एक बार तीनो ही बहुत मस्ती के मूड में थी . शराब का नशा चढ़ा था और सिगरट का धुंआ भी मज़ा दे रहा था .
इतने में रूचि बोली :- आज मेरी चूत बहुत गरम हो गयी है यार ? मुझसे रहा नहीं जा रहा है .
सना बोली :- हाय तुमने कहाँ छेड़ दिया ये बहन चोद चूत की बातें . मेरी चूत तो भोषड़ी की रोज़ ही जलती रहती है . अब बताओ मैं क्या करू ?
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रूचि |
बाला बोली :- यार चूत तो चूत मेरी गांड भी जल रही है ससुरी .
रूचि बोली :- मेरी चूत जो भट्टी हो रही है यार हाथ डालोगी तो जल जाओगी .
सना बोली :- यार मेरी मादर चोद बुर इतनी गरम हो गयी है की इसमें केतली रख कर चाय बना लो .
बाला बोली :- और यार मैं तो इतनी गरम हो गयी हूँ की मेरी गांड में भुट्टा पेलो और मेरी चूत से पॉपकार्न निकाल लो .
यह सुनकर तीनी खिलखिलाकर हंस पड़ी .
ऐसा कह कर बाला ने अपनी चूत अपनी गांड खोल कर दिखा दी सबको . वह वाकई बिलकुल नंगी हो गयी . और नंगी नंगी ही शराब पीने लगी . उसे देख कर रूचि ने भी कपडे उतार दिया और फिर सना ने भी . सबको नंगी नंगी बैठी हुई शराब पीने में ज्यादा मज़ा आने लगा . तीनो की छोटी छोटी झांटे थी . तीनो ने एक दूसरे को पहली बार नंगी देख रही थी . इतने में रूचि ने सना की चूत में हाथ फेरा तो सना ने बाला ली चूत में . और फिर बाला ने रूचि की चूत पर ? उसके बाद वे तीनो एक दूसरे की चूंचियाँ भी दबाने लगी चूमने लगी चाटने लगी . और फिर लड़ाने लगी एक दूसरे से चूंचियाँ . चूंची से चूंची टकराने लगी तो सबको मज़ा आने लगा .
एकाएक सना बोली यार मुझे तो लण्ड की बहुत याद आ रही है . बाला ने कहा हां यार ऐसे में लण्ड हाथ में होता तो खूब मज़ा आता ? रूचि ने जबाब दिया अरे यार २/३ लण्ड होते तो और मज़ा आता ? बाला बोली तो क्या तू २/३ लण्ड एक साथ अपनी बुर में पेल लेती ? रूचि ने जबाब दिया नहीं यार अदल बदल कर एक दूसरे के सामने लण्ड पेलवाती तो ज्यादा मज़ा आता . सना बोली हां यार एक साथ लण्ड अदल बदल कर चुदवाने में तो वाकई मज़ा आता . ?
रूचि ने कहा :- क्या तुम लोगों ने कभी चुदवाया नहीं ? कभी किसी का लण्ड पकड़ा नहीं ?
सना बोली :- तो क्या तुम लण्ड पकडती हो ?
रूचि ने कहा :- :- हां मैं अपने बॉस का लौड़ा पकडती हूँ . मैं जब उसके घर जाती हूँ तो शराब के साथ उसका लण्ड पीती हूँ . बड़ा मस्त लौड़ा है मादर चोद का ? सना बोली :- हाय दईया तुम अपने बॉस का लण्ड पकडती हो तो फिर चुदवाती भी होगी ?
रूचि ने कहा : हां खूब मस्ती से चुदवाती हूँ कभी मैं उसके घर से चुदवा कर आती हूँ . कभी वो मेरे घर चोदने आता है . मेंसे पसंद करती हूँ और उसका लौड़ा भी . वह मुझे प्यार करता है और मेरी चूत को भी .
बाला बोली :- यार मैं तो अभी तक अपने बॉस का लौड़ा पकड़ ही नहीं पाई ? तुमने कैसे उसे पटा लिया ? पूरा किस्सा बताओ न, प्लीज
रूचि बोली सुनो मैं बताती हूँ :- मेरा बॉस एक क्रिश्चियन है . नाम है उसका पीटर स्काच ? पर वह पीटर के नाम से ही जाना जाता है . गोरा चिट्टा तगड़ा तंदुरुस्त है मेरा बॉस . और उसका लौड़ा भी उतना ही गोरा चिट्टा तगड़ा तंदुरुस्त है ? मैंने उसे जब पहली बार देखा तो मन ही मन दिल दे बैठी थी . मैंने ठान लिया था की इसका लण्ड मैं बहुत जल्दी ही पकडूँगी ? बस उसी दिन से कोशिश करने लगी . बन ठन कर जाने लगी . उसके पास बैठने लगी प्यारी प्यारी बातें करने लगी सेक्सी मुस्कान देने लगी . थोड़ी थोड़ी मजाक भी करने लगी . मैंने सोंचा की इसे एक गाली देकर देखूं की इसका कैसा रिअक्सन होता है .
बस मैं एक दिन मौका पाते ही बोली :- सर, आप इतना काम क्यों करते है बहन चोद ?
वह थोडा रुका फिर मुस्कराकर बोला :- काम तो करना ही पड़ता है न ? बिना काम के कौन पूंछता है मुझे ?
मैंने कहा :- तो फिर इन भोषड़ी वालो से कहो की वे तुम्हे प्रमोट कर दें ?
वह बोला :- वे मादर मेरी सुने तब न ?
जब उसने भी गाली देकर जबाब दिया तो मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई . फिर उसके हाव भाव से मैं समझ गयी वह भी मुझे पाना चाहता है . धीरे धीरे मैं उससे खुलने लगी . उसका ज्यादा ख्याल रखने लगी .एक दिन और मैंने कहा सर ऑफिस में कुछ लोग न तो खुद काम करते है और न दूसरों को करने देते है आप कहे तो मैं इनकी माँ चोदना शुरू कर दूं ? वह बोला हां छोड़ो सालो की माँ ? मुझे बल मिल गया और फिर मैं सबके ऊपर चढ़ने लगी . सबकी गांड फटने लगी मुझसे . सब साले काम करने लगे . तबसे मैं बॉस की नजर में और चढ़ गयी .
एक दिन उसने मुझे अपने घर बुलाया . मैंने सोच लिया की मैं आज कुछ करके ही लौटूंगी ? इतवार का दिन था सुबह के ११ बजे थे .मैंने बेल बजाई तो उसने दरवाजा खोला . वह नंगे बदन था . केवल एक तौलिया लपेट राखी थी . उसकी चौड़ी छाती और उस पर बाल बड़े सेक्सी लग रहे थे . उसे देख कर मेरी सस्रुरी चूत की आग भड़क गयी . मैं उससे चिपट गयी . उसने भी मुझे बाहों में ले लिया मैंने उसकी छाती चूमी और बालों पर हाथ फिराया . मुझे बड़ा मज़ा आने लगा .
वह बोला :- रूचि आओ बैठो न सोफे पर ?
मैंने कहा :- आज मैं तेरे लण्ड पर बैठूंगी, सर ?
इतना कहते ही मेरा हाथ उसके लण्ड तक पहुँच गया . मैंने उसकी तौलिया खींच ली और उसका लण्ड हाथ में पकड़ लिया . मेरे पकड़ते ही लण्ड टन्ना कर खड़ा हो गया . मैंने एक नज़र उसे देखा तो बोली वाओ, कितना बड़ा और मोटा है सर आपका लण्ड ? बस मैं नीचे बैठ गयी और उसका लौड़ा जबान निकाल कर चाटने लगी . मेरी चूत तब तक भट्टी बन चुकी थी . थोड़ी देर में वह झुका और मुझे उठाया . वह मेरे कपडे उतारने लगा . मैं भी देखते ही देखते नंगी हो गयी . उसने मेरी चूंचियों पर हमला बोल दिया . मुझे सोफे पर बैठा कर मेरी चूंची मसलने लगा लेकिन मेरा हाथ लण्ड पर से नहीं हटा . मैं लण्ड सहलाए चली जा रही थी . उसने मेरी गांड पर हाथ फेरा . मेरी चूत सहलायी . फिर मेरी झांटों पर ऊंगली फिराने लगा . मैं उसके पेल्हड़ और लण्ड को हिला हिला क्र मज़ा लेने लगी .
मैंने कहा :- सना अब तुम मेरी चूत चाटो तो मैं आगे की कहानी सुनाऊँ ? सना अपना मुह मेरी बुर में घुसाकर चाटने लगी . उसकी बुर बाला चाटने लगी और मैं बाला की बुर थपथपाते हुए आगे कहानी सुनाने लगी . उसके बाद वह मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड रूम ले गया . मुझे लिटा दिया और मेरी टाँगे फैलाकर मेरी चूत अपने लण्ड के सामने कर ली . मेरी टाँगे अपने कन्धों पर रख ली और लण्ड मेरी चूत के मुह पर रख के एक धक्का मारा तो लण्ड गप्प से अन्दर घुस गया . फिर उसने ५/६ बार लण्ड अन्दर बाहर किया और फिर स्पीड बढाकर गपागप्प चोदने लगा . मैं समझ गयी की ये साला बुर चोदने में माहिर है . इसे चोदना अच्छी तरह आता है . मेरी चूंचियाँ उछलने लगी उन्हें देख देख कर उसे और जोश आने लगा . मैं मस्ती से सराबोर हो गयी , उसने मुझे पीछे से चोदा नीचे से चोदा लण्ड पे बैठा के चोदा और अपने ऊपर लिटा के चोदा . जब लण्ड झड़ने वाला हुआ तो मैंने फ़टाफ़ट सड़का मारा और सारा वीर्य पी गयी . लण्ड चाट चाट कर चिकना कर दिया . उसके बाद मैं आये दिन उससे चुदवाने लगी . कभी अपने घर में कभी उसके घर में कभी गेस्ट हाउस में कभी किसी होटल में ? समझी भोषड़ी वालियों सना और बाला ? अब तुम लोग अपनी कहानी बताओ ?
सना बोली :- अब मैं भी खुल कर बता देती हूँ . बाला तुम मेरी चूंची चाटो मैं बताती हूँ . देखो आजकल मैं तीन लडको से चुदवाती हूँ . एक तो है मेरी खाला का लड़का जिसे मैं भाई जान कहती हूँ . इसका लौड़ा चाटने में मुझे बड़ा मज़ा आता है . मैं इससे लण्ड चाटने के बाद ही चुदवाती हूँ . दूसरा है मेरी मामू का लड़का यह भी मेरा भाई जान है इसका लण्ड बड़ा सख्त है और बड़ी देर तक चोदने वाला है . तीसरा है मेरी भाभी का भाई ये भी बहन चोद चोदने में बड़ा उस्ताद है .
बाला बोली :- तो तुम अपने भाई जान से चुदवाती हो क्या ?
सना बोली :- हां तो क्या हुआ मेरे यहाँ सब चलता है ., मेरी अम्मी भी अपनी खाला के लड़के से चुदवाती है . मैंने जब उसे एक दिन चुदवाते हुए देखा तो मेरी भी हिम्मत खुल गयी . अब मैं धकापेल चुदवाती हूँ . मजे की बात यह की ये तीनो यही समझते है की सना सिर्फ मेरे से ही चुदवाती है और किसी से नहीं ? मेरे मादर चोद मर्द क्या जाने औरत की चाल ? एक एक औरत कितने लण्ड कितने लण्ड अपनी बुर में घुसेड लेती है ये तो खुदा भी नहीं जानता ?
बाला बोली :- मैं सच सच बता रही हूँ की मैं अपने दो बॉय फ्रेंड्स से अलग अलग चुदवाती हूँ . दोनों के लण्ड मुझे पसंद है . अभी कुछ दिन पहले मैं ट्रेन से सफ़र कर रही थी . मैं मुंबई से दिल्ली जा रही थी . ये सी फर्स्ट क्लास में थी . रात को १० बजे दो सवारी उतर गयी . अब बची मैं और माईकल अंकल . हालाँकि टी टी ने कहा की तुम चाहो तो बर्थ बदल सकती हो पर मैंने कहा नहीं . रात में मैं अंकल से बात करती रही . उसने मुझे डिनर कराया और प्यार से बातें की .
फिर अचानक उसने लुंगी पहनना शुरू किया . जब उसने अपनी चड्ढी उतारी तो मुझे उसके लण्ड की झलक मिल गयी . मैं जानती थी की वह नीचे कुछ भी नहीं पहने है . मेरा मन उसके लण्ड पर अटक गया . अब मैंने भी पैतरा बदला . मैं बोल्ड बन गयी और गाली देकर बात करने लगी . उसने पूंछा बाला तुम राजनीती में रूचि रखती हो . मैंने कहा इन मादर चोदों से बहुत दूर रहती हूँ . सब साले भोषड़ी वाले मिलकर देश को खा रहे है . वह मुझे देख कर मुस्करा पड़ा ? फिर हम दोनों आमने सामने सो गए . रात को जब मेरी नींद खुली तो देखा की उसका लण्ड खुला हुआ है और टन टना भी रहा है . मेरा मन डोल गया और मैंने लण्ड पकड़ लिया . उसे हिलाने लगी धीरे धीरे . वह जग गया . उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया . तब तो लौड़ा तन कर दूना हो गया . बस फिर रात भर चुदवाया मैंने . वह इसी शहर में रहता है . तबसे मैं उसके पास जाती रहती हूँ और जी भर चुदवाती रहती हूँ .
एक दिन सना रूचि के घर चली गयी . वहां बाला भी बैठी थी . सना ने अपनी पर्श से एक मिठाई का डिब्बा निकाला और कहा मैं तुम लोगों को मिठाई खिलाती हूँ .
रूचि बोली :- यार पहले ख़ुशी की बात तो बताओ ?
सना बोली :- यार मैं कई दिनों से कोशिश में थी . और वही सब कर रही थी जो तुमने अपने बॉस के साथ उसका लण्ड पकड़ने के लिए किया . कल मैंने अपने बॉस का लण्ड पकड़ ही लिया ?
बाला बोली :- सिर्फ पकड़ा ही की चुदवाया भी ?
सना बोली :- यार लण्ड पकड़ते ही मुझे मज़ा आ गया . मैं चाटने लगी लण्ड . तब उसने मुझे नंगी कर दिया . मुझे नंगी देख कर उसका लण्ड और टन्ना गया . मैंने लौड़ा पूरा मुह में ले लिया . मैं चपर चपर पीने लगी लण्ड ? थोड़ी देर लण्ड पिलाने के बाद वह बोला यार सना मैं झड जाऊंगा प्लीज लण्ड मुह से निकालो पर मैंने नहीं निकला . वह भोषडी वाला मेरे मुह में ही झड गया . मैंने झड़ता हुआ लण्ड खूब चाटा . आज फिर उसने बुलाया है . आज तो मैं चुदवा कर ही आऊंगी .
इस तरह तीनो ने अपनी अपनी ज़िन्दगी की कहानी सुनायी . फिर कुछ ऐसा इत्तिफाक हुआ की सब एक दूसरे से जुदा हो गयी . रूचि की शादी हो गयी वह कहीं और चली गयी . बाला भी अपने पति के साथ चली गयी और सना का भी निकाह हो गया वह भी अपने शौहर के साथ किसी दूसरे शहर चली गयी . एक बार सना एक सेक्स पार्टी में अपने शौहर के साथ गयी थी . वह वह किसी और के लण्ड पर बैठ कर चुदवा रही थी . उसके मियां के लण्ड पर किसी और की बीवी बैठी थी . सना के हाथ में एक लण्ड भी था जिसे वह चाट रही थी . इतने में किसी ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया . पीछे उडी तो देखा की रूचि खड़ी है .
सना उछल पड़ी बोली :- हाय रूचि तू यहाँ वह भी इतने सालों के बाद ? हाय लगता है की तू शादी शुदा है ?
रूचि बोली :- हां यार शादी शुदा हूँ तभी तो यहाँ आयी हूँ . ये तो बीवियों की अदला बदली की पार्टी हो रही है .
सना बोली :- तो फिर अपने हसबैंड से मिलवाओ न मुझे ?
रूचि मुस्करा कर बोली :- अरी बुर चोदी सना तू जिसका लण्ड चाट रही है वही मेरा हसबैंड है मिस्टर कमल ?
सना बोली :- वाओ, इतने बड़े लण्ड वाला तेरा पति है ? अब तो मैं तेरे घर आकर इससे चुदवाया करूंगी .
रूचि बोली :- पर तेरा मियां कहाँ है ?
सना ने बताया :- वो देखो पीछे मेरा शौहर मिस्टर असद किसी को अपना लौड़ा चटवा रहा है .
रूचि बोली :- अरे यार ये है तेरा शौहर ? मैं अभी इसी का तो लण्ड चाट रही थी .यार इसका सुपाड़ा तो जबरदस्त है . बड़ा मज़ा मुझे उसे चाटने में ?
सना बोली :- अच्छा सुनो कल तुम मेरे घर आ जाओ . हम दोनों हसबैंड की अदला बदली करके चुदवायेंगी . रूचि बोली :- हां आऊंगी पर यार बाला कहाँ है माँ की लौड़ी ?
सना बोली :- तू चिंता न कर मैं उसे भी ढूंढ लूंगी .
दूसरे दिन रूचि अपने पति के साथ सना के घर आ गयी .
सना ने उसे बैठाया और फिर अपनी दोस्ती की बातें करने लगी . दोनों के हसबैंड सुन सुन कर मज़ा ले रहे थे . सना बोली :- यार रूचि मेरा हसबैंड का भी मेरे नेचर मेरे जैसा ही है . एक दिन मैंने इससे खुल कर कहा की मैं तुम्हारे दोस्तों के लण्ड पकड़ना चाहती हूँ तो इसने देर नहीं लगाई और अपने दो दोस्तों को घर पर ही बुला लिया . मैंने अपने मियां के सामने उन दोनों लण्ड पकडे और फिर खूब चुदवाया भी . उसके दूसरे दिन उनकी बीवियां आ गयी और वे दोनों मेरे हसबैंड से चुदवा कर गयी . तबसे हम दोनों ने अदला बदली का खेल शुरू कर दिया . बड़ा मज़ा आता है यार इस खेल में ?
रूचि बोली :- यार मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ . मेरे हसबैंड को दोस्तों की बीवियां चोदने का बड़ा शौक है . वो अपनी शादी के पहले से ही दूसरों की बीवियां चोदा करता था . और इसी शर्त पर चोदता था की जब उसकी शादी हो जाएगी तो वह अपनी बीवी इन लोगों से चुदवायेगा . मेरी शादी के कुछ दिन बाद इसने मुझसे कहा की रूचि मेरे दोस्त तुम्हे बहुत चाहते है . मैं चाहता हूँ की तुम उनके लण्ड पकड़ो . मैंने पहले तो मना कर दिया पर मन ही मन खुश हुई थी . उसने फिर जोर देकर कहा तो मैं मान गयी और एक दिन मैंने उसके एक दोस्त का लौड़ा पकड़ ही लिया . बस उसी दिन से सिलसिला शुरू हो गया . इतने में सना के पास एक फोन आ गया
सना बोली :- हेलो कौन बोल रहा है . ?
उधर से आवाज़ आयी :- अरे माँ की लौड़ी मैं बाला बोल रही हूँ . मुझे सब मालूम हो गया है तुम बहन चोद शादी करने के बाद अपने हसबैंड की अदला बदली करके चुदवाने लगी हो . मुझे बताया भी नहीं . अरे यार तुम भी कभी मेरे हसबैंड से चुदवा लो . . मैंने सब कुछ अपने पति को बता दिया है . और हां रूचि बुर चोदी का भी पता लगाओ मैं उसके हसबैंड से भी चुदवाना चाहती हूँ .
सना बोली :_ अरी मेरी रानी तुम अपने पति के साथ मेरे घर आ जाओ बाकि सब यहीं हो जायेगा . थोड़ी देर में बाला अपने हसबैंड राजन के साथ आ गयी . उसने जब रूचि को देखा तो वह बेहद खुश हो गयी . राजन भी सबसे मिला . बाला ने कमल और असद से हाथ मिलाया . फिर सब लोग बैठ कर शराब पीने लगे . तीनो कपल बड़ी मस्ती में आ गए .
सना बोली :- यार आज का दिन बड़ा अच्छा है आज तो अदला बदली की पार्टी में मज़ा आ जायेगा .
रूचि बोली :- हां यार क्यों नहीं जब हम तीनो एक दूसरे के हसबैंड के लण्ड पे बैठेंगी तो फिर मज़ा ही मज़ा आएगा न ?
बाला बोली :- हां यार बिलकुल मेरे हसबैंड को मुझे पराये मर्दों से चुदते हुए देख कर बड़ा मज़ा आता है . वह मुझे अपने दोस्तों से खूब चुद्वाता है . और मुझे भी अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदते हुए देख कर मज़ा आता है . मैं तो खुद ही इसका लण्ड परायी बीवियों की बुर में घुसड़ देती हूँ .
सना बोली :- तो फिर तुम अपने पति का लण्ड पहले मेरी बुर में पेलो .
सना बाला के हसबैंड से चुदवाने लगी . बाला रूचि के हसबैंड के लण्ड पर बैठ गयी और रूचि सना के मियां का लण्ड पकड़ कर चाटने लगी .
तीनो ने लण्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया . इस तरह रात हुई घमाशान चुदाई .
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