Monday, August 5, 2013

मैं और मौसी दोनों चुदक्कड़

मैं पहली बार अपनी आँखों से अपनी मौसी का चुदता हुआ भोषड़ा देख रही हूँ .
पहले तो मेरी निगाह केवल नंगे भोषड़ा पर पड़ी थी . एक चिकना चबूतरा जैसा मस्त भोषड़ा एकदम से मेरी आँखों के सामने आ गया . मैं तो अवाक रह गयी उसे देख कर और पहचान ही नहीं पाई की यह मेरी ही मौसी का भोषड़ा है ? दो मोटी मोटी जाँघों के बीच एक जबरदस्त सेक्सी भोषड़ा जब मुझे नज़र आया तो मैं सोंचने लगी की यह किसका हो सकता है ? यहाँ घर में तो मैं और मेरी मौसी के अलावा कोई और नहीं रहता है ?  अगर कोई रहता होता तो मौसी मुझसे जरुर ज़िकर करती ?  चूंकि मुझे उसका मुंह नहीं दिखाई पड़ रहा था इसलिए मैं मन ही मन अपना अंदाज़ लगा रही थी की यह नंगी औरत कौन हो सकती है जिसका भोषडा बहन चोद इतना सेक्सी है ?  
इतने एक बड़ा मोटा टन टनाता हुआ लण्ड मेरे आँखों के सामने आ गया ? लण्ड इतना प्यारा लग रहा था की मेरा मन हुआ मैं इसे पकड़ कर अपने मुंह में घुसेड़ लूं . मेरी लार टपकने लगी . लण्ड ने भोषडा के मुंह को अपना मुंह से भिड़ाया  और एक जोर का धक्का मारा तो लण्ड गच गचा के अन्दर
घुस गया . वहां से आवाज़ आयी - अबे भोषड़ी के मादर चोद एक ही बार में पेल दिया इतना मोटा लण्ड ? धीरे धीरे घुसेड़ने तेरी माँ चुदती है क्या ?
मैं मन ही मन बोली :- हाय दईया, ये तो मेरी सपना मौसी है ? ये तो सपना मौसी का भोषड़ा है ? और मौसी चुदवा रही है अपना भोषड़ा ? मैंने धीरे से इधर उधर मुंह घुमाया तो मुझे सपना मौसी की शक्ल दिखाई पड़ गयी ? अब तो बात पक्की हो गयी . अब तो शक की कोई गुंजाईस नहीं रही  .
 मैंने अपनी आँखे मौसी की चुदाई के ऊपर गड़ा दी . अचानक मौसी ने अपना हाथ बढाया और एक और लण्ड पकड़ लिया . वह लौड़ा भी बड़ा जबरदस्त था . मौसी ने उसे थोडा हिलाया और फिर मुंह में लेकर चूसने लगी .
थोड़ी देर में मुंह से लण्ड निकाल कर बोली :-
वाओ, संजय तेरा लौड़ा आज ज्यादा बड़ा और टाईट लग रहा है बहन चोद ? अभी एक महीने पहले तू मुझे चोद कर गया है . तब तो इतना बड़ा नहीं था तेरा लौड़ा ? अच्छा ये बता वो तेरा दोस्त क्यों नहीं आया माँ का लौड़ा मुझे चोदने ? संजय ने जबाब दिया अरे यार वो किसी और को चोदने गया है ? मैं सोचने लगी की इसका मतलब है की मौसी तीन तीन लण्ड से एक साथ चुदवाती है . मुझे यहाँ बहन चोद एक भी लण्ड नसीब नहीं है और ये भोषड़ी वाली तीन तीन लण्ड से चुदवाती है . एक मुंह में लेती है और दूसरा चूत में ?  एक लण्ड चाट रही है और दूसरे लण्ड से चुदवा रही है बुर चोदी ? बड़ी हरामजादी है मेरी मौसी ? कितनी चुदक्कड़ है मेरी मौसी ? एक दिन अपनी माँ भी चुदवायेगी साली ? मुझे इस बात का पता चल गया ?  उधर मौसी वाकई अपनी गांड उठा उठा कर धकापेल चुदवाये चली जा रही थी . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियाँ समंदर की लहरों की तरह उछल रही थी .
मैं जानना चाहती थी की चोदने वाला कौन है ?  तब तक मौसी बोली अबे ओ आरिफ के बच्चे साले इतना बड़ा लौड़ा लिए घूमता है लेकिन पूरा पेलने में तेरी गांड फट रही है क्या ? अरे यार लौड़ा जड़ तक घुसेड दो मेरी बुर में तभी मज़ा आएगा ? मैं आरिफ को जानती हूँ . वो तो मौसी के ऑफिस में ही काम करता है . मैं उससे  मिल चुकी हूँ . अब मेरी चूत और चुलबुला गयी . मैं सोंचने लगी की आरिफ का इतना बड़ा लौड़ा ? इतना मोटा लण्ड ? यह अगर मुझे मिल जाए तो कितना अच्छा हो ?  मैं एक हाथ से अपनी चूंची मसलने लगी .  अचानक मैंने देखा की आरिफ ने मौसी को कुतिया बना दिया और उसकी गांड में पेल दिया लण्ड . मौसी झुक कर गांड मरवाने लगी . अपने सामने संजय को बुला लिया और उसका लौड़ा चूसते हुए गांड मराने लगी मौसी . आरिफ तो गांड मारने में भी तेज है मैं सोंचने लगी . इतने में मौसी ने मुझे देख लिया . मैं मौसी की चुदाई खिड़की पर बैठी हुई देख रही थी .
मौसी वहीँ से चिल्लाई और  बोली अरे तू बुर चोदी रन्नो वहां से छिप छिप कर क्यों देख रही है मेरा चूत , मेरी गांड ? और मेरी भकाभक चुदाई ?  अरे अन्दर आ न यहाँ नजदीक से देख तुझे और अच्छा लगेगा . आ जा जल्दी से अन्दर ? मैं धीरे से चली गयी . मौसी ने कहा इधर मेरे पास आ . मैं जब और नजदीक गयी तो मौसी ने मुझे संजय का लण्ड पकडाते हुए कहा ले पकड़ इसका लण्ड ? इतनी बड़ी हो गयी है, बड़ी बड़ी झांटें निकल आयी है, बड़ी बड़ी चूंचियाँ हो गयी है तेरी बहन चोद ? अभी भी तू शर्मा रही है माँ की लौड़ी ? अरे शर्माती रहेगी तो सारी जवानी इसी तरह निकल जाएगी . ले इस मादर चोद का लण्ड और जैसे मैं चूस रही थी वैसे तू भी चूस / आज से अगर तू मुझसे शरमाई तो मैं तेरी माँ चोदूंगी . मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी .
तब तक आरिफ बोला :- हां रन्नो, तू तो बिलकुल जवान हो गयी है . २२ साल की तेरी उम्र है . तुम बेधड़क पकड़ा करो लण्ड और खुल्लम खुल्ला चुदवाया करो अपनी मौसी की तरह ? हां पहले गालियाँ बकना सीख लो . तेरी मौसी जब गाली देती है तो हमारे लण्ड फूल कर कुप्पा हो जाते है .
मैंने कहा :- बेटी चोद आरिफ,  तेरी माँ की चूत साले जैसे तू मेरी मौसी चोद रहा है वैसे ही मुझे भी चोदना ?
आरिफ यह सुनकर अवाक रह गया . बोला यार तुम तो बहुत बढ़िया गाली दे लेती हो ?
मैंने कहा  :- मैं बुर भी अच्छी तरह दे लेती हूँ ?
इतने में मौसी मुस्कराने लगी और मेरे सारे कपडे उतार कर मुझे बिलकुल नंगी कर दिया . मैं संजय का लण्ड चूसने लगी . मेरी चूत गरम हो गयी . चुदासी हो गयी चूत बुर चोदी ? क्योंकि मेरी नज़र आरिफ के लण्ड पर भी थी . मैंने जबसे उसका सुपाड़ा देखा है तबसे मैं उस सुपाड़े को चबाने के लिए व्याकुल हूँ . मेरी बहन चोद टांगें अपने आप फ़ैल गयी और संजय ने घुसा दिया अपना लण्ड . मैं झमाझम चुदवाने लगी . मुझे मज़ा आने लगा . मौसी तो बस गांड मारने ही बिजी है. हालांकि वो देख रही थी की मैं कैसे चुदवा रही हूँ ? शायद उसे शक था की मैं ठीक से चुदवा नहीं पाऊंगी ? लेकिन मैं तो बहुत हरामजादी हूँ . मौसी को क्या मालूम की मैं जाने कितने लडको से हर रोज़ चुदवा कर आती हूँ . मैं कॉलेज जाती हूँ लड़कों को लेती हूँ फिर एक फ्लैट पर चली जाती हूँ  वहां आराम से चुदवाती हूँ . कभी दो लड़कों से कभी ३/४  लड़कों से ? मेरे साथ कुछ और भी लड़कियां चुदवाती है .  उसके बाद घर चली आती हूँ . किसी को कुछ मालूम ही नहीं होता है . सब मुझे बड़ी सीधी शादी लड़की समझाते है ? लेकिन मैं अन्दर से बड़ी ऐय्यास और बदचलन लड़की हूँ . मैं खूब गाली बकती हूँ और खूब चुदवाती हूँ . अब मौसी गांड मरवा चुकी है और आरिफ के लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी है . वह झड़ने ही वाला है . इधर संजय भी अब निकलने वाला है . उधर आरिफ झड़ा और मौसी उसे चाटने लगी . इधर संजय के लौड़े ने भी उगल दिया वीर्य और मैं जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड ?
मेरी और मौसी में सिर्फ ५ साल का फरक है . मैं इस शहर में एम् बी ए  करने आयी हूँ और अपनी मौसी के साथ रहती हूँ . हमारे पास पैसों की कमी नहीं है . मैं शुरू से ही बदचलन हूँ . मुझे लड़कों के आगे नंगी रहना और लड़कों को नंगा करना बड़ा अच्छा लगता है . मैं लड़कों के लण्ड देखती हूँ . लण्ड पकडती हूँ उन्हें चाटती हूँ चूसती हूँ . और यह सब तबसे ज्यादा बढ़ गया जब से मैंने ब्लू फिल्म देखना शुरू किया . मैं ब्लू फिल्म की तरह लण्ड एन्जॉय करती हूँ . मुझे लण्ड की जबरदस्त आदत पड़ गयी है . मेरी तरह मेरी दो दोस्त और भी है . बाला बनर्जी और माला मुखर्जी . हम सब बंगाली लड़कियां है और बंगाली लड़कियों की दो ख़ास बातें होती है . एक तो वो खूबसूरत होती है और उनकी चूंचियाँ बड़ी बड़ी होती है . और दूसरे वे सब मादर चोद बड़ी चुदक्कड होती है . जहाँ कोई लौड़ा दिख जाता है वहीँ अपनी चूत खोल कर बैठ जाती है .
 हम तीनो को चुदवाने का शौक हो गया इसलिए हमने एक फ्लैट किराये पर ले लिया है . हम लड़के वहां ले जाती है और तीनो मिलकर चुदवाती है . चुदाने के पहले शराब और सिगरट पीती हैं . थोडा नशा होता है तो लौड़े का मज़ा ज्यादा आता है . आज पहली बार मैंने और मौसी ने एक दूसरे के सामने चुदवाया और एक दूसरे को चुदवाते हुए देखा ? मैंने तो खूब जम कर संजय से चुदवाया ? उसके लण्ड का खूब लिया मज़ा और खूब नुचवाया भी अपनी चूंचियाँ . अब पता नहीं मौसी बुर चोदी मेरे बारे में क्या सोंच रही होंगी ?
चुदाई ख़तम हो जाने के बाद मौसी का माथा ठनका . वह सोंचने लगी की रन्नो इतने मजे से और इतनी अच्छी तरह से कैसे अपनी चूत चुदवा लेती है ?  उसे  बुर चुदवाने का अनुभव है  ? शायद वो कहीं जाकर चुदवाती है ? उसके लण्ड पकड़ने और चूसने के अंदाज़ से पता चलता  है की वो कई लण्ड पकड़ चुकी है . और कई लड़कों से चुदवा चुकी है . उसने मन ही मन एक प्लान बनाया .
मौसी मेरे कॉलेज चली गयी और वहां से पता लगाया की मेरी दोस्त कौन कौन है ?  इस बात का पता बड़ी आसानी से चल गया उसे ?  फिर उसने मेरा पीछा किया . मेरे घर से निकलने के बाद वह घर से निकल पड़ती . इसके लिए उसने अपनी एक सहेली रीता को रख लिया था . वो फोन से सब बताती रहती थी . अब ये तो आपको पता है दोस्तों, की मैं कॉलेज नहीं बल्कि चुदाने जाती थी .मैं दूसरे रस्ते पे मुड़ी तो मौसी का माथा  और तेज काम करने लगा . मेरा पीछा करते करते वह मेरे अड्डे पहुँच  गयी . वहां कुछ लड़कियां बात कर रही थी . एक बोली :- यार कल मैंने दो लड़कों से चुदवाया, बड़ा मज़ा आया .
 दूसरी बोली :- वाओ, लण्ड बहन चोद, कितने प्यारे प्यारे होते है . बुर में घुसते ही मज़ा देने लगते है .
तीसरी बोली :- हाय रब्बा, कल तो किसी ने मेरी गांड भी मार ली ?
मौसी समझ गयी की यहाँ चोदा चोदी होती है . वह साड़ी में थी इसलिए उस दिन लौट गयी . दूसरे दिन कॉलेज की लड़की की ड्रेस में आयी और सीधे सीधे वहां घुस गयी जहाँ झमाझम चुदाई हो रही थी . उसने अपने कपडे उतारे और खुद नंगी होकर लण्ड पकड़ कर चाटने लगी . लोगों ने समझा की यह भी कोई स्टूडेंट है . उधर मैं एक कोने एक लड़के का लण्ड बुर में घुसाए हुए दूसरा लण्ड चाट रही थी . मैंने जब अपना सर ऊपर उठाया तो देखा की मौसी मेरे सामने खड़ी है ? मैं हैरान हो गयी , लण्ड मेरे हाथ से छूट गया . बुर से लण्ड अलग निकल पडा ? मैंने कहा :- मौसी आप यहाँ ?
वह बोली :-  यहाँ तुम कब से चुदवा रही हो, रन्नो  ?
मैंने कहा :- यही कोई ६ महीने से ?
वह बोली :- तो भोषड़ी की तूने मुझे क्यों नहीं बताया ?
 मैंने कहा :- मैं थोडा डरती थी, मौसी ?
वह बोली :- अच्छा यहाँ जब इतने बड़े बड़े लौड़े अपनी चूत में घुसेड लेती है तब डर नहीं लगता ? और मुझसे डरती है माँ की लौड़ी ? मैं तेरे डर की माँ चोद देती हूँ  अभी ? चल आ जा और मुझे भी लण्ड पिला . मैं भी आज तेरे साथ चुदवा के जाऊंगी और गांड भी मराऊँगी ?  मुझे तेरे साथ चुदवाने में बड़ा मज़ा आयेगा . मेरी ये बातें सब लोग सुन रहे थे . माला और बाला भी वहीँ थी .
माला बोली :- हाय रन्नो तेरी मौसी तो बड़ी मस्त है यार ? देखो कितने मजे से लौड़ा चाट रही है .
बाला बोली :- रन्नो यार, भगवान् करे की सबकी मौसी ऐसी ही हो ? मुझे तो तुम दोनों बड़ी चुदक्कड़ लगती हो ?
माला बोली :- यार ये बताना बड़ा मुश्किल है की कौन ज्यादा चुदक्कड़ है ?
मैं बोली :- तुम दोनों मादर चोदियों, भोषड़ी वालियों,  क्या कम चुदक्कड़ हो ?
उस दिन से मैं और मौसी दोनों मिलकर धुआंधार चुदवाने लगी . =


०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=समाप्त 
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