Wednesday, August 7, 2013

बुर चुदा रही है तेरी माँ

 अब मैं कहाँ कहाँ ढूंढूं यार, सब जगह तो ढूंढ डाला पर  मेरी अम्मी का कहीं पता नहीं चल पा रहा है ? सबसे फोन करके भी पूंछ लिया . नाते रिश्ते दारों के यहाँ से पता लगा लिया . मोहल्ले में भी सबसे पूंछ लिया पर किसी को भी नहीं मालूम की मेरी अम्मी आसिया कहाँ चली गयी है ? मैं बहुत परेशान हो गयी हूँ और मुझे अब टेंसन होने लगी है . वैसे तो अम्मी हमेशा बता कर ही जाती है . दूर कहीं जाती नहीं है . जाती है तो  पहले से बता देती है . आज क्या हो गया उन्हें  ? न किसी से कहा न ही किसी से कोई ज़िकर किया और चली गयी कहीं ?  हाय अल्ला, अब मैं क्या करू ? किससे पूंछू ? कहाँ जाऊं ?
अचानक मुझे ख्याल आया की मैंने शबाना से तो पूंछा ही नहीं ? मैंने फ़ौरन फोन लगा दिया और कहा  :- यार शबाना, मेरी अम्मी कहीं चली गयी है ? ज़रा देखो तेरे घर पे तो नहीं है ?
वह बोली :- ज़रा होल्ड करो मैं देख कर बताती हूँ ?
थोड़ी देर में शबाना बोली :- हां है तो तेरी अम्मी यहाँ मेरे घर में, समीना  ?
मैंने पूंछा :- क्या कर रही है मेरी अम्मी वहां ?

भोषड़ा चुदा रही है तेरी माँ 
वह बोली :- अपना भोषडा चुदा रही है तेरी अम्मी, समीना ? बड़ी मस्त होकर चुदा रही है आंटी ?
मैंने कहा :-तू क्या कह रही है ? ज़रा ठीक से देख कर बता मुझे ?  मजाक मत कर मुझसे माँ की लौड़ी ?
वह बोली :- नहीं मैं मजाक नहीं कर रही हूँ . यह सच है की यहाँ तेरी अम्मी का भोषडा चुद रहा है ?
मैं बोली :- अच्छा तो चोदने वाला कौन है, बहन चोद  ?
वह बोली :- मेरा अब्बू है चोदने वाला ? मैं खिड़की से झाँक कर देख रही हूँ की तेरी अम्मी बड़ी मस्ती से मेरे अब्बू से चुदवा रही है ? तुझे यकीन न हो तो तू खुद चली आ और अपनी आँखों से देख ले ?
मैं वास्तव में चली गयी ? शबाना मुझे खिड़की के पास ले गयी . मैंने देखा की मेरी अम्मी एक दम बिना कपड़ों के चित लेटी हुई है . उसके ऊपर शबाना का अब्बू चढ़ा बैठा है और अपना लौड़ा उसके भोषडा में घुसा दिया है और दनादन्न चोदे चला जा रहा है . अम्मी भी मस्ती से चुदवाये चली जा रही है और उसकी चूंचियाँ खूब उछल उछल कर डांस कर रही है . इतने में अम्मी ने लौड़ा भोषडा से निकाल कर अपने हाथ में लिया उसे पोंछा और फिर पकड़ कर हिलाने लगी . मैं लण्ड देख कर हैरान हो गयी .
मैं बोली :- यार शबाना तेरे अब्बू का लौड़ा तो बड़ा शानदार है री ?  मेरे मुंह में भी पानी आ गया . मेरी तो लार टपकने लगी है . यार एक दिन मुझे भी अपने अब्बू का लौड़ा पकडाओ न मुझे, शबाना . मैं तेरा एहशान  ज़िन्दगी भर नहीं भूलूंगी  .
शबाना बोली :- अरे यार तेरे लिए तो बड़ा आसान है उसका लण्ड पकड़ना . अपनी अम्मी से कहो . वो खुद ही रख देगी मेरे अब्बू का लण्ड तेर हाथ में ?
उधर अम्मी अब कुतिया बनकर पीछे से चुदवाने लगी . अंकल का लण्ड मुझे साफ़ साफ़ दिखाई पड़ने लगा . मेरा मन हुआ की मैं दौड़ कर लण्ड पकड़ लूं . हम दोनों आँखे गड़ा कर अपनी अम्मी की चुदाई देखने लगी . शबाना बोली :- तेरी अम्मी का भोषडा बड़ा सेक्सी है यार ? आंटी की झांटें तो बिलकुल है ही नहीं . चिकना रखती है आंटी अपना भोषडा ? और देखो न मेरे अब्बू से कैसे भकाभक चुदवाये चली जा रही है .
मैं बोली :- यार तेरे अब्बू का लौड़ा ही बहन चोद इतना मस्त और सेक्सी है . यहाँ मेरी अम्मी क्या कोई भी औरत होती तो वह भी चुदवाने लगती . औरत क्या यार मुझे देखो, मेरी भी चूत तेरे अब्बू का लौड़ा खाने के लिए तैयार है ?
 इतने में मेरी अम्मी पीछे से चुदवाने लगी . हम दोनों चुदाई देख देख कर धीमे धीमे एक दूसरे के कान में बोल बोल कर बातें कर रही थी . अचानक हमारे सामने जो सीन आया उसकी तो हमें उम्मीद ही न थी . मैंने देखा की शबाना की अम्मी एकदम नंगी नंगी मेरे अब्बू  का लण्ड पकडे हुए कमरे में आ रही है  .
मेरे मुह से निकला :- हाय अल्ला, ये क्या ?  यहाँ तो मेरा अब्बू का लण्ड तेरी अम्मी पकड़ कर मज़ा ले रही है यार शबाना? लगता है की तेरी अम्मी मेरे अब्बू से चुदवा रही थी .
शबाना बोली :- हां यार मैंने तो ऐसा सोंचा ही नहीं था . लेकिन समीना, तेरे अब्बू का लौड़ा बड़ा खूबसूरत है यार ? इसका सुपाड़ा तो बिलकुल लाल टमाटर जैसा लग रहा है . इसे देख कर तो मैं चुदासी हो गयी हूँ . इतना बड़ा मोटा ताज़ा लण्ड मैं आज पहली बार देख रही हूँ . मेरे मुहं में पानी आ गया और मेरी चूत भी गीली हो गयी है समीना? बताओ मैं क्या करूँ ?
मैंने कहा :- तो फिर जा न तू भी अपनी अम्मी के साथ मेरे अब्बू से चुदवा ले ?
शबाना बोली :- हां यार मन तो यही कर रहा है . पर देखो ये लोग कुछ बातें कर रहे है ? कान लगा कर सुनो ज़रा  ?
मेरी अम्मी आसिया और अब्बू अब्दुल है . बन्नो की अम्मी आलिया और उसका अब्बू असलम है .
शबाना का अब्बूअसलम बोला :- यार, अब्दुल मैं जब जब तेरी  बीबी चोदता हूँ तब तब मुझे एक नया मज़ा मिलता है . मैं अभी इसे चोद कर आया हूँ फिर मैंने सोंचा की इस बार मैं तेरे सामने ही चोदूंगा तेरी बीवी ?  
मेरा अब्बा अब्दुल बोला :- हां यार परायी बीवी चोदने का यही तो सुख है . उसे जितनी बार चोदो उतनी बार एक नया मज़ा आता है . अब मुझे देखो मैं वैसे तेरी बीबी कई बार चोद चुका हूँ पर आज मुझे फिर एक नया मज़ा मिल रहा है . मुझे भी यह लगता है की मैं अगर तेरी बीवी तेरे सामने चोदूं तो और मज़ा आयेगा ?
मेरी अम्मी आसिया बोली :- हाय अल्ला, पराये मर्द का लण्ड कितना प्यारा होता है आलिया ? तेरे शौहर का लौड़ा हर बार मुझे चोद चोद कर खूब मज़ा देता है . मैं इससे चुदवा कर बड़ी खुश होती हूँ .
शबाना की अम्मी आलिया बोली :- वाह वाह, क्या लौड़ा है आसिया तेरे मियां का बहन चोद ? मेरे भोषडा में घुस कर बड़ा उत्पात मचा देता है . इससे चुदवाने में तो हर बार ज़न्नत का मज़ा आता है .
इतना कह कर दोनों फिर एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगी . 
थोड़ी देर में दोनों लण्ड भोषडा से निकले जिसे दोनों ने पोंछ पाछ कर फिर मस्ती से हिलाने लगी . हिलाने से लण्ड और सख्त हो गये . दोनों बीवियां एक दूसरे के मियां का लण्ड चाटने लगी . बार बार मुंह में डालती और फिर बाहर निकालती . सबको इस खेल में मज़ा आने लगा  . चारों लोग मस्ती में डूब गये . इतने में दोनों बीवियां आपस में खुल कर बातें करने लगी . आलिया बोली :-
  • सुनो आसिया, मेरी बेटी शबाना भी जवान हो गयी है . यार उसे भी जवानी की मज़ा लेना चाहिए ? पता नहीं की वह लड़कों के लण्ड पकड़ने लगी है की नहीं ?
  • तुम चाहती क्या हो बताओ न मुझे ? वैसे तो मेरी बेटी समीना भी जवान हो गयी है . सुना है की वह लण्ड की शौक़ीन हो रही है ? पर यार मैं चाहती हूँ की वह भी मेरी तरह लण्ड का मज़ा ले ?
  •  तो फिर क्या बुला लो उसको और पकड़ा दो उसे लौड़ा ? इसमें शर्माने की क्या ज़रूरत है ?
  • हां यार मैं सोंचती हूँ की उसे लण्ड पकडाने में मुझे बेशर्म हो जाना चाहिए ? अब वह २२ साल की हो गयी है . मैं तो २० साल से लण्ड पकड़ने लगी थी .
  • यार मुझे तो पहला लण्ड मेरी अम्मी ने ही पकड़ाया था और कहा था की आज से आलिया तुम लण्ड पकड़ने में कभी शर्माना नहीं ? जवानी का सारा  मज़ा इसी लण्ड में होता है ?
  • यार यही तो मैं कह रही हूँ . मेरी खाला ने मुझे सबसे पहले लौड़ा पकडाया था जब मैं १९ साल की थी . अब तो मेरी बेटी २३ साल की हो गयी है . मैं तो आजकल में ही उसे लौड़ा पकड़ा दूँगी .
  •  तो मैं कहाँ पीछे रहने वाली हूँ . मैंने तो तेरे मियां का यही लण्ड अपनी बेटी के हाथ में रख दूँगी .
  • तब तो मैं भी तेरे मियां  का लण्ड अपनी बेटी समीना को पकड़ा दूँगी .
  • हां हां कोई हर्ज़ नहीं है , यार ?  जब ये दोनों मर्द एक दूसरे की बीवियां चोदते है तो क्या एक दूसरे के बेटियां नहीं चोद  सकते ?
  •  हां यार क्या बात कही है तुमने ? अब तो मेरा मन हो रहा है की मैं तेरे मियां का लण्ड अपनी बेटी की बुर में घुसेड़ दूं . मैं अपनी बेटी को चुदवाते हुए देखना चाहती हूँ . 
  • मैं भी तेरे मियां का लण्ड अपनी बेटी की बुर में घुसा दूँगी . वो भी मेरे सामने चुदवाये तो मज़ा आये ?
  • तो अगले हफ्ते ही रखो लो एक प्रोग्राम ?
  • हम दोनों अपनी अपनी बेटियों को पहले कर दें बेशर्म . उनसे खुल कर बातें करें .  गाली से बातें करें और फिर उनके सामने अपने कपडे खोलना शुरू करें ? उनके कपडे उतारें उन्हें ब्लू फिल्म दिखाएँ और इस तरह लण्ड पकड़ने के लिए उन्हें तैयार करें .
  • हां यार ठीक है कल मैं एक ऐसा प्रोग्राम अपने घर पर रख लेती हूँ . 
उधर असलम और अब्दुल दोनों मुस्करा रहे थे . उनके मन में लड्डू फुट रहे थे . उन्हें अभी एक दूसरे की बीवी ही चोदने को मिलती है लेकिन अब वे एक दूसरे की बेटी भी चोदेंगे ? यही सोंच कर उनके लण्ड में जबरदस्त तनाव आ गया ?
आसिया बोली :- देखो आलिया तेरा मियाँ भी मेरी बेटी चोदने के लिए तैयार है क्योंकि इसका लौड़ा ज्यादा कड़क हो गया है .
आलिया बोली :- और तेरे मियां का लण्ड तो हमारी बातें सुनकर बिलकुल लोहे का रॉड हो गया है साला . ये तो मेरी बेटी चोदने के लिए अभी से मुंह उठाने लगा है . 
हम दोनों ये बातें सुन कर बहुत खुश हो गयीं .
मैंने कहा :- यार शबाना हमें तो बिन मांगे मुराद मिल गयी ? अब तो मैं तेरे अब्बू से मजे से चुदवाऊँगी ?
वह बोली : - हां यार मैं भी तेरे अब्बू से चुदवाऊँगी ? वही लण्ड जो अभी मेरी अम्मी के हाथ में है अब वो मेरे हाथ में आ जायेगा ? कितना मज़ा आयेगा यार ?
मैं बोली :- अब तो मैं अम्मी से बिलकुल खुल जाऊँगी  . खूब गन्दी गन्दी बातें करूंगी ? तेरी माँ का भोषडा बन्नो ? अब तो फटेगी तेरी गांड ? यही सब बोलूंगी मैं ?
वह बोली :- हां मैं चोदूंगी तेरी माँ की बुर समझी माँ की लौड़ी समीना  ? तेरे अब्बू का लण्ड नोंच डालूंगी मैं ? 
 फिर दोनों बाहर आकर खिलखिला कर हंसने लगी .
दूसरे दिन मैं जब घर आयी तो देखा की आलियां आंटी मेरे घर पे बैठी हुई है . वो मेरी अम्मी से बातें कर रही है . मैं भी वही बैठ कर एक किताब पढने लगी . इतने में  आंटी बोली :- अरे आसिया ,  तू बहन चोद इतनी देर से किचेन में क्या अपनी माँ चुदा रही है ?
 मैंने जब आंटी की तरफ देखा तो उसने मुझे आँख मारी . मैं चुप हो गयी .
उधर से अम्मी बोली :- अच्छा तो तू क्या किचेन अपनी माँ चुदाती है ? अरे यार कुछ बना रही हूँ अभी आती हूँ ?  इतनी ही देर में तेरी गांड क्यों फटी जा रही है ? तब तक अम्मी बाहर आ गयी .
आंटी बोली  :- यार आसिया मेरी बेटी शबाना बुर चोदी बड़ी सेक्सी हो गयी है . उसे लण्ड पकड़ना सिखा दो यार ? यह सुनकर मैं जाने लगी . तो आंटी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली तू कहाँ जाती है मादर चोद समीना तू भी तो लण्ड पकड़ने वाली हो गयी है ? बोल पहले मुंह में लेगी लण्ड की बुर में ? तब तक पीछे से आवाज़ आयी पहले लण्ड समीना मुंह में लेगी बाद में बुर में ? मैं पीछे मुड़ी तो देखा की सामने शबाना खड़ी है .  वह बोली अरे अम्मी तू बेटी चोद इतना भी नहीं जानती की लण्ड पहले चाटा जाता है चूसा जाता है और फिर बुर में घुसेड़ा जाता है . तू सीधे सीधे लण्ड अपने भोषडा घुसेड़ लेती है क्या माँ की लौड़ी ?  
शबाना के मुंह से अपनी अम्मी के लिए गालियाँ सुनकर मैं थोड़ी हैरान हुई पर उसने जल्दी से मुझे आँख मारी ? फिर मैं भी बोली अपनी अम्मी से . मैंने कहा अरे अम्मी और कितना चुदाओगी अपना भोषडा किचेन में ? बाहर आओ न देखो यहाँ शबाना अपनी अम्मी की गांड मार रही है .
इतने सुनते ही हम चारों ठहाका लगा कर हंसने लगी .  हम लोगों ने खूब गालियाँ दे दे कर बातें की फिर एक साथ बैठ कर ब्लू फिल्म देखा . दूसरी बार ब्लू फिल्म सारे कपडे खोल कर देखा . मैं नंगी हुई, मेरी अम्मी नंगी  हुई , शबाना नंगी  हुई और उसकी अम्मी भी नंगी हुई . हम चारों ने चारों की चूंची चूत गांड सब देखी ? हमने शर्म की माँ चोद दी ?
अगले दिन आलिया आंटी बोली :- हाय मेरी बेटी शबाना तुम्हारी ये बहन चोद  चूंचियाँ तो बड़ी बड़ी हो गयी है . इन्हें देख कर तो लड़के अपने लण्ड का सड़का मारते होंगे ?  अच्छा ये बताओ तुमने कभी लण्ड पकड़ा है . उसे चूसा है ? कभी मन करता है की तुम भी लण्ड अपनी चूत में पेलो ?
वह बोली  :- अरे अम्मी मन तो बहुत करता है पर लण्ड मादर चोद मिलते कहाँ है ?
आंटी बोली :- मैं दूँगी तुम्हे लण्ड, बेटी ?
वह बोली :- किसका लण्ड  दोगी अम्मी मुझे ?
आंटी बोली :-  समीना के अब्बू का लण्ड दूँगी मैं तुझे  ? उसके बाद और भी लण्ड दूँगी मैं . तू बस मस्ती से लण्ड पकड़ना चाटना चूसना और चुदवाना सीख ले ?
शबाना बोली :- शबाना के अब्बू अब्दुल अंकल का लण्ड कैसा है अम्मी ?
आंटी बोली :- अभी बता दूँगी तो फिर तेरा मज़ा किरकिरा हो जायेगा ?
उधर मेरी अम्मी बोली :- सुनो समीना तुम भी लण्ड पकड़ना शुरू कर दो . अब तुम जवान हो गयी हो यही तो उम्र है लण्ड का मज़ा लेने की ? मैं तो कहती हूँ की तुम आज ही मेरे सामने पकड़ो लण्ड ?
मैंने कहा :- किसका पकडूँ लण्ड अम्मी ? यहाँ तो कोई लण्ड है ही नहीं ?
अम्मी बोली :- अरे मैं शबाना के अब्बू का लण्ड पकड़ाऊँगी तुझे ?
मैं बोली :- अरे वाह तुम मुझे शबाना के अब्बू का लण्ड पकड़ाओगी और आंटी शबाना को मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ायेंगी ? ये सब क्या है ? इसका मतलब की हम दोनों एक दूसरे के अब्बू से चुदवायेंगी ?
अम्मी बोली :- हां समीना ? इसमें हर्ज़ ही क्या है ? ये दोनों एक दूसरे की बेटी चोदेंगे ?
मैंने कहा :- पर वे दोनों  क्या चोदने के लिए तैयार है अम्मी ?
तब तक आंटी बोली :- अरी मेरी भोषड़ी की समीना जब वे दोनों तुम दोनों की माँ चोद सकते है तो क्या बेटी नहीं चोद सकते ?
मैं बोली :- हाय अल्ला, अम्मी क्या तुम असलम अंकल से चुदवाती हो ? 
 अम्मी बोली :- हां चुदवाती हूँ और आज से तुम भी चुदवाओगी असलम अंकल से ? बड़ा मज़ा आता है उससे चुदवाने में ?
तब तक आंटी बोली :- और मैं तेरे अब्बू से चुदवाती हूँ समीना आज से मेरी बेटी भी चुदवायेगी तेरे अब्बू से ? एकाएक असलम अंकल और मेरे अब्बू अब्दुल दोनों कमरे में आ गये . मेरी अम्मी आसिया फ़ौरन आकर असलम अंकल के पास जाकर बैठ गयी . उसके बदन से चिपक गयी और धीरे धीरे उसके कपडे  उतारने लगी . खुद की चूंचियाँ खुली थी और भोषडा तो सबके सामने आ गया था . फिर अम्मी ने अंकल का लण्ड खोल कर बाहर निकाल लिया और उसे हिलाया . लण्ड साला टन टना कर खड़ा हो गया . अम्मी ने उसकी चुम्मी ली और लण्ड मुझे पकड़ा दिया . मैंने इसे दूर से तो देखा ही था . अब ये मेरे हाथ में आ गया . बड़ा प्यारा लग रहा था अंकल का लौड़ा ? इतना मस्त लौड़ा मैं पहली बार पकड़ रही थी . 
 इधर अम्मी ने मेरे सारे कपडे एक मिनट में निकाल दिया . मैं मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी . मेरा मुंह अपने आप खुल गया और मैं अंकल का लण्ड चाटने लगी . अंकल मेरी चूत और चूंची सहलाने लगी . उधर मेरे सामने शबाना मेरे अब्बू का लण्ड चाटने लगी . उसके बाद तो हम दोनों ने अपनी अपनी अम्मी के सामने ही खूब जम कर चुदवाया ? एक दूसरे के अब्बू से चुदवाया . असलम और अब्दुल दोनों भोषड़ी के एक दूसरे की बीवी तो चोदते ही थे आज से वो एक दूसरे की बेटी  भी चोदने लगे .
उस दिन मुझे असलियत का पता चला की चोदने चुदाने में केवल एक ही  रिश्ता होता है और वो है लण्ड और चूत का रिश्ता ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त 
                           
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