ये साला मेरा बॉस बहन चोद बड़ा हरामजादा है . लेकिन उसे यह नहीं मालूम है की मैं मादर चोद उससे ज्यादा
हरामजादी हूँ . मैं देखती हूँ की वह कब तक मेरी माँ चोदता है ? मैं पीछे हटने वाली नहीं हूँ . अगर वह, भोषडी का, मेरी माँ चोद सकता है तो मैं भी उसकी माँ चोद सकती हूँ . उसकी गांड में भर दूँगी पानी . उसके मुह में ठूंस दूँगी लण्ड . उसकी माँ का भोषडा . मैं चुप बैठने वाली नहीं हूँ .
सपना, तुम देखना एक दिन मैं इस बहन चोद के सारे कपडे उतरवा लूंगी और यही बॉस मेरे आगे नंगा खड़े होकर मुझसे माफ़ी मांगेगा ? आज ये चाहे जितनी मेरी माँ चोद ले मुझे कोई शिकायत नहीं . मैंने तो ठान लिया है की आज मैं अपनी माँ चुदा लूंगी . पर कल से मैं इसकी माँ चोदूंगी . मुमताज़ अपने मन की भड़ास निकाल रही थी . उसके सामने बैठी उसकी सहेली सपना .
मुमताज़ जिस ऑफिस में काम करती है वहां का बॉस है मिस्टर मुज़फ्फर अली ? वह मुमताज़ को काफी परेशान करता है . उस पर काम का बोझ लाद देता है और कोई सपोर्ट भी नहीं देता ? काम न होने पर डांटता है वह भी सबके सामने . मुमताज़ तंग आ चुकी है उसके इस व्यवहार से उसने किसी तरह अपना ट्रासफर करवा लिया है . पर उसका बॉस उसे छोड़ नहीं रहा है . उसे रिलीव नहीं कर रहा है . मुमताज़ इसी बात से टेंसन में रहती है . उसे गुस्सा आता है . वह बॉस को गालियाँ बकती है पर बिचारी बेबस क्या करे ?
मुज़फ्फर अली की उम्र लगभग ५० साल की है . देखने में हैंडसम है पर है बड़ा हरामी . वह खूबसूरत लड़कियों को फंसा लेता है और फिर उन्हें मजे से चोदता है . लड़कियों की माँ चोदने का भी शौक है उसे ? पर यह बात हर एक को नहीं मालूम . मुमताज़ भी यह नहीं जानती ?
मुज़फ्फर अली की नज़र मुमताज़ है और उसकी अम्मी पर भी है . एक दिन ऐसा हुआ की मुमताज़ अपनी अम्मी के साथ माल में घूम रही थी . वहीँ मुज़फ्फर भी पहुँच गया . मुमताज़ ने बड़े अदब से अपनी अम्मी को मिलवाया . उसकी नज़र मुमताज़ की अम्मी पर टिक गयी . उसका दिल मुमताज़ की माँ पर आ गया . अब सोचने लगा की कैसे मुमताज़ की माँ को अपने बस में किया जाए ? अरे अभी तक वह मुमताज़ को अपने बस में नहीं कर पाया तो उसकी माँ को कैसे करेगा ? एक बात जरुर काबिले तारीफ है की मुज़फ्फर अली किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता ? लड़की जब तक मन से तैयार नहीं होती तब तक वह उसे छूता भी नहीं ? अब आगे की कहानी फिर मुमताज़ से सुनिए .
वह बोली :- यार मुझे लगा की मेरी अम्मी भी मेरे बॉस को देख कर ठहर गयी . वह भी बॉस की तरफ झुकने लगी .
मुझसे अम्मी बोली :- हाय मुमताज़ तेरा बॉस तो बड़ा हॉट लग रहा है ?
मैंने कहा :- हां अम्मी हॉट तो है बहन चोद ? पर मेरा काम क्यों नहीं करता ?
अम्मी बोली :- अरी एक दिन चढ़ जा न उसके ऊपर राशन पानी लेकर ? खूब गालिया दे उसे और जिस्म दिखा दिखा कर दे . अरे मर्द को काबू करना हो तो पहले उसके लण्ड को काबू करो ? लण्ड काबू में आ गया तो समझो की मर्द भी भोषडी का काबू में आ गया ?
अम्मी की यह अनुभवी बात मुझे पसंद आ गयी . एक दिन जब ऑफिस के सब लोग चले गए तो मैं उसके केबिन में घुस गयी . मैंने साडी का पल्लू नीचे गिर दिया . ब्लाउज के दो बटन खोल दिया . नीचे ब्रा पहनी ही नहीं थी .
मैंने कहा :- सर, मुझे आज साफ साफ़ बता दो की तुम मेरी गांड कब तक मारोगे ? कब तक मेरी माँ चोदोगे ? अगर तुम मुझे चोदना चाहते हो तो चोद लो ? मेरी माँ चोदना चाहते हो तो चोद लो ? एक बार नहीं कई बार चोद लो ? जितना तेरे लण्ड में दम हो उतना चोद लो ? आज तो मैं चुदा के जाऊंगी . अपनी माँ चुदा के जाऊंगी . पर मुझे रिलीब कर दो प्लीज ?
वह मुस्कराकर बोला :- अरे मुमताज़, मुझे किसी को जबरदस्ती चोदना नहीं है ? मैं किसी को परेशान नहीं करता ? किसी के साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं करता ? किसी लड़की को हाथ भी नहीं लगाता ? तो फिर मैं चोदूंगा कैसे ? सोचने वाली बात है . हां अगर कोई मुझसे अपनी इच्छा से चुदवाना चाहे तो मैं इनकार भी नहीं करता ? सबको खुश कर देता हूँ . रही तुम्हारे रिलीब करने की बात तो सुन लो तुम्हारे अगेंस्ट एक शिकायत आयी है . मैं उसका निपटारा कर रहा हूँ ताकि तुम्हे बाद में तकलीफ न हो ? एक हफ्ते में मामला ठीक हो जायेगा तब तुम्हे छोड़ दूंगा . अगर इसके पहले हो गया तो पहले छोड़ दूंगा .
मैं पानी पानी हो गयी . मेरा गुस्सा शांत हो गया क्योंकि उसने मुझे शिकायत दिखा दी . बात सच थी .
मैंने कहा :- सर, आई एम् सॉरी ? मैं माफ़ी चाहती हूँ मैंने आपको गाली दी .
यह कह कर मैं वापस चली आयी और सारी बात अम्मी को बता दी . अम्मी ने फ़ौरन फोन उठाया और मेरे बॉस की खूब तारीफ की फिर कहा सर आप आज मेरे घर में मेरे साथ डिनर करेंगे . प्लीज आज शाम को ८ बजे आना न भूलना ? वह शाम को आ गया .
एक टी शर्ट और जींस में था वह . स्मार्ट लग रहा था . मेरी अम्मी भी ढीले कपडे पहने थी . मैं भी जींस और एक हलकी सी टॉप में थी . हम तीनो लोग व्हिस्की पीने बैठ गए . बॉस उस दिन बहुत खुश नज़र आया .
अम्मी बोली :- अली आपकी जवानी माशा अल्ला अभी बरकरार है ?
वह बोला :- भाभी आप भी बिलकुल तरोताजा लग रही है . लगता ही नहीं की आप मुमताज़ की माँ है . मुझे तो आप उसकी बड़ी बहन से ज्यादा कुछ भी नहीं लगती ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला ऐसा न कहो ? मैं मर जाऊंगी . यहाँ मेरी बेटी भी है .
वह बोला :- आपकी बेटी तो बेहद खूबसूरत है . कोई बहुत बड़ा नसीबवाला होगा जो इसका हाथ पकड़ेगा ? अम्मी बोली :- अजी हाथ को छोडो लोग तो जाने क्या क्या पकड़ना चाहते है मेरी बेटी का ?
वह बोला :- आपकी बेटी भी तो कुछ पकड़ना चाहती होगी ?
अम्मी बोली :- हां हां क्यों नहीं ? बेटी क्या मैं भी पकड़ना चाहती हूँ . वो चीज ही ऐसी है ? उसे तो खुदा ने औरतों के लिए बनाई है पर रहता है मर्दों के पास ?
वह बोला :- ये तो खुदा का करिश्मा है . औरत की चीज मर्द के पास है और मर्द की चीज औरत के पास है .
तब तक एक एक पैग ख़तम हो गया . अम्मी ने दूसरा पैग पकडाया तो उसकी चुन्नी नीचे गिर गयी . अम्मी की दोनों चूंची खुल कर सामने आ गयी .
बॉस बोला :- वाओ, आप कितनी हसीं है ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, ये बुर चोदी चूंची मानती ही नहीं . जहाँ कोई अच्छा मर्द देखती है वहां अपने आप खुल जाती है .
तब उसने हिम्मत की अम्मी की चूंची पकड़ ली . अम्मी उसका लण्ड टटोलने लगी . फिर उसने दोनों चूंची पकड़ी . बॉस ने अपना मुह मेरी अम्मी की चूंचियों के बीच घुसेड दिया .
अम्मी बोली :- बेटी ज़रा देखो लण्ड कहाँ चला गया भोषडी का ? उसे पकड़ के मेरे सामने लाओ .
मैंने बॉस को नंगा कर दिया और लण्ड हिला हिला कर खड़ा कर दिया .
मैं बोली ;- हाय अम्मी ये तो मादर चोद बहुत बड़ा है ? इतना बड़ा लौड़ा मैं पहली बार देख रही हूँ . जुम्मन अंकल के लण्ड से भी बड़ा है ?
मैंने लण्ड की कई बार चुम्मी ली .
अम्मी बोली :- ठीक है तू पहले चाट ले लण्ड चूस ले लण्ड ? मैं बाद में चूसूंगी ? अभी मैं इसे अपना भोषडा चुसाने जा रही हूँ . बस अम्मी ने अपना भोषडा खोल दिया और उसे चटाने लगी . बॉस की मस्ती बढती जा रही थी . वह चाट रहा था अम्मी का भोषडा मगर एक हाथ से मेरी चूत भी सहला रहा था . थोड़ी में अम्मी ने कहा अच्छा ला मुमताज़ अब मैं इस मादर चोद लण्ड का मज़ा लूंगी . अम्मी ने मुह में पूरा लौड़ा घुसेड लिया और चूसने लगी . मैं नीचे पेल्हड़ चाटने लगी . अम्मी बीच बीच में मुझे भी लण्ड चटा देती थी . हम दोनों लण्ड का भरपूर मज़ा लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रही थी . अली भोषडी का माँ बेटी दोनों को एक साथ लण्ड चटवा कर मस्त हुआ जा रहा था . उसे लगा की अगर यही थोड़ी देर चलता रहा तो मैं झड जाऊंगा . इसलिए वह मुझसे बोला मुमताज़ अब मैं सबसे पहले चोदूंगा तेरी माँ का भोषडा ? उसके बाद चोदूंगा तेरी बुर ? ऐसा कहा उसने और लौड़ा घुसा दिया अम्मी के भोषडा में ? एक ही धक्के में पूरा लौड़ा अन्दर अम्मी बोली हां मादर चोद अब चोदो गांड से जोर लगा के . तेरा लौड़ा तो मस्त है . मेरी बुर को चारों तरफ से घेर लिया है इस बहन चोद ने . तुम वाकई बड़े चुदक्कड आदमी हो . अब मुझे यकीन हो गया है की तुम मेरी बेटी को अच्छी तरह से चोद सकते हो . हां और जोर जोर से मारो धक्का ? फ़चाफ़च गचागच चोदो ? अम्मी के मुह से यह सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया . थोड़ी देर में अम्मी ने लण्ड मेरी बुर में घुसेड दिया . मैं भी चुदाने लगी . अम्मी बोली हां अब मज़ा रहा है अपनी बेटी की चुदती बुर देख कर ? जवानी में ऐसे मस्त लौड़े मिलते रहे तो फिर क्या ? हम दोनों ने उस दिन खूब चुदवाया और फिर झड़ते लण्ड को दोनों ने चाटा . दो दिन बाद सपना मिली .
मैंने कहा :- यार सपना, बजी तो पलट गयी . मेरा बॉस साला बड़ा अच्छा आदमी निकला . वह मेरा काम कर देगा . जानती हो सपना बहन चोद का लौड़ा बड़ा तगड़ा है . जिससे ही उसका लण्ड मेरे हाथ में आया मेरी तो लार टपकने लगी .मेरी बुर चुदासी हो गयी . फिर मैं अप्पने आप को रोक नहीं सकी . मैंने खूब चुदवाया और अपनी माँ का भोषडा भी चुदवाया ? बड़ा मज़ा आया . यार उसका लण्ड बड़ा शानदार है .
सपना बोली :- मुझे कैसे मालूम उसका लौड़ा कैसा है . तू तो समझती है की जैसे मेरे पास चूत है ही नहीं ?
मैंने कहा :- नहीं यार तू मेरी पक्की दोस्त है . मैंने बात कर ली है . आज तेरी बुर में घुसेगा मेरे बॉस का लण्ड ? सपना खुश हो गयी .
शाम को मैं सपना को लेकर बॉस के घर पहुँच गयी . मैंने बॉस से सपना को मिलवाया और कहा सर ये है मेरी दोस्त बुर चोदी सपना . बड़ी मस्त लड़की है और दिल खोल प्यार देती है . फिर मैंने सपना से कहा ये है मेरा बॉस, इसका लौड़ा है मेरा सुपर बॉस . मैंने उसके लण्ड पर हाथ मारते हुए कहा ?
सपना हंस पड़ी . उसके बाद बॉस ने ड्रिंक्स का इंतजाम किया और हम तीनो पीने लगी मदिरा . धीरे धीरे नशा चढ़ने लगा . मेरी मस्ती बढ़ने लगी . मैंने अपनी चूंचियाँ खोल दी और फिर सपना की भी चूंचियाँ खोल कर बॉस को दिखा दी . सपना की चूंची मेरी चूंची से बड़ी है . और सालिड भी है . बॉस की आँखे खुल गयी . वह बोला हाय सपना क्या बात है तेरी चूंचियों की . उसके बाद मैं रुकी नहीं . मैंने सपना को पूरी की पूरी नंगी कर दिया . उसकी चूत और गंद देख कर बॉस के तो होश उड़ गए . सपना वाकई मुझसे ज्यादा सुन्दर है . बॉस ने सपना को चिपका लिया . उसकी चून्चियां मसलने लगा . सपना उसका लण्ड टटोलने लगी . इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी . मैंने जाकर दरवाजा खोला तो सामने एक आदमी खड़ा था . मैं उसे अन्दर बैठाया . मैं मन ही मन सोचने लगी ये भोषडी का इस समय कैसे आ गया मादर चोद ? अब तो सारा मज़ा किरकिरा हो जायेगा ? मेरी झांटे सुलगने लगी . मैंने अन्दर जाकर बॉस से कहा कोई अनवर अंकल आये है ?
बॉस बोला :- उसे अन्दर यहीं बुला लो .
मैंने कहा :- अरे होश में तो हो ? यहाँ अन्दर हम सब नंगी है और ऐसे में किसी गैर को यहाँ कैसे ले आऊँ ?
वह बोला :- अरे यार वह गैर नहीं है , वह मेरा दोस्त है जैसे तेरी दोस्त सपना है . अनवर मेरा जिगरी दोस्त है ? उससे कुछ भी छुपा नहीं है .
मैंने कहा :- नहीं यार ये ठीक नहीं है .
बॉस बोला :- ठीक है मैं ही जाता हूँ .
हम दोनों एक चादर लपेट कर बैठ गयी .
थोड़ी देर में बॉस बोला :- अब खोलो न चादर वह चला गया . हम दोनों फिर नंगी नंगी शराब पीने लगी .
इतन में बॉस बोला :- मुमताज़ तुम दोनों अपनी अपनी आँखे बंद करो ? हम दोनों ने आँखे बंद कर ली . और जब उसने कहा अब आँखे खोलो तो हमने आँखे खोल दी . आँखे खोलते ही मैंने देखा की हमारे सामने एक टन टनाता हुआ लण्ड खड़ा है . उसका लण्ड बॉस के लण्ड से बड़ा था और मोटा भी थोडा ज्यादा था . मेरे मुह से निकला बाप रे बाप ये किसका लण्ड है ?
सपना बोली :- वाओ, मादर चोद किसी घोड़े का लौड़ा है यार ?
मैंने जब उसकी शकल देखी तो बोली :- अरे ये तो वही है अनवर ? इसका इतना बड़ा लण्ड ?
मेरा हाथ अपने आप लण्ड पर चला गया . तब बॉस ने बताया की जब मुझे मालूम हुआ की तुम सपना को लेकर आ रही हो . तो मैंने तुम्हे चोदने के लिए अपने दोस्त को बुला लिया क्योंकि मैं तो सपना को चोदूंगा . सपना बोली :- तो इसका मतलब ये तेरा दोस्त तुम्हारे बहुत नजदीक है .
बॉस बोला :- हां बहुत नजदीक है . मैं इसकी बीवी इसके सामने चोदता हूँ और ये मेरी बीवी मेरे सामने चोदता है . आज ये मुमताज़ को चोदेगा और मैं तुम्हे .
ऐसा कह कर बॉस ने सपना के मुह में घुसेड दिया लण्ड और इधर मैंने अनवर का लौड़ा चाटना शुरू कर दिया . फिर रात भर उन दोनों ने मुझे और सपना को खूब चोदा . हम दोनों ने गांड भी मरवाई .
दूसरे दिन मैं अनवर को लेकर अपने घर गयी और उसे अपनी अम्मी से मिलवाया . अम्मी उसे देख कर खुश हो गयी . उसे बैठा कर अम्मी मुझे अन्दर ले गयी . मैंने अन्दर देखा की दो लड़के नंगे नंगे लेटे है . मेरी नज़र उनके लण्ड पर पड़ी तो मैंने कहा अम्मी क्या तुम इन दोनों से चुदवा रही थी . अम्मी बोली नहीं अभी तो मैं दोनों लण्ड पी रही थी और तेरे आने का इंतज़ार कर रही थी . मैंने इन दोनों से कहा आज तुम मेरी बेटी चोदो . उसकी बुर का मज़ा लो . उसकी गांड मारो . तब से ये दोनों भी तेरा इंतज़ार कर रहे है . अब तुम खोलो अपने कपडे और शुरू करो चुदाना मैं अनवर को देखती हूँ .
मैंने कहा :- नहीं अम्मी :- तुम खोलो अपने कपडे अनवर चोदेगा तेरा भोषडा ? आज मैं उससे अपनी माँ चुदवाऊँगी .
अम्मी बोली :- ठीक है मैं भी खोलती हूँ कपडे और तुम भी खोलो . आज मैं भी चुदवाऊँगी अपनी बिटिया की बुर . बस फिर क्या मैं उन दोनों से अपनी माँ के सामने चुदवाने लगी और मेरी माँ मेरे सामने अनवर से अपना भोषडा चुदवाने लगी .
इतने में मेरा फोन आ गया .
वह बोली :- यार मुमताज़ तुम क्या कर रहो हो ? क्या तुम मेरे घर आ सकती हो ?
मैंने कहा :- नहीं आ सकती यार ? मैं अपनी माँ चुदवा रही हूँ .
वह बोली :- यार माँ तो मैं भी चुदवा रही हूँ . पर मेरी माँ चोदने वाला तुझे चोदना चाहता है .
मैंने कहा :- ठीक है मैं उससे चुदवा लूंगी पर मेरी माँ चोदने वाला तुझे चोदेगा .
वह बोली :- यार हम दोनों अगर अपनी अपनी माँ चुदवाने के बाद खुद भी तो चुदवायेंगी
मैंने कहा :- हां बिलकुल यही साले भोषडी वाले माँ चोदने के बाद बेटियां भी चोदेंगे ?
इसी तरह हर रोज़ कहीं न कहीं मैं माँ चुदवाती रही और माँ अपनी बेटी चुदवाती रही .
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=समाप्त
हरामजादी हूँ . मैं देखती हूँ की वह कब तक मेरी माँ चोदता है ? मैं पीछे हटने वाली नहीं हूँ . अगर वह, भोषडी का, मेरी माँ चोद सकता है तो मैं भी उसकी माँ चोद सकती हूँ . उसकी गांड में भर दूँगी पानी . उसके मुह में ठूंस दूँगी लण्ड . उसकी माँ का भोषडा . मैं चुप बैठने वाली नहीं हूँ .
सपना, तुम देखना एक दिन मैं इस बहन चोद के सारे कपडे उतरवा लूंगी और यही बॉस मेरे आगे नंगा खड़े होकर मुझसे माफ़ी मांगेगा ? आज ये चाहे जितनी मेरी माँ चोद ले मुझे कोई शिकायत नहीं . मैंने तो ठान लिया है की आज मैं अपनी माँ चुदा लूंगी . पर कल से मैं इसकी माँ चोदूंगी . मुमताज़ अपने मन की भड़ास निकाल रही थी . उसके सामने बैठी उसकी सहेली सपना .
मुमताज़ जिस ऑफिस में काम करती है वहां का बॉस है मिस्टर मुज़फ्फर अली ? वह मुमताज़ को काफी परेशान करता है . उस पर काम का बोझ लाद देता है और कोई सपोर्ट भी नहीं देता ? काम न होने पर डांटता है वह भी सबके सामने . मुमताज़ तंग आ चुकी है उसके इस व्यवहार से उसने किसी तरह अपना ट्रासफर करवा लिया है . पर उसका बॉस उसे छोड़ नहीं रहा है . उसे रिलीव नहीं कर रहा है . मुमताज़ इसी बात से टेंसन में रहती है . उसे गुस्सा आता है . वह बॉस को गालियाँ बकती है पर बिचारी बेबस क्या करे ?
मुज़फ्फर अली की उम्र लगभग ५० साल की है . देखने में हैंडसम है पर है बड़ा हरामी . वह खूबसूरत लड़कियों को फंसा लेता है और फिर उन्हें मजे से चोदता है . लड़कियों की माँ चोदने का भी शौक है उसे ? पर यह बात हर एक को नहीं मालूम . मुमताज़ भी यह नहीं जानती ?
मुज़फ्फर अली की नज़र मुमताज़ है और उसकी अम्मी पर भी है . एक दिन ऐसा हुआ की मुमताज़ अपनी अम्मी के साथ माल में घूम रही थी . वहीँ मुज़फ्फर भी पहुँच गया . मुमताज़ ने बड़े अदब से अपनी अम्मी को मिलवाया . उसकी नज़र मुमताज़ की अम्मी पर टिक गयी . उसका दिल मुमताज़ की माँ पर आ गया . अब सोचने लगा की कैसे मुमताज़ की माँ को अपने बस में किया जाए ? अरे अभी तक वह मुमताज़ को अपने बस में नहीं कर पाया तो उसकी माँ को कैसे करेगा ? एक बात जरुर काबिले तारीफ है की मुज़फ्फर अली किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता ? लड़की जब तक मन से तैयार नहीं होती तब तक वह उसे छूता भी नहीं ? अब आगे की कहानी फिर मुमताज़ से सुनिए .
वह बोली :- यार मुझे लगा की मेरी अम्मी भी मेरे बॉस को देख कर ठहर गयी . वह भी बॉस की तरफ झुकने लगी .
मुझसे अम्मी बोली :- हाय मुमताज़ तेरा बॉस तो बड़ा हॉट लग रहा है ?
मैंने कहा :- हां अम्मी हॉट तो है बहन चोद ? पर मेरा काम क्यों नहीं करता ?
अम्मी बोली :- अरी एक दिन चढ़ जा न उसके ऊपर राशन पानी लेकर ? खूब गालिया दे उसे और जिस्म दिखा दिखा कर दे . अरे मर्द को काबू करना हो तो पहले उसके लण्ड को काबू करो ? लण्ड काबू में आ गया तो समझो की मर्द भी भोषडी का काबू में आ गया ?
अम्मी की यह अनुभवी बात मुझे पसंद आ गयी . एक दिन जब ऑफिस के सब लोग चले गए तो मैं उसके केबिन में घुस गयी . मैंने साडी का पल्लू नीचे गिर दिया . ब्लाउज के दो बटन खोल दिया . नीचे ब्रा पहनी ही नहीं थी .
मैंने कहा :- सर, मुझे आज साफ साफ़ बता दो की तुम मेरी गांड कब तक मारोगे ? कब तक मेरी माँ चोदोगे ? अगर तुम मुझे चोदना चाहते हो तो चोद लो ? मेरी माँ चोदना चाहते हो तो चोद लो ? एक बार नहीं कई बार चोद लो ? जितना तेरे लण्ड में दम हो उतना चोद लो ? आज तो मैं चुदा के जाऊंगी . अपनी माँ चुदा के जाऊंगी . पर मुझे रिलीब कर दो प्लीज ?
वह मुस्कराकर बोला :- अरे मुमताज़, मुझे किसी को जबरदस्ती चोदना नहीं है ? मैं किसी को परेशान नहीं करता ? किसी के साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं करता ? किसी लड़की को हाथ भी नहीं लगाता ? तो फिर मैं चोदूंगा कैसे ? सोचने वाली बात है . हां अगर कोई मुझसे अपनी इच्छा से चुदवाना चाहे तो मैं इनकार भी नहीं करता ? सबको खुश कर देता हूँ . रही तुम्हारे रिलीब करने की बात तो सुन लो तुम्हारे अगेंस्ट एक शिकायत आयी है . मैं उसका निपटारा कर रहा हूँ ताकि तुम्हे बाद में तकलीफ न हो ? एक हफ्ते में मामला ठीक हो जायेगा तब तुम्हे छोड़ दूंगा . अगर इसके पहले हो गया तो पहले छोड़ दूंगा .
मैं पानी पानी हो गयी . मेरा गुस्सा शांत हो गया क्योंकि उसने मुझे शिकायत दिखा दी . बात सच थी .
मैंने कहा :- सर, आई एम् सॉरी ? मैं माफ़ी चाहती हूँ मैंने आपको गाली दी .
यह कह कर मैं वापस चली आयी और सारी बात अम्मी को बता दी . अम्मी ने फ़ौरन फोन उठाया और मेरे बॉस की खूब तारीफ की फिर कहा सर आप आज मेरे घर में मेरे साथ डिनर करेंगे . प्लीज आज शाम को ८ बजे आना न भूलना ? वह शाम को आ गया .
एक टी शर्ट और जींस में था वह . स्मार्ट लग रहा था . मेरी अम्मी भी ढीले कपडे पहने थी . मैं भी जींस और एक हलकी सी टॉप में थी . हम तीनो लोग व्हिस्की पीने बैठ गए . बॉस उस दिन बहुत खुश नज़र आया .
अम्मी बोली :- अली आपकी जवानी माशा अल्ला अभी बरकरार है ?
वह बोला :- भाभी आप भी बिलकुल तरोताजा लग रही है . लगता ही नहीं की आप मुमताज़ की माँ है . मुझे तो आप उसकी बड़ी बहन से ज्यादा कुछ भी नहीं लगती ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला ऐसा न कहो ? मैं मर जाऊंगी . यहाँ मेरी बेटी भी है .
वह बोला :- आपकी बेटी तो बेहद खूबसूरत है . कोई बहुत बड़ा नसीबवाला होगा जो इसका हाथ पकड़ेगा ? अम्मी बोली :- अजी हाथ को छोडो लोग तो जाने क्या क्या पकड़ना चाहते है मेरी बेटी का ?
वह बोला :- आपकी बेटी भी तो कुछ पकड़ना चाहती होगी ?
अम्मी बोली :- हां हां क्यों नहीं ? बेटी क्या मैं भी पकड़ना चाहती हूँ . वो चीज ही ऐसी है ? उसे तो खुदा ने औरतों के लिए बनाई है पर रहता है मर्दों के पास ?
वह बोला :- ये तो खुदा का करिश्मा है . औरत की चीज मर्द के पास है और मर्द की चीज औरत के पास है .
तब तक एक एक पैग ख़तम हो गया . अम्मी ने दूसरा पैग पकडाया तो उसकी चुन्नी नीचे गिर गयी . अम्मी की दोनों चूंची खुल कर सामने आ गयी .
बॉस बोला :- वाओ, आप कितनी हसीं है ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, ये बुर चोदी चूंची मानती ही नहीं . जहाँ कोई अच्छा मर्द देखती है वहां अपने आप खुल जाती है .
तब उसने हिम्मत की अम्मी की चूंची पकड़ ली . अम्मी उसका लण्ड टटोलने लगी . फिर उसने दोनों चूंची पकड़ी . बॉस ने अपना मुह मेरी अम्मी की चूंचियों के बीच घुसेड दिया .
अम्मी बोली :- बेटी ज़रा देखो लण्ड कहाँ चला गया भोषडी का ? उसे पकड़ के मेरे सामने लाओ .
मैंने बॉस को नंगा कर दिया और लण्ड हिला हिला कर खड़ा कर दिया .
मैं बोली ;- हाय अम्मी ये तो मादर चोद बहुत बड़ा है ? इतना बड़ा लौड़ा मैं पहली बार देख रही हूँ . जुम्मन अंकल के लण्ड से भी बड़ा है ?
मैंने लण्ड की कई बार चुम्मी ली .
अम्मी बोली :- ठीक है तू पहले चाट ले लण्ड चूस ले लण्ड ? मैं बाद में चूसूंगी ? अभी मैं इसे अपना भोषडा चुसाने जा रही हूँ . बस अम्मी ने अपना भोषडा खोल दिया और उसे चटाने लगी . बॉस की मस्ती बढती जा रही थी . वह चाट रहा था अम्मी का भोषडा मगर एक हाथ से मेरी चूत भी सहला रहा था . थोड़ी में अम्मी ने कहा अच्छा ला मुमताज़ अब मैं इस मादर चोद लण्ड का मज़ा लूंगी . अम्मी ने मुह में पूरा लौड़ा घुसेड लिया और चूसने लगी . मैं नीचे पेल्हड़ चाटने लगी . अम्मी बीच बीच में मुझे भी लण्ड चटा देती थी . हम दोनों लण्ड का भरपूर मज़ा लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रही थी . अली भोषडी का माँ बेटी दोनों को एक साथ लण्ड चटवा कर मस्त हुआ जा रहा था . उसे लगा की अगर यही थोड़ी देर चलता रहा तो मैं झड जाऊंगा . इसलिए वह मुझसे बोला मुमताज़ अब मैं सबसे पहले चोदूंगा तेरी माँ का भोषडा ? उसके बाद चोदूंगा तेरी बुर ? ऐसा कहा उसने और लौड़ा घुसा दिया अम्मी के भोषडा में ? एक ही धक्के में पूरा लौड़ा अन्दर अम्मी बोली हां मादर चोद अब चोदो गांड से जोर लगा के . तेरा लौड़ा तो मस्त है . मेरी बुर को चारों तरफ से घेर लिया है इस बहन चोद ने . तुम वाकई बड़े चुदक्कड आदमी हो . अब मुझे यकीन हो गया है की तुम मेरी बेटी को अच्छी तरह से चोद सकते हो . हां और जोर जोर से मारो धक्का ? फ़चाफ़च गचागच चोदो ? अम्मी के मुह से यह सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया . थोड़ी देर में अम्मी ने लण्ड मेरी बुर में घुसेड दिया . मैं भी चुदाने लगी . अम्मी बोली हां अब मज़ा रहा है अपनी बेटी की चुदती बुर देख कर ? जवानी में ऐसे मस्त लौड़े मिलते रहे तो फिर क्या ? हम दोनों ने उस दिन खूब चुदवाया और फिर झड़ते लण्ड को दोनों ने चाटा . दो दिन बाद सपना मिली .
मैंने कहा :- यार सपना, बजी तो पलट गयी . मेरा बॉस साला बड़ा अच्छा आदमी निकला . वह मेरा काम कर देगा . जानती हो सपना बहन चोद का लौड़ा बड़ा तगड़ा है . जिससे ही उसका लण्ड मेरे हाथ में आया मेरी तो लार टपकने लगी .मेरी बुर चुदासी हो गयी . फिर मैं अप्पने आप को रोक नहीं सकी . मैंने खूब चुदवाया और अपनी माँ का भोषडा भी चुदवाया ? बड़ा मज़ा आया . यार उसका लण्ड बड़ा शानदार है .
सपना बोली :- मुझे कैसे मालूम उसका लौड़ा कैसा है . तू तो समझती है की जैसे मेरे पास चूत है ही नहीं ?
मैंने कहा :- नहीं यार तू मेरी पक्की दोस्त है . मैंने बात कर ली है . आज तेरी बुर में घुसेगा मेरे बॉस का लण्ड ? सपना खुश हो गयी .
शाम को मैं सपना को लेकर बॉस के घर पहुँच गयी . मैंने बॉस से सपना को मिलवाया और कहा सर ये है मेरी दोस्त बुर चोदी सपना . बड़ी मस्त लड़की है और दिल खोल प्यार देती है . फिर मैंने सपना से कहा ये है मेरा बॉस, इसका लौड़ा है मेरा सुपर बॉस . मैंने उसके लण्ड पर हाथ मारते हुए कहा ?
सपना हंस पड़ी . उसके बाद बॉस ने ड्रिंक्स का इंतजाम किया और हम तीनो पीने लगी मदिरा . धीरे धीरे नशा चढ़ने लगा . मेरी मस्ती बढ़ने लगी . मैंने अपनी चूंचियाँ खोल दी और फिर सपना की भी चूंचियाँ खोल कर बॉस को दिखा दी . सपना की चूंची मेरी चूंची से बड़ी है . और सालिड भी है . बॉस की आँखे खुल गयी . वह बोला हाय सपना क्या बात है तेरी चूंचियों की . उसके बाद मैं रुकी नहीं . मैंने सपना को पूरी की पूरी नंगी कर दिया . उसकी चूत और गंद देख कर बॉस के तो होश उड़ गए . सपना वाकई मुझसे ज्यादा सुन्दर है . बॉस ने सपना को चिपका लिया . उसकी चून्चियां मसलने लगा . सपना उसका लण्ड टटोलने लगी . इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी . मैंने जाकर दरवाजा खोला तो सामने एक आदमी खड़ा था . मैं उसे अन्दर बैठाया . मैं मन ही मन सोचने लगी ये भोषडी का इस समय कैसे आ गया मादर चोद ? अब तो सारा मज़ा किरकिरा हो जायेगा ? मेरी झांटे सुलगने लगी . मैंने अन्दर जाकर बॉस से कहा कोई अनवर अंकल आये है ?
बॉस बोला :- उसे अन्दर यहीं बुला लो .
मैंने कहा :- अरे होश में तो हो ? यहाँ अन्दर हम सब नंगी है और ऐसे में किसी गैर को यहाँ कैसे ले आऊँ ?
वह बोला :- अरे यार वह गैर नहीं है , वह मेरा दोस्त है जैसे तेरी दोस्त सपना है . अनवर मेरा जिगरी दोस्त है ? उससे कुछ भी छुपा नहीं है .
मैंने कहा :- नहीं यार ये ठीक नहीं है .
बॉस बोला :- ठीक है मैं ही जाता हूँ .
हम दोनों एक चादर लपेट कर बैठ गयी .
थोड़ी देर में बॉस बोला :- अब खोलो न चादर वह चला गया . हम दोनों फिर नंगी नंगी शराब पीने लगी .
इतन में बॉस बोला :- मुमताज़ तुम दोनों अपनी अपनी आँखे बंद करो ? हम दोनों ने आँखे बंद कर ली . और जब उसने कहा अब आँखे खोलो तो हमने आँखे खोल दी . आँखे खोलते ही मैंने देखा की हमारे सामने एक टन टनाता हुआ लण्ड खड़ा है . उसका लण्ड बॉस के लण्ड से बड़ा था और मोटा भी थोडा ज्यादा था . मेरे मुह से निकला बाप रे बाप ये किसका लण्ड है ?
सपना बोली :- वाओ, मादर चोद किसी घोड़े का लौड़ा है यार ?
मैंने जब उसकी शकल देखी तो बोली :- अरे ये तो वही है अनवर ? इसका इतना बड़ा लण्ड ?
मेरा हाथ अपने आप लण्ड पर चला गया . तब बॉस ने बताया की जब मुझे मालूम हुआ की तुम सपना को लेकर आ रही हो . तो मैंने तुम्हे चोदने के लिए अपने दोस्त को बुला लिया क्योंकि मैं तो सपना को चोदूंगा . सपना बोली :- तो इसका मतलब ये तेरा दोस्त तुम्हारे बहुत नजदीक है .
बॉस बोला :- हां बहुत नजदीक है . मैं इसकी बीवी इसके सामने चोदता हूँ और ये मेरी बीवी मेरे सामने चोदता है . आज ये मुमताज़ को चोदेगा और मैं तुम्हे .
ऐसा कह कर बॉस ने सपना के मुह में घुसेड दिया लण्ड और इधर मैंने अनवर का लौड़ा चाटना शुरू कर दिया . फिर रात भर उन दोनों ने मुझे और सपना को खूब चोदा . हम दोनों ने गांड भी मरवाई .
दूसरे दिन मैं अनवर को लेकर अपने घर गयी और उसे अपनी अम्मी से मिलवाया . अम्मी उसे देख कर खुश हो गयी . उसे बैठा कर अम्मी मुझे अन्दर ले गयी . मैंने अन्दर देखा की दो लड़के नंगे नंगे लेटे है . मेरी नज़र उनके लण्ड पर पड़ी तो मैंने कहा अम्मी क्या तुम इन दोनों से चुदवा रही थी . अम्मी बोली नहीं अभी तो मैं दोनों लण्ड पी रही थी और तेरे आने का इंतज़ार कर रही थी . मैंने इन दोनों से कहा आज तुम मेरी बेटी चोदो . उसकी बुर का मज़ा लो . उसकी गांड मारो . तब से ये दोनों भी तेरा इंतज़ार कर रहे है . अब तुम खोलो अपने कपडे और शुरू करो चुदाना मैं अनवर को देखती हूँ .
मैंने कहा :- नहीं अम्मी :- तुम खोलो अपने कपडे अनवर चोदेगा तेरा भोषडा ? आज मैं उससे अपनी माँ चुदवाऊँगी .
अम्मी बोली :- ठीक है मैं भी खोलती हूँ कपडे और तुम भी खोलो . आज मैं भी चुदवाऊँगी अपनी बिटिया की बुर . बस फिर क्या मैं उन दोनों से अपनी माँ के सामने चुदवाने लगी और मेरी माँ मेरे सामने अनवर से अपना भोषडा चुदवाने लगी .
इतने में मेरा फोन आ गया .
वह बोली :- यार मुमताज़ तुम क्या कर रहो हो ? क्या तुम मेरे घर आ सकती हो ?
मैंने कहा :- नहीं आ सकती यार ? मैं अपनी माँ चुदवा रही हूँ .
वह बोली :- यार माँ तो मैं भी चुदवा रही हूँ . पर मेरी माँ चोदने वाला तुझे चोदना चाहता है .
मैंने कहा :- ठीक है मैं उससे चुदवा लूंगी पर मेरी माँ चोदने वाला तुझे चोदेगा .
वह बोली :- यार हम दोनों अगर अपनी अपनी माँ चुदवाने के बाद खुद भी तो चुदवायेंगी
मैंने कहा :- हां बिलकुल यही साले भोषडी वाले माँ चोदने के बाद बेटियां भी चोदेंगे ?
इसी तरह हर रोज़ कहीं न कहीं मैं माँ चुदवाती रही और माँ अपनी बेटी चुदवाती रही .
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=समाप्त
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