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अब्बू के दोस्तों के लण्ड |
मैं बड़ी नसीबवाली हूँ की मैं अब्बू के सभी दोस्तों के लण्ड पकडती हूँ, चाटती हूँ, चूसती हूँ, और अपनी चूत में पेलती हूँ . सबसे खुले दिल से चुदवाती हूँ . आप जितने लण्ड इस तश्वीर में देख रहे है वो सब अब्बू के दोस्तों के लण्ड है ? अब्बू का लण्ड मैं आपको कहानी के आखिर में दिखाऊंगी ?
मेरा नाम है खुशबू . मैं २३ साल की हूँ . माशा अल्ला बड़ी खूबसूरत हूँ . आप मुझे फोटो में देख रहे है . बड़ी बड़ी मस्त चूंचियाँ है मोटी सी गांड नंगी गुन्दाज़ बाहें है . पतली कमर है . सुन्दर सा चेहरा और बड़ी प्यारी सी चूत है मेरी . मेरी अम्मी बुर चोदी अब्बू से तलाक लेकर किसी और से निकाह करके चली गयी .
अब घर में मैं हूँ और मेरे अब्बू . अब्बू को गाली देने की आदत है . बिना गाली के वो बात ही नहीं कर सकते ? मुझे भी गालियाँ देते है . एक दिन मैं थोड़ा लेट हो गयी तो वह बोले खुशबू इतनी देर से कहाँ गांड मरा रही थी तू ? एक दिन मैं पड़ोस की आंटी के घर से आयी तो अब्बू बोले अरी खुशबू किस किस का लण्ड हिला कर आ रही है तू बहन चोद ? मैं मुस्कराकर अन्दर चली गयी . मैं पढाई में पड़ोस के एक लड़के की मदद करती थी . एक दिन अब्बू बोले खुशबू तू बहन चोद कब तक अपनी माँ चुदवाती रहेगी ? इससे कहो की अपने आप पढ़े ? एक दिन अब्बू अपने आप बोले खुशबू तेरी गांड में बड़ा दम है ? मेरे मुंह से अचानक निकला अब्बू तूने मेरी गांड कब देख ली ? वह मुस्कराकर चुप हो गया . एक दिन अब्बू बोले खुशबू तुम मुझे गुस्सा मत दिलाओ नहीं तो मैं इतनी गालियाँ दूंगा की तेरी झांटें सुलग उठेंगी . मैंने जबाब दिया मेरी झांटें तो है ही नहीं अब्बू तो सुलगेंगी क्या बहन चोद ? मैं मन ही मन उसकी गालियों का मज़ा लेती थी .
अब्बू समझ गया की अब मैं भी थोड़ी थोड़ी गालियाँ देने लगी हूँ . एक दिन काम करने वाली बाई एक घंटे लेट आयी .मैं परेशान हो गयी. वह जैसे ही आयी मैं बरस पड़ी उस पर - तू माँ की लौड़ी इतनी देर से कहाँ माँ चुदा रही थी ? टाइम से आने में तेरी गांड फटती है क्या ? सुबह सुबह किसका लण्ड पिया करती है तू ? कितने लण्ड हिला कर आती है तू ? समय से आया कर नहीं तो मैं हाथ भर का लौड़ा पेल दूँगी तेरी गांड में ? मैंने जब पीछे मुड़ी तो देखा की अब्बू मेरी गालियाँ सुनकर मज़ा ले रहा है . वो लुंगी पहने था . मैंने देखा की उसका लण्ड खड़ा है . मेरे मुंह से बार बार लण्ड सुनकर उसका लौड़ा टन टना उठा ? मेरा मन हुआ की मैं दौड़ कर लण्ड पकड़ लूं . और उसे जी भर के चाटूं, चूसूं और पेलूँ अपनी चूत में ? लेकिन मैं रुक गयी .
एक दिन मैंने सोचा की यार अब्बू के लण्ड का दीदार तो किया जाये ? मुझे एक उपाय सूझा . मैंने बाथ रूम के दरवाजे में एक सुराख कर दिया . जिससे अन्दर सब कुछ दिखाई पड़े . अब्बू को कुछ नहीं मालूम . उस दिन जब वह नहाने गया तो मैं आँख गड़ा कर देखने लगी . मैंने देखा की वह बिलकुल नंगा है . नल के नीचे खड़ा है पानी ऊपर से गिर रहा है . उसका लण्ड लटक रहा है और पानी लण्ड पर आकर नीचे गिर रहा है ? मैं मन में कहा जब लटकता हुआ लण्ड इतना बड़ा है तो खड़ा होने पर कितना बड़ा हो जायेगा ? उसका छिला अंडा जैसा सुपाड़ा बड़ा खूबसूरत लग रहा था . झांटें बनी थी लण्ड चिकना था . मैं ललचा गयी . मेरी चूत गरम हो गयी . मेरी
चूत की आग भड़क चुकी थी . किसी तरह दिन कटा ? रात को मैं अपने कमरे में एकदम नंगी चूंचियाँ खोल कर सो गयी . पेटीकोट ऊपर कर लिया . चूत बिना झांट की थी उसे भी खोल दिया . रात को १२.३० बजे अब्बू उठा और मेरे कमरे में आ गया . मैं जग रही थी लेकिन सोने का नाटक कर रही थी . मेरी नज़र उसके लण्ड पर थी . लुंगी ढीली थी . अब्बू थोड़ी देर तक खड़ा रहा . फिर उसने धीरे से मेरी चूंची सहलाई . मेरी जाघों पर हाथ फेरा ? मेरे गाल छुए . मेरी चूत तक हाथ ले गया . मैं भी बहुत गरम हो गयी . मैंने हाथ उठाया और उसकी लूंगी खींच ली . उसका लण्ड पकड़ लिया . लण्ड टन्ना गया . मैंने कहा अब्बू इसे मुझे दे दो . ये बड़ा प्यारा है ? मुझे बहुत पसंद है . कितना खूबसूरत है ये अब्बू ? उसने कहा खुशबू इसे क्या कहते है ? क्या नाम है इसका ? मैं बोली हाय अल्ला, इसे लण्ड कहते है अब्बू ? इस मादर चोद को लौड़ा भी कहते है ? ये भोषड़ी का बड़ा मस्त लौड़ा है अब्बू . मेरी बातें सुनकर अब्बू ने मुझे चिपका लिया . बस मेरा मुंह खुल गया मैं लण्ड चूसने लगी . मुझे लगा की मेरे मन की मुराद पूरी हो गयी . मैं बड़ी देर तक लण्ड चूसती रही . मैं भी नंगी थी और अब्बू भी नंगा था . मैंने लौड़ा मुंह से निकाला ही नहीं ? आखिर कार अब्बू मेरे मुंह में ही झड गया . मैंने उसका वीर्य सारा का सारा पी लिया . गटक गयी वीर्य . फिर लण्ड चाट चाट कर मज़ा लिया . एक घंट के बाद लण्ड फिर खड़ा हुआ और इस बार मैंने मजे से चुदाया . अब मेरे और अब्बू के बीच शर्म ख़तम हो गयी . मैं हर रोज़ चुदाने लगी दनादन्न ? अब्बू का नाम है असलम उम्र ४५ साल कद ५' १०" लण्ड साईज ८" लम्बा और ५१/२ " मोटा .
एक दिन उसका दोस्त रहीम अपनी बीवी के साथ आ गया . उसकी बीवी जेबा बड़ी सुन्दर थी . रात को हम चरों खाना खा कर लेट गए . आधे घंटे में अब्बू ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और बोली खुशबू यर मेरा दोस्त है . ज़रा इसका लण्ड पकड़ के देखो . तुम्हे पसंद है की नहीं . मैं बेशर्म हो ही चुकी थी . मैंने अंकल को नंगा किया और फटाक से लण्ड हाथ में लिया .लौड़ा टन्ना कर खड़ा हो गया . मैं बोली वाओ अब्बू ये तो मादर चोद तेरे लण्ड का मुकाबला कर रहा है . अंकल समझ गया की मैं अब्बू का लण्ड पीती हूँ . बस मैं अंकल का लण्ड झुक कर पीने लगी . थोड़ी देर में मैंने मुंह घुमाया तो देखा की अंकल की बीवी जेबा मेरे अब्बू का लण्ड चूस रही है .
मैंने कहा :- रहीम अंकल तू भोषडी का बड़ा हरामी है मादर चोद ? अपनी बीवी मेरे अब्बू से चुदवाता है . और खुद उसकी बेटी की बुर चोदता है .
वह बोला :- मेरी बुर चोदी खुशबू चूत अदल बदल कर चोदने में ज्यादा मज़ा आता है ?
मैंने कहा :- अरे यार खुल के कहो की चोदने वाले को भी मज़ा आता है और चुदाने वाली को भी ?
बस रहीम का लण्ड मेरी चूत में घुसा और मैं भकाभक चुदाने लगी . उधर अब्बू उसकी बीवी दनादन्न चोदे चला जा रहा था . उसकी बीवी को अब्बू का लौड़ा बड़ा अच्छा लग रहा था .
मैंने कहा :- भोषड़ी के अब्बू तुझे पराये बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है . उससे ज्यादा मज़ा आता है तुझे अपनी बिटिया की बुर चुदवाने में ? बड़ा हरामी का पिल्ला है तू भोषड़ी का अब्बू ?
अब्बू बोला :- मेरी बेटी को भी माँ की लौड़ी खूब मज़ा आता है मेरे दोस्त से चुदवाने में . देखो न कैसे लण्ड चबा चबा कर चुदा रही है तेरी चूत ?
मैं इसी तरह की बातें कर कर के चुदाने का मज़ा लेती हूँ . चुदाई के समय हम लोग एक दूसरे को खूब गाली गाली दे दे कर लण्ड में जोश भरा करती है .
एक दिन मैं घर पर अलेकी थी . अब्बू शहर के बाहर गया था . इतने में खलील अंकल आ गये . मैंने उसे देखते ही कहा अरे वाह, खलील चाचा इतनो वर्षों बाद आज तुम आये हो बहन चोद ? इतने दिनों तक कहाँ अपनी गांड मरा रहे थे तुम ? वह बोला अरे तू खुशबू है ? कितनी बड़ी हो गयी है तू . बिलकुल जवान औरत हो गयी है तू . बड़ा हुश्न निकल आया है तेरा . बड़ी हसीन हो गयी हो तुम . मैं मुस्काकर बोली अच्छा लो पहले चाय पियो . फिर फ्रेश होकर आओ मैं नास्ता बनाती हूँ . वो आ गया . अंकल तौलिया लपेटे हुए था . नहाने जा रहा था . मैंने कहा पहले खुछ खा लो नहा बाद में लेना . उसने नास्ता किया और फिर जाने लगा बाथ रूमे में .
मैं अचानक बोली :- अंकल तुम तो मेरी माँ चोदने आया करते थे ?
अंकल बोला :- हां खुशबू ठीक कहा तुमने . मैं असलम की बीवी यानि तुम्हारी माँ और असलम मेरी बीवी चोदा करता था . तेरी माँ बहुत चुदक्कड़ थी . उसे मलेसिया के दो लण्ड बहुत पसंद आ गए . उसी के चक्कर वह तलाक देकर मलेसिया चली गयी . आजकल वहां धकापेल चुदवा रही है तेरी माँ .
मैंने कहा :- और तेरी बीवी यानी आंटी जी क्या कर रही है ?
अंकल बोला : - वो हमेशा नंगी नंगी अपने यारों के साथ पड़ी रहती है . उसके पास दो ही काम है खाना और चुदाना . चुदा चुदा कर बड़ी मोटी हो गयी है भोषड़ी वाली ?
मैं बोली :- मेरी माँ चुदाने में कैसी थी ?
अंकल बोला :- उसके क्या कहने ? वो लण्ड चूसने में , लण्ड चाटने में लण्ड पीने में बहुत तेज थी . बड़ा मस्त चुदाया करती थी तेरी माँ .
मैंने अचानक उसकी तौलियां खींच ली . उसे नंगा कर दिया और लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी .
हिलाते हिलाते बोली :- उसकी बेटी भी मस्त चुद्वाती है अंकल ? उसे चोद कर के तो देखो ?
अंकल का लौड़ा यह सुनकर आसमान ताकने लगा . उसने मुझे चिपका लिया और चूमने लगा . मैं झुकी और लण्ड मुंह में लेकर पीने लगी . इसका भी लण्ड साला अब्बू के लण्ड के बराबर ही निकला ? मैं नंगी अंकल नंगा दोनों लोग बिस्तर पर आ गये . मैंने अपनी चूत उसके मुंह पे रख दी और झुक कर फिर लण्ड चाटने लगी . मैंने खलील अंकल से खूब झमाझम चुदवाया ? मैं सोचने लगी की बड़े बढ़िया लण्ड वाले है मेरे अब्बू के दोस्त ? खलील जब तक रहा तब तक वह मुझे चोदता रहा . जाते जाते उसने कहा मैं अपनी बीवी भेज दूंगा कुछ दिन के लिए जिसे असलम चोदता रहेगा . मैं जानता हूँ की वह असलम से चुदा कर बड़ी खुश होती ई .
कुछ दिन बाद एक और अंकल टपक पड़े . नाम था उसका टेलर एक इंग्लोइंडियन . उसकी माँ इंडियन थी और बाप इंग्लैंड का था . वह अपनी बेटी मिस नीलू के साथ आया . अब्बू खुश हुआ और उसने मुझसे मिलवाया . मैं पहली बार इस अंकल से मिल रही थी . लेकिन बड़ा स्मार्ट था टेलर अंकल . मैं उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी . उसकी बेटी मेरी ही उम्र की थी . हम चारों लोग बैठ कर व्हिस्की पीने लगी .
अब्बू - यार टेलर तेरी बेटी बड़ी अच्छी लगती है बिलकुल अपनी माँ पर गयी है .
टेलर - हां यार तुम तो उसे जानते ही हो कितनी खूबसूरत है वो ?
अब्बू - यार सच बात तो यह है की मैंने बहुत दिनों से चोदा नहीं तेरी बीवी ?
टेलर - बस वो आखिरी दिन था हम लोगों का जब तेरी बीवी तलाक देने वाली थी . उस रात को मैंने तेरी बीवी चोदी थी और तूने मेरी बीवी ?
नीलू - वाओ, डैडी तुम क्या यहाँ भी बीवियों की अदला बदली करते हो ?
टेलर - हा बेटी करता हूँ यहाँ कम होती है इंग्लैंड में ज्यादा होती है ?
मैं बोली - तो फिर बेटियां भी अदल बदल कर चोदते होगे तुम लोग बहन चोद ?
अंकल - हां क्यों नहीं . वहां तो ये भी होता है ?
मैं बोली - तो क्या तुम अपनी बेटी चोदते हो भोषड़ी के अंकल ?
अंकल - हा मजे से चोदता हूँ . वह चुदवाती है ? इसमें क्या . वहां इन बातों पर को कोई ध्यान नहीं देता ?
मैं बोली - बड़े मादर चोद हो तुम अंकल ? अपनी ही बेटी चोदते हो ? वैसे इन बातों पर यहाँ भी कोई ध्यान नहीं देता ? अब देखो न मैं भी अपने अब्बू से खूब चुदाती हूँ . लेकिन आज मैं अपने अब्बू से नहीं नीलू के अब्बू से चुदाऊँगी . देखूँगी उसके लण्ड में कितना दम है ?
ऐसा कह कर मैं टेलर अंकल के बगल में बैठ गयी और उसका लौड़ा पैंट के ऊपर से सहलाने लगी . नीलू कहाँ रुकने वाली थी वह मेरे अब्बू के लण्ड पर हाथ रख कर रगड़ने लगी . धीरे धीरे मामला बढ़ता गया और ५ मिनट में हम चारों नंगे हो गये . अंकल का लण्ड मेरे हाथ में . मेरे अब्बू का लण्ड नीलू के हाथ में ? मेरी चूंची अंकल के हाथ में . नीलू की चूंची मेरे अब्बू के हाथ में . मैं पीने लगी नीलू के डैडी का लण्ड , नीलू पीने लगी मेरे अब्बू का लण्ड ? सब खुल्लम खुल्ला होने लगा .
मैं बोली :- अबे माँ के लौड़े अंकल अब घुसा दे न अपना लौड़ा मेरी बुर में ? चोदना शुरू कर बहन चोद ?
उधर नीलू बोली :- ओये, भोषड़ी के असलम अब बुर चाट चाट कर अपनी माँ न चुदा ? जल्दी से पेल दे लौड़ा मेरी चूत में और मर्दों की तरह गांड उठा के चोदना चालू कर मादर चोद ? मुझे मालूम तो हो की तू कितना बड़ा चोदू है ? हम दोनों एक दूसरे के अब्बू से चुदाने लगी चूत ? मैं मन ही मन सोंच रही थी की यही लौड़ा मेरी माँ की चूत चोदता था जो आज मेरी चूत चोद रहा है ?
इसी तरह अब्बू के दोस्त आते गये और मैं चुदवाती गयी . मेरे अब्बू के दोस्तों के लण्ड एक से एक बेहतरीन है . मैं सभी से चुदाने लगी और बार बार चुदाने लगी . कभी अब्बू के सामने कभी अब्बू की गैर मौजूदगी में ? मुझे इन सबके लण्ड पीने में खूब मज़ा आता है . अब तो मैं ३/४ लण्ड एक साथ पीती हूँ और सबसे एक साथ चुदवाती हूँ . मुझे अपने अब्बू पर नाज़ है और नाज़ है उसके लण्ड पर , उसके दोस्तों के लण्ड पर ? ०
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=समाप्त
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