ चोदी है आज मैं इसकी माँ चोदूँगी ? इसकी गांड में भर दूँगी भूसा ? देखो अभी मैं क्या करती हूँ मेरे भोसड़ी वाले अब्बा के लण्ड का ? नज़मा यही सब अनाप सनाप बक बक कर लण्ड का जोश बढ़ा रही थी। लण्ड वाकई सख्त होता जा रहा था। मैं भी सामने नंगी बैठी थी। मैंने भी लण्ड पकड़ कर देखा तो हैरान रह गयी। इतना सख्त पहले कभी नहीं था।
अब्बू बोला :- सायरा इसकी गन्दी गन्दी अश्लील गालियां सुन सुन कर मेरा लण्ड वाकई बड़ा कड़क हो गया है। आज मैं तुम दोनों की बुर एक साथ चोदूंगा ?
अब्बा ने पहले नज़मा की बुर में पेल दिया लण्ड ? वह चिल्ला पड़ी बोली उई माँ फाड़ डाला मेरी चूत ? इतनी बेरहमी से पेल दिया इतना मोटा लण्ड वह भी पूरा का पूरा ? धीरे धीरे नहीं पेल सकता बेटी चोद ? अब्बा ने स्पीड बढ़ा दी। थोड़ी देर में अब्बा ने उसकी बुर से निकाल कर लण्ड मेरी बुर में घुसा दिया। मैं भी बड़ी मस्ती से चुदाने लगी। हम दोनों ने बारी बारी से चुदवाया ? नज़मा बड़ी मस्त हो गयी बोली यार सायरा आज बहुत दिनों के बाद मुझे मेरे मन का लौड़ा मिला है ? अब मैं इससे चुदवाती रहूंगी और चुदवाती रहूंगी अपनी माँ की बुर ? नज़मा ने जो कहा वो करके दिखा दिया ? मैंने देखा की अब्बा का लौड़ा जब उसकी बुर में घुसा तो बड़ी देर तक चोदता रहा और जब निकला तो वाकई भुना हुआ चूहा जैसा लग रहा था।
- एक दिन डोर बेल बजी तो मैंने दरवाजा खोला। सामने जमाल खड़ा था। मैंने नज़मा से कहा यह मेरा दोस्त जमाल है तुम इससे बात करो मैं अभी आती हूँ। मैं अंदर चली गयी। मुझे वास्तव में कोई काम नहीं था। मैं बस चुपके चुपके सुनना चाहती थी की नज़मा उससे कैसे बात करती है और क्या बात करती है ?
- नज़मा बोली :- तो तुम जमाल हो, सायरा के दोस्त हो ? कबसे दोस्त हो उसके ?
- मैं पिछले ४ साल से उसका दोस्त हूँ।
- तूने कभी किसी लड़की की झांटें बनाई है ? सायरा की झांटें बनाई है ?
- हां बनाई है और कई लड़कियों की झांटें बनाई है।
- कभी किसी लड़की की गांड चाटी है ?
- नहीं गांड तो नहीं चाटी किसी की ?
- कितनी लड़कियों की गांड मारी है तूने बहन चोद ?
- नहीं मैं गांड नहीं मारता ?
- कितनी लड़कियों की माँ चोदी है तूने अभी तक ?
- तीन लड़कियों की माँ चोदी है मैंने। आज शमा की माँ चोदने जाऊंगा ?
- मेरी माँ चोदोगे ? मेरी माँ के भोसड़ा में अपना लण्ड पेलोगे ?
- हां अगर तुम अपनी माँ चुदवाओगी तो जरुर चोदूँगा ?
- सायरा की बुर कितनी बार चोदी है तूने ?
- अभी एक बार भी नहीं चोदा ? आज चोदने आया हूँ।
- तू भोसड़ी का झूंठ बोल रहा है। तूने जब सायरा की झांटें बनाई, तो उसकी बुर में लण्ड क्यों नहीं पेला ?
- क्योंकि वह हर बार मेरा लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मार देती है और फिर लण्ड मजे से पी लेती है।
अब आगे की बात आप नज़मा से सुनिये :- मैं जब घर आयी तो देखा की वहाँ फरहा आंटी बैठी है। मैं उसे गले लग गयी और बोली हाय मेरी बुर चोदी आंटी कितने दिनों के बाद आयी हो तुम ? अभी तक क्या तू अपना भोसड़ा चुदवा रही थी। - हां बिना भोसड़ा चुदाये मैं रह नहीं सकती - अंकल क्या आजकल खूब चोद रहे है तुझे ? - नहीं मैं अपने शौहर से नहीं चुदवाती ? मैं तो अपने देवर और जेठ से चुदवाती हूँ उनके लण्ड बड़े बड़े है ? इसके अलावा मैं उन लोगों से चुदवाती हूँ जिनके लण्ड मुझे पसंद है ? - मेरी माँ भी भोसड़ा चुदवा दिया करो आंटी ? - हां मैं तेरी माँ चुदाने ही आयी हूँ। आज रात में मैं दो मरद भेजूंगी चोदने के लिए - मेरी माँ की बेटी भी चुदाने लगी है आंटी ? उसकी चूत के लिए दो मर्द और भेजो ? - तेरे लिए दो लण्ड तेरे बेड रूम में है। जा और उनसे चुदवा ले ? अच्छा तो इसका मतलब वे दोनों साले मेरी माँ का भोसड़ा चोद चुके है ? तेरी माँ का भोसड़ा ही नहीं उन दोनों ने मेरा भी भोसड़ा चोदा है नज़मा ? मैं रात भर तेरे घर में ही चुदवाती रही।
मेरी अम्मी मेरी बातें सुन कर बहुत खुश हो गयी। मैंने कहा अम्मी अब तुम खुल कर अपनी बिटिया की बुर चुदवाओ और मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती हूँ। रात को अचानक सायरा का फोन आ गया।
वह बोली :- नज़मा क्या कर रही है तू ?
मैंने कहा :- माँ चुदवा रही हूँ, अपनी ? -
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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