Saturday, December 28, 2013

यहाँ तो सभी चुदवा रही है

हाय अल्ला, कितनी बढ़िया ससुराल है मेरी ? मैं बड़ी नसीब वाली हूँ जिसे इतनी अच्छी ससुराल मिली है ? यहाँ मुझे ज़िन्दगी का पूरा मज़ा लूटने का मौका मिलेगा ? देखो न दोस्तों,  यहाँ तो खुल्लम खुल्ला सभी चुदवा रही है। बड़ी मस्ती चढ़ी है सब पर ? यहाँ तो चोदने और चुदाने में रिस्तों की माँ चुद गयी है। मुझे तो यहाँ बस एक ही रिस्ता दिखाई पड़ रहा है ? वह है लण्ड और चूत का रिस्ता ?
मेरी अम्मी, मेरी सास, मेरी जेठानी, मेरी देवरानी, मेरी ननद, मेरी खाला सास, मेरी ममेरी सास सभी खुल्लम खुल्ला चुदवा रही है।  मजे की बात यह है की यहाँ न कोई अपनी बीवी चोद रहा है और न ही कोई अपने मियां से चुदवा रही है ? सब मादर चोद दूसरे की बीवी चोद रहे है और सब बुर चोदी बीवियां एक दूसरे के मियां से चुदवा रही है। मेरा अब्बा मेरी सास का भोसड़ा चोद रहा है। मेरी माँ का भोसड़ा मेरा ससुर चोद रहा है। मेरी खाला मेरी मामू जान से चुदवा रही है और मामी जान मेरे खालू से चुदवा रही है। मेरी जेठानी मेरे मियां के दोस्त से चुदवा रही है। मेरी देवरानी मेरे जेठ के दोस्त से चुदवा रही है। मेरा मियां बहन चोद है नहीं यहाँ पर किसी को भी मेरी बुर की परवाह नहीं है ? कोई लौड़ा भी खाली नहीं है जिसे मैं पकड़ कर घुसेड़ लूं अपनी चूत में ?
इतने में मेरी ननद बुर चोदी मेरी तरफ नंगी नंगी आते हुए दिखाई पड़ी। उसके पीछे पीछे एक आदमी भी था।   ननद उसका लण्ड पकड़ कर मेरी तरफ आ रही थी। मेरे पास आकर बोली भाभी लो ये मेरा शौहर है तुम मेरे शौहर से चुदाओ ? ऐसा कह कर उसने मुझे अपने मियां का लौड़ा पकड़ा दिया। 
  • मैंने कहा :-  ननद रानी अब तुम क्या करोगी ?
  • वह बोली :- मैं इसके दोस्त से चुदवाऊँगी। वो देखो आ रहा है न यही अपना लौड़ा खड़ा किये हुए।  इतने में वह आदमी मेरे सामने ही आ गया और ननद ने उसका लौड़ा पकड़ कर मुझे दिखाते कहा ये है वह लण्ड जो मेरी बुर चोदेगा ? मैं यही तेरे सामने चुदवाऊँगी भाभी और तुम मेरे सामने चुदवाओ ? ऐसा कह कर वह लौड़ा चाटने लगी और मैं भी उसके मियां का लण्ड चूसने लगी। 
  • मैंने पूंछा :- नन्द रानी क्या यहाँ हमेशा ऐसा ही होता है ?
  • हां भाभी यहाँ मेरे माईके में सबकी बुर खुल्लम खुल्ला चोदी जाती है और कोई भी किसी की बुर चोद लेता है ? कोई भी किसी से भी चुदवा लेती है। यहाँ किसी बात की कोई पाबन्दी नहीं है। यही हाल मेरी ससुराल का भी है। मैं तो वहाँ भी सबसे खुल कर चुदवाती हूँ और यहाँ भी सबसे खुल कर चुदवाती हूँ।  आज से तुम भी ऐसा ही किया करो, भाभी ?
  • ये तो बड़ी अच्छी बात है।  मेरे घर में भी यही होता है। देखो न मेरी माँ कैसे भकाभक तेरे अब्बा से चुदवा रही है। पहले मैं सोच रही थी की पता नहीं ससुराल में ठीक से चुदाने का मौका मिलेगा की नहीं ? पर यहाँ तो पूरी आज़ादी है चुदाने की ?
  • हां भाभी यहाँ तो बाहर वाले भी चोदने और चुदाने आ जाती है। मेरे पड़ोस की आंटी अक्सर मेरे अब्बू से चुदवा कर जाती है।  मेरी अम्मी को कई लोग चोदने आते है।  मुझे भी लोग चोदने आते है ? जब भी कोई मर्द घर में आता है तो जिसका मन होता है वह चुदवा लेती है। 
  • तो इसका मतलब पड़ोस के लड़कों से भी चुदाने का मौका मिलेगा मुझे ?
  • खूब मिलेगा भाभी जितने चाहो उतने लड़कों से चुदाओ ?
  • वाओ, तब तो बड़ा मज़ा आएगा।  मुझे लण्ड अदल बदल कर चुदाने में बड़ा अच्छा लगता है। 
  • हां भाभी खूब बदलो लण्ड ? बदलो चूत ? बदलो मर्द ? जवानी का पूरा मज़ा मिलेगा यहाँ तुम्हे भाभी। 
तब तक उसके मियां ने पेल दिया लौड़ा मेरी चूत में और मैं उन्मुक्त हो कर चुदाने लगी ? मेरी ननद भी मस्ती में आ गयी और मजे से चुदाने लगी। मुझे नंदोई का लण्ड भा गया लेकिन मेरी नज़र उस लण्ड पर भी थी जिससे नन्द चुदवा रही थी। मेरा मन हुआ की उसे भी चूस कर मज़ा लूं। इतने में नन्द लण्ड पे बैठ कर चुदाने लगी। वह बोली देखो इस तरह चुदाने में खूब मज़ा आता है भाभी ? मैंने कहा नहीं नन्द रानी इस तरह लण्ड चोदने में मज़ा आता है।  हमारे बीच बड़ी गहरी दोस्ती हो गयी। ननद बोली भाभी तुम मेरी बुर से यह लौड़ा भी निकाल निकाल कर चाट लिया करो ? मैं तो ऐसा ही करती हूँ जब बड़ी भाभी के साथ चुदवाती हूँ। मैं वैसा ही करने लगी और मुझे उस लौड़े का भी टेस्ट बड़ा बढ़िया लगा। थोड़ी देर में ननद ने वही लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया और नंदोई का लण्ड मेरे मुंह में डाल दिया ।  अब मैं दो दो लण्ड का मज़ा लेने लगी।  नन्द कभी उसके पेल्हड़ सहलाने लगती और कभी मेरी चूंचियां। मुझे इस्तनी मस्त और चुदक्कड़ नन्द मिलेगी यह मैंने सोंचा भी न था।  मैं अब ससुराल की और औरतों की तरह बेशरम होती जा रही थी। मैंने दोनों से जम कर चुदवाया ? नदवी जब झड़ने को आया तो मैं उसका लौड़ा मुठियाने लगी और  सड़का लागने लगी।  नन्द दुसरे लण्ड का सड़का मारने लगी।  दोनों लण्ड एक एक कर के झड़ गए और हम दोनों ने मिलकर दोनों लण्ड चाटे ?
एक घंटा आराम करने के बाद मैं बाहर निकल पड़ी। मैं जब हाल में आयी तो वहाँ का नज़ारा बिलकुल एक जलसे जैसा था। जिधर देखो उधर चुदाई हो रही थी। मेरे साथ नन्द भी थी।  वह बोली भाभी यहाँ तो हर रात चुदाई का जश्न होता है। मर्दों को चाहिए चूत और औरतों को चाहिए लण्ड ? बस यहाँ सबकी तमन्ना पूरी होती है। 
मैंने देखा की दूसरी पारी में:-
  • मेरी माँ मेरे मियां के दोस्त से चुदवा रही है जिससे पहले मेरी जेठानी चुदा चुकी है।
  • मेरी सास मेरे जेठ के दोस्त से चुदवाने लगी है जिसने पहले मेरी देवरानी की बुर चोदी है।
  • मेरी जेठानी मेरे ससुर का लौड़ा चूसने में जुटी है जिसने अभी मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है।  
  • मेरा अब्बा पहले मेरी सास को चोद रहा था और अब वह मेरी देवरानी की चूत चोद रहा है।
  • मेरी खाला सास मेरे नंदोई से चुदाने लगी है जो अभी मुझे चोद कर गया है।
  • मेरी ममेरी सास ननद के दोस्त से चुदवा रही है जो अभी मेरी नन्द को चोद के गया है। 
इन सबको चुदवाते हुए देख कर मैं फिर गरम हो गयी।  मेरी चूत जलने लगी।  मेरी ननद की चूत भी गरमा उठी। वह घर के बाहर गयी और अपने साथ दो लड़के लेकर लौटी।  उसने लड़कों से मुझे मिलवाया। वे थे रहीम और करीम ? नन्द बोली ये दोनों साले आपस में बड़े दोस्त है और दोनों भोसड़ी के एक दूसरे की बीवी चोदते है।  आज ये मादर चोद हमारी बुर चोदेंगे भाभी ? हम दोनों ने तो पहले ही अपने उतार रखे थे और अब हमने मिलकर रहीम और करीम को नंगा कर दिया।  नन्द ने मुझे रहीम का लण्ड पकड़ा दिया और खुद उसने करीम का लण्ड पकड़ लिया। मैं रहीम का सुपाड़ा चाटने लगी और नन्द करीम का सुपाड़ा।  फिर हम दोनों पूरा लण्ड में घुसेड़ घुसेड़ कर चूसने लगी। आज ही रात को एक और नया लौड़ा पाकर मैं मस्त हो गयी।  नन्द बोली हाय भाभी लौड़ा तो बड़ा टेस्टी है मैं भी आज पहली बार इसका लण्ड चूस रही हूँ। इसका लौड़ा बहन चोद मेरे अब्बा के  लौड़े से मिलता है। मैं तो बड़ी चुदक्कड़ होती जा रही हूँ भाभी ? मैंने कहा चुदक्कड़ तो मैं भी हो रही हूँ तेरे साथ ? लेकिन जवानी का इससे बढ़िया मौका और कहाँ मिलने वाला है ? थोड़ी देर में नन्द बोली लो भाभी अब तुम करीम का लौड़ा चूसो और मैं रहीम का लौड़ा चूसती हूँ। लण्ड बदला तो मज़ा भी बदल गया। मेरी बुर और गनगना उठी। मेरी चूंचियां और मचलने लगी। मेरी गांड और थिरकने लगी। मैं खुदा का शुक्रिया अदा करने की लगी की उसने मुझे बहुत अच्छी ससुराल दी है। इतने में मैंने करीम का लौड़ा बुर में घुसा लिया और चुदवाने लगी।  मेरे बगल में नन्द रहीम से चुदाने लगी ?
वह बोली :- हाय भाभी कितना मज़ा आ रहा है न ? अभी जाने कितने लण्ड बाकी है जिनसे चुदवाना है ?
मैंने कहा :- हां मेरी तो मस्ती बढती जा रही है। मैं भी सभी लौड़ों से जरुर चुदवाऊँगी।
वह बोली :- मैंने अभी तेरे अब्बा का लौड़ा नहीं पकड़ा है भाभी ? मेरा मन उससे चुदाने का हो रहा है ?
मैं बोली :- हां मेरी नन्द रानी मैं भी तेरे अब्बा के लौड़े का इंतज़ार कर रही हूँ। कि कब वह आएगा और मेरी बुर में पेलेगा अपना लण्ड ? मैं उससे चुदाने के लिए बेताब हो रही हूँ क्योंकि उसने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है।
इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें और अश्लील बातें कर कर के हम दोनों चुदाई का आनंद उठा रही थी। हमारी बातों से रहीम और करीम के लौड़े जोश में आने लगते और फिर हमें चुदवाने में ज्यादा मज़ा आने लगता ?
रहीम बोला :- देखा भाभी करीम तुम्हे बिलकुल वैसे ही चोद रहा है जैसे वह मेरी बीवी चोदता है। मेरी बीवी बहन चोद इससे चुदवा कर बड़ी खुश होती है। 
करीम बोला :- भाभी, मेरी बीवी बुर चोदी, रहीम के लण्ड से बेहद मोहब्बत करती है। इसका लण्ड मेरी बीवी खूब चूसती है और फिर अपनी बुर में पेल कर मजे से मेरे सामने ही चुदवाती है
मैंने कहा :- तुम भी तो भोसड़ी के उसके सामने उसकी बीवी चोदते हो ?
मैं फिर चुदाने में मशगूल हो गयी।  ने मेरी चूत में रहीम का लॉइड पेल दिया और अपनी चूत में करीम का लौड़ा ? मज़ा आने लगा मुझे दोनों लण्ड से बारी बारी से चुदवाने में।  अल्ला करे हर औरत को मेरी नन्द जैसी नन्द मिले ?  जब दोनों लण्ड खलास हुए  तो हम दोनों ने मिलकर दोनों लण्ड चाटे ? उसके खाना खाकर हम दोनों सो गयीं।  
सवेरे जब मेरी नींद खुली तो मैं बाथ रूम गयी।  वहाँ से लौटी तो मेरी इच्छा हुई कि मैं बाहर देखूं क्या हो रहा है ?  मैं उधर मुड़ गयी।  मुझे एक कमरे से कुछ चुदाई की आवाज़ें आती हुई सुनायी दी। मैं चुपके से जाकर देखने लगी।  जो मैंने देखा उसे देख कर मेरी चूत की आग फिर धधकने लगी। मैंने देखा की मेरी अम्मी किसी तगड़े मर्द का तगड़ा लौड़ा चूस रही है। उसका सुपाड़ा ही देख कर मेरी लार टपकने लगी।  लौड़ा तो काला है पर सुपाड़ा बिलकुल लाल ? उसके बगल मेरी सास भी किसी मस्ताने मर्द का मस्ताना लौड़ा पी रही है।  उसका लौड़ा भी बहन चोद काला है और उसका भी सुपाड़ा लाल है। दोनों लण्ड देख कर मैं एकदम से ललचा उठी। मुझे यह नहीं मालूम था की ये लोग कौन है ? मैं सीधे नन्द के पास गयी और उसे उठा कर सारी बात बताई।  वह भी मेरे साथ कमरे तक आयी। तब तक मेरी माँ अपना भोसड़ा चुदाने लगी थी।  उधर नन्द की भी माँ चुदाने में जुट गयी थी। नन्द बोली हाय भाभी ये दोनों मेरे अब्बा के दोस्त है।  दोनों विदेशी है और मलेसिया से आये है।  वहाँ के लण्ड ९" / १०" के होते है।  ये दोनों भोसड़ी वाली मजे से विदेशी लौड़ों से चुदवा रही है।  चलो हम भी इनमे शामिल हो जाएँ ? बस नन्द मुझे लेकर कमरे में घुस गयी। 
नन्द बोली :- वाओ, अम्मी तेरा भोसड़ा तो खूब मस्ती कर रहा है मादर चोद ?  मज़ा आ रहा है न विदेशी लण्ड से चुदाने में ? तुझे हमारी चूत याद नहीं आ रही है क्या बहन चोद ?
वह बोली :- हाय अल्ला, तू क्या कह रही है ? आजा मेरी बुर चोदी बेटी और घुसा ले लण्ड अपनी चूत में ?
ऐसा कह कर अम्मी ने लौड़ा मुझे पकड़ा दिया।  उधर मेरी अम्मी बोली  हाय रब्बा आओ न मेरी रानी मेरी बिटिया पकड़ो न ये मस्ताना लौड़ा ? मुझे क्या मालूम था की तू उठ गयी है।  मैं समझी की तूने रात भर चुदाया होगा और अभी सो रही होगी ? अब आ गयी है तो मेरे भोसड़ा से लौड़ा निकाल कर अपने भोसड़ा में घुसेड़ ले माँ कि लौड़ी ? मैंने वैसा ही किया ? मैं और मेरी नन्द दोनों विदेशी लौड़ों से चुदाने लगी।
दूसरे दिन रात में मेरी जेठानी  मेरे पास आयी।  उसके साथ में एक आदमी भी था।  वह बोली हाय मेरी देवरानी  कल तुझे चुदाने में खूब मज़ा आया कि नहीं ?
मैं बोली :- हां खूब मज़ा आया ? मुझे तो अपनी ससुराल पर नाज़ है जीजी ? यहाँ चुदाने की पूरी आज़ादी है न ? वह बोली :- हां बिलकुल ? यहाँ कोई रोक टोक नहीं है। देखो ये मेरा अब्बू है खालिद ? आज तुम इससे चुदाओ ? मैं बोली :- तो फिर जीजी तुम किससे चुदाओगी ?
वह बोली :- मैं यही तेरे सामने तेरे अब्बू से चुदाऊंगी ? कल तेरे साथ मेरी नन्द चोदा चोदी में जुटी थी ?  आज मैं तेरे साथ चोदा चोदी करूंगी ?  इतने में मेरा अब्बू भी आ गया।  मेरी जेठानी ने फ़ौरन अपने कपडे खोले और अपनी चूंची अपनी चूत अपनी गांड खोल कर मेरे अब्बू के सामने खड़ी हो गयी ।  अब्बू तो सिर्फ एक लुंगी पहने था।  जेठानी ने लुंगी खींचते हुए कहा तू मादर चोद एक नंगी औरत के सामने नंगा नहीं खड़ा हो सकता भोसड़ी के ? चल दिखा अपना लौड़ा मुझे ? बस जेठानी ने अब्बू का लौड़ा पकड़ लिया। इधर मैं भी सारे कपडे खोल कर खड़ी हो गयी और जेठानी के अब्बू का लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी।  लौड़ा एकदम से टन्ना गया।  मैंने उसकी चुम्मी ली और जबान से सुपाड़ा चाटा ? फिर पूरा सुपाड़ा मुंह में लेकर चूसा। 
मैं बोली :- हाय जीजी तेरे अब्बू का लौड़ा बेटी चोद बड़ा सालिड है अभी से मेरी चूत में घुसने के मूड में है
वह बोली :- और तेरे अब्बू का लौड़ा भी साला बड़ा बेशरम है ? मेरी नंगी बुर देख कर देखो कैसे छलांगें मार रहा है साला  ? मेरी बुर फाड़ने के लिए कमर कस ली है इस मादर चोद ने ? उस रात मैंने जेठानी के अब्बू से खूब मस्ती से चुदवाया और उसने मेरे अब्बू से चुदवाया ?
हर रात होती रही इसी तरह से चुदाई ?

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