हां अब्बू, मैं बिलकुल ठीक कह रही हूँ तुम किसी दिन मेरी सहेली रेशमा में माँ चोद दो ? तभी उसे पता चलेगा की कोई उसकी माँ भी चोद सकता है। यह देखने में जितनी भोली भाली सीधी साधी लग रही है, उतनी है
नहीं भोसड़ी वाली ? मैं तो अब इसकी नस नस जान गयी हूँ। और इसकी मादर चोद अम्मी तो इससे दो हाथ आगे है, अब्बू। ये दोनों हरामजादी माँ बेटी बड़ी कुत्ती चीज हैं । माना की रेशमा मेरी अच्छी सहेली है लेकिन यह क्या की बिना बताये तुम किसी के हाथ में लौड़ा रख दो और फिर कहो की लो इसे प्यार से चाटो और चूसो। लण्ड का मुठ्ठ मारो और फिर लण्ड का रस चाटो ? एक नहीं दोनों भोसड़ी वाली ऐसी ही हैं। बेटी हाथ में लौड़ा रखती है तो माँ मुंह में लौड़ा घुसा देती है। बेटी मुंह में लौड़ा रखती है तो माँ चूत में लौड़ा पेल देती है। बेटी चूत में लौड़ा पेलती है तो माँ गांड में लौड़ा ठोंक देती है। यह भी कोई बात है ? लेकिन इन दोनों माँ बेटी का खेल साला इसी तरह चलता रहता है, बहन चोद ? मेरे साथ भी यही हुआ लण्ड पकड़ने से बुर चुदवाने तक ? दोनों भोसड़ी वाली यही करती हैं। जब भी कोई लड़की मिल जाती है तो उसे अपनी बातों में पहले फंसा लेती है और फिर उसके हाथ में लण्ड रख देती हैं। कभी हाथ पर लण्ड रख देती है और कभी लण्ड पर हाथ रख देती है दोनों बुर चोदी। बाद में मुझे मालूम हुआ, की दोनों माँ बेटी महा चुदक्कड़ है ? बेटी लौड़ा चूसती है तो माँ बुर चुदवाती है। बेटी बुर चुदवाती है तो माँ गांड मरवाती है। बेटी गांड मरवाती है तो माँ अपनी चूंची चुदवाती है। यही इन दोनों के बीच होता रहता है, अब्बू ?
अब्बू, जब तक तेरे जैसा हक्कानी लण्ड इन दोनों की चूत में नहीं घुसेगा और इन दोनों को हचक हचक नहीं चोदेगा तब तक ये दोनों बुर चोदी अपनी आदत से बाज नहीं आयेंगीं ?
अब देखो न अब्बू, रेशमा कैसी एक भोली भाली लड़की की तरह खड़ी है तेरे सामने। अभी कोई लण्ड इसके हाथ में आ जाये तो फिर देखो इसे ? इस तरह से टूट पड़ती है लण्ड पर जैसे बिल्ली चूहे पर टूट पड़ती है, और इस तरह से अपनी चूत में लण्ड घुसा घुसा कर चुदवाती है बहन चोद, जैसे कोई रंडी पैसे लेकर अपनी बुर चुदवाती है ? मैं ये बातें बता ही रही थी अब्बू से की मेरी अम्मी भी आ गयी।
वह बोली :- अरी हिना, बुर चोदी ज़रा खुल कर तो बता की तेरे साथ हुआ क्या ? मैं एक बात जानती हूँ की मैंने भी रेशमा के अब्बू के बारे में सुना है ? मुवा बड़ा हरामजादा है भोसड़ी वाला इसका अब्बू। और उससे ज्यादा हरामजादा है उसका लौड़ा ? अभी कल सारा की अम्मी बता रही थी की रेशमा के अब्बू को अपने लौड़े पर ही काबू नहीं है। उसका लौड़ा साला जब भी किसी जवान लड़की या फिर जवान औरत को देख लेता है तो बहन चोद घंटा घर की तरह तन कर खड़ा हो जाता है और लुंगी के बाहर निकल आता है उसका लौड़ा ? वो अपने लौड़े को आज़ाद रखता है और लुंगी के नीचे चड्ढी भी नहीं पहनता, इसका अब्बू ? अब खड़ा लौड़ा देख कर कैसे कोई लड़की अपने आप को रोक सकती है ?
मैंने कहा :- हां अम्मी, यही तो हुआ मेरे साथ ? उसने तो खोल के दिखा दिया अपना लौड़ा मुझे अम्मी ? तभी मैं ललचा गयी।
अम्मी बोली :- अच्छा मैं तेरा किस्सा बाद में सुनती हूँ , मैं पहले रेशमा से ही पूंछ लेती हूँ। क्यों बेटी रेशमा, यह बात सही है की नहीं ?
रेशमा बोली :- हां आंटी यह बात बिलकुल सही है। लेकिन इसमें मेरे अब्बू की कोई ख़ता नहीं है। उसका इस तरह का लौड़ा तो खुदा ने ही बनाया है ? अब खुदा ने उसे ९" का लौड़ा दे दिया है और इतना मोटा बना दिया है की किसी के काबू में आता ही नहीं ? इतना सख्त है इसका लौड़ा की वह चड्ढी के अंदर रह ही नहीं सकता ? वह तो लड़की को देख कर भड़क उठता है और जब तक उसे लण्ड पकड़ा नहीं देता तब तक मानता नहीं ? और जब उसका लण्ड पकड़ लेती है तो वो जब तक उसकी बुर चोद नहीं लेता तब तक ठंडा होता नहीं है। अब्बू इसीलिए लड़कियों की बुर चोदता रहता है ? औरतों का भोसड़ा चोदता रहता है। दूसरी तरफ एक और बात है। जो भी लड़की या जो भी औरत बहन चोद एक बार मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ लेती है और उससे चुदवा लेती है वह फिर बार बार लण्ड पकड़ने और चुदवाने आती रहती है। अब सारा की अम्मी को ही देखिये मादर चोद हर दूसरे दिन अपना भोसड़ा चुदवाने मेरे घर आ जाती है। और सारा बुर चोदी कम है क्या आंटी ? वह भी तो बुर चुदवाती है अपनी ? अपनी अम्मी के सामने चुदवाती है भोसड़ी वाली। दोनों मिलकर बड़ी मस्ती से मेरे अब्बू का लौड़ा चूसती है आंटी ? कभी कभी तो मुझे बड़ी जलन होती है की माल हमारा है और मज़ा लूट रही हैं ये लोग ?
अम्मी बोली :- यार हिना, रेशमा की बात में दम है ? यह बिलकुल सही कह रही है।
रेशमा बोली :- अब आंटी, ज़रा सोंचो, कब तक मेरा अब्बू बिचारा मुझे और मेरी माँ चोदता रहेगा ? उसके लण्ड का पेट तो हम दोनों की बुर से नहीं भरने वाला ? उसे तो मम्मियों की चूत , उनकी बेटियों की और बहुओं की चूत चोदना ही पड़ता है ? उसके इतने लम्बे चौड़े लण्ड को पूरी ख़ुराक तो मिलनी चाहिए न आंटी ?
अम्मी बोली :- अच्छा, अब तू बता भोसड़ी वाली हिना, की तेरे साथ क्या हुआ ?
मैंने कहा :- अरे अम्मी मैं उस दिन रेशमा के घर पहुँच गयी। मैं उससे बातें करने लगी। वह मुझे बियर पिलाने लगी क्योंकि गर्मी के दिन थे। इतने में उसका अब्बा आ गया। वह नंगे बदन था सिर्फ एक लुंगी पहने हुए था । मैं तो उसे जानती ही थी और वह मुझे। वह बोला अरी हिना आज तू बहुत दिनों के बाद आई है ? मैंने कहा हां अंकल कुछ दिन तो वाकई हो गए है। वह बोला और तेरी अम्मी कैसी हैं ? मैंने कहा वह ठीक है अंकल ? वह बोला अच्छा ठीक है तुम दोनों बात करो और हां अपनी अम्मी से मेरे आदाब कह देना ? मैनू जबाब दिया हां कह दूँगी अंकल ? ऐसा बोल कर वह अपनी लुंगी खोल कर दुबारा बाँधने लगा। बस इतने में मुझे उसके लण्ड की एक झलक मिल गयी। बस मेरी नज़र वहीँ ठहर गयी। मेरे दिल की धड़कने बढ़ने लगीं। वह दुबारा अपनी लुंगी खोल कर बाँधने लगा। मैंने लौड़ा दुबारा देखा।
मैंने मन में कहा हाय रब्बा, इसका लौड़ा तो भोसड़ी का बड़ा आलिशान है ? जब ढीला होने पर इतना लंबा है तो खड़ा होने पर कितना बड़ा हो जाता होगा ? कितना मोटा हो जाता होगा ? इसका सुपाड़ा ही बहन चोद बहुत बड़ा है। इससे चुदवाने में मेरी चूत तो क्या मेरी माँ भोसड़ा को भी मज़ा आ जायेगा ? मैं अंदर ही अंदर लण्ड देख कर ललचा गयी लेकिन कुछ बोली नहीं ? मेरी शकल देखा कर रेशमा मुस्कराकर मेरे कान में बोली हिना पसंद आया मेरे अब्बा का लण्ड ? मैंने भी मुस्कराकर सर हिलाते हुए हां कह दिया। फिर अंकल चले गये।
थोड़ी देर में रेशमा बोली हिना ज़रा ऑंखें बंद करो मैं तुझे एक चीज देना चाहती हूँ। मैंने आँखे बंद कर ली और तब उसने मेरा हाथ में कोई चीज रख दी और कहा हिना अब तू वह चीज पकड़ कर देख ले ? मैंने आँखें खोली तो वह अंकल का टन टनाता हुआ लण्ड था। बस मेरे मुंह से निकला हाय दईया, इतना बड़ा लण्ड ? बाप रे बाप इतना मोटा लण्ड ? रेशमा मैंने पहले कभी इतना बड़ा लण्ड देखा ही नहीं ? वह बोली मैं इसीलिए तो तुझे दिखा रही हूँ, मेरी बुर चोदी हिना ? अब तेरी मर्जी तू इसका जो चाहे कर ? चाहे तू इसे अपनी बुर में घुसा ले, चाहे तू मादर चोद अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दे और चाहे अपनी गांड में ठोंकवा ले ? मर्जी तेरी ?
अम्मी बोली :- तो फिर तूने क्या किया हिना ?
मैं बोली :- अरी अम्मी, मैं तो बस टूट पड़ी लण्ड पर ? मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, चूमने लगी चाटने लगी फिर हिलाने लगी लण्ड . मैं चाहती थी की लौड़ा जितना बढ़ सकता है उतना बढ़ जाए ? तब तक रेशमा भोसड़ी वाली मेरे कपडे उतारने लगी। मैं भी बड़ी बेशर्मी से उतरवाने लगी पकड़े और हो गई बहन चोद पूरी नंगी। मेरा नंगा बदन देख कर लौड़ा साला फनफनाने लगा। लण्ड ने अपनी नज़रें मेरी चूंचियों पर, मेरी चूत पर और मेरी गांड पर टिका दी। मैं मैं सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक चपर चपर लण्ड चाटने लगी। लण्ड साला अपने पूरे ताव पर था। अम्मी करीब करीब ९" का है उसका लौड़ा ? रेशमा बोली हाय हिना लौड़ा मुंह में घुसाकर चूस ले यार ? मज़ा ले ले के चाट ले मेरे अब्बा का लण्ड ? फिर मैंने मादर चोद लण्ड को आधे से अधिक अपने मुंह में ढूंस लिया और अंदर ही अंदर सुपाड़े पर जबान फिराने लगी। मैं बड़ी मस्त हो गयी अम्मी ? बहुत दिनों के बाद इतना बढ़िया लौड़ा मिला था मैं तो सारी दुनिया भूल कर लण्ड में समा गयी, अम्मी ? मेरी मस्ती से और लण्ड चूसने चाटने से अंकल भोंसड़ी का बोला हाय हिना अब मैं खलास हो जाऊंगा। मैंने पलट कर कहा तो हो जा न मादर चोद, खलास ? तुझे रोका किसने है साले हरामी कुत्ते ? मेरे मुंह में उगल दे अपना माल ? फिर तो अम्मी वह वाकई उगलने लगा वीर्य मेरे मुंह में , मेरे गालों में और मेरी चूंचियों पर ? मैं मजे से झड़ता हुआ लौड़ा चाटती रही और ये रेशमा मेरे बगल में खड़ी खड़ी मुस्कराती रही बहन की लौड़ी ?
मैं ये सारी बातें अपनी अम्मी को रेशमा के सामने ही सुना रही थी. फिर इत्तिफ़ाक़ से अम्मी अंदर चली गयी और मेरे सामने मेरा अब्बू आ गया। वह तौलिया लपेटे हुए था। मैं भी जोश में थी। मेरे अंदर की गर्मी बढ़ चुकी थी। मैं समझ गयी की अब्बू इस समय तौलिया के नीचे बिलकुल नंगा है। मैंने फ़ौरन एक हाथ से रेशमा का हाथ पकड़ा और दूसरे हाथ से अब्बू की तौलिया पकड़ कर खींच ली। अब्बू बिलकुल नंगा हो गया। मैं तो हैरान हो गयी यह देख कर की उसका लौड़ा भोसड़ी का खड़ा था। मैं समझ गयी की अब्बू रेशमा को लण्ड पकड़ाना चाहता है।
मैंने लण्ड रेशमा को पकड़ा दिया और कहा अब ले बुर चोदी रेशमा पकड़ मेरे अब्बू का लण्ड ? उस दिन तूने अपने अब्बा का लण्ड मुझे पकड़ाया था आज मैं तुझे अपने अब्बू का लण्ड पकड़ा रही हूँ। अब तू ले ले मेरे अब्बू के लण्ड का मज़ा ? रेशमा तो माँ की लौड़ी बड़ी हरामजादी निकली। वह बोली हां हां ला न इधर अपने अब्बू का लण्ड मैं इसकी माँ चोदती हूँ अभी ? ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी और प्यार से पेल्हड़ सहलाने लगी। अब्बू के चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैं उसके कपडे खोलने लगी । जब वह पूरी नंगी हो गयी तो अब्बू उसे बड़ी देर तक एकटक देखता रहा और उसका लण्ड टन टनाता हुआ बढ़ता रहा ? रेशमा को नंगी देख कर अब्बू का लौड़ा एकदम कुतुबमीनार की तरह खड़ा हो गया।
रेशमा बोली हाय हिना तेरे अब्बू का लण्ड तो मेरे अब्बा के लण्ड से बड़ा है यार ? हाय रे कितना मज़ा आ रहा है लण्ड चाटने में मुझे ? मैं ऐसे ही लण्ड पसन्द करती हूँ हिना ? मैं तो तेरे अब्बू के लण्ड की कायल हो गयी। मैं तो इसे अपना दिल दे बैठी हूँ। अब तो मैं इसका बहन चोद एक एक बूँद रस निचोड़ लूंगी हिना ? मैंने कहा तो निचोड़ ले न भोसड़ी की, रेशमा ? मैं देखना चाहती हूँ की कैसे निचोड़ती है तू लण्ड का रस ? रेशमा की मस्ती देखने लायक दी दोस्तों, इतने प्यार से मेरे अब्बू का लण्ड चाट रही थी जिसका मैं बयान नहीं कर सकती ? आखिर में उसने मुठ्ठ मार मार कर और लण्ड का सुपाड़ा चाट चाट कर , उसके वीर्य का एक एक बूँद रस निचोड़ ही लिया । पूरा का रस चट कर गयी बुर चोदी रेशमा ? बस उसके बाद रेशमा उठी और बाथ रूम चली गयी। अब्बू अपने कमरे में चला गया।
रेशमा जब वापस आई तो वह कपडे पहनने लगी। मैंने उसके कपडे कहीं लिया और कहा भोसड़ी की रेशमा तू अपनी गरम गरम चूत लेकर घर जाएगी ? नहीं मैं तुझे जाने नहीं दूँगी ? अब तू चुदवाकर और अपनी चूत की गर्मी निकाल कर ही जा ? मैं चाहती हूँ की तू मेरे अम्मी से सामने चुदवा ? देख रेशमा, जैसे मुझे अपनी माँ चुदाने का शौक है वैसे ही मेरी माँ को अपनी बेटी चुदाने का शौक है। आज मेरी अम्मी अपनी बेटी की तरफ तेरी चूत चुदवायेंगी। बड़ा मज़ा आएगा यार। रुक जा मेरी जान ? देख मैं भी अपने कपडे उतार देती हूँ। बस, मैं भी उसकी तरह एकदम नंगी हो गयी। फिर हम दोनों ने साथ साथ बैठ कर नंगी नंगी ही खाना खाया।
बस फिर क्या एक घंटे के बाद मेरा अब्बू फिर आ गया कमरे में। मैं सोफ़ा पर बैठी थी। रेशमा की चूत तो बहुत पहले से ही गरम थी। वह तो इस मौके का इंतज़ार कर ही रही है. उसने लपक कर पकड़ लिया अब्बू का लण्ड और उसे पुचकारने लगी, चुम्मी लेने लगी और मस्ती से अपने सारे बदन पर फिराने लगी । खास तौर से अपनी चूंचियों पर। लण्ड भी बहन चोद अपनी औकात में आ गया और चूत को देख कर गुर्राने लगा। तब तक अम्मी कमरे में आ गयी। उसने कहा हाय दईया रेशमा तू बड़ी मस्त लड़की है। जो लड़की लण्ड से खेलती है वह मुझे बड़ी अच्छी लगती है। तू तो बड़ी अच्छी तरह से खेल रही है लण्ड से बुर चोदी रेशमा ? ऐसा कह कर अम्मी उसकी चूत सहलाने लगीं। उसकी गांड में हाथ फिराने लगीं। फिर धीरे से लण्ड उसकी चूत में मुंह पे टिका दिया और अब्बू से कहा हां अब मारो न भोसड़ी के एक धक्का इस बुर चोदी की बुर में ?
अम्मी की गालियां सुनकर लण्ड भी मस्त हो गया और चूत भी ? लण्ड जैसे ही रेशमा की चूत में घुसा वह चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी बुर ? देखो, अम्मी अंकल ने चीर डाला मेरी चूत ? अब मैं क्या करूंगी ? बड़ा हरामी है ये भोसड़ी का हिना का अब्बू ? अम्मी ने कहा अरी थोड़ा रुक जा न रश्मा, अभी तुझे ज़न्नत का मज़ा आएगा। थोड़ी देर में वह खुद बोली हाय अंकल पूरा पेलो न अपना लण्ड मेरी बुर में डरता क्यों है मादर चोद ? अम्मी बगल में बैठी हुई रेशमा की बुर चुदवाने लगीं। मैं बैठी बैठी यह तमाशा देखने लगी। मुझे लगा की मैं एक ब्लू फिल्म देख रही हूँ जिसका शीर्षक है "mom teaches her daughter how to fuck" मैं अपनी बुर सहलाती हुई रेशमा की बुर की चुदाई का मज़ा लेने लगी। रेशमा बोली हिना माँ की लौड़ी तूने उस दिन मेरे अब्बा से नहीं चुदवाया और लण्ड पी कर फ़ौरन भाग गयी थी तू ? और यहाँ अपने अब्बू से मेरी बुर चुदवा रही है। चल मैं कल ही तेरी बुर घुसेड़ती हूँ अपने अब्बा का लण्ड ? रेशमा बड़ी मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी। उसे देख कर लग रहा था की उसे लण्ड बहुत मज़ा दे रहा है। उसका मेरे अब्बू का लण्ड बर्दास्त करना यह बताता ही की रेशमा ससुरी बुर चुदवाने में अव्वल है। वह एक नहीं दर्जनो लण्ड अपनी बुर में पेलवा चुकी है। लेकिन कुछ भी हो मुझे रेशमा पर नाज़ है।
मैंने वहीँ कहा :- अब तुम रेशमा की माँ भी चोद दो, अब्बू ? इसके पहले की रेशमा अपने अब्बा से मेरी माँ का भोसड़ा चुदवाये मैं चाहती हूँ की मैं अपने अब्बू से रेशमा की माँ का भोसड़ा चुदवाऊँ ?
इससे पहले की वह मेरी माँ चोदे तुम उसकी माँ चोद दो, अब्बू ?
अब्बू मुस्कराते हुए फिर रेशमा की बुर चोदने में जुट गया। रेशमा भी मस्ती से चुदवाती जा रही थी। थोड़ी देर में अब्बू का लौड़ा उगलने लगा सफ़ेद सफ़ेद लावा जिसे रेशमा चट कर गयी। चुदाने में बाद रेशमा तैयार होकर जाने लगी तो मैंने कहा यार बैठों ज़रा तुझसे थोड़ा बात करनी है।
मैंने कहा :- यार अब तू बता ? मैं तेरी माँ चुदाना चाहती हूँ।
वह बोली :- हां यार मैं भी तेरी माँ चुदाना चाहती हूँ।
मैंने कहा :- तो फिर हम दोनों मिलकर एक साथ चोदा चोदी का प्लान क्यों न बनायें।
वह बोली :- ऐसा कर कल शाम को तू अपने अब्बू और अम्मी के साथ मेरे घर डिनर पर आ जा । मैं पूरा इंतज़ाम कर लूंगी। और हां न तुम बताओ अपनी अम्मी को और न हम ? हम दोनों उन दोनों को सरप्राईज़ देंगीं। फिर दारू पीने का बाद मैं अपने अब्बू का लण्ड तेरी माँ के भोसड़ा में पेल दूँगी और तू अपने अब्बू का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेल देना। देखो दोनों अम्मियाँ बुर चोदी चुदवाने में बड़ी तेज हैं। उन्हें वाकई मज़ा आ जायेगा।
प्रोग्राम तय हो गया और शनिवार को मैं अपने अब्बू और अम्मी के साथ रेशमा के घर चली गयीं।
मैं हिना, मेरा अब्बू रियाज़ अहमद, मेरी अम्मी आसमा, रेशमा, उसका अब्बा अज़ीज़ अहमद और उसकी अम्मी करिश्मा सभी ६ लोग बैठ कर दारू का मज़ा लेने लगे। हम सब लोग एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित थे।
दो दो पैग दारू का नशा जब चढ़ चुका तो मैंने कहा :- करिश्मा आंटी जानती हो आज क्या प्रोग्राम होने वाला है ?
आंटी ने जबाब दिया :- नहीं मैं तो नहीं जानती हिना ? बता न क्या होने वाला है आज ?
मेरे बोलने के पहले ही रेशमा बोल पड़ी :- आज हम दोनों का प्लान माँ चुदाने का है ? मैं अपनी माँ चुदवाऊँगी और हिना अपनी माँ चुदवायेगी।
मेरी अम्मी बोली :- अरी रेशमा तू तो अपनी माँ चुदवाती रहती है भोसड़ी की मैं जानती हूँ। आज तू हिना की माँ चुदवा तभी तो मज़ा आएगा ?
रेशमा बोली :- अरे हां आसमा आंटी आप ठीक कह रही हैं. मैं अपने अब्बू का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी और हिना अपने अब्बू का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेलेगी। तब आएगा चकाचक माँ चुदाने का मज़ा ?
बस इतने में रेशमा उठी और अपने अब्बा का लण्ड मेरी अम्मी को पकड़ा दिया। इधर मैंने भी अपने अब्बू का लण्ड रेशमा की माँ को पकड़ा दिया। फिर मैंने रेशमा की अम्मी के कपडे उतार दिया और उसने मेरी अम्मी के कपडे।
इतने में अचानक दो जवान लड़के कमरे में घुस आये। वे दोनों बहन चोद एकदम नंगे बदन थे। केवल एक एक तौलिया लपेट कर आये थे। करिश्मा आंटी बोली देख हिना यह है रफ़ी मेरी नन्द का लड़का और यह है सफ़ी मेरी बहन का लड़का ? इतने में रेशमा बाथ रूम से बाहर आई तो वहीँ से चिल्ला पड़ी हाय रफ़ी, हाय सफी ? तुम लोग यहाँ अचानक कैसे ? माँ चुदाने आये हो अपनी, भोसड़ी वालों ?
तब तक करिश्मा आंटी बोली :- नहीं हिना, ये माँ चुदाने नहीं, हमारी बेटियां चोदने चोदने आये हैं। हिना तुम दोनों बुर चोदियों ने मिलकर अपनी अपनी माँ चुदाने के प्लान बनाया है न ? इसलिए हम दोनों ने भी मिलकर अपनी अपनी बेटियां चुदाने का प्लान बनाया है।
फिर आंटी ने रफ़ी की तौलिया खींच ली। वह बिलकुल नंगा हो गया और आंटी ने उसका लण्ड मुझे पकड़ा दिया और मेरे कपडे उतारने लगी। इसी तरह मेरी अम्मी उठी और सफी को नंगा कर दिया और उसका लण्ड रेशमा को पकड़ा दिया। मेरी अम्मी रेशमा के कपडे खोलने लगी। देखते ही देखते हम दोनों भी मादर चोद नंगी हो गईं।
फिर क्या, दो भोसड़ा, दो चूत और चार लण्ड मिलकर घमाशान चुदाई करने लगे। एक तरफ चुदने लगा दोनों अम्मियों का भोसड़ा और दूसरी तरफ चुदने लगी उनकी बेटियों की चूत ? रात भर सबने भकाभक चुदाई का मज़ा लिया।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
नहीं भोसड़ी वाली ? मैं तो अब इसकी नस नस जान गयी हूँ। और इसकी मादर चोद अम्मी तो इससे दो हाथ आगे है, अब्बू। ये दोनों हरामजादी माँ बेटी बड़ी कुत्ती चीज हैं । माना की रेशमा मेरी अच्छी सहेली है लेकिन यह क्या की बिना बताये तुम किसी के हाथ में लौड़ा रख दो और फिर कहो की लो इसे प्यार से चाटो और चूसो। लण्ड का मुठ्ठ मारो और फिर लण्ड का रस चाटो ? एक नहीं दोनों भोसड़ी वाली ऐसी ही हैं। बेटी हाथ में लौड़ा रखती है तो माँ मुंह में लौड़ा घुसा देती है। बेटी मुंह में लौड़ा रखती है तो माँ चूत में लौड़ा पेल देती है। बेटी चूत में लौड़ा पेलती है तो माँ गांड में लौड़ा ठोंक देती है। यह भी कोई बात है ? लेकिन इन दोनों माँ बेटी का खेल साला इसी तरह चलता रहता है, बहन चोद ? मेरे साथ भी यही हुआ लण्ड पकड़ने से बुर चुदवाने तक ? दोनों भोसड़ी वाली यही करती हैं। जब भी कोई लड़की मिल जाती है तो उसे अपनी बातों में पहले फंसा लेती है और फिर उसके हाथ में लण्ड रख देती हैं। कभी हाथ पर लण्ड रख देती है और कभी लण्ड पर हाथ रख देती है दोनों बुर चोदी। बाद में मुझे मालूम हुआ, की दोनों माँ बेटी महा चुदक्कड़ है ? बेटी लौड़ा चूसती है तो माँ बुर चुदवाती है। बेटी बुर चुदवाती है तो माँ गांड मरवाती है। बेटी गांड मरवाती है तो माँ अपनी चूंची चुदवाती है। यही इन दोनों के बीच होता रहता है, अब्बू ?
अब्बू, जब तक तेरे जैसा हक्कानी लण्ड इन दोनों की चूत में नहीं घुसेगा और इन दोनों को हचक हचक नहीं चोदेगा तब तक ये दोनों बुर चोदी अपनी आदत से बाज नहीं आयेंगीं ?
अब देखो न अब्बू, रेशमा कैसी एक भोली भाली लड़की की तरह खड़ी है तेरे सामने। अभी कोई लण्ड इसके हाथ में आ जाये तो फिर देखो इसे ? इस तरह से टूट पड़ती है लण्ड पर जैसे बिल्ली चूहे पर टूट पड़ती है, और इस तरह से अपनी चूत में लण्ड घुसा घुसा कर चुदवाती है बहन चोद, जैसे कोई रंडी पैसे लेकर अपनी बुर चुदवाती है ? मैं ये बातें बता ही रही थी अब्बू से की मेरी अम्मी भी आ गयी।
वह बोली :- अरी हिना, बुर चोदी ज़रा खुल कर तो बता की तेरे साथ हुआ क्या ? मैं एक बात जानती हूँ की मैंने भी रेशमा के अब्बू के बारे में सुना है ? मुवा बड़ा हरामजादा है भोसड़ी वाला इसका अब्बू। और उससे ज्यादा हरामजादा है उसका लौड़ा ? अभी कल सारा की अम्मी बता रही थी की रेशमा के अब्बू को अपने लौड़े पर ही काबू नहीं है। उसका लौड़ा साला जब भी किसी जवान लड़की या फिर जवान औरत को देख लेता है तो बहन चोद घंटा घर की तरह तन कर खड़ा हो जाता है और लुंगी के बाहर निकल आता है उसका लौड़ा ? वो अपने लौड़े को आज़ाद रखता है और लुंगी के नीचे चड्ढी भी नहीं पहनता, इसका अब्बू ? अब खड़ा लौड़ा देख कर कैसे कोई लड़की अपने आप को रोक सकती है ?
मैंने कहा :- हां अम्मी, यही तो हुआ मेरे साथ ? उसने तो खोल के दिखा दिया अपना लौड़ा मुझे अम्मी ? तभी मैं ललचा गयी।
अम्मी बोली :- अच्छा मैं तेरा किस्सा बाद में सुनती हूँ , मैं पहले रेशमा से ही पूंछ लेती हूँ। क्यों बेटी रेशमा, यह बात सही है की नहीं ?
रेशमा बोली :- हां आंटी यह बात बिलकुल सही है। लेकिन इसमें मेरे अब्बू की कोई ख़ता नहीं है। उसका इस तरह का लौड़ा तो खुदा ने ही बनाया है ? अब खुदा ने उसे ९" का लौड़ा दे दिया है और इतना मोटा बना दिया है की किसी के काबू में आता ही नहीं ? इतना सख्त है इसका लौड़ा की वह चड्ढी के अंदर रह ही नहीं सकता ? वह तो लड़की को देख कर भड़क उठता है और जब तक उसे लण्ड पकड़ा नहीं देता तब तक मानता नहीं ? और जब उसका लण्ड पकड़ लेती है तो वो जब तक उसकी बुर चोद नहीं लेता तब तक ठंडा होता नहीं है। अब्बू इसीलिए लड़कियों की बुर चोदता रहता है ? औरतों का भोसड़ा चोदता रहता है। दूसरी तरफ एक और बात है। जो भी लड़की या जो भी औरत बहन चोद एक बार मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ लेती है और उससे चुदवा लेती है वह फिर बार बार लण्ड पकड़ने और चुदवाने आती रहती है। अब सारा की अम्मी को ही देखिये मादर चोद हर दूसरे दिन अपना भोसड़ा चुदवाने मेरे घर आ जाती है। और सारा बुर चोदी कम है क्या आंटी ? वह भी तो बुर चुदवाती है अपनी ? अपनी अम्मी के सामने चुदवाती है भोसड़ी वाली। दोनों मिलकर बड़ी मस्ती से मेरे अब्बू का लौड़ा चूसती है आंटी ? कभी कभी तो मुझे बड़ी जलन होती है की माल हमारा है और मज़ा लूट रही हैं ये लोग ?
अम्मी बोली :- यार हिना, रेशमा की बात में दम है ? यह बिलकुल सही कह रही है।
रेशमा बोली :- अब आंटी, ज़रा सोंचो, कब तक मेरा अब्बू बिचारा मुझे और मेरी माँ चोदता रहेगा ? उसके लण्ड का पेट तो हम दोनों की बुर से नहीं भरने वाला ? उसे तो मम्मियों की चूत , उनकी बेटियों की और बहुओं की चूत चोदना ही पड़ता है ? उसके इतने लम्बे चौड़े लण्ड को पूरी ख़ुराक तो मिलनी चाहिए न आंटी ?
अम्मी बोली :- अच्छा, अब तू बता भोसड़ी वाली हिना, की तेरे साथ क्या हुआ ?
मैंने कहा :- अरे अम्मी मैं उस दिन रेशमा के घर पहुँच गयी। मैं उससे बातें करने लगी। वह मुझे बियर पिलाने लगी क्योंकि गर्मी के दिन थे। इतने में उसका अब्बा आ गया। वह नंगे बदन था सिर्फ एक लुंगी पहने हुए था । मैं तो उसे जानती ही थी और वह मुझे। वह बोला अरी हिना आज तू बहुत दिनों के बाद आई है ? मैंने कहा हां अंकल कुछ दिन तो वाकई हो गए है। वह बोला और तेरी अम्मी कैसी हैं ? मैंने कहा वह ठीक है अंकल ? वह बोला अच्छा ठीक है तुम दोनों बात करो और हां अपनी अम्मी से मेरे आदाब कह देना ? मैनू जबाब दिया हां कह दूँगी अंकल ? ऐसा बोल कर वह अपनी लुंगी खोल कर दुबारा बाँधने लगा। बस इतने में मुझे उसके लण्ड की एक झलक मिल गयी। बस मेरी नज़र वहीँ ठहर गयी। मेरे दिल की धड़कने बढ़ने लगीं। वह दुबारा अपनी लुंगी खोल कर बाँधने लगा। मैंने लौड़ा दुबारा देखा।
मैंने मन में कहा हाय रब्बा, इसका लौड़ा तो भोसड़ी का बड़ा आलिशान है ? जब ढीला होने पर इतना लंबा है तो खड़ा होने पर कितना बड़ा हो जाता होगा ? कितना मोटा हो जाता होगा ? इसका सुपाड़ा ही बहन चोद बहुत बड़ा है। इससे चुदवाने में मेरी चूत तो क्या मेरी माँ भोसड़ा को भी मज़ा आ जायेगा ? मैं अंदर ही अंदर लण्ड देख कर ललचा गयी लेकिन कुछ बोली नहीं ? मेरी शकल देखा कर रेशमा मुस्कराकर मेरे कान में बोली हिना पसंद आया मेरे अब्बा का लण्ड ? मैंने भी मुस्कराकर सर हिलाते हुए हां कह दिया। फिर अंकल चले गये।
थोड़ी देर में रेशमा बोली हिना ज़रा ऑंखें बंद करो मैं तुझे एक चीज देना चाहती हूँ। मैंने आँखे बंद कर ली और तब उसने मेरा हाथ में कोई चीज रख दी और कहा हिना अब तू वह चीज पकड़ कर देख ले ? मैंने आँखें खोली तो वह अंकल का टन टनाता हुआ लण्ड था। बस मेरे मुंह से निकला हाय दईया, इतना बड़ा लण्ड ? बाप रे बाप इतना मोटा लण्ड ? रेशमा मैंने पहले कभी इतना बड़ा लण्ड देखा ही नहीं ? वह बोली मैं इसीलिए तो तुझे दिखा रही हूँ, मेरी बुर चोदी हिना ? अब तेरी मर्जी तू इसका जो चाहे कर ? चाहे तू इसे अपनी बुर में घुसा ले, चाहे तू मादर चोद अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दे और चाहे अपनी गांड में ठोंकवा ले ? मर्जी तेरी ?
अम्मी बोली :- तो फिर तूने क्या किया हिना ?
मैं बोली :- अरी अम्मी, मैं तो बस टूट पड़ी लण्ड पर ? मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, चूमने लगी चाटने लगी फिर हिलाने लगी लण्ड . मैं चाहती थी की लौड़ा जितना बढ़ सकता है उतना बढ़ जाए ? तब तक रेशमा भोसड़ी वाली मेरे कपडे उतारने लगी। मैं भी बड़ी बेशर्मी से उतरवाने लगी पकड़े और हो गई बहन चोद पूरी नंगी। मेरा नंगा बदन देख कर लौड़ा साला फनफनाने लगा। लण्ड ने अपनी नज़रें मेरी चूंचियों पर, मेरी चूत पर और मेरी गांड पर टिका दी। मैं मैं सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक चपर चपर लण्ड चाटने लगी। लण्ड साला अपने पूरे ताव पर था। अम्मी करीब करीब ९" का है उसका लौड़ा ? रेशमा बोली हाय हिना लौड़ा मुंह में घुसाकर चूस ले यार ? मज़ा ले ले के चाट ले मेरे अब्बा का लण्ड ? फिर मैंने मादर चोद लण्ड को आधे से अधिक अपने मुंह में ढूंस लिया और अंदर ही अंदर सुपाड़े पर जबान फिराने लगी। मैं बड़ी मस्त हो गयी अम्मी ? बहुत दिनों के बाद इतना बढ़िया लौड़ा मिला था मैं तो सारी दुनिया भूल कर लण्ड में समा गयी, अम्मी ? मेरी मस्ती से और लण्ड चूसने चाटने से अंकल भोंसड़ी का बोला हाय हिना अब मैं खलास हो जाऊंगा। मैंने पलट कर कहा तो हो जा न मादर चोद, खलास ? तुझे रोका किसने है साले हरामी कुत्ते ? मेरे मुंह में उगल दे अपना माल ? फिर तो अम्मी वह वाकई उगलने लगा वीर्य मेरे मुंह में , मेरे गालों में और मेरी चूंचियों पर ? मैं मजे से झड़ता हुआ लौड़ा चाटती रही और ये रेशमा मेरे बगल में खड़ी खड़ी मुस्कराती रही बहन की लौड़ी ?
मैं ये सारी बातें अपनी अम्मी को रेशमा के सामने ही सुना रही थी. फिर इत्तिफ़ाक़ से अम्मी अंदर चली गयी और मेरे सामने मेरा अब्बू आ गया। वह तौलिया लपेटे हुए था। मैं भी जोश में थी। मेरे अंदर की गर्मी बढ़ चुकी थी। मैं समझ गयी की अब्बू इस समय तौलिया के नीचे बिलकुल नंगा है। मैंने फ़ौरन एक हाथ से रेशमा का हाथ पकड़ा और दूसरे हाथ से अब्बू की तौलिया पकड़ कर खींच ली। अब्बू बिलकुल नंगा हो गया। मैं तो हैरान हो गयी यह देख कर की उसका लौड़ा भोसड़ी का खड़ा था। मैं समझ गयी की अब्बू रेशमा को लण्ड पकड़ाना चाहता है।
मैंने लण्ड रेशमा को पकड़ा दिया और कहा अब ले बुर चोदी रेशमा पकड़ मेरे अब्बू का लण्ड ? उस दिन तूने अपने अब्बा का लण्ड मुझे पकड़ाया था आज मैं तुझे अपने अब्बू का लण्ड पकड़ा रही हूँ। अब तू ले ले मेरे अब्बू के लण्ड का मज़ा ? रेशमा तो माँ की लौड़ी बड़ी हरामजादी निकली। वह बोली हां हां ला न इधर अपने अब्बू का लण्ड मैं इसकी माँ चोदती हूँ अभी ? ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी और प्यार से पेल्हड़ सहलाने लगी। अब्बू के चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैं उसके कपडे खोलने लगी । जब वह पूरी नंगी हो गयी तो अब्बू उसे बड़ी देर तक एकटक देखता रहा और उसका लण्ड टन टनाता हुआ बढ़ता रहा ? रेशमा को नंगी देख कर अब्बू का लौड़ा एकदम कुतुबमीनार की तरह खड़ा हो गया।
रेशमा बोली हाय हिना तेरे अब्बू का लण्ड तो मेरे अब्बा के लण्ड से बड़ा है यार ? हाय रे कितना मज़ा आ रहा है लण्ड चाटने में मुझे ? मैं ऐसे ही लण्ड पसन्द करती हूँ हिना ? मैं तो तेरे अब्बू के लण्ड की कायल हो गयी। मैं तो इसे अपना दिल दे बैठी हूँ। अब तो मैं इसका बहन चोद एक एक बूँद रस निचोड़ लूंगी हिना ? मैंने कहा तो निचोड़ ले न भोसड़ी की, रेशमा ? मैं देखना चाहती हूँ की कैसे निचोड़ती है तू लण्ड का रस ? रेशमा की मस्ती देखने लायक दी दोस्तों, इतने प्यार से मेरे अब्बू का लण्ड चाट रही थी जिसका मैं बयान नहीं कर सकती ? आखिर में उसने मुठ्ठ मार मार कर और लण्ड का सुपाड़ा चाट चाट कर , उसके वीर्य का एक एक बूँद रस निचोड़ ही लिया । पूरा का रस चट कर गयी बुर चोदी रेशमा ? बस उसके बाद रेशमा उठी और बाथ रूम चली गयी। अब्बू अपने कमरे में चला गया।
रेशमा जब वापस आई तो वह कपडे पहनने लगी। मैंने उसके कपडे कहीं लिया और कहा भोसड़ी की रेशमा तू अपनी गरम गरम चूत लेकर घर जाएगी ? नहीं मैं तुझे जाने नहीं दूँगी ? अब तू चुदवाकर और अपनी चूत की गर्मी निकाल कर ही जा ? मैं चाहती हूँ की तू मेरे अम्मी से सामने चुदवा ? देख रेशमा, जैसे मुझे अपनी माँ चुदाने का शौक है वैसे ही मेरी माँ को अपनी बेटी चुदाने का शौक है। आज मेरी अम्मी अपनी बेटी की तरफ तेरी चूत चुदवायेंगी। बड़ा मज़ा आएगा यार। रुक जा मेरी जान ? देख मैं भी अपने कपडे उतार देती हूँ। बस, मैं भी उसकी तरह एकदम नंगी हो गयी। फिर हम दोनों ने साथ साथ बैठ कर नंगी नंगी ही खाना खाया।
बस फिर क्या एक घंटे के बाद मेरा अब्बू फिर आ गया कमरे में। मैं सोफ़ा पर बैठी थी। रेशमा की चूत तो बहुत पहले से ही गरम थी। वह तो इस मौके का इंतज़ार कर ही रही है. उसने लपक कर पकड़ लिया अब्बू का लण्ड और उसे पुचकारने लगी, चुम्मी लेने लगी और मस्ती से अपने सारे बदन पर फिराने लगी । खास तौर से अपनी चूंचियों पर। लण्ड भी बहन चोद अपनी औकात में आ गया और चूत को देख कर गुर्राने लगा। तब तक अम्मी कमरे में आ गयी। उसने कहा हाय दईया रेशमा तू बड़ी मस्त लड़की है। जो लड़की लण्ड से खेलती है वह मुझे बड़ी अच्छी लगती है। तू तो बड़ी अच्छी तरह से खेल रही है लण्ड से बुर चोदी रेशमा ? ऐसा कह कर अम्मी उसकी चूत सहलाने लगीं। उसकी गांड में हाथ फिराने लगीं। फिर धीरे से लण्ड उसकी चूत में मुंह पे टिका दिया और अब्बू से कहा हां अब मारो न भोसड़ी के एक धक्का इस बुर चोदी की बुर में ?
अम्मी की गालियां सुनकर लण्ड भी मस्त हो गया और चूत भी ? लण्ड जैसे ही रेशमा की चूत में घुसा वह चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी बुर ? देखो, अम्मी अंकल ने चीर डाला मेरी चूत ? अब मैं क्या करूंगी ? बड़ा हरामी है ये भोसड़ी का हिना का अब्बू ? अम्मी ने कहा अरी थोड़ा रुक जा न रश्मा, अभी तुझे ज़न्नत का मज़ा आएगा। थोड़ी देर में वह खुद बोली हाय अंकल पूरा पेलो न अपना लण्ड मेरी बुर में डरता क्यों है मादर चोद ? अम्मी बगल में बैठी हुई रेशमा की बुर चुदवाने लगीं। मैं बैठी बैठी यह तमाशा देखने लगी। मुझे लगा की मैं एक ब्लू फिल्म देख रही हूँ जिसका शीर्षक है "mom teaches her daughter how to fuck" मैं अपनी बुर सहलाती हुई रेशमा की बुर की चुदाई का मज़ा लेने लगी। रेशमा बोली हिना माँ की लौड़ी तूने उस दिन मेरे अब्बा से नहीं चुदवाया और लण्ड पी कर फ़ौरन भाग गयी थी तू ? और यहाँ अपने अब्बू से मेरी बुर चुदवा रही है। चल मैं कल ही तेरी बुर घुसेड़ती हूँ अपने अब्बा का लण्ड ? रेशमा बड़ी मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी। उसे देख कर लग रहा था की उसे लण्ड बहुत मज़ा दे रहा है। उसका मेरे अब्बू का लण्ड बर्दास्त करना यह बताता ही की रेशमा ससुरी बुर चुदवाने में अव्वल है। वह एक नहीं दर्जनो लण्ड अपनी बुर में पेलवा चुकी है। लेकिन कुछ भी हो मुझे रेशमा पर नाज़ है।
मैंने वहीँ कहा :- अब तुम रेशमा की माँ भी चोद दो, अब्बू ? इसके पहले की रेशमा अपने अब्बा से मेरी माँ का भोसड़ा चुदवाये मैं चाहती हूँ की मैं अपने अब्बू से रेशमा की माँ का भोसड़ा चुदवाऊँ ?
इससे पहले की वह मेरी माँ चोदे तुम उसकी माँ चोद दो, अब्बू ?
अब्बू मुस्कराते हुए फिर रेशमा की बुर चोदने में जुट गया। रेशमा भी मस्ती से चुदवाती जा रही थी। थोड़ी देर में अब्बू का लौड़ा उगलने लगा सफ़ेद सफ़ेद लावा जिसे रेशमा चट कर गयी। चुदाने में बाद रेशमा तैयार होकर जाने लगी तो मैंने कहा यार बैठों ज़रा तुझसे थोड़ा बात करनी है।
मैंने कहा :- यार अब तू बता ? मैं तेरी माँ चुदाना चाहती हूँ।
वह बोली :- हां यार मैं भी तेरी माँ चुदाना चाहती हूँ।
मैंने कहा :- तो फिर हम दोनों मिलकर एक साथ चोदा चोदी का प्लान क्यों न बनायें।
वह बोली :- ऐसा कर कल शाम को तू अपने अब्बू और अम्मी के साथ मेरे घर डिनर पर आ जा । मैं पूरा इंतज़ाम कर लूंगी। और हां न तुम बताओ अपनी अम्मी को और न हम ? हम दोनों उन दोनों को सरप्राईज़ देंगीं। फिर दारू पीने का बाद मैं अपने अब्बू का लण्ड तेरी माँ के भोसड़ा में पेल दूँगी और तू अपने अब्बू का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेल देना। देखो दोनों अम्मियाँ बुर चोदी चुदवाने में बड़ी तेज हैं। उन्हें वाकई मज़ा आ जायेगा।
प्रोग्राम तय हो गया और शनिवार को मैं अपने अब्बू और अम्मी के साथ रेशमा के घर चली गयीं।
मैं हिना, मेरा अब्बू रियाज़ अहमद, मेरी अम्मी आसमा, रेशमा, उसका अब्बा अज़ीज़ अहमद और उसकी अम्मी करिश्मा सभी ६ लोग बैठ कर दारू का मज़ा लेने लगे। हम सब लोग एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित थे।
दो दो पैग दारू का नशा जब चढ़ चुका तो मैंने कहा :- करिश्मा आंटी जानती हो आज क्या प्रोग्राम होने वाला है ?
आंटी ने जबाब दिया :- नहीं मैं तो नहीं जानती हिना ? बता न क्या होने वाला है आज ?
मेरे बोलने के पहले ही रेशमा बोल पड़ी :- आज हम दोनों का प्लान माँ चुदाने का है ? मैं अपनी माँ चुदवाऊँगी और हिना अपनी माँ चुदवायेगी।
मेरी अम्मी बोली :- अरी रेशमा तू तो अपनी माँ चुदवाती रहती है भोसड़ी की मैं जानती हूँ। आज तू हिना की माँ चुदवा तभी तो मज़ा आएगा ?
रेशमा बोली :- अरे हां आसमा आंटी आप ठीक कह रही हैं. मैं अपने अब्बू का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी और हिना अपने अब्बू का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेलेगी। तब आएगा चकाचक माँ चुदाने का मज़ा ?
बस इतने में रेशमा उठी और अपने अब्बा का लण्ड मेरी अम्मी को पकड़ा दिया। इधर मैंने भी अपने अब्बू का लण्ड रेशमा की माँ को पकड़ा दिया। फिर मैंने रेशमा की अम्मी के कपडे उतार दिया और उसने मेरी अम्मी के कपडे।
इतने में अचानक दो जवान लड़के कमरे में घुस आये। वे दोनों बहन चोद एकदम नंगे बदन थे। केवल एक एक तौलिया लपेट कर आये थे। करिश्मा आंटी बोली देख हिना यह है रफ़ी मेरी नन्द का लड़का और यह है सफ़ी मेरी बहन का लड़का ? इतने में रेशमा बाथ रूम से बाहर आई तो वहीँ से चिल्ला पड़ी हाय रफ़ी, हाय सफी ? तुम लोग यहाँ अचानक कैसे ? माँ चुदाने आये हो अपनी, भोसड़ी वालों ?
तब तक करिश्मा आंटी बोली :- नहीं हिना, ये माँ चुदाने नहीं, हमारी बेटियां चोदने चोदने आये हैं। हिना तुम दोनों बुर चोदियों ने मिलकर अपनी अपनी माँ चुदाने के प्लान बनाया है न ? इसलिए हम दोनों ने भी मिलकर अपनी अपनी बेटियां चुदाने का प्लान बनाया है।
फिर आंटी ने रफ़ी की तौलिया खींच ली। वह बिलकुल नंगा हो गया और आंटी ने उसका लण्ड मुझे पकड़ा दिया और मेरे कपडे उतारने लगी। इसी तरह मेरी अम्मी उठी और सफी को नंगा कर दिया और उसका लण्ड रेशमा को पकड़ा दिया। मेरी अम्मी रेशमा के कपडे खोलने लगी। देखते ही देखते हम दोनों भी मादर चोद नंगी हो गईं।
फिर क्या, दो भोसड़ा, दो चूत और चार लण्ड मिलकर घमाशान चुदाई करने लगे। एक तरफ चुदने लगा दोनों अम्मियों का भोसड़ा और दूसरी तरफ चुदने लगी उनकी बेटियों की चूत ? रात भर सबने भकाभक चुदाई का मज़ा लिया।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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