देखो न यार, दो दो लण्ड अपनी चूत में पेलवाकर चुदवा रही है ससुरी फिर भी इसकी चुदाने की भूंख कभी कम नहीं होती ? अभी मुझसे कह रही थी की भाभी एक लण्ड और मेरे मुह में घुसेड दो प्लीज ? मैंने भी आव न देखा ताव अपने बहनोई का लौड़ा पकड़ा और ठूंस दिया उसके मुह में ? अब देखो बुर चोदी कैसे तीन तीन मर्दों से भकाभक चुदवा रही है भोषडी वाली ?
हया बोली :- अरे रहीमा भाभी तुम किसकी बात कर रही हो ? किसके मुह में घुसा दिया लौड़ा ? कहाँ है वो ?
मैंने कहा :- वही तुम्हारी सहेली सना के मुह में ? वो तो मेरी बुर चोदी नन्द है . और नन्द को चोदना उसकी चुदाई देखना मेरा हक है ? वो देखो कमरे में चुदा रही है माँ की लौड़ी ?
हया बोली :- ओ तो ये बात है ? फिर तो भाभी तुम भी चुदवाती होगी तीन तीन मर्दों से एक साथ ?
मैं बोली :- तो क्या तुम मुझे कम समझती हो ? मेरी बुर की कैपेसिटी कम आंकती हो ? अरे तीन तीन क्या पांच पांच लण्ड भी मेरे सामने हो तो मैं सबसे एक साथ चुदवा लूंगी .
हया बोली :- अरे भाभी तुम तो बिलकुल मेरी अम्मी की तरह बात कर रही हो ? मेरी अम्मी भी यही कहती है की मैं पांच पांच लण्ड एक साथ ले सकती हूँ .
मैंने कहा :- वाओ, तेरी अम्मी क्या चुदक्कड़ है ? क्या वह तेरे सामने चुदवाती है ? क्या तुम उसे चुदवाते हुए देखती हो ?
हया बोली :- हां और नहीं तो क्या ? वो तो खुले आम चुदवाती है ? मेरे सामने क्या सबके सामने चुदवाती है . उसे कोई शर्म हया नहीं है .
मैंने कहा :- पर तुम्हे तो शर्म होगी ?
हया बोली :- मुझे क्यों होगी . मुझे काहे की शर्म ? मैं तो उससे ज्यादा बिंदास हूँ . मैं सना से कम नहीं हूँ चुदवाने में ? अम्मी को चोदने एक से एक बढ़कर लण्ड वाले मर्द आते है . मैं उन सबसे चुदवा लेती है . कभी कभी तो अम्मी बाद में चुदवाती है मैं पहले ही चुदवा कर बैठ जाती हूँ . मैं मादर चोद बड़ी हरामी लड़की हूँ . मैं न किसी लड़के को छोड़ती हूँ और न किसी मर्द को ? सबके लण्ड घुसा लेती हूँ अपनी चूत में ? लोग अम्मी को चोदने आते है और मुझे चोद कर जाते है .
मैंने कहा :- तो क्या तुम भी सना की तरह गांड मरवाती हो ?
हया बोली :- हां गांड भी मरवाती हूँ . आजकल गांड मरवाने का चलन जोरों पर है . हमारे कॉलेज की सभी लड़कियां गांड मरवाने लगी है .
मैंने कहा :- अच्छा, अब मैं समझी ? अब तुम देखती जाओ हया . अभी सना को अपनी चूत मजे से फड़वा लेने दो ? आज तो मैं मारूंगी उसकी गांड ? मैं घुसाऊँगी लण्ड अपनी नन्द की गांड में ? तब आएगा मज़ा ?
हया बोली :- हां भाभी मैं भी देखूँगी बहन चोद सना अपनी गांड कैसे मरवाती है ? मैंने कहा :- हां हां जरुर देखना ? पर ये बताओ तुम्हारे घर में कौन कौन है ?
हया बोली :- बस हम दो . मैं और मेरी अम्मी . मेरे अब्बू ने अम्मी को तलाक दे दिया और खुद अपनी शादी करके कलकत्ता चला गया . हम लोग यही दिल्ली में ही रह गए . अब मैं भी नौकरी करती हूँ और मेरी अम्मी भी . हमें न तो पैसों की कमी नहीं है और न ही लण्ड की ?
मैंने कहा :- तो एक बढ़िया लण्ड ढूंढ कर लाओ न सना की गांड के लिए ?
हया बोली :- ठीक मैं अभी जाती हूँ और तुम्हे फोन करके बताती हूँ .
सना के जाने के बाद मैं भी उसी कमरे में चली गयी जहाँ मेरी नन्द चुद रही है . मैंने देखा की सना एक लण्ड पर बैठी हुई है . और उसके दोनों हाथ में एक एक लण्ड है . वह कूद कूद कर कभी दायें हाथ वाला लण्ड चाटती है और कभी बाएं हाथ वाला लण्ड ?
मुझे देख कर सना बोली : - हाय भाभी, लो एक लण्ड तुम भी घुसा लो अपने भोषडा में ? मैं तेरा भोषडा चुदता हुआ देखूँगी . और मन करे तो एक लण्ड अपनी गांड में डाल लो भाभी ? तुम भी चुदवाओ न भाभी मेरे साथ ? तुम्हे चुदते हुए देख कर मेरी चुदाने की इच्छा बढ़ने लगती है . चुदाई का इतना मस्त माहौल देख कर मैं भी जोश में आ गयी और लपक कर एक लण्ड पकड़ लिया . मेरा मुह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी . धीरे से मैंने अपने कपडे खोले और अपना भोषडा उसके सामने रख दिया . वह भी जोश में था . उसने भोषडा चाटना शुरू किया . तब तक सना पीछे से चुदवाने लगी और एक लण्ड आगे से चूसने लगी . इतने में मेरा भोषडा चाटते हुए उसने घूम कर लण्ड पेल दिया . मैं चुदवाने लगी . उधर सना थोडा आगे बढ़ी और मुझसे बोली अरी बुर चोदी भाभी लो मेरे साथ तुम भी लण्ड पियो ? उसने लण्ड मेरे मुह में घुसाया फिर मैंने अपने मुह से निकाल कर लण्ड उसके मुह में घुसाया . वह भी चूसती रही और मैं भी चूसती रही . उधर मेरी भी बुर में लण्ड था और उसकी भी बुर में . हम दोनों अपनी अपनी चूत चुदवाते हुए एक साथ लण्ड चूसने का भी मज़ा ले रही थी .
सना बोली :- भाभी आज तेरी चूत की माँ चुद रही है न ?
मैंने कहा :- भोषडी की सना, तू माँ की लौड़ी अपनी चूत नहीं अपनी माँ चुदवा रही है .
सना बोली :- बहन की लौड़ी रहीमा भाभी, तेरी बुर की माँ की बुर .
मैंने कहा :- ओये, सना की बच्ची हरामी की औलाद, तू बहन चोद चुदवाने में मुझसे आगे निकलना चाहती है . तेरी गांड फट जाएगी मुझसे मुकाबला करने में ?
सना बोली :- गांड तो मैं तेरी फाडूगी देख न तेरे भोषडा का मुकाबला मेरी चूत कितने मजे से कर रही है . चाहे कितना मोटा हो लण्ड, मेरी चूत उसे खा जाएगी ?
मैंने कहा :- अरे मेरे भोषडा में तो तुम अगर गधे का लण्ड पेल दो तो वह भी निगल जायेगा मेरा भोषडा ?
इसी तरह हम दोनों चुदाई में जोश भरने के लिए एक दूसरे को खूब गालियाँ दे दे कर चुदवाती है . और इससे मर्दों के लण्ड भी खूब मज़ा लेते है और सख्त भी होते जाते है . उस दिन हम दोनों ने तीनो लण्ड से अदल बदल कर खूब चुदवाया ? वह एक यादगार चुदाई बन गयी . हरामी है
दो दिन बाद हया मेरे घर आयी . उसके साथ दो मर्द भी थे . मैंने उसे बैठाया और फिर सना भी आ गयी .
हया बोली :- रहीमा भाभी आपने उस दिन मुझे लण्ड लाने के लिए कहा था . इसलिए मैं आज दो लण्ड लेकर आयी हूँ . ये है असीम अंकल और वसीम अंकल ? दोनों भोषडी में मादर चोद बड़े हरामी है . और इनसे ज्यादा इनके लण्ड हरामी है बहन चोद . बड़ी बेरहमी से चोदते है मुझे भी और मेरी माँ भी ? मेरी अम्मी इन दोनों लण्ड को बहुत प्यार करती है . उसके भोषडा की भूख इन्ही लौडों से मिटती है .
ऐसा कह कर हया असीम का पैजामा खोलने लगी . पैजामा खुलते ही उसका लौड़ा बाहर आ गया . हया ने उसे हिलाया तो लौड़ा खड़ा हो गया .
वह मुझे लौड़ा दिखाते हुए बोली :- भाभी ज़रा पकड़ कर देखो लौड़ा ? तुम्हे पसंद है की नहीं ? सना लो तुम भी पकड़ो . तब तक मैं दूसरा लौड़ा दिखाती हूँ .
मैंने लण्ड पकड़ लिया और उसे हिला डुला कर चारों तरफ से देखा . तब तक हया ने वसीम का लौड़ा बाहर कर लिया . उसे भी हिलाहिलाकर खड़ा कर दिया . उधर सना ने लपक कर वसीम का लण्ड पकड़ लिया .
सना बोली :- अरे भाभी बड़ा मस्त लौड़ा है अंकल का ? आज तो तेरे भोषडा की ईद हो गयी भाभी ?
मैंने कहा :- ईद तो तेरी बुर की भी है . आज ये दोनों मैं घुसाऊंगी तेरी चूत में ?
सना बोली :- तू बुर चोदी चिंता न कर मैं भी चोदूंगी तेरा भोषडा ?
मैंने कहा :- यार सना वैसे तो मैंने सना की गांड मारने के लिए लण्ड खोज रही थी . पर आज इसकी बुर ही चोद लूंगी . क्योंकि इतने मोटे लण्ड से अगर मैं इसकी गांड मारूंगी तो इसकी गांड फट जाएगी .
सना बोली :- अरे तेरी तो नहीं फटेगी बहन की लौड़ी मेरी भाभी ? मैं पेलूँगी तेरी गांड में लण्ड ?
मैंने कहा :- हया तेरी अम्मी क्या कर रही है ?
हया बोली :- वह अपनी बेटी चुदाने जा रही है .
मैंने कहा :- बेटी तो यहीं बैठी हुई है .
हया बोली :- वो देखो न सामने से आ रही है मेरी माँ ?
मैंने देखा की उसकी माँ अपने दोनों हाथों में एक एक लण्ड पकडे हुए मेरी तरफ आ रही है .
मेरे पास आकर बोली :- अरी रहीमा लो ये दोनों लण्ड एक रफ़ी का लण्ड और दूसरा सफी का लण्ड . मेरी बिटिया की बुर में पेलो . आज मैं सबके सामने अपनी बेटी चुदवाऊँगी .
हया बोली :- ठीक है भाभी तुम देखती जाओ आज मैं भी अपनी माँ चुदवाऊँगी .
बस देखते ही देखते चार लण्ड और चार चूत आमने सामने हो गए हया की माँ शबाना ने असीम का लण्ड पकड़ लिया . मैंने वसीम का लण्ड पकड़ा . उधर सना ने रफ़ी का लण्ड और हया ने सफी का लण्ड ? हम चरों मस्त होकर अपना अपना लण्ड चूस रही थी . चाट रही थी . लण्ड से खेल रही थी . अपनी अपनी चूंचियों पर रगड़ रही थी लण्ड और वे बहन चोद कभी बुर में कभी गांड में फेर रहे थे हाथ . एक दूसरे के सामने इस तरह से लण्ड के साथ खेलना सबको बड़ा अच्छा लग रहा था . इतने में हया का फोन आ गया .
हया बोली :- हेलो कौन है ?
वह बोला :- अरी सना तू बहन चोद कहाँ है ? मैं तेरे घर पर खड़ा हूँ .
हया बोली :- वाओ, अकबर अंकल तुम मादर चोद बहुत दिनों के बाद आये हो ? अच्छा देखो मैं घर नहीं हूँ यहाँ अपनी दोस्त के घर पर अपनी माँ चुदा रही हूँ .
वह बोला :- यार मैं भी तेरी माँ चोदने आया हूँ .
हया बोली :- तो यही आ जाओ न . यहाँ माँ भी चोदो और उसकी बेटी भी चोदो .
वह बोला :- अरे वाह अब तुम चुदाने वाली हो गयी हो न सना ?
हया बोली :- हां अंकल ? अरे मैं कब तक लण्ड पकडती रहूंगी . मैनें तेरा लण्ड खूब पकड़ा है खूब चूसा चाटा है सडका भी मारा है . लेकिन अब मैं तेरा लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी जल्दी आ न भोषडी के ?
थोड़ी देर में अकबर पहुँच गया . हया ने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी . उसके पास दो दो लण्ड हो गए .
शबाना बोली :- अकबर बहन चोद इतने दिनों से तू कहाँ गांड मरा रहा था ?
वह बोला :- भाभी मैं दुबई चला गया था .
शबाना बोली :- अच्छा बोल तू पहले माँ का भोषडा चोदेगा की बेटी की बुर ?
वह बोला :- यार, माँ का भोषडा तो कई बार चोदा है . अभी पहले मैं बेटी की बुर चोदूंगा ऐसा कह कर अकबर सना की बुर में घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा .
उधर मैंने सफी का लण्ड अपनी नन्द सना की गांड में घुसेड दिया . मैंने सना की गांड में एक एक करके सारे लण्ड घुसाए . उसे भी मज़ा आया और मुझे भी .
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
हया बोली :- अरे रहीमा भाभी तुम किसकी बात कर रही हो ? किसके मुह में घुसा दिया लौड़ा ? कहाँ है वो ?
मैंने कहा :- वही तुम्हारी सहेली सना के मुह में ? वो तो मेरी बुर चोदी नन्द है . और नन्द को चोदना उसकी चुदाई देखना मेरा हक है ? वो देखो कमरे में चुदा रही है माँ की लौड़ी ?
हया बोली :- ओ तो ये बात है ? फिर तो भाभी तुम भी चुदवाती होगी तीन तीन मर्दों से एक साथ ?
मैं बोली :- तो क्या तुम मुझे कम समझती हो ? मेरी बुर की कैपेसिटी कम आंकती हो ? अरे तीन तीन क्या पांच पांच लण्ड भी मेरे सामने हो तो मैं सबसे एक साथ चुदवा लूंगी .
हया बोली :- अरे भाभी तुम तो बिलकुल मेरी अम्मी की तरह बात कर रही हो ? मेरी अम्मी भी यही कहती है की मैं पांच पांच लण्ड एक साथ ले सकती हूँ .
मैंने कहा :- वाओ, तेरी अम्मी क्या चुदक्कड़ है ? क्या वह तेरे सामने चुदवाती है ? क्या तुम उसे चुदवाते हुए देखती हो ?
हया बोली :- हां और नहीं तो क्या ? वो तो खुले आम चुदवाती है ? मेरे सामने क्या सबके सामने चुदवाती है . उसे कोई शर्म हया नहीं है .
मैंने कहा :- पर तुम्हे तो शर्म होगी ?
हया बोली :- मुझे क्यों होगी . मुझे काहे की शर्म ? मैं तो उससे ज्यादा बिंदास हूँ . मैं सना से कम नहीं हूँ चुदवाने में ? अम्मी को चोदने एक से एक बढ़कर लण्ड वाले मर्द आते है . मैं उन सबसे चुदवा लेती है . कभी कभी तो अम्मी बाद में चुदवाती है मैं पहले ही चुदवा कर बैठ जाती हूँ . मैं मादर चोद बड़ी हरामी लड़की हूँ . मैं न किसी लड़के को छोड़ती हूँ और न किसी मर्द को ? सबके लण्ड घुसा लेती हूँ अपनी चूत में ? लोग अम्मी को चोदने आते है और मुझे चोद कर जाते है .
मैंने कहा :- तो क्या तुम भी सना की तरह गांड मरवाती हो ?
हया बोली :- हां गांड भी मरवाती हूँ . आजकल गांड मरवाने का चलन जोरों पर है . हमारे कॉलेज की सभी लड़कियां गांड मरवाने लगी है .
मैंने कहा :- अच्छा, अब मैं समझी ? अब तुम देखती जाओ हया . अभी सना को अपनी चूत मजे से फड़वा लेने दो ? आज तो मैं मारूंगी उसकी गांड ? मैं घुसाऊँगी लण्ड अपनी नन्द की गांड में ? तब आएगा मज़ा ?
हया बोली :- हां भाभी मैं भी देखूँगी बहन चोद सना अपनी गांड कैसे मरवाती है ? मैंने कहा :- हां हां जरुर देखना ? पर ये बताओ तुम्हारे घर में कौन कौन है ?
हया बोली :- बस हम दो . मैं और मेरी अम्मी . मेरे अब्बू ने अम्मी को तलाक दे दिया और खुद अपनी शादी करके कलकत्ता चला गया . हम लोग यही दिल्ली में ही रह गए . अब मैं भी नौकरी करती हूँ और मेरी अम्मी भी . हमें न तो पैसों की कमी नहीं है और न ही लण्ड की ?
मैंने कहा :- तो एक बढ़िया लण्ड ढूंढ कर लाओ न सना की गांड के लिए ?
हया बोली :- ठीक मैं अभी जाती हूँ और तुम्हे फोन करके बताती हूँ .
सना के जाने के बाद मैं भी उसी कमरे में चली गयी जहाँ मेरी नन्द चुद रही है . मैंने देखा की सना एक लण्ड पर बैठी हुई है . और उसके दोनों हाथ में एक एक लण्ड है . वह कूद कूद कर कभी दायें हाथ वाला लण्ड चाटती है और कभी बाएं हाथ वाला लण्ड ?
मुझे देख कर सना बोली : - हाय भाभी, लो एक लण्ड तुम भी घुसा लो अपने भोषडा में ? मैं तेरा भोषडा चुदता हुआ देखूँगी . और मन करे तो एक लण्ड अपनी गांड में डाल लो भाभी ? तुम भी चुदवाओ न भाभी मेरे साथ ? तुम्हे चुदते हुए देख कर मेरी चुदाने की इच्छा बढ़ने लगती है . चुदाई का इतना मस्त माहौल देख कर मैं भी जोश में आ गयी और लपक कर एक लण्ड पकड़ लिया . मेरा मुह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी . धीरे से मैंने अपने कपडे खोले और अपना भोषडा उसके सामने रख दिया . वह भी जोश में था . उसने भोषडा चाटना शुरू किया . तब तक सना पीछे से चुदवाने लगी और एक लण्ड आगे से चूसने लगी . इतने में मेरा भोषडा चाटते हुए उसने घूम कर लण्ड पेल दिया . मैं चुदवाने लगी . उधर सना थोडा आगे बढ़ी और मुझसे बोली अरी बुर चोदी भाभी लो मेरे साथ तुम भी लण्ड पियो ? उसने लण्ड मेरे मुह में घुसाया फिर मैंने अपने मुह से निकाल कर लण्ड उसके मुह में घुसाया . वह भी चूसती रही और मैं भी चूसती रही . उधर मेरी भी बुर में लण्ड था और उसकी भी बुर में . हम दोनों अपनी अपनी चूत चुदवाते हुए एक साथ लण्ड चूसने का भी मज़ा ले रही थी .
सना बोली :- भाभी आज तेरी चूत की माँ चुद रही है न ?
मैंने कहा :- भोषडी की सना, तू माँ की लौड़ी अपनी चूत नहीं अपनी माँ चुदवा रही है .
सना बोली :- बहन की लौड़ी रहीमा भाभी, तेरी बुर की माँ की बुर .
मैंने कहा :- ओये, सना की बच्ची हरामी की औलाद, तू बहन चोद चुदवाने में मुझसे आगे निकलना चाहती है . तेरी गांड फट जाएगी मुझसे मुकाबला करने में ?
सना बोली :- गांड तो मैं तेरी फाडूगी देख न तेरे भोषडा का मुकाबला मेरी चूत कितने मजे से कर रही है . चाहे कितना मोटा हो लण्ड, मेरी चूत उसे खा जाएगी ?
मैंने कहा :- अरे मेरे भोषडा में तो तुम अगर गधे का लण्ड पेल दो तो वह भी निगल जायेगा मेरा भोषडा ?
इसी तरह हम दोनों चुदाई में जोश भरने के लिए एक दूसरे को खूब गालियाँ दे दे कर चुदवाती है . और इससे मर्दों के लण्ड भी खूब मज़ा लेते है और सख्त भी होते जाते है . उस दिन हम दोनों ने तीनो लण्ड से अदल बदल कर खूब चुदवाया ? वह एक यादगार चुदाई बन गयी . हरामी है
दो दिन बाद हया मेरे घर आयी . उसके साथ दो मर्द भी थे . मैंने उसे बैठाया और फिर सना भी आ गयी .
हया बोली :- रहीमा भाभी आपने उस दिन मुझे लण्ड लाने के लिए कहा था . इसलिए मैं आज दो लण्ड लेकर आयी हूँ . ये है असीम अंकल और वसीम अंकल ? दोनों भोषडी में मादर चोद बड़े हरामी है . और इनसे ज्यादा इनके लण्ड हरामी है बहन चोद . बड़ी बेरहमी से चोदते है मुझे भी और मेरी माँ भी ? मेरी अम्मी इन दोनों लण्ड को बहुत प्यार करती है . उसके भोषडा की भूख इन्ही लौडों से मिटती है .
ऐसा कह कर हया असीम का पैजामा खोलने लगी . पैजामा खुलते ही उसका लौड़ा बाहर आ गया . हया ने उसे हिलाया तो लौड़ा खड़ा हो गया .
वह मुझे लौड़ा दिखाते हुए बोली :- भाभी ज़रा पकड़ कर देखो लौड़ा ? तुम्हे पसंद है की नहीं ? सना लो तुम भी पकड़ो . तब तक मैं दूसरा लौड़ा दिखाती हूँ .
मैंने लण्ड पकड़ लिया और उसे हिला डुला कर चारों तरफ से देखा . तब तक हया ने वसीम का लौड़ा बाहर कर लिया . उसे भी हिलाहिलाकर खड़ा कर दिया . उधर सना ने लपक कर वसीम का लण्ड पकड़ लिया .
सना बोली :- अरे भाभी बड़ा मस्त लौड़ा है अंकल का ? आज तो तेरे भोषडा की ईद हो गयी भाभी ?
मैंने कहा :- ईद तो तेरी बुर की भी है . आज ये दोनों मैं घुसाऊंगी तेरी चूत में ?
सना बोली :- तू बुर चोदी चिंता न कर मैं भी चोदूंगी तेरा भोषडा ?
मैंने कहा :- यार सना वैसे तो मैंने सना की गांड मारने के लिए लण्ड खोज रही थी . पर आज इसकी बुर ही चोद लूंगी . क्योंकि इतने मोटे लण्ड से अगर मैं इसकी गांड मारूंगी तो इसकी गांड फट जाएगी .
सना बोली :- अरे तेरी तो नहीं फटेगी बहन की लौड़ी मेरी भाभी ? मैं पेलूँगी तेरी गांड में लण्ड ?
मैंने कहा :- हया तेरी अम्मी क्या कर रही है ?
हया बोली :- वह अपनी बेटी चुदाने जा रही है .
मैंने कहा :- बेटी तो यहीं बैठी हुई है .
हया बोली :- वो देखो न सामने से आ रही है मेरी माँ ?
मैंने देखा की उसकी माँ अपने दोनों हाथों में एक एक लण्ड पकडे हुए मेरी तरफ आ रही है .
मेरे पास आकर बोली :- अरी रहीमा लो ये दोनों लण्ड एक रफ़ी का लण्ड और दूसरा सफी का लण्ड . मेरी बिटिया की बुर में पेलो . आज मैं सबके सामने अपनी बेटी चुदवाऊँगी .
हया बोली :- ठीक है भाभी तुम देखती जाओ आज मैं भी अपनी माँ चुदवाऊँगी .
बस देखते ही देखते चार लण्ड और चार चूत आमने सामने हो गए हया की माँ शबाना ने असीम का लण्ड पकड़ लिया . मैंने वसीम का लण्ड पकड़ा . उधर सना ने रफ़ी का लण्ड और हया ने सफी का लण्ड ? हम चरों मस्त होकर अपना अपना लण्ड चूस रही थी . चाट रही थी . लण्ड से खेल रही थी . अपनी अपनी चूंचियों पर रगड़ रही थी लण्ड और वे बहन चोद कभी बुर में कभी गांड में फेर रहे थे हाथ . एक दूसरे के सामने इस तरह से लण्ड के साथ खेलना सबको बड़ा अच्छा लग रहा था . इतने में हया का फोन आ गया .
हया बोली :- हेलो कौन है ?
वह बोला :- अरी सना तू बहन चोद कहाँ है ? मैं तेरे घर पर खड़ा हूँ .
हया बोली :- वाओ, अकबर अंकल तुम मादर चोद बहुत दिनों के बाद आये हो ? अच्छा देखो मैं घर नहीं हूँ यहाँ अपनी दोस्त के घर पर अपनी माँ चुदा रही हूँ .
वह बोला :- यार मैं भी तेरी माँ चोदने आया हूँ .
हया बोली :- तो यही आ जाओ न . यहाँ माँ भी चोदो और उसकी बेटी भी चोदो .
वह बोला :- अरे वाह अब तुम चुदाने वाली हो गयी हो न सना ?
हया बोली :- हां अंकल ? अरे मैं कब तक लण्ड पकडती रहूंगी . मैनें तेरा लण्ड खूब पकड़ा है खूब चूसा चाटा है सडका भी मारा है . लेकिन अब मैं तेरा लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी जल्दी आ न भोषडी के ?
थोड़ी देर में अकबर पहुँच गया . हया ने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी . उसके पास दो दो लण्ड हो गए .
शबाना बोली :- अकबर बहन चोद इतने दिनों से तू कहाँ गांड मरा रहा था ?
वह बोला :- भाभी मैं दुबई चला गया था .
शबाना बोली :- अच्छा बोल तू पहले माँ का भोषडा चोदेगा की बेटी की बुर ?
वह बोला :- यार, माँ का भोषडा तो कई बार चोदा है . अभी पहले मैं बेटी की बुर चोदूंगा ऐसा कह कर अकबर सना की बुर में घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा .
उधर मैंने सफी का लण्ड अपनी नन्द सना की गांड में घुसेड दिया . मैंने सना की गांड में एक एक करके सारे लण्ड घुसाए . उसे भी मज़ा आया और मुझे भी .
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