Thursday, June 27, 2013

गिफ्ट में एक जोड़ा "लण्ड"

मैं सिमरन हूँ , २६ साल की एक जवान लड़की . मैं यहाँ दिल्ली के रहती हूँ लेकिन मैं पंजाब की रहने वाली हूँ और पक्की पंजाबिन हूँ . मैं यहाँ एक कंपनी में अच्छे पद पर काम करती हूँ और अकेली ही रहती हूँ . खूबसूरत हूँ, हंसमुख हूँ और बिंदास हूँ . मैं न किसी से डरती हूँ और न शर्माती हूँ .मुझे किसी की भी गांड मारने में तनिक भी देर नहीं लगती ? सारी दुनिया को अपनी चूत पर रखती हूँ .
आज इत्तिफाक से मेरी बर्थ डे भी है और मेरी सर्विसे का एक वर्ष भी पूरा हो रहा है . इसलिए मैंने सोंचा की क्यों न इसे सेलेब्त्रेट किया जाये . इसलिए मैंने अपने सभी दोस्तों को इनवाईट कर लिया है . इसमें सभी चुनिदा दोस्त ही है जिनके सामने मैं अपने सभी कपडे उतार सकती हूँ और उनके सभी कपडे उतार लेती हूँ . इनमे लड़के लड़कियां अंकल और आंटिय भी है .
शाम होने को आ रही है और मैं कुछ दोस्तों के साथ सारा इंतजाम कर लेती हूँ . दो घंटे में इंतजाम हो गया . और मैं ब्यूटी पार्लर चली गयी . मैं तैयार हो गयी हूँ . अभी अभी ब्यूटी पार्लर से आ रही हूँ . लोग धीरे धीरे इकठ्ठा हो रहे है . मैंने एक बड़ा सा केक एक मेज पर रखवा दिया है . ड्रिंक्स का पूरा इंतजाम कर लिया है .
मैंने कहा :- सबसे पहले मैं आप सभी का तहे दिल से स्वागत करती हूँ . सबको नमस्ते कहती हूँ सलाम कहती हूँ और गुड इवनिंग कहती  हूँ . मैं सभी मादर चोदों के लण्ड को चूमती हूँ और प्रणाम करती हूँ .  सभी भोषड़ी वालियों की चूत की चुम्मी लेते हुए प्यार करती हूँ . मैं चाहती हूँ की केक कटने के पहले आप थोड़ा ड्रिंक्स का मज़ा ले . इसलिए आप अपने कपडे उतार का शराब का आनंद उठाये . सभी मर्द अपना आखिरी कपड़ा पहने रहेंगे यानी की चड्ढी ? बाद में सबकी चड्ढी मैं खोलूँगी . सभी लड़कियां /आंटिया ब्रा और पैंटी तक उतर आएँगी . उनकी ब्रा कौन खोलेगा और पैंटी कौन खोलेगा ये मैं बताऊंगी
.
 इतना  सुनकर सब लोगों ने अपने अपने कपडे उतार दिया और एक एक गिलास व्हिस्की का हाथ में ले लिया . मैंने जोर से कहा चियर्स तो सब लोग गिलास लड़ाते हुए बोले चियर्स ? चालू हो गयी दारू ? इस पार्टी में कौन कौन है मैं आपको बता देती हूँ .
लड़कियों में मैं हूँ, मेरे साथ है मिस साजिया, मिस रिया  , मिस मंजीत कौर, मिसेज मेघा और मिसेज वीणा ये दो आंटिया है  लड़कों में राका, सफी , पीटर , जग्गी, सतवीर,पन्नू इनके साथ है दो अंकल माईकल और विक्रम ? ६ लड़के और ८ लड़कियां यानी १४ लोगों की है यह पार्टी . 
सबसे पहले मैंने अपना गिलास खाली किया और उसके बाद मैंने अपनी ब्रा खोल दी . मेरी बड़ी बड़ी मद मस्त चूंचियाँ नंगी हो गयी . लोगों ने तालियाँ बजाई और घूर घूर कर देखने लगे चूंचियाँ . उसके बाद मैंने धीरे से पैंटी भी खोल दी .मेरी चूत देख कर तो लोग हैरान हो गये  . मेरी चूत पर झाटों से ही बना था दो लण्ड का एक जोड़ा ? वास्तव में मैंने झांटे पहले ट्रिम करा ली फिर एक आर्टिस्ट से दो लण्ड का पेंसिल से चित्र बनवा लिया जिनके सुपाडे आपस में ऊपर जाकर टकराते है . फिर बारबर से आहिस्ते आहिस्ते रेज़र से झांटे बनवा ली . इस तरह झाटों का ही लण्ड का एक खूबसूरत जोड़ा बन गया . सब लोग बड़े गौर से मेरी चूत और उस पर बने दो लण्ड देखने लगे . मैंने कहा दूसरा पैग शुरू होने के ठीक पहले मैं मर्दों की चड्ढी खोलूँगी . उधर से राका फ़ौरन बोला :- यार पहले कुछ चूंची  चूत वगैरह दिखाओ तब हमारी चड्ढी उतारो तो ज्यादा अच्छा रहेगा . मैं उसकी बात मान गयी और मैंने कहा की हां सबसे पहले लड़कियों की ब्रा और चड्ढी उतारी जाएगी .
देखो अंकल को छोड़ कर यहाँ ६ लड़के है और ६ लड़कियां . हर एक लड़का एक लड़की की ब्रा और पैंटी खोलेगा . शुरू हो जाओ बहन चोदों ? लड़के फ़टाफ़ट उतारने लगे ब्रा और पैंटी . देखते ही देखते लड़कियां सभी माँ की लौड़ी नंगी हो गयी . लोगों की निगाह चूंची और चूत पर चली गयी . सबकी झांटे छिली हुई थी . चूंचियाँ बड़ी बड़ी व् मस्त थी . गांड भी सेक्सी दिख रही थी . मेघा आंटी और वीणा आंटी की चूंचियाँ सबसे ज्यादा बड़ी बड़ी थी . लड़कों की निगाहें बड़ी देर तक वहीँ टिकी रही . लड़के साले मन ही मन उछलने लगे .
दूसरा पैग ख़तम होते ही मैंने सबसे पहले राका की चड्ढी खोली . उसका झांट बिहीन अध् टन्ना  लण्ड बाहर आ गया . मैंने लण्ड की चुम्मी ली और कहा ये देखो राका का हरामजादा लण्ड ?   सबने तालियाँ बजाई . फिर सफी को नंगा किया . उसका लौड़ा सुपाडा सहित टन टनाता हुआ खुल गया . मैंने उसे भी चूमा . मुझे लौड़ा दमदार दिख रहा था .मैंने बताया और ये है बहन चोद सफी का कटा लण्ड ?  पीटर का छोटी छोटी झांटों वाला लौड़ा बड़ा प्यारा निकला . मैंने पेल्हड़ सहित हिला हिला कर सबको दिखाया और कहा ये है भोषड़ी के पीटर का लण्ड ? जग्गी की चड्ढी खींची तो फनफनाता हुआ निकला लौड़ा मैंने उस पर एक थप्पड़ जड़ दिया और कहा ये है माँ का लौड़ा जग्गी का लौड़ा . फिर आगे बढ़ी तो सामने आ गया सतवीर बहन चोद ? उसकी चड्ढी खुलते ही निकल पड़ा चिकना लण्ड मैंने उसे मुठ्ठी में लिया और सबको दिखाते हुए बोली ये है बेटी चोद पंजाबी लण्ड ? फिर मैंने पन्नू की चड्ढी नीचे खसका दी . उसका लौड़ा दन्न से मेरे गाल पर लगा . मैंने लण्ड पर दो तीन तमाचा मारा और कहा ये देखो दूसरा मादर चोद पंजाबी लण्ड ? मैं आगे बढती गयी . मेरे हाथों में आ गयी माईकल की कमर . मैंने दोनों हाथों से जैसे ही उसकी चड्ढी खोली तो काला काला लौड़ा बिलकुल अजगर सांप की तरह मेरे हाथ में आ गया . मेरे मुह से निकला हाय रे इतना बड़ा लण्ड वह भी बिना झांट का ? मैंने कहा अंकल तेरी माँ का भोषडा किसी गधे ने चोदा होगा तभी तू पैदा हुआ इतने बड़े लण्ड वाला आदमी ? और आखिरी में जब मैंने विक्रम अंकल को नंगा किया तो उसका गोरा गोरा लण्ड सीधे मेरे मुह के सामने आ गया . मैंने सुपाडा ही मुह में भर लिया . फिर मुह से निकाल कर बोली मेरे प्यारे प्यारे भोषड़ी वालों ये देखो एक और बिटिया की बुर चोदने वाला महा लण्ड ? ये है सब लौडों का सरदार . आज मैं इसकी माँ चोदूंगी .
 सब लोग मादर चोद हो गए नंग धडंग  .
मैंने कहा :- अब तुम सब लोग नंगे नंगे पियो शराब का तीसरा पैग ? साजिया राका का लण्ड शराब में डुबो डुबो कर पीने लगी . रिया सफी का मुस्लिम लण्ड शराब के साथ चाटने लगी . मंजीत कौर पीटर के लण्ड पर जुट गयी . मुह में कभी शराब कभी पीटर का लण्ड ? मेघा जग्गी के लण्ड के साथ मस्त हो गयी . वीणा आंटी तो माईकल अंकल का लण्ड और विक्रम अंकल का लण्ड दोनों एक साथ पीने लगी . इधर मैं भी सतवीर और पन्नू का लण्ड शराब में भिगो भिगो कर पी रही थी . मर्द सभी चूंची और चूत के साथ शराब में सारा बोर हो रहे थे . सब के ऊपर चढ़ रहा था नंगे मर्दों का नशा नंगी लड़कियों का नशा और शराब का नशा ?
अचानक महफ़िल में आ गयी मिसेज पूनम चड्ढा . 
वह बोली :- हाय सिमरन बर्थ डे मुबारक हो . मैं थोडा लेट हो गयी .
मैंने कहा :- नहीं आंटी आप सही वख्त पर आयी है . ये लो शराब का गिलास और सतवीर का पंजाबी लण्ड ? तुम पीना शुरू करो मैं तुम्हारे कपडे उतारती हूँ .
पल भर में पूनम आंटी एकदम नंगी हो गयी . लण्ड और शराब पीने में मस्त हो गयी .
पूनम बोली :- यार सिमरन मैं तेरे लिए एक गिफ्ट लाई हूँ .
मैंने कहा :- अरे वाह क्या बात है आंटी ?
आंटी बोली :- पर इसके लिए तुम्हे अपने दोनों हाथ फैलाकर आँखे बंद करनी पड़ेगी .
मैंने कहा मंजूर है . मैं हाथ फैलाकर आँखे बंद करके बैठ गयी . थोड़ी देर में मुझे लगा की मेरे हाथों में कुछ शायद रखा है .
आंटी बोली :- बुर चोदी सिमरन अब तुम आँखे खोलो ?
मैंने आँखे खोली तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा ? मेरे दोनों हाथों में जबरदस्त  टन टनाते हुए दो लण्ड ?  इतना मोटा ताज़ा और खूबसूरत लण्ड तो यहाँ पर किसी का नहीं है . मैं दोनों लण्ड मुठ्ठी में लेकर सहलाने लगी .
आंटी बोली :- ये है शेख अब्दुला और ये है शेख नाज़िर . दोनों अरबी लण्ड है . आज से दोनों लण्ड तेरे गुलाम हो गए . ये दोनों तुम्हे चोदेंगे और जिनको तुम कहोगी उन्हें चोदेंगे . आज ही नहीं जब जब तुम इन्हें बुलाओगी तब तब ये चोदने चले आयेगे ? बस मैं सबके सामने इन्ही दोनों लण्ड से खेलने लगी। पूनम आंटी सतवीर और पन्नू  के लण्ड का मज़ा लेने लगी .
 
मैंने कहा :- बड़ा नायाब है आपका गिफ्ट आंटी ? गिफ्ट में एक जोड़ा लण्ड ?  इससे बेहतर गिफ्ट तो हो ही नहीं सकता ?
 
पूनम आंटी बोली :- अरी मेरी चुदक्कड सिमरन मैं जानती हूँ की तेरे भोषडा में कितनी दम है ? इसीलिए मैं तेरे लिया हलब्बी लण्ड छाँट कर लाई हूँ . अरे छोटे मोटे लण्ड तो तेरे भोषडा में यूँ ही गोते लगाते रहते है .
मैंने कहा :- लेकिन एक बात है आंटी ? मेरा भोषडा तेरे भोषडे के टक्कर का नहीं है . मैं देख रही कितना प्यारा लग रहा है तेरा मस्त भोषडा आंटी ?
ऐसा कह कर मैं चुदवाने में जुट गयी . मैंने देखा की सभी लड़कियां मादर चोद चुदवाने में लगी हुई है . कोई आगे से कोई पीछे से कोई नीचे से और कोई ऊपर से चुदवा रही है . मेरी पार्टी पूरे शबाब पर थी . आंटियों का भोषडा लड़कियों की बुर को मात दे रहा था  . कभी कभी बुर भी भोषडा पर हाबी हो जाती थी . बड़ा मज़ा आ रहा था चारों तरफ चुदाई देख कर ?
इतने में मैंने देखा की लड़कियों की लड़कियों ने अपने अपने लण्ड बदल लिया  .साजिया सफी का लौड़ा पकडे हुए थी . रिया पीटर का लण्ड चाट रही थी, मंजीत कौन जग्गी के लण्ड पर टूट पड़ी , मेघा सतवीर और पन्नू के लण्ड का मज़ा लेने लगी .वीणा आंटी ने शेखों के दोनों लण्ड पर कब्जा कर लिया और मैं राका का लण्ड  हिलाने लगी . उधर मेरे सामने पूनम आंटी माईकल और विक्रम के लण्ड एक साथ चाटने लगी .
अभी तक बहन चोद कोई भी लण्ड झडा नहीं . कोई खलास नहीं हुआ ? सारे के सारे लण्ड टन्नाये हुए थे . 
 मुझे थोड़ा गुस्सा आया तो मैं राका का मुठ्ठ मारने लगी . लण्ड अपने मुह के सामने करके गचागच सड़का मारने लगी . एक हाथ से पेल्हड़ साधे हुए थी . दूसरे हाथ से सड़का मार रही थी . मैं उसकी आँखों में आँखे डाल कर  सड़का मार रही थी . मैं लण्ड से बोली भोषड़ी के आज मैं तेरी चटनी बनाऊँगी . तेरा तेल निकाल लूंगी बहन चोद, तेरी माँ का भोषडा चोदूंगी, तेरी बहन की बुर में पेल दूँगी लण्ड साले . निकल नहीं तो मैं तेरी गांड मारूंगी . मेरी गालियाँ सुन सुन कर लण्ड और सख्त होता जा रहा था . सभी मर्द मज़ा ले रहे थे मेरी गालियों का . लेकिन फिर अचानक फच्च से एक लम्बी पिचकारी मेरे मुह में छूट गयी . दूसरी भी मेरे मुह में और फिर मेरी चूंचियों पर ? उसके बाद तो फ़टाफ़ट झडने लगे लण्ड और लड़कियां / आंटियां पीने लगी लण्ड ?  
पहली चुदाई ख़तम होने के बाद सबने  हंसी मजाक करते हुए डिनर किया और थोडा इधर उधर घूमे . करीब रात के ११ .३० बजे फिर महफ़िल लग गयी . जिसको जो लण्ड मिला वो सहलाने लगी . जिसको जो चूंची मिली वह दबाने लगा . जिसको जो चूत मिली वो सहालने लगा . जिसको जिकसी गांड मिली वह उसी पर हाथ फिराने लगा . सब लोग फिर मस्ती आने लगे .
 इतने में डोर बेल बजी . मैं हैरान थी की इस समय भला कौन हो सकता है ? मैंने दरवाजा खोला तो देखा की बाहर अंकिता खड़ी है . अंकिता एक डिग्री कॉलेज में प्रोफ़ेसर है . मैं उसे सबके सामने ले आयी . सबने उसका वेलकम किया .
अंकिता मुझे गिफ्ट का एक डिब्बा पकडाते हुए बोली :- यार मैं लेट हो गयी . ये तेरे लिए एक गिफ्ट लाई हूँ .
मैंने कहा :- पहले तू भोषड़ी की ये बता की लेट क्यों हुई ?
वह बोली :- यार एक जगह और पार्टी थी . मैं वह अटेंड करके आ रही हूँ . वह लड़कों के लण्ड का मुठ्ठ मारने की पार्टी थी . हां लण्ड पकड़ो, चाटो, चूसो और फिर मारो दनादन्न सड़का . सड़का मारने के बाद पियो मस्ती से लण्ड ? तो यार मैं लण्ड पी कर आ रही हूँ .
मैंने कहा:- अच्छा इस डिब्बे में क्या है ? 
 वह बोली :- तुम खुद ही खोल कर देख लो .
मैंने जैसे ही डिब्बा खोला तो उसमे से फनफनाता हुआ एक बड़ा सा लण्ड निकला ? मैं तो उसे देख कर डर गयी . वह था लकड़ी का लण्ड लेकिन उसके नीचे लगी थी स्प्रिंग जिससे वह उछल कर मेरे सामने आ गया . सबने खूब तालिय बजाई .
अंकिता ने बताया की इस तरह के लण्ड फिलिपीन्स में मिलते है . वहां से मैं कई लण्ड लेकर आयी हूँ . बड़े खूबसूरत और बिलकुल असली लण्ड लगते है . रंग भी असली लण्ड की तरह है . उसका सुपाड़ा तो लाजबाब लगता है . मैं ऐसा ही एक लण्ड अपनी पर्श में हमेशा रखती हूँ . पता नहीं कब और कहाँ जरुरत पड़ जाये . आजकल मैं इसी लण्ड से लड़कों की गांड मारती हूँ . लड़कियों की बुर चोदती हूँ और कुछ लड़कियों की माँ का भोषडा भी चोदती हूँ .
तब तक पूनम बोली :- अच्छा ठीक है अंकिता तुम इधर आओ मैं असली लण्ड से तेरा भोषडा चोदूंगी .
बस अंकिता भी शामिल हो गयी हमारी चुदाई - पार्टी में ?
 
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=०=०=०=०=०=-०=-०=०=०=०=समाप्त 
 





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