रविवार का दिन था . मैं सवेरे सवेरे अपने ड्राइंग रूम में बैठा हुआ नास्ता कर रहा था . अचानक मेरा दोस्त गणेश आ गया . गणेश मेरा पुराना दोस्त है और
जब कब ही मिलता है . उसका घर हमारे घर से काफी दूर है . मैंने उसे भी नास्ते में शामिल कर लिया . नास्ता करते करते हम बातें करने लगे . खूब इधर उधर की बातें की . मूड बिलकुल फ्रेश हो गया . उधर नास्ता भी ख़तम हो गया . हमने अपने अपने हाथ धोये और फिर सोफे पर आराम से बैठ कर बातें करने लगे . दिन के करीब ११ बज चुके थे . बातें कुछ पर्सनल और गहरी होती गयी .
मैंने कहा लतिका यार ये मेरा दोस्त आज मेरे साथ रह सकता है न ? अगर नहीं तो मैं जाने देता हूँ ? वह बोली वह अपने मुंह से घुआं निकालती हुई बोली अबे भोसड़ी के क्यों जाने दोगे इसे ? इसे यहीं रखो ?आज तुम दोनों बहन चोद मिलकर चोदो मुझे ? मुझे भी अच्छा लगेगा . ऐसा कह कर उसने दूसरा गिलास भी खाली कर दिया और मुझसे लिपट गयी . हम दोनों ने भी उसी तरह दूसरा गिलास खाली कर दिया . दो दो पैग शराब सबने एक झटके में पी ली तो नशा एकदम से चढ़ गया . मैं लतिका के बदन से खेलने लगा . उसे हर तरफ से कपड़ों के ऊपर से मसलने लगा . गणेश मुझे देख रहा था . मैंने उसे आँख मारी और उससे भी लिपट जाने को कहा . उसने सीधे हमला उसकी चूंची पर कर दिया . लतिका मेरा लण्ड टटोलने लगी और जब गणेश आया तो उसका भी लौड़ा खखोलने लगी . मैं समझ गया की अब यह बुर चोदी जोश में आ गयी है तो मैं इसे बेड रूम ले गया . उसके एक एक करके कपडे उतारने शुरू किया . मैंने साड़ी खोली तो गणेश ने ब्लाउज़ ? मैंने ब्रा खोली तो गणेश ने पेटीकोट . बिलकुल नंगी कर दिया हमने बुर चोदी लतिका को ? वह बोली अब भोसड़ी वालों तुम भी नंगे हो जाओ . खोलो अपने अपने लण्ड ? उसने हमारे कपडे झकझोर कर उतार दिया . एक हाथ में मेरा लण्ड लिया और दूसरे में गणेश का ? जितनी वह मस्त होती जा रही थी उतने ही हम लोग भी ? लण्ड दोनों के दोनों टन टना कर खड़े हो गये .
लतिका बोली :- वाओ कितने मस्ताने लौड़े है यार ? कविता ने जैसा कहा था बिलकुल वैसा ही है तेरा लौड़ा हरीश ? यार तुम कविता को पहले चोद चुके हो ? उसकी बुर में पेल चुके हो अपना लौड़ा ?
मैं बोला :- हां भाभी, अपने ठीक कहा । मैंने पहले तो को कविता को चोदा और फिर यह उसी दिन यह प्रोग्राम मैंने और कविता भाभी ने ही बैठ कर बनाया . आज मुझे ख़ुशी इस बात की है यह प्रोग्राम पिछले एक साल से बहुत बढ़िया चल रहा है . लोग इसका मज़ा ले रहे है . ऐसा कह कर मैंने लण्ड लतिका की बुर में पेल दिया और चोदने लगा . वह गणेश का लौड़ा पीते हुए चुदाने लगी .
लतिका चुदवाते हुए बोली :- आज तो तेरी बीवी किस किस से चुदवा कर आएगी ?
मैंने कहा :- वैसे तो बताया नहीं उसने मुझसे लेकिन मैं समझता हूँ कि वह दो लोगों से जरुर चुदवा कर जरुर आएगी। उसे चुदवाने का बड़ा जबरदस्त शौक है। अच्छा तेरा हसबैंड क्या कर होगा अभी ?
वह बोली :- वह भोसड़ी का राकेश की बीवी चोद रहा होगा ? उसके बाद अशोक की बीवी चुदवाने आएगी उससे ? ? मैं भी तुमसे चुदवाने के बाद मोहन से चुदवा कर घर वापस जाऊंगी .
गणेश बड़ी हैरत भरी निगाहों से हम दोनों को देखने लगा . उसकी समझ में नहीं आ रहा था की यह सब क्या हो रहा है ? मैंने कहा यार तुम चिंता न करो मैं तुम्हे सब समझा दूंगा पहले तुम लतिका की बुर चोदो .
गणेश लतिका भाभी को चोदने में जुट गया। भाभी बोली यार गणेश अब तुम पीछे से मेरी गांड में पेलो लण्ड मैं आगे से महेश का लण्ड चूसते हुए गांड मरवाऊंगी ? मैं पहली बार भाभी को गांड मराते हुए देख रहा था। थोड़ी देर में भाभी ने गणेश को नीचे लिटा दिया और उसके ऊपर उसकी तरफ मुह करके लेट गयी । लण्ड उसकी चूत में घुस गया। फिर वह अपनी गांड उठा कर बोली महेश अब तुम मारो मेरी गांड ? थोड़ी देर गांड मरवाने के बाद वह बोली यार महेश तुमने इस तरह का प्रोग्राम बना कर कई बीवियों के मन की इच्छा पूरी कर दी। वरना बिचारी एक ही लण्ड पे पूरी ज़िन्दगी निकाल देती है और तरह तरह के लण्ड के लिए हमेशा तरसा करती है। तब तक मैंने कहा भाभी अब मैं खलास होने वाला हूँ वह बोली यार मेरे मुंह में झड़ना मैं तेरा लण्ड पियूंगी। वह वास्तव में मेरा झड़ता हुआ लण्ड पीने लगी और उसके बाद उसने गणेश का भी झड़ता हुआ लण्ड पिया ? लतिका भाभी चुदवा कर चली गयी और उसके बाद गणेश भी चला गया।
करीब ३ बजे दोपहर में डोर बेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक बहुत ही सुन्दर महिला खड़ी हुई मिली। मैंने मुस्कराकर उसे अंदर बैठाया और दरवाजा बंद कर दिया। उसने अगल बगल देखा और फिर बोली मैं मैसज पूजा बत्रा हूँ। आप मिस्टर महेश है न ? मैंने कहा हां मैं महेश हूँ। वह बोली मुझे कविता ने भेजा है मैं तुमसे चुदवाने आये हूँ। मैंने कहा हां हां भाभी मैं आपका इंतज़ार ही कर रहा था। उसने कहा यार महेश मैं थोडा लेट आयी हूँ . मुझे टोनी से चुदवाने में थोड़ी देर हो गयी। मैंने कहा यार कोई बात नहीं पूजा ? अच्छा बताओ थोडा व्हिस्की लोगी ? उसने कहा हां जरुर लूंगी तभी तो मज़ा आएगा बहन चोद ? व्हिस्की लाने के पहले ही वह मुझसे लिपट गयी और बोली यार महेश आज तुम बहुत स्मार्ट लग रहे हो। तेरे लण्ड की तारीफ भी सुन चुकी हूँ मैं । कविता बुर चोदी मुझसे कुछ भी नहीं छिपाती ? अब यार लौड़ा खोलो मैं इसे देखूँगी पहले ? मैंने कहा यार भाभी पहले थोड़ा नशा तो कर लो। वह बोली अच्छा ठीक लाओ शराब, मैं शराब के साथ तेरा लण्ड पियूंगी। मैं जब शराब लेकर आया तो देखा कि पूजा ने सारे कपडे उतार दिया है। वह एकदम नंगी हो गयी हैं। बस मुझे भी जोश आ गया और मैं भी कपडे उतारने लगा। जब चड्ढी बची तो पूजा बोली मैं खोलूंगी तेरी चड्ढी। मैं उसे लेकर बेड रूम चला गया।
मैंने दो पैग शराब बनाई और एक एक सिप चियर्स कह कर लिया। पूजा ने गिलास रखा और मेरी चड्ढी खींच ली। मेरा खड़ा लण्ड उसके सामने नाचने लगा। उसने लण्ड मुठ्ठी में लिया और घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी। फिर बोली यार कविता सही कह रही थी। कितना बड़ा और मोटा है लण्ड तेरा ? टोनी के लण्ड से मोटा है तेरा लण्ड ? लगता है इसे कच्चा चबा जाऊं ? पूजा ने लण्ड मुंह में लिया और चभुलाने लगी। मैं भी घूम गया और उसकी चूत चाटने लगा। पूजा की चूत ने मेरी सेक्स की भूंख बढ़ा दी। मेरा एक हाथ उसकी चूंचियां मसल रहा था। पूजा लण्ड, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक बार बार चाटने लगी। थोड़ी देर ने पूजा बोली यार अब पेलो लण्ड मेरी बुर में और चोदो ? मैं उसे चोदने लगा। चोदते हुए मैंने पूंछा भाभी अभी तेरा हसबैंड किसे चोद रहा होगा ? वह बोली अभी तो मिसेज कामिनी उससे चुदवा कर गयी है। और अब मिसेज स्वेता चुदवा रही होगी ? तुम बताओ तुमने किसे चोद कर भेजा है अभी ? मैंने कहा यार पूजा अभी तो मिसेज लतिका चुदवा कर गयी है और अब मैं तुम्हे चोद रहा हूँ।
पूजा बोली :- यार तुमने इस प्रग्राम को चालू करके बड़ा उपकार कियां है हम सब बीवियों पर ? मुझे हर हफ्ते नये नये लण्ड का मज़ा मिलता है। खूब खुल कर चुदवाती हूँ और अपने पति को दूसरों की बीवियां खुल कर चोदने देती हूँ। देखो न मेरी बुर चोदी बुर तुमसे चुदवाकर कितना मज़ा कर रही है ? इस एक साल के अंदर मेरी चूंची दुगुनी हो गयी है। मुझे लण्ड पीने का चस्का लग गया है। गांड मराने का भी मज़ा खूब लेने लगी हूँ।
जब कब ही मिलता है . उसका घर हमारे घर से काफी दूर है . मैंने उसे भी नास्ते में शामिल कर लिया . नास्ता करते करते हम बातें करने लगे . खूब इधर उधर की बातें की . मूड बिलकुल फ्रेश हो गया . उधर नास्ता भी ख़तम हो गया . हमने अपने अपने हाथ धोये और फिर सोफे पर आराम से बैठ कर बातें करने लगे . दिन के करीब ११ बज चुके थे . बातें कुछ पर्सनल और गहरी होती गयी .
- अचानक गणेश पूंछ बैठा :- यार हरीश, अनीता भाभी नहीं दिखाई पड़ रही है . कहाँ गयी है तेरी बीवी ?
- मैंने कहा :- चुदवाने गयी है मेरी बीवी ?
- क्या कह रहे हो यार ? कुछ तो शर्म करो ?
- इसमें शरम की क्या जरुरत है मेरे दोस्त ? ये तो हकीकत है . मेरी बीवी चुदवाने ही गयी है .
- तो कब वापस आएँगी भाभी ?
- शाम तक जरुर आ जायेगी .
- तो क्या बहुत दूर गयीं है वो ?
- दूर नहीं बस थोड़ा नजदीक ही है लेकन उसे आज कई लोगों से चुदवाना है ?
- यार तुम मुझसे पहेली क्यों बुझा रहे हो ? मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ ?
मैंने कहा लतिका यार ये मेरा दोस्त आज मेरे साथ रह सकता है न ? अगर नहीं तो मैं जाने देता हूँ ? वह बोली वह अपने मुंह से घुआं निकालती हुई बोली अबे भोसड़ी के क्यों जाने दोगे इसे ? इसे यहीं रखो ?आज तुम दोनों बहन चोद मिलकर चोदो मुझे ? मुझे भी अच्छा लगेगा . ऐसा कह कर उसने दूसरा गिलास भी खाली कर दिया और मुझसे लिपट गयी . हम दोनों ने भी उसी तरह दूसरा गिलास खाली कर दिया . दो दो पैग शराब सबने एक झटके में पी ली तो नशा एकदम से चढ़ गया . मैं लतिका के बदन से खेलने लगा . उसे हर तरफ से कपड़ों के ऊपर से मसलने लगा . गणेश मुझे देख रहा था . मैंने उसे आँख मारी और उससे भी लिपट जाने को कहा . उसने सीधे हमला उसकी चूंची पर कर दिया . लतिका मेरा लण्ड टटोलने लगी और जब गणेश आया तो उसका भी लौड़ा खखोलने लगी . मैं समझ गया की अब यह बुर चोदी जोश में आ गयी है तो मैं इसे बेड रूम ले गया . उसके एक एक करके कपडे उतारने शुरू किया . मैंने साड़ी खोली तो गणेश ने ब्लाउज़ ? मैंने ब्रा खोली तो गणेश ने पेटीकोट . बिलकुल नंगी कर दिया हमने बुर चोदी लतिका को ? वह बोली अब भोसड़ी वालों तुम भी नंगे हो जाओ . खोलो अपने अपने लण्ड ? उसने हमारे कपडे झकझोर कर उतार दिया . एक हाथ में मेरा लण्ड लिया और दूसरे में गणेश का ? जितनी वह मस्त होती जा रही थी उतने ही हम लोग भी ? लण्ड दोनों के दोनों टन टना कर खड़े हो गये .
लतिका बोली :- वाओ कितने मस्ताने लौड़े है यार ? कविता ने जैसा कहा था बिलकुल वैसा ही है तेरा लौड़ा हरीश ? यार तुम कविता को पहले चोद चुके हो ? उसकी बुर में पेल चुके हो अपना लौड़ा ?
मैं बोला :- हां भाभी, अपने ठीक कहा । मैंने पहले तो को कविता को चोदा और फिर यह उसी दिन यह प्रोग्राम मैंने और कविता भाभी ने ही बैठ कर बनाया . आज मुझे ख़ुशी इस बात की है यह प्रोग्राम पिछले एक साल से बहुत बढ़िया चल रहा है . लोग इसका मज़ा ले रहे है . ऐसा कह कर मैंने लण्ड लतिका की बुर में पेल दिया और चोदने लगा . वह गणेश का लौड़ा पीते हुए चुदाने लगी .
लतिका चुदवाते हुए बोली :- आज तो तेरी बीवी किस किस से चुदवा कर आएगी ?
मैंने कहा :- वैसे तो बताया नहीं उसने मुझसे लेकिन मैं समझता हूँ कि वह दो लोगों से जरुर चुदवा कर जरुर आएगी। उसे चुदवाने का बड़ा जबरदस्त शौक है। अच्छा तेरा हसबैंड क्या कर होगा अभी ?
वह बोली :- वह भोसड़ी का राकेश की बीवी चोद रहा होगा ? उसके बाद अशोक की बीवी चुदवाने आएगी उससे ? ? मैं भी तुमसे चुदवाने के बाद मोहन से चुदवा कर घर वापस जाऊंगी .
गणेश बड़ी हैरत भरी निगाहों से हम दोनों को देखने लगा . उसकी समझ में नहीं आ रहा था की यह सब क्या हो रहा है ? मैंने कहा यार तुम चिंता न करो मैं तुम्हे सब समझा दूंगा पहले तुम लतिका की बुर चोदो .
गणेश लतिका भाभी को चोदने में जुट गया। भाभी बोली यार गणेश अब तुम पीछे से मेरी गांड में पेलो लण्ड मैं आगे से महेश का लण्ड चूसते हुए गांड मरवाऊंगी ? मैं पहली बार भाभी को गांड मराते हुए देख रहा था। थोड़ी देर में भाभी ने गणेश को नीचे लिटा दिया और उसके ऊपर उसकी तरफ मुह करके लेट गयी । लण्ड उसकी चूत में घुस गया। फिर वह अपनी गांड उठा कर बोली महेश अब तुम मारो मेरी गांड ? थोड़ी देर गांड मरवाने के बाद वह बोली यार महेश तुमने इस तरह का प्रोग्राम बना कर कई बीवियों के मन की इच्छा पूरी कर दी। वरना बिचारी एक ही लण्ड पे पूरी ज़िन्दगी निकाल देती है और तरह तरह के लण्ड के लिए हमेशा तरसा करती है। तब तक मैंने कहा भाभी अब मैं खलास होने वाला हूँ वह बोली यार मेरे मुंह में झड़ना मैं तेरा लण्ड पियूंगी। वह वास्तव में मेरा झड़ता हुआ लण्ड पीने लगी और उसके बाद उसने गणेश का भी झड़ता हुआ लण्ड पिया ? लतिका भाभी चुदवा कर चली गयी और उसके बाद गणेश भी चला गया।
करीब ३ बजे दोपहर में डोर बेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक बहुत ही सुन्दर महिला खड़ी हुई मिली। मैंने मुस्कराकर उसे अंदर बैठाया और दरवाजा बंद कर दिया। उसने अगल बगल देखा और फिर बोली मैं मैसज पूजा बत्रा हूँ। आप मिस्टर महेश है न ? मैंने कहा हां मैं महेश हूँ। वह बोली मुझे कविता ने भेजा है मैं तुमसे चुदवाने आये हूँ। मैंने कहा हां हां भाभी मैं आपका इंतज़ार ही कर रहा था। उसने कहा यार महेश मैं थोडा लेट आयी हूँ . मुझे टोनी से चुदवाने में थोड़ी देर हो गयी। मैंने कहा यार कोई बात नहीं पूजा ? अच्छा बताओ थोडा व्हिस्की लोगी ? उसने कहा हां जरुर लूंगी तभी तो मज़ा आएगा बहन चोद ? व्हिस्की लाने के पहले ही वह मुझसे लिपट गयी और बोली यार महेश आज तुम बहुत स्मार्ट लग रहे हो। तेरे लण्ड की तारीफ भी सुन चुकी हूँ मैं । कविता बुर चोदी मुझसे कुछ भी नहीं छिपाती ? अब यार लौड़ा खोलो मैं इसे देखूँगी पहले ? मैंने कहा यार भाभी पहले थोड़ा नशा तो कर लो। वह बोली अच्छा ठीक लाओ शराब, मैं शराब के साथ तेरा लण्ड पियूंगी। मैं जब शराब लेकर आया तो देखा कि पूजा ने सारे कपडे उतार दिया है। वह एकदम नंगी हो गयी हैं। बस मुझे भी जोश आ गया और मैं भी कपडे उतारने लगा। जब चड्ढी बची तो पूजा बोली मैं खोलूंगी तेरी चड्ढी। मैं उसे लेकर बेड रूम चला गया।
मैंने दो पैग शराब बनाई और एक एक सिप चियर्स कह कर लिया। पूजा ने गिलास रखा और मेरी चड्ढी खींच ली। मेरा खड़ा लण्ड उसके सामने नाचने लगा। उसने लण्ड मुठ्ठी में लिया और घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी। फिर बोली यार कविता सही कह रही थी। कितना बड़ा और मोटा है लण्ड तेरा ? टोनी के लण्ड से मोटा है तेरा लण्ड ? लगता है इसे कच्चा चबा जाऊं ? पूजा ने लण्ड मुंह में लिया और चभुलाने लगी। मैं भी घूम गया और उसकी चूत चाटने लगा। पूजा की चूत ने मेरी सेक्स की भूंख बढ़ा दी। मेरा एक हाथ उसकी चूंचियां मसल रहा था। पूजा लण्ड, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक बार बार चाटने लगी। थोड़ी देर ने पूजा बोली यार अब पेलो लण्ड मेरी बुर में और चोदो ? मैं उसे चोदने लगा। चोदते हुए मैंने पूंछा भाभी अभी तेरा हसबैंड किसे चोद रहा होगा ? वह बोली अभी तो मिसेज कामिनी उससे चुदवा कर गयी है। और अब मिसेज स्वेता चुदवा रही होगी ? तुम बताओ तुमने किसे चोद कर भेजा है अभी ? मैंने कहा यार पूजा अभी तो मिसेज लतिका चुदवा कर गयी है और अब मैं तुम्हे चोद रहा हूँ।
पूजा बोली :- यार तुमने इस प्रग्राम को चालू करके बड़ा उपकार कियां है हम सब बीवियों पर ? मुझे हर हफ्ते नये नये लण्ड का मज़ा मिलता है। खूब खुल कर चुदवाती हूँ और अपने पति को दूसरों की बीवियां खुल कर चोदने देती हूँ। देखो न मेरी बुर चोदी बुर तुमसे चुदवाकर कितना मज़ा कर रही है ? इस एक साल के अंदर मेरी चूंची दुगुनी हो गयी है। मुझे लण्ड पीने का चस्का लग गया है। गांड मराने का भी मज़ा खूब लेने लगी हूँ।
- शाम को करीब ७ बजे मेरी बीवी चुदवाकर कर वापस आ गयी। उसका चेहरा चमक रहा था और इधर मेरा भी चेहरा चमक रहा था। वह भी तैयार हो गयी और मैं भी। हम दोनों लोग बैठे बातें कर रहे थे। इतने में गणेश अपनी बीवी गौरी के साथ आ गया। मैं उसकी बीवी से पहले कई बार मिल चुका था। अनीता की भी दोस्ती है उससे। हम चारों लोग दारू पीने बैठ गये ,
- गणेश बोला - यार तुमने वह बात नहीं बताई अभी तक ?
- मैंने कहा - यार देखो मेरी शादी के दो साल बाद मेरी बीवी एक दिन बोली क्या तुमको दो साल से एक ही बुर बार बार चोदने में मज़ा आता है ? मुझे तो एक ही लण्ड से बार बार चुदवाना अच्छा नहीं लगता ?
- मैंने कहा लेकिन फिर किया जाये ?
- उसने कहा तुम मेरी सहेली की बुर चोदोगे बोलो । मैं उसे मना लेती हूँ।
- मैंने कहा - हां क्यों नहीं चोदूँगा ? बस उसने कविता से बात की तो वह फ़ौरन तैयार हो गयी।
- उसी रात कविता हमारे बेड पर आ गयी और रात में जब मैं बिस्तर पर गया तो मेरी बीवी ने मेरा लण्ड उसे पकड़ा दिया। उस दिन मैंने पहली बार किसी और की बीवी अपनी बीवी के सामने चोदा ।
- फिर कविता ने मुझसे कहा यार महेश क्या तेरी बीवी मेरे हसबैंड से चुदवा ले ?
- मैंने हां कर दी। वह कविता का घर था जहाँ मैंने उसे फिर चोदा और उसके मियां ने मेरी बीवी चोदी ?
- कविता बोली - यार, महेश हम लोग क्यों न एक ऐसा प्रोग्राम बनाये जिसमे हम एक दूसरे की बीवियां चोदते रहें और बीवियां पराये मर्दों स चुदवाती रहें ?
- कविता बोली - और फिर मैंने सोंचा एक नया तरीका ? एक इतवार को मैं सबकी बीवियां दूसरों के घर चुदवाने के लिए भेजूंगी । यानि मर्द सब अपने अपने घर में रहेंगे और बीवियां जा जा कर चुदवायेंगी ? जैसे आज महेश की बीवी आज चुदवाकर कर आयी है। दूसरे इतवार को बीवियां घर पर रहेंगी और मैं मर्दों को भेजूंगी जहाँ वे जाकर परायी बीवियां चोदेंगे ? कौन किसको चोदेगा और कौन किससे चुदवायेगी यह मैं तय करूंगी। इस तरह हर बीवी दो मर्दों से चुदायेगी और हर मर्द दो बीवियां चोदेगा ?
- मैंने कहा - बस इसी तरह लोग जुड़ते गये और हम लोग चुदाई का मज़ा उठाते गये ?
गणेश बोला यार आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैंने उसकी बीवी गौरी की तरफ देखा। वह मुस्करा रही थी। मैंने कहा यार अपनी बीवी गौरी भाभी से तो पोंछ लो ? गौरी भाभी बोली अच्छा आज जब तुमने मेरे मियां से लतिका की बुर चुदवाई तो तुमने मुझसे पूंछा था, भोसड़ी के महेश ? मैं कोई ऐतराज़ नहीं जता रही हूँ। मैं खुद कह रही हूँ की तुम मुझे चोदो ? सीधी सी बात है जब मेरा मियां किसी को चोदेगा तो मैं भी किसी से चुदवाऊँगी ? अब खोलो न लौड़ा अपना ? ऐसा कह कर गौरी ने मेरे लण्ड पर हाथ मारा। उधर मेरी बीवी ने गणेश के लण्ड पे हाथ मारा और कहा दिखाओ न इस लौड़े को जिसने लतिका की बुर चोदी है ?
मैंने गौरी की चूंची दबाकर कहा भाभी पहले अपना जलवा तो दिखाओ मुझे ? मैं पहले तुम्हे निः वस्त्र देखना चाहता हूँ। मुझे बीवियां बगैर कपड़ों के ज्यादा अच्छी लगती है। वह बोली मुझे भी मर्द बिना कपड़ों के ज्यादा अच्छे लगते है ? उसकी जब ब्रा खुली तो दोनों चूंचियां छलक कर बाहर आ गयीं। मेरे मुंह से निकला वाह भाभी वाह ? कितनी मस्त चूंचियां है आपकी ? इन्हे देख कर तो लौड़ा बहन चोद अपने आप खड़ा हो जाये ? फिर जब उसने अपना पेटीकोट खोला तो गजब हो गया। उसकी गद्दे दार मस्त चिकनी चूत देख कर तो मैं पागल हो गया। मैंने जब अपनी नज़र घुमाई तो देखा की गणेश मेरी बीवी की चूत चाटने में जुटा है। आखिर कार गौरी ने मेरा खड़ा लौड़ा पकड़ लिया। वह बोली बाप रे बाप इतना बड़ा लौड़ा ले के घूमते हो तुम ? इसे मेरी बुर में छोड़ कर जाया करो ? गौरी भाभी मेरा लण्ड पीने लगी और मेरी बीवी गणेश का लण्ड पीने लगी। दूसरों की बीवियों से लण्ड चुसवाने का मेरा चस्का बढ़ता गया . जब किसी की बीवी मेरा लौड़ा चूसती है तो मुझे अपार आनंद आता है . मैंने यब बात जब गौरी हाभी से कहा तो वह बोली और मैं भी जब किसी पराये मर्द का लौड़ा चूसती हूँ तो मुझे अपार आनंद आता है . अब आज से मैं भी तुम्हारे ग्रुप में शामिल हो गयी हूँ .अपनी बुर चोदी कविता से बता दो प्लीज ? वह भी हर हफ्ते मुझे भी लण्ड भेजा करे ? और मेरे पति से पास बुर भिजवाया करे .
ऐसा कह कर गौरी भाभी मेरा लण्ड अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी . उधर मेरी बीवी भी गणेश से चुदवाने में जुट गयी . वह बोली हाय गणेश आज वैसे मैं दो दो मर्दों से चुदवा कर आयी हूँ लेकिन तेरा लौड़ा बड़ा अनोखा मज़ा दे रहा है मुझे ? लतिका भोसड़ी वाली ने बड़ा मज़ा किया होगा ? तब तक गौरी बोली हां अनीता भाभी तेरे मियां का लौड़ा तो लाखों में एक है . आज मुझे लग रहा है कि वाकई पराये मर्दों के लण्ड बड़े शानदार होते है . आज मुझे मिल रहा है जवानी का असली मज़ा ? हाय मेरे राजा हरीश और चोदो मुझे ? खूब कस कस के चोदो मुझे ? मैं तेरी रखैल हूँ, मैं तेरी दूसरी बीवी हूँ, मैं तेरी रंडी हूँ . मैं तेरी कुतिया हूँ , मैं छिनार हूँ मैं चुदक्कड़ हूँ यार मुझे चोदो ? अपने दोस्तों के भी लण्ड पेलो मेरी बुर में मेरा राजा ? मेरी गांड मारो मेरी चूंची चोदो ? तेरा मादर चोद लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे ? इसकी माँ का भोसड़ा मैं इसे हर रोज़ पेलूँगा अपनी चूत में ? मैंने महसूस किया की गौरी भाभी को वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है. उसे बहुत दिनों के बाद कोई पराया आदमी चोदने वाला मिला है . मुझे सबसे ज्यादा मज़ा तब आया जब गौरी भाभी ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड चाटा . उसी दिन से गौरी गणेशा मेरे ग्रुप में शामिल हो गए ?
अगले इतवार को, जैसा कि मुझे कविता ने बताया था, मैं मिसेस नेहा अरोड़ा के घर पहुँच गया . उसने दरवाजा खोला तो मैंने कहा मैं हरीश हूँ . उसने मुझे फ़ौरन अंदर किया और दरवाजा बंद कर दिया . वह बोली हाय हरीश मैं तेरा ही इंतज़ार कर रही थी . वह मुझसे लिपट गयी . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां मेरी छाती से टकराने लगी . मैं उसकी पीठ पर हाथ फिराने लगा . फिर उसके चूतड़ों पर और फिर सीधे उसकी चूंचियों पर रख दिया हाथ . मैं बोला हाय भाभी तेरी चूंचियां तो बड़ी रसभरी है . कितनी बड़ी बड़ी है बहन चोद ? उसने मेरे लौड़े पर हाथ मार कर कहा हाय तेरा लौड़ा भी तो बड़ा मोटा तगड़ा है . मुझे कविता ने सब बता दिया है . तभी से मेरी चूत बुर चोदी बड़ी बेचैन हो रही है . हम दोनों ने पहले ड्रिंक्स ली औरे फिर एक दूसरे के कपडे उतारने लगे . मैंने जब नेहा को बिलकुल नंगी एकः तोई मेरी आँखे फटी कि फटी रह गयी . मैंने इतनी बढ़िया खजूबसूरती पहले कभी देखी न थी . मैं बड़ी देर तक उसे नंगी देखता रहा . फिर उसने मुझे नंगा करके मेरा लौड़ा पकड़ लकड़ कर हिला हिला कर चारों तरफ से देखा और बोली हाय हरीश खुदा ने कितना मस्ताना लौड़ा बनाया है तेरा ? इतना बढ़िया लण्ड न तो मेरे मियां का है और न ही कमल का, गोपाल, राकेश, मोहन, करन और जगन का ? मैंने कहा क्या आप इन सबका लण्ड पकड़ चुकी है ? वह बोली अरे यार इन भोसड़ी वालों से चुदवा चुकी हूँ . और जब कब कोई न जोए चोदने आ ही जाता है . पर इनके लण्ड में वो मज़ा नहीं है जो तेरे लण्ड माँ है ? ऐसा कह कर नेहा भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी . तब तक मेरी बीवी का फोन आ गया ?
वह बोली सुनो यार अभी अभी डिसोजा आया है मुझे चोदने ? मैं अभी उसका लौड़ा चूस रही हूँ . लौड़ा यार बड़ा मस्त है . इसे मैं कविता को चुसाना चाहती हूँ . तुम उससे कहो कि वह मेरे पास आ जाये ? मैंने जब कवित्र से कहा तो वह बोली हां यार उसने मुझे भी फोन किया है और मैं अकरम को लेकर तेरे घर जा रही हूँ . मैं डिसोजा का लौड़ा चूसूंगी और तेरी बीवी को अकरम का लौड़ा चुसाऊँगी ? इतने में गौरी भाभी का फोन आ गया . वह बोली हाय हरीश आज मेरे पास थामस आया है मुझे चोदने ? कविता ने यह बड़ा अच्छा किया ? मेरी बहुत दिनों से इच्छा एक काले लण्ड से चुदवाने की थी . आज वह पूरा हो रहा है . थामस का लौड़ा मेरी तमन्ना पूरा कर रहा है . क्या मस्त मोटा ताज़ा लौड़ा है इसका बहन चोद ? मैंने पूंछा कि गणेशा कहाँ गया है ? उसने बताया आज वह पहले मिसेज किरण का भोसड़ा चोदेगा और फिर मिसेज उषा सिंह को चोद कर आएगा ?
तो दोस्तों इसी तरह हमारी मौज़ मस्ती हर इतवार को होती रहती है . मैं भी खुश और मेरी बीवी भी खुश ?
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मैंने गौरी की चूंची दबाकर कहा भाभी पहले अपना जलवा तो दिखाओ मुझे ? मैं पहले तुम्हे निः वस्त्र देखना चाहता हूँ। मुझे बीवियां बगैर कपड़ों के ज्यादा अच्छी लगती है। वह बोली मुझे भी मर्द बिना कपड़ों के ज्यादा अच्छे लगते है ? उसकी जब ब्रा खुली तो दोनों चूंचियां छलक कर बाहर आ गयीं। मेरे मुंह से निकला वाह भाभी वाह ? कितनी मस्त चूंचियां है आपकी ? इन्हे देख कर तो लौड़ा बहन चोद अपने आप खड़ा हो जाये ? फिर जब उसने अपना पेटीकोट खोला तो गजब हो गया। उसकी गद्दे दार मस्त चिकनी चूत देख कर तो मैं पागल हो गया। मैंने जब अपनी नज़र घुमाई तो देखा की गणेश मेरी बीवी की चूत चाटने में जुटा है। आखिर कार गौरी ने मेरा खड़ा लौड़ा पकड़ लिया। वह बोली बाप रे बाप इतना बड़ा लौड़ा ले के घूमते हो तुम ? इसे मेरी बुर में छोड़ कर जाया करो ? गौरी भाभी मेरा लण्ड पीने लगी और मेरी बीवी गणेश का लण्ड पीने लगी। दूसरों की बीवियों से लण्ड चुसवाने का मेरा चस्का बढ़ता गया . जब किसी की बीवी मेरा लौड़ा चूसती है तो मुझे अपार आनंद आता है . मैंने यब बात जब गौरी हाभी से कहा तो वह बोली और मैं भी जब किसी पराये मर्द का लौड़ा चूसती हूँ तो मुझे अपार आनंद आता है . अब आज से मैं भी तुम्हारे ग्रुप में शामिल हो गयी हूँ .अपनी बुर चोदी कविता से बता दो प्लीज ? वह भी हर हफ्ते मुझे भी लण्ड भेजा करे ? और मेरे पति से पास बुर भिजवाया करे .
ऐसा कह कर गौरी भाभी मेरा लण्ड अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी . उधर मेरी बीवी भी गणेश से चुदवाने में जुट गयी . वह बोली हाय गणेश आज वैसे मैं दो दो मर्दों से चुदवा कर आयी हूँ लेकिन तेरा लौड़ा बड़ा अनोखा मज़ा दे रहा है मुझे ? लतिका भोसड़ी वाली ने बड़ा मज़ा किया होगा ? तब तक गौरी बोली हां अनीता भाभी तेरे मियां का लौड़ा तो लाखों में एक है . आज मुझे लग रहा है कि वाकई पराये मर्दों के लण्ड बड़े शानदार होते है . आज मुझे मिल रहा है जवानी का असली मज़ा ? हाय मेरे राजा हरीश और चोदो मुझे ? खूब कस कस के चोदो मुझे ? मैं तेरी रखैल हूँ, मैं तेरी दूसरी बीवी हूँ, मैं तेरी रंडी हूँ . मैं तेरी कुतिया हूँ , मैं छिनार हूँ मैं चुदक्कड़ हूँ यार मुझे चोदो ? अपने दोस्तों के भी लण्ड पेलो मेरी बुर में मेरा राजा ? मेरी गांड मारो मेरी चूंची चोदो ? तेरा मादर चोद लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे ? इसकी माँ का भोसड़ा मैं इसे हर रोज़ पेलूँगा अपनी चूत में ? मैंने महसूस किया की गौरी भाभी को वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है. उसे बहुत दिनों के बाद कोई पराया आदमी चोदने वाला मिला है . मुझे सबसे ज्यादा मज़ा तब आया जब गौरी भाभी ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड चाटा . उसी दिन से गौरी गणेशा मेरे ग्रुप में शामिल हो गए ?
अगले इतवार को, जैसा कि मुझे कविता ने बताया था, मैं मिसेस नेहा अरोड़ा के घर पहुँच गया . उसने दरवाजा खोला तो मैंने कहा मैं हरीश हूँ . उसने मुझे फ़ौरन अंदर किया और दरवाजा बंद कर दिया . वह बोली हाय हरीश मैं तेरा ही इंतज़ार कर रही थी . वह मुझसे लिपट गयी . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां मेरी छाती से टकराने लगी . मैं उसकी पीठ पर हाथ फिराने लगा . फिर उसके चूतड़ों पर और फिर सीधे उसकी चूंचियों पर रख दिया हाथ . मैं बोला हाय भाभी तेरी चूंचियां तो बड़ी रसभरी है . कितनी बड़ी बड़ी है बहन चोद ? उसने मेरे लौड़े पर हाथ मार कर कहा हाय तेरा लौड़ा भी तो बड़ा मोटा तगड़ा है . मुझे कविता ने सब बता दिया है . तभी से मेरी चूत बुर चोदी बड़ी बेचैन हो रही है . हम दोनों ने पहले ड्रिंक्स ली औरे फिर एक दूसरे के कपडे उतारने लगे . मैंने जब नेहा को बिलकुल नंगी एकः तोई मेरी आँखे फटी कि फटी रह गयी . मैंने इतनी बढ़िया खजूबसूरती पहले कभी देखी न थी . मैं बड़ी देर तक उसे नंगी देखता रहा . फिर उसने मुझे नंगा करके मेरा लौड़ा पकड़ लकड़ कर हिला हिला कर चारों तरफ से देखा और बोली हाय हरीश खुदा ने कितना मस्ताना लौड़ा बनाया है तेरा ? इतना बढ़िया लण्ड न तो मेरे मियां का है और न ही कमल का, गोपाल, राकेश, मोहन, करन और जगन का ? मैंने कहा क्या आप इन सबका लण्ड पकड़ चुकी है ? वह बोली अरे यार इन भोसड़ी वालों से चुदवा चुकी हूँ . और जब कब कोई न जोए चोदने आ ही जाता है . पर इनके लण्ड में वो मज़ा नहीं है जो तेरे लण्ड माँ है ? ऐसा कह कर नेहा भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी . तब तक मेरी बीवी का फोन आ गया ?
वह बोली सुनो यार अभी अभी डिसोजा आया है मुझे चोदने ? मैं अभी उसका लौड़ा चूस रही हूँ . लौड़ा यार बड़ा मस्त है . इसे मैं कविता को चुसाना चाहती हूँ . तुम उससे कहो कि वह मेरे पास आ जाये ? मैंने जब कवित्र से कहा तो वह बोली हां यार उसने मुझे भी फोन किया है और मैं अकरम को लेकर तेरे घर जा रही हूँ . मैं डिसोजा का लौड़ा चूसूंगी और तेरी बीवी को अकरम का लौड़ा चुसाऊँगी ? इतने में गौरी भाभी का फोन आ गया . वह बोली हाय हरीश आज मेरे पास थामस आया है मुझे चोदने ? कविता ने यह बड़ा अच्छा किया ? मेरी बहुत दिनों से इच्छा एक काले लण्ड से चुदवाने की थी . आज वह पूरा हो रहा है . थामस का लौड़ा मेरी तमन्ना पूरा कर रहा है . क्या मस्त मोटा ताज़ा लौड़ा है इसका बहन चोद ? मैंने पूंछा कि गणेशा कहाँ गया है ? उसने बताया आज वह पहले मिसेज किरण का भोसड़ा चोदेगा और फिर मिसेज उषा सिंह को चोद कर आएगा ?
तो दोस्तों इसी तरह हमारी मौज़ मस्ती हर इतवार को होती रहती है . मैं भी खुश और मेरी बीवी भी खुश ?
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