- कैंडी बाई गॉड, आज तो तुम्हे चोदने में बड़ा मज़ा आ गया, यार ? तुम तो मेरी बहुत अच्छी सेक्रेटरी हो ? मेरी पहले वाली सेक्रेटरी इतना अच्छा नहीं चुदवाती थी . कभी कभी वह लण्ड चूसने में भी आना कानी करती थी . लेकिन तुम ? वाह कितनी मजे से चूसती हो लण्ड की हैवेन का मज़ा आ जाता है . कल फिर आना यार मैं तेरा इंतज़ार करूंगा .
- नहीं सर, मैं कल नहीं आ पाऊंगी
बॉस का लण्ड और मैं - क्यों नहीं आ पाओगी ? कल दिन भर क्या करोगी ?
- कल मैं दिन भर अपनी माँ चुदवाऊँगी, सर
- तो ठीक है उसे चुदाने दो तुम तो आ सकती हो. तुम यहाँ चली आना ?
- नहीं सर, मैं अपने सामने अपनी माँ चुदवाऊँगी . तभी ठीक रहेगा ?
- क्या तेरी माँ भाग जाएगी या फिर वह अकेले नहीं चुदवा सकती ?
- वह अकेले नहीं चुदवायेगी सर ? अपनी बेटी के साथ चुदायेगी
- ये क्या तुम पहेलियाँ बुझा रही हो ? साफ़ साफ़ बताओ न मुझे ?
- साफ़ बात यह है की कल मैं एक अंकल से अपनी माँ चुदवाऊँगी . क्योंकि मुझे माँ चुदाने की आदत है . कल ही मेरी माँ अपनी बेटी चुदवायेगी क्योंकि उसे अपनी बेटी चुदाने की आदत है .
- तो इसका मतलब कल तुम भी किसी से चुदवाओगी ? अच्छा तुम्हे कौन चोदेगा कल ?
- ये तो माँ ही जानती है ? मुझे नहीं पता ? अब मैं सोमवार को तुमसे चुदवाऊँगी, सर
- अच्छा सुनो कैंडी , ऑफिस में दो लड़कियां और भी है मेघना और शिल्पा . मैं दोनों को चोदना चाहता हूँ ? कोई तरीका बताओ ?
- कल तुम उन दोनों की माँ चोद दो ऑफिस में ही .
- यार फिर तुम पहेली बुझाने लगी ?
- देखो सुनो कल तुम हम तीनो को अपने केबिन में बुलाना शाम को जब सारा स्टाफ चला जाए तब और हमको खूब डाटना . गुस्से में गाली देना और खूब देना ? फिर मैं पलट के गाली दूँगी . मुझे सुन कर वे दोनों भी गाली बकने लगेंगी . तुम्हे लड़कियों के मुंह से गालियाँ अच्छी लगती है न ? अन्दर ही अन्दर खूब मज़ा लेना . फिर मैं दो दिन बाद उन्हें तुम्हारे घर ले आऊंगी और खुल कर बातें करूंगी . बातें करते करते उन दोनों के सामने मैं तुम्हारा लण्ड पकड़ लूंगी . अगर उन दोनों ने तुम्हारा लण्ड देख कर मज़ा लिया तो समझो की काम बन गया .
- यार तुम बड़ी इंटेलिजेंट हो ? अब ये तो बताओ की तुम्हे माँ चुदाने की आदत कैसे पड़ी ?
- मैं एक दिन अपने ही घर में अपने बॉय फ्रेंड ब्रूक का लण्ड चूस रही थी . मेरी मोंम बाहर गयी थी . पर अचानक मुझे उसके आने की आहट सुनायी पड़ी . मैंने ब्रूक को फ़ौरन छिप जाने के लिए कहा और मैं स्कर्ट पहने खड़ी हो गयी . हालांकि मेरी चूंचियाँ खुली थी . मोंम - कैंडी यहाँ कोई आया है ? मैं - नहीं मोंम यहाँ कोई नहीं है . मोंम - मुझे किसी मर्द की स्मेल आ रही है . मैं - नहीं मोंम यहाँ मैं बिलकुल अकेली हूँ . मोंम - अच्छा तो मैं ऊपर देखती हूँ . वह ऊपर सीढियां चढ़ने लगी तो मैंने ब्रूक को इशारा किया तू भाग जा ? वह नंगा नंगा ही सीढियां उतरने लगा . मोंम ने उसे देख लिया और बोली वही रुक जाओ . ब्रूक रुक गया . मोंम की नज़र उसके लण्ड पर पड़ी . बिना झांट का गोरा लण्ड देख कर मोंम मुस्करा पड़ी . शायद उसके मुंह में पानी आ गया . वह सीधे उसके पास गयी और उसका लण्ड पकड़ लिया . मोंम बोली - कैंडी इसका लौड़ा तो बड़ा स्ट्रोंग है . बड़ा स्मार्ट है . साईज तो जबरदस्त है . बस वह घुटनों के बल बैठ कर खुद ही लण्ड चूसने लगी . फिर मुझे इशारा किया मैं भी उसके बगल में बैठ गयी .मोंम ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और कहा लो मेरे साथ चूसो लण्ड ? वो कभी लण्ड मुझे चुसाती कभी खुद चूसती . बार बार यही होता रहा , मोंम - मेरा मन इससे चुदाने का है पर कैंडी तुम पहले चुदा लो . उस दिन मोंम ने मेरी बुर में घुसा दिया लण्ड ? फिर मैंने मोंम की बुर में घुसा दिया लण्ड ? इस तरह मैंने उसकी बुर चुदवाई और उसने मेरी बुर ? बस सिलसिला चल पड़ा . अब मैं आये दिन उसका भोषडा चुदवाती हूँ और वह मेरी चूत चुदवाती है . धीरे धीरे चुदाने की आदत पड़ गयी हम दोनों को ?
मेरी माँ है मिसेज इलाना जो मुझसे एक दोस्त की तरह व्यवहार करती है जिसे आप पढ़ चुके है . दूसरे दिन मैं मिस्टर थामस के घर अपनी माँ के साथ पहुँच गयी . मैंने अपनी माँ को थामस से मिलवाया . वह खुश हुई . इतने में मैंने देखा की माँ के पीछे दो आदमी खड़े है . माँ बोली ये है स्टोन और हार्ड . मैं इन दोनों को लेकर आयी हूँ . मैं मुस्करा कर बोली माँ ये किस लिए है ? वह बोली देखो कैंडी तुम अपने सामने अपनी माँ थामस से चुदवाओगी। तो मैं अपने सामने इन दोनों से अपनी बेटी चुदवाऊँगी .
मैं बोली माँ तुम कितना ख्याल रखती हो मेरा ?
उस दिन मैंने जी भर के उन दोनों से चुदवाया अपनी माँ के सामने .
मैं बोली :- मने इनके लण्ड पकडे है . इनसे अपना भोषडा चुदवाया है माँ ?
वह बोली :- अभी नहीं . मैंने कल ही इन्हें बुक करते समय देखा था .
मैं बोली :- क्या ये कहीं और से आये है मोंम ?
वह बोली :- हां मैं इन्हें एक होटल से लाई हूँ . पर तुम बताओ इनके लण्ड कैसे है और चोदने कैसे है दोनों लण्ड ? मैं बोली :- अरे वाह मोंम बड़े मोटे तगड़े है . तुम जरुर चुदाओ इन दोनों से . दूसरी पार मैं ही चोदूंगी तेरा भोषडा इन दोनों लण्ड से .
वह बोली :- ठीक है तब मैं थामस का लण्ड घुसेड़ कर तेरी बुर चोदूंगी . तुझे तो काले लण्ड से बड़ी मोहब्बत है न ? सोमबार को जब मैं ऑफिस गयी तो माहौल दिन भर बड़ा सीरियस रहा . शाम को मैंने मेघना और शिल्पी को बुलाया और कहा देखो यार आज बॉस बड़े गुस्से में है . वो अभी हम तीनो को बुलाएगा ? वो हमें डांटे तो हम चुप रहेंगी . लेकिन अगर गाली दे तो फिर तुम भी ईंट का जबाब पत्थर से देना ? आधे घंटे में जब स्टाफ चला गया तो बॉस ने हमें बुलाया . हम तीनो उसके सामने बैठ गयी .
वह बोला :- देखो कैंडी, मेघना और शिल्पी आजकल ऑफिस में कोई काम नहीं हो रहा है बहन चोद ? सब साले मादर चोद इधर उधर बैठे गप्प सप्प करते रहते है . सारा काम पेंडिंग है ? किसी पर कोई कंट्रोल ही नहीं है . तुम लोग क्या बैठी बैठी गांड माराया करती हो ? की अपनी अपनी चूंचियाँ दिखाया करती हो माँ की लौडियों ?
मैं बोली :- देखो सर मैं अपना काम करती हूँ . मुझे इतनी गाली मत दो . मुझे भी गांड मारना आता है .
मेघना बोली :- हां सर , वे साले काम नहीं करते तो मैं क्यों जिम्मेदार हूँ . अब कल से नहीं करेंगे तो मैं उनकी माँ चोद दूँगी ? और किसी ने अगर तुमसे शिकायात की और तुमने मेरी माँ चोदी, सर , मैं तुम्हे भी नहीं छोडूंगी . मैं तेरी भी माँ चोदूंगी ? फिर जो होगा देखा जायेगा ?
बॉस बोला :- मैं भी किसी को नहीं छोडूंगा कल से काम ठीक से नही हुआ तो मैं तुम तीनो की गांड में ठोंकूंगा ? शिल्पा बोली :- क्या ठोंकेगा मादर चोद ? अपना लण्ड ? अरे,सर, तेरे लण्ड से न तो मेरी गांड में कोई असर होगा और न बुर में ? अब मैं देखती हूँ किसकी गांड में कितना दम है इन भोषड़ी वालों में .
बॉस अन्दर ही अन्दर मुस्कराने लगा . बाहर निकल कर मैंने कहा यार आने वाले इतवार को हम तीनो बॉस के घर चलेंगी . इसके घर में ही इसकी गांड मारने में मज़ा आयेगा ? अब इतवार को ११ बजे हम लोग पहुँच गयी उसके घर . उसे तो मालूम ही था . उसने ड्रिंक्स का इंतजाम कर रखा था . हम चारों लोग शराब पीने लगी . बॉस ने एक हल्का पतला सा बरबूडा पहन रखा था . ऊपर सैंडो बनयाईन थी बस . खूब बातें होने लगी .
बॉस :- यार तुम लोग गालियाँ बहुत अच्छी दे लेती हो .उस दिन मज़ा आ गया .
मैं :- मैं गांड भी अच्छी मार लेती हूँ ,
वे दोनों मेरी बात पे खिलखिला कर हंस पड़ी .
बॉस :- यार इतनी खूबसूरत लड़कियां अगर गालिया दे तो यहाँ मेरे अन्दर कुछ कुछ होने लगता है ?
मैं :- साफ़ साफ़ क्यों नहीं कहता की लण्ड खड़ा होने लगता है ?
मेघना :- क्या लण्ड इतने में ही खड़ा हो जाता है ?
शिल्पा :- तब तो बड़ा हरामी होता है लण्ड साला ?
मैंने देखा की लड़कियों के मुंह से "लण्ड" सुनकर उसका लण्ड वाकई खड़ा होने लगा . मैंने बड़ी सीरियसली कहा सर ज़रा एक मिनट खड़े हो जाओ . वह खड़ा हो गया . मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी मैं समझ गयी की लोहा गरम है . मैंने झट्ट से उसकी नेकर पकड़ कर नीचे घसीट दी . उसका लण्ड पूरा नंगा दिखने लगा .
मैं बोली :- हां यार खड़ा तो है मादर चोद लण्ड ?
मेघना :- वाओ, इतना बड़ा लण्ड ? कैंडी बाप रे बाप ?
शिल्पा :- हाय दईया, देखो तो साला कैसे टन टना रहा है .
मैं बोली :- शिल्पा पकड़ के देखोगी ?
शिल्पा :- हां यार जरुर देखूँगी . इतना बढ़िया लण्ड कौन नहीं पकड़ेगा ?
मेघना :- यार मैं भी पकड़ के देखूँगी .
मैं बोली :- लो तुम दोनों एक साथ पकड़ के देखो फिर मुझे बताओ ? तब तक मैंने बॉस की नेकर और बनियाइन दोनों खोल कर फेंक दी . वो नंगा हो गया . मैंने भी कपडे खोल डाले बड़ी बेशर्मी से . मैं भी नंगी हो गयी . मैंने कहा :- यार अब तुम दोनों भी नंगी हो जाओ फिर पकड़ो लण्ड ? वे दोनों भी नंगी हो गयी , उनकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियाँ देख कर तो लण्ड और टन्ना उठा . बॉस दोनों की चूंचियाँ दबाने लगा ., उसकी तमन्ना पूरी होने लगी . फिर मैं सबको बेड रूम ले गयी . उसे चित लिटा दिया और मैं उसके मुंह के ऊपर बैठ कर अपनी चूत चटवाने लगी . वे दोनों मिलकर लण्ड चाटने लगी . मैंने बॉस को आँख मारी तो वह खुश हो गया . बॉस को यकीन नहीं हो रहा था की इतनी जल्दी वह मेघना और शिल्पा को चोदने लगेगा .
मेघना :- यार कैंडी लण्ड तो बहन चोद ८" का है . मोटा भी साढ़े पांच इंच है . मेरी तो चूत आज मज़ा करेगी . मैं बहुत दिनों से इसी मौके का इंतज़ार कर रही थी . मेरी इच्छा थी की मैं एक बार अपने बॉस का लण्ड पकडूँ ?
मैं बोली :- अब तुम हर दिन पकड़ना लण्ड और अपनी बुर में भी पेलना .
शिल्पा :- यार मैं तो तुमसे कहने वाली थी की यार कैंडी किसी दिन बॉस का लण्ड पकडाओ न प्लीज . आज तुमने मेरी भी ख्वाहिश पूरी कर दी
मैं बोली :- अच्छा सच बता तूने अभी तक कितने लड़कों से चुदवाया है .

मैं बोली :- तो फिर उसी से मेरी माँ का भोषडा चुदवा दे यार , मेरी माँ को चुदाने का बड़ा शौक है . बस इसी तरह की बातें कर कर मेघना और शिल्पा ने चुदवाया . मुझे तो चुदाना नहीं था . दूसरे दिन जब मैं ऑफिस गयी तो बॉस ने कहा कैंडी तुम्हारी बदौलत मैं इन दोनों लड़कियों को चोद सका . दोनों चुदाने बड़ी मस्त है . उसने कैबिन में मेघना और शिल्पा को भी बुला लिया . बॉस ने कहा कैंडी कुण्डी लगा दो और लाल बत्ती जला दो जिससे कोई अन्दर न आ सके . हम तीनो ने अपनी अपनी चूंचियाँ . वह उठा और हम तीनो की चूंचियाँ दबाने लगा . हमने उसकी पैंट खोल दी और लौड़ा पकड़ कर चाटने लगी . ऑफिस में ऐसा पहली बार हो रहा था . फिर हम तीनो ने मिलकर सड़का मारा और झड़ता हुआ लण्ड चूसा . बार बार उसकी चुम्मी ली और उसका वीर्य हम तीनो ने खूब चाटा . बड़ा मज़ा आया हम चारों को ?
दूसरे दिन किसी काम से मैं अपनी माँ को लेकर ऑफिस आ गयी . मैंने उसे अपनी माँ से मिलवाया . बॉस तो मेरी माँ को देखता ही रहा .
वह बोला :- वाओ, इतनी खूबसूरत है तेरी माँ कैंडी ? मेरा तो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैं बोली :- लण्ड खड़ा हो गया न सर ? अब यही लण्ड मेरी माँ के भोषडा में जायेगा ?
माँ बोली :- अरे, एक लण्ड से मेरा क्या होगा, बेटी ? इससे कहो की अपने २/३ दोस्त लेकर आये तो मै अपना भोषडा भी चुदा लूंगी और अपनी बिटिया की बुर भी चुदा लूंगी .
बॉस बोला :- कितनी प्यारी प्यारी बातें करती है तेरी माँ कैंडी . अब मैं अपने घर में कल ही प्रोग्राम रखता हू जिसमे मेरे दोस्त भी होंगे , हम और तुम दोनों ?
मैं बोली :- तो फिर मैं कल आऊंगी सर, अपनी माँ का भोषडा चुदवाने . बिटिया, तेरी माँ का भोषड़ा
०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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