Monday, June 10, 2013

माँ चुदायेगी तू बहन चोद

 रेहाना आंटी से मेरी दोस्ती बहुत पुरानी है . हम दोनों पक्की दोस्त है . हमारे बीच न तो कोई शर्म है न कोई झिझक और न ही कोई संकोच ? हम दोनों एक दूसरे से खुल कर किसी भी तरह की बातें कर लेती है . बातें करते करते जब सेक्स का बिषय आता है तो हम लोग उस पर खुल्लम खुल्ला  बहस करती है . बीच बीच में गालियाँ बकते हुए बहस करने लगती है  . कभी कभी तो हम दोनों के बीच बड़ी तीखी बहस हो जाती है , गाली गलौज भी हो जाती है . लेकिन न मैं बुरा मानती हूँ और न वो ? क्योंकि मैं भी बिंदास हूँ और वो भी ?
 एक दिन हम दोनों बैठी हुई व्हिस्की का मज़ा ले रही थी .
सबके लण्ड चूसती हूँ 
मौसम बड़ा सुहाना था . आसमान में बादल, ठंडी ठंडी हवा के झोंके, और मद मस्त करने वाला ये शराब का गिलास . वख्त यही कोई शाम के ४ / ५ बजे  होंगे ? हमारे बीच बातें होने लगी . सेक्स की बातें होने लगी . मैंने शराब का एक शिप मारा और सिगरट एक लंबा कस लिया . फिर मुह से धुआं निकालती हुई एक सीधा सवाल आंटी से कर दिया .
मैं पूंछ बैठी :- आंटी तुम एक बार में कितने लण्ड लेती हो ?
वह बोली :- मैं एक बार में तीन लण्ड लेती हूँ .
मैंने फिर पूंछा :- और तुम्हारी बेटी कितने लण्ड लेती है ?
आंटी बोली :- वह एक बार में दो लण्ड लेती है ?
मैंने कहा :- मैं भी एक बार में दो लण्ड लेती हूँ आंटी ,  पर मेरी इच्छा दो से ज्यादा  लण्ड लेने की हो जाती है ?
वह बोली :- देखो हया  लेने को तो मैं एक बार में पांच लण्ड  भी ले सकती हूँ लेकिन ऐसे में लण्ड वालों को उतना मज़ा नहीं आता जितना  उन्हें आना चाहिए . मुझे उन्हें भी पूरा पूरा मज़ा देना है न ? अब देखो मेरी बेटी एक बार में दो लण्ड से ज्यादा मांगती है लेकिन मैं नहीं देती उसे ? तब वह दो लौडों का पूरा पूरा मज़ा लेती है और दोनों लौडों को पूरा पूरा मज़ा देती भी है .
मैंने कहा :- आंटी, लगता है की हमारी दोस्ती अधूरी है . न मैं तुम्हारे नजदीक हूँ और न तुम मेरे नजदीक ?
आंटी बोली :- ऐसा क्यों तुम्हे महसूस हो रहा है, हया  ?
मैंने कहा :-  हकीकत यह है की अभी तक न तुमने कभी मेरे सामने चुदवाया और न ही मैंने कभी तेरे सामने चुदवाया ? तुम किस तरह लण्ड खाती हो मुझे आज तक नहीं पता ? तुम्हारा भोषडा बहन चोद किस तरह लण्ड खाता है,  मुझे आज तक नहीं पता ? और मैं किस तरह लण्ड खाती हूँ, तुम्हे आज तक नहीं पता ? यह कैसी दोस्ती है हमारे बीच आंटी ?
आंटी बोली :- अरे यार, हया यह बात तो तुमने सच कही है .
मैंने कहा :- और आगे भी सुनो आंटी, तुम्हारी बेटी भी लण्ड खाने लगी है पर मैंने उसे आजतक  तक लण्ड खाते हुए नहीं देखा ? और न ही तुमने उसे मुझे लण्ड खाते हुए दिखाया ?
आंटी बोली :- हाय अल्ला, हया आज तो तुमने मेरी आँखे खोल दी है . अब मैं भी सोचने लगी हूँ की तुमने आज तक मेरा भोषडा भी नहीं देखा ? और न मैंने आज तक तेरी बुर देखी ? सचमुच हमारी दोस्ती अधूरी है ?
तब तक पीछे से एक आवाज़ आयी :- तो क्या हुआ ? अब दिखा दो न ? अब देख लो न एक दूसरे का भोषडा ? अब देख लो न एक दूसरे की चोदा चोदी ? कल शनिवार है . मैं कल ही एक पार्टी रख लेती हूँ अपने घर में . मेरी अम्मी मेरी पूरी मदद करेंगी . बुला लेती हूँ ७ / ८  लण्ड ? फिर देखती हूँ कौन कैसे चुदवाती है ? इस तरह कर लो अपनी अधूरी दोस्ती को पूरी ?
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वह कोई और नहीं बल्कि आंटी की बेटी खुशबू बोल रही थी . तब तक आंटी का फोन आ गया और वह चली गयी . खुशबू मेरे पास बैठी रही .
मैंने पूंछा :- तुम्हारी उम्र क्या है खुशबू ?
वह बोली :_ मैं २४  साल की हो गयी हूँ .
 मैंने कहा :- लेकिन तुम यार बड़ी मस्त लगती हो . बिलकुल जवान औरत लगती हो . तेरी चूंचियाँ मेरी चूंचियों के बराबर लग रही है . तेरे चूतड़ भी मेरे से कम नहीं है
वह बोली :- हां यार लड़कों ने इन्हें नोच नोच कर बड़ा कर दिया है . मैं चूंचियाँ खूब नुच्वाती हूँ . मुझे मज़ा आता है . मैं अपनी बुर भी खूब चट्वाती हूँ . जो लड़का मेरी बुर नहीं चाटता तो मैं भी उसका लण्ड नहीं चाटती ?
मैंने कहा :- यार तुम तो बड़ी खुली हुई लड़की हो . लड़कों को तो तुमसे बात करने में बड़ा मज़ा आता होगा ?
 वह बोली :- हां खूब मज़ा आता है मादर चोदों को . क्योंकि मैं सब भोषडी वालों की गांड मारा करती हूँ . खुले आम सबकी माँ चोदती हूँ . लोग मुझे उकसाते है और फिर मेरे मुह से खूब गालियाँ सुनते है मज़ा लेते है . मैं लण्ड की खूब गालियाँ खूब देती हूँ . लड़कों को लण्ड की गालियाँ सुनना ज्यादा अच्छा लगता है क्योंकि इससे उनके लण्ड खड़े हो जाते है .
मैंने पूंछा :- तुम अपनी अम्मी से इतना ज्यादा कैसे खुल गयी ?
वह बोली :- यार मेरे साथ एक बार एक बड़ी घटना हो गयी . बस उसी दिन से मैं अम्मी के नजदीक आ गयी . इतना आ गयी की अम्मी मेरे सामने लण्ड पकड़ने लगी और मैं अम्मी के सामने लण्ड पकड़ने लगी . फिर धीरे धीरे चोदा चोदी भी शुरू हो गयी .
मैंने कहा :- वह घटना क्या थी ?
 वह बोली :- उस समय मैं २१ साल की हो गयी थी . मेरी जवानी मुझे ललकारने लगी थी . मेरे सहेलियां रोज़ रोज़ लण्ड की बातें चुदाई की बाते और मुठ्ठ मार कर लण्ड पीने की बातें करती थी . पर मैं चुप रहती थी क्योंकि मैंने कभी किसी का लण्ड पकड़ा ही नहीं थी . मैं झेंप जाती थी . सब लड़कियां मेरी खिल्ली उड़ाती थी कहती थी की तू बहन चोद इतनी बड़ी हो गयी है और अभी तक लण्ड नहीं पकड़ा ? मुझे एक बार जोश आ गया और मैं भी एक लड़के को लेकर फिल्म देखने चली गयी . मैंने वहीँ अँधेरे में उसकी जिप खोल दी और अन्दर हाथ डाल कर जबरदस्ती लण्ड पकड़ लिया . लण्ड खड़ा था . मुझे भी मज़ा आने लगा . भीड़ तो कुछ भी नहीं थी . मैंने झुक कर लण्ड मुह में लिया . पूरे दो घंटे मैं लण्ड पकडे रही . उसके बाद दूसरा लण्ड तीसरा लण्ड चौथा लण्ड पकड़ती रही . अब मैं भी बेशरम हो गयी और बातों में बढ़ चढ़ कर बोलने लगी . गाली दे कर बात करने लगी . मैं इस तरह ग्रुप में पोपुलर हो गयी .
 एक दिन मैं एक लड़के को अपने घर ले आयी . अम्मी घर पर नहीं थी . मुझे कोई डर नहीं था . मैं उसके सामने नंगी हो गयी और उसे नंगा कर दिया . उसका लण्ड पकड़ा हिलाया प्यार से चूमा तो लण्ड टन टना कर खड़ा हो गया . मैं लण्ड चूसने लगी . वह मेरी चूत मेरी गांड सहलाने लगा . इतने में मुझे लगा की मेरी अम्मी आ गयी . मैं उठ बैठी और अपनी चूंची हाथों से छुपा ली . टाँगे सिकोड़ कर अपनी चूत छुपा ली . वह पीछे स्टोर रूम में छुप गया .
अम्मी बोली :- खुशबू यहाँ कोई है क्या ?
मैंने जबाब दिया :-  नहीं अम्मी यहाँ कोई नहीं है .
अम्मी बोली :- नहीं ऐसा नहीं है . मैंने किसी मर्द की आवाज़ सुनी है .
मैंने कहा :- अम्मी कोई नहीं है ,
 इतने में अम्मी आगे बढ़ी तो मैंने उसे हाथ से इशारा करके बाहर जाने को कहा . वह बाहर जाने लगा .
 तब तक अम्मी बोली :- रुक जाओ ? तुम कौन हो ? यहाँ क्या कर रहे हो ?
अम्मी की बातें सुनकर मेरी तो गांड फट गयी . गांड उसकी भी फट गयी . वह धीरे से घूमा तो अम्मी की नज़र उसके लटकते हुए लण्ड पर पड़ी ? उसके चमकते हुए सुपाड़े पर पड़ी . एकदम खुला सुपाड़ा बिना झांट का चिकना लण्ड खूबसूरत पेल्हड़ देख कर अम्मी की टोन  बदल गयी . वह आगे बढ़ी और लण्ड पकड़ लिया .
अम्मी प्यार से लण्ड हिलाती हुई बोली :- अरी खुशबू, तुमने मुझे पहले नहीं बताया की इसका लौड़ा इतना बड़ा है ? वाह क्या मस्त है इसका लण्ड ?
अम्मी नीचे झुकी और लण्ड का चुम्मा लिया . लण्ड फिर मस्ती से खड़ा होने लगा ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, खुशबू इसके लण्ड ने तो मेरा दिल जीत लिया है . आओ तुम इसे पकड़ो चूमो चूसो मैं देखूँगी की तुम कैसे लण्ड का मज़ा लेती हो ? अब तुम जवान हो गयी हो ? मैं तुम्हे रोकूंगी नहीं ? हां अगर हो सके तो इसे मेरी चूत में भी घुसेड देना ?
 मैं नार्मल हो गयी और लण्ड चाटने लगी . अम्मी गयी और १० मिनट के बाद वो अपने सारे कपडे निकाल कर एकदम नंगी मेरे सामने आ गयी . मैं तो नंगी थी ही ? अम्मी ने लण्ड आहिस्ते से मेरी चूत में घुसेड दिया . मैं धीरे धीरे चुदवाने लगी . आगे से भी और पीछे से भी ? एक बार झड़ने के बाद अम्मी उसे नहलाया खाना खिलाया और आराम करने दिया फिर खुद मेरे सामने ही लण्ड सहलाने लगी . फिर वह मुझसे बोली खुशबू अब तुम इसे मेरे भोषडा में घुसेड दो . और अपनी अम्मी का भोषडा चुदवाओ ? उसकी खुली खुली बातों से मैं भी बिलकुल खुल गयी . वह बोली खुशबू आज से तुम मेरी  दोस्त हो . तुम मेरी बुर चोदी खुशबू हो और मैं तेरी बुर चोदी रेहाना  ? बस उस दिन से हम दोनों मिल कर एक साथ चुदवाने लगी .
खुशबू ने पूंछा :- हया तेरी अम्मी कहाँ है ?
मैंने कहा :- यार अब क्या  बताऊँ तुम्हे . मेरी अम्मी का तलाक हो गया था . मेरा अब्बू मादर चोद अम्मी को छोड़ कर किसी और से शादी करके मुंबई चला गया . फिर मैं अम्मी के साथ रहने लगी .मेरी अम्मी बहुत खूबसूरत थी लेकिन उसने मेरी वज़ह से शादी नहीं की . अभी दो साल पहले एक दुर्घटना में मै अम्मी को खो चुकी  हूँ .अब मैं बिलकुल अकेली हूँ . मैं एक कंपनी में काम करती हूँ मेरे पास पैसों की कमी नहीं है .मैं भी शादी नहीं करूंगी .  अब मैं ख़ूब कमाती हूँ और खूब ऐय्यासी करती हूँ . अब तुम बताओ तेरे अब्बू कहाँ है ?
 खुशबू बोली :-मेरा अब्बू भी बेटी चोद मेरी अम्मी को छोड़ कर विदेश चला गया  और वही बस गया . अम्मी मुझे लेकर अकेली रहने लगी . अब मैं भी कमाती हूँ अम्मी भी कमाती है . हम दोनों भी खूब ऐय्यासी करती है .
मैंने कहा :- कल पार्टी है न ?
खुशबू बोली :- हां हां बिलकुल . मैं सबको फोन  कर रही हूँ . अम्मी भी फोन कर रही है . कल शाम को आ जाना यार ? हम तीन और बाकी लण्ड ?
 हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी
खुशबू ने अपने बॉय फ्रेंड् राबर्ट को फोन किया और कहा यार, कल मेरे घर पर एक सेक्स पार्टी है मैं तीन नये  लड़कों को लाना चाहती हूँ . तेरा लण्ड मेरे लिए नया नहीं है . तुम मुझे ३ लड़के दो जिनके लण्ड तुम्हारे लण्ड के टक्कर के हो ? राबर्ट ने कहा ठीक है लड़के तुम्हारे घर पहुँच जायेंगे . उधर रेहाना  आंटी भी अपने नये दोस्त लेकर आ गयी जिनके लण्ड उसने भी अभी तक नहीं देखा ?
 ये है ज़हीर, अजहर और आरिफ . खुशबू के दोस्त राकी, विकी और अली भी आ रहे है .
दूसरे दिन शाम को मैं आंटी के घर पहुँच गयी . मेरे बाद सब लोग आ गए .  आंटी ने ड्रिंक्स सर्व करना शुरू कर दिया . सब लोग मस्त होकर चियर्स कहते हुए शराब पीने लगे   .
इतने में आंटी बोली :_ मैं यहाँ सभी भोषडी वालो के लौडों को सलाम करती हूँ और सबकी चूत को भी आदाब बोलती हूँ . मैं यहाँ के सभी लण्ड और चूत का खैरमकदम करती हूँ .
अब आप सब लोग अपना अपना परिचय दें ? सबसे पहले मैं अपने बारे में कहती हूँ . मैं हूँ मादर चोद रेहाना ? चुदवाने में अव्वल हूँ . मेरा भोषडा ऐसे लौड़ा खाता है जैसे बिल्ली चूहा खाती है . आज तुम सबको सबका भोषडा चोदना है और गांड मारनी है . जो ठीक से नहीं चोदेगा मैं उसकी माँ चोदूंगी .
मैंने कहा :- मैं हूँ बुर चोदी हया लण्ड की बेहद शौक़ीन ? बड़ी बड़ी रंडिया मेरे आगे चुदवाने में टिक नहीं पाती ?
खुशबू बोली  :- मैं लण्ड खाने वाली भोषडी की खुशबू हूँ . मैं कुतिया की तरह खुले आम चुदवाती हूँ .
ज़हीर बोला :- मैं ज़हीर हूँ मैं भोषडा चोदने में माहिर जो एक बार मुझसे चुदवा लेती है वह फिर आती है चुदाने ?
अजहर बोला :- मैं भोषडी का अजहर हूँ एक प्रोफेसनल फकर ? शादी शुदा औरतों को ज्यादा चोदता हूँ .
आरिफ बोला  :- मैं अक्सर अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ . लोग अपनी बीबी मुझसे चुदवाते है .  
राकी बोला :- मैं राकी हूँ बहन चोद ? कॉलेज की लड़कियां चोदता हूँ .
विकी बोला :- मैं ऑफिस की फीमेल्स चोदता हूँ . ये सारी फीमेल्स मुझसे दिन में ही चुदवाती है .
अली बोला :- मैं कई होटलों का प्रोफेसनल चोदू हूँ और विदेशी बुर ज्यादा चोदता हूँ . एक एक पैग शराब अन्दर गयी तो नशा चढाने लगा . आंटी उठी और अपने खोलने लगी . देखते ही देखते वह एकदम नंगी हो गयी और घूम घूम कर अपनी चूंची अपना भोषडा और अपनी गांड सबको दिखाने लगी . उसे देख कर मुझे भी जोश आ गया . मैं भी कपडे खोल कर नंगी हो गयी , मुझे नंगी देख कर लोग अपना अपना लण्ड खुजाने लगे .
खुशबू बुर चोदी कहाँ पीछे रहने वाली थी . वह आयी और नंगी होकर सबसे पहले ज़हीर का लौड़ा खोला और उसे हिलाना शुरू किया . उधर विकीअपने आप  कपडे खोल कर लण्ड खुशबू के मुह में डाल दिया .
मैंने अपना हाथ राका की तरफ बढाया और उसका लण्ड पकड़ कर खड़ा करने लगी . मेरे बगल में अजहर अंकल आ गया . वह अपना लण्ड मेरे मुह में घुसेड कर मुझे लण्ड चुसाने लगा .
तब तक आंटी आगे बढीं और आरिफ का लण्ड अपने कब्जे में किया और फिर अली का लौड़ा झुक कर पीने लगी . हम तीनो बुर चोदियों के पास दो दो लण्ड आ गये ?
 पहले तो लण्ड खूब सबने चाटा चूसा और फिर दन्न से एक एक लण्ड अपनी बुर में घुसेड कर चुदवाने लगी . मैं आंटी का भोषडा चुदते हुए देख रही थी . खुशबू को चुद्वाते हुए देख रही थी . और अपने को चुदवाते हुए दिखा रही थी . मैं बहन चोद इतनी बेशरम हो चुकी हूँ की मुझे लगता है की अब मैं चुदाई के स्टेज शो चालू कर दूं . मैं खुले आम स्टेज पर  अपनी चुदाई सबको दिखाना चाहती हूँ . यहाँ का सीन बड़ा सेक्सी हो गया है . मैं सोचने लगी की अगर इसी हाल में कई लोग हो . हाल खचाखच भरा हो और मैं बड़े बड़े लण्ड से स्टेज पर सबके सामने चुदवा रही हो तो कितना मज़ा आये ? वैसे ये चूत भोषडी की मेरे किस काम की है . इसको चुदती हुई लोग देखेंगे तो उन्हें मज़ा आएगा ? यही सब सोच सोंच कर मैं चुदाने में मगन हो गयी . थोड़ी देर में एक एक करके सबके लण्ड झदने लगे . जब चुदाई ख़तम हुई तो डिनर हुआ .
उसके बाद जब हम सब दुबारा चुदाई शुरू करने वाले थे तो मैंने कहा यार एक बात मेरे मन है . मैं चुदाई के स्टेज शो करना चाहती हूँ . मेरा आईडिया सबकी पसंद आया ?
खुशबू बोली :- मैं भी तेरे साथ चुदवाऊँगी हया  ?
रेहाना आंटी बोली :- हां यार मैं तेरे साथी हूँ और मेरे भोषडा तेरे साथ है . मैं स्टेज पर जम के चुदवाऊँगी अपना भोषडा ?
आरिफ ज़हीर और सभी लोगों ने कहा हां यार अब आज ही यही ग्रुप बना लिया जाए और कुछ प्राइवेट जगहों पर इसकी पब्लिसिटी की जाए ?
अली बोला - यार  मैं जानता हूँ की ऐसे प्रोग्राम होटलों में होते है मैं उनसे बात करूंगा  . मैं समझता हूँ की हमें काम मिल जायेगा ?
तो दोस्तों, आजकल हम लोग स्टेज पर खूब झमाझम चुदवाती है .

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