दोस्तों , मेरा नाम बलराज सिंह है . मेरी अभी शादी हुई है और मैं हनीमून मनाने गोवा आया हूँ . यहाँ सबेसे बड़े होटल में ठहरा हुआ हूँ . मैं उच्च वर्ग को बिलोंग करता हूँ . मेरे पास पैसों की कमी नहीं है . हा ज़िन्दगी को अच्छी तरह से एन्जॉय करना चाहता हूँ . मेरी बीबी बरखा बहुत खूबसूरत है . गोरी है कद ५"४" है बड़ी बड़ी चूंचियाँ है पतली कमर है और बड़े बड़े चूतड है . गांड भी मस्त है . उसे जो भी देखता अपना लण्ड सहलाने लगता है . उसकी मुस्कराहट बड़ी प्यारी है और तिरछी नज़र को क़यामत ढा देती है . मेरी बात चीत उससे हुई वह मैं आपको सुनाता हूँ
मेरी बीवी बोली :_
इसके बाद भाभी ने एक बोतल निकाली और तीन पैग शराब बनाया। एक अपने हसबैंड को दिया एक मुझे और एक खुद ले लिया . वह चियर्स बोली और पीना शुरू . मुझे लगा की भाभी बेबाक है . खुली हुई है . इसके साथ मज़ा आएगा . बातें होने लगी और एक पैग ख़तम हुआ तो नशा चढ़ने लगा .
मैं बोला :- पूनम भाभी आप बहुत सुन्दर है सेक्सी है ? लड़के तो आपके पीछे घूमते होंगे ?
वह बोली :- खूब घूमते थे बहन चोद ? मैं बहुत बिंदास लड़की थी .
मैं बोला :- तो आपसे लड़के घबरातें भी होंगे ? और आपके अगल बगल भी घूमा करते होंगे .
वह बोली :- हां घबराते इसलिए थे की मैं उनकी गांड मारा करती थी , माँ चोदा करती थी सालों की . लड़के मेरे मुंह से गालियाँ सुनने के लिए आगे पीछे घूमते थे .
मैंने कहा :- कभी कोई लड़का नजदीक नहीं आया क्या ?
वह बोली :- आया क्यों नहीं ? एक नहीं कई आये कॉलेज के भी और बाहर के भी . मैंने उनके लण्ड भी पकडे और कभी कभी चुदवाया भी . मैंने ये बातें अपने हसबैंड को बता दी . मैंने कुछ नहीं छुपाया और न कभी छुपाऊँगी . इतने में भाभी ने एक ब्लू फिल्म लगा दी . एक तरफ भाभी की खुली सेक्सी बातें और दूसरी तरफ ब्लू फिल्म, मेरा तो लण्ड फनफनाने लगा . बड़ी आफत कर दी पैंट के अन्दर इस साले लण्ड ने ?
एकाएक जोगी उठा और अपनी बीवी के कपडे उतारने लगा . उसे बिलकुल नंगी कर दिया और मेरा हाथ पकड़ कर उसकी चूंची पे रख दिया , मैं तो इसी इंतज़ार में था . वह बोला लो यार पहले चूंची का मज़ा और फिर चोदो मेरी बीवी की बुर . उधर पूनम भाभी मेरे पकडे खोलने लगी . जब मैं पूरा नंगा हो गया तो भाभी ने लण्ड पकड़ लिया और प्यार से सहलाया . मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे बार बार करने लगी लण्ड साला गनगना गया . भाभी बोली हां यार जोगी तेरा लण्ड तो मुझे पसंद आ गया है साला ? ये तो बहन चोद मेरी चूत को खूब मज़ा देगा . लेकिन यार मैं इसे पहले खूब चाटूंगी . इसे चूसूंगी . अभी तो मैं अपने हसबैंड से चुदवाऊँगी . मेरी चूत का उद्घाटन मेरा हसबैंड ही लण्ड करेगा तुम बाद में चोदना ? भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी और जोगी उसे कस कस के चोदने लगा . भाभी को मज़ा आया तो वह बोली हां इसी तरह जल्दी जल्दी चोदो ? फाड़ तो मेरी चूत ? तेरा लौड़ा मस्त है पर मुझे इसका मज़ा एक और लौड़े के साथ ज्यादा आता है . मैं क्या करूँ मेरे साजन मेरे राजा ? मेरी बुर है की मानती नहीं . बिना दो लण्ड देखे अपना मुंह ही नहीं खोलती ? अब जब दूसरा लण्ड दिखा तो देखो कैसे मुंह खोले कड़ी है बुर चोदी मेरी बुर . हाय मेरे चोदू मियां आज तो लौड़ा खूब सख्त है बहन चोद ? थोड़ी देर में वह बोली हां बलराज अब तू चोदना शुरू कर ? मैं जोगी का लण्ड चूसती हूँ . मैं भकाभक चोदने लगा . मुझे अपनी बीवी की याद आ रही थी . सोंचा की जल्दी से इसकी चुदाई ख़तम करूँ तो फिर अपनी बीवी चोदू और चुदाऊं ? इसलिए मैं पिस्टन की तरह लण्ड घुसा घुसा कर चोद रहा था ? थोड़ी देर में मैंने ही भाभी को खलास कर दिया . ढीली हो गयी उसकी बुर ? उसने लण्ड बाहर निकाला और सड़का मार कर हम दोनों के लण्ड खूब चाटे ? रात को करीब ११ बजे मैं जोगी को लेकर अपनी बीवी के पास पहुंचा . मेरी बीवी बरखा मुझे एक आदमी के साथ देख बहुत खुश हुई ., उसे जोगी भी पसंद आ गया यह उसके चेहरे से मालूम हो रहा था . हम सबने एक एक पैग व्हिस्की लगाई और नशे का एन्जॉय करने लगे .
मैंने कहा - बरखा, अब मैं तुम्हारी तमन्ना पूरी कर रहा हूँ . ये मेरा दोस्त है जोगी . जितनी मर्ज़ी हो इससे चुदवाओ ? आज तो सुहागरात मनानी ही है किसी भी कीमत पर ?
बरखा ने अपने कपडे खोलने शुरू कर दिया . जब उसकी चूंचियाँ खुली तो जोगी उन्हें देखता ही रह गया क्योंकि चूंचियाँ उसकी बीवी से बड़ी थी .जोगी का लण्ड हरकत में आ गया . मैं चूंकि उसकी बीवी चोद कर आया हूँ इसलिए मुझे कोई फरक नहीं पड़ता की जोगी कैसे और कितनी जोर से मेरी बीवी चोदता है ? इधर मैं भी नंगा हो गया और जोगी भी . बरखा ने हाथ बढाया और उसका लण्ड पकड़ लिया . लण्ड खड़ा होने लगा . जब पूरा खड़ा हो गया तो बरखा बोली वाओ, बड़ा प्यारा लौड़ा है इसका यार ? अब आएगा चुदाने का असली मज़ा . मैं पहले इसी बहन चोद का लण्ड पहले पेलूँगी अपनी बुर में . बरखा दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी . हम दोनों एक एक चूंची दबा दबा कर मज़ा लेने लगे .
बरखा में टाँगे फैलाई और जोगी का लौड़ा उसमे टिका दिया . वह बोली यार जोगी मार दे एक धक्का और घुसा दे लण्ड बहन चोद ? जोगी ने ऐसा ही किया . वह चोदने लगा बिलकुल वैसे ही जैसे मैं उसकी बीवी चोद रहा था . उधर बरखा मेरा लण्ड चारों तरफ से चाटें जा रही थी . मैं समझ गया खूब खाई खेली हुई है मेरी बीवी ? खूब चुदाया है इसने अपनी चूत शादी के पहले ? लेकिन मुझे क्या मैं भी कम नहीं हूँ . मैंने भी कई लड़कियां चोदी है . इतने में उसने मेरा लण्ड चूत में पेला और जोगी का मुंह में लेकर चूसने लगी . लण्ड की अदला बदली उसे बहुत अच्छी लगी . फिर थोड़ी देर में वह कुतिया बन कर हम दोनों से पीछे से चुदवाया . मैं सोंचने लगा बड़ा गज़ब का स्टेमिना है मेरी बीवी में चुदवाने का ? बड़ी मस्त बुर है इस ससुरी की . इसीलिए दो लण्ड की बात कर रही थी . बाद में जब हम झड़ने लगे तो दोनों को बारी बारी से मुठ्ठ मार कर खलास किया और सारा सीमेन चाट गयी . उसके बाद हम लोगों ने डिनर किया और बातें भी .
थोड़ी देर में जोगी बोला :- यार बलराज मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आया . मैं तो चोदने का एक शॉट और लगाना चाहता हूँ . बीवी अगर ऐसी चुदवाने वाली हो मज़ा दूना हो जाता है यार ?
इतने में मेरी बीवी उसका लण्ड पकड़ कर बोली हां यार तेरा लौड़ा तैयार तो है ? आजा मैं भी तैयार हूँ और मेरी चूत भी . मुझे भी जोश आ गया . इस बार बरखा ने उसे चित लिटाया और खुद चित उसके लण्ड पर लेट गयी . लण्ड उसकी गांड में घुस गया . फिर वह मुझे बोली हाय रे अब तुम अपना लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दो . वह गांड मराने के साथ साथ बुर भी चुदवाने लगी . इस बार जोगी को खूब मज़ा आया . मैं भी बरखा की चुदाई की तारीफ करने लगा . उसको शाबाशी देने लगा .
दूसरे सुबह जोगी के पास फोन आ गया .
जोगी :- हां यार मुराद बोलो क्या हाल है ?
मुराद :- आज मैंने पूनम भाभी से बात की . सुना है की कल तुमने अपनी बीवी किसी और से चुदवाई ?
जोगी :- हां यार कल मैंने चोदी और चुदवाई भी अपनी बीवी ? इसमें तुम्हे क्या परेशानी है ?
मुराद :_ यार सुनो अपने उसी दोस्त को लेकर मेरे यहाँ चले आओ . मैं भी अपनी बीवी चुदवाना चाहता हूँ . जोगी :- क्या बात करते हो यार ? एक बार और पूंछ लो उससे नहीं तो लेने के देने पड़ जायेंगें ?
मुराद :- एक बार नहीं कई बार पूंछ लिया है यार . आजकल की लड़कियों को जाने क्या हो गया है एक मर्द से खुश होती ही नहीं है ? मेरी बीवी रजिया कहती है की कम से कम दो मर्दों से चुदवाओ मुझे ? तब मेरी आग बुझेगी ? मेरी चूत में बहुत आग है . यार खुदा ने हम सबको एक ही लण्ड क्यों दिया ? दो देता तो आज मेरी बीवी ऐसा न कहती ? और मुझे ये परेशानी नहीं झेलनी पड़ती ?
जोगी :- यार तू अकेला नहीं है ? मैं हूँ और मेरा एक दोस्त बलराज है वह भी इसी परेशानी में है ?
मुराद :- तो उसे भी ले आओ यार ? मैं अब दो नहीं तीन तीन लण्ड अपनी बीवी की बुर में पेलूँगा . तब उसे मालूम होगा की चुदाई क्या होती है ? यार मेरा तो नसीब खुल गया ?
जोगी :- तीनो से चुदवा लेगी तेरी बीवी ? ना नुकुर तो नहीं करेगी ?
मुराद :- क्यों नहीं चुदवा लेगी ? वो क्या उसकी माँ भी चुदवा लेगी यार ? तुम दोनों आ जाओ बस ?
जोगी बोला :- ठीक है यार आ रहा हूँ तू अपना कमरा नंबर बता ?
जोगी मुझे लेकर मुराद के कमरे में पहुँच गया . जोगी ने मुझे मुराद से मिलवाया . फिर मुराद ने अपनी बीवी रजिया से हम दोनों को मिलवाया .वह बोला देखो रजिया तुम दो लण्ड की बात कर रही थी आज तेरे सामने तीन तीन लण्ड मौजूद है ? तू जो चाहे कर ? वह एक तिरछी से निगाह से देख कर मुस्कराने लगी . बड़ी कटीली थी रजिया भाभी ? मेरा दिल आ गया उस पर और मेरा लण्ड करवटें बदलने लगा . रजिया भाभी ने फ़ौरन ड्रिंक्स का इंतजाम किया और हम चारों दारू का मज़ा लेने लगे . एक पैग ख़तम होने के बाद मुराद उठा और अपनी बीवी के कपडे उतारने लगा . जब उसने ब्रा उतारी तो मेरा लण्ड साला सनसना उठा . जोगी ने मेरे कान में कहा यार बड़ी जबरदस्त है इसकी चूंची ? मैंने भी जबाब दिया इन्ही चूंचियों में पेलूँगा लण्ड ? मुराद ने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी बीवी की चूंची पर रख दिया . दूसरी चूंची पर जोगी का हाथ रख दिया . जब भाभी की मोटी मोटी जाँघों के बीच चूत दिखाई पड़ी तो मेरे तो होश उड़ गए . मेरा लण्ड आपे से बाहर होने लगा . भाभी इतने में और बेशरम हो गयी . उसने हम दोनों को नंगा कर दिया . दोनों के लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी . दोनों लण्ड पल भर में टन्ना उठे . भाभी सोफे पर बैठ गयी . एक तरफ मैं एक तरफ जोगी . हम लोगों के हाथ में एक एक चूंची . नीचे बैठे मुराद के मुंह में उसकी चूत . भाभी अपने दोनों हाथ से एक एक लण्ड सहला सहला कर बड़ी खुश हो रही थी . लग रहा था की उसे दुनिया की सबसे बड़ी नियामत मिल गयी है . अपने पर गर्व हो रहा था उसे ? इतने में मुराद ने उसे बेड पे लिटा दिया और ठोंक दिया लण्ड उसकी चूत में . भाभी चुदाने लगी . वह हम दोनों के लण्ड भी बारी बारी से चूसने लगी . फिर घूम कर मैंने चोदा बुर . मेरे बाद जोगी ने चोदी बुर ?
सच दोस्तों हम सबको बड़ा मज़ा आया उसे चोदने में ? मैंने सोंचा की मेरी बीवी को भी तीन तीन लण्ड का मज़ा मिले तो वह कितना खुश होगी ? बस मैंने फोन करके उन दोनों को बुलवा लिया और अपनी बीबी से मुलाकात करवाई . वे दू भी खुश और इधर मेरी बीवी भी खुश . दारू के नशे हम तीनो ने मिलकर खूब चुदाई की बरखा की बुर की . खूब ठोंका मी और मेरे दोस्तों ने . उस दिन वह बोली हां आज मुझे जवानी का असली मज़ा मिला है . तुम लोगों के झड़ने के पहले ही मेरी चूत ससुरी ढीली ही गयी है .
सुहागरात मनाने के बाद मैं बरखा के साथ अपने घर लौट आया .
मैंने एक दिन कहा :- देखो बरखा जिस तरह तुमने उन दोनों से चुदवाया है उस तरह उनकी बीवियां भी मुझसे चुदवाना चाहे तो ? .
वह बोली :- तो चोदो उन्हें ? जम कर चोदो उन्हें जैसे उनके मरद मुझे चोद रहे थे . खुल्लम खुल्ला चोदो भोषड़ी वालियों को ? मेरे सामने चोदो ? मुझे भी मज़ा आएगा जब मैं अपने हसबैंड को परायी बीवियां चोदते हुए देखूँगी . इसमें घबराने की क्या जरुरत है ?
यह सुनकर मैंने अपनी बीवी को गले से लगा लिया .
वह फिर बोली :- देखो यार ज़माना बदल रहा है . जवानी ससुरी कुछ दिन की है . मैं चाहती हूँ की तुम भी चोदो परायी बीवियां और मुझे भी चुदाओ पराये मर्दों से ? हम दोनों जम कर अपनी ज़िन्दगी एन्जॉय करें ? इसीलिए मैंने जिद करके तुमसे दो लण्ड से चुदवाने के लिए कहा था .
मुझे फिर बरखा के ऊपर प्यार आ गया और उसे अपनी ओर खींच कर गले लगा लिया .
=०=०=०=०=०=०=००=०=० समाप्त
मेरी बीवी बोली :_
- मैंने तो शादी होने के पहले ही तुमसे कह दिया था की मुझे दो लण्ड चाहिए ? मैं बिना दो लण्ड के नहीं चुदवा सकती ? कॉलेज में तो साले दो क्या तीन तीन / चार चार लण्ड मिल जाया करते थे ? यहाँ बहन चोद दो नसीब नहीं हो रहे है . मैं केवल एक लण्ड के साथ सुहागरात नहीं मनाऊगी ? माना की तुम्हारा लण्ड बहुत बढ़िया है पर मेरा एक लण्ड से गुज़ारा नहीं होगा ? प्लीज एक और लण्ड का इंतजाम करो ?
- लेकिन अब तुम किसी की बीवी हो . हर पति के पास एक ही लण्ड होता है दो नहीं ?
- मैं बीवी हूँ तो क्या हुआ ? लण्ड तो मैं दो ही लूंगी . दुनिया में क्या लण्ड का अकाल पड़ गया है ? तुम नहीं दे सकते तो मुझे बोलो मैं दो आठ / दस लण्ड इकठ्ठा कर सकती हूँ .
- देखो बरखा आज अपनी सुहागरात है आज तो दो लण्ड मत मांगो ?
- उसने थोडा गुस्से में जबाब दिया सुहागरात की माँ का भोषडा ? माँ चुदाये सुहागरात ? जब तक मेरे दोनों हाथों में लण्ड नहीं होंगे तब तक मैं नहीं मनाऊंगी सुहागरात ?
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दो लण्ड से चुदा रही हूँ |
- यार यहाँ गोवा में कैसे आना हुआ तेरा ?
- यार मेरी अभी शादी हुई है और मैं यहाँ हनीमून मनाने आया हूँ .
- तो इस समय तो तुम्हे अपनी बीबी के साथ होना चाहिए यहाँ नहीं ?
- वो यार थोड़ी परेशानी आ गयी है . इसलिए मैं बाहर आ गया .
- क्या परेशानी है बोल न बहन चोद ?
- वो यार अब तुमसे क्या छुपाना ? मेरी बीवी कहती है की मैं यहाँ दो मर्दों से एक साथ चुदवा कर मनाऊंगी हनीमून ? मुझे पहले मालूम हॊत तो मैं अपने साथ एक दोस्त को ले आता ? अब यहाँ इस समय क्या करूँ ? बोलो मैं दूसरा मर्द कहाँ से लाऊँ यार ? कैसे मनाऊँ अपना हनीमून ?
- मैं बोला यार जोगी क्या मैं तुम्हे मर्द नहीं दिखता ?
- अरे यार यह बात तो मेरे दिमाग में आयी थी पर फिर सोचा की तुम भी हनीमून मनाने आये होगे . मैं तुम्हे अपनी बीवी से अलग कैसे कर सकता हूँ .
- अगर तुम मुझे ले चलो तो मैं अभी चल सकता हूँ . लेकिन एक शर्त है .
- शर्त बोलो . मैं तुम्हारी हर शर्त पूरी करूंगा ?
- फिर तुमको भी मेरे साथ मेरी बीवी के पास चलना होगा इसी काम के लिए ? मैं भी इसी परेशानी से जूझ रहा हूँ . आज हम दोनों एक दूसरे की मदद करें तो दोनों की परेशानी दूर हो जाएगी .
- मैं पूरी तरह तैयार हूँ यार बलराज ?
इसके बाद भाभी ने एक बोतल निकाली और तीन पैग शराब बनाया। एक अपने हसबैंड को दिया एक मुझे और एक खुद ले लिया . वह चियर्स बोली और पीना शुरू . मुझे लगा की भाभी बेबाक है . खुली हुई है . इसके साथ मज़ा आएगा . बातें होने लगी और एक पैग ख़तम हुआ तो नशा चढ़ने लगा .
मैं बोला :- पूनम भाभी आप बहुत सुन्दर है सेक्सी है ? लड़के तो आपके पीछे घूमते होंगे ?
वह बोली :- खूब घूमते थे बहन चोद ? मैं बहुत बिंदास लड़की थी .
मैं बोला :- तो आपसे लड़के घबरातें भी होंगे ? और आपके अगल बगल भी घूमा करते होंगे .
वह बोली :- हां घबराते इसलिए थे की मैं उनकी गांड मारा करती थी , माँ चोदा करती थी सालों की . लड़के मेरे मुंह से गालियाँ सुनने के लिए आगे पीछे घूमते थे .
मैंने कहा :- कभी कोई लड़का नजदीक नहीं आया क्या ?
वह बोली :- आया क्यों नहीं ? एक नहीं कई आये कॉलेज के भी और बाहर के भी . मैंने उनके लण्ड भी पकडे और कभी कभी चुदवाया भी . मैंने ये बातें अपने हसबैंड को बता दी . मैंने कुछ नहीं छुपाया और न कभी छुपाऊँगी . इतने में भाभी ने एक ब्लू फिल्म लगा दी . एक तरफ भाभी की खुली सेक्सी बातें और दूसरी तरफ ब्लू फिल्म, मेरा तो लण्ड फनफनाने लगा . बड़ी आफत कर दी पैंट के अन्दर इस साले लण्ड ने ?
एकाएक जोगी उठा और अपनी बीवी के कपडे उतारने लगा . उसे बिलकुल नंगी कर दिया और मेरा हाथ पकड़ कर उसकी चूंची पे रख दिया , मैं तो इसी इंतज़ार में था . वह बोला लो यार पहले चूंची का मज़ा और फिर चोदो मेरी बीवी की बुर . उधर पूनम भाभी मेरे पकडे खोलने लगी . जब मैं पूरा नंगा हो गया तो भाभी ने लण्ड पकड़ लिया और प्यार से सहलाया . मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे बार बार करने लगी लण्ड साला गनगना गया . भाभी बोली हां यार जोगी तेरा लण्ड तो मुझे पसंद आ गया है साला ? ये तो बहन चोद मेरी चूत को खूब मज़ा देगा . लेकिन यार मैं इसे पहले खूब चाटूंगी . इसे चूसूंगी . अभी तो मैं अपने हसबैंड से चुदवाऊँगी . मेरी चूत का उद्घाटन मेरा हसबैंड ही लण्ड करेगा तुम बाद में चोदना ? भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी और जोगी उसे कस कस के चोदने लगा . भाभी को मज़ा आया तो वह बोली हां इसी तरह जल्दी जल्दी चोदो ? फाड़ तो मेरी चूत ? तेरा लौड़ा मस्त है पर मुझे इसका मज़ा एक और लौड़े के साथ ज्यादा आता है . मैं क्या करूँ मेरे साजन मेरे राजा ? मेरी बुर है की मानती नहीं . बिना दो लण्ड देखे अपना मुंह ही नहीं खोलती ? अब जब दूसरा लण्ड दिखा तो देखो कैसे मुंह खोले कड़ी है बुर चोदी मेरी बुर . हाय मेरे चोदू मियां आज तो लौड़ा खूब सख्त है बहन चोद ? थोड़ी देर में वह बोली हां बलराज अब तू चोदना शुरू कर ? मैं जोगी का लण्ड चूसती हूँ . मैं भकाभक चोदने लगा . मुझे अपनी बीवी की याद आ रही थी . सोंचा की जल्दी से इसकी चुदाई ख़तम करूँ तो फिर अपनी बीवी चोदू और चुदाऊं ? इसलिए मैं पिस्टन की तरह लण्ड घुसा घुसा कर चोद रहा था ? थोड़ी देर में मैंने ही भाभी को खलास कर दिया . ढीली हो गयी उसकी बुर ? उसने लण्ड बाहर निकाला और सड़का मार कर हम दोनों के लण्ड खूब चाटे ? रात को करीब ११ बजे मैं जोगी को लेकर अपनी बीवी के पास पहुंचा . मेरी बीवी बरखा मुझे एक आदमी के साथ देख बहुत खुश हुई ., उसे जोगी भी पसंद आ गया यह उसके चेहरे से मालूम हो रहा था . हम सबने एक एक पैग व्हिस्की लगाई और नशे का एन्जॉय करने लगे .
मैंने कहा - बरखा, अब मैं तुम्हारी तमन्ना पूरी कर रहा हूँ . ये मेरा दोस्त है जोगी . जितनी मर्ज़ी हो इससे चुदवाओ ? आज तो सुहागरात मनानी ही है किसी भी कीमत पर ?
बरखा ने अपने कपडे खोलने शुरू कर दिया . जब उसकी चूंचियाँ खुली तो जोगी उन्हें देखता ही रह गया क्योंकि चूंचियाँ उसकी बीवी से बड़ी थी .जोगी का लण्ड हरकत में आ गया . मैं चूंकि उसकी बीवी चोद कर आया हूँ इसलिए मुझे कोई फरक नहीं पड़ता की जोगी कैसे और कितनी जोर से मेरी बीवी चोदता है ? इधर मैं भी नंगा हो गया और जोगी भी . बरखा ने हाथ बढाया और उसका लण्ड पकड़ लिया . लण्ड खड़ा होने लगा . जब पूरा खड़ा हो गया तो बरखा बोली वाओ, बड़ा प्यारा लौड़ा है इसका यार ? अब आएगा चुदाने का असली मज़ा . मैं पहले इसी बहन चोद का लण्ड पहले पेलूँगी अपनी बुर में . बरखा दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी . हम दोनों एक एक चूंची दबा दबा कर मज़ा लेने लगे .
बरखा में टाँगे फैलाई और जोगी का लौड़ा उसमे टिका दिया . वह बोली यार जोगी मार दे एक धक्का और घुसा दे लण्ड बहन चोद ? जोगी ने ऐसा ही किया . वह चोदने लगा बिलकुल वैसे ही जैसे मैं उसकी बीवी चोद रहा था . उधर बरखा मेरा लण्ड चारों तरफ से चाटें जा रही थी . मैं समझ गया खूब खाई खेली हुई है मेरी बीवी ? खूब चुदाया है इसने अपनी चूत शादी के पहले ? लेकिन मुझे क्या मैं भी कम नहीं हूँ . मैंने भी कई लड़कियां चोदी है . इतने में उसने मेरा लण्ड चूत में पेला और जोगी का मुंह में लेकर चूसने लगी . लण्ड की अदला बदली उसे बहुत अच्छी लगी . फिर थोड़ी देर में वह कुतिया बन कर हम दोनों से पीछे से चुदवाया . मैं सोंचने लगा बड़ा गज़ब का स्टेमिना है मेरी बीवी में चुदवाने का ? बड़ी मस्त बुर है इस ससुरी की . इसीलिए दो लण्ड की बात कर रही थी . बाद में जब हम झड़ने लगे तो दोनों को बारी बारी से मुठ्ठ मार कर खलास किया और सारा सीमेन चाट गयी . उसके बाद हम लोगों ने डिनर किया और बातें भी .
थोड़ी देर में जोगी बोला :- यार बलराज मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आया . मैं तो चोदने का एक शॉट और लगाना चाहता हूँ . बीवी अगर ऐसी चुदवाने वाली हो मज़ा दूना हो जाता है यार ?
इतने में मेरी बीवी उसका लण्ड पकड़ कर बोली हां यार तेरा लौड़ा तैयार तो है ? आजा मैं भी तैयार हूँ और मेरी चूत भी . मुझे भी जोश आ गया . इस बार बरखा ने उसे चित लिटाया और खुद चित उसके लण्ड पर लेट गयी . लण्ड उसकी गांड में घुस गया . फिर वह मुझे बोली हाय रे अब तुम अपना लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दो . वह गांड मराने के साथ साथ बुर भी चुदवाने लगी . इस बार जोगी को खूब मज़ा आया . मैं भी बरखा की चुदाई की तारीफ करने लगा . उसको शाबाशी देने लगा .
दूसरे सुबह जोगी के पास फोन आ गया .
जोगी :- हां यार मुराद बोलो क्या हाल है ?
मुराद :- आज मैंने पूनम भाभी से बात की . सुना है की कल तुमने अपनी बीवी किसी और से चुदवाई ?
जोगी :- हां यार कल मैंने चोदी और चुदवाई भी अपनी बीवी ? इसमें तुम्हे क्या परेशानी है ?
मुराद :_ यार सुनो अपने उसी दोस्त को लेकर मेरे यहाँ चले आओ . मैं भी अपनी बीवी चुदवाना चाहता हूँ . जोगी :- क्या बात करते हो यार ? एक बार और पूंछ लो उससे नहीं तो लेने के देने पड़ जायेंगें ?
मुराद :- एक बार नहीं कई बार पूंछ लिया है यार . आजकल की लड़कियों को जाने क्या हो गया है एक मर्द से खुश होती ही नहीं है ? मेरी बीवी रजिया कहती है की कम से कम दो मर्दों से चुदवाओ मुझे ? तब मेरी आग बुझेगी ? मेरी चूत में बहुत आग है . यार खुदा ने हम सबको एक ही लण्ड क्यों दिया ? दो देता तो आज मेरी बीवी ऐसा न कहती ? और मुझे ये परेशानी नहीं झेलनी पड़ती ?
जोगी :- यार तू अकेला नहीं है ? मैं हूँ और मेरा एक दोस्त बलराज है वह भी इसी परेशानी में है ?
मुराद :- तो उसे भी ले आओ यार ? मैं अब दो नहीं तीन तीन लण्ड अपनी बीवी की बुर में पेलूँगा . तब उसे मालूम होगा की चुदाई क्या होती है ? यार मेरा तो नसीब खुल गया ?
जोगी :- तीनो से चुदवा लेगी तेरी बीवी ? ना नुकुर तो नहीं करेगी ?
मुराद :- क्यों नहीं चुदवा लेगी ? वो क्या उसकी माँ भी चुदवा लेगी यार ? तुम दोनों आ जाओ बस ?
जोगी बोला :- ठीक है यार आ रहा हूँ तू अपना कमरा नंबर बता ?
जोगी मुझे लेकर मुराद के कमरे में पहुँच गया . जोगी ने मुझे मुराद से मिलवाया . फिर मुराद ने अपनी बीवी रजिया से हम दोनों को मिलवाया .वह बोला देखो रजिया तुम दो लण्ड की बात कर रही थी आज तेरे सामने तीन तीन लण्ड मौजूद है ? तू जो चाहे कर ? वह एक तिरछी से निगाह से देख कर मुस्कराने लगी . बड़ी कटीली थी रजिया भाभी ? मेरा दिल आ गया उस पर और मेरा लण्ड करवटें बदलने लगा . रजिया भाभी ने फ़ौरन ड्रिंक्स का इंतजाम किया और हम चारों दारू का मज़ा लेने लगे . एक पैग ख़तम होने के बाद मुराद उठा और अपनी बीवी के कपडे उतारने लगा . जब उसने ब्रा उतारी तो मेरा लण्ड साला सनसना उठा . जोगी ने मेरे कान में कहा यार बड़ी जबरदस्त है इसकी चूंची ? मैंने भी जबाब दिया इन्ही चूंचियों में पेलूँगा लण्ड ? मुराद ने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी बीवी की चूंची पर रख दिया . दूसरी चूंची पर जोगी का हाथ रख दिया . जब भाभी की मोटी मोटी जाँघों के बीच चूत दिखाई पड़ी तो मेरे तो होश उड़ गए . मेरा लण्ड आपे से बाहर होने लगा . भाभी इतने में और बेशरम हो गयी . उसने हम दोनों को नंगा कर दिया . दोनों के लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी . दोनों लण्ड पल भर में टन्ना उठे . भाभी सोफे पर बैठ गयी . एक तरफ मैं एक तरफ जोगी . हम लोगों के हाथ में एक एक चूंची . नीचे बैठे मुराद के मुंह में उसकी चूत . भाभी अपने दोनों हाथ से एक एक लण्ड सहला सहला कर बड़ी खुश हो रही थी . लग रहा था की उसे दुनिया की सबसे बड़ी नियामत मिल गयी है . अपने पर गर्व हो रहा था उसे ? इतने में मुराद ने उसे बेड पे लिटा दिया और ठोंक दिया लण्ड उसकी चूत में . भाभी चुदाने लगी . वह हम दोनों के लण्ड भी बारी बारी से चूसने लगी . फिर घूम कर मैंने चोदा बुर . मेरे बाद जोगी ने चोदी बुर ?
सच दोस्तों हम सबको बड़ा मज़ा आया उसे चोदने में ? मैंने सोंचा की मेरी बीवी को भी तीन तीन लण्ड का मज़ा मिले तो वह कितना खुश होगी ? बस मैंने फोन करके उन दोनों को बुलवा लिया और अपनी बीबी से मुलाकात करवाई . वे दू भी खुश और इधर मेरी बीवी भी खुश . दारू के नशे हम तीनो ने मिलकर खूब चुदाई की बरखा की बुर की . खूब ठोंका मी और मेरे दोस्तों ने . उस दिन वह बोली हां आज मुझे जवानी का असली मज़ा मिला है . तुम लोगों के झड़ने के पहले ही मेरी चूत ससुरी ढीली ही गयी है .
सुहागरात मनाने के बाद मैं बरखा के साथ अपने घर लौट आया .
मैंने एक दिन कहा :- देखो बरखा जिस तरह तुमने उन दोनों से चुदवाया है उस तरह उनकी बीवियां भी मुझसे चुदवाना चाहे तो ? .
वह बोली :- तो चोदो उन्हें ? जम कर चोदो उन्हें जैसे उनके मरद मुझे चोद रहे थे . खुल्लम खुल्ला चोदो भोषड़ी वालियों को ? मेरे सामने चोदो ? मुझे भी मज़ा आएगा जब मैं अपने हसबैंड को परायी बीवियां चोदते हुए देखूँगी . इसमें घबराने की क्या जरुरत है ?
यह सुनकर मैंने अपनी बीवी को गले से लगा लिया .
वह फिर बोली :- देखो यार ज़माना बदल रहा है . जवानी ससुरी कुछ दिन की है . मैं चाहती हूँ की तुम भी चोदो परायी बीवियां और मुझे भी चुदाओ पराये मर्दों से ? हम दोनों जम कर अपनी ज़िन्दगी एन्जॉय करें ? इसीलिए मैंने जिद करके तुमसे दो लण्ड से चुदवाने के लिए कहा था .
मुझे फिर बरखा के ऊपर प्यार आ गया और उसे अपनी ओर खींच कर गले लगा लिया .
=०=०=०=०=०=०=००=०=० समाप्त
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