Monday, December 9, 2013

पति ने कहा सबसे चुदाओ

अना मैं तुमसे बिलकुल सच कह रही हूँ . मेरे हसबैंड ने मुझे खुली छूट दे रखी है . उसका कहना है की तुम किसी को भी निराश न करो . जो तुम्हे चोदना चाहे उससे चुदवा लो और तुम जिससे चुदवाना चाहो उससे चुदवा लो ? दुनिया कुछ भी कहे तो कहने दो ? तुम किसी की परवाह न करो ? जब मैं कह रहा हूँ तो तुमको दुनिया से क्या लेना देना ? उसने और साफ़ साफ कहा की  :-
चुदो चुदाओ रात दिन, पकड़ो सबके लण्ड
बुर  में  पेलो  गांड में,  मुंह  में डालो  लण्ड
तबसे मेरी हिम्मत और बढ़ गयी . अब मैं बहन चोद सबसे खुल्लम खुल्ला चुदवाती हूँ . देवर से,  जेठ से, नंदोई से, बहनोई से, खालू से, मामू से, जीजू से और इन सबके दोस्तों से खूब चुदवाती हूँ . यहाँ तक की मैं इन सबके लण्ड पहचानती हूँ . मैं किसी की परवाह नहीं करती ? मैं किसी की नहीं सुनती ? अपनी मनमानी करती हूँ . दुनिया की माँ की चूत ? दुनियां वालों की माँ का भोसड़ा ?
अभी कल ही मेरे अब्बू का दोस्त आय़ा था . बातों ही बातों में मैंने उसके पैजामे के अंदर हाथ घुसेड़ कर उसका खड़ा लौड़ा पकड़ लिया . मैंने कहा  अंकल भोसड़ी के तुम मुझे चोदने आये हो क्या ? वह बोला नहीं ऐसी कोई बात नहीं है ? मैंने कहा तुम झूंठ बोल रहे हो अंकल, मगर तेरा लौड़ा झूंठ नहीं बोल रहा है . देखो न तेरा लौड़ा  टन टनाया हुआ है . एकदम अपना सर उठा कर खड़ा हो गया है बहन चोद तेरा लण्ड ?  इसका मतलब है की तुम मुझे चोदना चाहते हो ? अरे चोदना है तो चोदो ? कहने में तेरी गांड क्यों फट रही है ? इसमें शर्माने की क्या जरुरत है ?  ऐसा कह कर मैंने उसका पैजामा खोल कर फेंक दिया . मेरी गन्दी गन्दी और अश्लील बातें सुन सुन कर उसका लौड़ा साला दूना हो गया. फिर क्या बड़ी मस्ती से चुदवाया मैंने ? रात में तीन बार चुदवाया और सवेरे उसे जाने दिया .
मेरा नाम ज़ारा है . मैं २६ साल की ज़नाब हलीम साहेब की बीवी हूँ . हमारी शादी का एक साल ही हुआ है . शादी के बाद हम लोग विदेश चले गये हनीमून मनाने . वहाँ हम लोग एक महीने रहे . यानी एक महीने तक हम लोग हनीमून मनाते रहे ? मुझे वहाँ बहुत अच्छा लगा . मैंने सेक्स का पूरा मज़ा वहीँ उठाया . बीवियों की अदला बदली, मर्दों की अदला बदली, थ्री सम , फोर सम , बाई - सेक्सुअल, ग्रुप सेक्स, हैंडजॉब, ब्लोजॉब, सब का मज़ा मैंने अपने मियां के साथ लूटा है . दरअसल यह सब हमने अपनी सुहागरात से ही शुरू कर दिया था .जवानी का मज़ा कैसे लिया जाता है मैंने वहीँ सीखा . मेरा शौहर मुझसे बहुत खुश हुआ क्योंकि मैंने उसका साथ दिया और जैसा उसने कहा वैसा मैंने किया . उसे भी सेक्स का वो मज़ा मिला जो शायद यहाँ किसी को नसीब नहीं होता ? हमारा तो सेक्स के प्रति नजरिया ही बदल गया .
मैंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया . वहाँ से आकर मैं अपने मियां के साथ अपने देश में कई जगह घूमती रही .वहाँ भी खूब मौज़ मस्ती की ? मेरा शौहर विदेश में काम करता है . यहाँ अक्सर आया जाया करता है . एक दिन जब मैं उसका लण्ड हिला हिला कर बार बार चूम रही थी तब उसने मुझसे कहा ज़ारा तुम चुदाने में किसी से कोई परहेज़ नहीं करना ? जिसका मन आये उसका लण्ड पकड़ लेना . मन में कोई मलाल न रखना . तुम्हे जो मर्द पसंद आ जाये उससे जरुर चुदवा लेना . अगर तुम्हे कोई चोदना चाहे तो ना नुकुर न करना ? फ़ौरन चुदवा लेना . जवानी बहन चोद बहुत कम दिनों के लिए होती है . एक बार जब चली जाती है तो वापस कभी नहीं आती ? जवानी का पूरा मज़ा लूटो . न तो किसी से शर्म करो और न ही डरो ?
बस तब से मैं बड़ी हिम्मत वाली औरत हो गयी हूँ . अब तो सारी दुनिया मेरी चूत में ?
एक दिन मैं अपनी मामू जान से अपने कमरे में चुदवा रही थी . मामू मुझसे केवल २ साल बड़ा है . शादी के पहले भी मैंने उससे चुदवाया है . आज वह मेरी ससुराल आ गया . मैंने कहा अरे भोसड़ी वाले जब यहाँ आ ही गये हो तो मुझे चोद कर जाओ ? बस थोड़ी देर में मैंने उसके पकडे उतारे और उसने मेरे . मैंने उसका लौड़ा पकड़ा और उसने मेरी चूंचियां ? बस मैं चढ़ बैठी मादर चोद मामू के लण्ड पे और चोदने लगी उसका लौड़ा ? वह मेरी हिलती हुई चूंचियां देखने लगा . इतने में मेरा जेठ बहन चोद आ धमका मेरे कमरे में ? मुझे चुदवाते  हुए देख लिया . वह मुस्करा पड़ा ? जब वह जाने लगा तो मैंने उसे टोका और कहा जाते कहाँ हो जेठ जी ? अब देख ही लिया है तो मुझे अपना लौड़ा पिला कर जाओ न ? वह पीछे से आ गया . मैंने उसे अपने पास बुलाया और उसके पैजामे का नाड़ा खींच लिया . वह बहन चोद नंगा हो गया . मैंने कहा वाओ, नीचे नेकर भी नहीं पहनते हो तुम भोसड़ी के जेठ जी ?  देखो तेरा लौड़ा एकदम से मेरे गाल पर लगा . खड़ा है न लौड़ा तेरा ? इसका मतलब तुम्हे मेरी चुदाई देख कर मज़ा आ रहा है . मैं उसका लण्ड हिलाने लगी . मैं देखा की लौड़ा बढ़ता ही जा रहा है . कहीं रुकने का नाम ही नहीं लेता ? मुझे लगा अरे ये तो सबसे बड़ा लण्ड है ? साला ८" से भी बड़ा है ? मैंने उसे फ़ौरन मुंह में डाला और चूसने लगी .मुझे सुपाड़ा चूसने में मज़ा आ गया . लौड़ा बड़ा टेस्टी भी था . मैंने आधे से अधिक लौड़ा मुंह में घुसेड़ लिया . मैं बार बार लौड़ा अंदर बाहर करने लगी .
                              नीचे बुर में लण्ड ऊपर मुंह में लण्ड . मुझे दुतरफा मज़ा आने लगा .
मैंने जेठ का लण्ड चूसते हुए पूंछा :- जेठ जी कल तुम अपनी ससुराल गये थे ? ये बताओ कल तुमने किस किस की बुर चोदी ? किस किस का भोसड़ा चोदा  ? किसको अपना लौड़ा पिलाया ?
वह बोली :- हाय मेरी ज़ारा, कल मैंने अपनी साली की बुर चोदी ? बड़ा मज़ा आया . बड़ी मादर चोद हरामजादी हो गयी है . लौड़ा तो ऐसे चूसती है जैसे आम की गुठली . उसकी मक्खन मलाई जैसी चूत मैं हर बार चोद कर आता हूँ . उसके बाद मैंने उसकी खाला का भोसड़ा चोदा ? शाम को मैंने उसकी सहेली को अपना लौड़ा पिलाया . . 
मैंने मामू जान से पूंछा :- भोसड़ी के तुम भी किसी को चोदते हो की सिर्फ मेरी बुर में लौड़ा पेला करते हो ?
वह बोला :- नहीं यार, मैं तो बिना बुर चोदे सोता ही नहीं . अगर बुर नहीं मिलती तो किसी को भी लौड़ा पिला देता हूँ . अभी कल ही मैंने अपनी घर की नौकरानी को ही लौड़ा पिला दिया . 
थोड़ी देर में मैंने जेठ को नीचे लिटा दिया और उसके लण्ड पर बैठ गयी . सामने से मैं मामू जान का लौड़ा चूसने लगी . दोनों लण्ड बारी बारी से मुझे चोदने में जुटे थे . अचानक मामू बोला ज़ारा आज क्या गांड नहीं मराओगी ? मैंने कहा तू गांडू है क्या ? तुझे बुर से ज्यादा गांड मारने में मज़ा आता है क्या ? कभी अपनी बीवी की गांड मारी है तूने ? उसने जबाब दिया उसकी गांड तो मेरे दोस्त मारते रहते है . मैंने कहा अच्छा तो तू अपनी बीवी अपने दोस्तों से चुदवाता है . तेरी बीवी तो बड़े मजे करती होगी . वह बोला मजे करे न बुर चोदी मुझे क्या ? मैं भी तो खूब मजे करता हूँ . तुम्हारी जैसी बुर चोदने को मिलती है मुझे और क्या चाहिए ? मैं बोली बहन चोद मर्दों को परायी बीवी चोदने में खूब मज़ा आता है . उसकी बीवी को कितना बड़ा लण्ड चाहिए इसकी परवाह नहीं करते साले ? मैंने कहा अच्छा बाबा ले मार ले मेरी गांड ? मामू जब गांड मार रहा था तो मैं जेठ का लौड़ा चूस रही थी .  इतने में मामू बोला ज़ारा अब मैं निकलने वाला हूँ . मैंने कहा रुक भोसड़ी के मैं मुठ्ठ मारती हूँ . मैंने उसे खलास किया और सारा मक्खन चाट गयी . थोड़ी देर में जेठ भी झड़ने लगा . मैंने उसका झड़ता हुआ लण्ड खूब चाटा और और उसे खूब गालियां सुनायी . 
रात को मैं अपनी जेठानी के कमरे कि तरफ जाने लगी . मुझे अहसास हुआ की वहाँ कुछ चल रहा है . मैं झाँक कर देखने लगी . मैंने देखा की जेठानी अपने जीजू का लौड़ा चाट रही है . लौड़ा बार बार मुंह से बाहर आ जाता था . लौड़ा देख कर मेरे बदन में आग लग गयी . मेरी बुर बुर ससुरी चुलबुलाने लगी . मैंने और झुक कर देखा तो मालूम हुआ की मेरा नंदोई मेरी जेठानी की बुर चोद रहा है . दोनों लण्ड मेरी आँखों में नाचने लगे . मैंने मन में कहा मेरी भोसड़ी वाली जेठानी क्या मुझसे ज्यादा चुदक्कड़ है ? मैंने सोंच लिया की मैं अभी एक लण्ड इससे छीन लेती हूँ . मैं कोई रहम नहीं करूंगी . 
इतने में जेठानी बोली :- जीजू सुनो मेरी देवरानी की बुर चोदोगे ? बड़ा मस्त चुदवाती है . मेरे मियां को उसकी बुर बहुत अच्छी लगती है . तुमसे तो खूब मजे से चुदवा लेगी बुर चोदी ?
वह बोला :- हां हां दिलवाओ न अपनी देवरानी की बुर मुझे ? देखों मेरा लण्ड कैसे टन्ना गया उसके नाम से ? तब मैं समझी की देखो मेरा कितना ख्याल रखती है मेरी जेठानी ?
जेठानी बोली :- मैं अभी उसे मोबाईल से फोन करके बुलवाती हूँ . इतने में मेरे फोन की घंटी बज गयी .
जेठानी बोली :-  ज़ारा तू मेरे कमरे में आ जा अभी ?
मैं जाने से पहले बाथ रूम चली गयी . वहाँ से आने पर मैंने बगल के कमरे में झांक कर देखा की मेरी ननद अपने देवर से भकाभक चुदवाये चली जा रही है . तब मैं समझी देखो साली मेरी ननद अपने देवर से चुदवा रही है और इसका मियाँ मेरी जेठानी को मजे से चोद रहा है ? क्या मस्ती है जवानी में यार ?
मैं फ़ौरन जेठानी के पास पहुँच गयी और बोली :- अरे जीजी दो दो लण्ड ? एक बहनोई का एक नंदोई का ?
वह बोली :- इनमे से एक तुम्हारा है लौड़ा, ज़ारा ? बोलो कौन का लौड़ा लोगी तुम ? और पहले बुर चुदाओगी की गांड मराओगी ?
मैंने कहा :- जीजी न मैं पहले बुर चुदाऊंगी और न गांड मराऊँगी ? पहले लौड़ा चूसूंगी चाटूँगी फिर सोचूंगी की  लौड़ा कहाँ पेलूँ ?
मैंने उसके हाथों से उसके जीजू का लौड़ा ले लिया और उसे चूमने लगी . तब तक जीजू मेरे कपडे उतारने लगा . मैंने एक धोती पहनी हुई थी . उसने ब्लाउज़ के ऊपर से ही मेरी चूंचियां मसलन शुरू कर दिया . फिर उसने धीरे से मेरे ब्लाउज़ के बटन खोले . ब्लाउज़ निकाला तो चूंचियां आधी आज़ाद हो गयी . मेरी बड़ी बड़ी चूंचियां देख उसका लौड़ा और टन्ना उठा . मैंने लण्ड फिर चूमा तो उसने तपाक से मेरी ब्रा खोल दी . अब तो मेरी दोनों चूंचियां नंगी नंगी उसके आँखों के सामने झूमने लगी . उसका लौड़ा काबू के बाहर होता जा रहा था .
वह बोला :- हाय सज्जो (मेरी जेठानी का नाम) तेरी देवरानी तो वाकई बड़ी सेक्सी है ?
जेठानी बोली :- अरे अभी क्या, जीजू  ? अभी उसकी चूत खोल के देखो, उसके चूतड़ देखो और उसकी गांड देखो तब और मज़ा आएगा तुम्हे . मैं झूंठ थोड़ो ही कह रही थी की मेरी देवरानी हूर की परी है .
                                   बड़े नसीब वाले है वो मर्द जिनको मेरी देवरानी की बुर मिलती है .  
मैं जीजू के ऊपर चढ़ बैठी और घूम कर अपनी चूत उसके मुंह पे रख दी . वह मेरी चूत चाटने लगा और मैं इधर झुक कर उसका लौड़ा चाटने लगी . थोड़ी देर में मैंने अपनी दोनों टाँगे फैला दी और जीजू का लौड़ा पेल लिया अपनी चूत में . पहले तो मैं बोली हाय रब्बा, इतनी जोर से पेलोगे जीजू ? फिर कहा हाय अल्ला धीरे धीरे क्यों चोद रहे हो जीजू ? भकाभक चोदो न मर्दों की तरह ? कभी घोड़े को घोड़ी चोदते हुए देखा है तूने जीजू ? वह बोला नहीं देखा तो मैंने कहा अब मेरे कमरे में चलो मैं तुम्हे एक ब्लू फ़िल्म दिखाती हूँ . तुम देखना की एक घोड़ा कैसे अपना लौड़ा खड़ा करके घोड़ी की बुर चोदता है ? तुम सभी मादर चोदों को बुर चोदना घोड़े से सीखना चाहिए ? मैं इतना कह कर मस्त चुदवाने लगी . मेरे सामने मेरी जेठानी भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदा रही थी .
अना मेरी कहानी बड़े ध्यान से सुन रही थी .
वह बोली :- यार, ज़ारा मैं भी बहुत चुदासी हूँ .मैं भी किसी से चुदवाना चाहती हूँ . यार जिसका लौड़ा तुम्हे सबसे ज्यादा पसंद हो वही लौड़ा मेरी चूत में पेलवा दो प्लीज ? बदले में तुम मेरे हसबैंड से चुदवा लो ?
मैं बोली :- मैं तुम्हे सबसे बढ़िया लण्ड दूँगी . तुम चिंता न करो ? मुझे बदले में कुछ नहीं चाहिए ? हां अगर तेरा हसबैंड मुझे चोदना चाहता है तो मेरी चूत खुली है उसके लिए ?  
मैंने फोन मिला दिया -
  • मैं बोली :- अज़ीज़ अहमद, क्या कर रहो भोसड़ी के तुम ?
  • कुछ नहीं भाभी, अभी मैं असलम की बीवी चोदने जा रहा हूँ भाभी ?
  • तुम बहुत दिनों से मुझे चोदने नहीं आये ? क्या कोई ख़ास बात है या फिर तुम्हे मेरी चूत पसंद नहीं है ?
  • अरे नहीं भाभी तेरी चूत जैसी चूत बहुत कम लड़कियों की होती है भाभी ?
  • तो कब आएगा मुझे चोदने ?
  • अरे तुम जब कहो भाभी ? मैं तो अभी आ सकता हूँ .असलम की बीवी के पास मैं किसी और को भेज दूंगा .
  • नहीं नहीं तुम किसी को धोखा मत दो मेरे लिये . तुम कल आ जाना . कल मैं तुम्हे अपनी एक नयी सहेली की बुर दिलवाऊंगी .
  • अरे भाभी मेरे बदन में तो अभी से आग लग गयी है . कल तक कैसे इंतज़ार करूंगा .
  • असलम की बीवी चोद कर कर लेना इंतज़ार ? कल आना फिर ओ के ?  
मैंने अना को बताया की अज़ीज़ अहमद मेरे हसबैंड का दोस्त है . मैं इससे कई बार चुदवा चुकी हूँ . इसका लौड़ा मुझे बहुत पसंद है  . लगभग ९" का है लौड़ा बहन चोद और चोदने में तो बड़ा एक्सपर्ट है . बड़ी देर तक चोदता है . हां गांड मारने में ज़रा हिचकिचाता है .
अना बोली :- यार गांड तो मैं बिलकुल नहीं मरवाती ? मुझे तो बस बुर चुदाने में ही मज़ा आता है .
 बस दूसरे दिन मैंने अना के हसबैंड से धुआंधार चुदवाया और अना ने भी अज़ीज़ अहमद से खूब जम कर चुदवाया .

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त 

 
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