- रोली तुम जानती हो ये तीनो लण्ड किसके है ?
- हां जानती हूँ . ये बायीं तरफ वाला लण्ड तो आरती के हसबैंड का है ? दायीं तरफ वाला लण्ड रूपा के हसबैंड का है ? पर ये बीच वाला लण्ड भोसड़ी का किसका है ? मैं नहीं पहचान पा रही हूँ . लगता जरुर है कि इसे देखा है कहीं और पकड़ा भी है कहीं ? पर अभी याद नहीं आ रहा है ?
- दो लण्ड तो तूने सही सही बता दिया . अब तीसरा भी बता दे न माँ की लौड़ी ? अरे ठीक से देख न ? पहचान जायेगी तू ? थोडा इधर उधर घूम फिर के देख ले बहन चोद शायद याद आ जाये तुझे ?
ye tere miyan ka lund hai
- नहीं यार मैं अभी पहचान नहीं पा रही हूँ .
- ये तेरे पति का लण्ड है रोली ? ( उसने मेरे पति के मुंह से चादर हटते हुए कहा )
- तू मादर चोद रोली अपने हसबैंड का लण्ड नहीं पहचानती ?
- तो तू क्या बहन चोद पहचानती है अपने हसबैंड का लण्ड ? अपने मियां के लण्ड का साईज़ जानती है तू ? खड़ा होने पर कैसा लगता है यह जानती है तू ? उसे लण्ड चुसाना ज्यादा पसंद है कि बुर चोदना जानती है तू ? तेरा पति कहाँ झड़ना पसंद करता है, मुँह मे, चूंची पर या फिर चूत पर मालूम है तुम्हे ?
- बस कर यार ? मैं वाकई यह सब नहीं जानती अपने हसबैंड के लण्ड के बारे में ? लगता है कि मैंने गलत जगह हाथ दाल दिया है . अच्छा चल अब तू ही बता दे मुझे ?
- देख तेरे पति का लण्ड खड़ा होने पर ८" से ज्यादा हो जाता है और टेढ़ा भी हो जाता है . उसे लण्ड चुसाना ज्यादा अच्छा लगता है . उसे चूंची दबाने में मज़ा आता है . वह हमेशा मुंह में झड़ता है और झड़ता हुआ लण्ड चटवाता है . हां एक बात और है तेरा पति कभी कभी गांड भी मारता है .
- इसका मतलब यह है की तू गैर मर्दों के लण्ड के बारे में सब कुछ जानती है .
- सारे गैर मर्दों के नहीं ? केवल अपने हसबैंड के दोस्तों के लण्ड के बारे में जानती हूँ .
- अच्छा यह बता कि अपने मियां के लण्ड के बारे में तू क्यों नहीं जानती है इतना ?
- कैसे जानूं ? सुहागरात के बाद २/३ बार ही पकड़ कर देखा है अपने हसबैंड का लण्ड ? उसके बाद तो गैर मर्दों के लण्ड ही पकड़ती आ रही हूँ . आज दो साल हो गये अपने हसबैंड के दोस्तों से चुदवाते चुदवाते ? इसलिए मुझे उनके दोस्तों के लण्ड खूब याद है . मगर अपने हसबैंड का लण्ड नहीं याद है मुझे ? हां उसका लण्ड उसके दोस्तों की बीवियों तो खूब याद है ? तू मेरे पति का लण्ड कभी नहीं भूल सकती ? क्योंकि तू बहन चोद अक्सर उससे चुदवाया करती है .
- यार मेरी भी कहानी कुछ ऐसी ही है . मुझे तो सुहागरात में ही मेरे हसबैंड के दोस्तों ने चोदा था . बाद में मुझे मालूम हुआ कि उसके साथ तीन कपल थे . तीनो एक दूसरे की बीवी चोद कर मना रहे थे सुहागरात ? बस मैंने भी उसी दिन से शुरू कर दिया पराये मर्दों से चुदवाना ?
पूजा मेरे हसबैंड का लण्ड चाटने के लिए उसके ऊपर चढ़ गयी . अपनी बुर उसके मुंह पर रख दी . और खुद झुक कर लण्ड पीने लगी .इधर मैं भी राणा उर अमित का लण्ड चाटने लगी . लण्ड चाहे पुराने ही क्यों न हो पर मज़ा तो हर बार नया ही आता है. मैं हालाँकि इन दोनों से चुदवा चुकी हूँ पर जाने क्यों मुझे आज ज्यादा मज़ा आ रहा है .मैं अक्सर अपने पति के सामने चुदवाती हूँ . और आज तो मुझे दो लण्ड से चुदाने का मौका मिल रहा है . आज मेरा पति भी मुझे दो लण्ड से चुदवाते हुए देखेगा ? मैं नीचे लेट गयी और अमित का लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया .मैं उससे चुदवाने लगी और राणा का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी . इस तरह मैं लण्ड चूसते हुए चुदाने का और चुदाते हुए लण्ड चूसने का मज़ा लेने लगी .
इतने में मैंने देखा की पूजा का पति शिवा का लण्ड आरती और रूपा पकडे हुए मेरी तरफ आ रही है . उन तीनो को नंगा देख कर मेरी चूत कि आग और भड़क उठी .
मैं बोली :- हाय पूजा, क्या तेरा हसबैंड आरती और रूपा को कहीं और चोद रहा था भोसड़ी का ?
पूजा बोली :- हां यार आज तो मेरे घर में बीवियों कि अदला बदली कि पार्टी है न ? सब लोग एक दूसरे कि बीवी चोद कर मज़ा ले रहे है . और बीवियां भी एक दूसरे के मरद से चुदवा कर मज़ा लूट रही है .
मैं बोली :- यार क्या बात है ? तू मार चोद है बड़ी मस्त बीवी ? आरती और रूपा भी बहन चोद बड़ी चुदक्कड़ है .
आरती बोली :- हां मैं चुदक्कड़ हूँ . मेरी भी चूत है . मेरे पास भी गांड है . मैं भी हॉट हूँ . मेरे अंदर भी आग है माँ कि लौड़ी रोली ?
रूपा बोली :- तू जितने लण्ड खाती है उससे ज्यादा लण्ड मैं खा जाती हूँ .मेरी चूत बहन चोद भठ्ठी है . इसमें सबके लण्ड डाल कर भूनती रहती हूँ मैं ?
मैं बोली :- ठीक है . तू अभी पूजा के पति का लण्ड भून कर निकाल ? तब तक मैं तेरे पति के लण्ड का भरता बनाती हूँ .
ऐसा कह कर मैं अमित का लण्ड बुर में पेल कर जल्दी जल्दी चुदाने लगी . थोड़ी देर में अमित बोला भाभी अब मैं खलास होने वाला हूँ . मैंने लण्ड बुर से निकाला और फ़टाफ़ट सड़का मारने लगी . जैसे ही वह झड़ा मैंने मुंह खोल दिया और पिचकारी दनादन्न मेरे मुंह में आती गयी . मुझे झड़ता हुआ लण्ड पीने में बड़ा मज़ा आता है . जब वह बाथ रूम गया तो राणा भी बोला भाभी मैं भी निकलने वाला हूँ . मैंने उसका भी मुठ्ठ मारा और वीर्य मजे से गटक गयी . पराये मर्दों के लण्ड का स्वाद मुझे अच्छा लगने लगा है दोस्तों ?
अचानक मेरी निगाह अपने हसबैंड के लण्ड पर पड़ी . मैंने देखा कि पूजा किस तरह उसका मुठ्ठ मारती चली जा रही है . वह बोली साले तेरे लण्ड की माँ का भोसड़ा ? इसकी माँ की चूत ? साला मेरी बुर चोद कर टन टना रहा है भोसड़ी का ? मैं तेरी गांड मारूंगी साले ? तेरी बहन की बुर चोदूंगी मैं ? ऐसे ही अनाप सनाप बोल बोल कर पूजा मेरे मियां के लण्ड में जोश भर्ती जा रही थी और मज़ा ले रही थी . ? आखिर में वह भी झड़ गया तो पूजा ने स्का सीमेन बड़े मजे से जबान इकाल निकाल कर चाटने लगी . उधर शिवा का झाड़ता हुआ लण्ड आरती और रूपा पीने में जुटी थी। आरती बोल रही थी बहन चोद पूजा के मियां का लण्ड साला बड़ा चोदू है। बहुत देर तक बुर चोदता रहता है। रूपा बोली हां मादर चोद झड़ने का नाम ही नहीं लेता ? दो दो / तीन तीन बुर एक साथ चोदता चला जाता है फिर भी टन टनाता रहता है इसका लण्ड ? अब मैं कल से इसका मक्खन जल्दी निकाला करूंगी। इसका सूपड़ा खूब चूस चूस कर इसकी गांड में दम कर दूँगी। बाथ रूम में जाकर सब लोगों ने नहाया धोया और फिर खाना खाया। किसी ने भी कपड़ा नहीं पहना ? सब के सब नंगे नंगे ही रहे। नंगे नंगे खाना खाने में सबको मज़ा आ रहा था।
दूसरी पारी में पार्टनर बदल गए। मैंने हाथ बढ़ा कर पूजा के पति का लण्ड पकड़ लिया। पूजा ने रूपा के पति का लण्ड और आरती ने मेरे पति का लौड़ा पकड़ा । सबने मस्ती से रात में दो दो बार चुदवाया। इस तरह कि घमाशान चुदाई कभी कभी ही होती है। हर एक बीवी की नज़र हर एक लण्ड पर थी। और हर मर्द की नज़र हर एक बीवी की चूंची पर और चूत पर थी।
एक दिन मैं अपनी मौसी के घर दिल्ली गयी। मेरी मौसी अंकिता ३६ साल कि है। बड़ी सुन्दर है। हंस मुख है और सेक्सी है। वह सबसे खुल कर और मुस्करा कर बातें करती है। मौसी मुझे देख कर बहुत खुश हो गयी। हम दोनों साथ साथ घूमती रही। शौपिंग करती रही। और फ़िल्में देखती रही। मौसा जी की पोस्टिंग कोलकाता में है। वो महीने में एक या दो बार आतें है। मौसी यहाँ कॉलेज में टीचर है।
एक दिन मैंने मौसी को फोन पर बातें करते हुए सुन लिया।
वह बोली ,,,,,,हां शोभा बोलो क्या कहना है तुम्हे ,,,,,,,,,,,? तो क्या हुआ तुम भी गाली दिया करो बहन चोद ,,,,,,,,,? उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,,,,,उसकी गांड में कोई दम है नहीं शोभा ,,,,,,,,,,,,,, उसे तोई अभी तक लण्ड पकड़ना भी नहीं आता ,,,,,,,,,,,,,,,,? क्या कहा उसका लण्ड ८" से बड़ा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,? अच्छा तो उसे किसी दिन मेरे पास ले आ ,,,, ,,,,,,,,,,,हां मैं तो मस्त चुद्वाती हूँ सबसे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? मुझे ऐसे ही लड़कों से चुदवाने में मज़ा आता है ,,,,,,,,,, तुम छुड़ा चुकी हो उससे ,,,,? अच्छा उसके दोस्तों से भी ,,,,,,,? वाह ,,,, दो काले लण्ड भी है ,,,,,,,,,,,,,,अरे तो अगले इतवार को लेकर आना मेरे पास मुझे काले लण्ड बहुत पसंद है। ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उसकी तो मैं माँ चोदूंगी ,,,,,,,,,,,,,,, उसकी कल से गांड मारना शुरू कर दूँगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,कल उससे चुदवाकर बताना मुझे ? ,,,,,,,,,,,,और विक्रम के लण्ड का साईज़ का पता करना ज़रा ,,,,,,,,,,,?
बात ख़तम हुई तो मौसी पीछे मुड़ी . पीछे मैं खड़ी थी .
मौसी बोली :- अरी रोली तो तूने मेरी सारी बातें सुन ली है .
मैं बोली :- अरे मौसी मैं तो बहुत खुश हूँ की मेरी मौसी को चाहने वाले बहुत हैं .
मौसी खुल कर बोली :- चाहने वाले नहीं, चोदने वाले बहुत है, मेरी बुर चोदी रोली ? आजकल चाहने का मतलब होता है चोदना ?
मैं बोली :- तो फिर मैं भी चुदवाऊँगी मौसी ?
मौसी बोली :- कैसे नहीं चुदवायेगी तू ? अब तो चुदाना ही पड़ेगा तुझे मेरे सामने ? मैं खुद चोदूँगी तेरा भोसड़ा ? तुझे तो गांड भी मरानी पड़ेगी ? मुठ्ठ मार के लण्ड भी पीना पड़ेगा ? और तुझे अपनी मौसी का भोसड़ा भी चुदाना पड़ेगा ?
बस आने वाले इतवार को मैंने मौसी के साथ तीन तीन मर्दों से दिन भर चुदवाया .
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